How Brahmin treated Shivaji? I SHIVAJI I BRAHMINISM I INDIAN HISTORY

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  • เผยแพร่เมื่อ 21 พ.ย. 2024

ความคิดเห็น •

  • @balajipaul9549
    @balajipaul9549 2 ปีที่แล้ว +216

    सबका साथ सब का विकास शिर्फ राजे छत्रपती शिवाजी महाराज ने ही किया है. 💪🏻🙏

    • @harpreetsinghbatra8579
      @harpreetsinghbatra8579 2 ปีที่แล้ว +8

      Sirf Chhatrapati ShivaJi Maharaj hi nhi, Maharaja Ranjit Singh Ji k tym pe bhi sabka saath sabka vikaas kiya gya khalsa empire me.

    • @kingempire9393
      @kingempire9393 2 ปีที่แล้ว +3

      @@harpreetsinghbatra8579 ranjeet ne narshanghar Kya tha apna Gyan apne pass he rakh siwaji ak cumulus= &accompaniying the

    • @snehalwakode5291
      @snehalwakode5291 2 ปีที่แล้ว +2

      @@harpreetsinghbatra8579
      Ranjit singh maharaja ki jai

    • @snehalwakode5291
      @snehalwakode5291 2 ปีที่แล้ว

      @@kingempire9393
      Shivaji maharaj itna kya kiya

    • @kingempire9393
      @kingempire9393 2 ปีที่แล้ว

      @@snehalwakode5291
      Siva g pujejate suwarashtra ki asthapana ki ani logo ke liye lade neeche se uper aye jaat dhrm ki bhedbhav nai ki ak ideal hai ( RANJEET KO 90% LOG JANTA BHI NAI APNI GA****D BACHANE KE LIYE ak samudai ki narsaghar last me India saat vilai kiya I bhi sarto ke adhar par wahi 35/A
      370 samjhe samjhe murkho ke raaja

  • @kishorgawde2495
    @kishorgawde2495 3 ปีที่แล้ว +472

    छत्रपती शिवाजी महाराज तो ब्राम्हन से भी ऊपर जाती भेद के ऊपर महान युग पुरुश थे …

    • @pratikpatel3379
      @pratikpatel3379 3 ปีที่แล้ว +19

      Bhau Shivaji is above bhau bharaman, but bhau marathas are surrendered to bhau bharaman. Marathas should apply their own minds...

    • @sachinsurve9698
      @sachinsurve9698 3 ปีที่แล้ว +17

      @@pratikpatel3379 Maratha kabhi bhi bramhano ko sharan nahi gaye the..balki bramhanhoka bramhanatva marathavonki vajashe tha nahi to vo konse dharm ke kelate ye aap jante honge shayad

    • @sachinsurve9698
      @sachinsurve9698 3 ปีที่แล้ว +2

      you right bro

    • @vijayjosh5895
      @vijayjosh5895 3 ปีที่แล้ว +16

      @@sachinsurve9698 अहो मग देव देव, मंदिर मंदिर करणे सोडा की!

    • @sachinsurve9698
      @sachinsurve9698 3 ปีที่แล้ว +3

      @@vijayjosh5895 kolhapur madhe yach bramhanana vaitagun maratha samajatil kahi lokana vaidik shikshan devun mandiramadhe gurav nemale ,,purvi je char varna hote tya pramane aattache bramhan rahile nahit mhanun Shahu mharajana te karave lagale

  • @amoldivase504
    @amoldivase504 3 ปีที่แล้ว +259

    श्रीमंत छत्रपती शिवाजी महाराज की जय, बहोत आभारी है सत्य बात बोली है.

    • @tradingtemperament375
      @tradingtemperament375 3 ปีที่แล้ว +7

      Before praising Ram Puniyani, first read and learn what all he said about Shivaji Maharaj........ He himself said Shivaji Maharaj destroyed all Temples........ Don't Praise this duffer.

    • @omjoshi1748
      @omjoshi1748 2 ปีที่แล้ว

      @@tradingtemperament375 do the fact check before saying.

    • @amarishkumar3214
      @amarishkumar3214 2 ปีที่แล้ว +1

      Right ✅

    • @subhashkadam3515
      @subhashkadam3515 2 ปีที่แล้ว +2

      @surgical analysis How can chatrapati shivaji destroyed temples.in fact chatrapati constructed temples & instructed portuguese not to destroy Hindu temples in Goa.also through a letter he reqiested auranzeb ngot to haram temple of Ellora in aurangabad.this duo spreding wrong information.& deviding hindus on cast.ban this channel & put them behind bar.

    • @farzraphael7937
      @farzraphael7937 2 ปีที่แล้ว +2

      Shivaji did not destroy any temples. But he wasn't a great temple builder either. He built many forts including the great sea port of Sindhudurga. He knew where to spend the government resources unlike the current PM

  • @SanjayKumar-uh4zq
    @SanjayKumar-uh4zq 2 ปีที่แล้ว +13

    बहुत ही तार्किक विश्लेषण रहा महानायक वीर शिवाजी के बारे में, शिवाजी का रग रग पुरुषार्थ से भरा था, उनका नाम लेते ही रगों में खून दुगनी स्पीड से दौड़ने लगता है अतातईओ के पसीने छूट जाते हैं मुगलों वह अंग्रेजों के छक्के छुड़ाने वाले उस महानायक को हम प्रणाम🙏 करते हैं देश के प्रेरणा स्रोत इंसानियत के पक्षधर गरीबों एवं असहाय की रक्षा करने वाले इतिहास के पन्नों में जगमगाते सितारों की तरह सदा चमकते रहेंगे, उनके कर्ज को भारत कभी उतार नहीं पाएगा, हिंदू समाज जन्म जन्मांतर उनका ऋणी रहेगा l

    • @Pranav-IITD
      @Pranav-IITD 18 วันที่ผ่านมา

      dalit bhudi ka logic bhi inke jaati ke tarah neech hai. brahmano rajyabhishek na kre toh jaatiwadi kare toh lalachi vah re dogle dalit

  • @manumahli6033
    @manumahli6033 3 ปีที่แล้ว +175

    राजा वीर शिवाजी महाराज की जय हो.

    • @sachinsurve9698
      @sachinsurve9698 3 ปีที่แล้ว +4

      Jay ho.. Jay ho

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 ปีที่แล้ว

      आदरणीय @manumahali6033🙏!
      हमारे देश में जब भी कोई इतिहास पर बात करता है तो विवाद में पड़ जाता है। एक नया मौखिक युद्ध शुरू होता है। हमारे देश में ऐसा क्यों है? इसलिए मैं आपको उपाय सहित इसके मूल कारण तक ले जा रहा हूं।
      महाराष्ट्र में औरंगजेब के बच्चों को लेकर हुए विवाद से आप सभी वाकिफ होंगे।यहभी हमारे देश में इस हास्यास्पद प्रक्रिया की एक घटना है।
      औरंगजेब एक अच्छा राजा था या बुरा राजा यह बिल्कुल भी महत्वपूर्ण नहीं है। आज का सबसे महत्वपूर्ण प्रश्न है- एक राष्ट्र के रूप में भारतीय बुद्धिमान हैं या मूर्ख? उत्तर सरल है।
      जहाँ तक इतिहास का संबंध है, भारत एक मूर्ख राष्ट्र है।
      क्यों- सभी इतिहास, जाति/धर्म संबंधी विवादों का मूल कारण हिंदू धर्म पर विरोधाभास की स्वीकृति है।
      1947 में, जब भारत स्वतंत्र हुआ, तो हिंदू धर्म पर बहुत गंभीर विवाद हुआ। पारंपरिक हिंदू हिंदू धर्म के पक्ष में थे और डॉ. अंबेडकरजी, पेरियारजी, महात्मा फुलेजी जैसे समाज सुधारकों का हिंदू धर्म के बारे में बिल्कुल विपरीत विचार था। वे हिंदू धर्म को एक सड़ा हुआ धर्म मानते थे। अनुसूचित जाति/जनजाति/अन्य पिछड़ा वर्ग के लोगों की भावनाओं का सम्मान करने के लिए उस दौर की हिंदू पार्टी, सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी ने हिंदू धर्मपर एक पवित्र समझौता किया और इस तरह एक विरोधाभास अस्तित्व में आया।
      इससे बाहर आने का आदर्श तरीका क्या है? इस स्थिति से बाहर आने का सबसे अच्छा तरीका सच्चाई का पता लगाना है। यदि हिंदू धर्म अन्य सभी धर्मों की तरह है, तो हमें एक सुधार करना चाहिए। यदि हिंदू धर्म एक सड़ा हुआ धर्म है, तो हमें हिंदू धर्म का महिमामंडन बंद करना चाहिए।
      लेकिन इस मुद्दे को अकादमिक तरीके से संभालने के बजाय, हमारे देश ने एक राजनीतिक तरीका चुना। आज इतिहास राजनीतिक सफलता प्राप्त करने का एक प्रमुख राजनीतिक उपकरण बन गया है। राजनीतिक दलों और नेताओं ने अपनी पार्टी, जाति या धर्म के अनुकूल इतिहास के उपयुक्त संस्करणों को बढ़ावा दिया है। और इसलिए पूरी तरह अराजकता है। भारत ने इतिहास के संदर्भ में विश्वमूर्ख का दर्जा प्राप्त किया है।
      हकीकत यह है कि हम मूर्खता में विश्वगुरु हैं।
      तो सवाल यह नहीं है कि कोई औरंगजेब एक अच्छा राजा था या बुरा राजा? वह मुख्य बात नहीं है।
      क्या इसे बदलना संभव है?
      आपके और मेरे बारे में मुख्य बात- क्या हम बौद्धिक, बुद्धिमान और तर्कसंगत व्यक्ति हैं? आज जवाब है कि हम एक मूर्ख राष्ट्र के नागरिक हैं। हमें इस स्थिति को बदलना होगा। हमें खुद को बुद्धिमान, शिक्षित और समझदार व्यक्ति साबित करना होगा।
      मैंने सत्य की खोज के लिए चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है। यह निम्नलिखित बिन्दुओं परउचित ध्यान देता है
      1) जाति और धर्म जैसे मुद्दों की नाजुक प्रकृति 2) सभी प्रतिभागियों की संतुष्टि 3) हमारे देश की विशाल जनसंख्या जिसमें शिक्षित और अशिक्षित वर्ग शामिल हैं 4) हमारे देश की राजनीतिक व्यवस्था। 5) यह निष्पक्ष तरीके से सत्य को खोजने में सक्षम है।
      मई 2022 तक, मैंने इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था पर देशव्यापी चर्चा आयोजित करने का अवसर देने के लिए सरकार से 1400 प्रार्थनाएँ की हैं।
      मैं आपसे ईमानदारी से अनुरोध करता हूं कि आप इस पर विचार करें और राष्ट्रव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें। बुद्धिमान राष्ट्र का नागरिक होने का सम्मान प्राप्त करें, मूर्ख नहीं।
      अवधूत जोशी

    • @Prajwalgamer7
      @Prajwalgamer7 3 หลายเดือนก่อน

      samrat ashok ki jai

  • @harshadpandit5797
    @harshadpandit5797 3 ปีที่แล้ว +44

    मै ब्राह्मण हूं । मेरे पुर्वज शिवाजी महाराज के दरबार में नौकर थे।
    वे महाराज के दरबार में पंत अमात्य थे।
    हमारा उपनाम पहले बावडेकर था।
    शिवाजी महाराज ने हमारे पुर्वज जो उनके दरबार में अमात्य थे , उनको पंडित नाम की उपाधी दी थी ।
    और हमारे पुर्वजों ने शिवाजी महाराज के पश्चात भी हिंदवी स्वराज्य की सेवा की थी ।

    • @raviamin3643
      @raviamin3643 10 หลายเดือนก่อน

      Brahmin ne hi chhtrapati Sambhaji maharaj ki hatya karvai Thi dhoke se tum peshva mughlo aur angrejo ke dalal hi the

    • @Pranav-IITD
      @Pranav-IITD 18 วันที่ผ่านมา

      dalit bhudi ka logic bhi inke jaati ke tarah neech hai. brahmano rajyabhishek na kre toh jaatiwadi kare toh lalachi vah re dogle dalit

  • @mrsbclasses
    @mrsbclasses 3 ปีที่แล้ว +198

    आज भी ब्राह्मण ,व्यापारी सत्ता के नीचे ही लगे मिलेंगे, शासन चाहे कोई भी हो,

    • @kamartaj3010
      @kamartaj3010 3 ปีที่แล้ว +12

      Sahi kaha

    • @chaudharyrahulkumar
      @chaudharyrahulkumar 3 ปีที่แล้ว +11

      Even during British and Mughal rulers

    • @mansooraqureshi2696
      @mansooraqureshi2696 3 ปีที่แล้ว +4

      Content is so enlightening, India needs more scholars like you. We wish you both good health, that is what we need in the true sense of the word.

    • @jpsharma6250
      @jpsharma6250 3 ปีที่แล้ว +3

      Pandit nahru kaun tehe bhai

    • @smartclasses4225
      @smartclasses4225 3 ปีที่แล้ว +2

      Sahi kaha ye apne Swarth ke liya kucch bhi kar sakte hai

  • @pkerketta35
    @pkerketta35 2 ปีที่แล้ว +56

    शिवाजी महाराज एक बुद्धिमान राजा थे _ को शुद्र के आइकन हैं। चूंकि ब्राह्मणों ने शिवाजी को सम्मान नहीं दिया। सच्ची रिपोर्ट के लिए शुक्रिया और हार्दिक शुभकामनाएं।

    • @prakashbaliya2550
      @prakashbaliya2550 2 ปีที่แล้ว +4

      ,किसी भी भ्रम में न पड़ो।
      सभी जातियों को सम्मान देते हुए यह भारत देश आगे ही रहा।
      मुगलों और अंग्रेजों से सभी जातियां लडी और शिवाजी ही नहीं बल्कि को सम्मान मिला

    • @TradingSikka
      @TradingSikka 2 ปีที่แล้ว +6

      Maratha peshava brahmin the,kashi k ek brahman ne unka rajyabhishek kiya tha . Sirf negative ko sach bol rahe ho to ye kya h.

    • @Vidrohi358
      @Vidrohi358 2 ปีที่แล้ว

      @@TradingSikka achha tuze pata hai achha bramhin or hindu me kya farak hai ye bata Abe pata kuch hai nahi apna itihas apne pass rakh

    • @Vidrohi358
      @Vidrohi358 2 ปีที่แล้ว +1

      @@TradingSikka negativity to tum faila rahe ho or usi me ji rahe ho pehele pata kar le ki Mahatma fule ki vajah se maharaj ka pata chala unke samadhi ka pata chala kisi Brahman ne nahi pata lagaya tu muze bramhan ya fir bramahan ki chotivala lagata hai jo tu maharaj ko bramahan ke biradari me lena cahata hai lekin usi bramahan ne maharaj ke sath dhoka Kiya hai

    • @anilmahashabde5501
      @anilmahashabde5501 ปีที่แล้ว

      अबे काहे का ब्राम्हण वाद

  • @iftekharahamad6518
    @iftekharahamad6518 3 ปีที่แล้ว +144

    शिवा जी एक इन्साफ परस्त शासक थे।शिवा जी हिंदू मुसलमान वी हर धर्म के लोगों का सम्मान करते थे,शिवा जी का सिपहसालार एक मुस्लिम थे जिनपर शिवा जी बी इन्तेहा भरोसा करते थे।

    • @bhupindersinghkanwar5681
      @bhupindersinghkanwar5681 3 ปีที่แล้ว +4

      सव सै वफादार वंदा की कदर करता था

    • @disharojgarcareermargdarsh280
      @disharojgarcareermargdarsh280 2 ปีที่แล้ว +2

      Ok buy

    • @naziaparween4614
      @naziaparween4614 2 ปีที่แล้ว +2

      Right

    • @RayabaIndia
      @RayabaIndia 2 ปีที่แล้ว +1

      Sahi kaha 🙏🏻

    • @hackerideas293
      @hackerideas293 2 ปีที่แล้ว +2

      @@शिवबाआमचामल्हारी इब्राहिम गार्दी का भाई मोहम्मद गार्दी

  • @bramdashsachan868
    @bramdashsachan868 3 ปีที่แล้ว +177

    बहुत अच्छी जानकारी दी मुकेश जी आपने शिवाजी महाराज का इतिहास का सच सामने लाने के लिए शुक्रिया कलम के कसाइयों ने शिवाजी महाराज का इतिहास तोड़ मरोड़केर पेश किया है

    • @Spiritkill1
      @Spiritkill1 3 ปีที่แล้ว +5

      Kisi ne nahi toda maroda Dadaji Konddev aur Swami Samarth Ramdas unke Guru the aur woh bhi Brahman the aur akhirkar jisne unka rajyabhishek Kiya woh bhi Brahman tha na...Shivaji ka virodh kitne hi Marathao ne Kiya... Chandrarao More Kaun the...aur Chandrasen Jadhav jinhone Shahu ke khilaaf vidroh Kiya tha woh Kaun the..Bajirao Peshwa jo ki Brahman the aur itne bade Senapati the unhone unki madad ki Lekin Puniya I ji ne uska jikar nahi karenge yeh kya divisive agenda hain...Babasaheb Purandare ji ne Sambhaji par bhi Lao Chinese likhi hain unki Prashansa mein uspar Puniyani ki baat nahi karenge. Kyon.

    • @Spiritkill1
      @Spiritkill1 3 ปีที่แล้ว +3

      Kalam ke kasai his tarah Sangh hain waise Brahmin mamle mein yeh secularist bhi Kalam ke Kasai hain

    • @RehanKhan-hd2sm
      @RehanKhan-hd2sm 3 ปีที่แล้ว +4

      @@Spiritkill1 एक बात ही काफि नहीं की शिवा जी का राज्या bhishek पैर के अँगूठे से किया गया किउँ??? सामजिक samrasta की बात करता है आप का समाज लेकिन किया उसपर अमल भी करता है?

    • @Spiritkill1
      @Spiritkill1 3 ปีที่แล้ว +2

      @@RehanKhan-hd2sm Samajik Samrasta matlab yeh nahin ki ek community ke Keval dosh hi nikalon... Brahmanon ne acche kaam bhi kiye...aur pair ke anguthe se rajyabhishek hua yeh Kahan likha hain.. pucho Puniyani ji se.. aur tum logo ke Sunni - Shia ke jhagde mitaon...mujhe puchne se pahle...Tab kaha jaati hain tum logo ki Samrasta...dusron ki Samrasta Nikal raha hain...padhke aa pahle.

    • @Spiritkill1
      @Spiritkill1 3 ปีที่แล้ว +3

      @@RehanKhan-hd2sm aur ek baat hi kaafi nahi matlab kya...tum Sunni aur Shiah ek dusre ke gale kaatte ho uska kya..😃

  • @milanshah6215
    @milanshah6215 3 ปีที่แล้ว +66

    Chatrapati shivaji maharaj aur bajirao ne irrespective of caste saved hindus and hinduisam respected kids old age and women which is our sanskriti whatever he had done in the interest of hindu community that's why they are even respected even today throughout hindustan .-jaihind har har mahadev .

    • @prakashchile4172
      @prakashchile4172 2 ปีที่แล้ว +1

      L

    • @murlidharkhatkale5208
      @murlidharkhatkale5208 2 ปีที่แล้ว +2

      Both the brave ,Corragious and noble warriors were tortured and mentally harassed by the mean-minded religious bigoted priestly people including their own family members of the Peshava

    • @riyazmulani6781
      @riyazmulani6781 2 ปีที่แล้ว

      ब्रहमण संघटन आजभी जाती और ऊपजातीयोमे बाटकर लोगोको मुर् पुजक बनाकर रखा है और राज कररहे हैती

    • @SurendraSingh-mm2ul
      @SurendraSingh-mm2ul ปีที่แล้ว +1

      Please differentiate between race and religion.Hindu is the name of race.Nowhre in Vedas and Purans the Hindu and hindisim is found. Hindu race includes all minorities.

    • @SunnyKumar-pv8rg
      @SunnyKumar-pv8rg ปีที่แล้ว

      Baji rao fudhu tha

  • @deepchandjaiswal4746
    @deepchandjaiswal4746 2 ปีที่แล้ว +24

    जय भीम जय शिवाजी ✊✊✊✊✊✊✊
    Very nice Chenell

  • @ganeshshinde4875
    @ganeshshinde4875 3 ปีที่แล้ว +287

    कुळवाडी भूषण,बहुजन प्रतिपालक छत्रपती शिवाजी महाराज की जय...

    • @ganeshshinde4875
      @ganeshshinde4875 3 ปีที่แล้ว +19

      @@indukumarnirbadkar2899 तुमच्याकडे कोणाला काय म्हणतात ते आम्हाला सांगू नका.आम्ही छत्रपती शिवाजी महाराजांना कुळवाडी भूषण म्हणतो.म्हणजे तुम्ही चक्क महाराजांचा अपमान करत आहात!पुरंदरे किंवा किडे गुरुजींच्या तालमीत वाढलेले दिसता?

    • @indukumarnirbadkar2899
      @indukumarnirbadkar2899 3 ปีที่แล้ว +13

      @@ganeshshinde4875 महाराजांनी स्वतःला कुळवाडी भूषण म्हटलेलं नाही तुमचे ब्रिगेडी विचार तुमच्याकडे ठेवा. महाराज स्वतःला अस्सल 96 कुळी क्षत्रिय मराठा राजपूत वंशाचे म्हणत असत. आणि ते सिद्ध झाले आहे. कुणबी किंव्हा कुळवाडी शी काही संबंध नाही.

    • @ganeshshinde4875
      @ganeshshinde4875 3 ปีที่แล้ว +24

      @@indukumarnirbadkar2899 अर्ध्या हळकुंडाने पिवळ्या झालेल्या लोकांशी मी सहसा चर्चा करत नाही.महाराजांना सर्वात जास्त या तथाकथित ९६ कुळींनीच त्रास दिला होता.छत्रपती शिवाजी महाराज हे शेतकऱ्यांचे, गरिबांचे, रयतेचे राजे होते.कुणा एका जातीचे नाही.इतिहास नीट वाचा.डोळ्यावरचे जातीचे झापड काढल्याशिवाय महाराज नीट कळत नाही.कुळवाडी म्हणजे शेतकरी.हा शब्द मध्ययुगापासून वापरात आहे.तुमच्याकडे हा कसा काय आला नाही याचे नवलच.बहुतेक तुम्हीच तो समजून घेतला नसेल.
      वाचा...

    • @swapnilpatil8441
      @swapnilpatil8441 3 ปีที่แล้ว +17

      @@indukumarnirbadkar2899 'Kulwadi' ya shabdacha khara arth 'Bara - Balutedar' aani 'Aathara - Aalutedaranchi' 'Kule' sambhalnara. Aani tumhi tumche khote aani sadlele 'Pratisthani' vichar ithe pajalu naka thik aahe? 'Ajagal' tar tumcha 'Manohar Kulkarni' ( Kide) aahe tyala pahila swachhchha kara.

    • @dilipthombre4806
      @dilipthombre4806 3 ปีที่แล้ว +3

      th-cam.com/video/m6qdwVEpBUE/w-d-xo.html
      तो पुनयानी
      औरंगजेबाला क्लीन चीट देतौय
      अन
      महाराष्र्टातील मराठी माणस आपआपसात वाद घालीत आहेत
      काय दूर्दैव आहे

  • @arunsachan6441
    @arunsachan6441 2 ปีที่แล้ว +36

    👑 King of People......... Shaandaar. Chhatrapati Shivaji Raje Bhosle was 💎 Diamond of our Indian culture.

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 ปีที่แล้ว

      आदरणीय @arunsachan6441🙏!
      हमारे देश में जब भी कोई इतिहास पर बात करता है तो विवाद में पड़ जाता है। एक नया मौखिक युद्ध शुरू होता है। हमारे देश में ऐसा क्यों है? इसलिए मैं आपको उपाय सहित इसके मूल कारण तक ले जा रहा हूं।
      महाराष्ट्र में औरंगजेब के बच्चों को लेकर हुए विवाद से आप सभी वाकिफ होंगे।यहभी हमारे देश में इस हास्यास्पद प्रक्रिया की एक घटना है।
      औरंगजेब एक अच्छा राजा था या बुरा राजा यह बिल्कुल भी महत्वपूर्ण नहीं है। आज का सबसे महत्वपूर्ण प्रश्न है- एक राष्ट्र के रूप में भारतीय बुद्धिमान हैं या मूर्ख? उत्तर सरल है।
      जहाँ तक इतिहास का संबंध है, भारत एक मूर्ख राष्ट्र है।
      क्यों- सभी इतिहास, जाति/धर्म संबंधी विवादों का मूल कारण हिंदू धर्म पर विरोधाभास की स्वीकृति है।
      1947 में, जब भारत स्वतंत्र हुआ, तो हिंदू धर्म पर बहुत गंभीर विवाद हुआ। पारंपरिक हिंदू हिंदू धर्म के पक्ष में थे और डॉ. अंबेडकरजी, पेरियारजी, महात्मा फुलेजी जैसे समाज सुधारकों का हिंदू धर्म के बारे में बिल्कुल विपरीत विचार था। वे हिंदू धर्म को एक सड़ा हुआ धर्म मानते थे। अनुसूचित जाति/जनजाति/अन्य पिछड़ा वर्ग के लोगों की भावनाओं का सम्मान करने के लिए उस दौर की हिंदू पार्टी, सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी ने हिंदू धर्मपर एक पवित्र समझौता किया और इस तरह एक विरोधाभास अस्तित्व में आया।
      इससे बाहर आने का आदर्श तरीका क्या है? इस स्थिति से बाहर आने का सबसे अच्छा तरीका सच्चाई का पता लगाना है। यदि हिंदू धर्म अन्य सभी धर्मों की तरह है, तो हमें एक सुधार करना चाहिए। यदि हिंदू धर्म एक सड़ा हुआ धर्म है, तो हमें हिंदू धर्म का महिमामंडन बंद करना चाहिए।
      लेकिन इस मुद्दे को अकादमिक तरीके से संभालने के बजाय, हमारे देश ने एक राजनीतिक तरीका चुना। आज इतिहास राजनीतिक सफलता प्राप्त करने का एक प्रमुख राजनीतिक उपकरण बन गया है। राजनीतिक दलों और नेताओं ने अपनी पार्टी, जाति या धर्म के अनुकूल इतिहास के उपयुक्त संस्करणों को बढ़ावा दिया है। और इसलिए पूरी तरह अराजकता है। भारत ने इतिहास के संदर्भ में विश्वमूर्ख का दर्जा प्राप्त किया है।
      हकीकत यह है कि हम मूर्खता में विश्वगुरु हैं।
      तो सवाल यह नहीं है कि कोई औरंगजेब एक अच्छा राजा था या बुरा राजा? वह मुख्य बात नहीं है।
      क्या इसे बदलना संभव है?
      आपके और मेरे बारे में मुख्य बात- क्या हम बौद्धिक, बुद्धिमान और तर्कसंगत व्यक्ति हैं? आज जवाब है कि हम एक मूर्ख राष्ट्र के नागरिक हैं। हमें इस स्थिति को बदलना होगा। हमें खुद को बुद्धिमान, शिक्षित और समझदार व्यक्ति साबित करना होगा।
      मैंने सत्य की खोज के लिए चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है। यह निम्नलिखित बिन्दुओं परउचित ध्यान देता है
      1) जाति और धर्म जैसे मुद्दों की नाजुक प्रकृति 2) सभी प्रतिभागियों की संतुष्टि 3) हमारे देश की विशाल जनसंख्या जिसमें शिक्षित और अशिक्षित वर्ग शामिल हैं 4) हमारे देश की राजनीतिक व्यवस्था। 5) यह निष्पक्ष तरीके से सत्य को खोजने में सक्षम है।
      मई 2022 तक, मैंने इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था पर देशव्यापी चर्चा आयोजित करने का अवसर देने के लिए सरकार से 1400 प्रार्थनाएँ की हैं।
      मैं आपसे ईमानदारी से अनुरोध करता हूं कि आप इस पर विचार करें और राष्ट्रव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें। बुद्धिमान राष्ट्र का नागरिक होने का सम्मान प्राप्त करें, मूर्ख नहीं।
      अवधूत जोशी

  • @ravindrapatil2455
    @ravindrapatil2455 2 ปีที่แล้ว +15

    छत्रपती शिवाजी महाराज जी ने अपने व्यवहार, आचरण, और शासन मे जातीयवाद के बजाय कर्मवाद को मुख्य स्थान दिया।

  • @ckamble4831
    @ckamble4831 8 หลายเดือนก่อน +1

    बहुत सटीक विश्लेषण किया सर आपने.

  • @ssvk949
    @ssvk949 3 ปีที่แล้ว +127

    प्रौढ प्रताप पुरंदर, क्षत्रिय कुलावतंस, सिंहासनाधीश्वर, महाराजाधिराज, महाराज, योगिराज, श्रीमंत श्री श्री श्री छत्रपती शिवाजी महाराज की जय, छत्रपती संभाजी महाराज की जय.....
    ⛳⛳जय हिंद जय महाराष्ट्र⛳⛳

    • @factwithyogesh335
      @factwithyogesh335 2 ปีที่แล้ว +4

      Inhe bramno ne kabhi satriya nhi mana

    • @SaddamShaikh-kn3up
      @SaddamShaikh-kn3up 2 ปีที่แล้ว +1

      RAJMUDRA

    • @jairaj3952
      @jairaj3952 2 ปีที่แล้ว

      wrong news .. in fact the brahmins were ministers of shivaji as ashtapradhan .... this news channel is gaddar congressi comminist

    • @Sittingfamous2007
      @Sittingfamous2007 2 ปีที่แล้ว +1

      @@factwithyogesh335 inke Raj(so called Shudra) mein hindu brahmano surakhshit the.Peshwaho(so called brahmano)ke raj mein Ahmad Shah Abdali ka khupsoorat chehra dekhne pada 😆

    • @iqbalmomin9595
      @iqbalmomin9595 2 ปีที่แล้ว

      0

  • @puransinghrawat3940
    @puransinghrawat3940 3 ปีที่แล้ว +154

    जी आपका बहुत-बहुत धन्यवाद। इस तरह के सांप्रदायिक माहौल को बदलकर देश में एक रचनात्मक वातावरण बनाने में आपके द्वारा स्टार्ट की गई यह शरीर अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई

    • @ansarisultanansari5387
      @ansarisultanansari5387 2 ปีที่แล้ว +1

      बड़े भाई ईतिहाश को %बदल कर जातीबाद है ग्रिहयुध्य के तरफ बढगया है रोकना मुसकिल है

    • @shrawansinghshekhawat264
      @shrawansinghshekhawat264 2 ปีที่แล้ว +1

      Punyani is always misleading.He is anti Hindu.He spread hatred.

    • @premnarayansachan6968
      @premnarayansachan6968 2 ปีที่แล้ว +3

      गागा भट्ट कोड़ से ग्रस्त ब्राह्मण था उसने तीन लाख रुपए की रिश्वत लेकर बाएं पैर के अंगूठे से शिवाजी का राज्य तिलक किया था उस समय एक रुपया में १५ शेर घी बिकता था। ५० हजार ब्राह्मणों को six महीने विप्र भोज कराया था पंच गंगा नदी में स्नान कराकर दान दक्षिणा दी थी। इसके साथ तीन रिजर्वेशन मांगे थे।
      १ राज्य के मंत्री ब्राह्मण ही होंगे।
      २ राज्य के सारे धार्मिक कार्य ब्राह्मण पुरोहित से सम्पन्न होंगे।
      ३ अछूत सुबह शाम सार्वजनिक रास्तों में नहीं चलेंगे।उनकी छाया किसी ब्राह्मण को नहीं पड़नी चाहिए।

    • @drvedavatijogi6424
      @drvedavatijogi6424 2 ปีที่แล้ว +1

      @@premnarayansachan6968 ये सब झूठा इतिहास पढा ने के लिये सीमा पार से पैसे मिलते है

    • @naveennautiyal2094
      @naveennautiyal2094 ปีที่แล้ว

      Leftist libranduo jatio mein aag lgana chahte h

  • @alamgiransari8486
    @alamgiransari8486 3 ปีที่แล้ว +31

    आपका यह प्रयास मुकेश जी बहुत ही सार्थक है।पुनियां जी जैसे हस्ती को सुनता हूं तो अपने आपको धन्य मानता हूं।🙏

  • @jayashrijadhav2552
    @jayashrijadhav2552 2 ปีที่แล้ว +13

    बोलताना छत्रपति शिवाजी महाराज म्हणा मुकेश महाराजांना आदराने बोला जय भवानी जय शिवाजी 🚩🚩

    • @untrainedytbr2454
      @untrainedytbr2454 2 ปีที่แล้ว +2

      Sudhra ata.. Yaat ch adkloy apn... Mukhya hetu bajula rahtoy

    • @त्रिशूल-न3ण
      @त्रिशूल-न3ण ปีที่แล้ว

      मुकेश कुमारजी एक दुष्ट व्यक्ति पढ़लिखकर और अच्छी सैलरी पर जाकर ब्राम्हणों से जलन और तीव्र ईर्ष्या का जहर उगलता ही है, यह अच्छी तरह जाना हुआ तथ्य है। प्रोफेसर राम पुनियानी इस्लामिक आतंकवाद के समर्थन, वामपंथी एजेंडा फैलाने, जलन के कारन जो कई जगह इसी तरह की जानबूझकर दुष्प्रचार करते हैं। यह भलीभांति जानी हुई बात है।
      वैसे जातीय नफरत, ब्राम्हणों के विरुद्ध ईर्ष्यापूर्ण प्रचार में काफी पैसा और अन्य सुविधाएँ भी बांटी जा रही हैं। आप कितना कमाते हैं इसका मुझे पता नहीं है। फिर भी ऐसा ही प्रयास आप पर्यावरण को सुधारने, पशुओं को बचाने, मोहल्ले में स्वच्छता बनाए राखमे में करें तो अच्छा होगा। वैसे इस राम पुनियानी का योग चेहरा नहीं देखना चाहते हैं यह बहुत बदनाम है। कृपया अपनी लोकप्रियता खराब न करें।

    • @त्रिशूल-न3ण
      @त्रिशूल-न3ण ปีที่แล้ว

      ​@@untrainedytbr2454मुकेश कुमारजी एक दुष्ट व्यक्ति पढ़लिखकर और अच्छी सैलरी पर जाकर ब्राम्हणों से जलन और तीव्र ईर्ष्या का जहर उगलता ही है, यह अच्छी तरह जाना हुआ तथ्य है। प्रोफेसर राम पुनियानी इस्लामिक आतंकवाद के समर्थन, वामपंथी एजेंडा फैलाने, जलन के कारन जो कई जगह इसी तरह की जानबूझकर दुष्प्रचार करते हैं। यह भलीभांति जानी हुई बात है।
      वैसे जातीय नफरत, ब्राम्हणों के विरुद्ध ईर्ष्यापूर्ण प्रचार में काफी पैसा और अन्य सुविधाएँ भी बांटी जा रही हैं। आप कितना कमाते हैं इसका मुझे पता नहीं है। फिर भी ऐसा ही प्रयास आप पर्यावरण को सुधारने, पशुओं को बचाने, मोहल्ले में स्वच्छता बनाए राखमे में करें तो अच्छा होगा। वैसे इस राम पुनियानी का योग चेहरा नहीं देखना चाहते हैं यह बहुत बदनाम है। कृपया अपनी लोकप्रियता खराब न करें।

  • @learningarena7826
    @learningarena7826 3 ปีที่แล้ว +50

    मैं ने पढ़ा था, मगर आज तस्वीर साफ हुई। गुरुजी आप का आभारी हु।

  • @dayaprasadgoliya3316
    @dayaprasadgoliya3316 3 ปีที่แล้ว +35

    Dr मुकेश कुमार जी आपका बहुत ही सराहनीय कदम उठाया, कि हमको इतिहास को समझने का अवसर दिया गया, आप साधुवाद के पात्र हैं।

  • @farzraphael7937
    @farzraphael7937 2 ปีที่แล้ว +10

    I'm from Maharashta. You are doing a great job. Thanks.

  • @somnathverma1254
    @somnathverma1254 2 ปีที่แล้ว +10

    इतिहास का सच अमर रहे। छत्रपति वीर शिवाजी महाराज
    अमर रहे।

  • @bhagwanjawre2132
    @bhagwanjawre2132 3 ปีที่แล้ว +166

    इससे वर्ण व्यवस्था का वीभत्स स्वरुप समझने का एक उदाहरण है ।

    • @kpsingh541
      @kpsingh541 3 ปีที่แล้ว

      Bhudhism per bhi boliye heenyan aur mahayan per bhi boliye

    • @ankitarani2868
      @ankitarani2868 3 ปีที่แล้ว +2

      Kya hota h varnbpratha pata h tumhe, vishvamitra ko pehle jab wo ek shatriya ki tarah karya karta tha to use kshatriya kaha gaya lekin jab usne kathor tapasya karke brahmagyan prapt karke brahmin ki sari status pali to use brahmin kaha gaya.meine v suna h ki brahmin maharaj ka coronation ke liye taiyaar nahi the lekin kuch log ke karan tum sachchai ko hi jhuth bol rahe ho.varn ka arth jano pehle,varn pratha choice of work par dependent hoti h naki karm.

    • @ars7618-j4t
      @ars7618-j4t 3 ปีที่แล้ว

      @@kpsingh541 a caste nhi hai

    • @ars7618-j4t
      @ars7618-j4t 3 ปีที่แล้ว

      @@kpsingh541isi heenyan mahayan se hee tumahara dharm
      Brhamno kaa dharm nikla hai

    • @tularammeshram2170
      @tularammeshram2170 3 ปีที่แล้ว +1

      @@ankitarani2868 वर्णव्यवस्था के बचाव हेतू आपका बयान लिखने और सुनने लिए ही ठिक है लेकिन वास्तविकता बिलकुल विपरित है!😃😃😃

  • @bharatbhalke2558
    @bharatbhalke2558 2 ปีที่แล้ว +18

    जिन्होनेभी शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक का विरोध किया वो ही सबसे बडे क्षुद्र मानसिकता के थे.

  • @Jupitor6893
    @Jupitor6893 3 ปีที่แล้ว +35

    Shiva Ji Maharaj was real PATRIOTIC HERO.

    • @amolsakpal4331
      @amolsakpal4331 2 ปีที่แล้ว +1

      🙏

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 ปีที่แล้ว

      आदरणीय @jasbirkaur6893🙏!
      हमारे देश में जब भी कोई इतिहास पर बात करता है तो विवाद में पड़ जाता है। एक नया मौखिक युद्ध शुरू होता है। हमारे देश में ऐसा क्यों है? इसलिए मैं आपको उपाय सहित इसके मूल कारण तक ले जा रहा हूं।
      महाराष्ट्र में औरंगजेब के बच्चों को लेकर हुए विवाद से आप सभी वाकिफ होंगे।यहभी हमारे देश में इस हास्यास्पद प्रक्रिया की एक घटना है।
      औरंगजेब एक अच्छा राजा था या बुरा राजा यह बिल्कुल भी महत्वपूर्ण नहीं है। आज का सबसे महत्वपूर्ण प्रश्न है- एक राष्ट्र के रूप में भारतीय बुद्धिमान हैं या मूर्ख? उत्तर सरल है।
      जहाँ तक इतिहास का संबंध है, भारत एक मूर्ख राष्ट्र है।
      क्यों- सभी इतिहास, जाति/धर्म संबंधी विवादों का मूल कारण हिंदू धर्म पर विरोधाभास की स्वीकृति है।
      1947 में, जब भारत स्वतंत्र हुआ, तो हिंदू धर्म पर बहुत गंभीर विवाद हुआ। पारंपरिक हिंदू हिंदू धर्म के पक्ष में थे और डॉ. अंबेडकरजी, पेरियारजी, महात्मा फुलेजी जैसे समाज सुधारकों का हिंदू धर्म के बारे में बिल्कुल विपरीत विचार था। वे हिंदू धर्म को एक सड़ा हुआ धर्म मानते थे। अनुसूचित जाति/जनजाति/अन्य पिछड़ा वर्ग के लोगों की भावनाओं का सम्मान करने के लिए उस दौर की हिंदू पार्टी, सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी ने हिंदू धर्मपर एक पवित्र समझौता किया और इस तरह एक विरोधाभास अस्तित्व में आया।
      इससे बाहर आने का आदर्श तरीका क्या है? इस स्थिति से बाहर आने का सबसे अच्छा तरीका सच्चाई का पता लगाना है। यदि हिंदू धर्म अन्य सभी धर्मों की तरह है, तो हमें एक सुधार करना चाहिए। यदि हिंदू धर्म एक सड़ा हुआ धर्म है, तो हमें हिंदू धर्म का महिमामंडन बंद करना चाहिए।
      लेकिन इस मुद्दे को अकादमिक तरीके से संभालने के बजाय, हमारे देश ने एक राजनीतिक तरीका चुना। आज इतिहास राजनीतिक सफलता प्राप्त करने का एक प्रमुख राजनीतिक उपकरण बन गया है। राजनीतिक दलों और नेताओं ने अपनी पार्टी, जाति या धर्म के अनुकूल इतिहास के उपयुक्त संस्करणों को बढ़ावा दिया है। और इसलिए पूरी तरह अराजकता है। भारत ने इतिहास के संदर्भ में विश्वमूर्ख का दर्जा प्राप्त किया है।
      हकीकत यह है कि हम मूर्खता में विश्वगुरु हैं।
      तो सवाल यह नहीं है कि कोई औरंगजेब एक अच्छा राजा था या बुरा राजा? वह मुख्य बात नहीं है।
      क्या इसे बदलना संभव है?
      आपके और मेरे बारे में मुख्य बात- क्या हम बौद्धिक, बुद्धिमान और तर्कसंगत व्यक्ति हैं? आज जवाब है कि हम एक मूर्ख राष्ट्र के नागरिक हैं। हमें इस स्थिति को बदलना होगा। हमें खुद को बुद्धिमान, शिक्षित और समझदार व्यक्ति साबित करना होगा।
      मैंने सत्य की खोज के लिए चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है। यह निम्नलिखित बिन्दुओं परउचित ध्यान देता है
      1) जाति और धर्म जैसे मुद्दों की नाजुक प्रकृति 2) सभी प्रतिभागियों की संतुष्टि 3) हमारे देश की विशाल जनसंख्या जिसमें शिक्षित और अशिक्षित वर्ग शामिल हैं 4) हमारे देश की राजनीतिक व्यवस्था। 5) यह निष्पक्ष तरीके से सत्य को खोजने में सक्षम है।
      मई 2022 तक, मैंने इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था पर देशव्यापी चर्चा आयोजित करने का अवसर देने के लिए सरकार से 1400 प्रार्थनाएँ की हैं।
      मैं आपसे ईमानदारी से अनुरोध करता हूं कि आप इस पर विचार करें और राष्ट्रव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें। बुद्धिमान राष्ट्र का नागरिक होने का सम्मान प्राप्त करें, मूर्ख नहीं।
      अवधूत जोशी

  • @milindwankhede1530
    @milindwankhede1530 10 หลายเดือนก่อน +4

    You guys did an excellent job spreading the information! Suggesting some books or reading over the topic in each episode would be helpful. For example, which book would you recommend as an excellent read to get to know Shivaji Maharaj?

  • @udayjagdale6527
    @udayjagdale6527 3 ปีที่แล้ว +55

    मुकेशजी, पुनियांजी आपका बहुत बहुत अच्छा काम कर रहे हो हमारे मराठा समाज आपका बहुत ऋणी है

    • @vijayd675
      @vijayd675 3 ปีที่แล้ว +5

      छत्रपती शिवाजी महाराज का तिलक पैर के अंगुठे से करने के बारे मे कुछ जानकारी हो तो बताओ. ऐसी बाते कहकर यह लोग महाराज को बदनाम कर रहे है. औरंगजेब के दरबार मे भी जिन्होंने अपमान सहन नही किया वो अपने हि दरबार मे अपमान कैसे सहन कर सकते हैं?

    • @indukumarnirbadkar2899
      @indukumarnirbadkar2899 3 ปีที่แล้ว +3

      @@vijayd675 येह सब झूट है. महाराज के सामने खडे रहने की किसकी औकात नही थी.

    • @vijayd675
      @vijayd675 3 ปีที่แล้ว +4

      @@indukumarnirbadkar2899 पैर से तिलक करना तो दूर सिर्फ यह बात कह भी देता तो भी उसका कडेलोट किया जाता. फिर भी हमारे महाराष्ट्र कि लोग भी इनके बातोंकी सच मानने लग जाते है.

    • @SanatanAngel
      @SanatanAngel 3 ปีที่แล้ว +3

      Ram puniyani is vampanthi professor.
      Vampanthi logo ka kam jhuth failana aur झूठ failana bas.Dont believe him .He is sympathasier of tipu sultan...

    • @SanatanAngel
      @SanatanAngel 3 ปีที่แล้ว +1

      Chhatrapati shivaji maharaj he janmane maratha hote.maratha hi kshatriya varn madhe modate.
      He ram puniyani mag क्षुद्र kase kay mhanatat.
      यावरून yancha खोटारडेपणा उघड होतो

  • @AJAYSINGH-ve2db
    @AJAYSINGH-ve2db 3 ปีที่แล้ว +23

    आपका यह वीडियो बहुत ही सार्थक और सत्य पर आधारित हैं ! समाज को सच्चाई से अवगत कराने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद आदरनीय महोदय जी 🙏🌹🙏🌹🙏🌹

  • @rohitkumarjaihind64
    @rohitkumarjaihind64 3 ปีที่แล้ว +111

    भारत की मीडिया में ब्राह्मणों की संख्या 93 % क्यों है ?
    न्यूज़ चैनलों के मालिक भी ब्राह्मण हैं ,क्या और जाति के पत्रकार योग्य नही है ?

    • @AsadKhan-ee1vh
      @AsadKhan-ee1vh 3 ปีที่แล้ว +5

      98percent midia बिकाऊ है

    • @msq2012
      @msq2012 3 ปีที่แล้ว +2

      True

    • @KUMAR786NAREN
      @KUMAR786NAREN 3 ปีที่แล้ว +16

      Iske kuch reason hai
      1. Brahman hamesha satta ke pass rehta hai..... usse satta nahi chaiye bus satta ka sanrakshan chahiye.
      2. Aapse jo brahman nafrat karege, wahi aapke pass satta aane ke baad aapke aas pass ghumte phirege.
      3. Brahman janta ki aur praja ki chinta nahi karta woh bus yeh sochta hai ki Raja ko kaise Khush rakha jaye.
      4. Aapne media ki baat ki, jo aaj modi ke saath hai wahi kal agar congress satta me aayi toh uske saath rahege.
      5. Brahman ki manyata aaj bhi kam nahi hai, aaj bhi unhe kewal jaati ke naam pe sabse jayada samman milta hai.
      6. Ek aur baat agar brahman se galti ho jaye toh usse mistake kehte hai, lekin agar koi dusri caste se galti ho jaye khaskar choti jaati se toh woh sidhe uss insaan ke talent pe question karta hai aur yahi chiz dusre caste waale ko jayada conservative banati hai.

    • @ankitBhartiya2
      @ankitBhartiya2 3 ปีที่แล้ว +5

      Ye 93% ka source of Information kya hai ?

    • @hussainKhan-wn2it
      @hussainKhan-wn2it 3 ปีที่แล้ว

      yog hn bat h oh malik hn

  • @gnraju6534
    @gnraju6534 2 ปีที่แล้ว +17

    It was one of the intellectual discussions of a high order that i have come across. i hold chatrapati Shivaji in high esteem, not under the influence of political dispensations, but because of his great achievements.i was appalled and shocked to learn that so great was the casteism prevailing at that time

    • @gnraju6534
      @gnraju6534 2 ปีที่แล้ว +3

      Continued that the whole of the Brahman community in Maharashtra was not forhcoming to annoint him.what a great opportunity they missed.A priest from Benares had to be lured in with promises of great reward.what a shame that he was annointed with a toe and not a thumb. It is a tribute to his greatness that he gave due credit to the farmers and did not plunder them out of their hard earned produce.caste system is one of the great evils -though Lord Krishna takes credit for it,and still pervades allover the country.Hindus believe in re incarnations and should fear that they may be condemned to a lower caste in their next birth and in their own interest get rid of it! May the glory of the Chatrapati love forever. Gn

    • @mohankumardeheria1332
      @mohankumardeheria1332 ปีที่แล้ว

      महत्वपूर्ण चर्चा

    • @makardhwajmishra8258
      @makardhwajmishra8258 ปีที่แล้ว

  • @javedshaikh-pc2fz
    @javedshaikh-pc2fz 3 ปีที่แล้ว +11

    बहोत बढ़िया डा. मुकेश कुमार और डा. राम पुनियानी साहब, दोनो महाशय ने छत्रपति शिवाजी महाराज के इतिहास की हेल्थी डिस्कस की अच्छा लगा, महाराज के वफादार मुस्लिम सरदार थे सिद्ध हिलाल: घुड़सवार दल के सेनापति सहाय्यक, सिद्ध वह : घुड़सवार दल के सरदार, सिद्धि इब्राहिम : शिवाजी महाराज का अंगरक्षक, फोंड्या केले का किलेदार, नूरखान बेग: स्वराज का पहला सरनोबत, मदारी मेहतर: महाराज का विश्वासी सेवक, काजी हैदर महाराज का वकील/ सचिव, शामाखान : सरदार, हुसैन खान मियाना: लश्कर में अधिकारी, और रुस्तम ए जमान : महाराज का खास दोस्त, दरिया सारंग: आरमार का पहला सुभेदार, इब्राहिम खान : आरमार में अधिकारी ऐसे २० सो मुस्लिम थे। और सब से बड़ी बात जब शिवाजी महाराज के खिलाफ कृष्णाजी भास्कर कुलकर्णी ने हमला किया तो मुकाबला मुस्लिम ने किया। ये इतिहास लोगों को बताए।
    धन्यवाद।

    • @indukumarnirbadkar2899
      @indukumarnirbadkar2899 3 ปีที่แล้ว +1

      कुछ भी फेक मत यार हम मराठा लोग सब जानते है.

    • @javedshaikh-pc2fz
      @javedshaikh-pc2fz 3 ปีที่แล้ว +1

      @@indukumarnirbadkar2899 ए भाऊ, फेकत नाही, मी पण महाराष्ट्रातील ( by Generation) आहे, आणी नावासकट माहिती दिली आहे. आणि तु जर खरा मराठा असेल तर तुझ म्हणनं सिद्ध करून दाखव.

  • @rajhansmaske8123
    @rajhansmaske8123 3 ปีที่แล้ว +27

    आपके पत्रकार को जय भारत सर जी समाज हित की मन की चर्चा की आपका संपादक और पत्रकार को THANK YOu

  • @brajkishorebalendu2010
    @brajkishorebalendu2010 3 ปีที่แล้ว +91

    ब्राह्मण अपने फायदा के लिए किसी भी हद तक गिर सकते हैं

    • @ajeettri1980
      @ajeettri1980 3 ปีที่แล้ว +5

      Don't make a shallow statement
      Aur आदमी कितना गिरता है। आप भी आपकी लाइफ में देखना अगर सच्चे होना तो

    • @crante8357
      @crante8357 3 ปีที่แล้ว +10

      @@ajeettri1980 Ponge khud k beti ko apni Hawas ka Shikar Banate hai...apne fayde k liye bech dete hai 😁😁😁😁😁😁😁😁

    • @cppathak6727
      @cppathak6727 3 ปีที่แล้ว +4

      शिवाजी जी क्षत्रिय थे ये राजनेता लोग हम हिन्दुओं को आपस में लड़ाकर फूट डालो और राज करो की नीति अपना रहे हैं हिन्दू भाइयों इनके बहकावे में न आइये जय शिवाजी जय हिन्दुत्व

    • @crante8357
      @crante8357 3 ปีที่แล้ว +9

      @@cppathak6727Hindu the to Pongo ne Rajyabhishekh karne se Inkar kyu kiya tha ...???😜
      Mughlo ke Sena me Shamil Hoke Shivaji Maharaj k khilaf kyu Lad rahe the ???😜
      Krushna Bhaskar Ponge ne Svivaji Maharaj pe Kyu Talwar Chalayi thi ???😜

    • @arunnarayanpatwardhan7952
      @arunnarayanpatwardhan7952 3 ปีที่แล้ว +2

      Brahmin alone is not only who stoops to lowest level but it can happen or can be done by any cast or religion or sect at any time.

  • @vilaspatil8316
    @vilaspatil8316 2 ปีที่แล้ว

    डॉ. मुकेशजी और आदरणीय डॉ. पुनियानीजी आप दोनो का दिल से धन्यवाद करता हूॅ... आप दोनो ने छत्रपती शिवाजी महाराजकी नितीयाॅ, सुशासन प्रजा के प्रती प्यार और साथमे महाराष्ट्रकी राजनीती का बहोत अच्छी तर से और मेहनत से अध्ययन किया है. और तथ्थ्योको सामने रखा है. पहिली बार मैने आपका एपीसोड देखा लाईक और सबस्क्राईब मी किया...

  • @गावाकडचीशेती-ह6ल
    @गावाकडचीशेती-ह6ल 3 ปีที่แล้ว +11

    शिवाजी महाराज जगातील आदर्श राजा आहे तसेच संपूर्ण भारतियांचा राजा आहे

  • @user-ux3zq8di5f
    @user-ux3zq8di5f 3 ปีที่แล้ว +18

    तीनसौ वर्ष परतंत्रता होने के कारण किसी भी ब्राह्मण को राज्याभिषेक का विधी ही पता नहीं था और पूरे भारत में महाराज को मान्यता मिलें इस लिए महाराष्ट्र के ब्राह्मण समाज ने काशी के वरिष्ठ पुरोहित गागा भट्ट को बुलाया और राज्याभिषेक किया।

    • @anukumari835
      @anukumari835 ปีที่แล้ว

      Ye hi thik lgta hai

    • @anandprasadsharma5067
      @anandprasadsharma5067 2 หลายเดือนก่อน +3

      फिर कैसे ब्राह्मण हुए और देश के अन्य हिंदू राजाओं का अभिषेक कैसे करते थे, राजपूतों का राज्याभिषेक कैसे किया जाता था

  • @sharanamrenapurkar5953
    @sharanamrenapurkar5953 2 ปีที่แล้ว +7

    सच्ची घटना पर आधारित जानकारी देने के लिए बहोत बहोत धन्यवाद आप दोनों से और कमेंट करने वालों से निवेदन है महाराज को सिर्फ शिवाजी ना कहे कम से कम शिवाजी महाराज ऐसा उच्चारण करे

  • @ShivKumar-lq7sr
    @ShivKumar-lq7sr ปีที่แล้ว

    धन्यवाद मुकेशजी और रामजी.
    शिवाजी महाराज का सामान्य जनता का राज्य तीन सौ साल बाद आने वाले धर्मनिरपेक्ष भारतीय लोकतंत्र की निव या फाउंडेशन था. महाराज पुरोगामी विचार के थे पर सर्वसामान्य जनता के लिये धर्मनिरपेक्ष राज्य निर्माण की प्रक्रिया मे पाच शाही के विरोध मे लडने के कार्य मे अत्यंत व्यग्र थे फिर भी अनेक घटना ऐसी है जिसमे प्रचलित रुढीधर्म को उन्होंने ज्यादा महत्व नही दिया . राज्याभिषेक तो सिर्फ जनता को भयमुक्त और विश्र्वास देने के लिये किया. राजर्षी शाहू महाराज ने छत्रपती शिवाजी महाराज को जो सामाजिक सुधार अपेक्षित थे वो बाद में करे. ब्रिटिश व्यापारी सत्ता के अंधकार मे रवींद्रनाथ टागोर,लो. टिळक, म. फुले, डॉ आंबेडकर इत्यादी लोगोंने छत्रपती शिवाजी को ही अपना मार्गदर्शक दीपस्तंभ माना.
    रुढीधर्म की पकड इतनी मजबूत थी की संत ज्ञानेश्वर महाराज के ७०० साल बाद शुद्रो पे लादी मंदिर प्रवेश बंदी स्वतंत्र भारत के सरकार ने कायदा कराके उठायी.

  • @rohitkumarjaihind64
    @rohitkumarjaihind64 3 ปีที่แล้ว +54

    अगर एक ब्राह्मण किसी सरकारी उच्च पद पर बैठ जाता है तो अपने नीचे के लोगों को भी ब्राह्मण ही नुक्त करता है और उदाहरण हमे विश्विद्यालयों में देखने को मिलता है।

    • @Spiritkill1
      @Spiritkill1 3 ปีที่แล้ว +5

      Abe main tujhe udharan de Sakta hoon Nichle jaatiyon ka Jo khud nichli jaatiyon Ko pad par niyukt karte hain.. Modi khud OBC hain use Brahmanon ne vote nahi diya kya kya saare voter OBC the Shah bhi Brahman nahi hain...Modi ke cabinet main sirf do Brahman aur unke se ek Ko cabinet reshuffle mein hata diya Gaya hain...!!!

    • @Spiritkill1
      @Spiritkill1 3 ปีที่แล้ว +3

      Isle bol...ya proof de ki Modi Ko saare OBC logon ne hi vote diya.

    • @123xyzabccba
      @123xyzabccba 3 ปีที่แล้ว +3

      @@Spiritkill1 : Modi zhoothaa obc hai ...

    • @123xyzabccba
      @123xyzabccba 3 ปีที่แล้ว +1

      Maharashtra ke har university ke chancellor aur VCs majority bammans hai jabki inki population 3.5% hai...

    • @123xyzabccba
      @123xyzabccba 3 ปีที่แล้ว +2

      @@Spiritkill1 : Modi EVM sey elect huaa hai ...

  • @edwinbritto3057
    @edwinbritto3057 3 ปีที่แล้ว +22

    Thanks for this informative video
    Ram Punwani is a intellectual..

  • @oshoprasad2607
    @oshoprasad2607 2 ปีที่แล้ว +29

    मैने ये बहुत पहले एक पत्रिका सरस सलिल में ये पढ़ा था की ब्राह्मणों ने छत्रपति शिवाजी महाराज का राज्याभिषेक पैर के अंगूठे से किया था और आज पूरी तरह कन्फर्म भी हो गया 🙏🙏🙏

    • @padmajakhadilkar2709
      @padmajakhadilkar2709 2 ปีที่แล้ว +6

      झुठ है

    • @disharojgarcareermargdarsh280
      @disharojgarcareermargdarsh280 2 ปีที่แล้ว +5

      This is wrong because 8 head chif stage of shivaji महाराज is Brahma

    • @oshoprasad2607
      @oshoprasad2607 2 ปีที่แล้ว +5

      @@disharojgarcareermargdarsh280जो तुम बोलो वो सही बाकी सारा इतिहास गलत अगर गलत है तो कोर्ट क्यों नही जाते तुमलोग तो मामूली बातो में भी कोर्ट चले जाते हो भले ही सिर झुकाए वापस आ जाओ

    • @ansarisultanansari8245
      @ansarisultanansari8245 2 ปีที่แล้ว

      @@oshoprasad2607 ऐ अंडभकत मॆ सॆ है ऐ अंडभकत ईतिहाश कोबदल दिया

  • @aftabalam-zp6ny
    @aftabalam-zp6ny 2 ปีที่แล้ว

    अर्थात राजशाही शोषण का प्रतीक, प्रतिनिधित्व दिखाई देती है। फिर भी जनता प्रजातांत्रिक व्यवस्था को त्याग करने के लिए तैयारी करती दिखाई दे रही है। धन्य है जनता की जागरुकता।

  • @shivajimore544
    @shivajimore544 3 ปีที่แล้ว +90

    Cchatrapati Shivaji Maharaj was a great revolutionary.He fought against so many religious, social, caste barriers and brought people of different castes together and filled them with one noble goal i.e. nation building.He was a raja who rewarded the the brave and the talented irrespective of their caste. He was the founder of modern India.

    • @amarishkumar3214
      @amarishkumar3214 2 ปีที่แล้ว +2

      Right ✅

    • @ahan106
      @ahan106 2 ปีที่แล้ว +1

      And people socialism came from europe it was in sanatan culture

    • @abcnews2856
      @abcnews2856 2 ปีที่แล้ว +1

      He was but it was started much before him by sikhs even, Shivaji priest started Samrath ramdas got the blessings of Sri hargobind singh

    • @Mysterious_Anatma
      @Mysterious_Anatma 2 ปีที่แล้ว +3

      Jai shivaji jai bhim

    • @proudetobeindian6428
      @proudetobeindian6428 2 ปีที่แล้ว +3

      Bamano ne geeta padhi nhi hai utni chatrrapti shivaji maharaj ne pdhi

  • @amarnathrao5930
    @amarnathrao5930 3 ปีที่แล้ว +38

    आप दोनों विद्वजनों को नमन 🙏🙏
    आप इतिहास पर डाली गई गर्द को साफ करने का अत्यधिक प्रशंसनीय कार्य कर रहे हैं। आपका बहुत बहुत आभार 🙏🙏🙏

  • @saranggaikwad8760
    @saranggaikwad8760 3 ปีที่แล้ว +124

    Mukeshji. I regularly watch your videos and I like your content and the way you conduct the discussion. I am a Maharashtrian.
    But regarding this discussion, I am very upset with the title. We always use either Chatrapati or Maharaj before or after the word Shivaji i.e Chatrapati Shivaji Maharaj. This is the symbol of respect that we use for Shivaji Maharaj.

    • @suryavanshi1436
      @suryavanshi1436 3 ปีที่แล้ว +9

      आपका ऐसे संबोधित करना खटकता है, किसी भी आदरणीय व्यक्ती के बारेमे जब हम बात करते है तब इस बात का खयाल रखना जरुरी है l क्यूकी जिनके बारेमे हम बात कर रहे होते है उनका कर्तृत्व इतना बडा है की हम और आप उनके आगे कर्तृत्वमे बहोत छोटे और मामुली है इसलिये उनका संबोधन आदरपूर्वक करे और आपकी आगळी सभी व्हिडीओमे इस्का पालन अवश्य हो l आपका ये व्हिडीओ बनानेका मकसद अच्छा है लेकिन ऐसा लागता है की उसमे जिस भाषा का प्रयोग किया जाता है वो उचित नही है इसलिये इस बात का खयाल अवश्य रखे और आपके व्हिडीओ देखनेका हमारा आनंद द्विगुणित हो ! धन्यवाद !!

    • @manrawat6639
      @manrawat6639 3 ปีที่แล้ว +1

      Tilak taraju aur talwar***********char (mishra hai Mera Naya yaar nashimsidik hai purana yaar)2, Jun 1995, Gunda v gundi and 2019, bhaya bahin elefent me bua ka bhatija cycle me with ges cylinder 2 Jun 1995, wala,,

    • @manrawat6639
      @manrawat6639 3 ปีที่แล้ว +1

      @@suryavanshi1436 Tilak taraju aur talwar***********char (mishra hai Mera Naya yaar nashimsidik hai purana yaar)2, Jun,1995, Gunda v gundi and 2019, bhaya bahin elefent me bua ka bhatija cycle me with ges cylinder 2 Jun 1995, wala,

    • @logic1137
      @logic1137 3 ปีที่แล้ว +3

      I am from Shivjanmabhumi Junnar

    • @natthansingh5287
      @natthansingh5287 3 ปีที่แล้ว

      All is truth accoding tithe history,

  • @kahemuddin6941
    @kahemuddin6941 2 ปีที่แล้ว +6

    A person’s greatness is based on his/her wisdom, justice and equality for humanity that is how a person finally gets the ultimate title of being a pious person. Regardless of race, religion or creed. Ultimately truth can be hidden but never buried Satyamav Jayati.

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 ปีที่แล้ว

      आदरणीय @kahemuddin6941🙏 !
      कुछ लोग मुझसे कहते हैं कि लिखित बात लंबी है। जैसा कि मैं इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था के बारे में बात करता हूं, यह जरूरी है। महिला उत्पीड़न, जाति/धर्म के नाम पर अपराध, इतिहास के नाम पर विवाद और दंगे आदि में इन कारकों का भारी योगदान है। इसलिए इन विषयों की उचित समझ के लिए हजारों पृष्ठों को पढ़ने की आवश्यकता होती है। तो कृपया इन कुछ वाक्यों को पढ़ें।
      2015 में माननीय मोदीजी/बीजेपी के नेतृत्व में, वर्तमान हिंदू पार्टी भारत, इतिहास के संदर्भ में दुनिया का सबसे मूर्ख राष्ट्र बन गया है।
      राजनीतिक विरोधाभास हो या कोई सामाजिक/धार्मिक विवाद, दोनोंका मूल कारण हिंदू धर्म पर विरोधाभास है।
      मैं 2015 को विश्वमूर्ख स्थिति की उपलब्धि के लिए एक वर्ष के रूप में क्यों दे रहा हूं?
      कारण- 2015 में, मैंने खुद को इतिहास, जाति/धर्म के संबंध में सभी पुराने विवादों को हल करने की स्थिति में ला दिया।लेकिन माननीय मोदीजी/भाजपा के नेतृत्व में वर्तमान तथाकथित हिंदू सरकार ने मुझे इतिहास, जाति और धर्म व्यवस्था पर एक राष्ट्रव्यापी चर्चा आयोजित करने का अवसर नहीं दिया है। अहंकार से नहीं, बल्कि वास्तविकता के तौर पर, मैं कहता हूं कि मैं इन विषयों पर सबसे सही व्यक्ति हूं, खासकर विवादों के संबंध में। मुझे इन विवादों पर स्थायी समाधान मिलने का भरोसा है.' अतः 2015 के बाद भारत में जितने भी जाति/धर्म/इतिहास संबंधी विवाद हैं, उसके लिए वर्तमान सरकार जिम्मेदार है।
      स्वतंत्रता संग्राम के काल में डॉ. अम्बेडकर जी और सावरकर जी के हिन्दू धर्म पर बिल्कुल विपरीत अतिवादी विचार थे। और नेहरू ने हमारे देश के हित में इस पर एक सुनहरा समझौता किया। सौभाग्य से बहुसंख्यक बहुजन समाज और बहुसंख्यक ब्राह्मणों ने नेहरू/कांग्रेस का समर्थन किया, इस एकता ने हमें स्वतंत्रता प्राप्त करने में मदद की। इसीलिए डॉ. अम्बेडकरजी और श्यामाप्रसादजी (सावरकर के शिष्य और वर्तमान भाजपा के संस्थापक) को नेहरू/कांग्रेस पार्टी, उस काल की हिंदू पार्टी के नेतृत्व में भारत की पहली सरकार में शामिल किया गया था। दोनों की अपनी-अपनी राजनीतिक पार्टी थी, और कांग्रेस का कोई सदस्य नहीं था।
      यह समझौता एससी, एसटी और ओबीसी समुदायों की भावनाओं के सम्मान के रूप में किया गया था।
      समय के साथ चीजें गलत होती गईं. किसी भी समझौते के लिए उच्च स्तर की बुद्धिमत्ता और समझ की आवश्यकता होती है। 15 अगस्त 1947 को भारत ज्ञान के चरम पर था। समय के साथ, एक राष्ट्र के रूप में हमने उस ज्ञान और समझ को खोना शुरू कर दिया। 2015 में, हम एक राष्ट्र के रूप में, मूर्ख राष्ट्र हैं। मैं भारत को बुद्धिमान राष्ट्र का दर्जा वापस दिलाना चाहता हूं।
      मैंने जरूरतों के अनुसार चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है। यह निम्नलिखित बिंदुओं पर उचित ध्यान देता है
      1) जाति और धर्म जैसे मुद्दों की नाजुक प्रकृति 2) सभी प्रतिभागियों की संतुष्टि 3) किसी भी जाति और धर्म के वास्तविक सम्मान को कोई नुकसान नहीं
      4) हमारे देश की विशाल आबादी शिक्षित लोगों से बनी है और अशिक्षित वर्ग 5) हमारे देश की राजनीतिक व्यवस्था।
      6) यह निष्पक्ष तरीके से सत्य का पता लगाने में सक्षम है।
      कृपया राष्ट्रव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें और साझा करें। आइए हम सामाजिक और धार्मिक सद्भाव को पुनर्जीवित करें।
      अवधूत जोशी

  • @ravikumarkulkarni6115
    @ravikumarkulkarni6115 2 ปีที่แล้ว +32

    इसी महाराष्ट्र के भूमी मे संत ज्ञानेश्वर जी के जीवन मे भी ब्राह्यणोंके पीठ ने मान्यता नही दी थी,जब की वो भी खुद एक ब्राह्यण परिवारके ही थे!

    • @sarabjeetsingh3811
      @sarabjeetsingh3811 ปีที่แล้ว

      Bhaiya Sant Namdev ji ko bhi maanyta nahi di gai.

  • @ismailabdullah8865
    @ismailabdullah8865 3 ปีที่แล้ว +23

    Namaskar mukeshji, thank you very much for your new episode appreciated

  • @shivramverma4021
    @shivramverma4021 3 ปีที่แล้ว +13

    डॉ मुकेश कुमार जी इस वार्ता के द्वारा आपने अच्छी जानकारी उपलब्ध कराई है।

  • @sanjaysurve9413
    @sanjaysurve9413 6 หลายเดือนก่อน +3

    छत्रपती शिवाजीराजे ऐसे बोलो लिखो ओ तमाम मराठोका स्वाभिमान, अभिमान गर्व हैं

  • @sabrang3414
    @sabrang3414 3 ปีที่แล้ว +13

    बहोत badhya jankari thi,

  • @shahnawazbashir5535
    @shahnawazbashir5535 3 ปีที่แล้ว +44

    Shivaji maharaj ki jay. Great king in Hindustan history.

  • @babasahebpatil6978
    @babasahebpatil6978 3 ปีที่แล้ว +31

    छत्रपती श्री शिवाजी महाराज ऐसे पूरे सम्मान के साथ महाराज के नाम का उच्चार करना पहले शिको. फीर उनके बारे मे डिसकस करो मुकेश कुमार

    • @N7_YES
      @N7_YES 2 ปีที่แล้ว +1

      Shivaji meinnaisa kya hai jo Harshvardhan mein nhi hai jo log itna maante hain Shiva ji ko?

    • @farziaadmi2443
      @farziaadmi2443 2 ปีที่แล้ว +1

      @@N7_YES unhone 3 kilo se 300 kilo me raaz kiya. Khtam ho jata hindu raaz sare mughal kabza kar liya hote agar wo nhi hote to

    • @N7_YES
      @N7_YES 2 ปีที่แล้ว

      @@farziaadmi2443 or harshvardhan ji Shri Maharaj ji ka kya?

    • @farziaadmi2443
      @farziaadmi2443 2 ปีที่แล้ว

      @@N7_YES ummm wo underrated h mene iske pehle unka nam nahi suna tha.. Aj hi search karta hu

    • @bkkumar9619
      @bkkumar9619 2 ปีที่แล้ว

      @@N7_YES Tu koi mulla hi h. I am sure. 😁😁😁

  • @sunitamore8718
    @sunitamore8718 ปีที่แล้ว +8

    Satnam Waheguru ji ki Jay🙏🇮🇳 Respectful Sir Now my opinion is the best comfort zone of the World Now my opinion is Chatrapati Shivaji Maharaj ki Jay🙏🇮🇳 Shivaji Maharaj ji, coronation time Gaga Bhatt , bramhan On His Fitt Tilak Doing This Is Real History Ago Year's Thanks Jay hind🌹🇮🇳🙏

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 ปีที่แล้ว

      आदरणीय @sunitmore8718🙏!
      हमारे देश में जब भी कोई इतिहास पर बात करता है तो विवाद में पड़ जाता है। एक नया मौखिक युद्ध शुरू होता है। हमारे देश में ऐसा क्यों है? इसलिए मैं आपको उपाय सहित इसके मूल कारण तक ले जा रहा हूं।
      महाराष्ट्र में औरंगजेब के बच्चों को लेकर हुए विवाद से आप सभी वाकिफ होंगे।यहभी हमारे देश में इस हास्यास्पद प्रक्रिया की एक घटना है।
      औरंगजेब एक अच्छा राजा था या बुरा राजा यह बिल्कुल भी महत्वपूर्ण नहीं है। आज का सबसे महत्वपूर्ण प्रश्न है- एक राष्ट्र के रूप में भारतीय बुद्धिमान हैं या मूर्ख? उत्तर सरल है।
      जहाँ तक इतिहास का संबंध है, भारत एक मूर्ख राष्ट्र है।
      क्यों- सभी इतिहास, जाति/धर्म संबंधी विवादों का मूल कारण हिंदू धर्म पर विरोधाभास की स्वीकृति है।
      1947 में, जब भारत स्वतंत्र हुआ, तो हिंदू धर्म पर बहुत गंभीर विवाद हुआ। पारंपरिक हिंदू हिंदू धर्म के पक्ष में थे और डॉ. अंबेडकरजी, पेरियारजी, महात्मा फुलेजी जैसे समाज सुधारकों का हिंदू धर्म के बारे में बिल्कुल विपरीत विचार था। वे हिंदू धर्म को एक सड़ा हुआ धर्म मानते थे। अनुसूचित जाति/जनजाति/अन्य पिछड़ा वर्ग के लोगों की भावनाओं का सम्मान करने के लिए उस दौर की हिंदू पार्टी, सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी ने हिंदू धर्मपर एक पवित्र समझौता किया और इस तरह एक विरोधाभास अस्तित्व में आया।
      इससे बाहर आने का आदर्श तरीका क्या है? इस स्थिति से बाहर आने का सबसे अच्छा तरीका सच्चाई का पता लगाना है। यदि हिंदू धर्म अन्य सभी धर्मों की तरह है, तो हमें एक सुधार करना चाहिए। यदि हिंदू धर्म एक सड़ा हुआ धर्म है, तो हमें हिंदू धर्म का महिमामंडन बंद करना चाहिए।
      लेकिन इस मुद्दे को अकादमिक तरीके से संभालने के बजाय, हमारे देश ने एक राजनीतिक तरीका चुना। आज इतिहास राजनीतिक सफलता प्राप्त करने का एक प्रमुख राजनीतिक उपकरण बन गया है। राजनीतिक दलों और नेताओं ने अपनी पार्टी, जाति या धर्म के अनुकूल इतिहास के उपयुक्त संस्करणों को बढ़ावा दिया है। और इसलिए पूरी तरह अराजकता है। भारत ने इतिहास के संदर्भ में विश्वमूर्ख का दर्जा प्राप्त किया है।
      हकीकत यह है कि हम मूर्खता में विश्वगुरु हैं।
      तो सवाल यह नहीं है कि कोई औरंगजेब एक अच्छा राजा था या बुरा राजा? वह मुख्य बात नहीं है।
      क्या इसे बदलना संभव है?
      आपके और मेरे बारे में मुख्य बात- क्या हम बौद्धिक, बुद्धिमान और तर्कसंगत व्यक्ति हैं? आज जवाब है कि हम एक मूर्ख राष्ट्र के नागरिक हैं। हमें इस स्थिति को बदलना होगा। हमें खुद को बुद्धिमान, शिक्षित और समझदार व्यक्ति साबित करना होगा।
      मैंने सत्य की खोज के लिए चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है। यह निम्नलिखित बिन्दुओं परउचित ध्यान देता है
      1) जाति और धर्म जैसे मुद्दों की नाजुक प्रकृति 2) सभी प्रतिभागियों की संतुष्टि 3) हमारे देश की विशाल जनसंख्या जिसमें शिक्षित और अशिक्षित वर्ग शामिल हैं 4) हमारे देश की राजनीतिक व्यवस्था। 5) यह निष्पक्ष तरीके से सत्य को खोजने में सक्षम है।
      मई 2022 तक, मैंने इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था पर देशव्यापी चर्चा आयोजित करने का अवसर देने के लिए सरकार से 1400 प्रार्थनाएँ की हैं।
      मैं आपसे ईमानदारी से अनुरोध करता हूं कि आप इस पर विचार करें और राष्ट्रव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें। बुद्धिमान राष्ट्र का नागरिक होने का सम्मान प्राप्त करें, मूर्ख नहीं।
      अवधूत जोशी

  • @sharmajee7177
    @sharmajee7177 2 ปีที่แล้ว +8

    मुकेश कुमार जी और राम पुनियानि जी
    आप दोनो विभुतियो को दिल से धन्यवाद
    यह चर्चा सुनने के बाद ऐसे कट्टर और जातिबादी ब्राह्मण बाद से नफरत हो जाती है

  • @NaikLaxmanS
    @NaikLaxmanS 3 ปีที่แล้ว +94

    क्षत्रिय कुलावतंस सिंहासनाधिश्वर राजाधिराज छत्रपती शिवाजी महाराज और धर्मवीर छत्रपती संभाजी महाराज हिंदवी स्वराज के उद्गाता और म्लेच्छसंहारक थे।

    • @medico148
      @medico148 3 ปีที่แล้ว +7

      Arey bhau wo hmko bs Ek respect ke lite diyatha otherwise hm shudra hai 😴🙏

    • @sachinsurve9698
      @sachinsurve9698 3 ปีที่แล้ว +2

      @@medico148 ham shudra nahi ha bhaiya ye galat bat dimagse nikal do.... hume in bramhano ki batto me nahi aana chahiye

    • @Vichardhara303
      @Vichardhara303 3 ปีที่แล้ว

      th-cam.com/video/mas1ZZHwQeg/w-d-xo.html

    • @mategaonkarsp5975
      @mategaonkarsp5975 3 ปีที่แล้ว

      @@medico148 SSSsssssssSS#S

    • @vinodburhade5093
      @vinodburhade5093 3 ปีที่แล้ว +1

      छत्रपती शिवाजी महाराजांच्या सेनेत @30% मुस्लीम होते..!
      त्यांना 'गोब्राम्हण प्रतीपालक', 'म्लेच्छ संहारक' वगैरे उपाध्या देणे हि मनुवादाला फुकटात गौरवांवीत करण्याची धुर्त चाल आहे.

  • @gurindersingh8109
    @gurindersingh8109 3 ปีที่แล้ว +56

    Shivaji was wrong to submit to Brahmin. He could have learned from the Sikhism and kicked the hind of Brahmins.

    • @dr.mukeshkumar8142
      @dr.mukeshkumar8142 3 ปีที่แล้ว +4

      You have given a new perspective. Thanks.

    • @cankit7272
      @cankit7272 3 ปีที่แล้ว +5

      now sikhism follow jattism or jattwaad

    • @gurindersingh8109
      @gurindersingh8109 3 ปีที่แล้ว +9

      @@cankit7272 don't worry Sikhs will never take to rioting as Brahmin banias do.

    • @gurindersingh8109
      @gurindersingh8109 3 ปีที่แล้ว +3

      @@dr.mukeshkumar8142 The king of England when faced with same circumstances as Shivaji the great did refused to submit to Catholic pope and created own church.

    • @cankit7272
      @cankit7272 3 ปีที่แล้ว +4

      @@gurindersingh8109 ya we know what kind of discrimtion you are doing in punjab with sc st sikhs ( mazbhi sikhs knows your reality )

  • @maganbhaimacwan4098
    @maganbhaimacwan4098 2 ปีที่แล้ว +7

    To day I really knew that Maharaja Shivajirao was our caste, and I am proud of him. Jay Shivaji rao Maharaj.

    • @00DP
      @00DP 2 ปีที่แล้ว

      Was from our caste say like that. Thanks Jay Jesus you have right to believe in jesus and constitution repects your choice Jay Bharat Jay Shivaji rao

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 ปีที่แล้ว

      आदरणीय @maganbhaimacwan4098🙏!
      हमारे देश में जब भी कोई इतिहास पर बात करता है तो विवाद में पड़ जाता है। एक नया मौखिक युद्ध शुरू होता है। हमारे देश में ऐसा क्यों है? इसलिए मैं आपको उपाय सहित इसके मूल कारण तक ले जा रहा हूं।
      महाराष्ट्र में औरंगजेब के बच्चों को लेकर हुए विवाद से आप सभी वाकिफ होंगे।यहभी हमारे देश में इस हास्यास्पद प्रक्रिया की एक घटना है।
      औरंगजेब एक अच्छा राजा था या बुरा राजा यह बिल्कुल भी महत्वपूर्ण नहीं है। आज का सबसे महत्वपूर्ण प्रश्न है- एक राष्ट्र के रूप में भारतीय बुद्धिमान हैं या मूर्ख? उत्तर सरल है।
      जहाँ तक इतिहास का संबंध है, भारत एक मूर्ख राष्ट्र है।
      क्यों- सभी इतिहास, जाति/धर्म संबंधी विवादों का मूल कारण हिंदू धर्म पर विरोधाभास की स्वीकृति है।
      1947 में, जब भारत स्वतंत्र हुआ, तो हिंदू धर्म पर बहुत गंभीर विवाद हुआ। पारंपरिक हिंदू हिंदू धर्म के पक्ष में थे और डॉ. अंबेडकरजी, पेरियारजी, महात्मा फुलेजी जैसे समाज सुधारकों का हिंदू धर्म के बारे में बिल्कुल विपरीत विचार था। वे हिंदू धर्म को एक सड़ा हुआ धर्म मानते थे। अनुसूचित जाति/जनजाति/अन्य पिछड़ा वर्ग के लोगों की भावनाओं का सम्मान करने के लिए उस दौर की हिंदू पार्टी, सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी ने हिंदू धर्मपर एक पवित्र समझौता किया और इस तरह एक विरोधाभास अस्तित्व में आया।
      इससे बाहर आने का आदर्श तरीका क्या है? इस स्थिति से बाहर आने का सबसे अच्छा तरीका सच्चाई का पता लगाना है। यदि हिंदू धर्म अन्य सभी धर्मों की तरह है, तो हमें एक सुधार करना चाहिए। यदि हिंदू धर्म एक सड़ा हुआ धर्म है, तो हमें हिंदू धर्म का महिमामंडन बंद करना चाहिए।
      लेकिन इस मुद्दे को अकादमिक तरीके से संभालने के बजाय, हमारे देश ने एक राजनीतिक तरीका चुना। आज इतिहास राजनीतिक सफलता प्राप्त करने का एक प्रमुख राजनीतिक उपकरण बन गया है। राजनीतिक दलों और नेताओं ने अपनी पार्टी, जाति या धर्म के अनुकूल इतिहास के उपयुक्त संस्करणों को बढ़ावा दिया है। और इसलिए पूरी तरह अराजकता है। भारत ने इतिहास के संदर्भ में विश्वमूर्ख का दर्जा प्राप्त किया है।
      हकीकत यह है कि हम मूर्खता में विश्वगुरु हैं।
      तो सवाल यह नहीं है कि कोई औरंगजेब एक अच्छा राजा था या बुरा राजा? वह मुख्य बात नहीं है।
      क्या इसे बदलना संभव है?
      आपके और मेरे बारे में मुख्य बात- क्या हम बौद्धिक, बुद्धिमान और तर्कसंगत व्यक्ति हैं? आज जवाब है कि हम एक मूर्ख राष्ट्र के नागरिक हैं। हमें इस स्थिति को बदलना होगा। हमें खुद को बुद्धिमान, शिक्षित और समझदार व्यक्ति साबित करना होगा।
      मैंने सत्य की खोज के लिए चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है। यह निम्नलिखित बिन्दुओं परउचित ध्यान देता है
      1) जाति और धर्म जैसे मुद्दों की नाजुक प्रकृति 2) सभी प्रतिभागियों की संतुष्टि 3) हमारे देश की विशाल जनसंख्या जिसमें शिक्षित और अशिक्षित वर्ग शामिल हैं 4) हमारे देश की राजनीतिक व्यवस्था। 5) यह निष्पक्ष तरीके से सत्य को खोजने में सक्षम है।
      मई 2022 तक, मैंने इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था पर देशव्यापी चर्चा आयोजित करने का अवसर देने के लिए सरकार से 1400 प्रार्थनाएँ की हैं।
      मैं आपसे ईमानदारी से अनुरोध करता हूं कि आप इस पर विचार करें और राष्ट्रव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें। बुद्धिमान राष्ट्र का नागरिक होने का सम्मान प्राप्त करें, मूर्ख नहीं।
      अवधूत जोशी

    • @karamjitgaddu8015
      @karamjitgaddu8015 ปีที่แล้ว

      Tell us name of caste.❤😊

  • @himmsingz
    @himmsingz 3 ปีที่แล้ว +75

    Hindutva = Brahmanvad. It is that blatant.

    • @320Gamer
      @320Gamer 3 ปีที่แล้ว +8

      Hindutva mean Hindu + Sikh +Jain+Buddhism

    • @jwala.d6156
      @jwala.d6156 3 ปีที่แล้ว +5

      @@320Gamer 🤣🤣🤣🤣🤣🤣

    • @320Gamer
      @320Gamer 3 ปีที่แล้ว +7

      Terrorism = Islam. It’s as blatant.

    • @himmsingz
      @himmsingz 3 ปีที่แล้ว +3

      @@320Gamer Why not Christians?

    • @320Gamer
      @320Gamer 3 ปีที่แล้ว +3

      @@himmsingz Christianity and Islam are Abrahamic religion. They say only our religion is true others religious people will go to hell. Also they want to make whole world Christian or Islamic. Sanatan dharm is inclusive.

  • @kartikg5478
    @kartikg5478 3 ปีที่แล้ว +51

    OBC s are good carrier s of braminism and free cost soldier s

    • @medico148
      @medico148 3 ปีที่แล้ว +7

      Yes brother, when will our people wake up 🙂, abto Maharashtra Mai reservation bhi gaya, neet Mai se bhi arakashan gaya, apna opposition bhi chutiya hai itna bada mude chodrahe hai 😴.

    • @DrUasa
      @DrUasa 3 ปีที่แล้ว +6

      Mera OBC Samaaj itna adhik murkh hai ki jis Manuwadi RSS ( BJP) ne Mandal Commission ka sarak par utar kar OBC aarakshan ka sbse adhik virodh kiya , us BJP ( RSS) ko sbse adhik Andh-bhakt voters aur karye-karta bhi OBC samaaj se mil'e ... Universities me OBC professors SC se bhi km hain jb ki aabadi me OBC ki sankhya SC ke double se bhi adhik hai . OBC ki sankhya 52 % nahi balki 65 % se bhi adhik hai (BJP sarkaar jaati ke aadhar par census nahi karwa kar OBC samaaj ke 65% aarakshan par rok lgane ka kaam kar rahi hai ) . Jai Periyar. Jai Phule. Jai Bhim. Jai Shahuji Maharaj. Jai Karpuri . Jai Mandal . Jai Johaar. Jai Jawaan . Jai Kisaan. Jai Samvidhan hi Jai Bharat hai 🙏

    • @digmberkatara5308
      @digmberkatara5308 3 ปีที่แล้ว

      Brainsim yani budhiman

    • @surendrajuwatkar801
      @surendrajuwatkar801 3 ปีที่แล้ว

      Aap dono bhi anadi ho raja nahi bolte

    • @odesau2b
      @odesau2b 3 ปีที่แล้ว

      @@digmberkatara5308 not today, brahmin today is because of his name or family caste, they do not follow any brahmin values, nor make any abhyas to be brahmin by virtue.

  • @bisnuswain8392
    @bisnuswain8392 3 ปีที่แล้ว +40

    A good topic and by elaborate discussion much has been cleared on the great shivaji and the attitude of brahmins.

    • @amarishkumar3214
      @amarishkumar3214 2 ปีที่แล้ว

      Right ✅

    • @vasantvasant947
      @vasantvasant947 2 ปีที่แล้ว

      @@amarishkumar3214 l

    • @silent26.
      @silent26. 2 ปีที่แล้ว +9

      brahmin was straight forward they were not like those rajputs who sell there respect and showed cowardness giddar pana to great leader it is true if rajputs of india bikao aur dhokebaz ayeshi nahi hote toh humara bharat gulam kabhi nahi bnta kuch ko chor kar

    • @jairaj3952
      @jairaj3952 2 ปีที่แล้ว

      fake totally fake ... this satya channel is communist congressi agenda to divide India .. because shivaji had ashtapradhan as brahmin ministers ... so dont peddle fake news

    • @Shubham-singhie6ju
      @Shubham-singhie6ju 2 ปีที่แล้ว +2

      @@silent26. to Tumlog hi fight krr lete..yaa ghr me baith mza le rhe the jab Rajput ladai ld rha tha

  • @bapusahebsonawane9903
    @bapusahebsonawane9903 3 ปีที่แล้ว +8

    आदरणीय राम सर मन से salute 💐💐

  • @anilraut1708
    @anilraut1708 3 ปีที่แล้ว +4

    🙏माहिती अनमोल आहे सर.... आम्ही पण जागृत शेतकरी मराठी माणूस आहे.... तुम्ही आॅनलाईन इतिहास सांगत आहेत... आणि आम्ही आॅफलाईन.... फक्त सर छञपती किंवा महाराज तरी शब्दप्रयोग करा.... किंवा कुळवाडी भुषण & रयत राजा म्हणा... जरा अभिमानाने सामान्य जनता माहिती स्वीकारेल... 🙏तुम्हाला माहिती भरपूर आहेत... त्याचा अभिमान वाटतो... लहान भाऊ समजुन पुढच्या व्हिडिओ मध्ये आदरयुक्त शब्द कोणत्याही सत्यमेव महापुरुषांसाठी🙏

  • @Funwithaishanya
    @Funwithaishanya 3 ปีที่แล้ว +94

    Dr. Ram Puniyani was prof.of IIT Bombay he resigned from his service &: started to work for well being of society.he is author of many books .

    • @amalenduchattopadhyay4909
      @amalenduchattopadhyay4909 3 ปีที่แล้ว +3

      Ey Puniya was sacked .
      He was basically an idiot.

    • @ranjankrsingh6687
      @ranjankrsingh6687 3 ปีที่แล้ว +5

      Tum jhut bolte ho Aisa bad akl aadmi iit me Professor kaise ho sakta hai.

    • @azamnaeem786
      @azamnaeem786 3 ปีที่แล้ว +8

      Hindu Rajputs invited Ahmed Abdali to attack Marathas

    • @amalenduchattopadhyay4909
      @amalenduchattopadhyay4909 3 ปีที่แล้ว +3

      PPuniyani is a complete gadha like
      Pappu gandhi.

    • @azamnaeem786
      @azamnaeem786 3 ปีที่แล้ว +7

      @@amalenduchattopadhyay4909 who tell reality is a gadha in the eyes of an andhbhakht

  • @pks8748
    @pks8748 2 ปีที่แล้ว +2

    कोई ऐ क्यु नहीं बताता है कि जब शिवा जी औरंगजेब की कैद में थे तब 17 ब्राम्हणों ने अपना दर्दनाक बलिदान देकर शिवा जी को बचाया था, क्योंकि वह समझते थे कि शिवाजी आखिरी सूर्योदय थे।

  • @jagdishkumar-exarmy8112
    @jagdishkumar-exarmy8112 3 ปีที่แล้ว +9

    राम पुनयानी जी के कारण ही शुद्र समाज के लोग खुद का इतिहास जान पाये, मनुवादीयो ने सबका इतिहास उल्टा ही बताया
    ।आपका बहोत बहोत धन्यवाद।

    • @SanatanAngel
      @SanatanAngel 3 ปีที่แล้ว +4

      Ram puniyani ek vampanthi agendadhari proffessor hai.Tipu sultan ka gunagan karnewalo se history hamesha galat padhai jati hai

    • @MASTERrajan
      @MASTERrajan 3 ปีที่แล้ว

      @@SanatanAngel are rampunayani hi kyo jo bhi itihaskar brahmanoo ki sachhai batata he wo vampanthi ,naxsal , communist , urban naxal , atanki , khalistani sab ho jata he , or agar manuwad ko achaa kahe wo badiya jese golvarkar, savarkar, manu

  • @mdafzalsheikh7217
    @mdafzalsheikh7217 3 ปีที่แล้ว +7

    Sir
    Ab tak ka Sabse achha program aapka laga.........
    Aap inke saath interview Ram puniyani sir ka lete rahiye
    History ke regarding.....
    Thanks

  • @अवधूत-स9घ
    @अवधूत-स9घ 3 ปีที่แล้ว +69

    महाराष्ट्र में महाराज को बहुजनवादी ही कहा जाता है। सावरकर को मानने वाले उन्हें हिंदू राजा कहते है। महाराष्ट्र के मुसलमान भी उन्हे मानते है।

    • @msq2012
      @msq2012 3 ปีที่แล้ว +8

      Shivaji Atyachar ke khilaf ek Shasan banana chahte the. Fir wo Mughal ho ya Brahman

    • @ashwinb6435
      @ashwinb6435 3 ปีที่แล้ว +4

      Ms q .. tera nam quadir hai na

    • @ashwinb6435
      @ashwinb6435 3 ปีที่แล้ว +3

      @Kamal Kapoor galti inki nahi ; gandhi nehru ki hai .. ek to jameen muft main di and mal idhar chord ke gaye

    • @khalilshaikh8894
      @khalilshaikh8894 3 ปีที่แล้ว +3

      Kendriy sattaki gulami pasand nahi thi unhe, wo Swatantrata chahate the isaliye sattase bagawat kar apana alag rajy stafit kiya tha unhone. Bijapur ki adilshahi ke mulk me se kuchh hissa our Mughal emperor ka hissa bane Nizam ke mulk ka kuchh hissa Shivaji Maharaj ki riyasat bana tha. Isaliye unhe Mughal our Adil Shah donoke sath ladhana pada tha. Adilshahi ko Mughalone jab khatm kar diya tab bachi thi sirf Mughal satta. Wo satta sangharsh hi tha magar use Dharm ke thekedarone Dharm sangharsh banake pesh kiya.

    • @askngp
      @askngp 3 ปีที่แล้ว +3

      मूर्खों जैसी बाते मत करो । शिवाजी महाराज को भारत का एक भी मुसलमान नही मानता । शिवाजी महाराज ने तलवार ही उठाई ही थी मुसलमानों के खिलाफ । और भारत के मुसलमान ये बात अच्छी प्रकार से जानते है । ऐसा नहीं होता तो मुसलमान अपना अलग देश नही मांगते ।

  • @Sandeep-gt2vb
    @Sandeep-gt2vb 3 หลายเดือนก่อน

    Sir Mukesh ji aur puniyani sir ji jo sach aap batate hai aaj bhi logo me vo dikhayi deta hai desh mein parman milte hai isliye aap please videos banaye ta ki aane wale bache sacha itihas jaan sake. Hum aapke sath hai har tarah se. Thanks

  • @Rpatqd6bi
    @Rpatqd6bi 3 ปีที่แล้ว +34

    Ram Puniyaji forgot to mention about Krushnaji Bhaskar Kulkarni, who was along with Afzal Khan came to capture ch. Shivaji. After the murdered of Afzal, the same Krushnaji Bhaskar Kulkarni attacked by Sword to kill Shivaji, however the Barbar community colleague Jiva Mahale saved Shivaji, then Shivaji killed Krushnaji Bhaskar. This history always kept under carpet by all historian's to protect Brahmins

    • @intellectualthinker2669
      @intellectualthinker2669 2 ปีที่แล้ว +2

      Are he gave any proper source of things he blabbering how can you say that its a truth that he says that they do rajtilak with toe or finger of their legs 🤣🤣🤣🤣
      Learn proper history my friend many Marathas also with muslim at that time and many Brahmins with not only shivaji maharaj but also with shaji maharaj.

    • @makrandkashikar8555
      @makrandkashikar8555 2 ปีที่แล้ว

      Afzal Khan took 10 people as his companions with him while visiting Shivaji Maharaj. It included shivaji Maharajaj's cousin brothers Mambaji Bjosale for your kind information.
      Shivaji Maharaj was opposed by all casts serving mughals and adilshaha.
      And Shivaji Maharaj was served by all the casts and religions people who believed in him.

    • @chesster3592
      @chesster3592 2 ปีที่แล้ว +2

      Shivaji's own family members were selling away their lands to mughals and british. In the story, Shivaji warns Krushnaji not to fight, as he will have to kill a Brahmin. But Krushnaji was a trusted minister of Afzal Khan. He chose to fight against Shivaji than betray Afzal Khan. In my opinion, he was much better than Shivaji's own family members.

    • @chesster3592
      @chesster3592 2 ปีที่แล้ว

      Shivaji's own family members were selling their common lands and passing information about the Bhosle family to the mughals, British, Portuguese and other European powers. What made Shivaji different than Sanga or Pratap is that he fought against his own family members for his people, and also punished them cruelly according to their crimes.
      These topics are raised very commonly to highlight the "Brahmin arrogance", but there was no such thing. In fact, Shivaji's own family members' history is pushed under the carpet, many other back stabbings and betrayals are forgotten in the story, and everything stops at this Brahmin topic because Brahmins are not going to hit back which they should.

    • @SumitKumar-kp6vj
      @SumitKumar-kp6vj 2 ปีที่แล้ว

      Chatrapati even forgive him once
      But in second chance he took of his head

  • @kakakuralupe4392
    @kakakuralupe4392 2 ปีที่แล้ว +7

    Very nice, genuine and informative video, Thanks Dr. Puniyani

    • @successaprocess
      @successaprocess 2 ปีที่แล้ว

      Who decides the info is genuine :)

  • @Funwithaishanya
    @Funwithaishanya 3 ปีที่แล้ว +16

    Dr.Ram Puniyaniji was professor in IIT Bombay, he is author of many books.he resigned from his service for social equality & brotherhood in the society.

    • @arunnarayanpatwardhan7952
      @arunnarayanpatwardhan7952 3 ปีที่แล้ว +3

      Being professor in iit he is not authorised to talk loose baseless and misleadingor hate mongering by giving examples of tista settalwad another rotten personality who is not historian too. One must give appropriate respect or disrespect to such people. You are watching behaviour of mr puniyaand mr mukesh kumar who is hiding his real personality under his only name. When these people utter names of maharaj or anyone in it's connection their disrespectful way of calling maharaj by only his first name alone. If you people who are writing about brahmins insultingly at same time they do not even tacognisance of insult shown towards maharaj.

    • @UPWALE-qf2vb
      @UPWALE-qf2vb ปีที่แล้ว

      Shivaji Maharaj ko bhramanbadi soch se jodte rahe

  • @malickfiaz7873
    @malickfiaz7873 2 ปีที่แล้ว

    Very good information about SHIVAJI MHARJ VERY NICE NARATION

  • @digambargaikwad1746
    @digambargaikwad1746 3 ปีที่แล้ว +102

    Puniyani has put the things in a proper perspective.

    • @SanatanAngel
      @SanatanAngel 3 ปีที่แล้ว +1

      दिगंबर गायकवाड, tumhi महाराष्ट्रियन आहात.
      Mala ek sanga, Chhatrapati Shivaji Maharaj janmane शुद्र kase.?महाराष्ट्रात मराठा ही जात क्षत्रिय आहे,असे असताना राम पुनीयानी धडधडीत खोटे बोलतात.
      Ram puniyani ek vampanthi प्रोफेसर aahet.te महाराष्ट्रियन नाहीत.

    • @harshadpandit5797
      @harshadpandit5797 3 ปีที่แล้ว +2

      @@SanatanAngel आगदी बरोबर .
      शिवाजी महाराजां च्या भोसले घराण्याचे मूळ मेवाड च्या शिसोदीया घराण्या शी जोडले गेले ले आहे. आणि शिसोदिया क्षत्रीय राजपूत होते . शुद्र नाहीं ।
      हे सत्य हिंदी चॅनेल अ सत्य कथन करीत आहे. राम पुनिया लोकांना भ्रमीत कराय चे काम करीत आहे .
      अशां पासून सावध रहणे गरजेचे आहे.

    • @harshadpandit5797
      @harshadpandit5797 3 ปีที่แล้ว +3

      @@SanatanAngel या चर्चेत पण बघा ना बोलवलं ते पण कोणाला एका वामपंथी ला जो धड इतिहास पण जाणत नाही .
      या चर्चेला महाराष्ट्रातील सच्चे शिव चरित्र अभ्यासक का नाही बोलवले.
      ते असते तर त्यांनी सत्य आधारीत प्रखर आणि संघटीत करणारा प्रेरक इतिहास मांडला असता ना ?
      हेच तर या लोकांना नको आहे.
      यांचा अजेंडा फक्त भ्रम फैलावणे .

    • @rushikeshbarge
      @rushikeshbarge 3 ปีที่แล้ว +3

      समकालीन सोडा पण एक सुद्धा ऐतिहासिक पुरावा दिला नाही.........माणूस काल्पनिक काहीही बोलू शकतो. इतिहास सांगायचं आसेल तर पुरावा हा लागणारच.

    • @harshadsawantking
      @harshadsawantking 3 ปีที่แล้ว +1

      @@SanatanAngel maratha hi kharya arthaane deshatli kshatriya jamaat aahe kaaran raajput aani anya kshatriyaanni kaahi sanmananiya apavaad vagalataa mughalanchi kaayam seva keli pan Shivaji Maharajanchya leadership madhye marathyanni mughalanvirudha bund kele aani svatahche rajya sthapan kele

  • @clashofclanslover3056
    @clashofclanslover3056 3 ปีที่แล้ว +19

    सर ऐकीरी उलेख करूनका छत्रपती शिवाजी महाराज कि जय

  • @raghubanshsingh8013
    @raghubanshsingh8013 3 ปีที่แล้ว +46

    बहुत अच्छी जानकारी आप ने दी है, इसके लिए आपको नमन।

    • @dr.santoshgupta5975
      @dr.santoshgupta5975 3 ปีที่แล้ว +3

      Sab jhut bol rahe hai. Inka kam hai hinduon mei jati ke naam per badnam karna. Puniyani per ban lagna chahiye.
      Ye ek number ka fraud hai

    • @dr.santoshgupta5975
      @dr.santoshgupta5975 3 ปีที่แล้ว +4

      Saari galat jaankari di. Khud research kato

    • @msq2012
      @msq2012 3 ปีที่แล้ว +2

      @@dr.santoshgupta5975 Bhai Sasta nasha karna band kro . Sach dikhai dega.
      Breast tax , Dasi pratha , Sati pratha , Niyog pratha sab kisne failai ?
      Jab Mughal aur British nahi aaye the tab bhi Jativad tha .
      Hindu koi dharm nahi he. Ye shuddh roop se Sanatani Brahman Dharm he.

    • @msq2012
      @msq2012 3 ปีที่แล้ว +2

      @@dr.santoshgupta5975 Babar ko India lane wala sawarn Rana Sanga tha .
      Keral me Brahman Beef khata he . UP Gujrat me Dalit aur Muslim ko Marta he. Ye Doglapan aur kahi nahi milega.

    • @thetruewire9878
      @thetruewire9878 3 ปีที่แล้ว

      इतिहास में तो बहुत कुछ हुआ है. सच तो ये है कि ताकतवर हमेशा कमज़ोर को सताएगा.क्या सिवाजी हिन्दू थे,क्या वो तिलक लगाते थे,क्या वे भगवान शिव की पूजा करते थे?

  • @kailashnarayansoni2020
    @kailashnarayansoni2020 ปีที่แล้ว +1

    Aapka episode bahut Achcha Laga Desh Ke Logon Ko yah Jankari pata hi Nahin

  • @user-pk8oc4nh2g
    @user-pk8oc4nh2g 2 ปีที่แล้ว +15

    डाक्टर साहेब फक्त महाराजांचा शिवाजी असा उल्लेख करू नका ते छत्रपती थे

  • @saurabhhajir3079
    @saurabhhajir3079 3 ปีที่แล้ว +9

    Bahut sahi jankari mili

  • @vikramaditya6263
    @vikramaditya6263 3 ปีที่แล้ว +7

    ❤️❤️❤️❤️ आपकी यह पोस्ट 🙏🏻 लाजबाव है

  • @00DP
    @00DP 2 ปีที่แล้ว

    Mukeshji bahut dhanyvaad sach khulkar bolne ke liye salute.

  • @krishnagupta4643
    @krishnagupta4643 3 ปีที่แล้ว +7

    Jai Shivaji maharaj..
    Jai Bharat

  • @dhananjay1108
    @dhananjay1108 2 ปีที่แล้ว +29

    Very well said, thanks for enlightening discussion.

    • @avadhutjoshi796
      @avadhutjoshi796 ปีที่แล้ว

      आदरणीय @dhanjay1108🙏!
      हमारे देश में जब भी कोई इतिहास पर बात करता है तो विवाद में पड़ जाता है। एक नया मौखिक युद्ध शुरू होता है। हमारे देश में ऐसा क्यों है? इसलिए मैं आपको उपाय सहित इसके मूल कारण तक ले जा रहा हूं।
      महाराष्ट्र में औरंगजेब के बच्चों को लेकर हुए विवाद से आप सभी वाकिफ होंगे।यहभी हमारे देश में इस हास्यास्पद प्रक्रिया की एक घटना है।
      औरंगजेब एक अच्छा राजा था या बुरा राजा यह बिल्कुल भी महत्वपूर्ण नहीं है। आज का सबसे महत्वपूर्ण प्रश्न है- एक राष्ट्र के रूप में भारतीय बुद्धिमान हैं या मूर्ख? उत्तर सरल है।
      जहाँ तक इतिहास का संबंध है, भारत एक मूर्ख राष्ट्र है।
      क्यों- सभी इतिहास, जाति/धर्म संबंधी विवादों का मूल कारण हिंदू धर्म पर विरोधाभास की स्वीकृति है।
      1947 में, जब भारत स्वतंत्र हुआ, तो हिंदू धर्म पर बहुत गंभीर विवाद हुआ। पारंपरिक हिंदू हिंदू धर्म के पक्ष में थे और डॉ. अंबेडकरजी, पेरियारजी, महात्मा फुलेजी जैसे समाज सुधारकों का हिंदू धर्म के बारे में बिल्कुल विपरीत विचार था। वे हिंदू धर्म को एक सड़ा हुआ धर्म मानते थे। अनुसूचित जाति/जनजाति/अन्य पिछड़ा वर्ग के लोगों की भावनाओं का सम्मान करने के लिए उस दौर की हिंदू पार्टी, सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी ने हिंदू धर्मपर एक पवित्र समझौता किया और इस तरह एक विरोधाभास अस्तित्व में आया।
      इससे बाहर आने का आदर्श तरीका क्या है? इस स्थिति से बाहर आने का सबसे अच्छा तरीका सच्चाई का पता लगाना है। यदि हिंदू धर्म अन्य सभी धर्मों की तरह है, तो हमें एक सुधार करना चाहिए। यदि हिंदू धर्म एक सड़ा हुआ धर्म है, तो हमें हिंदू धर्म का महिमामंडन बंद करना चाहिए।
      लेकिन इस मुद्दे को अकादमिक तरीके से संभालने के बजाय, हमारे देश ने एक राजनीतिक तरीका चुना। आज इतिहास राजनीतिक सफलता प्राप्त करने का एक प्रमुख राजनीतिक उपकरण बन गया है। राजनीतिक दलों और नेताओं ने अपनी पार्टी, जाति या धर्म के अनुकूल इतिहास के उपयुक्त संस्करणों को बढ़ावा दिया है। और इसलिए पूरी तरह अराजकता है। भारत ने इतिहास के संदर्भ में विश्वमूर्ख का दर्जा प्राप्त किया है।
      हकीकत यह है कि हम मूर्खता में विश्वगुरु हैं।
      तो सवाल यह नहीं है कि कोई औरंगजेब एक अच्छा राजा था या बुरा राजा? वह मुख्य बात नहीं है।
      क्या इसे बदलना संभव है?
      आपके और मेरे बारे में मुख्य बात- क्या हम बौद्धिक, बुद्धिमान और तर्कसंगत व्यक्ति हैं? आज जवाब है कि हम एक मूर्ख राष्ट्र के नागरिक हैं। हमें इस स्थिति को बदलना होगा। हमें खुद को बुद्धिमान, शिक्षित और समझदार व्यक्ति साबित करना होगा।
      मैंने सत्य की खोज के लिए चर्चा की एक विशेष प्रणाली विकसित की है। यह निम्नलिखित बिन्दुओं परउचित ध्यान देता है
      1) जाति और धर्म जैसे मुद्दों की नाजुक प्रकृति 2) सभी प्रतिभागियों की संतुष्टि 3) हमारे देश की विशाल जनसंख्या जिसमें शिक्षित और अशिक्षित वर्ग शामिल हैं 4) हमारे देश की राजनीतिक व्यवस्था। 5) यह निष्पक्ष तरीके से सत्य को खोजने में सक्षम है।
      मई 2022 तक, मैंने इतिहास, जाति/धर्म व्यवस्था पर देशव्यापी चर्चा आयोजित करने का अवसर देने के लिए सरकार से 1400 प्रार्थनाएँ की हैं।
      मैं आपसे ईमानदारी से अनुरोध करता हूं कि आप इस पर विचार करें और राष्ट्रव्यापी चर्चा के विचार का समर्थन करें। बुद्धिमान राष्ट्र का नागरिक होने का सम्मान प्राप्त करें, मूर्ख नहीं।
      अवधूत जोशी

  • @saranggaikwad8760
    @saranggaikwad8760 3 ปีที่แล้ว +51

    Not only in Maharashtra but globally, Shivaji Maharaj is the most highly admired king of all the times. So please take care in future while, you can use Shivaji Maharaj or Chatrapati Shivaji instead of using only Shivaji.
    I wish you best of luck for the great work that you are doing on social media.

    • @vijayjosh5895
      @vijayjosh5895 3 ปีที่แล้ว

      सही.

    • @mohannatu6629
      @mohannatu6629 3 ปีที่แล้ว +7

      ब्राह्मण शिवाजी महाराज के समर्थक नही थे. ये सारासार झूठ है . बाजीप्रभू देशपांडे ने अपना बलिदान
      दिया था ये कभी मुलांना नहीं चाहिए.

    • @rocketshoot3027
      @rocketshoot3027 3 ปีที่แล้ว +2

      Globally? Not even in Asia knew about Shivaji. He was a small king in India.

    • @rmazim500
      @rmazim500 3 ปีที่แล้ว +2

      Chatrapati Shivaji Maharaj Ji was Undoubtedly a Great Statesman, Warrior and above all a Secular King.
      One has only to Read the beautiful Letter in Chaste Persian of Chatrapati Shivaji Maharaj to Aurangzeb urging abolition of Jaziya
      Tax and One will Learn abouut the Secular Credentials, Character and Qualities of Chatrapati Shivaji Maharaj.
      Unfortunately People are not aware and utterly ignorant of the Greatness of Chatrapati Shivaji Maharaj.

    • @prashantgawande8490
      @prashantgawande8490 3 ปีที่แล้ว +5

      @@rocketshoot3027
      YES , so true.
      Only the greatest butcherer Chengiz Khan is known all over the world.

  • @nareshrane4533
    @nareshrane4533 ปีที่แล้ว

    Thanks for good discussion. Shivagi maharaj ki jay.❤

  • @thejamalianclassesbyexpert2336
    @thejamalianclassesbyexpert2336 3 ปีที่แล้ว +4

    पुनियानी सर ईश्वर आपको लंबी आयु प्रदान। और हम भारतीय सदैव आप के अच्छे स्वास्थ्य की कामना करते हैं।

  • @syedmerajuddinkazi5310
    @syedmerajuddinkazi5310 3 ปีที่แล้ว +7

    Thanks for your best video reporting.

  • @pushpakumar1791
    @pushpakumar1791 3 ปีที่แล้ว +9

    Thanks for sharing important information 🙏🙏

  • @navinkandwal7195
    @navinkandwal7195 2 ปีที่แล้ว +1

    मुझे आश्चर्य होता है हर पढ़ा लिखा व्यक्ति वर्णसंकर हो जाना चाहता है........

  • @bhupendrasingh-ve4zg
    @bhupendrasingh-ve4zg 3 ปีที่แล้ว +17

    Thank you sir ji

    • @ashusharma-is8ox
      @ashusharma-is8ox 3 ปีที่แล้ว +2

      Jhut h asli itihas janna he to jaipur talks ya lokendra ratnu me aayi history debate dekho yaar ye safayi se jhut bolke bhdka rha he

    • @bhupendrasingh-ve4zg
      @bhupendrasingh-ve4zg 3 ปีที่แล้ว +1

      @@ashusharma-is8ox bhai mai apne poorwajo ki history janta hu ye hamare ghar me hamesha charcha ka vishaye raha h

    • @bhupendrasingh-ve4zg
      @bhupendrasingh-ve4zg 3 ปีที่แล้ว

      Peshwao ne maratha samrajya ko kaise apne kabze me liya kaise apne byaktigat fayde k liye maratha samrajya ko kamjor kiya ye sab hamare ghar me normal chacha me aata h

  • @vinodburhade5093
    @vinodburhade5093 3 ปีที่แล้ว +14

    जब छत्रपती शिवाजी महाराज जैसे परमवीर, परम लोकप्रिय राजा (जिनसे मुगल बादशाह भी कांपते थे) के राज्याभिषेक का भी स्थानिक ब्राम्हण विरोध कर सकते थे, तो सामान्य जनता पर कितनी दहशत दिखाते होंगे..?

    • @sayajiraodessai181
      @sayajiraodessai181 2 ปีที่แล้ว +1

      Chhatrapati Shivaji maharaja ko rajyabhishek karneme me us samay Brahmnone virodh isliye kiya kyonki ki unka sirf swaarth tha MUSLIM SHASHKO DWARA UNKO BAHOT DHAN JAHAANGIRI MILNEKI OFFER THI BRAHMNONKA SWARAAJYA KOI LENA N DENA THA vo sirf dhan sampatti aur jahaangiri chahte the Bade chaalaak the ve saare kuch chodkar andar se Muslim ruler se mile huye the aap kahi bhi dekho puran me Brahman nirdhan garib hota hai sirf donations se unka pet bharta tha Laalchi brahman none Muth bhar paiso ke liye ek sisodia kul raja Shivaji ko badnaam kiya tha Aur abhi bhi kar rahe hai MUGHLOKE TALVE CHATNE WAALE BRAHMAN KAAYAR THE MONGOL PURV KAAL ME BHI MARATHA YAA KHANDAANI MARATHON KO JANMJAAT RAJA PADVI THI UNHE RAO YAA RAJE SE SAMBODIT KIYA JATA THA BRAHMNON KO NAHI LEKIN MAHARAJA NE UNKO SAMMAN DIYA JAHAGIRI DI VATAN DIYA AUR APNI AUKAAT BHUL GAYE AUR ULTAA RAJA KO BADNAAM KARNA SHURU KAR DIYA vo abhi bhi kar rah hai In Brahmno ne akhad Hindu dharma jaati ome bata ve apne ko bhu dev kahte the Aurat mahilaake saath anyaay kiya kyonki stri onko shiksha lene ka adhikar nahi tha dalitonko ko to vo apne jaisa insaan nahi maante the Ab aap socho apne maalik ashraydaate Shivaji Raja se beimaani kar sakte the us samay jis samay praja bholi bhali thi Ashixit thi tab inhone iska faayda Liya aap jaante hai Sunthnkar to kaayasth kshtriya the lekin shilahar kings unke liye shankaracharya ko unhone aadesh yaa letter diya tha unko in kaayasth nko vedaadhikar deneka aur iske baad kshtriya Brahman ho gaye Historian Bhandarkar originally kaayasth hi tha lekin usne kshtriya maratha jaatko kunbi kahkar unka apmaan kiya Saalaa feku historian tha Aise feku historians se Hindusthan Itihas aur kuch huva Shayad iska khandan monglo ke janaankhane me kaam karta tha Marathonko badnaam karne ka ise kisne adhikar diya tha Kya iske baapjaade us samay Shivaji ke kaal me koi Raja the Pata tak nahi inki us samay kya aukaat thi

  • @jayantdamle1639
    @jayantdamle1639 3 ปีที่แล้ว +25

    Why Shivaji Maharaj appointed 7 brahmis as a part of Ashta Pradhan Mandal. Chief of staff was only maratha in that council of ministers?

    • @sureshmehendale4682
      @sureshmehendale4682 3 ปีที่แล้ว +6

      Mr puniani is claiming
      Himself& his friend great
      Historian history is to
      Be narrated as has
      Happened & not what
      Is your personal inter
      Predation to project
      Yourself as neoschollar
      What babasaheb has
      Given us is after long
      Study.

    • @lifestylewithme141
      @lifestylewithme141 3 ปีที่แล้ว +7

      बिना किसी ऐतिहासिक साक्ष्य के आप ये बाते किस आधार पर कह रहे हैं

    • @rajdeshmukh1233
      @rajdeshmukh1233 3 ปีที่แล้ว +5

      Tell me brahman names in Ashta Pradhan Mandal. Dont include CKP in those.

    • @ashokb8808
      @ashokb8808 3 ปีที่แล้ว +1

      Astapradhan manda aur 7 brahman ek sajis hain

    • @tiktokfamous9559
      @tiktokfamous9559 3 ปีที่แล้ว

      @@sureshmehendale4682 purandare bhadavayane ne jujabai,& shivaji maharajancha badnami karun asli bramanvad dakhavala,to asel nalayk 10 bapacha

  • @sureshgupta3761
    @sureshgupta3761 2 ปีที่แล้ว

    मुकेश कुमार जी ऐसे संस्कारों को लाकर तीस्ता सीतलवाड़ के उदाहरण देकर इतिहास के गौरव को मत गिराया मैं आपके राजनीतिक विश्लेषण को है हमेशा सुल्तान आज यह चर्चा सुनने के आपको नमस्कार

  • @narendrathakur6089
    @narendrathakur6089 2 ปีที่แล้ว +16

    सर जी🙏🙏🙏
    आप कृपया केवल शिवाजी ऐसा नामोल्लेख मत करो. उनको छत्रपती शिवाजी महाराज ऐसा उल्लेख किया करो. और कौन कहता है कि छत्रपती शिवाजी महाराज छत्रीय नही थे ?

    • @vksingh9699
      @vksingh9699 2 ปีที่แล้ว +5

      तो फिर ब्रहामणों ने क्षत्रपति शिवजी महाराज को शुद्र कहकर राज्याभिषेक करने से रोका क्यों ?

    • @manikshitole7662
      @manikshitole7662 2 ปีที่แล้ว

      Apne man se itihas matbanao
      Puyani to hindu mandir bhi musalman ne nahi toda Manta hy

    • @बापजी-श5ट
      @बापजी-श5ट 2 ปีที่แล้ว

      @@vksingh9699 औरंगजेब से गाड़ फट रही थी ब्राह्मणों की क्यों कि हिंदू पदपाद शाही का राजा बन रहे थे।

    • @upendrakamble3731
      @upendrakamble3731 2 ปีที่แล้ว

      शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक का वाकया कहता है कि वो क्षत्रिय नहीं थे !वरना उस जमाने के सबसे ज्यादा विद्वान ब्राह्मण उन्हें क्षत्रिय मानने से इंकार क्यों करते ?

    • @jayashrijadhav2552
      @jayashrijadhav2552 2 ปีที่แล้ว

      आपने सही कसा, छत्रपती शिवाजी महाराज बोलावे🚩

  • @JayTVIndia
    @JayTVIndia 3 ปีที่แล้ว +13

    Thanks for the truth 🙏🏼

  • @kalikayepskalika7342
    @kalikayepskalika7342 2 ปีที่แล้ว +1

    बहुत धन्यवाद

  • @errajkumar1282
    @errajkumar1282 3 ปีที่แล้ว +22

    प्रो राम पुनयानी साहब बहुत विद्वान् व्यक्ति है।

  • @DEEPAKYADAV-ju1lt
    @DEEPAKYADAV-ju1lt 3 ปีที่แล้ว +26

    A good series. Keep going.