हम किसानों को कैसे लुटते है और किसानों को आत्महत्या करने के लिए कैसे प्रवृत्त करते है । महाराष्ट्र में और पुरी भारत में कानून हैं की किसान अपनी खेती "(खुन शोषण करनेवाले) मंडई को ही बेचे । बाहर किसको बेचा तो सिधा जेल ।महाराष्ट्र में सभी मंडी की मालकिन सुप्रिया सुले है । किसान कभी कभी १००/१२५ मैल से खेती का आलू, कांदा वगैरह बैलगाड़ी, ट्रक, ट्रैक्टर में डालकर मंडई लेकर आते हैं । बाहर किसको बेचा तो सिधा जेल । हम बोलते हैं रुको ४ दिन । ४ दिन रुका तो माल सड़ेगा इसलिए किसान हमारे पांव पकडता है । माल का वजन १०० किलो है तोहम बोलते हैं ६०/७० किलो का ही पैसा देंगे नहीं तो भाग यहां से । बाहर तो बेच नहीं सकता इसलिए मजबूरन ६०/७० किलों का पैसा लेने के लिए तैयार होता है । हम यह पैसा उसको ३/४ महीने में देनेका वादा करते हैं । जल्दी पैसा मंगता है तो हम ५/१० % काटकर किसानों को पैसा देते हैं । अगर वजन बराबर ओर ताबड़तोड़ पैसा चाहिए तो हम किसानों को बोलते हैं तेरी लड़की नहीं तो बहन को रातको भेज दें । कोई किसान ने गड़बड़ी किया तो हम उसका माल लुट लेते हैं और इतना मारते-पीटते है की 6 महीने हास्पिटल । मतलब खर्चा और 1 बरस खेती नहीं होगी। इसलिए तो कितने किसान आत्महत्याएं करते रहते हैं। इसमें माननीय सुप्रीया सुले की मंडई हर बरस 10/12 हजार करोड़ रुपये कमाती है । पंजाब में अकाली दल 9/10 हजार करोड़ रुपए हर बरस कमाता है । मोदी ने किसान कानून लाया कि किसान किसीको भी बेच सकता है तो हमने आंदोलन करके यह कानून पास होने नहीं दिया । हम किसानों को लुटते रहेंगे । लुट मारी करके हमने अरबों-खरबों कमाए हैं । इसलिए तो हम राजनीति में आये है । Mm
हा माणूस देश व राज्यातील लोकांना सतत फसवत आलेला आहे. त्याला सह्याद्री म्हणने शुद्ध मुर्खपणा ठरेल. धन्यवाद सूशील चांगले सोलून काढले, तरी जित्याची मरेपर्यंत खोड जाणार नाही.
शरद पवार आयुष्यभर पलटी मारण्याचे च राजकारण करून जनतेची दिशाभूल करणारे आणी शेतकऱ्यांची दिशाभूल करणारे जानते राजे शरद पवार पण दुर्दैव पवार साहेबांवर विश्वास ठेवणारी भोळीभाभडी जनता ,काय उपयोग!!
भोळी भाबडी जनता? त्यांनी फेकलेल्या पैशाच्या जिवावर मते देणारे यात अधिक सापडतील हे जो पर्यंत सुरू राहील तो पर्यंत हा माणूस कोलांट उड्या मारत रहाणार!फक्त साखर कारखाने,जमिनी भाव पाडून ताब्यात घेणे दुसऱ्यांनी उभारलेल्य संस्था ताब्यात घ्यायच्या आणि तहहयात विराजमान व्हायचे अध्यक्ष
हम किसानों को कैसे लुटते है और किसानों को आत्महत्या करने के लिए कैसे प्रवृत्त करते है । महाराष्ट्र में और पुरी भारत में कानून हैं की किसान अपनी खेती "(खुन शोषण करनेवाले) मंडई को ही बेचे । बाहर किसको बेचा तो सिधा जेल ।महाराष्ट्र में सभी मंडी की मालकिन सुप्रिया सुले है । किसान कभी कभी १००/१२५ मैल से खेती का आलू, कांदा वगैरह बैलगाड़ी, ट्रक, ट्रैक्टर में डालकर मंडई लेकर आते हैं । बाहर किसको बेचा तो सिधा जेल । हम बोलते हैं रुको ४ दिन । ४ दिन रुका तो माल सड़ेगा इसलिए किसान हमारे पांव पकडता है । माल का वजन १०० किलो है तोहम बोलते हैं ६०/७० किलो का ही पैसा देंगे नहीं तो भाग यहां से । बाहर तो बेच नहीं सकता इसलिए मजबूरन ६०/७० किलों का पैसा लेने के लिए तैयार होता है । हम यह पैसा उसको ३/४ महीने में देनेका वादा करते हैं । जल्दी पैसा मंगता है तो हम ५/१० % काटकर किसानों को पैसा देते हैं । अगर वजन बराबर ओर ताबड़तोड़ पैसा चाहिए तो हम किसानों को बोलते हैं तेरी लड़की नहीं तो बहन को रातको भेज दें । कोई किसान ने गड़बड़ी किया तो हम उसका माल लुट लेते हैं और इतना मारते-पीटते है की 6 महीने हास्पिटल । मतलब खर्चा और 1 बरस खेती नहीं होगी। इसलिए तो कितने किसान आत्महत्याएं करते रहते हैं। इसमें माननीय सुप्रीया सुले की मंडई हर बरस 10/12 हजार करोड़ रुपये कमाती है । पंजाब में अकाली दल 9/10 हजार करोड़ रुपए हर बरस कमाता है । मोदी ने किसान कानून लाया कि किसान किसीको भी बेच सकता है तो हमने आंदोलन करके यह कानून पास होने नहीं दिया । हम किसानों को लुटते रहेंगे । लुट मारी करके हमने अरबों-खरबों कमाए हैं । इसलिए तो हम राजनीति में आये है । Mjk
हम किसानों को कैसे लुटते है और किसानों को आत्महत्या करने के लिए कैसे प्रवृत्त करते है । महाराष्ट्र में और पुरी भारत में कानून हैं की किसान अपनी खेती "(खुन शोषण करनेवाले) मंडई को ही बेचे । बाहर किसको बेचा तो सिधा जेल ।महाराष्ट्र में सभी मंडी की मालकिन सुप्रिया सुले है । किसान कभी कभी १००/१२५ मैल से खेती का आलू, कांदा वगैरह बैलगाड़ी, ट्रक, ट्रैक्टर में डालकर मंडई लेकर आते हैं । बाहर किसको बेचा तो सिधा जेल । हम बोलते हैं रुको ४ दिन । ४ दिन रुका तो माल सड़ेगा इसलिए किसान हमारे पांव पकडता है । माल का वजन १०० किलो है तोहम बोलते हैं ६०/७० किलो का ही पैसा देंगे नहीं तो भाग यहां से । बाहर तो बेच नहीं सकता इसलिए मजबूरन ६०/७० किलों का पैसा लेने के लिए तैयार होता है । हम यह पैसा उसको ३/४ महीने में देनेका वादा करते हैं । जल्दी पैसा मंगता है तो हम ५/१० % काटकर किसानों को पैसा देते हैं । अगर वजन बराबर ओर ताबड़तोड़ पैसा चाहिए तो हम किसानों को बोलते हैं तेरी लड़की नहीं तो बहन को रातको भेज दें । कोई किसान ने गड़बड़ी किया तो हम उसका माल लुट लेते हैं और इतना मारते-पीटते है की 6 महीने हास्पिटल । मतलब खर्चा और 1 बरस खेती नहीं होगी। इसलिए तो कितने किसान आत्महत्याएं करते रहते हैं। इसमें माननीय सुप्रीया सुले की मंडई हर बरस 10/12 हजार करोड़ रुपये कमाती है । पंजाब में अकाली दल 9/10 हजार करोड़ रुपए हर बरस कमाता है । मोदी ने किसान कानून लाया कि किसान किसीको भी बेच सकता है तो हमने आंदोलन करके यह कानून पास होने नहीं दिया । हम किसानों को लुटते रहेंगे । लुट मारी करके हमने अरबों-खरबों कमाए हैं । इसलिए तो हम राजनीति में आये है । Bnn
हां थेरडा काय बोलतो हे तुम्ही पत्रकार ओळखू व समजून घेता खरंच तुमचं कौतुक करावे तेवढे कमीच आहे.बाकी आम्हाला लहान मुलं बोबडे बोलतात तसं वाटतं. आता आम्ही हा केंव्हा तिरडी वर झोपतो त्याची वाट पाहत आहोत.
तो यम पण ह्या थेरड्याला वर न्यायला घाबरतो. हा वर येऊन महाराष्ट्रात जसा धिंगाणा घालतो तसा धिंगाणा घातला तर आपली नोकरी जाईल अशी भीती वाटते बहुदा यमाला .
जनता खुप हुषार झाली आहे, आम्ही मतदार तर सगळ्या भारतात इस्रो पेक्षा हुशार आहोत , कारण एक बाटली 500-1000, आणि एका हाडूक वर आमचा जाणता राजा निवडून आणतो, हे जगात कुठेही दाखवा सुशील सर, अगदी पाकिस्तानात सुध्दा लष्करी बळाचा वापर करतात, पण आम्ही आतापर्यंत फक्त हाडकावर निवडणुका जिंकल्या, मोदीजी पासुन बदलत आहे, हे आमच्या पोटात दुखते
वयोमानानुसार मेंदूला रक्त पुरवठा कमी होतो. त्यामुळे त्यांची अशी पलटूराम परिस्थिती होत आहे. आता कितीही उसने अवसान आणले तरी वय परत वाढवून मिळणार नाही. माफ करून टाका.
थोडक्यात म्हणजे सर्व खोट असूनही लोकांना नादी लागावे, कारण त्यांनी सांम दांम दंड भोग सर्व जमा करून ठेवले आहे खर्च काहीच नाही, आणि सवयीचा परिणाम होत असते
हम किसानों को कैसे लुटते है और किसानों को आत्महत्या करने के लिए कैसे प्रवृत्त करते है । महाराष्ट्र में और पुरी भारत में कानून हैं की किसान अपनी खेती "(खुन शोषण करनेवाले) मंडई को ही बेचे । बाहर किसको बेचा तो सिधा जेल ।महाराष्ट्र में सभी मंडी की मालकिन सुप्रिया सुले है । किसान कभी कभी १००/१२५ मैल से खेती का आलू, कांदा वगैरह बैलगाड़ी, ट्रक, ट्रैक्टर में डालकर मंडई लेकर आते हैं । बाहर किसको बेचा तो सिधा जेल । हम बोलते हैं रुको ४ दिन । ४ दिन रुका तो माल सड़ेगा इसलिए किसान हमारे पांव पकडता है । माल का वजन १०० किलो है तोहम बोलते हैं ६०/७० किलो का ही पैसा देंगे नहीं तो भाग यहां से । बाहर तो बेच नहीं सकता इसलिए मजबूरन ६०/७० किलों का पैसा लेने के लिए तैयार होता है । हम यह पैसा उसको ३/४ महीने में देनेका वादा करते हैं । जल्दी पैसा मंगता है तो हम ५/१० % काटकर किसानों को पैसा देते हैं । अगर वजन बराबर ओर ताबड़तोड़ पैसा चाहिए तो हम किसानों को बोलते हैं तेरी लड़की नहीं तो बहन को रातको भेज दें । कोई किसान ने गड़बड़ी किया तो हम उसका माल लुट लेते हैं और इतना मारते-पीटते है की 6 महीने हास्पिटल । मतलब खर्चा और 1 बरस खेती नहीं होगी। इसलिए तो कितने किसान आत्महत्याएं करते रहते हैं। इसमें माननीय सुप्रीया सुले की मंडई हर बरस 10/12 हजार करोड़ रुपये कमाती है । पंजाब में अकाली दल 9/10 हजार करोड़ रुपए हर बरस कमाता है । मोदी ने किसान कानून लाया कि किसान किसीको भी बेच सकता है तो हमने आंदोलन करके यह कानून पास होने नहीं दिया । हम किसानों को लुटते रहेंगे । लुट मारी करके हमने अरबों-खरबों कमाए हैं । इसलिए तो हम राजनीति में आये है । Nh
❤ खरंच छान अभ्यासपूर्ण विश्लेषण केलय आपण. आपण कसे आपल वाक्य पलतवत असतात काका साहेब हे दाखवून दिलंत. हे जनतेस आता कळाले आहे. कसे सर्ड्यासारखे रंग बदलतात ते.आणि खोटं बोलण्यात पटाईत असल्यासारखे वाटतेय. श्री.अजित दादांनी आजची बीड ची सभा गाजवलेली आढळते.
उत्कृष्ट विश्लेषण. शरद पवार यांचे भाषण हळु व तोंडातल्या तोंडात असते म्हणून काय लोकांना समजत असते कोणाला माहित. देवेंद्र फडणवीस, नितीन गडकरी, अजित पवार, एकनाथ शिंदे यांचे कोणतेही भाषण सुस्पष्ट असते ते लागलीच समजते🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉
शरद पवार कृषी मंत्री असताना नाशिक येथे सभेत लोकानी कांदे फेकून मारले होते 2013 ला
हा लाता खाऊच आहे वाकड्या, काही किम्मत राहली नाही आता ह्यांना मतं देणाऱ्यांची कीव करावीशी वाटेल 🚩🚩🚩
हम किसानों को कैसे लुटते है और किसानों को आत्महत्या करने के लिए कैसे प्रवृत्त करते है ।
महाराष्ट्र में और पुरी भारत में कानून हैं की किसान अपनी खेती "(खुन शोषण करनेवाले) मंडई को ही बेचे । बाहर किसको बेचा तो सिधा जेल ।महाराष्ट्र में सभी मंडी की मालकिन सुप्रिया सुले है ।
किसान कभी कभी १००/१२५ मैल से खेती का आलू, कांदा वगैरह बैलगाड़ी, ट्रक, ट्रैक्टर में डालकर मंडई लेकर आते हैं । बाहर किसको बेचा तो सिधा जेल ।
हम बोलते हैं रुको ४ दिन । ४ दिन रुका तो माल सड़ेगा इसलिए किसान हमारे पांव पकडता है ।
माल का वजन १०० किलो है तोहम बोलते हैं ६०/७० किलो का ही पैसा देंगे नहीं तो भाग यहां से । बाहर तो बेच नहीं सकता इसलिए मजबूरन ६०/७० किलों का पैसा लेने के लिए तैयार होता है ।
हम यह पैसा उसको ३/४ महीने में देनेका वादा करते हैं । जल्दी पैसा मंगता है तो हम ५/१० % काटकर किसानों को पैसा देते हैं । अगर वजन बराबर ओर ताबड़तोड़ पैसा चाहिए तो हम किसानों को बोलते हैं तेरी लड़की नहीं तो बहन को रातको भेज दें ।
कोई किसान ने गड़बड़ी किया तो हम उसका माल लुट लेते हैं और इतना मारते-पीटते है की 6 महीने हास्पिटल । मतलब खर्चा और 1 बरस खेती नहीं होगी।
इसलिए तो कितने किसान आत्महत्याएं करते रहते हैं।
इसमें माननीय सुप्रीया सुले की मंडई हर बरस 10/12 हजार करोड़ रुपये कमाती है ।
पंजाब में अकाली दल 9/10 हजार करोड़ रुपए हर बरस कमाता है ।
मोदी ने किसान कानून लाया कि किसान किसीको भी बेच सकता है तो हमने आंदोलन करके यह कानून पास होने नहीं दिया ।
हम किसानों को लुटते रहेंगे ।
लुट मारी करके हमने अरबों-खरबों कमाए हैं । इसलिए तो हम राजनीति में आये है ।
Mm
पवार कृषिमंत्री झाल्यापासूनच शेतकरी आत्महत्या हा विषय ऐरणीवर आला..
स्मशानात जाण्याची वेळ आली आहे तरी फेकाफेकी सुरू आहे.याला स्मृतीभ्रष्ट बोलावं कि बुध्दीभ्रष्ट??
असल्या घाणीला वर कस न्यायच त्याचा देव विचार करतोय.
@@rajangurjar2183 अगदी बरोबर.हा वर गेल्यावर तेच करणार जे इथं करण्यास जमलं नाही.हा वरती सुध्दा घाणच करणार.
बुद्धी असेल तर बुद्धिभ्रष्ट हे तर स्मृतिभ्रष्ट
नमस्कार सुशीलजी फारच छान
Fakt bharsht😅😅
आता जनता माफ करणार नाही आता सुशिक्षित लोक आहेत विचार करणार आहे
Sir,tarihi baramatichi janta pawaranchya pathishi tham pane ubhi ahe. he tumhala yenarya 2024 chya loksabhela samjel.
*भाऊंच्या शब्दात बोलायचे तर ह्या वयात अशा कोलांट्या उड्या पाहून कींव येते!* 😊😊
खरचं खूप कीव करावी वाटते.
हा माणूस देश व राज्यातील लोकांना सतत फसवत आलेला आहे. त्याला सह्याद्री म्हणने शुद्ध मुर्खपणा ठरेल. धन्यवाद सूशील चांगले सोलून काढले, तरी जित्याची मरेपर्यंत खोड जाणार नाही.
आता गुगली टाकायची वेळ मतदारांची आहे.. लवकरच डोळे पण वाकडे होणार आहेत
असाच सडून सडूनच जाईल 😅😂😂😂
शरद पवार आयुष्यभर पलटी मारण्याचे च राजकारण करून जनतेची दिशाभूल करणारे आणी शेतकऱ्यांची दिशाभूल करणारे जानते राजे शरद पवार पण दुर्दैव पवार साहेबांवर विश्वास ठेवणारी भोळीभाभडी जनता ,काय उपयोग!!
भोळी भाबडी जनता? त्यांनी फेकलेल्या पैशाच्या जिवावर मते देणारे यात अधिक सापडतील हे जो पर्यंत सुरू राहील तो पर्यंत हा माणूस कोलांट उड्या मारत रहाणार!फक्त साखर कारखाने,जमिनी भाव पाडून ताब्यात घेणे दुसऱ्यांनी उभारलेल्य संस्था ताब्यात घ्यायच्या आणि तहहयात विराजमान व्हायचे अध्यक्ष
हे थेरड बावचळून बोलतोय आणि माकण उड्या मारून आपलच हस करून घेत आहे
😂😅😊😊😅😅😀😃😃😄😄😆😆😅😂😂🤣🤣😇😇
सध्या शिवपाल यादव झाला आहे लवकरच ह्यांचा संजय राऊत होणार.
😂😅😅😊😊😅😅😂😂😂
सत्ते साठी किती ही तडफड, निदान विझताना तरी शांत रहा नाही तर आहेच पुन्हा पिंपळवर वस्ती.
अफलातून सतीश जी 😂😂
PIMPALAWARHI KONI ZAT SHETNAR NAHI KARAN TYANNAHI YACHYASARKHE KAMINA ZADAWAR AANUN GHAN KARAYCHI NAHI.
हम किसानों को कैसे लुटते है और किसानों को आत्महत्या करने के लिए कैसे प्रवृत्त करते है ।
महाराष्ट्र में और पुरी भारत में कानून हैं की किसान अपनी खेती "(खुन शोषण करनेवाले) मंडई को ही बेचे । बाहर किसको बेचा तो सिधा जेल ।महाराष्ट्र में सभी मंडी की मालकिन सुप्रिया सुले है ।
किसान कभी कभी १००/१२५ मैल से खेती का आलू, कांदा वगैरह बैलगाड़ी, ट्रक, ट्रैक्टर में डालकर मंडई लेकर आते हैं । बाहर किसको बेचा तो सिधा जेल ।
हम बोलते हैं रुको ४ दिन । ४ दिन रुका तो माल सड़ेगा इसलिए किसान हमारे पांव पकडता है ।
माल का वजन १०० किलो है तोहम बोलते हैं ६०/७० किलो का ही पैसा देंगे नहीं तो भाग यहां से । बाहर तो बेच नहीं सकता इसलिए मजबूरन ६०/७० किलों का पैसा लेने के लिए तैयार होता है ।
हम यह पैसा उसको ३/४ महीने में देनेका वादा करते हैं । जल्दी पैसा मंगता है तो हम ५/१० % काटकर किसानों को पैसा देते हैं । अगर वजन बराबर ओर ताबड़तोड़ पैसा चाहिए तो हम किसानों को बोलते हैं तेरी लड़की नहीं तो बहन को रातको भेज दें ।
कोई किसान ने गड़बड़ी किया तो हम उसका माल लुट लेते हैं और इतना मारते-पीटते है की 6 महीने हास्पिटल । मतलब खर्चा और 1 बरस खेती नहीं होगी।
इसलिए तो कितने किसान आत्महत्याएं करते रहते हैं।
इसमें माननीय सुप्रीया सुले की मंडई हर बरस 10/12 हजार करोड़ रुपये कमाती है ।
पंजाब में अकाली दल 9/10 हजार करोड़ रुपए हर बरस कमाता है ।
मोदी ने किसान कानून लाया कि किसान किसीको भी बेच सकता है तो हमने आंदोलन करके यह कानून पास होने नहीं दिया ।
हम किसानों को लुटते रहेंगे ।
लुट मारी करके हमने अरबों-खरबों कमाए हैं । इसलिए तो हम राजनीति में आये है ।
Mjk
पवारां च्या गुगली मुळे उध्दव ठाकरे मात्र clean bold झाले .
मौनी बाबा सारखे देशाचे पंत प्रधान झाले पण बोलण्यात तरबेज असणारे साहेब आज पर्यंत पि एम झाले नाही म्हणतात ना आती शहाणा .........
बरोबर आहे
काय सांगाव ह्यांच.
हे 2024 च्या लोकसभेनंतर भाजपचा झेंडा घेवून फिरतील.
तेच पवार साहेब करणार आहेत 😊
नक्कीच करतील ते असं.
😂😂😂😂 भरवसा नाही
हम किसानों को कैसे लुटते है और किसानों को आत्महत्या करने के लिए कैसे प्रवृत्त करते है ।
महाराष्ट्र में और पुरी भारत में कानून हैं की किसान अपनी खेती "(खुन शोषण करनेवाले) मंडई को ही बेचे । बाहर किसको बेचा तो सिधा जेल ।महाराष्ट्र में सभी मंडी की मालकिन सुप्रिया सुले है ।
किसान कभी कभी १००/१२५ मैल से खेती का आलू, कांदा वगैरह बैलगाड़ी, ट्रक, ट्रैक्टर में डालकर मंडई लेकर आते हैं । बाहर किसको बेचा तो सिधा जेल ।
हम बोलते हैं रुको ४ दिन । ४ दिन रुका तो माल सड़ेगा इसलिए किसान हमारे पांव पकडता है ।
माल का वजन १०० किलो है तोहम बोलते हैं ६०/७० किलो का ही पैसा देंगे नहीं तो भाग यहां से । बाहर तो बेच नहीं सकता इसलिए मजबूरन ६०/७० किलों का पैसा लेने के लिए तैयार होता है ।
हम यह पैसा उसको ३/४ महीने में देनेका वादा करते हैं । जल्दी पैसा मंगता है तो हम ५/१० % काटकर किसानों को पैसा देते हैं । अगर वजन बराबर ओर ताबड़तोड़ पैसा चाहिए तो हम किसानों को बोलते हैं तेरी लड़की नहीं तो बहन को रातको भेज दें ।
कोई किसान ने गड़बड़ी किया तो हम उसका माल लुट लेते हैं और इतना मारते-पीटते है की 6 महीने हास्पिटल । मतलब खर्चा और 1 बरस खेती नहीं होगी।
इसलिए तो कितने किसान आत्महत्याएं करते रहते हैं।
इसमें माननीय सुप्रीया सुले की मंडई हर बरस 10/12 हजार करोड़ रुपये कमाती है ।
पंजाब में अकाली दल 9/10 हजार करोड़ रुपए हर बरस कमाता है ।
मोदी ने किसान कानून लाया कि किसान किसीको भी बेच सकता है तो हमने आंदोलन करके यह कानून पास होने नहीं दिया ।
हम किसानों को लुटते रहेंगे ।
लुट मारी करके हमने अरबों-खरबों कमाए हैं । इसलिए तो हम राजनीति में आये है ।
Bnn
आता आपल्याला राजकारणात काही स्थान नाही,हे समजून संन्यास घ्यावा
वय झालंय स्मरण शक्ती कमी झाली आहे आजार आहे साठी नठी काल काय बोललेत ते आठवत नाही राजकारण सोडून दिले पाहिजे
पलटी + बेभरवसा = काका
हे समीकरण झाले आहे, भारताच्या इतिहासात नोंद होईल
नक्कीच 😊
पवारांच्या सर्टिफिकेट वरइतिहासाची सत्यता ठरत नाही.
सुशील जी शरद पवारांचं भाषण जरूर ऐकवा फक्त नम्र विनंती आहे की स्र्किनवर लीहून सुद्धा दाखवा का? ते समजण्या एवढे तुम्ही नक्कीच समजदार आहात.
आजपर्यंतच्या राजकीय वाटचालीत शरद पवार कधी खरं बोलले ते सांगा आणि एक हजार मिळावा अशी योजना आणली तर ते आजन्म कोणीही मिळवू शकणार काही, याची खात्री आहे.
बरोबर आहे
याच्या दाउदशि असलैल्या आर्थिक संबधाची सखोल चौकशी करुन जर गुन्हे सिध्ध झाले तर तुरुंगात टाकले पाहिजे!
N.N.VORA committee report on 1992-93 local trains bomb blast to be exposed for the Facts.
सही बात कही आपने।
Absolutely Correct 💯 Universal Truth 💯 👍
Sir, bjp chya nettyanmadhe evdhi himmat nahi. karan modiji pawar sahebanna tyanche guru maantaat.
tech kaam chalu asave.
कोळसा उगाळावा तितका काळाच
नाहवी यांचा उकिरडा किती ऊकरला तर फक्त केसच सापडणार,
फक्त चर्चेत रहाणे एवढाच उद्देश...मग ते चूक असेल तरी...
विश्लेषण आपण च करावे.... अतीशय उत्कंठा वर्धक असते...❤
फेकाफेक करण्यात त्याची तर खसियत आहे यू टर्न घेण्यात तर ते मास्टर आहे 😊😂
😂😂😂
भाषण ऐकवताना खाली लिहलेले दाखवा कारण बोललेले काहीही समजत नाही तरी तुम्ही जबरदस्तीने ऐकवत आणि दाखवतात
लोक मूर्ख आहेत जे अजूनही पवार यांच्यावर विश्वास ठेवतात
Can we trust on bloody bastered sushil Kulkarni ? A bloody bastered culture agent against marathas ? 😂😂😂
मुर्ख लोक पवार वर विश्वास ठेवतात, आणि ५० वर्षे ते राजकारणात,,, महाराष्ट्रवासी ४९% हुषार आहेत,
हा इतिहास गावोगावी पोहचायला पाहिजे.
सुशीलजी, यांच्या भाषणाची क्लिप दाखवताना interpreter ठेवावा.बर होईल भाषणं समजेल तरी 😅😅
बरोबर,तो जाणता राजा काय बोलतात समजत नाही.
जाणता राजा ? 🤔🤔🤔
नाही नाही, "भामटा राजा " !!!!!
हां थेरडा काय बोलतो हे तुम्ही पत्रकार ओळखू व समजून घेता खरंच तुमचं कौतुक करावे तेवढे कमीच आहे.बाकी आम्हाला लहान मुलं बोबडे बोलतात तसं वाटतं. आता आम्ही हा केंव्हा तिरडी वर झोपतो त्याची वाट पाहत आहोत.
तो यम पण ह्या थेरड्याला वर न्यायला घाबरतो. हा वर येऊन महाराष्ट्रात जसा धिंगाणा घालतो तसा धिंगाणा घातला तर आपली नोकरी जाईल अशी भीती वाटते बहुदा यमाला .
काकाजी च्या बद्दल काय बोलावे हेच समजतं नाही.
यांना वेडाचे झटके येतात की काय.
महाराष्ट्राच्या राजकारणातला फेकुचंद्र
अरे वीट आलाय, कशाला ही घाणेरडी थोबाड दाखवून हा वैताग आणताय. खरच आता बंद करा व कृपा करा. हे नीच नालायक कोडगे कधीं सुधारतील काय........
पलटी मारणे हेच पवारांचे राजकारण आहे
कांदा हा नेहमीच रडवतो कधी शेतकऱ्यांना कधी खाना रांना फळे भाजीपाला कांदा यांचे भाव नेहमी पुरवठ्यावर अवलंबून असतात
महाराष्ट्र राज्य आणि देशाला महिते आहे कोण फेकतो जनता जागृत होत आहे सर खूप आनंद झाला सर्व सूत्र जनता जनार्दन हातात आहे 😮😢😮
Full 2
Great Sushil Bhai
जय हिंदू राष्ट्र
महाराष्ट्चे वाटोळे कोण करत आहे, हे जनतेला कळत आहे सुशीलजी आपल्या माध्यतून धन्यवाद🙏🙏
अतिशय सुंदर विश्लेषण केले आहे सुशील कुलकर्णी सर आपण.....!🙏
पुलोद सरकार पासून 54 ते 54 पर्यंतच.
😂😂😂
हम नही सुधरेंगे
आता तरी लोकांच्या लक्षात येऊ लागेल का की साहेब केवळ थापा मारतात.?
अहो महाराष्ट्रातला सर्वात लबाड माणूस म्हणजे पवार साहेब
जय श्री राम, वंदेमातरम.
कृपया,काकाच भाषण दाखवू नका, अजिबात समजत नाही!
बघवतही नाही.
Pawaran cha video dhakhvta sir pls Khali Marathi title det Java mag aamhala kalel Kay bole te
शरिरातील सोडियम, पोटॅशियम चे प्रमाण कमी झाल्याने असला(सिलेक्टिव) विसरण्याचा त्रास सुरू होतो
तुम्ही समजून घ्याल अशी अपेक्षा
म्हणून तर 1978 पासून जिथे आहेत तिथेच आहेत
अगदी खरे आहे,
जनता खुप हुषार झाली आहे, आम्ही मतदार तर सगळ्या भारतात इस्रो पेक्षा हुशार आहोत , कारण एक बाटली 500-1000, आणि एका हाडूक वर आमचा जाणता राजा निवडून आणतो, हे जगात कुठेही दाखवा सुशील सर, अगदी पाकिस्तानात सुध्दा लष्करी बळाचा वापर करतात, पण आम्ही आतापर्यंत फक्त हाडकावर निवडणुका जिंकल्या, मोदीजी पासुन बदलत आहे, हे आमच्या पोटात दुखते
अनिल थत्ते यांनी मुद्दा भारत का चैनल वर काय धूतल आहे उद्धवउद्दीन ला जाऊन बघात 😂
Udroddin😅😅
स्वतः श्रीमंत होऊनसुध्दा ब्राह्मण होता आले नाही याची खंत आहे काय?
बिहारमध्ये एक पलटूराम आणि महाराष्ट्राचा शरद पलटूराम
वयोमानानुसार मेंदूला रक्त पुरवठा कमी होतो. त्यामुळे त्यांची अशी पलटूराम परिस्थिती होत आहे. आता कितीही उसने अवसान आणले तरी वय परत वाढवून मिळणार नाही. माफ करून टाका.
कुठल्या मुहुर्तावर जन्मला आहे,
हे तपासण्याची गरज आहे! 😡👊
Chhan vivechan.
थोडक्यात म्हणजे सर्व खोट असूनही लोकांना नादी लागावे, कारण त्यांनी सांम दांम दंड भोग सर्व जमा करून ठेवले आहे खर्च काहीच नाही, आणि सवयीचा परिणाम होत असते
शेतकरी पूर्व इतिहास विसरले असतील का?
shetkari jatisathi mati khatay.
तेच तर कळत नाही
हम किसानों को कैसे लुटते है और किसानों को आत्महत्या करने के लिए कैसे प्रवृत्त करते है ।
महाराष्ट्र में और पुरी भारत में कानून हैं की किसान अपनी खेती "(खुन शोषण करनेवाले) मंडई को ही बेचे । बाहर किसको बेचा तो सिधा जेल ।महाराष्ट्र में सभी मंडी की मालकिन सुप्रिया सुले है ।
किसान कभी कभी १००/१२५ मैल से खेती का आलू, कांदा वगैरह बैलगाड़ी, ट्रक, ट्रैक्टर में डालकर मंडई लेकर आते हैं । बाहर किसको बेचा तो सिधा जेल ।
हम बोलते हैं रुको ४ दिन । ४ दिन रुका तो माल सड़ेगा इसलिए किसान हमारे पांव पकडता है ।
माल का वजन १०० किलो है तोहम बोलते हैं ६०/७० किलो का ही पैसा देंगे नहीं तो भाग यहां से । बाहर तो बेच नहीं सकता इसलिए मजबूरन ६०/७० किलों का पैसा लेने के लिए तैयार होता है ।
हम यह पैसा उसको ३/४ महीने में देनेका वादा करते हैं । जल्दी पैसा मंगता है तो हम ५/१० % काटकर किसानों को पैसा देते हैं । अगर वजन बराबर ओर ताबड़तोड़ पैसा चाहिए तो हम किसानों को बोलते हैं तेरी लड़की नहीं तो बहन को रातको भेज दें ।
कोई किसान ने गड़बड़ी किया तो हम उसका माल लुट लेते हैं और इतना मारते-पीटते है की 6 महीने हास्पिटल । मतलब खर्चा और 1 बरस खेती नहीं होगी।
इसलिए तो कितने किसान आत्महत्याएं करते रहते हैं।
इसमें माननीय सुप्रीया सुले की मंडई हर बरस 10/12 हजार करोड़ रुपये कमाती है ।
पंजाब में अकाली दल 9/10 हजार करोड़ रुपए हर बरस कमाता है ।
मोदी ने किसान कानून लाया कि किसान किसीको भी बेच सकता है तो हमने आंदोलन करके यह कानून पास होने नहीं दिया ।
हम किसानों को लुटते रहेंगे ।
लुट मारी करके हमने अरबों-खरबों कमाए हैं । इसलिए तो हम राजनीति में आये है ।
Nh
प्रसिद्धीत राहण्यासाठी सगळा खटाटोप सुरू आहे.
सहकारांवर कारवाई होईल तेव्हा हि थेर बंद होतील अन्यथा नाही दूसरा ऊठून बसेल असेच चालत राहील
निट बोलता येत नाही पण भाषण करण्याची हौस फार चांगला धूतला सुशिलजी
शरद पवार यांचे manjhe सर्व करायचे आणी manhayche तो मी नव्हेच
मान्य आहे, हे साहेब शेवटच्या क्षणापर्यंत असेच बोलनार. आपण नेहमी यांना उघडे करीत जा.
अप्रतिम व्हिडिओ आणि तोही शंभर टक्के बरोबर सुद्धा अभिनंदन आपले आणि हार्दिक शुभेच्छा पुढील वाटचालीस मिस्टर सुशील कुलकर्णी साहेब
🌹🌹परखड, सत्य, पुराव्यासहित 🇮🇳💪🏿🇮🇳💪🏿🇮🇳💪🏿🇮🇳
त्यांना आता पलटूरामच संबोधावे .
अगदी बरोबर आहे.
संपूर्ण आयुष्यात पलटी, विश्वासघात या शिवाय केलच काय?
अगदी बरोबर विश्लेषण केले आहे
यावाकड्याचतोन्डसुद्धापहावसवाटतनाहीकितीसडलयतरीयालालाजवाटतनाहीसडकतोन्डजनतेलादाखवायची
खायचे दात वेगळे व दाखवायचे वेगळे.
मी नाही त्यातली आणि** ....
चंद्रयान हे नेहरू चे स्वप्न ही मल्लिनाथी साहेबांचीच
शरद गौड बंगाल, अस त्याच नाव, हा माणूस फक्त सत्ता ओळखतो पुरोगामित्वाच कातड फेकता येत नाही आणि ते पांघरल तर आता सत्ता मिळत नाही अशी वाईट वेळ आलीय.
❤ खरंच छान अभ्यासपूर्ण विश्लेषण केलय आपण.
आपण कसे आपल वाक्य
पलतवत असतात काका साहेब
हे दाखवून दिलंत.
हे जनतेस आता कळाले आहे.
कसे सर्ड्यासारखे रंग बदलतात
ते.आणि खोटं बोलण्यात पटाईत
असल्यासारखे वाटतेय.
श्री.अजित दादांनी आजची
बीड ची सभा गाजवलेली
आढळते.
टग्या काय बोलतो ते काही समजत नाही.
आपल्या पित्या विषयी त्यांची अभिमानी कन्या काय म्हणते
😂😂😂😂😂
ह्या बोटा वरची थुंकी त्या बोटावर 😂😂
Ekdam barobar sangta sir.
काय बोलत होते, शब्द पण समजत नाही
साहेबांना अट्टल म्हणता येतच नाही. म्हणून तर अद्दळ शब्द आला आहे.
एक खोट पचवायला हजार वेेळा खोट बोलायला लागतात हा साधा नियम आहे. कस समजत नाही या मोठ्या माणसाना.
असा खोटारडा नेता नालायक आजपर्यंत झाला नाही . शरम वाटते ह्या माणसाची .
Exclusive analysis. 🙏
काका 50 वर्षे राजकारण असुनही स्थिर होऊ शकले नाही. PM नरेंद्र मोदी 9 वर्षात जागतीक नेते झाले. काकांनी Exit घेउन तरूणांना संधी द्यावी.
उत्कृष्ट विश्लेषण. शरद पवार यांचे भाषण हळु व तोंडातल्या तोंडात असते म्हणून काय लोकांना समजत असते कोणाला माहित. देवेंद्र फडणवीस, नितीन गडकरी, अजित पवार, एकनाथ शिंदे यांचे कोणतेही भाषण सुस्पष्ट असते ते लागलीच समजते🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉
आपण शरद पवार यांचे कितीही स्वभाव दोष दाखवून दिले तरी ही " जातीसाठी माती खावी" वृत्ती जात नाही तोपर्यंत कोणीतरी " पवार" निर्माण होतच राहणार!
Excellent analysis👍👍👍
अव्वल... समजले
पण 'अड्डळ' म्हणजे काय? 🤔
Sushil ji vey well said
सैर भैर झालंय , काय बोलावं काय लपवाव हे कळत नाही 😂
श्री सुशील सर याना जिन्मास्टीक मधे पाठवा
Very true.
महाराष्ट्र आक्रोश करतोय , म्हणतोय सोडव बाबा याच्या तावडीतून , आता दमलो, थकलो , शिणलो , भागलो , वीट आलाय😢😮
या ना mental hospital मध्ये तातडीने दाखल करणे अपेक्षित आहे.....
Sundarvishleshansushiljidhanyvad
I don't know why you people are giving that much importance to the cheater NCP chief Sharad 😢
13 वा बॉंबस्फोट.
सुशिलजी, पवारांचे आता वय झाल्यामुळेच अशी वक्तव्य होत असावीत. माफ करून टाका, मोठ्या मनाने
पलटूसम्राट
NCP hi ek Srimant party. 👍
हे सत्तेत असताना शेतकरी आत्म हत्या करीत होतेच ना. तेव्हा यांनी काय केले.
मरायला टेकला तरीही निचपणा संपत नाही