Sangat Ep83 | Govind Mishra on his writings, Allahabad, Bhopal, Sahitya Akademi & IRS | Anjum Sharma

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  • เผยแพร่เมื่อ 10 พ.ย. 2024

ความคิดเห็น • 62

  • @neeteshkumar2059
    @neeteshkumar2059 วันที่ผ่านมา

    मैं मेरे एक मित्र के माध्यम से यहां तक पहुंचा और आपको सुनके बहुत कुछ मिला है ,,

  • @गिरिजाकुलश्रेष्ठ
    @गिरिजाकुलश्रेष्ठ หลายเดือนก่อน +2

    इस साक्षात्कार से मिश्र जी के अनूठा व्यक्तित्व से परिचय हुआ है। उनकी बेबाकी प्रभावित करती है। लेखक को अपना आलोचक होना चाहिए।
    किसी संघ में रहना कमजोरी की निशानी है।
    जो मेरे इर्द गिर्द हो रहा है उसमें ईमानदार हो
    कोई लेखक अगर सचमुच लेखक है तो वह खुश नहीं रह सकता।
    बहुत सारी बातें हैं
    अंजुम जी आपका यह कार्य एक पाठशाला जैसा है आप सचमुच अभिनन्दनीय है।

  • @atulmishra7285
    @atulmishra7285 หลายเดือนก่อน

    आदरणीय गोविंद मिश्र जी ने साहित्य की बहुत सुंदर परिभाषा दी ।

  • @hemantmishra545
    @hemantmishra545 หลายเดือนก่อน +3

    अंजुम, बड़ा अच्छा काम हो रहा है यह। कैसे हो पता है पता नहीं?आज साहित्य और साहित्यकार हाशिए पर चले गए हैं।आप युवा हैं, बी बी सी पर सुना है आपको।कौन आपको इतनी फ़ुरसत और सुविधा देता है... । एक मुलाक़ात आपसे दिल्ली आकाशवाणी में हुई थी। लक्ष्मीशंकर जी आपके प्रशंसक थे। ख़ैर। श्रू में आप मूर्तिदेवी पुरस्कार की बात करना भूल गए शायद। मैंने रेडियो रिपोर्ट तैयार की थी उस समारोह की।बचपन से , धर्मयुग के ज़माने से इनका लोहा मानता आया था।पहली बार आमना - सामना हुआ। अद्भुत अनुभव।लगे रहिए।साधुवाद!🙏

  • @nidhisaksena1756
    @nidhisaksena1756 หลายเดือนก่อน

    कितना ज्ञान भरा है गोविंद सर में🙏

  • @bharatibabbar6632
    @bharatibabbar6632 หลายเดือนก่อน +2

    वाह ! वाह ! आनंद आ गया गोविन्द जी की वाकपटुता और ईमानदार बातें सुनकर। यूँ तो संगत के सभी अंक बहुत बढ़िया होते हैं किंतु इतने मनोरंजक और रुचिकर कोई कोई ही हो पाता है।अंजुम जी संगत के बहाने आप प्रत्यक्ष रूप से सहित्य की इन महान विभूतियों से मिल ही रहें हैं, ये आपका सौभाग्य है, लेकिन पाठकों को भी उनके व्यक्तित्व से परिचित करवा रहे हैं इसके लिये धन्यवाद।

  • @mahimapandey5511
    @mahimapandey5511 หลายเดือนก่อน

    बहुत शानदार बातचीत ☺️

  • @deveshpandey00
    @deveshpandey00 26 วันที่ผ่านมา

    मार्मिक व्यक्तित्व

  • @yuvrajverma42
    @yuvrajverma42 หลายเดือนก่อน +5

    Sadhuvad Anjum sir
    Aap mahan hastiyon se parichit karva rahe hain

  • @ashokseth2426
    @ashokseth2426 หลายเดือนก่อน +1

    इस उमर में गोविंद जी की सक्रियता अद्भुत है। शतायु हों यही कामना है।

  • @madhushukla879
    @madhushukla879 หลายเดือนก่อน +3

    बहुत अच्छा साक्षातकार! गोविंद मिश्र जी को सुनने का सुअवसर मिला! उनके लेखकीय अनुभवों से बहुत कुछ सीखा जा सकता है. सुविख्यात कथाकार को मेरा प्रणाम!🙏

  • @USHANILSSON
    @USHANILSSON หลายเดือนก่อน +1

    गोविंद को सुनकर अपने भी विद्यार्थी जीवन की बहुत बातें याद आ गई। प्रोफेसर देब,प्रकाशचंद्र गुप्त आदि मेरे भी गुरु रहे हैं।और जीवन पर्यंत मैंने प्रॉफ़ देब के सिद्धांतों को एक अध्यापक और लेखकीय जीवन में उतारने का सतत प्रयत्न किया।लेखकों में मेरे गोविंद से वैसे ही सहज और निकट के संबंध रहे जैसे निर्मल वर्मा से थे।एक समय हम तीनों की बैठकें होती थी, गोविंद के घर जब उनके पिता दूसरे कमरे में बैठे खाँसते रहते थे और हम लोग मंद स्वर में बातें करते थे।गोविंद लगातार लिख रहे हैं,और उनकी दृष्टि इतनी पैनी और दूर तक देखने वाली बनी हुई है।इस कार्यक्रम के लिए अंजुम और संगत बधाई के पात्र हैं।

  • @_meridiary
    @_meridiary หลายเดือนก่อน

    आपको बहुत बहुत धन्यवाद महान विभूतियों से मिलने के लिए🙏🙏🌹🌹

  • @AnushkaShukla-q4j
    @AnushkaShukla-q4j หลายเดือนก่อน +1

    बहुत सुंदर...बहुत बहुत आभार अंजुम जी.

  • @hemantmishra545
    @hemantmishra545 หลายเดือนก่อน +2

    मिश्र जी की कहानी ' वरणांजलि ' वाला अंक आज भी मेरे पास सुरक्षित है। वरना, पत्रिकाओं को चालीस -पचास साल तक संजो कर रखना कहां हो पाता है? लगा तो था कि कहानी आत्मकथात्मक है, आज पुष्टि भी हो गई।इस कहानी का ज़िक्र जिस तरह से स्वयं मिश्र जी ने किया, उसे सुनकर लगा कि इस एक कहानी को पढ़कर जो छाप दिल पर लगी थी, वह बेजा नहीं थी।

  • @divyasuhag5164
    @divyasuhag5164 หลายเดือนก่อน

    शानदार interview
    सटीक प्रश्न गोविंद जी को सादर प्रणाम

  • @vijayasati1453
    @vijayasati1453 หลายเดือนก่อน

    क्या शानदार बातचीत हुई !
    हम पर लांछन भी फिर भी गजब व्यक्तित्व, गजब संवाद !

  • @dr.rekhashekhawat6545
    @dr.rekhashekhawat6545 หลายเดือนก่อน

    बहुत शानदार साक्षात्कार अंजुम जी 💐

  • @drlalitjoshi2986
    @drlalitjoshi2986 หลายเดือนก่อน

    वाह! अद्भुत साक्षात्कार

  • @vimaldiary1733
    @vimaldiary1733 หลายเดือนก่อน

    गोविंद जी को सुनना समझना सुंदर व सुखद अनुभूति है... अंजुम शर्मा जी आप तो हमेशा की तरह ही बेमिसाल हैं.. गुफ्तगू में स्वयं आप एक हिस्सा हो जाते हैं यही सहज वार्तालाप को आगे ले चलता है... 💚
    धन्यवाद हिन्दवी संगत का 🙏🙏

  • @lavkushtiwari6797
    @lavkushtiwari6797 หลายเดือนก่อน

    अद्भुत 💐

  • @ankitachauhanyt
    @ankitachauhanyt หลายเดือนก่อน

    This episode is pure heart. ❤

  • @swapnilsrivastava4625
    @swapnilsrivastava4625 หลายเดือนก่อน +2

    गोविन्द जी ने खुल कर बात की. जब मैं गोरखपुर विश्व विद्यालय में हिंदी में एम ए कर रहा था. मुझे कहानी में प्रथम पुरस्कार मिला था. उसमें गोविन्द जी किताब नए पुराने माँ बाप दी गयी थी. यह बात उनके इंटरव्यू सुनने के बाद याद आयी.
    स्वप्निल श्रीवास्तव. फैज़ाबाद

  • @ashokseth2426
    @ashokseth2426 หลายเดือนก่อน

    गोविंद मिश्र जी का बहुत अच्छा इंटरव्यू

  • @ashokseth2426
    @ashokseth2426 หลายเดือนก่อน

    आज की पीढ़ी के लोगों में गोविंद मिश्र जी जैसी ईमानदारी और सच्चाई मिलनी मुश्किल है।

  • @vjaindatiaful
    @vjaindatiaful หลายเดือนก่อน +1

    एक और सन्दर्भ याद आया। उन दिनों में गाज़ियाबाद में पदस्थ था। गोबिन्द जी की कहानी वर्णांजलि के पीची की कथा मुझे यात्री जी बता चुके थे। उन्हीं दिनों भीष्म साहनी जी इस्कस कार्यालय में महीने के पहले या दूसरे शनिवार को गोष्ठी रखते थे और मैं नियमित रूप से जाता था। उन्होंने किसी लीखक की कह कर इस कहानी का उल्लेख किया तो मैंने मिश्र जी का परिचय दिया और बताया कि यह सच्ची घटना पर आधारित है। वे बहुत भावुक हो गये थे। तब तक उनका मिश्रजी के व्यक्तित्व और कृतित्व से परिचय नहीं था।
    यह रचना की ताकत होती है।
    वीरेन्द्र जैन भोपाल

  • @radheshyamsharma2026
    @radheshyamsharma2026 หลายเดือนก่อน

    Great interview.

  • @kamlasharmam8688
    @kamlasharmam8688 หลายเดือนก่อน +1

    आदरणीय गोविंद मिश्र जी का हर उत्तर बेजोड़ है । मैंने उनका कुछ नहीं पढ़ा अब पढ़ूंगी बहुत अच्छा बोलते हैं..इतना लंबा इंटरव्यू मगर पूरा सुना ।
    धन्यवाद अंजुम जी जो आपके माध्यम से उनके विषय में जाना।

  • @anupkidak
    @anupkidak หลายเดือนก่อน

    बहुत अच्छी बातचीत।

  • @sushmamunindra8481
    @sushmamunindra8481 หลายเดือนก่อน

    बहुत अच्छा वार्तालाप

  • @drazam4372
    @drazam4372 หลายเดือนก่อน +1

    आदरणीय के खिलाफ़त नोवेल पर उन के कहने पर एक विशेष टिप्पणी लिखी थी । गोविंद जी बहुत प्रसन्न हुए और कहा आप बहुत खुले जेहन वाले मुसलमान हैं। मैं तो बहुत असमंजस में था कि जाने आप कैसे रिएक्ट करें ।
    डॉक्टर आज़म

  • @VikasG.Mishra
    @VikasG.Mishra หลายเดือนก่อน

    अंजुम भाई, ज्ञानेन्द्रपति जी को बुलाओ आप कभी।

  • @sumitaojha1883
    @sumitaojha1883 หลายเดือนก่อน

    एक और बढ़िया साक्षात्कार। गोविन्द जी के बारे में बहुत कुछ जानने को मिला। बधाई।

  • @nandkishorswarnkar2600
    @nandkishorswarnkar2600 หลายเดือนก่อน

    सादर नमन।
    सुन्दर आनंद दायक वार्तालाप!
    "ढोलक " कहानी आपकी है क्या ?

  • @latulvirarora7290
    @latulvirarora7290 หลายเดือนก่อน

    गोविंद मिश्र से पहली मुलाकात अर्ली एटीज में शिमला में हुई ।फिर वो चंडीगढ़ शायद मेरे घर पर आए। हम तीन लोग इकट्ठे होते थे उन दिनों।वो तीन जो "जैसे परंपरा सजाते हुए " में भी थे।लेकिन , गोविंद हम में से एक पर केंद्रित हो गए। मुझे उन्होंने अपनी किताबें दी थीं शायद पढ़ने के लिए और इनपर लिखने के लिए भी । बाद में भिक्षा चीज मुझ tk समीक्षा की लिए पहुंची। मुझे उनका लेखन हमेशा किसी न किसी वजह से आकर्षित करता रहा । मैंने उनपर लिखा भी लेकिन छपने के लिए किसी बहुत ही असाहित्यिक वजह से नहीं भेज पाया ।उनसे खतोकिताबत भी नहीं हो पाई। आज उन्हें सुनते हुए वो सब अचानक याद आ गया जिसे लगभग भूल चुका था। उनका लिखा हुआ और उन्हें सुनना , दोनों ही खूब है। फ़िराक को लेकर तो बहुत कुछ है उनके पास जिसे विस्तृत रूप में सामने आना चाहिए।

  • @Anil-m8l
    @Anil-m8l หลายเดือนก่อน +9

    हंस कि अपनी अलग कहानी है l राजेंद्र यादव जी ने मेरी दो अच्छी कहानियाँ हँस में छाप दीं और उसके बाद दो अच्छी कहानियाँ लौटा दीं l फिर मैंने लिखना ही छोड़ दिया l

    • @Anil-m8l
      @Anil-m8l หลายเดือนก่อน

      दो बेकार कहानियाँ l पहली लाइन में अच्छी गलत लिख दिया l

    • @क्षणभंगुर
      @क्षणभंगुर หลายเดือนก่อน

      एक कहानी के बेकार या अच्छी होने की आपकी परिभाषा क्या हैं?

    • @rati54
      @rati54 หลายเดือนก่อน

      बहुत अच्छा साक्षात्कार

    • @rati54
      @rati54 หลายเดือนก่อน

      बहुत अच्छा साक्षात्कार

  • @narayanmishra1329
    @narayanmishra1329 หลายเดือนก่อน +1

    गोविंद जी मेरे शहर के हैं। मेरे शहर को फक्र है।

  • @mukeshrawat280
    @mukeshrawat280 หลายเดือนก่อน

    ❤❤🙏

  • @ai.ai.captain
    @ai.ai.captain หลายเดือนก่อน

    ❤👌

  • @mayank007-xyz
    @mayank007-xyz หลายเดือนก่อน

    Namaskaar ji

  • @Invincible.Indian21
    @Invincible.Indian21 หลายเดือนก่อน

    Anjum Sharma ji... Gorakhpur Ghar pe sab aur aap kaise hain ?? Umeed karta hun sab kushal Mangal hoga 👍

  • @shreyanshkushwaha8555
    @shreyanshkushwaha8555 หลายเดือนก่อน +1

    चित्रा मुद्गल जी को भी बुलाए।

  • @leeladharmandloi4632
    @leeladharmandloi4632 หลายเดือนก่อน

    बात ईमान की है।जो यहां है।

  • @ashokmishra4106
    @ashokmishra4106 หลายเดือนก่อน +2

    रघुपति सहाय उर्फ फिराक गोरखपुरी एक ही थे

  • @harishsamyak2413
    @harishsamyak2413 หลายเดือนก่อน

    अब हंस में कहानी छपने पर पैसे नही मिलते,😂😂ये तो पोल खोल दी ,गोविंद जी ने

  • @harishsamyak2413
    @harishsamyak2413 หลายเดือนก่อน

    आर्थिक तौर पर एक लेखक को स्वतंत्र होना चाहिए, इस विषय पर अंजुम भाई आप बात टाल गए,गोविंद जी तो और बोलना चाहते थे ।

  • @ravishanker9672
    @ravishanker9672 หลายเดือนก่อน

    ईमानदार /लंबी breathing है गोविंद पर प्रतिरोध से कन्नी काटना/खुल के कैसे जिया जाता है /इसकी महारथ

  • @Anil-m8l
    @Anil-m8l หลายเดือนก่อน

    Govind Ji 1978 mein Moti Bagh ke D II flats mein ham log ek dusre ke Padosi thay. Mera nam Anil Kumar Sinha Hai. Kahaniyan Likhta tha.

  • @hariompal2927
    @hariompal2927 หลายเดือนก่อน

    कभी समय मिले तो बुंदेलखंड के साहित्यकार का साक्षात्कार जरुर करें

  • @amankashyap1660
    @amankashyap1660 หลายเดือนก่อน +1

    Anjum ko aaj tak question karne hi nhi aaya...pata nhi kya puchna chahta hai

  • @ashokseth2426
    @ashokseth2426 หลายเดือนก่อน

    मिश्र जी प्रेमचंद की कहानी सद्गति dated कहानी नही है। वो आज भी प्रासंगिक है।

  • @RAKESHKUMAR-kf5pe
    @RAKESHKUMAR-kf5pe หลายเดือนก่อน

    प्रेमचंद जी की सद्गति कालबद्ध नहीं कालजयी रचना हैं मिश्र जी.

  • @raviaanand1661
    @raviaanand1661 หลายเดือนก่อน +1

    विनोद कुमार शुक्ल और अपूर्वानंद झा के भी साक्षात्कार लीजिए

    • @Ranjit-x3y
      @Ranjit-x3y หลายเดือนก่อน

      अपूर्वा और विनोद को 85 वर्ष के होने दो, कहीं विचारधारा की जल्दी तो नहीं है?
      वैसे आजतक के रेडियोकर अंजुम शर्मा भी तो आपके ही लोग हैं!😊😊

  • @AjeetSingh-uj4tk
    @AjeetSingh-uj4tk หลายเดือนก่อน +1

    18:38 Prof Deb, Former Head, Eng Deptt, Allahabad University

  • @Invincible.Indian21
    @Invincible.Indian21 หลายเดือนก่อน

    Anjum Sharma ji Gorakhpur Ghar pe sab aur aap kaise hain? Umeed karta hu sab kushal Mangal hoga 👍