अनुलोम विलोम प्राणायम सही करने के फायदे और गलत के नुकसान || VIJAY KRISHNA || HINDI

แชร์
ฝัง
  • เผยแพร่เมื่อ 8 พ.ค. 2019
  • For further Querries Call on 7303025507 or 7303025508
    अनुलोम विलोम प्राणायाम क्या है
    हठयोग के समस्त प्राणायाम में अनुलोम विलोम प्राणायाम सबसे अधिक प्रभावशाली और लाभकारी प्राणायाम है यह हमारे शरीर में 72000 नस नाड़ियों को शुद्ध करता है यह प्राण के प्रवाह वाली नालियों को ही नहीं बल्कि रक्त के प्रवाह की जो नलिकाएं हैं उनके भी समस्त विकारों को नष्ट कर देता है और रक्त नलिका ओं को शुद्ध करता है
    अनुलोम विलोम प्राणायाम की सही विधि
    सबसे पहले किसी सुखासन सिद्धासन या पद्मासन में बैठ जाएं कमर रीड की हड्डी गर्दन तथा मस्तिष्क को एक सीधी रखें।
    दाहिने हाथ के अंगूठे से दाहिने नासा छिद्र को बंद कर ले और बाय नासा छिद्र से गहरी सांस लें
    दाहिने हाथ की अनामिका और मध्यमा अंगुलियों द्वारा अपने बाय नासा क्षेत्र को बंद कर ले और सांस को धीरे-धीरे बाहर छोड़ दें
    दाहिनी नासिका से श्वास अंदर लें और अंगूठे से दाएं छिद्र को बंद करके बाय नासा छिद्र से सांस को बाहर छोड़ें इस क्रिया को तब तक दोहराते रहें जब तक कि थकान महसूस ना हो थकान महसूस होने पर थोड़ा सा विश्राम कर ले और पुनः इसी क्रिया को रिपीट करें
    अनुलोम विलोम प्राणायाम के अद्भुत लाभ
    अनुलोम विलोम प्राणायाम के प्रति दिन 10 मिनट के अभ्यास से हृदय की रक्त वाहिनी में आए हुए सभी ब्लॉक खत्म हो जाते हैं
    अनुलोम-विलोम विलोम के 10 मिनट के अभ्यास से हमारे शरीर में जितने भी टॉक्सिंस होते हैं सब बाहर चले जाते हैं
    अनुलोम विलोम प्राणायाम के अभ्यास से हमारा संपूर्ण जो नर्वस सिस्टम है नारी तंत्रिका तंत्र है जिसमें 72 गाड़ियां होती हैं शुद्ध हो जाती हैं अनुलोम विलोम के अभ्यास से हमारा कोलेस्ट्रॉल लेवल कम हो जाता है अनुलोम-विलोम टीवी एड्स कैंसर जैसी बीमारियां ठीक हो जाती हैं
    यदि कोई व्यक्ति सफेद दाग इनफर्टिलिटी बीमारियों से भी ग्रसित है और अभ्यास करता है तो निश्चित रूप से उसके समस्त बीमारियां नष्ट हो जाती हैं
    अनुलोम विलोम प्राणायाम किसे नहीं करना चाहिए
    अनुलोम विलोम प्राणायाम एक निरापद प्राणायाम है इसका अभ्यास कोई भी व्यक्ति मध्यम गति से कर सकता है
    अनुलोम विलोम प्राणायाम कितनी देर करना चाहिए
    एक स्वस्थ सबल और रोग मुक्त व्यक्ति को प्रतिदिन 10 मिनट तक इसका अभ्यास करना चाहिए
    जो अनुलोम विलोम प्राणायाम का अभ्यास करते हैं वह दिन भर ऊर्जावान प्राण और प्रज्ञा वान रहते हैं और बिना थके लंबे समय तक कार्य कर सकते हैं

ความคิดเห็น •