मेरे पिताजी श्री अकबर अली (झुंझुनूं राजस्थान) रिटायर्ड हिंदी व्याख्याता हैं। उन्हें सभी हिंदी कवियों की प्रमुख कविताएं कंठस्थ याद हैं। दुर्भाग्यवश अब वो ब्रेन कैंसर की गिरफ्त में आ चुके हैं और अब बहुत ही कम बोलते हैं लेकिन हम जब उन्हें दिनकर जी और हरिवंशराय बच्चन की कविताएं सुनाएं तो वो खुद ब खुद उच्चारण करने लगते हैं। वास्तव में साहित्य में एक अलग ही नशा होता है।
Namaste Ji. I am a Hindi student from China. Nine months ago I was studying in Delhi and I saw ur video. I was totally stunned and wished to perform it someday in front of my Chinese classmates. I practiced it hundreds of times by watching ur video. Your reading is my favorite! Yesterday we celebrated the विश्व हिन्दी दिवस in my university and I read this poem in front of the embassadors, teachers and students. I feel like my four-years-Hindi-learning has been fulfilled! I just wanna say thank you sooooooo much for this awesome video! आपकी जय हो!
Came here to make the same comment. Fck NCERT & our education system for excluding such pearls of Hindi literature from the school curriculum, and instead brainwashing the kids by teaching them pro-Naxal literature works of Faiz.
@@gunner4ever924 We have studied these in 10th tho, maybe it was skipped in your syllabus .. can’t blame some other writer to justify/blame someone else
Not sure about the current syllabus, but in 1999 10th sylaabus, this poem was very much a part of the syllabus. Along with other gems like "Lohe ka swad", "Pushp ki Abhilasha", and "Samar shesh hai". Its a different thing that during those years, we are not mature enough to appreciate such stuff. Also the fact that teachers used to teach the poems just robotically, without the emotions emoted by Manoj Vajpayee here, did not help either
एकदम सही बोली आप #हर्षिता जी... कुछ ऐसा मेरे अंदर भी ख्याल आया ... एक और बार आपने #मनोज वाजपेयी जी## अपने कविता प्रेम सवांद से दिल जीत लिया 🙏🙏🙏 अहो भाग्य हमारे जो इस पावन धरा पर आप जैसे व्यक्तित्व से हम रूबरू हुये।।
As a non-hindi speaker, I have never heard of this poem before until recently I listened an excerpt of it in the movie Gulaal. Came here right away. What a poem !!! Awesome recitation by Manoj Bajpeyi ji.
कितनीं बार पढ़ी ... कितनी बार सुनी... दिनकर साहब की ये कविता अमर है ... मनोज बाजपाई के पाठयकर्म पर मेरा कुछ भी कहना नाकाफी होगा ... "लाजवाब" शब्द से नवाज़ा जा सकता है ...हिंदी कविता के लिए ये प्रयास बहुत सराहनीय हैं ... बहुत बहुत बधाई !!!
खुद बाभन यानी भूमिहार ब्राह्मण जाति। से आने के बावजूद जोकि भारत की सबसे बड़ी जमींदार जाती है दिनकर जी ने जमींदारी के विरूद्ध अपना स्वर ऊंचा किया , ऐसे महापुरुष को कोटि कोटि नमन , जय परशुराम जय भूमिहार , सिंहासन खाली करो जनता आती है !!
992 thumbs down? Who are these sad people? I would give it 992 million tears! It’s so beautiful and powerful at the same time!! Well done Manoj!! True justice with your voice to such a beautiful creation 🌸🙏🏼
manoj bajpei to mujhe pehle bhi pasand the par is video ko dekhne ke baad ek baar fir salute karne ka man karta hai great dinkar Ji and amazing manoj ji
रामधारी सिंह दिनकर उस विभुति का नाम है , जो सत्ता पक्ष का राज्य सभा सांसद होंने के बावजूद भी अपनी कविता (परशुराम की प्रतीक्षा) के माध्यम से एक प्रधानमंत्री को फटकारा और चीन से पराजय के लिए नेहरू की गलत नीतियों को धिक्कारा । आज की व्यवस्था में ऐसे मुखरित प्रतिभाओं का अभाव महसूस हो रहा है ।
गुलाल फिल्म में पहली बार ये कविता सुनी थी पियूष मिश्राजी के अंदाज़ में, और आज वीर रस से भरी पूरी कविता को मनोजजी की वज़नदार आवाज़ में सुनना एक अलग ही अनुभव था
एक महान काव्य को मनोज बाजपेयीजी ने अपने पठन, लय और उच्चारण से और सजीव कर दिया। इस कविता को पचासों बार सुन चुकी लेकिन मनोज बाजपेयीजी का पठन हर बार नया ही लगता है। मनीष गुप्ताजी को अनेकों धन्यवाद।
I won 1st prize for reciting this poem,when I was in 9th std..still after so many years it creates same magic just can't have enough of it.. thanks for the upload stay blessed
मुझे याद है, इसी खण्ड का पाठ करने पर मुझे बेस्ट प्राइज मिला था। राष्ट्रकवि की अतिसुन्दर शब्द सज्जा और अद्भुत अभिनेता के स्वर कितने मुखर हैं! ☺ एक सुखद अनुभूति!
आपकी आवाज में यह कविता सुनकर मन में एक अजीब सी शांति महसूस होती है। जी चाहता है कि आंखो को बंद करके अनवरत अनंत समय तक आपकी आवाज और यह कविता जीवन सफल हो जाए।
मनोज वाजपेई जी ,नागार्जुन जी स्मृति चिन्ह में आपकी कहानी ओर उपन्यास की ऑर्तितातुमक उतरोतर की साकार संदेश दिनकर जी की दिनकर की ज्योति को जलाने की रश्मि रथी की भाव को प्रवाहित स्वरो की उदमघोश की लहरे न जग जाहिर करने की ।विश्व हिंदी दिवस की जग में प्रवाहित धारा की पहचान संवाद सर गणेश 13जनवरी याद होगा।
Waah Manoj Bajpayee Bhai. Bahut Khoob, Bahut Achhi Tarah AAp ne Ada Kiya Dinkar Ke Lafzon Ko. Aap ke zariya Main Aaj Se Ramdharim Singh Dinkar Ka FAN Hogaya. Waisa Hi Fan Jaisa Ke Main Ghalib Ka FAN Hoon, Allama Eqbal Ka Fan Hoon, Mir Ka Fan Hoon - Allah Apko Salamat Rakkhe - Aamin
You can listen to this poem's recitation by Kavi Sandeep Dwivedi as well. It's available on TH-cam and so far he has read 5 Chapters. I am sure you'll love it equally.
Superb poem...every word written by Ramdhari Singh Dinkar is sounds like Bhagwan Shri Krishna himself pronouncing it....I can feel goose bump on my body. Epic poetry.
यह सुनकर एक अलग जोश मन में आता है, एक अलग विश्व में पहुंच जाती हूं। रश्मिरथी पढ़ी है मैने कई बार उसके बाद मृत्युंजय पढ़ी, कर्ण डॉ विनय पढ़ी, कर्ण के विषय में जान ने की इच्छा तीव्र हुई, जाने क्या क्या पढ़ा दिनकर जी के बारे में , सच में उनकी लेखनी अनुपम है। हिंदी कविता का धन्यवाद की साहित्य की ये अमूल धरोहर हम सब तक पहुंचाने के लिए
धन्यवाद:) हम हिंदी साहित्य का प्रचार करने निकले हैं, फ़िल्म इंडस्ट्री ने तो साथ दिया है. लेकिन प्रोमोट करने के पैसे नहीं हैं. अगर आपको ये चैनल पसंद है तो कमसकम दस लोग हर महीने जोड़ें इससे / साझा करें ये वीडियो अपने सोशल मीडिया पर. सभी मिल कर एक एक बूँद डालेंगे तो शायद कुछ बदले। आपके नाम यह वीडियो: th-cam.com/video/P_tecYEounw/w-d-xo.html
‘बाँधने मुझे तो आया है, जंजीर बड़ी क्या लाया है? यदि मुझे बाँधना चाहे मन, पहले तो बाँध अनन्त गगन। सूने को साध न सकता है, वह मुझे बाँध कब सकता है? Best lines ever
मेरी प्रथम कविता जिसने मुझे कविता पाठ करने व लिखने के लिए प्रेरित किया। आज से 4 वर्ष पूर्व मैंने पहली बार यह कविता सुनी वो भी मनोज जी के कंठो द्वारा ही और इसी मंच पर। मैं हिंदी कविता चैनल का बहुत आभारी हूँ, जिसने मुझे एक नई सोच व शुरुवात दी। ~उम्दा।
रामधारी सिंह दिनकर जी की ये काव्य रचना वास्तव में अद्भुत है। इसको पढ़ने से हम भी अपने आपको रोक न सके। यहां तक की अगर आप सिर्फ सुनें तो भी आपको अवश्य आनंद आयेगा।
कविता का रस केवल पंक्तियों में ही नही, उसके व्याख्यान करने वाले व्यक्ति के भाव में भी छुपा होता है। बाजपेई जी के भाव, छंदोबद्ध अथवा मौखिक भाव, सभी ने मिलकर इस महाकाव्य को अपने चरम तक पहुँचाया है।
This book rashmi rathi was book in first year of graduation many decades ago I read when I was in sixth class amazing read numerous occasions best poetry I ever read
इससे पहले मैने यह कविता कवी संदीप द्विवेदी जी मुख से सुनी थी तभी मैंने गूगल पर खोजकर पूरी कविता याद कर ली। आज मेरे फेवरेट अभिनेता के मुख से यह पुनः सुनकर मन प्रफुल्लित हो उठा। ये कविता जितनी बार भी सुनता हूँ तो और सुनने का मन होता हैं यही तो खूबी हैं राष्ट्रकवी दिनकर जी की।
Hindi sahitya mein Dinkar ki Rashmirathi ek adwiteeya rachna hai. Manoj Bajpayee ke swar mein is padya ki sundarta aur nikhar gayi hai. donon ko naman!
First time I m listening it. This english medium made us far from our indigenous language and the most important thing that Sri Ramdhari ji from my place.
Sat sat naman mahaan meri matr bhasha ko, sat sat naman hindi kavya ke us sooraj ko jo "dinkar" kehlata hai, aur sun kar aapke swar mann baag baag ho jata hai, mann baag baag ho jata hai!!
बहुत सुंदर कविता पाठ सर जी, कविराज दिनकर जी की कविताएं हमेशा ही मन को मोह लेती हैं , मैंने भी कभी लिखा था. उसने कहा कि ग़ालिब हमने कहा कि दिनकर अब उसके भी पास दिनकर मेरे भी पास ग़ालिब हमने किताबें आपस में बदल डाली #KaviShashi
I m a student of class 9 and mujhe is book ki sari poems bahut aachi lgti h Maine ise apni elocution contest me Diya and I secured second position!!!...Thank you for posting this!!!..It helped a lot!❤️
Recitation by Dinkar ji is still unparalleled, as I am told. Vajpayee ji made it into a treat. Thanks a lot. I heard it first by my father in class 4th or so. He heard it from the author himself. Great piece.. one more piece .. discussion of Karna and Krishna before karna's death is superb.
I always read this poem "Rashmirathi" .This poem always inspire me when I have lack of confidence . I have no words for praise of "Manoj Vajapeyi". Jai Hindi & Jai Hindustan.
हिंदी कविता के लिए आपका ये प्रयास अत्यंत सराहनीय हैं , बहुत बहुत बधाई आपके .....🙏 आपके शब्दों में दिनकर जी की सर्वोत्कृष्ट रचना " रश्मिरथी " सुनना एक अलग ही अनुभव है ।
अहंमः ब्रम्हास्मी ! रामधारी सिंहजी की अप्रतिम कविता. बाजपेयी सरजी ईस कविता के साथ आपको 'भटको नही धनंजय'यह किताब भी रही होगी पाठ्यक्रम में. मैं स्वयं एक मराठी कवी हुँ और हिंदी कविता भी १००० तक लिखा हुँ. मैने भटको नही धनंजय पढा है.बहोत ही सुंदर महाभारत पर अर्जुन पर आधारीत किताब है. कविता सुनाने को धन्यवाद देते है सरजी.
हिंदी कविता को दूसरे सबसे लोकप्रिय माध्यम पर लाकर लोगों के बीच और ज्यादा प्रिय बनाने के प्रयासों के लिए आपको बहुत बधाई ! इसी तरह "हिंदी कविता सागर" के मोतियों को सभी कविता प्रेमियों तक लाते रहिएगा ! कवि डा. हरेन्द्र चाहर
Kavita sunkar hi Josh se hriday bhar jata hai.....aur us per Manoj ji ki awaz tou sone pe suhaga h ...wah wah ji.....rashtrakavi Ramdhari Singh Dinkar ji ko shat shat Naman 🙏🏻🙏🏻
Have seen this video multiple times but I am commenting now. My brother used to watch this video and I only heard this in pieces (never watched it) and I wondered at that time what type of videos he is watching. Now he moved to Bangalore few years back and this video came in my suggestion list few weeks back. And I really listened it for the first time and I am moved by this poem. I love Mahabharat and I can really feel the emotions conveyed by Manoj. This is the video that connected me to this wonderful channel.
Every atom in my body feels proud that im born in this Great Legacy of a Country!! WE HV SUCH A RICH LEGACY, CULTURE AND LITERATURE!! I HAD THESE AMAZING POETS DINKAR N NIRALA JI IN MY SCHOOL SYLLABUS TOO 👑 Dhanyawad purane dino ki yad dilane k liye...Manoj sir is awesum n this craft...Grt work 👍😊
You r totally right..... This is the only country where admiring culture was born lakhs of years ago and still sustains amongs us in our hearts... We have unique scriptures, modalities, reapect, we understand the actual meaning of love, we have beautiful language, the way our mothers love us is unique... Overall we are blessed that we r born here....
हिंदी भाषा की शीतलता, तृप्त कर देने वाली भावना, और छायावाद प्रेमी लोगों के पसंदीदा कवियों (निराला जी, महादेवी जी, दिनकर जी) की अमर रचनाएँ एक खूबसूरत सफर की तरह लगती है,, proud to be a poetry lover, respect for manoj bajpayee sir,,
Jitni khoobsurat yah kavita thi manoj sir ne utni hi khoobsurati se ise apni awaaz me hum tak pahuchya really very beautiful poem Hat's off to Dinkar ji nd manoj sir too.
We had this book and my father recited it many a time, for me when I was in my early school. Few lines are still in mind. Manoj Vajpayee's style is indeed very captivating and empowering. The book is a must read , for all who feel proud being called Indian!
मेरे पिताजी श्री अकबर अली (झुंझुनूं राजस्थान) रिटायर्ड हिंदी व्याख्याता हैं।
उन्हें सभी हिंदी कवियों की प्रमुख कविताएं कंठस्थ याद हैं।
दुर्भाग्यवश अब वो ब्रेन कैंसर की गिरफ्त में आ चुके हैं और अब बहुत ही कम बोलते हैं लेकिन हम जब उन्हें दिनकर जी और हरिवंशराय बच्चन की कविताएं सुनाएं तो वो खुद ब खुद उच्चारण करने लगते हैं।
वास्तव में साहित्य में एक अलग ही नशा होता है।
Namaste Ji. I am a Hindi student from China. Nine months ago I was studying in Delhi and I saw ur video. I was totally stunned and wished to perform it someday in front of my Chinese classmates. I practiced it hundreds of times by watching ur video. Your reading is my favorite! Yesterday we celebrated the विश्व हिन्दी दिवस in my university and I read this poem in front of the embassadors, teachers and students. I feel like my four-years-Hindi-learning has been fulfilled! I just wanna say thank you sooooooo much for this awesome video! आपकी जय हो!
Are you Chinese citizen?
Hindi ko chahne ke liye aapka bahut bahut dhanyavad
Sanjana Jha Yes
Gin ji, Kya aapne Mshabharat padh li ? You must, if you want to feel the soul of Hindi. Ramayan as well.
नमस्ते जिन!
धन्यवाद:)
शायद यह भी पसंद आये आपको: th-cam.com/video/nyWWD7laFP4/w-d-xo.html
जब नाश मनुज पर छाता हैं ।
पहले विवेक मर जाता हैं।।
~राष्ट्रकवी रामधारी सिंह दिनकर जी
Epic line
Are bhai manuj nahi manusya
@@thedevil4301 मनुज का पर्याय है मनुष्य!
This is for Modi bhakt 😉😁😁😁😁😁.
@@aakashkumar-kk9vi THIS IS FOR LIBRANDUS ....TRYING TO DESTROY HINDUISM IN INDIA ...
The fact that this poem wasn't taught to me when I was in the highschool pains me to the core. Long live, the legend of Ramdhari Singh Dinkar.
धन्यवाद! देखिए शायद यह भी पसंद आए :)
th-cam.com/video/sjOFU7lXJkA/w-d-xo.html
Came here to make the same comment. Fck NCERT & our education system for excluding such pearls of Hindi literature from the school curriculum, and instead brainwashing the kids by teaching them pro-Naxal literature works of Faiz.
@@gunner4ever924 We have studied these in 10th tho, maybe it was skipped in your syllabus .. can’t blame some other writer to justify/blame someone else
@@gunner4ever924 agree
Not sure about the current syllabus, but in 1999 10th sylaabus, this poem was very much a part of the syllabus. Along with other gems like "Lohe ka swad", "Pushp ki Abhilasha", and "Samar shesh hai".
Its a different thing that during those years, we are not mature enough to appreciate such stuff.
Also the fact that teachers used to teach the poems just robotically, without the emotions emoted by Manoj Vajpayee here, did not help either
"" जब नाश मनुष्य का आता है
पहले विवेक मर जाता है। ""👌👌
बहुत ही खूबसूरत पंक्ति है ...😍😍🙂
Ati Sundar Lekhan Ramdhari ji dwara🙏🏻
it's
" जब नाश मनुज पर छाता हैं ,
पहले विवेक मर जाता हैं "
कितनीं बार पढ़ी ... कितनी बार सुनी... दिनकर साहब की ये कविता अमर है ... "लाजवाब" ...मनोज बाजपाई भी "लाजवाब"
शुक्रिया:)
सौरभ शुक्ला जी को भी सुन कर देखिए: th-cam.com/video/mfUahN3rzcw/w-d-xo.html
आप अभी तक के मेरे प्रिय अभिनेता थे , आज से आपके लिए मन्न मे श्रद्धा और बढ़ गई है।
शुक्रिया:)
सौरभ शुक्ला जी को भी सुन कर देखिए: th-cam.com/video/mfUahN3rzcw/w-d-xo.html
एकदम सही बोली आप #हर्षिता जी... कुछ ऐसा मेरे अंदर भी ख्याल आया ... एक और बार आपने #मनोज वाजपेयी जी## अपने कविता प्रेम सवांद से दिल जीत लिया 🙏🙏🙏
अहो भाग्य हमारे जो इस पावन धरा पर आप जैसे व्यक्तित्व से हम रूबरू हुये।।
Harshita love you dost😊
Jio mere jan
Really , Manoj Bajpai is something else 👍
यह देख, गगन मुझमें लय है,
यह देख, पवन मुझमें लय है,
मुझमें विलीन झंकार सकल,
मुझमें लय है संसार सकल
दृग हों तो दृश्य अकाण्ड देख,
मुझमें सारा ब्रह्माण्ड देख,
चर-अचर जीव, जग, क्षर-अक्षर,
नश्वर मनुष्य सुरजाति अमर।
शत कोटि सूर्य, शत कोटि चन्द्र,
शत कोटि सरित, सर, सिन्धु मन्द्र।
'शत कोटि विष्णु, ब्रह्मा, महेश,
शत कोटि विष्णु जलपति, धनेश,
शत कोटि रुद्र, शत कोटि काल,
शत कोटि दण्डधर लोकपाल।
जञ्जीर बढ़ाकर साध इन्हें,
हाँ-हाँ दुर्योधन! बाँध इन्हें।
जब नाश मनुज पर छाता है
पहले विवेक मर जाता है ।।
👌👌
this, I just cannot forget! just too perfect!
This is 100% correct
As a non-hindi speaker, I have never heard of this poem before until recently I listened an excerpt of it in the movie Gulaal. Came here right away. What a poem !!! Awesome recitation by Manoj Bajpeyi ji.
Umm aren't you Indian???
@@anantambisht4895 Bhai, Bharat mein bahut se jagahen hai jaha Hindi nahi bole jate wahe se honge.
यह कविता सुनने के बाद मैंने रश्मिरथी खरीद कर पूरी पढ़ ली है
अब पाश को भी खरीदें
शायद आपको यह भी पसंद आए th-cam.com/video/l_EoqwrBpYw/w-d-xo.html
मैंने भी भाई
nikesh Modi
Hindi Kavita
Hindi Kavita paas ki maine saari padi hein. 😊
आशीष समाज की ले न सका
उल्टे हरि को बांधने चला
🙏🙏
हरे कृष्ण ❤️
कितनीं बार पढ़ी ... कितनी बार सुनी... दिनकर साहब की ये कविता अमर है ... मनोज बाजपाई के पाठयकर्म पर मेरा कुछ भी कहना नाकाफी होगा ... "लाजवाब" शब्द से नवाज़ा जा सकता है ...हिंदी कविता के लिए ये प्रयास बहुत सराहनीय हैं ... बहुत बहुत बधाई !!!
Awesome and inspiring
Punarvasu Malviya j
Yes
Awesome
हिन्दी साहित्य की शक्ति......
खुद बाभन यानी भूमिहार ब्राह्मण जाति। से आने के बावजूद जोकि भारत की सबसे बड़ी जमींदार जाती है दिनकर जी ने जमींदारी के विरूद्ध अपना स्वर ऊंचा किया , ऐसे महापुरुष को कोटि कोटि नमन , जय परशुराम जय भूमिहार , सिंहासन खाली करो जनता आती है !!
992 thumbs down? Who are these sad people? I would give it 992 million tears! It’s so beautiful and powerful at the same time!! Well done Manoj!! True justice with your voice to such a beautiful creation 🌸🙏🏼
हर तरह के लोग हैं दुनिया में..
शायद यह भी पसंद आये आपको: th-cam.com/video/nyWWD7laFP4/w-d-xo.html
manoj bajpei to mujhe pehle bhi pasand the par is video ko dekhne ke baad ek baar fir salute karne ka man karta hai
great dinkar Ji and amazing manoj ji
धन्यवाद :)
शायद आपको यह भी पसंद आए th-cam.com/video/l_EoqwrBpYw/w-d-xo.html
Aur mujhe ap ko salute krne ka mn krta hai bhai...
Hattsoff to u bro....
I am from the same village where Dinkar ji used to live
Feels proud😌😌
:)
Hmahu begusarai se
रामधारी सिंह दिनकर उस विभुति का नाम है , जो सत्ता पक्ष का राज्य सभा सांसद होंने के बावजूद भी अपनी कविता (परशुराम की प्रतीक्षा) के माध्यम से एक प्रधानमंत्री को फटकारा और चीन से पराजय के लिए नेहरू की गलत नीतियों को धिक्कारा । आज की व्यवस्था में ऐसे मुखरित प्रतिभाओं का अभाव महसूस हो रहा है ।
Simariya se ho bhai, idhar bhi barahiya, mokama wale h
Haa...Bhai kislay ..hmlog jaante h...😀😁
गुलाल फिल्म में पहली बार ये कविता सुनी थी पियूष मिश्राजी के अंदाज़ में, और आज वीर रस से भरी पूरी कविता को मनोजजी की वज़नदार आवाज़ में सुनना एक अलग ही अनुभव था
धन्यवाद लोहित जी!
शब्दों को सुनकर ऐसा लगता है मानो साक्षात् एक विश्वरूप सामने खड़े हो l
शत कोटि सूर्य.....
ये कविता तो आत्म में समा गई ।
सुनकर लगता है स्वयं किसी भगवान के आगे खड़े हो । अद्भुत अद्वितिय ।
दिनकर जी आप महापुरुष हो ।
एक महान काव्य को मनोज बाजपेयीजी ने अपने पठन, लय और उच्चारण से और सजीव कर दिया। इस कविता को पचासों बार सुन चुकी लेकिन मनोज बाजपेयीजी का पठन हर बार नया ही लगता है। मनीष गुप्ताजी को अनेकों धन्यवाद।
Being a Bengals reciter....I m overwhelmed with this poetry and bold recitation.....a new introduction of manojsir....salute
अद्वितीय, अपराजेय, अतुलनीय कवि को प्राणों से नमन🙏🙏🙏
जो कभी धरा मे आया ,छोड़ कर अंबर।
अस्त होकर भी अमर साहित्य का दिनकर।।
बांधने मुझे तू आया है, जंजीर बड़ी क्या लाया है ? Ultimate 🙌🙏🚩 #Haribol
I won 1st prize for reciting this poem,when I was in 9th std..still after so many years it creates same magic just can't have enough of it.. thanks for the upload stay blessed
मुझे याद है, इसी खण्ड का पाठ करने पर मुझे बेस्ट प्राइज मिला था। राष्ट्रकवि की अतिसुन्दर शब्द सज्जा और अद्भुत अभिनेता के स्वर कितने मुखर हैं! ☺ एक सुखद अनुभूति!
अभी भी पढ़ते हैं न आप?
Hindi Kavita जी हाँ! दिनकर जी की एक और कविता भी मुझे बहुत पसंद है, 'बच्चे'
आप पढ़ें, अप्रतिम है! ☺
Arrun Tiwari. VB
Mujhe bhi is kavita ka paath karne par first prize Mila tha....😊
sirf padhne ke liye prize...likhne wale ko v kuch mila hai ki nhi?
लाजवाब मनोज जी
क्या बात
बहुत खूब
जितनी महान कविता है उतना ही उत्कृष्ट पठन है आपका लाजवाब लाजवाब
आपकी आवाज में यह कविता सुनकर मन में एक अजीब सी शांति महसूस होती है।
जी चाहता है कि आंखो को बंद करके अनवरत अनंत समय तक आपकी आवाज और यह कविता जीवन सफल हो जाए।
मनोज वाजपेई जी ,नागार्जुन जी स्मृति चिन्ह में आपकी कहानी ओर उपन्यास की ऑर्तितातुमक उतरोतर की साकार संदेश दिनकर जी की दिनकर की ज्योति को जलाने की रश्मि रथी की भाव को प्रवाहित स्वरो की उदमघोश की लहरे न जग जाहिर करने की ।विश्व हिंदी दिवस की जग में प्रवाहित धारा की पहचान संवाद सर गणेश 13जनवरी याद होगा।
Waah Manoj Bajpayee Bhai. Bahut Khoob, Bahut Achhi Tarah AAp ne Ada Kiya Dinkar Ke Lafzon Ko. Aap ke zariya Main Aaj Se Ramdharim Singh Dinkar Ka FAN Hogaya. Waisa Hi Fan Jaisa Ke Main Ghalib Ka FAN Hoon, Allama Eqbal Ka Fan Hoon, Mir Ka Fan Hoon - Allah Apko Salamat Rakkhe - Aamin
इसमे केवल शब्द, लय, संगीत, ही नहीं, पुरा, का पुरा जीवन का सार है!!! वाह 🙏🏻🔥🌍💛
जब करने को कुछ नहीं होता, तो ये काव्यपाठ सुनता हूँ। शायद नास्तिक बनने से यही मुझे रोकता है - रश्मिरथि।।
vibhanshu kalla hi vibhanshu can you give me the link of the poem which you've mentioned in the comment
You can listen to this poem's recitation by Kavi Sandeep Dwivedi as well. It's available on TH-cam and so far he has read 5 Chapters. I am sure you'll love it equally.
Main nastik Hoon fir bhi ye sunta hoon
vibhanshu kalla kya baat kahi hai!
नास्तिक होने की क्या जरूरत है , ये दुनिया शून्य से उत्पन्न नहीं हुई , ये जिस अनंत नियम से बँधी है उसे ही ईश्वर कहते हैं !!
आजकल के ओज कवियों के आदर्श हैं दिनकर जी ,पर उनकी कविताओं में जरा भी दिनकर जी जैसे भाव दिखायी नही देते हैं । बहुत सुन्दर प्रस्तुति , धन्यवाद
शुक्रिया!
Superb poem...every word written by Ramdhari Singh Dinkar is sounds like Bhagwan Shri Krishna himself pronouncing it....I can feel goose bump on my body. Epic poetry.
यह सुनकर एक अलग जोश मन में आता है, एक अलग विश्व में पहुंच जाती हूं। रश्मिरथी पढ़ी है मैने कई बार उसके बाद मृत्युंजय पढ़ी, कर्ण डॉ विनय पढ़ी, कर्ण के विषय में जान ने की इच्छा तीव्र हुई, जाने क्या क्या पढ़ा दिनकर जी के बारे में , सच में उनकी लेखनी अनुपम है। हिंदी कविता का धन्यवाद की साहित्य की ये अमूल धरोहर हम सब तक पहुंचाने के लिए
यह कविता मानो हिंदी की वीर रस की कविताओ की शिरोमणि है| मनोज बाजपायी द्वारा किया गया पाठन अद्भुत है! धन्यवाद
शुक्रिया:)
सौरभ शुक्ला जी को भी सुन कर देखिए: th-cam.com/video/mfUahN3rzcw/w-d-xo.html
I got goosebumps man,salute to this man
धन्यवाद:) हम हिंदी साहित्य का प्रचार करने निकले हैं, फ़िल्म इंडस्ट्री ने तो साथ दिया है. लेकिन प्रोमोट करने के पैसे नहीं हैं. अगर आपको ये चैनल पसंद है तो कमसकम दस लोग हर महीने जोड़ें इससे / साझा करें ये वीडियो अपने सोशल मीडिया पर. सभी मिल कर एक एक बूँद डालेंगे तो शायद कुछ बदले।
आपके नाम यह वीडियो: th-cam.com/video/P_tecYEounw/w-d-xo.html
‘बाँधने मुझे तो आया है,
जंजीर बड़ी क्या लाया है?
यदि मुझे बाँधना चाहे मन,
पहले तो बाँध अनन्त गगन।
सूने को साध न सकता है,
वह मुझे बाँध कब सकता है?
Best lines ever
मेरी प्रथम कविता जिसने मुझे कविता पाठ करने व लिखने के लिए प्रेरित किया। आज से 4 वर्ष पूर्व मैंने पहली बार यह कविता सुनी वो भी मनोज जी के कंठो द्वारा ही और इसी मंच पर। मैं हिंदी कविता चैनल का बहुत आभारी हूँ, जिसने मुझे एक नई सोच व शुरुवात दी।
~उम्दा।
रामधारी सिंह दिनकर जी की ये काव्य रचना वास्तव में अद्भुत है। इसको पढ़ने से हम भी अपने आपको रोक न सके। यहां तक की अगर आप सिर्फ सुनें तो भी आपको अवश्य आनंद आयेगा।
कविता का रस केवल पंक्तियों में ही नही, उसके व्याख्यान करने वाले व्यक्ति के भाव में भी छुपा होता है। बाजपेई जी के भाव, छंदोबद्ध अथवा मौखिक भाव, सभी ने मिलकर इस महाकाव्य को अपने चरम तक पहुँचाया है।
शुक्रिया:)
सौरभ शुक्ला जी को भी सुन कर देखिए: th-cam.com/video/mfUahN3rzcw/w-d-xo.html
This book rashmi rathi was book in first year of graduation many decades ago I read when I was in sixth class amazing read numerous occasions best poetry I ever read
धन्यवाद :)
शायद आपको यह भी पसंद आए th-cam.com/video/1MRZpkCqTCI/w-d-xo.html
बहुत ही सुंदर तरीके से सर ने इस जीवंत कविता का पाठ किया। बहुत सुंदर।
इससे पहले मैने यह कविता कवी संदीप द्विवेदी जी मुख से सुनी थी तभी मैंने गूगल पर खोजकर पूरी कविता याद कर ली। आज मेरे फेवरेट अभिनेता के मुख से यह पुनः सुनकर मन प्रफुल्लित हो उठा। ये कविता जितनी बार भी सुनता हूँ तो और सुनने का मन होता हैं यही तो खूबी हैं राष्ट्रकवी दिनकर जी की।
Just outstanding....
Dinkar sahab ko sat sat naman...aur manojji the hero whom we should admire
I got first price by reciting this poem. Thanks for these
Prize
Have been addicted to this specific recital and poem. Thanks sir! You are such a legend! ❤
शुक्रिया:)
सौरभ शुक्ला जी को भी सुन कर देखिए: th-cam.com/video/mfUahN3rzcw/w-d-xo.html
Me too bro
मन मस्त मगन हो जाता है ...जब ये कविता कोई जोश में गाता है ...धन्यवाद #मनोज वाजपेयी जी .
Hindi sahitya mein Dinkar ki Rashmirathi ek adwiteeya rachna hai. Manoj Bajpayee ke swar mein is padya ki sundarta aur nikhar gayi hai. donon ko naman!
Manoj aapke liye shabd nahi mere paas. Aapki aankhen bandh leti i hain aur aapki awaz dil chhu ieti hai.
Rashmirati is a legendary and immortal poem aur Manoj ki Awaz what a combination
धन्यवाद :)
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कर्ण के ऊपर लिखा महाकाव्य। एक कालजयी रचना। जो मनुष्य को हर बाधा को चुनौती देने के लिए प्रेरित करता है।
बिल्कुल
Kon sa mhakavya h karna pe
Mahakaya nhi khandkavya hai ye
जी "रश्मिरथी" की बात कर रहे है ना आप???
बिल्कुल सही श्रीमान
रामधारी सिंह दिनकर ! धरा पर दिवाकर !
धन्यवाद :)
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Apki koi aisi film aur koi aisa episode nhi h jo maine na dekh ho, with respect ❤️🚩🎉
आप ने बिहार नाम रौशन किया है राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर के रशिमरथि के पंक्ति बहुत ही सुन्दर है
Nobody can recite this poem like he does. Fallen in love with this poem again. Still getting goosebumps.
Ashutosh Rana has done a decent job too
Hindi is a very Kind Language. I proud to be Hindi Bhashi... mujhe bohot prem hai apni Hindi Bhasha se... hamari Maa hai ye Bhasha 🙏😊
Beautiful. I am crying, as this reminds me of my Hindi teacher-MS. PRABHA......RIP!
+telugubidda00786 :)
हज़ारों बार देखा है मैंने इस कविता को, मन्न को शान्ति मिलती है।
भागवत गीता के दसवें अध्याय मेें इसे, कृष्ण के अनन्त विशेष रूप मेें दर्शाया गया है।
उत्तम!
आज भी *रश्मिरथी* सुनकर रोम-रोम ख़ुश हो जाता है।🤗
I can't believe that anybody can dislike this peom and such a passionate poetry .
First time I m listening it. This english medium made us far from our indigenous language and the most important thing that Sri Ramdhari ji from my place.
Sat sat naman mahaan meri matr bhasha ko, sat sat naman hindi kavya ke us sooraj ko jo "dinkar" kehlata hai, aur sun kar aapke swar mann baag baag ho jata hai, mann baag baag ho jata hai!!
बहुत सुंदर कविता पाठ सर जी, कविराज दिनकर जी की कविताएं हमेशा ही मन को मोह लेती हैं , मैंने भी कभी लिखा था.
उसने कहा कि ग़ालिब
हमने कहा कि दिनकर
अब उसके भी पास दिनकर
मेरे भी पास ग़ालिब
हमने किताबें आपस में बदल डाली
#KaviShashi
धन्यवाद। शायद आपको यह भी पसंद आए:)
th-cam.com/video/QShKbpTN-Ws/w-d-xo.html
I m a student of class 9 and mujhe is book ki sari poems bahut aachi lgti h Maine ise apni elocution contest me Diya and I secured second position!!!...Thank you for posting this!!!..It helped a lot!❤️
Recitation by Dinkar ji is still unparalleled, as I am told. Vajpayee ji made it into a treat. Thanks a lot. I heard it first by my father in class 4th or so. He heard it from the author himself. Great piece.. one more piece .. discussion of Karna and Krishna before karna's death is superb.
Your father is lucky to have heard it from the author himself... This part is epic..
Really dear it is one of the best poems...Manoj ji so nicely you recited this poem...I know recitation by dinkarji is still unparalleled
My son could recite this whole piece 8min recitation at the age of 10.
वाह!
Ssssssssssssuuuuppppppreeeeerrrrrrrbbbb. ........guuurrruuuu jjjjjiiiii
power of shree Krishna 🙏
That's great but also teach him to be dynamic and original...
And I'm sure your son must have done a lot better.
Manoj sir aapki aavaj ne is kavita me char chand lga diye gajab
Ek wqt ka sach is kavita me dikha h,
Sach me,
Ramdhari ji ne bhut khub likha h.
I always read this poem "Rashmirathi" .This poem always inspire me when I have lack of confidence . I have no words for praise of "Manoj Vajapeyi".
Jai Hindi & Jai Hindustan.
धन्यवाद :)
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We can feel every single word sir...thank you.
हिंदी कविता के लिए आपका ये प्रयास अत्यंत सराहनीय हैं , बहुत बहुत बधाई आपके .....🙏 आपके शब्दों में दिनकर जी की सर्वोत्कृष्ट रचना " रश्मिरथी " सुनना एक अलग ही अनुभव है ।
बहुत बहतरीन कविता दिनकर जी को सादर नमन
अहंमः ब्रम्हास्मी !
रामधारी सिंहजी की अप्रतिम कविता.
बाजपेयी सरजी ईस कविता के साथ
आपको 'भटको नही धनंजय'यह किताब भी रही होगी पाठ्यक्रम में.
मैं स्वयं एक मराठी कवी हुँ और हिंदी कविता भी १००० तक लिखा हुँ.
मैने भटको नही धनंजय पढा है.बहोत ही सुंदर महाभारत पर अर्जुन पर आधारीत किताब है.
कविता सुनाने को धन्यवाद देते है सरजी.
Ramdhari Singh Dinkar has been one of my all time favorite writer and poet. The poem by Manoj Bajpayee with the explanation is a beautiful experience.
हिंदी कविता को दूसरे सबसे लोकप्रिय माध्यम पर लाकर लोगों के बीच और ज्यादा प्रिय बनाने के प्रयासों के लिए आपको बहुत बधाई ! इसी तरह "हिंदी कविता सागर" के मोतियों को सभी कविता प्रेमियों तक लाते रहिएगा !
कवि डा. हरेन्द्र चाहर
Beautiful rendition. Like Ashutosh Rana's version. Much more passionate. Also, he remembers it by heart, is icing on the cake
Kavita sunkar hi Josh se hriday bhar jata hai.....aur us per Manoj ji ki awaz tou sone pe suhaga h ...wah wah ji.....rashtrakavi Ramdhari Singh Dinkar ji ko shat shat Naman 🙏🏻🙏🏻
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Abhi bhi dinkar ji ki ye kavita rongte khadi kr deti h......
Adbhut!
ये देख गंगन मुझमे लय है ।
यह वायु मुझमे लय है ।।
क्या अद्भुत पंक्तियां है ।
कोटिस नमन
शुक्रिया:)
सौरभ शुक्ला जी को भी सुन कर देखिए: th-cam.com/video/mfUahN3rzcw/w-d-xo.html
My favourite the one and only Manoj sir..
धन्यवाद :)
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रामधारी सिंह दिनकरजी🙏 🙏🙏
मनोज बाजपेयीजी🙏
धन्यवाद :)
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Nice
Dinkar ji ki ye Kavita mujhe bahut acchi lagi. Asal mein mujhe Ramayan Mahabharat aur puranon mein sarvadhik Ruchi hai.
Have seen this video multiple times but I am commenting now. My brother used to watch this video and I only heard this in pieces (never watched it) and I wondered at that time what type of videos he is watching.
Now he moved to Bangalore few years back and this video came in my suggestion list few weeks back.
And I really listened it for the first time and I am moved by this poem. I love Mahabharat and I can really feel the emotions conveyed by Manoj. This is the video that connected me to this wonderful channel.
One legend reciting the poem of another legend.
Love you Manoj sir, I'm your biggest fan. 🙏🙏
Amazing. jitni acchhi rachna utna acchha hi paath.. Manoj Bajpayee as always awesome !! Aur Dinkar Sahab. _/\_
Every atom in my body feels proud that im born in this Great Legacy of a Country!! WE HV SUCH A RICH LEGACY, CULTURE AND LITERATURE!! I HAD THESE AMAZING POETS DINKAR N NIRALA JI IN MY SCHOOL SYLLABUS TOO 👑
Dhanyawad purane dino ki yad dilane k liye...Manoj sir is awesum n this craft...Grt work 👍😊
सही बात है कि हमारे पास अपार समृद्धि है संस्कृति की और हम पता नहीं कहाँ क्या ढूँढ रहे हैं.
बेवक़ूफ़ी है और क्या है..
Hindi Kavita :Bilkul sahi kaha aapne!! Ise hi kehta diye tale andhera!!
:)
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You r totally right.....
This is the only country where admiring culture was born lakhs of years ago and still sustains amongs us in our hearts...
We have unique scriptures, modalities, reapect, we understand the actual meaning of love, we have beautiful language, the way our mothers love us is unique...
Overall we are blessed that we r born here....
Bahen apke shareer mai cell hi.😆😆😀😀😁 atom nhi.
Gazzab Kavita hai. Sun ke rongte khare ho jate hai. It is the best poem of Dinkar ji.
हिंदी भाषा की शीतलता, तृप्त कर देने वाली भावना, और छायावाद प्रेमी लोगों के पसंदीदा कवियों (निराला जी, महादेवी जी, दिनकर जी) की अमर रचनाएँ एक खूबसूरत सफर की तरह लगती है,, proud to be a poetry lover, respect for manoj bajpayee sir,,
mujhe khud nai pta ye video maine kitni bar suni hogi...I love it
मनोज जी की पढ़ी और भी कवितायें हैं - देखिये :)
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Hello
Brings back my school memories - Hindi poems truly need to be given their status and prestige which seems to have been forgotten
Aur duwidha yeh h ki aap iss baat ko btaane k lia english ka upyoug kr rahin.
The way Manoj Bajpai narrated it is really amazing, watched many versions of this kavita but this is still is my favourite version
I am watching this repeatedly since last year !! Manoj ji ne pura drishya ankho ke samane khada kar diya . Waaahhh
Jitni khoobsurat yah kavita thi manoj sir ne utni hi khoobsurati se ise apni awaaz me hum tak pahuchya really very beautiful poem
Hat's off to Dinkar ji nd manoj sir too.
My favorite line - तो ले, मैं भी अब जाता हूँ,
अन्तिम संकल्प सुनाता हूँ। याचना नहीं, अब रण होगा,
जीवन-जय या कि मरण होगा।
rashtra kavi dinkar ji ko shat shat naman ... awesome poem reading by you sir .. thanku
Y mari inter ki hindi ki ek pathya pustek thi . thanks lot AAP ne mujhe Mari students life se Mila diya
he belongs to my village
We had this book and my father recited it many a time, for me when I was in my early school. Few lines are still in mind. Manoj
Vajpayee's style is indeed very captivating and empowering. The book is a must read , for all who feel proud being called Indian!
धन्यवाद :)
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रश्मिरथी हिंदी काव्य की सर्वश्रष्ठ कवितायों में से एक है। मुझे ये बहुत पसंद है। राष्ट्रकवि दिनकर साहब को शत शत नमन।
Pahle ke kavi kitne achhe the kya rachna hai wah ji ramdhari ji