Mam, mein aapka Braj Bhasha aur Maithili ko le ke mulyankan ko galat samajhtaa hoon. Mein aap ko bataa doon ki aapki jankari keliye ki Unniswi sadi ke beech tak Bihar mein Awadhi, Maithili, Magadhi, Santhali adi bhashao ka hi prachalan tha. Par uske baad Hindi ko waha pe sarkari taur pe shuru kiya gaya. Aaj sthiti aisa hai ki Maithili kavita path karne waale log nahi miltaa. Jharkhand aur Bihar mein Ghatshila aur Jamshedpur jaise bahut se jagah tha jahan Bangali bhasha prachalit thi par ab vilupt hone ke kagaar pe hai.
Bangla bhasha aur Bangali pehchan Bharat ki abhinna aur apariharya ang hai. Par ye dukhad hai ki Dilli ki kendriya sarkar iska sangyan nahi le rahaa. Pura desh Pakistan ko le ke jab chintagrasth rehte hai tab kewal hum Bangali ko hi Bangladesh ka halchal pataa hota hai. Bangla aur Bangladesh dono hi Bangali Hinduo ka hi Sanskriti aur UdBhavna. Magar pichhle 50 saalo mein Dilli sarkar baithe baithe isko Jehadiyo ke haatho mein fisalne diya. Ab unke saathe hamare culture aur bhasha ki mailkana adhikar ko le ke jujh na pad rahaa hai. Jis Durga Puja aur Kali Puja ke bina Bangali Bhasha aur Sanskriti asampurn hai, usko Purvi Pakistan ke G hadi Shirk aur Kufr manta hai. Hindi jaise hi Bangla Bharat ki 22 Adhikarik Bhashao mein se ek hai. Kendriya Sarkar isko le ke kab jagaruk honge aur antarashtriya star par Bangla ko samarthan denge?
आदरणीय अमित शाह जी व मोदी जी को कोटिशः धन्यवाद।आज़ादी के समय हिंदी ने सारे भारत में सम्पर्क भाषा का कार्य किया।अर्थात हिंदी का भारत की स्वतंत्रता में पूरा योगदान था।फिर भी हिंदी को राजभाषा का स्थान मिला,पर वह राजनीति का शिकार होकर रह गयी।न्यायालयों में व सरकारी कामकाज में सब काम अंग्रेजी में ही होता है।स्थिति तभी सुधरेगी जब हिंदी को सरकारी रूप से पूर्ण स्थान प्राप्त होगा।उर्दू तो पूरी तरह से मुस्लिम तुष्टिकरण के कारण थोपी हुई भाषा है।हमारी राष्ट्र भाषा हिंदी को पूर्ण सम्मान प्राप्त हो,इसकी तो अभी भी प्रतीक्षा करनी पड़ेगी।
आदरणीय अमित शाह जी को ढेरों नमन।वह बहुत दूरदर्शी हैं।वैसे भी हिंदी ने तो स्वतंत्रता संग्राम में सम्पर्क भाषा के रूप में सारे देश को एकता के स्वरूप में पिरोया था।यह हमारी स्वतंत्रता की भाषा है।हिंदी का सम्मान व प्रयोग करना आवश्यक है।
आप ने बिल्कुल सही कहा पर ये तामिल साउथ वाले लोग हिंदी और हिंदी बोलने वालो का विरोध कर रहे है साउथ वाले अंग्रेजी को अनाएगे और भारत की हिंदीभाषा को गाली देते है....ये है साउथ वालो का असली रूप .. जय श्री कृष्ण..!!
मैं आपसे पूर्णतः सहमत हूं , स्थानीय भाषा ही सर्वोपरि होनी चाहिए अर्थात जब दो व्यक्ति एक स्थान के हो तो उन्हे अपने राज्य भाषा में ही वार्ता करनी चाहिए परंतु जब दो भिन्न राज्यो के लोग मिले तो आज के परिवेश में हिंदी ही उत्तम विकल्प है और संभवतः भविष्य में संस्कृत पुनः जीवित हो , परंतु अभी हिंदी आवश्यक है ।। 👍👍
हिंदी के बदले, प्रादेशिक लिपि में संस्कृत को प्रोत्साहन देना चाहिए। जिससे, प्रादेशिक साहित्य भी बची रहे एवम संस्कृत को राष्ट्रीय भाषा घोषित किया जा सके। हिंदी पहले तो बाकी सारे भाषाओं को नष्ट करदेगी फिर, उर्दू को समय नहीं लगेगा हिंदी को समाप्त करने में। ये हिंदी भाषियों का कर्त्तव्य है हिंदी को संस्कृतनिष्ठ करना
@@IamChidanand वर्तमान समय संस्कृत भाषा के लिए उचित नही है अर्थात कोई अभी इसे अपना नही सकता कारण की कोई जानता ही नहीं संस्कृत ।। परंतु संस्कृतनिष्ठ हिंदी वर्तमान समय की आवश्यकता है ।। मैं प्रतिदिन प्रयास करता हूं की हिंदी में उर्दू का उपयोग न करू और मैं इसमें पारंगत भी हो रहा हूं ।।
@@rajesh0506kumar जानने को तो अरब भी हिंदी जानती, तुमको पता होती? बॉलीवुड हिंदी नही है। ऐसे तो बंगाली सबको पता है, कोई भी भारतीय मूल की भाषा हो शुद्ध शब्द तो संस्कृति से ही उद्धृत / अपभ्रंश है। उचित तो हिंदी कत्तई नहीं है। इसका जन्म ही खिचड़ी है। रही बात संस्कृत की तो, एक पीढ़ी के लिए अनिवार्य करदो, आगे सबकी मातृभाषा बन जाएगी। संस्कृत का सबसे बड़ा शत्रु हिंदी ही है। जैसे ही संस्कृत की बात करो पीछे हट जाते हैं। और बाकी सबको ज्ञान देने लग्जाते हैं। ये सच्चाई नहीं बोलते हैं कि बहुत हो चुका हिंदी। संस्कृत ही आगे बढाओ/पढ़ाओ ताकि हिंदी भी सुरक्षित रहे। संस्कृत निष्ठ बनाना एक जुमला है। अपने कॉन्फ़ोर्ट जोन से बाहर निकलें। हिंदी को रोकें। नहीं तो वास्तविकता आजकल के पाठ्य पुष्टकों में दिखजायेगा। भाई चारे को रोकना असंभव है।
@@IamChidanand मित्र देखिए संभवतः हिंदी एक मिश्रित भाषा है परंतु आपको बस उर्दू और अरबी भाषा के शब्दो से ही मुक्त होना है , सर्वप्रथम हम उर्दू मुक्त हिंदी ही अच्छे से बोल ले वही बहुत है तथा संस्कृत का प्रचार करते रहे साथ ही विद्यालयों में संस्कृत पर बल दिया जाए तो स्वतः ही संस्कृत अग्रसर हो जायेगी ।। आज का परिवेश क्या है आपको नही पता क्या संस्कृत को अनिवार्य करने निकलोगे तो दूसरे पंथों के लोग उर्दू अनिवार्य करने को कहने लगेंगे तो थोड़ा विवेक से काम लीजिए ।। और हां हिंदी शत्रु तो कदापि नहीं है ।। मैं ज्ञान नही दे रहा , आपके इस लेख में ही उर्दू और अंग्रेजी के शब्द है और संस्कृत बोलने को कह रहे हो , मित्र थोड़ा प्रयोगात्मक बात कीजिए वर्तमान स्थिति को देखते हुए ।। ऐसा न हो की आप संस्कृत भाषा के लिए हिंदी भी छुड़वा दे और लोग उर्दू पकड़ ले क्योंकि उर्दू भी अपने पैर पसार रहा है ।। संस्कृत भाषा ही अंतिम लक्ष्य है परंतु ये पथ हिंदी से ही होकर पहुंचेगा ।। सर्वप्रथम हम सब भारतीय हिंदी को शुद्ध करले यही उचित है ।।
आधर्णीय अमित शाःजी के हिंदी भाषा के लिए योगदान सराहनीय है. मैं भी कभी वोमिटपन्तीयों के बातों में आ कर हिंदी व संप्रदायों से बिना कारण घृणा करने लग गया था...इस घृणा कि मनोभाव से मैंने बहुत कुछ खोया.
मैं छत्तीसगढ़ से हूँ, और छत्तीसगढ़ी मेरी राज्य भाषा है,और हिंदी मेरी राष्ट्र भाषा है,और जो राष्ट्र भाषा का विरोधी है,वो निश्चित ही राष्ट्र विरोधी है😠,जय हिंद✊✊
Wahi to bhai hm north me itne population wale log hamre yaha bhi haryanvi,Punjabi,Rajasthani,up,bihari,Bengali,Assamese,kashmiri,gujrati regional language hh pr hmne kbhi bhi hindu ko hate nhi kiya pr ye south ke anpadh log Hindi se itna jalte hh ki koi hisaab nhi
सही बात है 100 प्रतिशत सही बात है भारत में कई भाषाएं हैं लेकिन हिंदी एक ऐसी भाषा है जो पूरे भारत में एक या दूसरे राज्य में वार्तालाप करने में बहुत ही काम आती हैं
I am from Northeast Assam and I believe that Hindi is the national language and everyone should speak it too. that doesn't mean i stop speaking my mother tongue
मेरी मातृ भाषा "अवधि" (UP) है , किंतु हिंदी को मैं राष्ट्रीय भाषा मान सम्मान देता हूँ, क्योंकि देश मे हिंदी ही एक मात्र भाषा है जो हमे दूसरे भारतीय राज्य के लोगो से बात करने की सुविधा देती है, वरना तमिल, तेलगु, कन्नड़ की तरह देश से कटे ही रहते
@@userfghnnn तो मैंने कब बोला हिंदी राष्ट्र भाषा है ? मैं बोल रहा मैं हिंदी को राष्ट्र भाषा जैसा सम्मान देता हूँ, क्योंकि वर्तमान भारत की 95% जनसँख्या हिंदी समझ लेती है, और 90% जनसँख्या हिंदी बोल लेती है, तो देश को एक सूत्र में बांधने की क्षमता केवल हिंदी में है बाकी किसी भाषा मे नही।
इतिहास उन्हीं का जीवित रहता है, जिनकी भाषा जीवित रहती है - स्टीफेन स्प्लेंडर "योग" को जब यूरोप-अमरीका में पहचान मिली, उसके बाद भारत के लोग भी उसका महत्व समझने लगे। हिन्दी के बारे में भी वही बात है। संयुक्त राष्ट्र में मान्यता मिलने के बाद भारत के लोग भी हिन्दी के प्रति सम्मान दिखाना और व्यवहार करना आरंभ का देंगे। भाषा एक एसेट्स है,दुसरे लोगों से interact करने का 85% भारत मे सर्वाधिक रूप समझने व बोलने मे हिंदी सहज भाषा है,अधिकांश सभी क्षेत्रीय भाषाओ मे हिंदी के बहुत से शब्द घुल मिल गए है। हमारी सबकी प्यारी न्यारी हिंदी ।।🎈🎈🌍 Global पहचान बनाएगी । जय भारत 🇮🇳
जय दुर्गा माता की 🙏🚩🕉️ हर हर महादेव 🚩🙏🕉️ जय श्री राम 🚩🙏🕉️ जय श्री कृष्णा 🚩🙏🕉️ जय सत्य सनातन धर्म 🚩🙏🕉️ जय हिन्द वन्दे मातरम 🇮🇳🙏 जय महाराणा प्रताप की 🚩🙏 जय छत्रपति शिवाजी महाराज की 🚩🙏
Why do we use English in every field of India? *(Why do we need English)* 1) India is a *"multilingual"* country & we have a different language family's *(Indo-european, Dravidian, indo-iranian sino-tibetan, Tibeto-burman, Semitic, astro-asiatic Etc..)* & India has no _-national language-_ or any _-monolingual policy-_ the country of India is a *"union system'* and "all languages are respected equally" 2) Only English is recognized and used as the *"2nd administrative language"* in all states of India. (After their state's official language) 3) English is the only language used in all fields of India *(science, technology, research, education, medical, business, job field, information, space field, Navy, etc..)* 4) India is mostly dependent on *"foreign income"* & So we need English in the field of 'business' and 'workplace' 5) English is emerging as the future *"lingua franca"* of India and the World 6) English is *"indispensable"* and giving more value to "English" after our "State office language" is also good for our financial empowerment. 7) Yes there is a language problem in India! So English has grown and is growing as a language to solve that problem, This is the reality! It is better to accept reality and at the same time all the languages of India should be respected equally
@@dontbeafraidimhere5421 भारत की केवल एक ही भाषा है, that's called Sanskrit but due to the change in scenario or traditional behavior it got named as Holy language...... and the one thing I would like to say that Hindi is a form of sanskrit as in western countries English is a form of Latin. By all means A country can have only single language as its mother tounge because Mother is mother, mother is only one, no one else can take her status.
I am from Northeast Assam and I believe that ♥️Hindi ❤️is the national language and everyone should speak it too. that doesn't mean i stop speaking my mother tongue Jai Hind 🇮🇳♥️
बड़ी ही विनम्रता के साथ निवेदन है कि बैकग्राउंड म्यूजिक की आवश्यकता नहीं है। आपका तो एक-एक शब्द, एक-एक वाक्य, युग सृष्टा की ध्वनि उत्पन्न करता है। अन्य ध्वनियां इसमें व्यवधान ही पैदा करती हैं। ब्रह्माण्ड के शाश्वत सत्य "सनातन" के कर्ज़ और फ़र्ज़ रूपी दायित्व का आप बहुत ही बेबाकी से निर्वहन कर रहे हैं। इस समूचे चराचर जगत का सारा प्रेम, सारी शुभकामनाएं आपको निरन्तर गतिशीलता प्रदान करती रहें।
यदि आप दैनिक भास्कर पढ़ेंगे जो तथाकथित "हिंदी" समाचार-पत्र है तो पाएंगे कि वह देवनागरी लिपि में छपा उर्दू अख़बार है। "वेतन", "वृद्धि", "कारण" आदि जैसे आसान शब्दों के स्थान पर भी "तनख़्वाह", "इज़ाफ़ा" या "वजह" जैसे शब्द लिखे जाते हैं।
Sanskrit should be the national language, people must be encouraged to learn Sanskrit properly. Dr. Subramanian Swamy always promotes the Dev-Bhasa, because its' not about our culture and creed alone, but it is the most perfect language in the whole world
हिन्दी देश की राजभाषा और संपर्क भाषा हैं। हिन्दी विरोधियों को भी दुसरे राज्यों के लोगों से हिन्दी में ही संवाद करना पड़ता हैं। हिन्दी को किसी के दयाभाव की आवश्यकता नहीं। विश्व की पांच बड़ी भाषाओं में स्थान रखने वाली हिंदी भाषा लगातार अपना विस्तार और विकास कर रही हैं। अब रही बात हिन्दी विरोध की,वह तो तब भी होता रहेगा अगर हिन्दी विश्व की प्रथम भाषा बन जाएगी। अगर हिन्दी विरोधी हिन्दी का विरोध नहीं करेंगे,तो जीवित कैसे रहेंगे,इनकी तो भुखोमर मृत्यु हो जाएगी।
आपकी विश्लेषण बहुत सुंदर है दीदी ।।। यह सब मुझे पहले से भी पता थी अगर आपने बहुत अच्छी तरीके से बताया ☺️।। मैं खुद पश्चिम बंगाल में रहता हूं मैने बंगाली माध्यम में शिक्षा ग्रहण कर रहा हूं एके उपरांत थी मुझे शुद्ध सुध हिंदी आता है ।। मेने ओड़िया , कन्नड़ और सस्कृत भी सीखा हू।। मैं हमेशा से यह मानता हु के हम सब भारतीय को जितना सिख सखे उनता विभिन्न भारतीय भाषा सिंखिनी चाहिए 🙂।।
मैं घर में अपनी मातृभाषा का उपयोग करता हूं और बाहर हिंदी में बात करता हूं दोस्तों से मैं गुजरात में रहता हूं गुजराती भी बोलता हूं हिंदी भी बोलते और भोजपुरी बोलता हूं
@anant Any language is learned out of necessity. The people who live in the state should learn the language of that state. What is the controversy about this?
@@banty6350 there is no Hindi speaking state , most of the northern states have their own languages the govt. Must uplift those languages don't blubber like a stupid
हिंदी आधुनिक समाज में अधिकांश लोग बोलते हैं, अंग्रेज बनने के चक्कर में अपनी ही जड़ें उखड़ रहे हैं। क्या संस्कृत को उसका सम्मान मिलेगा। प्राचीन भारत में संस्कृत अखंड भारत की लिखित और मौखिक भाषा थी।
जी नहीं। हिंदी भाषी इसी भ्रम से बाहर निकलें। ऐसे तो हिंदी अरबों को भी आती। ये तुम क्या बोलती? वल्लाह हम को कुछ नहीं समझमे आती। हिंदी नहीं होती तो उर्दू इतना आगे नहीं बढ़ पाती। अरबी लिपि में अरबी या फ़ारसी सीखना भारतीयों के लिए बहुत कठिन होता। वास्तव में हिंदी ही संस्कृत का जड़ काट रही है।
@@IamChidanand ओ ज्ञानी "अरबियों" को नही आती , जिस तरह तुमने बोला ऐसे "पश्टुन" पठान बोलते है जो ऐतिहासिक भारत के गांधार इलाके के रहने वाले है, दूसरी बात ऐतिहासिक रूप से सँस्कृत कभी लोक भाषा नही रही है यह केवल विद्वानों की भाषा थी जिसमे लोग शास्त्रार्थ करते थे, आम भाषा संस्कृत का अपभ्रंश और देशज भाषा का मिश्रण "पाली" बोली जाती थी, तो हिंदी ही एक मात्र भाषा है जो आज जीवित रही तो संस्कृत को बचाएगी, और लोगो पर सीधे सँस्कृत थोपी तो न हिंदी बचेगी न संस्कृत, लोग बच्चों को अंग्रेजी ही सिखाएंगे
@@shivam00668 वल्लाह, ये तुम क्या बोलती? हिंदी एक निम्न स्तर की खिचड़ी होती। खिचड़ी को भाषा नहीं बोलती। केवल संस्कृत के विषय मे बोलती, तो हिंदी स्वतः सुधर जाती। किन्तु हिंदी भाषी लोग कॉन्फ़ोर्ट जोन से बाहर नहीं आती। हिंदी फालतू होती। बुझिले बन्धु? Say No to Hindi
@Sanjeev Das खिचड़ी कलुषित होती है। भाषा नहीं। हिंदी कोई भाषा नहीं। ऐसे तो सभी भारतीय भाषा कहीं अधिक उन्नत है। पहले ये भाषा तो बने, शुद्ध हो, फिर सोच सकते हैं। वैसे कोई भी भाषा चुनलें, हिंदी से बेहतर ही है। हिंदी में कोई पर नहीं लगे हैं।।।।। फालतू भाषा
@@shivam00668 हिंदीभाषी बोलते हैं कि संस्कृत कभी बोलचाल की भाषा नहीं रही। इसीलिए I hate hindi. Dude, come out othe confort zone. सीखनी है तो सब सीखेंगे संस्कृत, बोलचाल की भाषा बनाएंगे, नहीं तो, हिंदी तो कत्तई नहीं।
सनातन धर्म है तो सनातन राष्ट्र भारत है । संसार की सबसे पुरानी व वैज्ञानिक मानव सभ्यता की रक्षा करने का उत्तरदायित्त्व प्रत्येक भारतीय का ही नहीं, संसार के प्रत्येक मनुष्य का बनता है । इसकी धर्म, संस्कृति, परम्पराओं, जीवनमूल्य, आदर्शों, नैतिकता की रक्षा करने से तथा सनातन के लोगों व उनकी एकता से ही सनातन राष्ट्र भारत है !!!
मेरी मातृ भाषा गुजराती है और राष्ट्रभाषा हिंदी है .सबको अपनी मातृ भाषा के साथ राष्ट्रभाषा आनी चाहिए राष्ट्रभाषा भारत के सभी राज्य को आनी चाहिए तभी तो हम आपस में बात कर सकेंगे
सारे भाषाओं की मातृभाषा तो संस्कृत ही है। हिंदी एक खिचड़ी एवम घटिया दर्जे की बाज़ारू भाषा है। यदि संस्कृत की बात हो तो हिंदी भाषी ही सबसे आगे रहते हैं संस्कृत के विरोधमे। कभी भी हिन्दीभाषी को संस्कृत की पैरवी करते नहीं देखेंगे। संस्कृत की बात आते ही चुप चाप ....
@@IamChidanand भाई तुम्हे ज्ञान जरूरत हे मातृभाषा सभी राज्य की अलग अलग है संस्कृत भाषा को कमजोर तुम्हारे जैसे आतंकवादी और जिहादी सोच वालो ने कमजोर किया है ....तुम्हे हिंदी से नफ़रत है तो उर्दू क्या तुम्हारे अब्बू की भाषा है ? संस्कृत सर्वोपरि है पर और रहेंगी...बाद में हिंदी आती है मेरा कमेंट सही तरीके से पढ़ले पहेले मैने ये कहा है कि सभी को वार्तलाभ करने के लिए हिंदी जरूरी है .... और हम तो संस्कृत स्कूल में कंपलसरी करने की बात करते है ...पर तुम्हारे जैसे जिहादी करने नहीं देते है .. हिंदीभाषा भी इतनी जरूरी हे जितनी मेरे लिए मेरी गुजराती
@@sunilsoni1760 भाई तुम्हारे जैसे अधकचरे धर्मभीरु लोग ही संस्कृत के शत्रु है। जैसी उर्दू वैसी ही हिंदी। दोनो खिचड़ी। उर्दू ने पाकिस्तान में पश्तो, सिन्धी भाषा को मिटाया है वैसे ही हिंदी ने भारत मे मागधी मैथिली इत्यादि को। रही बात हिंदी की तो ये जानलो की सबसे ज्यादा पांडुलिपि ओड़िया में है , उसके पश्चात तमिल। हिंदी एक खिचड़ी एवमं फालतू भाषा है जो सबपे थोपी जा रही है। वास्तविक ये है कि हिंदी ही वो भाषा जो संस्कृत का समूल नाश करके उर्दू को घुसायेगी। प्रादेशिक लिपि मे संस्कृत ही एक सूत्र मे देश को बांध सकती है एवं इससे सारे भाषाओं को विकशित होने का मार्ग बना रहेगा एवम संस्कृत भी
Gujarati meri mother tongue hai..aur hindi meri national language hai..jab desh ki bat aati hai me gujarati nai par me Hindustani hu... Jab bat apne desh ki ho har gujarati hindustani ban jata hai..
Tnx for awearing us !! Hindi ek rashtrabhasha hai jo staniy bhasa ko zinda rakte huae pure desh ko jodhti hai agar English ki jagah hindi sampark bhasha ho to deshvashi ek dusre se connect ho sakenge !! Jis tarah aatankwad ka mazheb Islam hota hai tik ussi prkar Urdu bhi bharat par topi gayi bhasha hai _ 🙏
Yes... Yahi toh baat hai...adhe pdhe likhe log hi sabse jyada iss parcharit kar rhe hai... Aur hum south or north main laad rhe h... Aur south ke temples ko todh rhe hai.. Aur hume kuch pta takh nhi chlta hai.. Basha ke karan.... Bahut achi video...💯💯💯💯
Ye wo Satya hai jiski Roshni se humara pura hindustan ek ho sakta hai, main sabhi desh premiyon se ye nivedan krta hoon ki apne aapko pehchaane or apne desh ke prati apna Sneh lutaye...........🕉️🕉️🚩🚩🙏🙏🙏
Yehi to Karan hai ki Himachal Pradesh se Waha Ki Bhashayen Lupt ho Rahi hai 😂 New generation to Waha ki language janti hi nahi Kiyunki Bacche Sikhe Kiyun Jab Apko aur Unke Future me Us Bhasha ki Jarurat nahi 😢
@@kanyakumari610 nahi hume apni regional languages aati hai, ye aapki galat fehmi hai ki hum apni bhasha bhul rahe hai...kuch ek log ho skta hai jo bhatke huye hai lekin sabhi aise nahi.....
@@humarahimachalhumarishaan6471 but census report to Yeh nahi Kehti !! Just Apna Linguistic demographic dekhna from Independence se 2011 census fir Comment Karna 😥 Tumhari bhasha kab Lupta ho jayegi Pata Bhi nahi Chalega !! Kitne Choti Bhashayen Aaj Lupta Ho gayi pata chala !! Waise Hi tumhe pata bhi Nahi chalega kab pahadi ,garhwali ,kumaoni ,kangri sab Khatma ho jayegi !! Kiyunki Hindi usko Replace kar degi !! Aap apni new generation ke Sath kon si language me Bat karte ho mostly ?? 😥
Countries which are high in innovation and cultural pride like Germany, Japan etc teach in their mother tongues and English as optional. One country one language is the need of the hour.
Hindi should be the lingua franca. And sanskrit should be the national language. My mother tongue is Bengali and respect all languages. May all problems comes to an end.
हिन्दी के सबसे बड़ा हानि इसमें ऊर्दू और अंग्रेज़ी शब्द मिलाने वाले कर रहे हैं|संस्कृतनिष्ठ हिन्दी ही वास्तविक हिन्दी है|हिन्दी को अंग्रेजी का विकल्प होना चाहिए|
Indix போன்ற சேனல்கள் தமிழ் மொழியில் இல்லாதது மிகப்பெரிய குறையே... உங்களை வளர விடமாட்டார்கள் என்பது உண்மைதான்... ஆனாலும் டெல்லி, மும்பை போன்று எங்கிருந்தாவது இயங்குங்கள்.... பல ஆண்டுகளாக உங்கள் சேனலை தொடர்ச்சியாக பார்த்துக்கொண்டு உள்ளோம்... உண்மையை மென்மையாக ஆனால் ஆணித்தரமாக கொண்டு செல்வது மிக அருமை... 🙏🙏🙏🙏👌👌💐💐💐
All my brother/sisters plz “say yes/no” who think HINDI is destroying there culture N Language etc. BCZ I PERSONALLY NEVER FELT LIKE THIS. I THINK IT'S FAR MUCH BETTER TO ACCEPT HINDI/SANSKRIT AS COMMON LANGUAGE RATHER THAN ENGLISH (foreign language). 🙏🙏🙏🙏☺☺🙏🙏
भारत बिभिधतायों का देश है यहां हर राज्यों की अपनी अपनी अलग अलग मातृभाषा है उन सभी राज्यों को एक जुट होने का काम हिंदी भाषा ही तो करती है हिंदी भाषा के कारण ही भारत को बिभिधतयों में एकता कहा जाता है हिंदी ना होती तो हम कभी किसी दूसरे राज्यों के लोगों से संपर्क नही कर पाते भारत को अखंड रखने के लिए हिंदी रारूरी है।
As a bengali myself if I had to communicate with a telugu speaking person i would rather speak in Hindi or English. But here an argument is given that why should we learn hindi because anyway we have to learn English so its better to communicate in English rather in Hindi. In my opinion Sanskrit should be our cultural and connecting language but as it is too hard to learn for most of us we can prefare to communicate in Hindi rather than any foreign language.
Correct. To add, Sanskrit in regional scripts will leave scope for regional languages to flourish with sanskrit as the mode of verbal communication at the base. The Hindi people should come out of the bollywood comfort zone and should learn to encourage others towards sanskrit and downplay Hindi else Hindi will destroy other languages of Sanskrit origin for Urdu to take over. Do not fall prey to SanskritNisht Hindi. Always say Sanskrit
@@kaushikmishra2167 yes i use because modern bengali has more number of sanskrit words than hindi because hindi speakers now dont use sanskrit words they instead use urdu, arabic or farsi words
Yeah, but why are we learning English to begin with instead of learning Hindi? Despite many peoples’ protests (I mean others, not you) Hindi bears much more similarity to other Indian languages while English bears nil similarity. Also why do people prefer connecting with the foreign countries but don’t feel the need to connect with other Indians? Isn’t that strange? Learning Indian languages instead of foreign will automatically strengthen our connection with our culture as languages have cultural aspects embedded in them that do not translate into foreign languages well or at all. And as they said in the video Hindi is a connecting language for all Indians. We should remove Persian, Arabic & Urdu influences out of it & teach all Indians kids pure Hindi from the get go until we can bring in Sanskrit. Especially since Sanskrit will not take off right now due to the targeted political resistance against it by non Hindus which is frustrating. But it’s best to work with current realities with a hope to introduce Sanskrit later & hopefully soon. That’s my 2 cents. 😊
If we learn Sanskrit many problems solved! Yah it’s hard need good teacher who can learn language with grammar!! I want to learn but only can read can’t understand meaning of scriptures
मैं ये वीडियो पूरा सुनने के बाद, सभी कॉमेंट्स को पढ़ी, फिर समझ आया कि लोग हिंदी को पसन्द नहीं करते, किसी ने अंग्रेजी से घृणा नहीं दिखाई। मैं समझती हूं कि भारत का हर कोने की भाषा एकदम अलग अलग है, जैसे यहां का मौसम एक जैसा नहीं रहता ,वैसे ही भाषा भी। हर इंसान को मन का सुकून चाहिए, चाहे वो पसन्द का खाना खाने से मिले या कुछ भी जो पसन्द हो, पर जब अलग अलग राज्यों के लोगों को एक दूसरे से दिल से समझने के लिए जुड़ने की जरूरत पड़े तो भाषा ही एक यैसा माध्यम है।। जो भाषा सबसे पुरानी है, उसे हर किसी को बोलने की पूरी छूट होनी चाहिए, किसी एक भाषा को पदवी देने की होड़ क्यों मची हुई है ? जब पूरा देश ही भाषाओं का स्कूल है तो फिर एक भाषा को ही इतना वैल्यू क्यों ? यहां अब सोचना जरुरी हो जाता है कि सबसे ज्यादा कौन सी भाषा बोली और समझी जाती है। जिस भाषा का जितना % हो वही भाषा से एक दूसरे से जुड़ने का भाषा मान लेना चाहिए।।
Every Indian should be taught in their mother tongue, hindi as secondary mandatory language till 5th, and English/Mandarin/Russian as mandatory languages from 6th to 12th. But all subjects should be taught in mother tongue only.
Mother Toungue should be given first prefrence and Hindi should be given second prefrence as a Unifying language for whole India and after all Sanskrit should be given the status of English. In this way Diversity will be maintained ; Unity will be attained ; last but not least our next generation will be Scholar because Sanskrit is a Scientific language.
We will learn global language if we willing to learn then. after age of 18 only. That decision is ours no one can force us to learn any foreign/ global language. Now a time you need to learn English for studies which is compulsory this is not good.
Govt ने हिंदी भाषा को राष्ट्रभाषा का दर्जा नही दिया है फिर भी हिंदी ही भारत की राष्ट्रभाषा है और ये बात भारत के बचे बचे जानते है। हिंदी भारत की राष्ट्रभाषा थी है और रहेगा govt मानने से ना मानने से भारत की राष्ट्रभाषा बदल नही जाएगी लोगों की बोल चाल की भाषा और देश की संपर्क भाषा को ही राष्ट्रभाषा माना जाता है। भारत लोकतंत्र देश है और यहां लोक जो मानते है वोही माना जाता
Bhojpuri should be added in our indian constitution . Urdu must be replaced by local languages of northern india. Urdu and hindi has least differences . Even 95% north indians can't read urdu scripts nor it is a global language. One bitter truth most of north indian languages are dying including my Bhojpuri
भारत के उर्दूकरण का खेल- th-cam.com/video/X9GagonP41I/w-d-xo.html
Mam, mein aapka Braj Bhasha aur Maithili ko le ke mulyankan ko galat samajhtaa hoon. Mein aap ko bataa doon ki aapki jankari keliye ki Unniswi sadi ke beech tak Bihar mein Awadhi, Maithili, Magadhi, Santhali adi bhashao ka hi prachalan tha.
Par uske baad Hindi ko waha pe sarkari taur pe shuru kiya gaya. Aaj sthiti aisa hai ki Maithili kavita path karne waale log nahi miltaa.
Jharkhand aur Bihar mein Ghatshila aur Jamshedpur jaise bahut se jagah tha jahan Bangali bhasha prachalit thi par ab vilupt hone ke kagaar pe hai.
Bangla bhasha aur Bangali pehchan Bharat ki abhinna aur apariharya ang hai. Par ye dukhad hai ki Dilli ki kendriya sarkar iska sangyan nahi le rahaa. Pura desh Pakistan ko le ke jab chintagrasth rehte hai tab kewal hum Bangali ko hi Bangladesh ka halchal pataa hota hai.
Bangla aur Bangladesh dono hi Bangali Hinduo ka hi Sanskriti aur UdBhavna. Magar pichhle 50 saalo mein Dilli sarkar baithe baithe isko Jehadiyo ke haatho mein fisalne diya. Ab unke saathe hamare culture aur bhasha ki mailkana adhikar ko le ke jujh na pad rahaa hai.
Jis Durga Puja aur Kali Puja ke bina Bangali Bhasha aur Sanskriti asampurn hai, usko Purvi Pakistan ke G hadi Shirk aur Kufr manta hai.
Hindi jaise hi Bangla Bharat ki 22 Adhikarik Bhashao mein se ek hai. Kendriya Sarkar isko le ke kab jagaruk honge aur antarashtriya star par Bangla ko samarthan denge?
South gujrat me 95-98% log hindi bol sakte hain...
🚩🙏हर जगह फैला दो ये विडियो 🙏🚩
👇👇जागो और जगाओ 👇👇
th-cam.com/video/qKs7cDlTAa0/w-d-xo.html
उर्दू का प्रचार हिंदी के माध्यम से ही सहजता से संभव है
मैं श्री अमित शाह जी धन्यवाद करता हूं कि भारत देश में हिन्दी मातृ भाषा होनी सांसद से लेकर बड़े बड़े मंचों पर हिंदी भाषा में अपनी बात रखनी चाहिए
मैं बंगाली हूँ पर मैं गर्व से हिंदी बोलती हूँ
হিন্দি বাংলার সর্বনাশ করে দেবে 😅
যেইভাবে হিন্দি উত্তর ভারতের ভাষা কে খেয়ে ফেলে ছ ঐভাবে বাঙ্গালার অস্তিত্ব কে। সেরে ফেলতে 😢
@@kanyakumari610 ब्राह्मणवाद जाति प्रथा का प्रतीक हिंदी भाषा है डीएमके का कहना है 😂😂
@@kanyakumari610 हमारे इन्ही मतभेदों के कारण आज भारत की कार्यकारी भाषा अंग्रेजी है ।गलती हमजैसो की ही है
में गुजरात से हु पर मुजे शुद्ध हिंदी लिखना बोलना अत्यधिक अच्छा लगता है
साउथ के पीपल बोगस जोर होते hh
भाई हिंदी एक ऐसी भाषा है जो हम भारतीय को एक जैसा दिखता है और हामसब में एकता बनाए रखता है
Proud brother 😘
@@REDENT96 sahi kaha ya hindi bhasa hi hame ek kar sakti he.
सनातनी बंधु , कृपया ऐसे लिखें - मैं गुजरात से हूँ , पर मुझे शुद्ध हिंदी लिखना , बोलना अत्यधिक अच्छा लगता है.
आदरणीय अमित शाह जी व मोदी जी को कोटिशः धन्यवाद।आज़ादी के समय हिंदी ने सारे भारत में सम्पर्क भाषा का कार्य किया।अर्थात हिंदी का भारत की स्वतंत्रता में पूरा योगदान था।फिर भी हिंदी को राजभाषा का स्थान मिला,पर वह राजनीति का शिकार होकर रह गयी।न्यायालयों में व सरकारी कामकाज में सब काम अंग्रेजी में ही होता है।स्थिति तभी सुधरेगी जब हिंदी को सरकारी रूप से पूर्ण स्थान प्राप्त होगा।उर्दू तो पूरी तरह से मुस्लिम तुष्टिकरण के कारण थोपी हुई भाषा है।हमारी राष्ट्र भाषा हिंदी को पूर्ण सम्मान प्राप्त हो,इसकी तो अभी भी प्रतीक्षा करनी पड़ेगी।
आदरणीय अमित शाह जी को ढेरों नमन।वह बहुत दूरदर्शी हैं।वैसे भी हिंदी ने तो स्वतंत्रता संग्राम में सम्पर्क भाषा के रूप में सारे देश को एकता के स्वरूप में पिरोया था।यह हमारी स्वतंत्रता की भाषा है।हिंदी का सम्मान व प्रयोग करना आवश्यक है।
मैं एक मराठी हूं और इसका मुझे गर्व भी है किंतू भारत राष्ट्र की अखंडता के लिए मैं हिंदी का स्विकार करता हुं
जय माँ भारती
आप ने बिल्कुल सही कहा
पर ये तामिल साउथ वाले लोग हिंदी और हिंदी बोलने वालो का विरोध कर रहे है
साउथ वाले अंग्रेजी को अनाएगे और भारत की हिंदीभाषा को गाली देते है....ये है साउथ वालो का असली रूप ..
जय श्री कृष्ण..!!
मिशनरियों ने समाज में अविश्वास पैदा किया है। बाक़ी कोई समस्या नहीं है।
🙏
लाभले आम्हास भाग्य बोलतो मराठी
आणि फक्त मराठी ना हिंदी ना इंग्रजी
@@p.limbunkar3077 અને હું ગુજરાતી છું અને ખાલી હિન્દી અને ગુજરાતી બોલું છું , ના મરાઠી ના ઇંગ્લિશ ના ઉર્દૂ
मैं आपसे पूर्णतः सहमत हूं , स्थानीय भाषा ही सर्वोपरि होनी चाहिए अर्थात जब दो व्यक्ति एक स्थान के हो तो उन्हे अपने राज्य भाषा में ही वार्ता करनी चाहिए परंतु जब दो भिन्न राज्यो के लोग मिले तो आज के परिवेश में हिंदी ही उत्तम विकल्प है और संभवतः भविष्य में संस्कृत पुनः जीवित हो , परंतु अभी हिंदी आवश्यक है ।। 👍👍
💯
हिंदी के बदले, प्रादेशिक लिपि में संस्कृत को प्रोत्साहन देना चाहिए। जिससे, प्रादेशिक साहित्य भी बची रहे एवम संस्कृत को राष्ट्रीय भाषा घोषित किया जा सके। हिंदी पहले तो बाकी सारे भाषाओं को नष्ट करदेगी फिर, उर्दू को समय नहीं लगेगा हिंदी को समाप्त करने में। ये हिंदी भाषियों का कर्त्तव्य है हिंदी को संस्कृतनिष्ठ करना
@@IamChidanand वर्तमान समय संस्कृत भाषा के लिए उचित नही है अर्थात कोई अभी इसे अपना नही सकता कारण की कोई जानता ही नहीं संस्कृत ।।
परंतु संस्कृतनिष्ठ हिंदी वर्तमान समय की आवश्यकता है ।।
मैं प्रतिदिन प्रयास करता हूं की हिंदी में उर्दू का उपयोग न करू और मैं इसमें पारंगत भी हो रहा हूं ।।
@@rajesh0506kumar जानने को तो अरब भी हिंदी जानती, तुमको पता होती? बॉलीवुड हिंदी नही है। ऐसे तो बंगाली सबको पता है, कोई भी भारतीय मूल की भाषा हो शुद्ध शब्द तो संस्कृति से ही उद्धृत / अपभ्रंश है। उचित तो हिंदी कत्तई नहीं है। इसका जन्म ही खिचड़ी है। रही बात संस्कृत की तो, एक पीढ़ी के लिए अनिवार्य करदो, आगे सबकी मातृभाषा बन जाएगी। संस्कृत का सबसे बड़ा शत्रु हिंदी ही है। जैसे ही संस्कृत की बात करो पीछे हट जाते हैं। और बाकी सबको ज्ञान देने लग्जाते हैं। ये सच्चाई नहीं बोलते हैं कि बहुत हो चुका हिंदी। संस्कृत ही आगे बढाओ/पढ़ाओ ताकि हिंदी भी सुरक्षित रहे। संस्कृत निष्ठ बनाना एक जुमला है। अपने कॉन्फ़ोर्ट जोन से बाहर निकलें। हिंदी को रोकें। नहीं तो वास्तविकता आजकल के पाठ्य पुष्टकों में दिखजायेगा। भाई चारे को रोकना असंभव है।
@@IamChidanand मित्र देखिए संभवतः हिंदी एक मिश्रित भाषा है परंतु आपको बस उर्दू और अरबी भाषा के शब्दो से ही मुक्त होना है , सर्वप्रथम हम उर्दू मुक्त हिंदी ही अच्छे से बोल ले वही बहुत है तथा संस्कृत का प्रचार करते रहे साथ ही विद्यालयों में संस्कृत पर बल दिया जाए तो स्वतः ही संस्कृत अग्रसर हो जायेगी ।।
आज का परिवेश क्या है आपको नही पता क्या संस्कृत को अनिवार्य करने निकलोगे तो दूसरे पंथों के लोग उर्दू अनिवार्य करने को कहने लगेंगे तो थोड़ा विवेक से काम लीजिए ।।
और हां हिंदी शत्रु तो कदापि नहीं है ।।
मैं ज्ञान नही दे रहा , आपके इस लेख में ही उर्दू और अंग्रेजी के शब्द है और संस्कृत बोलने को कह रहे हो , मित्र थोड़ा प्रयोगात्मक बात कीजिए वर्तमान स्थिति को देखते हुए ।।
ऐसा न हो की आप संस्कृत भाषा के लिए हिंदी भी छुड़वा दे और लोग उर्दू पकड़ ले क्योंकि उर्दू भी अपने पैर पसार रहा है ।।
संस्कृत भाषा ही अंतिम लक्ष्य है परंतु ये पथ हिंदी से ही होकर पहुंचेगा ।।
सर्वप्रथम हम सब भारतीय हिंदी को शुद्ध करले यही उचित है ।।
अदभूत परन्तु १००% सत्य
अद्भुत! सत्य को उजागर करनेवाला, दृष्टिकोण बदल देनेवाला वीडियो ।
आधर्णीय अमित शाःजी के हिंदी भाषा के लिए योगदान सराहनीय है. मैं भी कभी वोमिटपन्तीयों के बातों में आ कर हिंदी व संप्रदायों से बिना कारण घृणा करने लग गया था...इस घृणा कि मनोभाव से मैंने बहुत कुछ खोया.
मैं छत्तीसगढ़ से हूँ, और छत्तीसगढ़ी मेरी राज्य भाषा है,और हिंदी मेरी राष्ट्र भाषा है,और जो राष्ट्र भाषा का विरोधी है,वो निश्चित ही राष्ट्र विरोधी है😠,जय हिंद✊✊
Bharat ki koi raastrabhasa ni hai..ha hindi pakistan ki raastrabhasa hai
Wahi to bhai hm north me itne population wale log hamre yaha bhi haryanvi,Punjabi,Rajasthani,up,bihari,Bengali,Assamese,kashmiri,gujrati regional language hh pr hmne kbhi bhi hindu ko hate nhi kiya pr ye south ke anpadh log Hindi se itna jalte hh ki koi hisaab nhi
AapneSahi kaha bhai ji 🙏🏻
Bharat main koi rastra bhasa nai hain.
@@purubiya Hindi aur Urdu me antar hai mere bhai
सही बात है 100 प्रतिशत सही बात है भारत में कई भाषाएं हैं लेकिन हिंदी एक ऐसी भाषा है जो पूरे भारत में एक या दूसरे राज्य में वार्तालाप करने में बहुत ही काम आती हैं
I am from south. Hindi is very important. I know hindi but I never forget telugu!
Who said you should forget Telugu? Telugu is more closer to Sanskrit. Telugu cinema will rule India.
I am from Bihar. Stayed in Hyderabad for 6 years and learnt telugu. Mother tongue first. The next priority is hindi.
@@IndixOnline south wokes to boycott Hindi. They inject fake tough in people that "if u learn Hindi u will forget u r mother tongue".
@@IndixOnline i am not saying i will not forget telugu, i am saying that after learning hindi i did not forget telugu as south wokes say.
I am from Northeast Assam and I believe that Hindi is the national language and everyone should speak it too. that doesn't mean i stop speaking my mother tongue
मुझे अपनी हिंदी भाषा बहुत अच्छी लगती है।
भारत की राष्ट्रीय भाषा संस्कृत को बनाना चाहिए।
मेरी मातृ भाषा "अवधि" (UP) है , किंतु हिंदी को मैं राष्ट्रीय भाषा मान सम्मान देता हूँ, क्योंकि देश मे हिंदी ही एक मात्र भाषा है जो हमे दूसरे भारतीय राज्य के लोगो से बात करने की सुविधा देती है, वरना तमिल, तेलगु, कन्नड़ की तरह देश से कटे ही रहते
साउथ पीपल mindwashed by Christians missionary so that's why this fools hate Hindi..
We north india never complained
Hindi national language nhi h 🙄🙄
@@userfghnnn तो मैंने कब बोला हिंदी राष्ट्र भाषा है ? मैं बोल रहा मैं हिंदी को राष्ट्र भाषा जैसा सम्मान देता हूँ, क्योंकि वर्तमान भारत की 95% जनसँख्या हिंदी समझ लेती है, और 90% जनसँख्या हिंदी बोल लेती है, तो देश को एक सूत्र में बांधने की क्षमता केवल हिंदी में है बाकी किसी भाषा मे नही।
इतिहास उन्हीं का जीवित रहता है, जिनकी भाषा जीवित रहती है
- स्टीफेन स्प्लेंडर
"योग" को जब यूरोप-अमरीका में पहचान मिली, उसके बाद भारत के लोग भी उसका महत्व समझने लगे। हिन्दी के बारे में भी वही बात है। संयुक्त राष्ट्र में मान्यता मिलने के बाद भारत के लोग भी हिन्दी के प्रति सम्मान दिखाना और व्यवहार करना आरंभ का देंगे। भाषा एक एसेट्स है,दुसरे लोगों से interact करने का 85% भारत मे सर्वाधिक रूप समझने व बोलने मे हिंदी सहज भाषा है,अधिकांश सभी क्षेत्रीय भाषाओ मे हिंदी के बहुत से शब्द घुल मिल गए है। हमारी सबकी प्यारी न्यारी हिंदी ।।🎈🎈🌍 Global पहचान बनाएगी ।
जय भारत 🇮🇳
जय दुर्गा माता की 🙏🚩🕉️
हर हर महादेव 🚩🙏🕉️
जय श्री राम 🚩🙏🕉️
जय श्री कृष्णा 🚩🙏🕉️
जय सत्य सनातन धर्म 🚩🙏🕉️
जय हिन्द वन्दे मातरम 🇮🇳🙏
जय महाराणा प्रताप की 🚩🙏
जय छत्रपति शिवाजी महाराज की 🚩🙏
हिंदी के आलोक में यह कहना अनुचित नहीं होगा कि विश्व की सुन्दरतम भाषा एकमात्र यही है।
जय भारत! जय हिंदी!
Why do we use English in every field of India? *(Why do we need English)*
1) India is a *"multilingual"* country & we have a different language family's *(Indo-european, Dravidian, indo-iranian sino-tibetan, Tibeto-burman, Semitic, astro-asiatic Etc..)* & India has no _-national language-_ or any _-monolingual policy-_ the country of India is a *"union system'* and "all languages are respected equally"
2) Only English is recognized and used as the *"2nd administrative language"* in all states of India. (After their state's official language)
3) English is the only language used in all fields of India *(science, technology, research, education, medical, business, job field, information, space field, Navy, etc..)*
4) India is mostly dependent on *"foreign income"* & So we need English in the field of 'business' and 'workplace'
5) English is emerging as the future *"lingua franca"* of India and the World
6) English is *"indispensable"* and giving more value to "English" after our "State office language" is also good for our financial empowerment.
7) Yes there is a language problem in India! So English has grown and is growing as a language to solve that problem, This is the reality! It is better to accept reality and at the same time all the languages of India should be respected equally
@@dontbeafraidimhere5421 भारत की केवल एक ही भाषा है, that's called Sanskrit but due to the change in scenario or traditional behavior it got named as Holy language...... and the one thing I would like to say that Hindi is a form of sanskrit as in western countries English is a form of Latin. By all means A country can have only single language as its mother tounge because Mother is mother, mother is only one, no one else can take her status.
बहुत ही अच्छी विडियो। हिंदी वास्तव में संपर्क भाषा है। हिंदी कभी भी किसी के उपर थोपी नहीं जा सकती।
Urdu ke virudhdh aapki saare baaton ka sampurn aur hriday se samrathan👍👍👍 Urdu Islami samrajyawaad ka Bhasha hai. Isko jad se ukhara jaai
यह भी देख सकते हैं- th-cam.com/video/X9GagonP41I/w-d-xo.html
मे West Bengal का हू। मेरे पहले पसंद हिंदी हे।
Nhi bhai, apni matrubhasha bangla ko pratham sthan dein, doosre sthan pe hindi ko rakhein. Matrubhasha sarvopari, fir hindi.
Wahi naa north me bhi south se jada regional language hh tapar bhi maximum ko hindi hi bolna aasan odta hh
I am from Northeast Assam and I believe that ♥️Hindi ❤️is the national language and everyone should speak it too. that doesn't mean i stop speaking my mother tongue
Jai Hind 🇮🇳♥️
Jay Hind 🇮🇳
@@dobetter02 Jai Hind 🇮🇳♥️
It's not about speaking mother tongue, removing mother tongue from syllabus.
Do north east people have their languages in their school.
@@Me-yc1hc every state have their mother language's subject.
Same thinking bhai ji 🙏🏻👍🏻
हिंदी तन मन,हिंदी जीवन, रग रग हिंदी मेरा परिचय।
Yes, it's 100% 👍
IT'S ABSOLUTELY TRUE 👍 💯 🙌 👌
बड़ी ही विनम्रता के साथ निवेदन है कि बैकग्राउंड म्यूजिक की आवश्यकता नहीं है। आपका तो एक-एक शब्द, एक-एक वाक्य, युग सृष्टा की ध्वनि उत्पन्न करता है। अन्य ध्वनियां इसमें व्यवधान ही पैदा करती हैं।
ब्रह्माण्ड के शाश्वत सत्य "सनातन" के कर्ज़ और फ़र्ज़ रूपी दायित्व का आप बहुत ही बेबाकी से निर्वहन कर रहे हैं। इस समूचे चराचर जगत का सारा प्रेम, सारी शुभकामनाएं आपको निरन्तर गतिशीलता प्रदान करती रहें।
धन्यवाद। म्यूजिक के बिना भी वीडियो ठीक नहीं लगते। आपकी बात सही है कि इस वीडियो में म्यूजिक का लेवल कुछ अधिक है। आगे से इसका ध्यान रखेंगे।
@@IndixOnline आप सदैव ही अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत करते हैं। प्रेममयी सुझावों के प्रति सामंजस्य हेतु अभिनंदन !💐💐
यदि आप दैनिक भास्कर पढ़ेंगे जो तथाकथित "हिंदी" समाचार-पत्र है तो पाएंगे कि वह देवनागरी लिपि में छपा उर्दू अख़बार है। "वेतन", "वृद्धि", "कारण" आदि जैसे आसान शब्दों के स्थान पर भी "तनख़्वाह", "इज़ाफ़ा" या "वजह" जैसे शब्द लिखे जाते हैं।
सभी हिंदी समाचार पत्रों और चैनलों की यही स्थिति है। यह सब सोच-समझकर षड्यंत्र के अंतर्गत किया गया है।
शुद्ध हिंदी कुठेही ऐकायला मिळत नाही
संस्कृतोतभव हिंदी जाऊन उर्दूमिश्रित हिंदी ताटात आली आहे..
@@zadauntalks Saral matlab Arabic ya Persian bana do Hindi ko?
@@zadauntalks हिंदी सरल ही है आप थोड़ा इस ओर ध्यान दीजिए ।।
@@RadiantFractal शत प्रतिशत सत्य कहा मित्र ।। वर्तमान समय के मीडिया संस्थान भी उर्दू निष्ठ होते जा रहे है ।।
हिन्दी हमारी मातृ भाषा 🙏🙏
हिंदी भाषा पूरे राष्ट्र को एक सूत्र में बांधने का कार्य करती है इसी कारण हमारी राष्ट्रीय भाषा हिंदी है.
Hindi is not national language please check Constitution
भोजपुरिया हूँ ( पूर्वांचल )
फिर भी हिंदी को ही महत्वता दूंगा |
🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩
महत्व देना ही चाहिए, लेकिन मातृभाषा भोजपुरी है।
@@IndixOnline Bilkul
Hindi chahe angrezi ke jaun deve ke ba dihiya , baakir e baat yaad rakhiha hindi/angrezi tohra la bhojpuri ke baad ba. Bhojpuri maaibhasa ha.
Bhojpuri bhasa hai ya Boli hai
@@Doigrung Bhasha
Sanskrit should be the national language, people must be encouraged to learn Sanskrit properly. Dr. Subramanian Swamy always promotes the Dev-Bhasa, because its' not about our culture and creed alone, but it is the most perfect language in the whole world
हिन्दी देश की राजभाषा और संपर्क भाषा हैं।
हिन्दी विरोधियों को भी दुसरे राज्यों के लोगों से हिन्दी में ही संवाद करना पड़ता हैं।
हिन्दी को किसी के दयाभाव की आवश्यकता नहीं। विश्व की पांच बड़ी भाषाओं में स्थान रखने वाली हिंदी भाषा लगातार अपना विस्तार और विकास कर रही हैं।
अब रही बात हिन्दी विरोध की,वह तो तब भी होता रहेगा अगर हिन्दी विश्व की प्रथम भाषा बन जाएगी।
अगर हिन्दी विरोधी हिन्दी का विरोध नहीं करेंगे,तो जीवित कैसे रहेंगे,इनकी तो भुखोमर मृत्यु हो जाएगी।
आपकी प्रत्येक वीडियो बहुत ही ज्ञानवर्धक होती है🙏🙏
Bohot badhiya video bnate h
Ye video kitna achha hai aur aapki aawaj boht pyari
Kasam se ye video sabhi bharatiyon ko dekhna chahiye
Bahut hi mahatvapurn tathya hai
आपकी विश्लेषण बहुत सुंदर है दीदी ।।। यह सब मुझे पहले से भी पता थी अगर आपने बहुत अच्छी तरीके से बताया ☺️।। मैं खुद पश्चिम बंगाल में रहता हूं मैने बंगाली माध्यम में शिक्षा ग्रहण कर रहा हूं एके उपरांत थी मुझे शुद्ध सुध हिंदी आता है ।। मेने ओड़िया , कन्नड़ और सस्कृत भी सीखा हू।। मैं हमेशा से यह मानता हु के हम सब भारतीय को जितना सिख सखे उनता विभिन्न भारतीय भाषा सिंखिनी चाहिए 🙂।।
Right जागो हिन्दू जागो इस्लाम और ईसाई मुक्त भारत और समस्त विश्व हो जय श्री राम जय श्री कृष्ण जय मां भवानी हर हर महादेव 🙏🕉️⚔️🚩🚩🚩🚩
Mey bangali hun lekin bharat me 100 se jada bhasha hoga lekin enme se Hindi bolna achha lagta he 🇮🇳🙏
मैं घर में अपनी मातृभाषा का उपयोग करता हूं और बाहर हिंदी में बात करता हूं दोस्तों से मैं गुजरात में रहता हूं गुजराती भी बोलता हूं हिंदी भी बोलते और भोजपुरी बोलता हूं
पहली पुस्तक हिंदी में लिखने वाले महामानव दयानंद सरस्वती जी थे जो स्वयं गुजरात मुल से थे ।
Boycott Hindi
@@Mahishasur 🤣🤣🤣🤣🤣
@@krishnabanna2994 I will
भाई हिंदी एक ऐसी भाषा है जो हम भारतीय को एक जैसा दिखता है और हामसब में एकता बनाए रखता है
@@Mahishasur भाई हिंदी एक ऐसी भाषा है जो हम भारतीय को एक जैसा दिखता है और हामसब में एकता बनाए रखता है
प्रत्येक भारतवासी को
3 भाषाओं का ज्ञान होना चाहिए
हिंदी
इंग्लिश
और अपनी लोकल भाषा
And how many non hindi people learn other indian language
@anant Any language is learned out of necessity. The people who live in the state should learn the language of that state. What is the controversy about this?
No every non hindi states should learn 3 languanges but hindi states learn only two languanges what type of hypocrisy it is?
@@banty6350 there is no Hindi speaking state , most of the northern states have their own languages the govt. Must uplift those languages don't blubber like a stupid
@@wbfootball1211 yes that's true.
I am proud haryanvi but I think shudh Hindi allowed me to understand and connect with every indian language 🇮🇳📜
Not every language brother, south indian languages are dravidian varieties it has a huge distant from hindi, punjabi, gujarathi, marathy, bengali,....
हिंदी आधुनिक समाज में अधिकांश लोग बोलते हैं, अंग्रेज बनने के चक्कर में अपनी ही जड़ें उखड़ रहे हैं। क्या संस्कृत को उसका सम्मान मिलेगा। प्राचीन भारत में संस्कृत अखंड भारत की लिखित और मौखिक भाषा थी।
जी नहीं। हिंदी भाषी इसी भ्रम से बाहर निकलें। ऐसे तो हिंदी अरबों को भी आती। ये तुम क्या बोलती? वल्लाह हम को कुछ नहीं समझमे आती। हिंदी नहीं होती तो उर्दू इतना आगे नहीं बढ़ पाती। अरबी लिपि में अरबी या फ़ारसी सीखना भारतीयों के लिए बहुत कठिन होता। वास्तव में हिंदी ही संस्कृत का जड़ काट रही है।
@@IamChidanand ओ ज्ञानी "अरबियों" को नही आती , जिस तरह तुमने बोला ऐसे "पश्टुन" पठान बोलते है जो ऐतिहासिक भारत के गांधार इलाके के रहने वाले है, दूसरी बात ऐतिहासिक रूप से सँस्कृत कभी लोक भाषा नही रही है यह केवल विद्वानों की भाषा थी जिसमे लोग शास्त्रार्थ करते थे, आम भाषा संस्कृत का अपभ्रंश और देशज भाषा का मिश्रण "पाली" बोली जाती थी, तो हिंदी ही एक मात्र भाषा है जो आज जीवित रही तो संस्कृत को बचाएगी, और लोगो पर सीधे सँस्कृत थोपी तो न हिंदी बचेगी न संस्कृत, लोग बच्चों को अंग्रेजी ही सिखाएंगे
@@shivam00668 वल्लाह, ये तुम क्या बोलती? हिंदी एक निम्न स्तर की खिचड़ी होती। खिचड़ी को भाषा नहीं बोलती। केवल संस्कृत के विषय मे बोलती, तो हिंदी स्वतः सुधर जाती। किन्तु हिंदी भाषी लोग कॉन्फ़ोर्ट जोन से बाहर नहीं आती। हिंदी फालतू होती। बुझिले बन्धु? Say No to Hindi
@Sanjeev Das खिचड़ी कलुषित होती है। भाषा नहीं। हिंदी कोई भाषा नहीं। ऐसे तो सभी भारतीय भाषा कहीं अधिक उन्नत है। पहले ये भाषा तो बने, शुद्ध हो, फिर सोच सकते हैं। वैसे कोई भी भाषा चुनलें, हिंदी से बेहतर ही है। हिंदी में कोई पर नहीं लगे हैं।।।।। फालतू भाषा
@@shivam00668 हिंदीभाषी बोलते हैं कि संस्कृत कभी बोलचाल की भाषा नहीं रही। इसीलिए I hate hindi. Dude, come out othe confort zone. सीखनी है तो सब सीखेंगे संस्कृत, बोलचाल की भाषा बनाएंगे, नहीं तो, हिंदी तो कत्तई नहीं।
Hindi Hamari Matrabhasha hai
Mujhe apne matrabhoomi se
Payer hai 🚩🚩🚩🚩
मै तेलंगाना से हूँ मुझे हिंदी बोलना लिखना अच्छा लगता हैं.. 🙏🙏🦚🙏🙏
आपको काशी में बहुत सारे लोग मिलेंगे जिन्हें तेलुगु बहुत अच्छी आती है।
सनातन धर्म है तो सनातन राष्ट्र भारत है । संसार की सबसे पुरानी व वैज्ञानिक मानव सभ्यता की रक्षा करने का उत्तरदायित्त्व प्रत्येक भारतीय का ही नहीं, संसार के प्रत्येक मनुष्य का बनता है । इसकी धर्म, संस्कृति, परम्पराओं, जीवनमूल्य, आदर्शों, नैतिकता की रक्षा करने से तथा सनातन के लोगों व उनकी एकता से ही सनातन राष्ट्र भारत है !!!
STOP URDU IMPOSITION in the name of Hindi.
I'm bengali but I wants Sanskrit. Sanskrit should be Revive now.❤️🔥❤️
200 sal lag jayengi
अमित शाह और अटल जी पर गर्व है।
मातृ भाषा कोई भी हो पर एक राष्ट्रीय भाषा होनी चाहिए. ❣️
मेरी मातृ भाषा गुजराती है और राष्ट्रभाषा हिंदी है
.सबको अपनी मातृ भाषा के साथ राष्ट्रभाषा आनी चाहिए
राष्ट्रभाषा भारत के सभी राज्य को आनी चाहिए तभी तो हम आपस में बात कर सकेंगे
Right
100 %sachu
सारे भाषाओं की मातृभाषा तो संस्कृत ही है। हिंदी एक खिचड़ी एवम घटिया दर्जे की बाज़ारू भाषा है। यदि संस्कृत की बात हो तो हिंदी भाषी ही सबसे आगे रहते हैं संस्कृत के विरोधमे। कभी भी हिन्दीभाषी को संस्कृत की पैरवी करते नहीं देखेंगे। संस्कृत की बात आते ही चुप चाप ....
@@IamChidanand भाई तुम्हे ज्ञान जरूरत हे
मातृभाषा सभी राज्य की अलग अलग है
संस्कृत भाषा को कमजोर तुम्हारे जैसे आतंकवादी और जिहादी सोच वालो ने कमजोर किया है ....तुम्हे हिंदी से नफ़रत है तो उर्दू क्या तुम्हारे अब्बू की भाषा है ?
संस्कृत सर्वोपरि है पर और रहेंगी...बाद में हिंदी आती है
मेरा कमेंट सही तरीके से पढ़ले पहेले मैने ये कहा है कि सभी को वार्तलाभ करने के लिए हिंदी जरूरी है ....
और हम तो संस्कृत स्कूल में कंपलसरी करने की बात करते है ...पर तुम्हारे जैसे जिहादी करने नहीं देते है ..
हिंदीभाषा भी इतनी जरूरी हे जितनी मेरे लिए मेरी गुजराती
@@sunilsoni1760 भाई तुम्हारे जैसे अधकचरे धर्मभीरु लोग ही संस्कृत के शत्रु है। जैसी उर्दू वैसी ही हिंदी। दोनो खिचड़ी। उर्दू ने पाकिस्तान में पश्तो, सिन्धी भाषा को मिटाया है वैसे ही हिंदी ने भारत मे मागधी मैथिली इत्यादि को। रही बात हिंदी की तो ये जानलो की सबसे ज्यादा पांडुलिपि ओड़िया में है , उसके पश्चात तमिल। हिंदी एक खिचड़ी एवमं फालतू भाषा है जो सबपे थोपी जा रही है। वास्तविक ये है कि हिंदी ही वो भाषा जो संस्कृत का समूल नाश करके उर्दू को घुसायेगी। प्रादेशिक लिपि मे संस्कृत ही एक सूत्र मे देश को बांध सकती है एवं इससे सारे भाषाओं को विकशित होने का मार्ग बना रहेगा एवम संस्कृत भी
PADAM SHRI AWARD FOR THE TEAM OF INDIX ONLINE
Bahut acchca sandesh hai
संपूर्ण सहमत! 🙏 🚩 👍 💐
I also agree that, we need one language to unite all Indians. But instead of imposing, we should take the path of incentive and achieve this.
भाई हिंदी एक ऐसी भाषा है जो हम भारतीय को एक जैसा दिखता है और हामसब में एकता बनाए रखता है
Gujarati meri mother tongue hai..aur hindi meri national language hai..jab desh ki bat aati hai me gujarati nai par me Hindustani hu...
Jab bat apne desh ki ho har gujarati hindustani ban jata hai..
Tnx for awearing us !!
Hindi ek rashtrabhasha hai jo staniy bhasa ko zinda rakte huae pure desh ko jodhti hai agar English ki jagah hindi sampark bhasha ho to deshvashi ek dusre se connect ho sakenge !!
Jis tarah aatankwad ka mazheb Islam hota hai tik ussi prkar Urdu bhi bharat par topi gayi bhasha hai _ 🙏
Thank you very much Indix online . You're doing a great job . 👏
🙏🙏🚩🚩श्री राम जय राम जय जय राम 🚩🚩🙏🙏
🙏🙏🙏🚩🚩🚩हर हर महादेव 🚩🚩🚩🙏🙏🙏
🙏🙏हिन्दु राष्ट्र और हिन्दी भाषा 🙏🙏
Means ur opinion non hindi people are outsider
देश मे तीन शुत्रीय फार्मूला होना चाहिए मातृभाषा + हिंदी + अन्य भारतीय भाषा और भाड़ में जाये अंग्रेजी
👌
Yes... Yahi toh baat hai...adhe pdhe likhe log hi sabse jyada iss parcharit kar rhe hai... Aur hum south or north main laad rhe h... Aur south ke temples ko todh rhe hai.. Aur hume kuch pta takh nhi chlta hai.. Basha ke karan.... Bahut achi video...💯💯💯💯
अंग्रेजी मात्र एक भाषा है और हिंदी हमारी मातृ भाषा है 👍
Mam apki awaz se sukoon milta hai
Ye wo Satya hai jiski Roshni se humara pura hindustan ek ho sakta hai, main sabhi desh premiyon se ye nivedan krta hoon ki apne aapko pehchaane or apne desh ke prati apna Sneh lutaye...........🕉️🕉️🚩🚩🙏🙏🙏
Yehi to Karan hai ki Himachal Pradesh se Waha Ki Bhashayen Lupt ho Rahi hai 😂
New generation to Waha ki language janti hi nahi Kiyunki Bacche Sikhe Kiyun Jab Apko aur Unke Future me Us Bhasha ki Jarurat nahi 😢
@@kanyakumari610 nahi hume apni regional languages aati hai, ye aapki galat fehmi hai ki hum apni bhasha bhul rahe hai...kuch ek log ho skta hai jo bhatke huye hai lekin sabhi aise nahi.....
@@humarahimachalhumarishaan6471 but census report to Yeh nahi Kehti !! Just Apna Linguistic demographic dekhna from Independence se 2011 census fir Comment Karna 😥
Tumhari bhasha kab Lupta ho jayegi Pata Bhi nahi Chalega !! Kitne Choti Bhashayen Aaj Lupta Ho gayi pata chala !! Waise Hi tumhe pata bhi Nahi chalega kab pahadi ,garhwali ,kumaoni ,kangri sab Khatma ho jayegi !!
Kiyunki Hindi usko Replace kar degi !! Aap apni new generation ke Sath kon si language me Bat karte ho mostly ??
😥
सही कहा हमारे देश में अग्रेजी और ऊर्दु को महतव नही देना चाहिए |
Countries which are high in innovation and cultural pride like Germany, Japan etc teach in their mother tongues and English as optional. One country one language is the need of the hour.
English hindi se jyda behtar aur hum sab logo ko roz videshi logo se hi kaam padta hai. Bina english ke kaam nahi hoga.
@@REBELION_D wah re angrej ke chode
@@REBELION_D Baat to tu aise kar raha hey jaise tu bada corporate chala raha hey .
True video,,,..love from Gujarat 👍♥️
Hindi should be the lingua franca. And sanskrit should be the national language. My mother tongue is Bengali and respect all languages. May all problems comes to an end.
💯
हिन्दी के सबसे बड़ा हानि इसमें ऊर्दू और अंग्रेज़ी शब्द मिलाने वाले कर रहे हैं|संस्कृतनिष्ठ हिन्दी ही वास्तविक हिन्दी है|हिन्दी को अंग्रेजी का विकल्प होना चाहिए|
Mayne Tripura se ho, Bangali ho,magar Bharatio ho pehele, I Love Hindi.
Good work aisa hi kaam krte rhi or GAYAN Dete rahiye🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
हिन्दी भारत की पहचान है
🙏🏽🙏🏽🙏🏽 Naman Amit sahaji 🙏🏽🙏🏽🙏🏽🙏🏽🙏🏽🙏🏽 jai jagannath jai shree ram jai jai hanuman 🙏🏽🙏🏽🙏🏽 thanks guru behen aapne bilkul sahi kaha hai 🙏🏽🙏🏽🙏🏽🙏🏽🙏🏽🙏🏽🙏🏽
Sahi bol Rahi hai aap 👍🏻💯
Indix போன்ற சேனல்கள் தமிழ் மொழியில் இல்லாதது மிகப்பெரிய குறையே... உங்களை வளர விடமாட்டார்கள் என்பது உண்மைதான்... ஆனாலும் டெல்லி, மும்பை போன்று எங்கிருந்தாவது இயங்குங்கள்.... பல ஆண்டுகளாக உங்கள் சேனலை தொடர்ச்சியாக பார்த்துக்கொண்டு உள்ளோம்... உண்மையை மென்மையாக ஆனால் ஆணித்தரமாக கொண்டு செல்வது மிக அருமை... 🙏🙏🙏🙏👌👌💐💐💐
All my brother/sisters plz “say yes/no” who think HINDI is destroying there culture N Language etc.
BCZ I PERSONALLY NEVER FELT LIKE THIS. I THINK IT'S FAR MUCH BETTER TO ACCEPT HINDI/SANSKRIT AS COMMON LANGUAGE RATHER THAN ENGLISH (foreign language).
🙏🙏🙏🙏☺☺🙏🙏
Excellent Video
संस्कृत को भारतीय राष्ट्रीयभाषा घोषित किया जाये
भारत बिभिधतायों का देश है यहां हर राज्यों की अपनी अपनी अलग अलग मातृभाषा है उन सभी राज्यों को एक जुट होने का काम हिंदी भाषा ही तो करती है हिंदी भाषा के कारण ही भारत को बिभिधतयों में एकता कहा जाता है हिंदी ना होती तो हम कभी किसी दूसरे राज्यों के लोगों से संपर्क नही कर पाते भारत को अखंड रखने के लिए हिंदी रारूरी है।
Bahut hi badhya explanation
Bahut.achcha.ji
As a bengali myself if I had to communicate with a telugu speaking person i would rather speak in Hindi or English.
But here an argument is given that why should we learn hindi because anyway we have to learn English so its better to communicate in English rather in Hindi.
In my opinion Sanskrit should be our cultural and connecting language but as it is too hard to learn for most of us we can prefare to communicate in Hindi rather than any foreign language.
Correct. To add, Sanskrit in regional scripts will leave scope for regional languages to flourish with sanskrit as the mode of verbal communication at the base. The Hindi people should come out of the bollywood comfort zone and should learn to encourage others towards sanskrit and downplay Hindi else Hindi will destroy other languages of Sanskrit origin for Urdu to take over. Do not fall prey to SanskritNisht Hindi. Always say Sanskrit
You can use Sanskritnishth Hindi unlike Urduaized Hindi
@@kaushikmishra2167 yes i use because modern bengali has more number of sanskrit words than hindi because hindi speakers now dont use sanskrit words they instead use urdu, arabic or farsi words
Yeah, but why are we learning English to begin with instead of learning Hindi? Despite many peoples’ protests (I mean others, not you) Hindi bears much more similarity to other Indian languages while English bears nil similarity.
Also why do people prefer connecting with the foreign countries but don’t feel the need to connect with other Indians? Isn’t that strange?
Learning Indian languages instead of foreign will automatically strengthen our connection with our culture as languages have cultural aspects embedded in them that do not translate into foreign languages well or at all.
And as they said in the video Hindi is a connecting language for all Indians. We should remove Persian, Arabic & Urdu influences out of it & teach all Indians kids pure Hindi from the get go until we can bring in Sanskrit. Especially since Sanskrit will not take off right now due to the targeted political resistance against it by non Hindus which is frustrating. But it’s best to work with current realities with a hope to introduce Sanskrit later & hopefully soon. That’s my 2 cents. 😊
If we learn Sanskrit many problems solved! Yah it’s hard need good teacher who can learn language with grammar!! I want to learn but only can read can’t understand meaning of scriptures
मैं ये वीडियो पूरा सुनने के बाद, सभी कॉमेंट्स को पढ़ी, फिर समझ आया कि लोग हिंदी को पसन्द नहीं करते, किसी ने अंग्रेजी से घृणा नहीं दिखाई।
मैं समझती हूं कि भारत का हर कोने की भाषा एकदम अलग अलग है, जैसे यहां का मौसम एक जैसा नहीं रहता ,वैसे ही भाषा भी।
हर इंसान को मन का सुकून चाहिए, चाहे वो पसन्द का खाना खाने से मिले या कुछ भी जो पसन्द हो, पर जब अलग अलग राज्यों के लोगों को एक दूसरे से दिल से समझने के लिए जुड़ने की जरूरत पड़े तो भाषा ही एक यैसा माध्यम है।। जो भाषा सबसे पुरानी है, उसे हर किसी को बोलने की पूरी छूट होनी चाहिए,
किसी एक भाषा को पदवी देने की होड़ क्यों मची हुई है ? जब पूरा देश ही भाषाओं का स्कूल है तो फिर एक भाषा को ही इतना वैल्यू क्यों ?
यहां अब सोचना जरुरी हो जाता है कि सबसे ज्यादा कौन सी भाषा बोली और समझी जाती है। जिस भाषा का जितना % हो वही भाषा से एक दूसरे से जुड़ने का भाषा मान लेना चाहिए।।
संस्कृत भाषा तो सबकी जननी है... उसे बढावा देना चाहिए....
As a Punjabi I love Hindi the most
आपका आभार 🙏🏻
Great video.
इसी प्रकार आधिकारिक तौर पर ईस्वी सन को प्रतिबंधित कर विक्रम संवत संपूर्ण भारत में लागू किया जाये।
इस समय जो गाने आ रहे हैं उनमें आधे से ज्यादा शब्द उर्दू के होते हैं।
यह देखें- th-cam.com/video/t9QahQW2VA4/w-d-xo.html
सही कहा वो हम पर उर्दू भाषा को थोप रहे है
To bhai Bollywood anti hindu hh hi koi nyi baat nhi hh iiis se hi di ko hatw mt do
हिंदी भाषा भारत में सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है।
बहुत ही अच्छा विडियो
Once there were many kingdoms
On the Bharatiya Subcontinent
आपकी प्रत्येक वीडियो को देख मुझे सत्य का पता लगता है , मेरे आंखों से आंसू जा रहे हैं,।
"Mother tongue is like Mother's milk" - Rabindranath Tagore.
English ia like mausi 's milk - Dinesh Yadav
@@REBELION_D Hindi is like dog milk
জয় বাংলা ✊
@@bijoydey7896 shut up. You shouldn't disrespect anyone's mother tongue. I am a bengali myself but I don't hate any of the languages.
@@bijoydey7896 bongali pig milk
Every Indian should be taught in their mother tongue, hindi as secondary mandatory language till 5th, and English/Mandarin/Russian as mandatory languages from 6th to 12th. But all subjects should be taught in mother tongue only.
Yanha Russian kon bolega? Sanskrit ko rakhna chahiye.
Mother Toungue should be given first prefrence and Hindi should be given second prefrence as a Unifying language for whole India and after all Sanskrit should be given the status of English.
In this way Diversity will be maintained ; Unity will be attained ; last but not least our next generation will be Scholar because Sanskrit is a Scientific language.
Why Russian and Mandarin to be taught
We will learn global language if we willing to learn then. after age of 18 only. That decision is ours no one can force us to learn any foreign/ global language. Now a time you need to learn English for studies which is compulsory this is not good.
Russian?Sanskrit na sikhle hum ushse accha.
भाषा कोई भी हो।
हमे हर भाषा को सन्मान करना हमारा धर्म भी है और कर्तव्य भी।
Govt ने हिंदी भाषा को राष्ट्रभाषा का दर्जा नही दिया है फिर भी हिंदी ही भारत की राष्ट्रभाषा है और ये बात भारत के बचे बचे जानते है। हिंदी भारत की राष्ट्रभाषा थी है और रहेगा govt मानने से ना मानने से भारत की राष्ट्रभाषा बदल नही जाएगी लोगों की बोल चाल की भाषा और देश की संपर्क भाषा को ही राष्ट्रभाषा माना जाता है। भारत लोकतंत्र देश है और यहां लोक जो मानते है वोही माना जाता
आप काफी अच्छा काम कर रहे हैं ।
Bhojpuri should be added in our indian constitution . Urdu must be replaced by local languages of northern india. Urdu and hindi has least differences . Even 95% north indians can't read urdu scripts nor it is a global language. One bitter truth most of north indian languages are dying including my Bhojpuri
Bhojpuri kaun samjhega 😆
@@userfghnnn the natives of bhojpur
बिल्कुल सत्य 🙏🏼🙏🏼
जय हिन्द जय भारत ❤