Sangat Ep.45 | Badri Narayan on Poetry, Prempatra, Sociology, Ideology, Marx & RSS | Anjum Sharma

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  • เผยแพร่เมื่อ 4 ก.พ. 2025

ความคิดเห็น • 51

  • @ramdularsingh1435
    @ramdularsingh1435 หลายเดือนก่อน +1

    Very nice interview !!!.... It must be done every now and again.

  • @chakreshsingh
    @chakreshsingh หลายเดือนก่อน +1

    प्रेम नहीं है तो तटस्थता है। ये आवश्यक तो नहीं के प्रेम का ना हो तो द्वेष और घृणा ही उसकी जगह ले ले।

  • @rahuldwivedi4091
    @rahuldwivedi4091 5 หลายเดือนก่อน +1

    अंजुम का सवाल और बद्री जी का जवाब ..क्या शानदार बातचीत । बद्री नारायण जी ने रेशा रेशा अलग कर दिया और कितना ठहर कर बोलते हैं वह

  • @parmachandyadav2066
    @parmachandyadav2066 12 วันที่ผ่านมา

    बीएनटी जी एक सफल बहुरूपिये है और अपने चेहरे के दम पर बहुत दिनों तक समाज को छलता रहा और फायदा उठाया..

  • @shreesandeepji
    @shreesandeepji ปีที่แล้ว +1

    दो चिंतनशील व्यक्तित्व, एक ज्ञानवर्धक साक्षात्कार 🙏🙏

  • @akhileshakhil4585
    @akhileshakhil4585 6 หลายเดือนก่อน +1

    Experiential and observational कविता होती है यह कहा कि हम पहले पक्ष के कवि हैं। तब प्रेम पत्र कविता अख़बार में पढ़ी एक ख़बर पर लिखी वो अनुभव कैसे बना ?

  • @vilomchakram
    @vilomchakram ปีที่แล้ว +1

    इस बातचीत से यही निष्कर्ष निकलता है कि दमितों के लिए आधार खोजता है शोधकर्ता, उसकी आवाज बनता है साहित्यकार लेकिन उसके नाम पर मजे लेता है राजनेता।

  • @rakeshbihari710
    @rakeshbihari710 ปีที่แล้ว +6

    बहुत अच्छी बातचीत। बद्रीनारायण जी ने बद्रीनारायण की तरह ही बात की, यह इस अंक की बड़ी विशेषता है। आपने भी अंजुम की तरह ही निभाया।

  • @sunitadaga9734
    @sunitadaga9734 ปีที่แล้ว

    गाँव, शहर, लोक, समाज, राजनीति, आधुनिकता, भूमंडलीकरण और अन्य कई सारे मुद्दों से साहित्य को जोड़ने, समझने-परखने की गंभीर, सम्यक दृष्टि लेकर आया है यह साक्षात्कार। अंजुम भी बराबर गंभीरता से इस गहरी, विचारणीय बातचीत को अंत तक सार्थक बनाये रखने में बखूबी सफल नज़र आते हैं।
    बद्रीनारायण जी को पहली बार सुना। इतने सशक्त साक्षात्कार के लिए हिंदवी और अंजुम जी को खूब खूब बधाई।

  • @madhukapoor4713
    @madhukapoor4713 ปีที่แล้ว +3

    अंजुम जी धन्यवाद । मैं आपका हर एपिसोड अत्यंत गंभीरता से देखती हूं और सुनती हूं ।
    मेरा मानना हैं कोई कृति लिखने के बाद जनता की संपद हो जाती हैं । जो कवि कहना चाहता हैं वह पाठक नही भी समझ सकता वह उसे अपनी दृष्टि से देखता हैं । कवि उसे कंट्रोल नही कर सकता हैं और न ही करना चाहिए । लेखक एक तरह मृत हो जाता वह हर पाठक की संपत्ति हो जाती हैं ।
    डा मधु कपूर
    प्राक्तन दर्शन विभाग कोलकाता

  • @sumanikasethi5452
    @sumanikasethi5452 10 หลายเดือนก่อน

    बेहद सुंदर बातचीत।

    • @sumanikasethi5452
      @sumanikasethi5452 10 หลายเดือนก่อน

      किन मानसिकताओं से बचना चाहिए, यह समझाती हुई

  • @rupindersoz3781
    @rupindersoz3781 6 หลายเดือนก่อน

    इस साक्षात्कार से लगा काश इसी तरह आप का सामना मेजर पांडेय और नामवर सिंह से होता और आप इसी मुहब्बत से उनसे कड़वे सवाल पूछते । बहुत अच्छी लगी बातचीत - फिर यही कहूँगा कि आप सवाल कमाल के करते है और कमाल का अध्ययन रखते है ❤

    • @anthhhess3477
      @anthhhess3477 6 หลายเดือนก่อน

      मैनेजर पांडेय

  • @krishnashuklakbs4137
    @krishnashuklakbs4137 ปีที่แล้ว +2

    यदि अपूर्वानंद जी के साथ बातचीत हो तो कितना अच्छा रहे.....🙏

  • @biplabburman9997
    @biplabburman9997 ปีที่แล้ว

    "prem" bahut mahatwapurna sabda hai, it has two nature --- heavenly "prem", which is associated with purity of mind & worldly "prem" comes from affection of nature !
    This poet seems to be described as a good human being with love for society's reform, realistic poet !
    🙏 A touchy pure heart 🙏 in Indian society :: excellent personality ।।

  • @205prabita
    @205prabita ปีที่แล้ว

    अंजुम जी, अच्छे कवि के साथ शानदार साक्षात्कार लगा

  • @chematdorje123
    @chematdorje123 ปีที่แล้ว

    अंजुम जी सुन्दर प्रश्न पूछ रहे हैं

  • @dr.balgovindsingh9268
    @dr.balgovindsingh9268 ปีที่แล้ว +1

    बद्री जी अपना ज्यादा समय समाज विज्ञानी को देते हैं,कवि को कम समय देते हैं और बद्री जी को समझने के लिए पैमाना प्रगतिशील होना चाहिए न कि दृष्टि प्रगतिशील हो।

  • @shivamverma9293
    @shivamverma9293 ปีที่แล้ว +1

    Anjum sir ❤You

  • @sarojininautiyal9696
    @sarojininautiyal9696 ปีที่แล้ว +1

    इतना मुश्किल भी नहीं है जीना
    लोक हमारे भीतर भी है
    हमारी अन्तर्चेतना में है
    हम ही लोक में नहीं जाते, लोक भी हमारे यहाँ आता है

  • @rajeshkumarmishra5671
    @rajeshkumarmishra5671 ปีที่แล้ว

    बद्री नारायण जी इलाहाबाद विश्विद्यालय में क्लासफेलो रहे हैं, उस समय से ही आप कवि के रुप में चर्चित रहे🎉

  • @govindyadav03
    @govindyadav03 ปีที่แล้ว +1

    अंजुम जी आप अपने इस कार्यक्रम में जेंसिता केरकेट्टा को भी आमंत्रित कीजिये।

  • @dr.akhileshkumarpandeysoci1340
    @dr.akhileshkumarpandeysoci1340 ปีที่แล้ว

    Very good and didactic interview

  • @rameshkumar06
    @rameshkumar06 ปีที่แล้ว +7

    बद्री सर सत्तामुखी कवि लेखक हैं।

  • @kusumpandey8620
    @kusumpandey8620 ปีที่แล้ว

    अंजुम जी आप इंटरव्यू लेते हो या तैयारी में स्कैनिंग भी शामिल हैं बद्रीनारायण जी ने पूछा आप बताते कहां से जाना सातवीं से वह कविता से जुड़े।

  • @prakashchandra69
    @prakashchandra69 ปีที่แล้ว +4

    एक हिंदी कवि अपनी व्याख्याएं प्रचुर अंग्रेजी शब्दावली के जरिए कर रहा है।
    यह कवि की अभिव्यक्ति पर समाजशास्त्री का भाषिक दबाव है।
    इसे निरंतरता माने या रिक्तता की पूर्ति
    का प्रयत्न। बद्री दुविधा या द्वैत में हैं।

  • @kishor0000
    @kishor0000 ปีที่แล้ว

    बद्री जी बहुरूपिया भी हैं। कभी ये बद्री नारायण और कभी बद्री नारायण तिवारी हो जाते हैं।

  • @subhashsharma7409
    @subhashsharma7409 ปีที่แล้ว

    आमतौर पर बुद्धिजीवी अवसरवादी होते हैं। चूंकि बुद्धिजीवी विमर्श को अवसर की दिशा में मोड़ देता है ताकि अवसर का लाभ उठा सके। बहुत कम आंदोलनकारी बुद्धिजीवी प्रगतिशील विचारधारा और उसके सतत उत्थान से भटकते नहीं बेशक खुद तबाह हो जाएं।

  • @newmanavjagartiandolan1882
    @newmanavjagartiandolan1882 ปีที่แล้ว

    लेखक टेकचंद से और रत्नकुमार संभरियाँ जी से भी संगत कीजिए, अंजुम जी।

  • @krishnakumaryadav3388
    @krishnakumaryadav3388 ปีที่แล้ว +1

    जातिवादी बहुत दिनों तक दलित लेखक बनता था, अब संघी लेखक है

  • @sarojininautiyal9696
    @sarojininautiyal9696 ปีที่แล้ว

    जितना खराब किसी महत्वपूर्ण बात को कमतर समझना है, उतना ही दोषपूर्ण किसी अति सामान्य बात को अति विशिष्ट बना देना। एक महिला द्वारा राहुल को संन्यासी की तरह टूलने को इतना महिमामंडित करना खतरनाक है।

  • @azadhind75
    @azadhind75 ปีที่แล้ว +1

    NFS guru badri narayana 😂

  • @Mukesh....707
    @Mukesh....707 6 หลายเดือนก่อน

    बद्री बुझे बुझे लगे

  • @jagdishsingh-iv6sb
    @jagdishsingh-iv6sb ปีที่แล้ว

    जिस विचारधारा को प्रश्न कर रहे हैं उसी तरह की दूसरी विचारधारा से खुद भी ग्रसित हैं, लेखक के तौर पर टिप्पणी है, कविता मैंने सुनी पढ़ी नहीं है

  • @politicalanimals1124
    @politicalanimals1124 ปีที่แล้ว +3

    ये not found suitable वाले बद्रीनारायण है ना 😂😂😂

    • @ujjwaljha6702
      @ujjwaljha6702 ปีที่แล้ว +1

      Tumhari हैसियत वो बोलने की भी नहीं है।

    • @omshankar2092
      @omshankar2092 ปีที่แล้ว

      Ha wahi hain jinko highcourt me Mayank Yadav pele the

  • @amitkumar-tx6zb
    @amitkumar-tx6zb ปีที่แล้ว +2

    Badri Narayan kitane bade top ho wo duniya janti hai..range siyar k liye ek baris kafi hai be ..kya hota hai bhothra activism be???Teri bhasha me bhothra aaya sabit karta hai tu kitna poorwgrahi hai...social justice jante ho????

    • @azadhind75
      @azadhind75 ปีที่แล้ว

      NFS guru hai badri narayana

  • @rpsingh7697
    @rpsingh7697 ปีที่แล้ว

    Prntu aisey zheen kavi ka RSS se nata khatakta zroor hai aur shnka paida karta hai. Kyonke RSS aur saathi daloN ki bhasha hi
    " Akramak" hai.

  • @azadhind75
    @azadhind75 ปีที่แล้ว

    सत्ता के कवि

  • @UmeshShrma-of6wi
    @UmeshShrma-of6wi 19 วันที่ผ่านมา

    Ye log desh ko barnadkarna chate jai