Satguru daata hai kali mahi pran udaharan utre sai satguru daata deen dayalam jam kinkar ke tode jaalm jai ho bandichhod satguru Rampalji bhagwaan ki🙏🙏 💯
संत रामपाल जी महाराज जी के विचारों से समाज में सुधार आएगा। सब मिलकर एक-दूसरे के दुःख को बाँटेंगे। सुखमय जीवन जीऐंगे। रेप व यौन उत्पीड़न की घटनाऐं समूल नष्ट हो जाएंगी।
संत रामपाल जी महाराज के आदेशानुसार हरियाणा के बाढ़ प्रभावित इलाकों में बांटी जा रही है खाद्य सामग्री, दवाइयां, पीने का स्वच्छ पानी व अन्य जरूरत का सामान।
बाढ़ प्रभावित इलाकों में अन्न, जल, दूध और पशुओं को चारा उपलब्ध करवाकर संत रामपाल जी महाराज के शिष्यों ने अपनी उच्च मानवतावादी सोच को उजागर किया और संत रामपाल जी महाराज के सिद्धांत "जीव हमारी जाति है, मानव धर्म हमारा" पर चलकर लोगों को प्रेरणादायक संदेश दिया।
संत रामपाल जी महाराज जी के सत्संग वचन सुनकर उनसे नाम उपदेश प्राप्त करके जुड़ने के बाद जीवन के सभी दुःख समाप्त हो जाऐंगे। सत्संग से मनुष्य को जीवन के मूल कर्त्तव्य का ज्ञान होता है, मनुष्य सारे विकार त्याग देता है। उसके जीवन में सुखों की बहार आ जाती है, किसी भी प्रकार का दुःख नहीं रहता।
प्राकृतिक आपदा के बीच संत रामपाल जी महाराज के अनुयायी बाढ़ में फंसे लोगों की हरसंभव सहायता कर रहे हैं। प्रतिदिन संत जी के अनुयायियों द्वारा बाढ़ पीड़ितों के लिए सतलोक आश्रम कुरुक्षेत्र से खाने-पीने की जरूरी चीजों से लेकर अन्य राहत सामग्री की व्यवस्था की जा रही है।
संत रामपाल जी महाराज के शिष्यों ने क बाढ़ प्रभावित इलाकों में प्रतिदिन पहुंचाई राहत सामग्री जिसमें भोजन, पानी, दवाइयां, दूध व पशुओं के लिए चारा शामिल था।
सतगुरु तत्वदर्शी संत की शरण में जाकर दीक्षा लेने सर्व पाप कर्मो के कष्ट दूर हो जातें हैं। फिर न पेत बनते न गधा न बैल बनते हैं सत्यलोक की प्राप्ति होती है जहां केवल सुख है दुःख नहीं है
True Guru Sant Rampal Ji Maharaj सांचा शब्द कबीर का, सुन कर लागे आग । अज्ञानी सौ जल जल मरे ,ज्ञानी जाय जाग ।। कबीर, यह मन मलीन है, धोये ना छूटे रंग I कै छूटे हरि भक्ति से, कै साधु सत्संग ll कबीरा साधु दर्शन राम के, मुख पर बसे सुहाग। दर्श उन्हीं के होते हैं, जिनके पूर्ण भाग।।
🔅सतगुरू (तत्वदर्शी सन्त) की शरण में जाकर दीक्षा लेने से सर्व पाप कर्मों के कष्ट दूर हो जाते हैं। फिर न प्रेत बनते, न गधा, न बैल बनते हैं। सत्यलोक की प्राप्ति होती है जहां केवल सुख है, दुःख नहीं है।
कबीर,तीन लोक का राज है ब्रम्हा विष्णु महेश। ऊंचा धाम कबीर का, सतलोक प्रदेश ।।गरीब ,जल थल पृथ्वी गगन में,बाहर भीतर एक। पूर्ण ब्रह्म कबीर है, अविगत पुरुष अलेख।।🙏🙏
जब आप ईर्ष्या मे क्रोध मे होते हो तो तब आप नरक मे ही होते हो l जब आप दुसरे की मंगल की भावना रखते हो तब आप मंगल किरणो का श्रोत बन जाते हो l जब आप मन के पार नमन की अवस्था मे होते हो तब आप समाधी मे होते हो l कुछ नहीं की अवस्था शून्य अवस्था मे होते हो l
पूर्ण परमात्मा कबीर साहिब हैं जो हमारे सभी दुखों को मिटा कर हमको सुखी करना चाहते हैं हमारे जन्म मरण के रोग को मिटाकर हमको मोक्ष देना चाहते हैं वह रात दिन इस चिंता में रहते हैं कि मेरे बच्चे इस काल के लोक में अपनी स्वयं की गलती की वजह से दुखी हैं और मुझ से कोसों दूर हो गए हैं अधिक जानकारी के लिए संत रामपाल जी महाराज का सत्संग सुने
सतभक्ति करने से नशा अपने आप छूट जाता है। शराब, तम्बाकू तथा अन्य नशे के प्रति घृणा हो जाती है। सतभक्ति करने से मानव जीवन सफल हो जाता है। परिवार में किसी प्रकार की बुराई नहीं रहती। परमात्मा की कृपा सदा बनी रहती है।
*गरीब, सब पदवी के मूल हैं, सकल सिद्धि है तीर। दास गरीब सत्पुरुष भजो, अविगत कला कबीर।। *गरीब, अजब नगर में ले गए, हमको सतगुरु आन। झिलके बिम्ब अगाध गति, सुते चादर तान।।
शास्त्र अनुकूल साधना से मनुष्य का कल्याण संभव है संपूर्ण साधना सद्गुरु ही बताते हैं सतगुरु की शरण में जाएं उनसे नाम लिखने का मानव जीवन का कल्याण तभी सुख शांति मिल सकती मुक्ति मिल सकती
कबीर, मानुष जन्म दुर्लभ है, मिले न बारं-बार। तरवर से टूटे फूटे टुकड़े, बहुर ना लागे डार।। भावार्थ :-कबीर परमात्मा जी ने कहा कि वह मानव शरीरधारी प्राणी है! यह मानव जन्म (स्त्री/पुरुष) बहुत कठिनता से युगों तक प्राप्त होता है। यह बार-बार नहीं। इस शरीर के निवास-रहते शुभ कर्म तथा परमात्मा की भक्ति कर, अन्यथा यह शरीर समाप्त हो गया तो आप पुनः पुनः इसी स्थिति में पहुँचे अर्थात मानव शरीर को प्राप्त नहीं कर पाएंगे। जैसे कि लकड़ी से बने पत्ते के टुकड़े के समान दाल पुनः आरंभ नहीं होती। इसलिए इस मानव शरीर के अवसर को वैकल्पिक न गाँववा।
सृष्टि की रचना कैसे हुई ? संत प्रेमानंद बनाम संत रामपाल जी महाराज। सृष्टि की रचना के बारे में प्रेमानंद जी महाराज का भ्रमित करने वाला जवाब "भगवान ने सृष्टि की रचना नहीं की बल्कि भगवान स्वयं सृष्टि बने हैं" संत रामपाल जी महाराज ने आदरणीय नानक जी,आदरणीय गरीब दास जी, स्वयं कबीर साहेब जी तथा पवित्र वेदों से साबित किया है कि सृष्टि रचन हार स्वयं पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब जी हैं।
अम्बुसागर पृष्ठ 22 पर कहा है कि:- अपने सुख को गुरू कहावैं, गुरू कह कह सब जीव भुलावैं। गुरू शिष्य दोनों डहकावैं, बिना सार शब्द जो गुरू कहावैं।। अथवा पाँच नाम नहीं जाना। नारियर मोरहीं करें विज्ञाना।।
गीता अध्याय 5 श्लोक 2 में कहा गया है कि तत्वदर्शी संत न मिलने के कारण वास्तविक भक्ति का ज्ञान न होने से साधकों द्वारा गृहत्याग कर वन में चला जाना या कर्म त्याग कर एक स्थान पर बैठ कर कान, नाक आदि बंद करके या तप आदि करना दोनों ही व्यर्थ हैं अर्थात श्रेयकर नहीं हैं। शास्त्र विरुद्ध मनमाना आचरण करने से कोई लाभ नहीं होता है। इस विषय में श्रीमद्भगवत गीता अध्याय 16 श्लोक 23 में कहा गया है कि शास्त्रविधि को त्यागकर जो व्यक्ति मनमाना आचरण करता है उसे न कोई लाभ होता है, न सुख प्राप्त होता है और न ही परमगति यानी मोक्ष मिलता है। पूर्ण परमेश्वर कबीर साहेब जी
श्रीमद् भागवत गीता अध्याय 16 श्लोक 23 मैं स्पष्ट है कि जो शास्त्र विधि को त्यागकर जो साधक मनमाना आचरण करते हैं उनको ना सुख ना कोई सिद्धि प्राप्त होती है तथा नाहीं उनकी गति अर्थात मोक्ष होता है
Satguru daata hai kali mahi pran udaharan utre sai satguru daata deen dayalam jam kinkar ke tode jaalm jai ho bandichhod satguru Rampalji bhagwaan ki🙏🙏 💯
संत रामपाल जी महाराज जी के विचारों से समाज में सुधार आएगा।
सब मिलकर एक-दूसरे के दुःख को बाँटेंगे। सुखमय जीवन जीऐंगे। रेप व यौन उत्पीड़न की घटनाऐं समूल नष्ट हो जाएंगी।
सत साहेब परमेश्वर कबीरजी न बंदीछोड सद्गुरु रामपाल जी महाराज की जय हो 🙏🌄 म🎉🎉
शरण पड़े कों गुरु सम्हाले जान के बालक भोला रे कहे कविर चरण चित राखो जान के बालक भोला रे
सतगुरु रामपाल जी महाराज
कबीर, राम नाम को सुमरतां, अधम तरे अपार।
अजामेल गणिका स्वपच, सदना सबरी नार।🙏
Bandi chhod satguru Rampal Ji Bhagwan Ji ki Jay Ho
सतगुरु देव जी की जाय l बन्दी छोड़ संत रामपाल जी भगवान जी की जाय
बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी भगवान की जय हो ऐसा निर्मल ज्ञान हृदय को छू रहा है।
सत्भक्ति और सतगुरु की शरण के बिना जीव की मुक्ति नहीं हो सकती है👈🙏🙏
Param Pavan Satya Gyan He 🙏 Satgurudev Bhagavan Ji Ki Jay Ho 🙏🌹🌹
संत रामपाल जी महाराज के आदेशानुसार हरियाणा के बाढ़ प्रभावित इलाकों में बांटी जा रही है खाद्य सामग्री, दवाइयां, पीने का स्वच्छ पानी व अन्य जरूरत का सामान।
Sat saheb ji
Supreme god is Kabir 🙏🙏🙏🙏
शरण पड़े को गुरु सम्हाले , जान के बालक भोला रे।
कहे कबीर चरण चित राखो , ज्यों सुई में डोरा रे।।
शरण पड़े को गुरु संभाले जान के बालक भोला रे कहे कबीर चरण चित राखो ज्यों सूई में डोरा रे।
Dayaa rakhna Maalik 🙇🙇🙇🙇🙏🙏🙏🙏
VERY VERY NICE SATSANG PARMATMA KA BANDI CHHOD SATGURU RAMPAL JI BHAGWAN JI KI JAY HO 💐
Bahut anmol gyan
Sant saheb ji sant rampal ji maharaj ki jay ho sat saheb
पर्वत पर्वत मैं फिरा, कारण अपने राम।
राम जैसे संत मिले, जिन सारे सब काम।।
बाढ़ प्रभावित इलाकों में अन्न, जल, दूध और पशुओं को चारा उपलब्ध करवाकर संत रामपाल जी महाराज के शिष्यों ने अपनी उच्च मानवतावादी सोच को उजागर किया और संत रामपाल जी महाराज के सिद्धांत "जीव हमारी जाति है, मानव धर्म हमारा" पर चलकर लोगों को प्रेरणादायक संदेश दिया।
समाज_सुधारक_संत_रामपालजी
परम पूज्य संत श्री राम पाल गुरु भगवान कीचरण में कोटी कोटी दंडवत प्रणाम है सत साहेब जी
पूर्ण परमात्मा कविर्देव (कबीर परमेश्वर) तीसरे मुक्ति धाम अर्थात् सतलोक में रहता है। - ऋग्वेद
ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 96 मंत्र 18
पूर्ण परमेश्वर कबीर साहेब जी
संत रामपाल जी महाराज जी के सत्संग वचन सुनकर उनसे नाम उपदेश प्राप्त करके जुड़ने के बाद जीवन के सभी दुःख समाप्त हो जाऐंगे। सत्संग से मनुष्य को जीवन के मूल कर्त्तव्य का ज्ञान होता है,
मनुष्य सारे विकार त्याग देता है। उसके जीवन में सुखों की बहार आ जाती है, किसी भी प्रकार का दुःख
नहीं रहता।
प्राकृतिक आपदा के बीच संत रामपाल जी महाराज के अनुयायी बाढ़ में फंसे लोगों की हरसंभव सहायता कर रहे हैं।
प्रतिदिन संत जी के अनुयायियों द्वारा बाढ़ पीड़ितों के लिए सतलोक आश्रम कुरुक्षेत्र से खाने-पीने की जरूरी चीजों से लेकर अन्य राहत सामग्री की व्यवस्था की जा रही है।
हरियाणा के कई जिलों में बाढ़ से जलमग्न हुए इलाकों में संत रामपाल जी महाराज के आदेशानुसार की जा रही है दूध, भंडारे, दवाई, व पानी की व्यवस्था।
संत रामपाल जी महाराज के शिष्यों ने क बाढ़ प्रभावित इलाकों में प्रतिदिन पहुंचाई राहत सामग्री जिसमें भोजन, पानी, दवाइयां, दूध व पशुओं के लिए चारा शामिल था।
Bahut anmol vachan
सतगुरु तत्वदर्शी संत की शरण में जाकर दीक्षा लेने सर्व पाप कर्मो के कष्ट दूर हो जातें हैं। फिर न पेत बनते न गधा न बैल बनते हैं सत्यलोक की प्राप्ति होती है जहां केवल सुख है दुःख नहीं है
True Guru Sant Rampal Ji Maharaj
सांचा शब्द कबीर का, सुन कर लागे आग ।
अज्ञानी सौ जल जल मरे ,ज्ञानी जाय जाग ।।
कबीर, यह मन मलीन है, धोये ना छूटे रंग I
कै छूटे हरि भक्ति से, कै साधु सत्संग ll
कबीरा साधु दर्शन राम के, मुख पर बसे सुहाग।
दर्श उन्हीं के होते हैं, जिनके पूर्ण भाग।।
🔅सतगुरू (तत्वदर्शी सन्त) की शरण में जाकर दीक्षा लेने से सर्व पाप कर्मों के कष्ट दूर हो जाते हैं। फिर न प्रेत बनते, न गधा, न बैल बनते हैं। सत्यलोक की प्राप्ति होती है जहां केवल सुख है, दुःख नहीं है।
बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज के अमृत वचनों की वर्षा जैसे सावन के बदरा वरस रहे हों।
बंदी छोड संत रामपाल महाराज भगवान की जय हो😊😅😮😢🎉😂❤
सत साहेब जी ❤
सुख देने दुख मेटना , ताजा राखे तन। सुर तैतीसो सुख किए , नमस्कार तोए अन्न।।
तीन देव कमल दल बसे ब्रह्मा, विष्णु, महेश, प्रथम इनकी वंदना फिर सुन सतगुरु उपदेश।।
सतगुरु आये सतलोक से, देह धरी जग माही।
जीवन बंध निवारीया, बंदी छोड़ कहाई।।
कबीर,तीन लोक का राज है ब्रम्हा विष्णु महेश।
ऊंचा धाम कबीर का, सतलोक प्रदेश ।।गरीब ,जल थल पृथ्वी गगन में,बाहर भीतर एक।
पूर्ण ब्रह्म कबीर है, अविगत पुरुष अलेख।।🙏🙏
Jagatguru Tavtdarshi Sant Rampal Ji Bhagavan Ji Ke Param Pavan Charno Me Dass Ka Koti Koti Dandvat Pranam He 🙏🙏🌹🌹
Purn brahmm Kabirdev Parmeshwar ki jai ho🙏🙏
कबीर, ऊंची कोठी सुंदर नारी, सतनाम बिना बाजी हारी।
कहे कबीर अंत की बारी, जय से हाथ झाड़ कर चला जुआरी।।
कबीर सात द्वीप नौ खंड में, गुरु से बड़ा न कोई। धरती का काग़ज़ करूँ, गुरु गुण लिखा न जाए।
Amazing Satsang jai ho bandi chhod ki jai ho 🙏
शरण पड़े को गुरु सावले जाने के बालक भोला रे।
कहे कबीर चरण चित्र रखो जो सूई में डोरारे।।
परमात्मा जी का बहुत ही अद्भुत ज्ञान
कबीर साहेब समर्थ अविनाशी परमात्मा है
पूर्ण गुरु से नाम उपदेश लेकर मर्यादा में रहते हुए आजीवन सत भक्ति करने से ही सर्व सुख व पूर्ण मोक्ष मिलता है।
🙇♀️ Koti 🙇♀️ koti 🙇♀️ dandwat 🙇♀️ pranam 🙇♀️ Malik 🙇♀️ ji 🙇♀️
Ram nam kadva lage mithe lage daam duvidha me dono gaye maya mili na ram 😍🥰
Sat Saheb Ji 🙏🏻🙏🏻
जब आप ईर्ष्या मे क्रोध मे होते हो तो तब आप नरक मे ही होते हो l जब आप दुसरे की मंगल की भावना रखते हो तब आप मंगल किरणो का श्रोत बन जाते हो l जब आप मन के पार नमन की अवस्था मे होते हो तब आप समाधी मे होते हो l कुछ नहीं की अवस्था शून्य अवस्था मे होते हो l
पूर्ण परमात्मा कबीर साहिब हैं जो हमारे सभी दुखों को मिटा कर हमको सुखी करना चाहते हैं हमारे जन्म मरण के रोग को मिटाकर हमको मोक्ष देना चाहते हैं वह रात दिन इस चिंता में रहते हैं कि मेरे बच्चे इस काल के लोक में अपनी स्वयं की गलती की वजह से दुखी हैं और मुझ से कोसों दूर हो गए हैं अधिक जानकारी के लिए संत रामपाल जी महाराज का सत्संग सुने
सतभक्ति करने से नशा अपने आप छूट जाता है। शराब, तम्बाकू तथा अन्य नशे के प्रति घृणा हो जाती है।
सतभक्ति करने से मानव जीवन सफल हो जाता है। परिवार में किसी प्रकार की बुराई नहीं रहती। परमात्मा की कृपा सदा बनी रहती है।
पूरे विश्व में एकमात्र तत्वदर्शी संत संत रामपाल जी महाराज जी उनसे नाम दीक्षा लेकर अपना कल्याण कराए, । अधिक जानकारी के लिए पढ़े ज्ञान गंगा पुस्तक
Sat guru rampal Maraj ki Jay h0
सतगुरु साहिब रत्न उजागर, सत्य पुरुष मेरे सुख के सागर
Very nice satsang
Purn sant sant Rampal Ji Maharaj ji
Guru ji k charano me koti koti pranam ❤❤❤❤
He mere malik
True worship given by saint Rampal Ji Maharaj 🙏🙏
नौ मन सुत उलझीया ऋषि रहे झक मार।
सतगुरू ऐसा सुलझा दे उलझे ना दूजी बार।।
तीन देवा कमल दल बसें, ब्रह्मा विष्णु महेश।
प्रथम इनकी वन्दना ,फिर सुनो सत गुरु उपदेश।।
तीन देव कमल दल बसे ब्रह्मा, विष्णु, महेश, प्रथम इनकी वंदना फिर सुन सतगुरु उपदेश
गुरु जी तुम न भूलियो, चाहे लाख लोग मिल जाही।
हम जैसे तुमको बहुत हैं, तुम जैसे हमको नाहीं।।
True spiritual knowledge
*गरीब, सब पदवी के मूल हैं, सकल सिद्धि है तीर।
दास गरीब सत्पुरुष भजो, अविगत कला कबीर।।
*गरीब, अजब नगर में ले गए, हमको सतगुरु आन।
झिलके बिम्ब अगाध गति, सुते चादर तान।।
बंदी छोड़ दयाल जी, तुम लग हमरी दोड।
जैसे काग जहाज, सुजत और न ठोर।।
Sat saheb ji🙇♀️🙏
शास्त्र अनुकूल साधना से मनुष्य का कल्याण संभव है संपूर्ण साधना सद्गुरु ही बताते हैं सतगुरु की शरण में जाएं उनसे नाम लिखने का मानव जीवन का कल्याण तभी सुख शांति मिल सकती मुक्ति मिल सकती
परमात्मा कबीर ❤❤❤❤
Sat saheb ji 🙏 ❤❤❤
कबीर, मानुष जन्म दुर्लभ है, मिले न बारं-बार।
तरवर से टूटे फूटे टुकड़े, बहुर ना लागे डार।।
भावार्थ :-कबीर परमात्मा जी ने कहा कि वह मानव शरीरधारी प्राणी है! यह मानव जन्म (स्त्री/पुरुष) बहुत कठिनता से युगों तक प्राप्त होता है। यह बार-बार नहीं। इस शरीर के निवास-रहते शुभ कर्म तथा परमात्मा की भक्ति कर, अन्यथा यह शरीर समाप्त हो गया तो आप पुनः पुनः इसी स्थिति में पहुँचे अर्थात मानव शरीर को प्राप्त नहीं कर पाएंगे। जैसे कि लकड़ी से बने पत्ते के टुकड़े के समान दाल पुनः आरंभ नहीं होती। इसलिए इस मानव शरीर के अवसर को वैकल्पिक न गाँववा।
Sat sahib
Complete god given gyan 🙏🏼 🙌 ❤ ♥ 💖 👏 🙏🏼
गरीब, राम रटत नहिं ढील कर, हरदम नाम उचार।
अमी महा रस पीजिये, योह तत बारं बार।।
❤❤ Anmol Vachan ❤❤
Very nice
नाइस ज्ञान
Sat sahib ji
itni pyari Vani Malik apke Bina Kaun hame samjhata gurudev apke charno me das ka koti koti dandvat pranam 🙏🏿🙏🏿🙏🏿
Very nice satsang 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
Authentic spiritual knowledge
Anmol Satsang
सृष्टि की रचना कैसे हुई ?
संत प्रेमानंद बनाम संत रामपाल जी महाराज।
सृष्टि की रचना के बारे में प्रेमानंद जी महाराज का भ्रमित करने वाला जवाब "भगवान ने सृष्टि की रचना नहीं की बल्कि भगवान स्वयं सृष्टि बने हैं"
संत रामपाल जी महाराज ने आदरणीय नानक जी,आदरणीय गरीब दास जी, स्वयं कबीर साहेब जी तथा पवित्र वेदों से साबित किया है कि सृष्टि रचन हार स्वयं पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब जी हैं।
Complete spiritual knowledge in all respects
अम्बुसागर पृष्ठ 22 पर कहा है कि:-
अपने सुख को गुरू कहावैं, गुरू कह कह सब जीव भुलावैं।
गुरू शिष्य दोनों डहकावैं, बिना सार शब्द जो गुरू कहावैं।।
अथवा पाँच नाम नहीं जाना। नारियर मोरहीं करें विज्ञाना।।
बहुत अच्छा ज्ञान है
Anmol Gyan
Gota Maru Swarg mein ja baitho patal garibdas dhundhta FIR Apne hire 🙏😭
गीता अध्याय 5 श्लोक 2 में कहा गया है कि तत्वदर्शी संत न मिलने के कारण वास्तविक भक्ति का ज्ञान न होने से साधकों द्वारा गृहत्याग कर वन में चला जाना या कर्म त्याग कर एक स्थान पर बैठ कर कान, नाक आदि बंद करके या तप आदि करना दोनों ही व्यर्थ हैं अर्थात श्रेयकर नहीं हैं।
शास्त्र विरुद्ध मनमाना आचरण करने से कोई लाभ नहीं होता है। इस विषय में श्रीमद्भगवत गीता अध्याय 16 श्लोक 23 में कहा गया है कि शास्त्रविधि को त्यागकर जो व्यक्ति मनमाना आचरण करता है उसे न कोई लाभ होता है, न सुख प्राप्त होता है और न ही परमगति यानी मोक्ष मिलता है।
पूर्ण परमेश्वर कबीर साहेब जी
God given spiritual knowledge in all respects
Anmol vachan hai ji
Kabir is god 🙏
गरीब, तीन लोक का राज है, ब्रह्मा विष्णु महेश।
ऊँचा धाम कबीर का, सतलोक प्रदेश।।
Nice satsang
अनमोल सत्संग
तत्व ज्ञान
श्रीमद् भागवत गीता अध्याय 16 श्लोक 23 मैं स्पष्ट है कि जो शास्त्र विधि को त्यागकर जो साधक मनमाना आचरण करते हैं उनको ना सुख ना कोई सिद्धि प्राप्त होती है तथा नाहीं उनकी गति अर्थात मोक्ष होता है
अनमोल ज्ञान
Very nice post