चाणिक्य का अंग | Chanik ka Ang | Amargranth Sahib by Sant Rampal Ji Maharaj
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- เผยแพร่เมื่อ 10 ก.ค. 2023
- चाणिक्य का अंग | Chanik ka Ang | Amargranth Sahib by Sant Rampal Ji Maharaj
गरीब, पारब्रह्म कूँ छोड़ कर, पूजैं आन अनीत। चेतन सेती ओलनें, जड़ सेती है प्रीत।।1।।
गरीब, पाहन सेती प्रीतड़ी, चेतन सेती दोष। दोजख धारा जाएँगे, कदे न पावैं मोक्ष।।2।।
गरीब, पत्थर को परमेश्वर वर कहै, याहै जग अंधा घोर । साहिब पर सेवा नहीं, पौहचेंगे किस ठौर।।3।।
गरीब, पत्थर को परमेश्वर कहैं, बड़ा अंदेशा मोहि। पारस से भेट्या नहीं, कैसे पलटे लोह।।4।।
गरीब, पत्थर को परमेश्वर कहैं, बड़ा अंदेशा मुझ। सूली साकट दीजिये, कह समझाऊँ तुझ।।5।।
गरीब, जड़ की तो पूजा करैं, चेतन सेती भिन्न। दोजख बहने बह गये, खोया राम रत्न।।6।।
गरीब, पत्थर पुजारी जीव हैं, ये कलियुग के लोग। बाणय कुटिल छूटै नहीं, लाग्या दीर्घ रोग।।7।।
गरीब, पत्थर पुजारी जीव हैं, गही अविद्या गांठ। धर्मराय की खाल से, दीनी जम कूँ बांट।।8।।
गरीब, भेख लोड़त हैं बहिष्त कूँ, पत्थर गांठी बांध। जीवेंगे किस भेद से, विष के लड्डू सांध।।9।।
गरीब, साधौं सेती मसकरी, चौरां नाल खुशाल। कौड़ी गह पल्लू बांधी, डार दिया नघ लाल।।10।।...
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संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा प्राप्त करने के लिए या अपने नजदीकी नामदीक्षा केंद्र का पता करने के लिए हमे +91 82228 80541 नंबर पर कॉल करें |
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कबीर,गुरु बिन माला फेरते, गुरु बिन देते दान।
गुरु बिन दोनों निष्फल हैं, पूछो वेद पुराण।।🙏
जय हो बन्दी छोड़ सद्गुरु Rampal Ji Maharaj Ji की
गरीब,सब पदवी के मूल हैं, सकल सिद्ध है तीर ।
दास गरीब सतपुरूष भजौ, अविगत कला कबीर ।।
गुरु बिन माला फेरते, गुरु बिन देते दान।
गुरु बिन दोनों निष्फल है, चाहे पूछो वेद पुराण।
तीन देव की जो करते भक्ति। उनकी कबहु न होवै मुक्ति।।
परमेश्वर कबीर जी ने कहा है कि जो साधक भूलवश तीनों देवताओं की भक्ति करते हैं, उनकी कभी मुक्ति नहीं हो सकती।
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3:44
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Bandi chhor satguru rampal ji maharaj ki jay ho sat shaheb ji❤❤❤❤❤❤
कबीर, दर्शन साधु का,मुख पर बसै सुहाग ।
दर्श उन्ही को होत हैँ ,जिनके पुर्ण भाग ।।
कबीर,गुरु गोविंद दोउ खड़े,काके लागूं पांव।
बलिहारी गुरु आपने,गोविंद दियो मिलायें।।🙏
अनंत कोटि ब्रह्माण्ड का एक रति नही भार सत गुरु पुरूष कबीर है ये कूल के श्रीजनहार
कबीर,हम ही अलख अल्लाह है,मूल रूप करतार।
अनन्त कोटि ब्रह्माण्ड का,मैं ही सिरजनहार।।🙏
🙏 Bandichhod 🌹 satguru 🙏 rampal 🌹 ji 🙏 Maharaj 🌹 ji 🙏 ki 🌹 charno 🙏 mein 🌹 koti 🙏 koti 🌹 dandavat 🙏 pranam 🌹 sat 🙏 saheb 🌹 ji 🙏 parmatma 🙏🌹
*58) कबीर क्षुधा कूकरी, करत भजन में भंग । वाकूं टुकडा डारि के, सुमिरन करूं सुरंग ॥*
सतगुरू जो चाहे सो कर ही चौदह कोटि दूत जम डर ही
ऊ त भूत जम तिराश निवारे चित्र गुप्त के कागज फाड़े
कबीर,अक्षर पुरुष एक पेड़ हैं, निरंजन वाकी डार।
तीनों देवा शाखा है, पात रूप संसार।।🙏
He tintri lok chaudha bhuwanse vi uppar Wale lokme rahanewale Malik aapko me satsat Naman charanbandagi kartahu sat saheb
Ram nam kadva lage mithe lage daam duvidha me dono gaye maya mili na ram 😍🥰🥰🥰🥰🥰
कबीर,ऐसी वाणी बोलिए,मन का आपा खोया।
औरन को शीतल करै, आपा शीतल होय।।🙏
पूर्ण गुरु से दीक्षा लेकर फिर परमात्मा के गुणों का चिन्तन करना ही ध्यान (मेडिटेशन) है। इसी में मानव जीवन की सफलता है।
True spiritual knowledge by Sant Rampal Ji #
अनमोल ज्ञान 😍😍😍😍😍😍😍
भगती दान गुरु दीजिए देवन के देवा हो जन्म पाया भूलू। नहीं करहु पद सेवा हो
🙏💓सतगुरू देव जी की जय,सत साहेब 💓🙏
अपने निज घर सतलोक से परिचित करवाया
संत रामपाल जी महाराज जी ने अपने निज घर अमर लोक (सतलोक) को भूल चुकी सभी आत्माओं को सैंकड़ों प्रमाण देकर सतलोक के स्थायी सुखों से परिचित करवाया जिससे जनता को एक ऐसे लोक का पता चला जहां जाने के बाद जन्म व मृत्यु नहीं होती।
🙏 Anmol 🌹 Gyan 🙏 satya 🌹 vachan 🙏 sat 🌹 saheb 🙏 ji 🌹 parmatma 🙏🌹
🙏 Sat 🌹 saheb 🙏 ji 🌹 parmatma 🙏🌹
Very nice satsang
Geart knowledge by sant rampal ji maharaj
Real God Kabir
Jai ho bandi chhod ki jai ho 🙏 🙏 🙏
🙏🙏🙏Satguru rampal ji maharaj ki jay ho sat saheb🙏🙏🙏
सतगुरु साहेब एक शरीरा सतगुरु बिना न बाजे तुरा
सत साहेब जी
Mere malik❤
सतगुरू देव की जय
जो आया सो चला गया, धरती छोड़ शरीर ।
जो देहि के संग गया, ताका नाम कबीर ।।
Very nice
❤❤❤❤❤
anmol satgyan purn prmatma ka
यह संसार समंझदा नाही, कहंदा शाम दोपहरे नू।
गरीब दास यह वक्त जात है, रोवोगे इस पहरे नू।।
पूरे विश्व में तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज ही पूर्ण गुरु है,जो शास्त्रों के आधार पर भक्ति बताते हैं।
Kabir is god
God given gyan 🙏🏼 🙌 ❤ ♥ 💖 👏 🙏🏼 🙌 ❤ ♥ 💖 👏
गरीब सतगुरु पूर्ण ब्रह्म है सत्गुरु आप आलेख
सतगुरु रमता राम है या में मीन ना मेख
Only true guru is Sant Rampal ji maharaj in the world.
कबीर,मानुष जन्म पाय कर,नहीं रटा हरि नाम।
जैसे कुआ जल बिन, खुदवाया किस काम।।🙏
नाम उठत नाम बैठत,नाम सेती लाग रै।
नाम खाते नाम पीते,नाम सेती लाग रै।।🙏
🌻सत्संग रुपी अमृत वाणी 🌻👏👏🏻🌷🪷🌧️🌾🏡📿🪴
Great saint rampal ji maharaj
कबीर परमेश्वर जी ने कहा है कि -
एकै साधे सब सधै, सब साधै सब जाय।
माली सीचें मूल को, फलै फूलै अघाय।।
संत रामपाल जी महाराज, सर्वसुख व पूर्णमोक्ष दायक शास्त्रानुकूल भक्ति साधना (धार्मिक अनुष्ठान) करवाते हैं, जिसके करने से साधक पितर, भूत नहीं बनता अपितु पूर्ण मोक्ष प्राप्त करता है तथा जो पूर्वज गलत साधना करके पित्तर भूत बने हैं, उनका भी छुटकारा हो जाता है।
sat saheb ❤
शीलवन्त सबसे बड़ा, सब रतनन की खान ।
तीन लोक की सम्पदा, रही शील मे आन ॥
Al. Almighty God is Kabir saheb ji🙏🙏
Kabir is Real supreme God
Right way of worship 🥰
अनमोल वचन है
Sant Rampal Ji Maharaj bahut hi achcha Gyan batate hai
Garib-:Utter dakshin purab pashchim
Phirda dane-dane nun,
Sarv klaus satguru saheb ki hari aaye Haryanay nun".🙏😭🙏😭🙏😭🙏😭🙏
Nice satsang
सुख के माथे पत्थर पड़ो,जो नाम हृदय से जाए।
बलिहारी उस दुःख के,जो पल पल नाम रट्टाऐ।।🙏
Very nice satsang 🙏🙏🙏🙏
Wow
Sat saheb ji 🙇♀️🙏
सत्संग बहुत अच्छी है।
Sat saheb ji
Anmol gyan
Anmol gyaan
अनमोल ज्ञान
जो मम संत सत उपदेश दृढ़ावै (बतावै), वाके संग सभि राड़ बढ़ावै।
या सब संत महंतन की करणी, धर्मदास मैं तो से वर्णी।।
Very nice satsang 🙏🙏♥️
True Guru Sant Rampal Jiआज कलियुग में भक्त समाज के सामने पूर्ण गुरु की पहचान करना सबसे जटिल प्रश्न बना हुआ है। लेकिन इसका बहुत ही लघु और साधारण-सा उत्तर है कि जो गुरु शास्त्रो के अनुसार भक्ति करता है और अपने अनुयाईयों अर्थात शिष्यों द्वारा करवाता है वही पूर्ण संत है।
Anmol gyan he ji
सतयुग से लेकर अब तक प्रत्येक मानव भगवान को प्राप्त करने, जन्म-मृत्यु, वृद्धावस्था के कष्ट से छुटकारा पाने और पूर्ण मोक्ष प्राप्त करने के लिए प्रयत्नशील है। इसके लिए ऋषि, मुनियों और तपस्वियों ने हजारों, लाखों वर्षों तक घोर तप भी किया लेकिन परमात्मा प्राप्ति नही हुई
Bahut anmol gyan
Sat guru ke bina moch nahi
Very Nice
नौ मन सुत उलझिया ये ऋषि रहे झख मार सतगुरु ऐसा सुलझा लिया उलझे न दुजी बार
Very nice 🎉
Very nice video
Nice video
Nice 👍👍
Nice
🙏🙏
संत रामपाल जी महाराज की जय संत रामपाल जी महाराज जी पूरे विश्व में एकमात्र तत्वदर्शी संत हैं जो सच्ची भक्ति बताते हैं
🙏🙏🙏💞💞💞💞
Kabir, Paahan poojai Hari mile, to mai poojun Paashan |
Taate va chaaki bhali pees khaay Sansaar ||
❤❤❤❤
Manush Janam durlabh Hai Mile na barambar Jaise Talwar se pata tooth Pada behur Na Lage Dar
Kabir is God
हठयोग से न तो परमात्मा मिलता है और न ही जन्म-मृत्यु से मुक्ति मिलती है। बल्कि पवित्र गीता अध्याय 17 श्लोक 5 व 6 में मनमाने घोर तप (हठयोग) करने वालों को गीता ज्ञान दाता ने अज्ञानी, आसुर स्वभाव वाले बताया है।
अक्षर पुरुष एक पेड़ है निरंजन भागीदार तीनों देवास शाखा है यह पांच रूप संसार
Bandi chod sat guru rampalji ki jay ho
वेदों और गीता में कंप्लीट ज्ञान नहीं है कंप्लीट ज्ञान देने के लिए परमात्मा स्वयं आते हैं उसको कबीर वाणी अर्थात सच्चिदानंद घन ब्रह्म की वाणी बोलते हैं।
🐚जो कहते हैं कि संकल्प-विकल्प सब समाप्त हो जाए और सोचना भी समाप्त हो जाए, विचार शुन्य हो जाना ध्यान की अन्तिम स्थिति है।
विचारणीय विषय है: जब चिन्तन ही समाप्त हो गया तो फिर ‘ध्यान’ कहाँ रहा? जिस समय विचार शुन्य हो जाएगा तो मन को किस पर केन्द्रित किया।
विचार शुन्य हो ही नहीं सकता। मन को केवल प्रभु के गुणों के चिन्तन में केन्द्रित करने को ध्यान कहा जाता है।
जो कहते हैं कि संकल्प-विकल्प सब समाप्त हो जाए और सोचना भी समाप्त हो जाए, विचार शुन्य हो जाना ध्यान की अन्तिम स्थिति है।
विचारणीय विषय है: जब चिन्तन ही समाप्त हो गया तो फिर ‘ध्यान’ कहाँ रहा? जिस समय विचार शुन्य हो जाएगा तो मन को किस पर केन्द्रित किया।
विचार शुन्य हो ही नहीं सकता। मन को केवल प्रभु के गुणों के चिन्तन में केन्द्रित करने को ध्यान कहा जाता है।
🏡परमात्मा कहते हैं -
पृथ्वी ऊपर पग जो धारे, करोड़ जीव एक दिन में मारे।
ये काल का लोक है यहाँ पल भर में न जाने कितने पाप कराता है ये काल।
जबकि सतलोक में कोई पाप/ जीव हिंसा नहीं होती। सतलोक सुख सागर है।
तत्वदर्शी सन्त वह होता है जो वेदों के सांकेतिक शब्दों को पूर्ण विस्तार से वर्णन करता है जिससे पूर्ण परमात्मा की प्राप्ति होती है वह वेद के जानने वाला कहा जाता है।
जीव हमारी जाती है मानव धर्म हमारा हिदू मसलिम शिख ईसाई धर्म नहीं कोई नयरा
🌱शिवरात्रि पर जानें कि ॐ नमः शिवाय का जाप करने से मुक्ति संभव है या नही?
शिवजी से लाभ प्राप्त करने का मूल मंत्र क्या है ? जानने के लिए पढ़ें पुस्तक "ज्ञान गंगा"
संत शरण में आने से आई टले वाला मंस्तक मे सूली हो कांटे में टाल जाए
ऊध्र्वमूलम्, अधःशाखम्, अश्वत्थम्, प्राहुः, अव्ययम्,
छन्दांसि, यस्य, पर्णानि, यः, तम्, वेद, सः, वेदवित्।।1।।
तीन लोग का राज है ब्रह्मा विष्णु महेश उषा दाम कबीर का सतलोक पर्दे
Supreme God is Kabir
श्रीमद्भगवद्गीता अध्याय 8 के श्लोक 16 में बताया है कि ब्रह्मलोक तक सभी लोक पुनरावृत्ति में हैं। वह कौन सा लोक है जहां जाने पर पुनरावृत्ति नहीं होती, जहां जाकर सब अमर हो जाते हैं, जानने के लिए अवश्य पढ़ें अनमोल पुस्तक ज्ञान गंगा।
Meditation simply means controlling your senses by continuous practice.
But the perfect sages describe such practice as giving temporary benefits which have nothing to do with salvation.