Sangat Ep.40 | Priyamvad on Fiction, Life, Love, Kanpur, Gandhi, Muslim & Morality | Anjum Sharma

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  • เผยแพร่เมื่อ 23 พ.ย. 2024

ความคิดเห็น • 96

  • @mukeshnirvikar9340
    @mukeshnirvikar9340 ปีที่แล้ว +8

    बहुत अच्छा साक्षात्कार अंजुम जी। मैंने संगत के लगभग सभी साक्षात्कार सुने हैं। अत्यंत रोचक हैं। जिस आत्मविश्वास के साथ आप साहित्यकार से परिचर्चा करते हैं, वह सचमुच प्रभावित करता है। अच्छी बात यह है कि आप संबंधित साहित्यकार के रचनाकर्म से गुजरकर पर्याप्त जानकारी के साथ आते हैं। इस साक्षात्कार श्रृंखला के लिए आपको हार्दिक बधाई!! प्रियंवद जी के जवाब भी बहुत सटीक लगे। बेबाकी के लिए उनको भी साधुवाद।

  • @NARAYANSINGH-vj1oc
    @NARAYANSINGH-vj1oc ปีที่แล้ว +5

    अंजुम जी, इंटरव्यू लेने अथवा किसी लेखक के साथ
    संवाद करने की कला में आप निपुण हैं।
    प्रियंवद जी उच्च कोटि के रचनाकार हैं।
    शानदार!

  • @riddhibhatt3328
    @riddhibhatt3328 10 หลายเดือนก่อน +1

    अभी लगभग एक महीने से हिंदवी में प्रसारित हिंदी लेखकों के साक्षात्कार देख, सुन रही हूँ, सभी एपिसोड शानदार, लेकिन अफसोस कि इतने अच्छे चैनलों के subscriber itne km क्यों होते हैं, अंजुम जी इतनी गम्भीर व ज्ञानवर्धक चर्चा करते हैं, काबिल ए तारीफ़ है

  • @nareshjain6575
    @nareshjain6575 ปีที่แล้ว +5

    कथन में स्पष्टता नहीं है । उलझाव सा है । शायद मैं ही समझ नहीं पा रहा हूँ। मैंने अभी तक उन्हें पढ़ा नहीं है ।उन्हें संगत में सुनकर लगा कि प्रियम्वद जी बहुत मौलिक ,अद्वितीय और अद्भुत कथाकार हैं । अब पढूँगा ।

  • @Jhasushant
    @Jhasushant ปีที่แล้ว +9

    He is such a true secularist who doesn't pretend anything like typical Leftists. He is honest and blunt. Salute.

    • @mumbailyf
      @mumbailyf ปีที่แล้ว

      Admin liked this comment. Does it mean they have a right wing ideology?

  • @truthseekar6388
    @truthseekar6388 11 หลายเดือนก่อน +2

    ये हिंदवी मात्र एक चैनल नहीं है
    ये you tube का मोती है
    अंजुम शर्मा नए संवाद माध्यम में
    नए युग की शुरुआत कर रहे हैं

  • @kamalprakash549
    @kamalprakash549 9 หลายเดือนก่อน +1

    प्रियंवद जी की कहानियों की लेखन शैली अद्वितीय है, हिन्दी जगत में उनके जैसी लेखन शैली वाला कोई और रचनाकार दिखाई नहीं पड़ता. वे अपनी ही तरह के अनूठे रचनाकार हैं.

  • @RahulKumar00072
    @RahulKumar00072 11 หลายเดือนก่อน +3

    परिक्षा का समय है लेकिन रहा नही जाता सुने बिना 😢.......
    बहुत सराहनीय काम करते है आप अंजुम जी❤❤

  • @youthwave
    @youthwave 3 หลายเดือนก่อน

    एक उपन्यास कितनी कहानियों से बनता है क्या बात है ...

  • @jagdharisingh7771
    @jagdharisingh7771 22 วันที่ผ่านมา

    शाबाश प्रियंवद!

  • @youthwave
    @youthwave 3 หลายเดือนก่อน

    आपकी पहले शब्द से ही आपकी यात्रा प्रारंभ हो जाती है, कितनी सुंदर व्याख्या

  • @shreesandeepji
    @shreesandeepji 11 หลายเดือนก่อน +1

    प्रियंवद जी का अद्भुत व्यक्तित्व साक्षात्कार के रूप में सामने लाने के लिए हिंदवी की टीम संगत और अंजुम जी को अनेकों धन्यवाद🙏🙏🙏

  • @Anu604-d2g
    @Anu604-d2g ปีที่แล้ว +2

    सुमुखी तुम्हारे नैन लजीले, अधरों पर अंकित मृदुहास,
    क्षण भर को फिर जी उठते हैं, ईश्वर और पूजन विश्वास।
    अद्भुत रचना। ❤❤❤❤❤

  • @RakeshSingh-sc1uh
    @RakeshSingh-sc1uh ปีที่แล้ว +1

    प्रियंवद जी बड़े रचनाकार हैं 🙏🙏

  • @mahavirsabale7453
    @mahavirsabale7453 2 หลายเดือนก่อน

    इंटरव्यू बहुत ही अच्छा लगा।

  • @kamalprakash549
    @kamalprakash549 9 หลายเดือนก่อน

    इस संगत को मैं अनेक बार सुन चुका हूँ. हर बार कुछ न कुछ नया ही सीखने/जानने को मिला, प्रियंवद जी से. यह अंजुम जी की भी सफलता है कि वे इतना कुछ अपने श्रोताओं के सम्मुख ला सके.

  • @kamlasharmam8688
    @kamlasharmam8688 8 หลายเดือนก่อน

    बहुत सुन्दर बोल रहे प्रियंवद जी उनकी कहानियां मुझे बहुत अच्छी लगी ... लगती हैं। मेरे मानस पटल को उनकी कहानियों ने प्रभावित किया... मैंने बहुत पहले उनकी कुछ कहानियां सारिका में पढ़ी थी बहुत अच्छी लगी । इस साक्षात्कार को सुनकर उन्हें फिर से पढ़ने का मन है ।
    साक्षात्कार बहुत अच्छा लगा जितने अच्छे प्रश्न अंजुम जी ने पूछे उतने ही सुन्दर उत्तर प्रियवंद जी ने दिए..

  • @prempalsharma7
    @prempalsharma7 ปีที่แล้ว +2

    सार्थक संवाद! बधाई दोनों कों! बहुत मौलिक!

  • @vimaldiary1733
    @vimaldiary1733 9 หลายเดือนก่อน

    प्रियंवद नाम सा प्रवाह लिए रचनाधर्मिता के हर एक पहलू पर शानदार विमर्श। अंजुम शर्मा जी इतना बेहतरीन तारतम्य बिठाते हैं रचनाकार के साथ कि वो सहज ही परत दर परत अंतस तक जाते हैं।जब निजत्व प्रेम परिपूर्ण हो तो सृजन भी सहज और प्रेममयी हो जाता है, प्रियंवद जी इसे सार्थक करते हैं।
    अंजुम जी आपका हर लेखक/साहित्यकार की पृष्ठभूमि पर रिसर्च अतिसघन व गहन रहता है, इतनी मेहनत के लिए प्रणाम है आपको 🙏।
    धन्यवाद हिंदवी और संगत 🙏🙏
    आप ऐसे ही साहित्यक विमर्श को बढ़ाते रहिए।
    💚

  • @RahulKhandelwal.official
    @RahulKhandelwal.official ปีที่แล้ว +1

    अंजुम भाई आपका बहुत-बहुत शुक्रिया, इन सभी रचनाकारों के अनुभव को आम जन तक पहुंचाने के लिए। आप साहित्य के क्षेत्र में यह अद्भुत कार्य कर रहे है। आपसे दिल्ली विश्वविद्यालय में स्थित पंडित जी कैंटीन में मुलाकात हुई थी, पता नहीं आपको ये ध्यान भी हो। आप यूं ही कार्यरत रहे, स्वस्थ रहे और हम लोगों तक उन तमाम रचनाकारों को पहुंचाते रहे जिनसे मिलना हर किसी के लिए मुमकिन नहीं। ईश्वर आपको लंबी आयु दे। [राहुल खंडेलवाल (पी. एच. डी. शोधार्थी, इतिहास विभाग, जामिया मिलिया इस्लामिया)]

  • @Philosophybyharyanvi
    @Philosophybyharyanvi 4 หลายเดือนก่อน

    आपकी स्वतंत्रता बहुत व्यक्तिगत है।
    माइकल सेंडल को पढ़िए

  • @narsiadr17
    @narsiadr17 ปีที่แล้ว +1

    हिंदी साहित्य में प्रियवंद जी को थोड़ा बहुत पढ़ा था आज उनको सुनकर मुझे बहुत सुखद अनुभव हुआ। इसके लिए संगत की पूरी टीम और अंजुम सर को कोटि कोटि नमन।

  • @DINESHKUMAR-kq7yk
    @DINESHKUMAR-kq7yk ปีที่แล้ว +5

    उदय प्रकाश, संजीव, और अरुण कमल को भी सुनने की इच्छा है।

  • @madanlalsahu7959
    @madanlalsahu7959 11 หลายเดือนก่อน

    आज से लगभग 40 वर्ष पहले मैने इनकी एक कहानी सारिका मैगजीन में " बहती हुई कोख" पढ़ी थी जो मुझे बहुत अच्छी लगी थी

  • @RahulSingh-rz6km
    @RahulSingh-rz6km 8 หลายเดือนก่อน

    bahut Deen baad padhe jayengey priyamvad..

  • @chandraprakashtiwari7660
    @chandraprakashtiwari7660 ปีที่แล้ว

    एक बेहतरीन इंटरव्यू एक बेहतरीन लेखक के साथ।

  • @KalpanaMishraNamit
    @KalpanaMishraNamit 9 หลายเดือนก่อน

    बहुत ही क्लियर साक्षात्कार , साफ स्वीकृति के साथ , सफगोई बहुत पसंद आई , कहानियां हमेशा से पसंद थी

  • @sateeshawasthy778
    @sateeshawasthy778 ปีที่แล้ว

    आपके इस विस्फोटक साक्षात्कार के बाद प्रियंवद जी को पढ़ना ही होगा.अब तक उन्हें जीनियस पत्रकार के रूप में ही जानता था.

  • @shikhasingh5427
    @shikhasingh5427 ปีที่แล้ว +1

    सार्थक संवाद ! हार्दिक बधाई 🙏🙏

  • @youtubewalabanda
    @youtubewalabanda 4 หลายเดือนก่อน

    आदरणीय प्रियम्वद जी के पुस्तको को मेंशन कीजिए अंजुम जी

  • @youthwave
    @youthwave 3 หลายเดือนก่อน +1

    अंजुम शर्मा की आवाज में भी कविता है

  • @ankitachauhanyt
    @ankitachauhanyt ปีที่แล้ว +1

    छुट्टी के दिन का कोरस , एक बेहतरीन कृति है। बातचीत स्पष्ट और सुंदर है। शुक्रिया हिन्दवी।

  • @dr.ushakiran688
    @dr.ushakiran688 10 หลายเดือนก่อน

    अद्भुत साक्षात्कार…शुक्रिया हिन्दवी

  • @rajarambhadu6108
    @rajarambhadu6108 11 หลายเดือนก่อน

    प्रियम्वद जीनियस रचनाकार का एक विरल उदाहरण है।

  • @pramodksharma3298
    @pramodksharma3298 8 หลายเดือนก่อน

    Agreed .free of all religion .i m human only

  • @lalankumarchaubey4860
    @lalankumarchaubey4860 ปีที่แล้ว +1

    शानदार साक्षात्कार! मनन करने योग्य!

  • @unnatisafalta4736
    @unnatisafalta4736 ปีที่แล้ว +1

    बहुत गंभीर और सारगर्भित साक्षात्कार

  • @ERATRAVEL9867
    @ERATRAVEL9867 ปีที่แล้ว

    पता नहीं मैं प्रियंवद के आपके द्वारा दैहिक सबंध और प्रेम वाले प्रश्न पर, दिये उत्तर पर स्वीकृत या यूं कहूँ बेहद मतभेद पूर्ण लगा, kind of an escapism!

  • @ramudaykumar1488
    @ramudaykumar1488 ปีที่แล้ว

    छात्र जीवन के लंबे समय में प्रियंवद को पढ़ा था।अलग -सए लगे। अच्छे भी। सारिका में शुरू हुआ था।

  • @upendrabajpai6175
    @upendrabajpai6175 ปีที่แล้ว

    अद्भुत अद्भुत अद्भूत ।।।।।।अंजुम भाई❤️❤️❤️

  • @narayanmishra1329
    @narayanmishra1329 ปีที่แล้ว

    बहुत ही अच्छी बेलाग बातचीत वाह प्रियम्बद् जी

  • @priyambdapandey5880
    @priyambdapandey5880 ปีที่แล้ว

    शानदार!साक्षात्कार सहज और स्पष्ट 🙏🙏

  • @drramvinaysharma5616
    @drramvinaysharma5616 ปีที่แล้ว

    ज्ञानवर्धक साक्षात्कार।

  • @antarachakraborty1253
    @antarachakraborty1253 ปีที่แล้ว

    अद्भुत साक्षात्कार 👌 बेहद समृद्ध बातचीत 🌻

  • @shatpatraofficial
    @shatpatraofficial ปีที่แล้ว

    बहुत ही अच्छा रहा,,

  • @Philosophybyharyanvi
    @Philosophybyharyanvi 4 หลายเดือนก่อน

    महर्षि पतंजलि ने योग दर्शन में दिया तो है कि मन पर नियंत्रण रखें। अब वो मां से संभोग करना चाहता है कल व किसी का क़त्ल करना चाहेंगा।समाज ऐसे नहीं चलता है।

  • @umeshtiwari1559
    @umeshtiwari1559 ปีที่แล้ว +1

    प्रियंवद ❤

  • @geetashree3076
    @geetashree3076 ปีที่แล้ว

    बहुत सुंदर बातचीत !

  • @ashokmishra4106
    @ashokmishra4106 ปีที่แล้ว

    Bahut Sarthak baatchit

  • @Storyofभरतपुर
    @Storyofभरतपुर ปีที่แล้ว +3

    सुशोभित का इंटरव्यू लीजिये.

    • @Mysangeeet
      @Mysangeeet ปีที่แล้ว

      Sushobhit Shaktawat?

  • @aspirant9457
    @aspirant9457 ปีที่แล้ว +1

    अंत में अरुण कमल जी को देख के इंतजार में हूं

  • @urvashiclasses
    @urvashiclasses ปีที่แล้ว

    संगत में रविभूषण जी का साक्षात्कार भी लें।

  • @VijaySharma-dy7qt
    @VijaySharma-dy7qt 9 หลายเดือนก่อน

    प्रियंवद जी बेबाक बोले

  • @jawedjahadpoetry1267
    @jawedjahadpoetry1267 ปีที่แล้ว

    बहुत शानदार 💐

  • @mahendrakurre5947
    @mahendrakurre5947 ปีที่แล้ว

    It's a humble request, please mention the links of his collection of all the books so that we can purchase and access it right from here. That way hindwi might also promote the affiliate marketing and we'll get the access of his creation. Thanks.

  • @mouriran3906
    @mouriran3906 ปีที่แล้ว +2

    6:30 एक तथ्यात्मक भूल हो गई है प्रियंवद जी से। उपन्यास का नाम Ulysses नहीं Finnegans Wake है, जो जॉयस ने Ulysses के बाद लिखा था। जॉयस ने 16 साल लगा कर इसे लिखा, और बेकेट ने कई हिस्सों को सुन कर टाइप किया। सारे विवरण सही हैं बस नाम Finnegans Wake है ।

  • @VijaySharma-tm7lv
    @VijaySharma-tm7lv ปีที่แล้ว +1

    प्रियंवद मेरे एक पसंदीदा लेखक हैं। पर यहाँ असहमति है। बीमार उदास हो यह आवश्यक नहीं है।

  • @RahulRajMeena
    @RahulRajMeena ปีที่แล้ว

    26:48 आज सब कोई मज़दूर हुआ जा रहा है और सर्विस सेक्टर में मज़दूर या नीचे तबके के कर्मचारियों की कोई सुनवाई नहीं है।

  • @Philosophybyharyanvi
    @Philosophybyharyanvi 5 หลายเดือนก่อน

    करण थापर के बाद साक्षात्कार की विधा में भाई अंजूम का नाम आता है।

  • @hindiekkhoj7800
    @hindiekkhoj7800 11 หลายเดือนก่อน +1

    जिन मुस्लमानों ने गांधी जी का रास्ता अपनाया वही मुस्लमान हिंदुस्तान में रह गए थे, बाकी को अपनाने वाले तो पाकिस्तान चले गए थे।

  • @kusumpandey8620
    @kusumpandey8620 ปีที่แล้ว +1

    मुझे दिलरस में खूब मजे आई थी

  • @ad0906013
    @ad0906013 ปีที่แล้ว +2

    Baah ...ek avivahit doosre avivahit se avivahit jeevan ke gur poochta hua....Sach hi hai ki ek baar avivahit jeevan ka aadi hone par aur kuch nahi bhata...avivahit hone ka matlab samvednaon ka hras nahi hai...Pantjee se bhi sadha gya tha yahi prashn...unka uttar yaha suna ja sakta hai: th-cam.com/video/Xk7BInsQUY0/w-d-xo.html

  • @zakia8623
    @zakia8623 2 หลายเดือนก่อน

    Sex aur prem alag ho sakte hain aur hote bhi hain. Sex never means love ...

  • @ravishanker9672
    @ravishanker9672 ปีที่แล้ว

    संस्कृत पढ़ लेते तो दिशा पा जाते अब दिशाहार

  • @ravishanker9672
    @ravishanker9672 ปีที่แล้ว

    नाम प्रियमवाद लागत है जैसे रेलवे vendor

    • @AishwaryaMohanGahrana
      @AishwaryaMohanGahrana ปีที่แล้ว

      एक लेखक को प्रधानमंत्री जी के समकक्ष रखने का यह तरीका पसंद आया।

  • @umeshtiwari1559
    @umeshtiwari1559 ปีที่แล้ว +1

    इनकी सारी किताबें खरीदने का कोई जुगाड़ है?

  • @kusumpandey8620
    @kusumpandey8620 ปีที่แล้ว

    राजेंद्र राव जी से मिलाएं अंजुम जी

  • @RahulRajMeena
    @RahulRajMeena ปีที่แล้ว

    1:34:30 गांधी क्यूँ दिखने चाहिए ??

    • @hindiekkhoj7800
      @hindiekkhoj7800 ปีที่แล้ว

      मैं भी वही सोच रहा हूं, गांधी जी को ही क्यों?
      गांधी जी से मतलब? मुस्लमानों को गांधी जी से क्या अपनाना चाहिए था? कुछ भी स्पष्ट नहीं किया।

  • @zakia8623
    @zakia8623 2 หลายเดือนก่อน

    What about prostitution . Wahan daihik sambandhon me pyar kahan se agaya

  • @arunjaypaswan6335
    @arunjaypaswan6335 ปีที่แล้ว +2

    जब हम निराशा/ Depression की चरम अवस्था में होते हैं तो धर्म और समाज ही उससे बाहर निकालकर मनन लगने/ मरने/sucide करने से बचाता है।
    आज जब किसी का Break up होगा, किसी प्रिय+करीबी व्यक्ति का Death होगा तो कल वह सरस्वती पूजा, दुर्गा पूजा, गणपति पूजा मनाकर एवं विसर्जन यात्रा में मन भर डांस करके आपना दुख को कम कर सकता है।
    धर्म और समाज ज्ञानियों के नही बने हैं।

    • @newmanavjagartiandolan1882
      @newmanavjagartiandolan1882 ปีที่แล้ว +1

      यह तुम्हारा अपना नज़रिया है कि धार्मिकता इंसान को दुःख के वक्त सहारा देता है? नहीं यह एक भ्रम है मूर्खता है धर्म आदमी को नपूसंक ग़ुलाम बनाता है। मानव के लिए सबसे बड़ा सहारा या कहें मज़बूती ख़ुशी देगी तो उसकी विवेकपूर्ण समझ देखने का विशाल दायरा धर्म जात और सामाजिक परंपराओं बंधना इंसान की सोच को संकुचित बनाता है।

    • @arunjaypaswan6335
      @arunjaypaswan6335 ปีที่แล้ว

      मै एक प्रगतिशील मार्क्सवादी हूं। सत्य क्या है मुझे मालुम है। हमारी किसी भी कृत्य से किसी भी जीवित प्राणियों को हतासा, निराशा,कष्ट, दुख नही होना चाहिए क्योंकि यदि ऐसा हुआ तो वो भी पाप की श्रेणी में गिना जायेगा/आयेगा। सत्य क्या है निम्नलिखित पंक्ति से हम समझ सकते हैं -
      एक बार 10 साल के एक बच्चे ने अपने पिता से पुछा-
      पापा तरबुजा/खरबुजा मे चिनी कहा से आया ?
      पिता - जब तुम सो रहे थे तब भगवान जी आये थे , डाक्टर की सुई से चिनी भर कर चले गये।
      बच्चा जब पढ़कर 20 साल का हुआ तो पिता से नफ़रत करने लगा क्योंकि उसे पता चल गया कि उस फल में चिनी कैसे आया। पिता जी हमसे झुठ बोल रहे थे।
      फिर वही बच्चा 30 साल का हुआ और उससे उसके 10 साल के बच्चे ने पुछा कि पापा इस फल में चिनी कैसे आया ?
      तब उसने जवाब दिया.. बेटा जब तुम सो रहे थे तब भगवान जी आये थे और सुई से चिनी भरकर चले गये।
      Morning walk पे निकले एक बुजुर्ग ने पार्क में बैठे एक प्रेमी-प्रेमिका की जोड़ी को देख कर हंस रहे थे ये सोचकर कि पता नही आगे क्या होगा इनका।
      बुजुर्ग को हंसता देख प्रेमी जोड़े भी उस बुजुर्ग पे हंसने लगे ये सोचकर कि इसे क्या मालुम हम किस आनंद की चरम अवस्था में हैं।
      फिर एक विवेकपूर्ण व्यक्ति ने दोनों को समझाया कि अपने अपने उम्र के हिसाब से आप दोनों सही हो।
      नोट :- कोई भी समजिक व्यवस्था (धर्म) कुछ सोच समझकर ही बनायी जाती है। जब तक हमारे पास कोई नया + उससे अच्छा विकल्प मौजूद ना हो , उसे ही follow करते रहिए।
      शंकराचार्य ने भक्ति का विरोध कते हुए कहा था - भक्ति करने से Concentration बढ़ती है, और जब तुम अपना Concentration भक्ति करके बढा लोगे तो ज्ञान प्राप्त कर लेना उसके बाद भक्ति करना ( धर्म समाज को मानना) छोड़ देना। उससे पहले भक्ति करना मत छोड़ना।
      निष्कर्ष :- बैलगाड़ी के रेस में धर्म वह खराब गाड़ी बन गयी है जिसे यदि ठिक कर दिए जाए तो कोई भी उससे जीत नही पायेगा।

  • @marktower4055
    @marktower4055 10 หลายเดือนก่อน

    6:00

  • @ravishanker9672
    @ravishanker9672 ปีที่แล้ว

    मुक्तिबोधी मैटेरियल

  • @ravishanker9672
    @ravishanker9672 ปีที่แล้ว +2

    पगलापा आलाप

  • @hindiekkhoj7800
    @hindiekkhoj7800 ปีที่แล้ว

    मैं सोच रहा हूं, गांधी जी को ही क्यों?
    गांधी जी से मतलब? मुस्लमानों को गांधी जी से क्या अपनाना चाहिए था? कुछ भी स्पष्ट नहीं किया।

  • @ajeyklg
    @ajeyklg ปีที่แล้ว

    प्रियंवद जी से एक बार मिलना हुआ है, संगमन में । इस इंटरव्यू में उसी प्रियंवद से फिर मिला। उसी सहजता के साथ। एक ऑथेंटिक व्यक्ति के साथ मिलने की तरह।
    इन्होंने मेरी कुछ महत्वपूर्ण चीज़ें छापी हैं। सब से महत्वपूर्ण चीज़ें ज्ञानरंजन ने छापीं थीं। कभी ज्ञान जी से भी मिलवाईए, अंजुम।

  • @Storyofभरतपुर
    @Storyofभरतपुर ปีที่แล้ว +2

    48:23 पर ऋषि के मल मे दुर्गंध नहीं होती, कितनी आवैज्ञानिक बात है, मल का मतलब ही दुर्गंध होता है नहीं तो उसे मल कहा ही क्यूँ जाता. मुझे तो ये बिल्कुल भी दिलचस्प नहीं लगा बल्कि अंधविश्वास की बू आई इससे.

    • @shobhamathur3448
      @shobhamathur3448 9 หลายเดือนก่อน

      जब तक बच्चे का अन्नप्राशन नहीं होता, उसके मल- मूत्र में उतनी दुर्गन्ध होती है?
      खानपान और सात्विकता के प्रभाव?

  • @Creator-kz2lp
    @Creator-kz2lp 6 วันที่ผ่านมา

    Abdul Kalam Muslim they, Maulana Azaad Muslim they, Manto Muslim they, Gulzar muslim hai, MF Hussain saahab Muslim they, Javed Akhtar muslim hai ! Phir musalmanose shikayat kyu?
    PS : I'm Jain

    • @Creator-kz2lp
      @Creator-kz2lp 6 วันที่ผ่านมา

      The Khalifat movement was an example of a Muslim leader ( community ) working WITH Gandhi !

  • @anikethiwarale6272
    @anikethiwarale6272 10 หลายเดือนก่อน

    संपूर्ण विश्व मे अल्पसंख्यको की सबसे बड़ी मुक्ति और शरण गाँधी नही बल्कि डॉ. आंबेडकर है।और रही बात मुसलमानो की तो उन्होंने बाबा साहेब की जीवन दर्शन और विचार को स्वीकार करना चाहिए।
    प्रियंवद् जी आप यहा पर गलत है आपको इस विषय पर इतिहास को दोबारा पढ़ना चाहिए।

  • @PRAKASHJAI799
    @PRAKASHJAI799 11 หลายเดือนก่อน

    गांधी ही क्यों

  • @prakashchandra69
    @prakashchandra69 ปีที่แล้ว

    सारे हिन्दू समाज ने भी गांधी को नहीं अपनाया।
    गांधी ने भी खिलाफत और रामराज्य का ध्रुवांतर
    कर मिलनस्थल को बाधित किया। गांधी ने अपने समांतर मुस्लिम लीग को रखा, जबकि विभाजन विरोधी और राष्ट्रवादी
    जमीयत- उलमा-ए-हिंद से दूरी रखी , क्यों?

    • @Jhasushant
      @Jhasushant ปีที่แล้ว +1

      Jameeyat can't be compared with ML. League was a big force and had huge Muslim support.

    • @hindiekkhoj7800
      @hindiekkhoj7800 ปีที่แล้ว

      मैं भी वही सोच रहा हूं, गांधी जी को ही क्यों?
      गांधी जी से मतलब? मुस्लमानों को गांधी जी से क्या अपनाना चाहिए था? कुछ भी स्पष्ट नहीं किया।

  • @krishnamurari847
    @krishnamurari847 11 หลายเดือนก่อน

    Anjum bhai aap apne poorvagrah se kisi ki natikta aur vichardhara nhi samjh sakte…. Aap apne vicharo me ladte aur kuch had tak harte najar aa rhe is interview me…
    Aapko Mohan Rakesh ka Ashadh ka ek din me Mallika Bhi shayd buri lagi hogi….bhavnaye naisargik hoti hai use vaidh awaidh hum banate hain…

  • @nafeeswarsi669
    @nafeeswarsi669 5 หลายเดือนก่อน

    मुस्लमान और गांधीजी वाली बात बिलकुल तर्कहीन है। सुनकर अच्छा नहीं लगा।

  • @KushagraShukla-yk8jy
    @KushagraShukla-yk8jy ปีที่แล้ว

    Priyamvad agar viklaang hote to kya apni Maa se apne youn iccha ki poorti karte? Paglo jaisa tark hai.