महोदय् सत्य यह है कि अनुवाद ,और रचना में अतंर होता है आपकी रचना में कारण कोई भी हो, लेकिन शब्दों का चयन में मजबूरी की झलक है। ,,कयामत नामा ,, शब्द ही काफी है ।
कोटी कोटी प्रणाम जी मेरा नाम सूफ़ी जहांगीर है में निजानंद धर्म अपनाना चाहता हूं में एहमदाब गुजरात से हुं आप मेरी साहेता किजिए और मुझे किन महोदय से कोन्टेक्ट करना पड़ेगा ये बताइए प्लीज़ 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
में अहमदाबाद में रहता हु । आप सही बात कर रहे हो । मुस्लिम आखरी मुहम्मद जिसे इमाम मेहंदी कहा जाता है , जो हिंदू लोग आखरी अवतार कल्कि को ढूंढ रहे है वह इस मंच पर मिल जायेगा । पूरा फैक्ट यहां मिल जायेगा।
जो श्री कृष्ण को ही पूजना है। तो ऐसे अलग अलग पंथों क्यों बनाते हो। हिन्दू समाज को तोड़ने के लिए। बहुत गलत बात है। एक ही भगवान के अलग अलग नाम के मंदिर बनाके हिन्दू समाज में विखवाद पैदा होता है। और समाज टूटता है। सीधा श्री कृष्ण की पूजा करे। 🙏🏽🚩 प्रणामी पंथ स्वामी नारायण पंथ वैष्णव पंथ स्वाध्याय पंथ निजानंद पंथ सत्य सनातनधर्म की जय 🚩🙏🏽
प्रणामी संप्रदाय में सर्वप्रथम शाकाहारी होना, पुजा पाठ व भजन में मन लगाना अति आवश्यक है जो कि हमारे हिन्दू धर्म के सापेक्ष ही है आज तक मुझे कभी भी मुस्लिम घर्म से संबंधित कोई आदतें अपनाने को नहीं कही गई इसलिए प्रणामी संप्रदाय पर मुस्लिम धर्म का अनुसरण करने वाला कहना पुरी तरह गलत है यदि ऐसा रहा तो सबसे पहले मै ही प्रणामी संप्रदाय छोड़ दूगां।
Mere bhai unfortunate I also belong to these cult please reading qayamat nama and also quran Pranami sampraday have abrahmic ideology Pranamai sampraday ka Dur dur tak sanatan se lena dena nahi he
Muslim banne ki baat nahin, lekin Quran kopadhna chahiye. Maloom to pade ki agar Islam kiya kahta hai. Kahi yeh bhi wahi baat karte hain, jo dusre dharm karte hain. Janne mein burayee kiya hai.
@@bhanupartap832tu rhn de bhai tune Kabse Bhagwat Geeta nahi Padhi aur chal bta geeta ke Anusar 3 Purush kon kon se h aur kitne Pralay ke baare me jikr h ved purano me bilkul shi aur factful answer dena
@@digambarthakur4242abbe tu jaa k muslim me convert q nhi ho jata he aadha adhura pranami dharm me q h pranami dharm ka maqsad whi h jo mohammad abdul jeso ka h😂
मुहम्मद साहेबको गुरु मानना ही मुस्लिमोंका धर्म है । जो् मुहम्मदको गुरु मानता है, वह मुस्लिमके सिवाय दूसरा नहीं हो सकता । वे लोग तोे हिन्दूको काफिर कहते हैंं ।
श्रीमान,कुफ्र का मतलब इनकार करना है,काफिर का मतलब इनकार करने वाला,(एकौ बरहम्य दुय्युते नास्ते,)यानि जिसने एक ईश्वरवाद से इंकार किया और जिस से डर गए उसको ईश्वरवाद ने मान लिया ,अरब की धरती पर उस समय जब धर्मयुद्ध हो रहा था, काफिर शब्द एक ईश्वर को नहीं मान ने वाले को कहा गया, उस समय अरब की धरती पर हिन्दू थे ही नहीं
@@surendrapoudyal-rn1rm ये अल्फाज़ कहते हुए मैं आपसे क्षमा चाहता हूं कि आप हिन्दू हो सकतें हो लेकिन सनातनी नहीं हो सकतें i am sorry रिजन पढ़ें प्लीज़ 🙏👇 कहते हैं कि प्रकृति तमाम नियम को महात्माओं ने चारों वेदों में लिखा, लेकिन वेदों में से आध्यात्म, आत्मा, परमात्मा, मानवता, इन्सानियत को, लेकर सिद्ध गुरुओं ने वेदांत दर्शन की रचनाएं की, अब देखें, ये जो वेदांत दर्शन थे, इससे पुरी दुनिया प्रभावित हुई, इसकी वजह ये थी कि, इसमें धर्मों की बात नहीं थी, अपीतू इसमें आत्मा परमात्मा और मानवता की बात थी, इसी बात प्रभावित हो कर, अवतारों और पयम्बरो ने, अपने ग्रंथों बहुत-सी वेदांत की बातें को अलग-अलग लेंग्वेज में लिखा, ये बात से इन्कार नहीं है कि, बहुत से पेगंबरो ने हमारे भारत देश की तरफ आगमन किया है, इसकी जानकारी आपको बौद्धों के ग्रंथों में, और ओशो के प्रवचनों में मिल जाएगी, जैसे इसा मसीही और अब्राहम अ,स की समाधि, हमारे भारत देश कश्मीर में हे, इन्हीं अवतारों के जरिए से, पश्चिमी देशों में, हमारे भारतीय दर्शन पहुंचे, मुहम्मद साहब तक भी, आपको शायद जानकारी ना हो महोदय 🙏 मुहम्मद साहब के चाचा, हस्सान साबित, सनातनी थें, और उनके लिखे हुए लिट्रेचर, भगवान महादेव की भक्ति, ईश्वरीय श्रुति, अरबी लिपि में हमारे भारत के कई मंदिरों में लिखी हुई है, वेदांत दर्शन को कुर्आन में लिखना या फिर बाइबिल में लिखना या फिर ओल्ड टेस्टामेंट बाइबिल में लिखना या फिर "जेंद अवेस्ता" में लिखना ये सब मानवता की एकता और मानवता के कल्याणार्थ था, ये देखें वेदांत दर्शन का मंत्र, अरबी कुरान में "लकद खलकनल इन्सान फी अहसनी तक्विम" मिनींग, परमात्मा कहते हैं, हमने सिर्फ इन्सान बनाके भेजा है, और ये भी देखें, "अर्रहमान अल्लमल कुरआन खलकल इन्सान" मिनींग,परमात्मा केहते है, हम इन्सान को कुरान सिखाते हैं, महोदय इन्सानियत बहुत बड़ी कृपा है, सोंचीये ज़रा? परमात्मा जी अपना ग्यान मुसलमान को नहीं सिखाते हिंदू को नहीं सिखाते क्रिश्चियन को नहीं सिखाते पारसी को नहीं सिखाते यहुदियों को नहीं सिखाते परमात्मा अपना ग्यान सिर्फ इन्सान को सिखाते हैं, इन्सान बनो महोदय इन्सान, ब्रह्म गिनान, मानवता के कल्याण हेतु है जो भी ब्रह्म गिनान प्राप्त कर लें गा वो ब्रह्म हों जाएगा, और दुःखों से छुटकारा पा लेगा "अहम ब्रह्मास्मि" अनल हक्क दुःख से छुटकारा पाने के लिए ब्रह्म जानना जरूरी और ब्रह्म जानने के लिए खुद को जानना जरूरी और खुद को जानने के लिए इन्सान बनना जरूरी है महोदय, अब आजाएं आपके सवाल की तरफ़, की मुसलमान सिर्फ मुहम्मद साहब को ही मानते हैं, तो देखिए आदरणीय महोदय, सबसे पहली बात तो यह है कि मैं, मुसलमान नहीं हुं, में इन्सान हुं इन्सान, और वैसे भी मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम भगवान हों या फिर भगवान श्री कृष्ण जी हो या फिर भगवान महावीर जी हो या फिर 24 तिर्थंकर हों या फिर भगवान गौतम बुद्ध हों या फिर पैगंबर मुहम्मद साहब हों या फिर युसू मसिही हो, ये सब महात्मा अपने आपको मनवाने नहीं आए थे, ये तो, हमको हमारी पहचान करवाने, और ब्रह्म गिनान प्राप्त करवाने आए थे, महोदय, ग़लत कमेंट करके किसी का दिल मत दुखाएं, प्यार,मुहब्बत, भाई चारा,इन्सानियत की बहुत ज़रूरत है, पूरी श्रिश्टी को, ये दुनिया को धर्म नहीं, इन्सानियत की बहुत जरूरत है, परमात्मा, आपका और हमारा नहीं सभी का है जानवरों और परींदो का भी है, इन्सान बनकर दुनिया को बचा लो मेरे भाई मेरी किसी बात का आपको बुरा लगा हो तो में आपसे क्षमा चाहता हूं 🙏 आपकों मेरा कोटी कोटी प्रणाम जी I love you सूरेंद्र भाई 🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏
@@JahangirShaikh-pt7bm ईश्वर कहो या अल्लाह ने हमे ( धर्म इति धार्येति) इंसानका रूप धारण करके भेजा हे तो हमारा पहला धर्म इंसान ही तो है। मेरा मानना है, मेने पढा नहीं है पर उसवक्त जब मोहमद पैगम्बर आए तब आरबमे वेद नही पहुंचे होंगे ओर हर भूमिकी भाषा अलग होती है तो उसने परम शक्तिको अल्लाह कहा। और वाहाकी आदिवासी प्रजाको इंसान बनाने की कोशिश की, लेकीन दुष्ट तो सभी जगह पे होते हैं , पैगम्बर के जाने के बाद इन लोगों ने अपने हिसाब से थोड़ा बहुत मोद्दिया होगा या तो फिर आधा पात्र पूरा समज नही पाया होगा। ओर ए सभी जगह पे होता हे। सबको अपने लोगोने ही परेशान किया है।
महाराज जी आप कहे ते है कि मुसलमान को सही रास्ता दिखाने के लिए स्वामी जी ने उनकी भाषा का प्रयोग किया और समझाया आज कहेते हो की ईश्वर को भासा का भेद नहीं है ईश्वर एक है तो कुरान में नीजानंद संप्रदाय का कही उल्लेख है तो कुरान में नीजानंद संप्रदाय का कही उल्लेख है तो ईश्वर एक है वरना तुम इस्लाम धर्म का प्रचार करते हो प्राणनाथ प्यारे की जय प्रणाम
कुरान में निजानन्द धर्मका उल्लेख नही है । निजानन्द नामकाे स्वीकार करनेके लिए पुराण अाैर श्रीकृष्णकाे लेना चाहिए । अाप ताे इसका विद्राेही बने है ।फिर निजानन्दी कैसे ?
Fir ek kam kriye ap molvio ko pakadiye masjid jaiye bataiye vaani ka unko jgaiye jodiye vo sune bhi apko sanatan dharm me shashtra ved bhot h unka example bhi dia ja skta hai fir kuuu kuran ka example dena or language use krna apse hindu jude h toh unke according smjhaiye tb smjhenge na ki muslims words use krke
@@stylzndsmilezbyshwetamakeo7672 Ji Parnamji. Sant Kabir Sahib Ji ki Vaani me Bhi Ved aur Quraan Awem Shri Ram aur Mohammed Sahib Ji ki Mahima hai. Sant Gareebdas Ji ki Vaani me Bhi Quraan aur Mohammed Sahib ji ki Mahima hai. Sant Daadu Ji ki Vaani me Bhi Mohammed Sahib Ji aur Quraan ki Mahima hai. Shri Guruvaani me Bhi Allah Shbd hai. Shri Tulsi Sahib Ji ki Ghat Ramayan me Mohammed Sahib ji ki aur islaam ki baat hai. Yahaan tak Khud ko Krishan Bhakt Kehney Vaaley Shrila Prabhupaad ji bhi Islaam ko Vaishnism kehtey Hain aur Mohammed Sahib ko Aweshit kehtey Hain. Aur Quraan Ko Shaastr kahaa hai unhoney To kya Aap In sab Mahapurushon ko bhi Muslim kahogey?
मेरो नाम प्रजापती गौतम हो र माफ गर्नु होला तर म जस्तो कामै नलाग्ने निकम्मा भातमारा कोइ अरु छैन यहाँ कतै किन की : १. जता गए पनि मेरो काम निजानन्दीहरुलाई होच्याउने, धम्क्याउने अनि चिढ्याउने मात्रै हो र यो सबै मेरो धन्दागीरी हो | २. अरुको बर्चस्व कधापी नबढोस र केवल मेरो व्यक्तिगत र श्री कृष्ण प्रणामी सेवा समितिको मात्रै जगजगी कायम होस्, यो नै मेरो असीम चाहना हो | ३. सत्यसँग मेरो कुनै सम्बन्ध छैन, बेकारको बाद विवाद खडा गरी आफ्नो र अरु सबैको समय बर्बाद गरी हिड्नु मेरो धेरै अघि देखिको अटूट बानी हो | ४. आफ्नो सम्पूर्ण उर्जा वास्तविक महापुरुषहरुको खेदो खन्नमै लगाउनु पर्छ भन्ने सोच विचारधारा भएको प्रखर स्वघोषित विद्वान हुँ | ५. केवल आफ्नो गुण अङ्ग अनि इन्द्रियको भक्ति गर्ने एक अहंकारी पुजारी हुँ म र मलाई मेरो कामबासना र संसारी इच्छाहरु सँग मात्रै सम्बन्ध छ | ६. राम रतन दास, जगदीश चन्द्र आहुजा र राजनका चेलाहरु सबै मेरो सौतिनी भाइ बहिनीहरु हुन र तिनीहरलाइ घृणा गरी, द्वेषको डढेलो फैलाउनुनै मेरो वास्तविक धर्म अनि कर्तब्य रुपी आहार हो |
Apne galat padh liya hoga ya suna hoga muhammad sahab ko rajji nahi keh sakte hasn magar unko hukum hua tha arsh kai kuch rahasya kholne ka par brahm sai
@@shriranaji5411 bilkul sahi bat inki nitai mein bhi bus kuran ka zikar hai shree krishna ko yeah balk bolte hai or muhmad ka pura bakhan hai sune hindu jate hai unko hindu grantho ved shrimad bhagwat geeta se smjhaye or itna mullaprem h toh jaye masjid vaha jaker kre jagni dekhte h kitna sunege vo inko
@@stylzndsmilezbyshwetamakeo7672 Shrikuljam Swarup Sahib ji ka pehla Granth Shri RAAS Granth Shri Krishan Leela Ka Bakhaan karta hai . Kyaa Aapney Vo Padha.? Shri Prakash Granth Shri Kalash Vaani Shri Khatruti Vaani Aur Shri Kirantan Vaani Sabmey Hindu Dharam ki Mahima Gaayi hai. Aur Hindu Dharam Ko Bharatkhand me Uttam dharam keh kar Shriji ne Sambodhit kiya hai. Aur Phir Maharajja Chatrsaal Ji ko Aurangzeb Ke Khilaaf Dharmyudh ke liye Tayyar karna Unka Maargdarshan karna kya Samjhata hai. Jab Hmara Zabardasti Dharmantran ho raha thaa Tab Shri Prannath Ji ne Maharaja Chatrsaal Ji ko Mughal Saltnat Ki eent se eent bjaaney ka Ashirwaad diya.
Jao dono pehle apne acharyon se ye pooch kr aao k , bhagwat pooraan k skandh12 k adhyaay 4 k anusaar mahapralay m paataal se lekar moh tatwa tk sampoorna trigunatmak prakriti mandal ka pralay ho jata h to Narayan bhagwan ka sthan kahan rhta h,,,or saath me ye vi poochhna ki ,, bhagwan Geeta k adhyaay 15 k slok 16 ,, kshar shrwani bhutani kuthasth akshar uchyate uttam purushtvanya parmatmaitiudahata ka kya matlab hai
@@pinku19 पिंकू जी,आप जैसे अंधविश्वासी शिष्य और आपके अंधे गुरुओं के कारण ही भारत गुलाम रहा है।आप मुस्लिम परंपराओं को बढ़ावा देकर फिर से नासमझी कर रहे हो।लगता है आप ना तो चिंतन करते और ना ही इन मुस्लिम लोगो को अच्छे से जानते,इसीलिए बहकी बहकी बाते कर रहे हो।
@@pinku19 पिंकू जी,यदि आप जिज्ञासु होंगे तो ध्यान से समझो तो अपने आप ही गीता श्लोक का अर्थ समझ सकते हो।अपने आचार्य अशोक से मत पूछना उन्हें इसका सही अर्थ नही पता है।
सप्रेम प्रणाम 🌹🙏 अशोक राज जी आज ऐसी स्थिति आ गई है की निजानंद संप्रदाय को सफाई देना पड़ रहा है कि हम हिंदू हैं , और हिंदू समाज को लग रहा है कि ये लोग हिंदू नहीं है मुसलमान हैं। यह समस्या तो आप लोगों ने ही पैदा किया है, स्वयं विचार करें उत्तर मिल जाएगा। सप्रेम प्रणाम 🌹🙏
Ye kaisa dharm hai jise koi janta tak nahi aur mai to itna problem me hu ki ab mera bhi yaki hat rha inse,sayd mai inhe hmesa ke liye manna hi chhod du itani takleefo se mera jivan bhar gya hai ki kuch samjh nahi aa raha ab kya karu mere dono hi beto ki tabiyat kharab hai padhai bhi mushkil me hai paise ki bhi problem 😢😢😢kya kya bolu mai aur ye sab suru tab se huaa jab Maine bola aap vo kariye jo mere liye achcha ho.....tab se.... jab ki main hmesa inke alawa kuch bhi nahi chahi thi vani pdhna pooja path sab karti thi lekin ab mera dil hi nahi karta kuch karne ko kyo ki mera jivan takleef se bhar diya inhone ye kaise Raj ji hai boliye kaise Raj ji hai 😢😢😢😢😢
Aap Shri Krishna ki Bhagawad Geeta padho aur RadheShyam ya RadhaKrishna naam ka jap karo. Baaki Pranami aur Nijanandi musalmaan hain isiliye yeh log Mohammed aur Allah ko itna samman dete hain nahin to aap khud bataiye ki ek mahine jo beetak hoti hai usmein kitni baar inke dharmguru Krishna leela ke baare mein bataate hain ?
@@alkamaurya7928 ye apko maya ki sachaai dikharahehai jis dukh se ap pareshaan horahehai bichar kijiye is sansar me apke alwa sab khus hai ye galat hai g jaha dekho waha bas dukh hi dukh hai kahi sukh nai hai ap ko maya se nikalkar apne dham me jagrit karna chahrahehai agar is dukh se ap ghabrakar rajji ko xod denge to atma jagrit kaise hogi 🥺apko dham ki sukh dena chate hai dhamdhani 🙏🙏🙏pranamji 💐💐
guruji es vedio me aap ved and upnishad ko kuran ke barabar kaise rakh rahe hai. baat baat me aap kuran ka gyan dene lag gaye or vedo ki burai karni suru kar di. aap apni video ko ek bar swamya sunana.
माफ गर्नु होला तर म जस्तो कामै नलाग्ने निकम्मा भातमारा कोइ अरु छैन यहाँ कतै किन की : १. जता गए पनि मेरो काम निजानन्दीहरुलाई होच्याउने, धम्क्याउने अनि चिढ्याउने मात्रै हो र यो सबै मेरो धन्दागीरी हो | २. अरुको बर्चस्व कधापी नबढोस र केवल मेरो व्यक्तिगत र श्री कृष्ण प्रणामी सेवा समितिको मात्रै जगजगी कायम होस्, यो नै मेरो असीम चाहना हो | ३. सत्यसँग मेरो कुनै सम्बन्ध छैन, बेकारको बाद विवाद खडा गरी आफ्नो र अरु सबैको समय बर्बाद गरी हिड्नु मेरो धेरै अघि देखिको अटूट बानी हो | ४. आफ्नो सम्पूर्ण उर्जा वास्तविक महापुरुषहरुको खेदो खन्नमै लगाउनु पर्छ भन्ने सोच विचारधारा भएको प्रखर स्वघोषित विद्वान हुँ | ५. केवल आफ्नो गुण अङ्ग अनि इन्द्रियको भक्ति गर्ने एक अहंकारी पुजारी हुँ म र मलाई मेरो कामबासना र संसारी इच्छाहरु सँग मात्रै सम्बन्ध छ | ६. राम रतन दास, जगदीश चन्द्र आहुजा र राजनका चेलाहरु सबै मेरो सौतिनी भाइ बहिनीहरु हुन र तिनीहरलाइ घृणा गरी, द्वेषको डढेलो फैलाउनुनै मेरो वास्तविक धर्म अनि कर्तब्य रुपी आहार हो |
मेरो नाम प्रजापती गौतम हो र माफ गर्नु होला तर म जस्तो कामै नलाग्ने निकम्मा भातमारा कोइ अरु छैन यहाँ कतै किन की : १. जता गए पनि मेरो काम निजानन्दीहरुलाई होच्याउने, धम्क्याउने अनि चिढ्याउने मात्रै हो र यो सबै मेरो धन्दागीरी हो | २. अरुको बर्चस्व कधापी नबढोस र केवल मेरो व्यक्तिगत र श्री कृष्ण प्रणामी सेवा समितिको मात्रै जगजगी कायम होस्, यो नै मेरो असीम चाहना हो | ३. सत्यसँग मेरो कुनै सम्बन्ध छैन, बेकारको बाद विवाद खडा गरी आफ्नो र अरु सबैको समय बर्बाद गरी हिड्नु मेरो धेरै अघि देखिको अटूट बानी हो | ४. आफ्नो सम्पूर्ण उर्जा वास्तविक महापुरुषहरुको खेदो खन्नमै लगाउनु पर्छ भन्ने सोच विचारधारा भएको प्रखर स्वघोषित विद्वान हुँ | ५. केवल आफ्नो गुण अङ्ग अनि इन्द्रियको भक्ति गर्ने एक अहंकारी पुजारी हुँ म र मलाई मेरो कामबासना र संसारी इच्छाहरु सँग मात्रै सम्बन्ध छ | ६. राम रतन दास, जगदीश चन्द्र आहुजा र राजनका चेलाहरु सबै मेरो सौतिनी भाइ बहिनीहरु हुन र तिनीहरलाइ घृणा गरी, द्वेषको डढेलो फैलाउनुनै मेरो वास्तविक धर्म अनि कर्तब्य रुपी आहार हो |
पण्डितजी, आप बोलरहे हैं कि बाणि अवतरित हुइ तो उस प्राणनाथ बचनामृत में जगह जगह में ...महामति कहे, लिखा हुवा हैं । याने कि ये महामति प्राणनाथके पिछे पिछे कोही उनके बारेमें बोलरहेहैं । लिखरहेहैं । मानता हुँ ये महामति प्राणनाथ ने रची । तो फीर ए कैसे माना जासक्ता हैं महामति स्वयं ....महामति कहे... लिखे ? ये तो हो हि नहिँ सकता । इतना हि नहीँ आप कृष्णा रचित गीताको मानते ही नहीँ । आप कैसे कृष्ण प्रणामी है ? आप तुलसीको नहीँ पुजते ?आप इश्लाम के तरह मृत्यु संस्कार नहीँ करते । ब्रह्मा विष्णु महेश्वरको नही मानते । बार्षिक श्राद्ध नहीँ करते । ब्राह्मणको जनै नहीँ पैरने देते, ब्रतबन्धको नही मानते । तो आप किस तरह के हिन्दु हैं ? झुठका भि एक सिमा होता है ।
आपके प्रवचन का टाइटल ही गलत जो आपने लिखा है ऐसा कोई नहीं और सोचता है परंतु आप और आपके गुरु श्री राजन अपने को बहुत अधिक ज्ञानी समझने लगे हैं आप लोग धर्म का प्रचार करने की जगह जगह और नुकसान पहुंचा रहे हैं आपको सोच समझ कर बोलना चाहिए
Ye sampradaay islam se prerit Islam ka ek Panth hai, agar Allah aur Parbrahma ek hoga tumhare khayaal se? Hindu aur Muslim granthome sirf bhasha ka hi farak hai to Islam kabul karo, pura Muslim bano , aadha Muslim kyon?
भ्रामक प्रचार नही सच्चाई ही है ये तो दूसरों के धर्म को अच्छा बता कर आप सनातन धर्म को नीचा दिखाना चाहते हो तुम जो कृत्य कर रहे हो यही कृत्य मौलाना करता है ।
Pranam ji ❤❤❤❤❤😊😊😊😊😊
महोदय् सत्य यह है कि अनुवाद ,और रचना में अतंर होता है आपकी रचना में कारण कोई भी हो, लेकिन शब्दों का चयन में मजबूरी की झलक है। ,,कयामत नामा ,, शब्द ही
काफी है ।
Ram ram ram ram ram ram ram🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
😆
@@sangamnijanandi5313 राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम राम!
Pream parnam guru ji 💐🙏
Prem Pranam ji🙏🏻❤💐
कभी कुराण पढ लो.सारी अकल धरी की धरी रेह जाएगी.
prnam ji bahut achhi Tarah se samjhaya hai aapne
Parnam ji 🌹 🙏 Ashok saky ji
Koti koti prem pranam ji🌹🌹🙏🙏🙏🙏🙏
Prem parnamji🙏 🌹🙏
कोटी कोटी प्रणाम जी
मेरा नाम सूफ़ी जहांगीर है
में निजानंद धर्म अपनाना चाहता हूं
में एहमदाब गुजरात से हुं
आप मेरी साहेता किजिए और
मुझे किन महोदय से कोन्टेक्ट
करना पड़ेगा ये बताइए प्लीज़
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
में अहमदाबाद में रहता हु । आप सही बात कर रहे हो । मुस्लिम आखरी मुहम्मद जिसे इमाम मेहंदी कहा जाता है , जो हिंदू लोग आखरी अवतार कल्कि को ढूंढ रहे है वह इस मंच पर मिल जायेगा । पूरा फैक्ट यहां मिल जायेगा।
जो श्री कृष्ण को ही पूजना है। तो ऐसे अलग अलग पंथों क्यों बनाते हो। हिन्दू समाज को तोड़ने के लिए। बहुत गलत बात है। एक ही भगवान के अलग अलग नाम के मंदिर बनाके हिन्दू समाज में विखवाद पैदा होता है। और समाज टूटता है। सीधा श्री कृष्ण की पूजा करे। 🙏🏽🚩
प्रणामी पंथ
स्वामी नारायण पंथ
वैष्णव पंथ
स्वाध्याय पंथ
निजानंद पंथ
सत्य सनातनधर्म की जय 🚩🙏🏽
Yadi ye bat inki samjh me AA gyi to fir inki dukan kaise chalegi.
Me khud is गंदगी dekh chuka hu padh chuka hu bhanderi bhai
Ye ishalm hi he
Qayamat nama reading with translation, apko sab pata chalegaa
Prem parnam ji🙏🙏🙏🙏
Pranam ji
प्रेम प्रणाम जी
Prem pranam ji swmij
प्रणामी संप्रदाय में सर्वप्रथम शाकाहारी होना, पुजा पाठ व भजन में मन लगाना अति आवश्यक है जो कि हमारे हिन्दू धर्म के सापेक्ष ही है आज तक मुझे कभी भी मुस्लिम घर्म से संबंधित कोई आदतें अपनाने को नहीं कही गई इसलिए प्रणामी संप्रदाय पर मुस्लिम धर्म का अनुसरण करने वाला कहना पुरी तरह गलत है यदि ऐसा रहा तो सबसे पहले मै ही प्रणामी संप्रदाय छोड़ दूगां।
Mere bhai unfortunate I also belong to these cult please reading qayamat nama and also quran
Pranami sampraday have abrahmic ideology
Pranamai sampraday ka Dur dur tak sanatan se lena dena nahi he
उनकी सभी किताब कुरान की आयते और हदीस से बनी हुई हैं। हिन्दू समाज को धर्म परिवर्तन करने के लिए श्री कृष्ण के नाम से चल रहा हैं।
Prem pranam ji sathi 🙏🙏
बहुत सुन्दर, जवाब प्रणाम जी 🙏🏻🙏🏻
Pranam ji 🙏
Prem pranam ji ❤️🌹🙏❤️👍🏿
प्रणाम,जी
PRANAMJI
Prnam ji 🙏🙏
Pranamji
Prem pranamji
Yahi vicharo ke karan Gandhi ne is desh ka bantadhar kiya aur lakho logo ko marvaya..these people are kaalnemis
Prem pranam ji 🙏🏻
आगे चल कर मुस्लिम बनना पड़ेगा
Kyu
सही बात है।ये लोग मुस्लिम पक्ष के ही है।
Muslim banne ki baat nahin, lekin Quran kopadhna chahiye. Maloom to pade ki agar Islam kiya kahta hai. Kahi yeh bhi wahi baat karte hain, jo dusre dharm karte hain. Janne mein burayee kiya hai.
Iska matalb ye nhi ki muhammad ko krishna ke brabar btado
ये तो मोहमद को कृष्ण से बड़ा बताते है।
@@bhanupartap832tu rhn de bhai tune Kabse Bhagwat Geeta nahi Padhi aur chal bta geeta ke Anusar 3 Purush kon kon se h aur kitne Pralay ke baare me jikr h ved purano me bilkul shi aur factful answer dena
@@digambarthakur4242 दिगंबर जी,इन सवालों के जवाब से आत्म जागृति नही होती,केवल विवाद ही पैदा होता है ।अपनी भाषा में भी सुधार करो प्रिय। प्रणाम जी।
@@digambarthakur4242abbe tu jaa k muslim me convert q nhi ho jata he aadha adhura pranami dharm me q h pranami dharm ka maqsad whi h jo mohammad abdul jeso ka h😂
Main na janu krishna ko, main na janu Ram, Main to hun atma, aur meri sans hai beej
मुहम्मद साहेबको गुरु मानना ही मुस्लिमोंका धर्म है । जो् मुहम्मदको गुरु मानता है, वह मुस्लिमके सिवाय दूसरा नहीं हो सकता । वे लोग तोे हिन्दूको काफिर कहते हैंं ।
@@surendrapoudyal-rn1rm kafir koi gali ni hai iska matlab hota hai non-believers
श्रीमान,कुफ्र का मतलब इनकार करना है,काफिर का मतलब इनकार करने वाला,(एकौ बरहम्य दुय्युते नास्ते,)यानि जिसने एक ईश्वरवाद से इंकार किया और जिस से डर गए उसको ईश्वरवाद ने मान लिया ,अरब की धरती पर उस समय जब धर्मयुद्ध हो रहा था, काफिर शब्द एक ईश्वर को नहीं मान ने वाले को कहा गया, उस समय अरब की धरती पर हिन्दू थे ही नहीं
मेरे भाई, मुसलमान का और आप का तो एक ही परमात्मा है
@@surendrapoudyal-rn1rm
ये अल्फाज़ कहते हुए मैं आपसे क्षमा चाहता हूं कि
आप हिन्दू हो सकतें हो लेकिन
सनातनी नहीं हो सकतें i am sorry
रिजन पढ़ें प्लीज़ 🙏👇
कहते हैं कि प्रकृति तमाम नियम को महात्माओं ने
चारों वेदों में लिखा, लेकिन वेदों में से
आध्यात्म, आत्मा, परमात्मा, मानवता, इन्सानियत को, लेकर
सिद्ध गुरुओं ने वेदांत दर्शन की रचनाएं की,
अब देखें, ये जो वेदांत दर्शन थे,
इससे पुरी दुनिया प्रभावित हुई,
इसकी वजह ये थी कि, इसमें धर्मों की बात नहीं थी, अपीतू इसमें आत्मा परमात्मा और मानवता की बात थी,
इसी बात प्रभावित हो कर, अवतारों और पयम्बरो ने,
अपने ग्रंथों बहुत-सी वेदांत की बातें को अलग-अलग लेंग्वेज में लिखा,
ये बात से इन्कार नहीं है कि, बहुत से पेगंबरो ने हमारे भारत देश की तरफ आगमन किया है,
इसकी जानकारी आपको बौद्धों के ग्रंथों में,
और ओशो के प्रवचनों में मिल जाएगी,
जैसे इसा मसीही और अब्राहम अ,स की समाधि,
हमारे भारत देश कश्मीर में हे, इन्हीं अवतारों के जरिए से, पश्चिमी देशों में, हमारे भारतीय दर्शन पहुंचे,
मुहम्मद साहब तक भी,
आपको शायद जानकारी ना हो महोदय 🙏
मुहम्मद साहब के चाचा, हस्सान साबित,
सनातनी थें, और उनके लिखे हुए लिट्रेचर,
भगवान महादेव की भक्ति, ईश्वरीय श्रुति,
अरबी लिपि में हमारे भारत के कई मंदिरों में लिखी हुई है,
वेदांत दर्शन को कुर्आन में लिखना या फिर
बाइबिल में लिखना या फिर
ओल्ड टेस्टामेंट बाइबिल में लिखना
या फिर "जेंद अवेस्ता" में लिखना
ये सब मानवता की एकता और मानवता के कल्याणार्थ था,
ये देखें वेदांत दर्शन का मंत्र, अरबी कुरान में
"लकद खलकनल इन्सान फी अहसनी तक्विम"
मिनींग, परमात्मा कहते हैं, हमने सिर्फ इन्सान बनाके भेजा है,
और ये भी देखें,
"अर्रहमान अल्लमल कुरआन खलकल इन्सान"
मिनींग,परमात्मा केहते है,
हम इन्सान को कुरान सिखाते हैं,
महोदय इन्सानियत बहुत बड़ी कृपा है,
सोंचीये ज़रा? परमात्मा जी अपना ग्यान
मुसलमान को नहीं सिखाते
हिंदू को नहीं सिखाते
क्रिश्चियन को नहीं सिखाते
पारसी को नहीं सिखाते
यहुदियों को नहीं सिखाते
परमात्मा अपना ग्यान सिर्फ इन्सान को सिखाते हैं,
इन्सान बनो महोदय इन्सान,
ब्रह्म गिनान, मानवता के कल्याण हेतु है
जो भी ब्रह्म गिनान प्राप्त कर लें गा वो ब्रह्म
हों जाएगा, और दुःखों से छुटकारा पा लेगा
"अहम ब्रह्मास्मि" अनल हक्क
दुःख से छुटकारा पाने के लिए ब्रह्म जानना जरूरी
और ब्रह्म जानने के लिए खुद को जानना जरूरी
और खुद को जानने के लिए इन्सान बनना जरूरी है महोदय,
अब आजाएं आपके सवाल की तरफ़, की
मुसलमान सिर्फ मुहम्मद साहब को ही मानते हैं,
तो देखिए आदरणीय महोदय, सबसे पहली बात तो यह है कि मैं, मुसलमान नहीं हुं,
में इन्सान हुं इन्सान, और वैसे भी
मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम भगवान हों
या फिर भगवान श्री कृष्ण जी हो
या फिर भगवान महावीर जी हो
या फिर 24 तिर्थंकर हों
या फिर भगवान गौतम बुद्ध हों
या फिर पैगंबर मुहम्मद साहब हों
या फिर युसू मसिही हो,
ये सब महात्मा अपने आपको मनवाने नहीं आए थे,
ये तो, हमको हमारी पहचान करवाने, और ब्रह्म गिनान प्राप्त करवाने आए थे,
महोदय, ग़लत कमेंट करके किसी का दिल मत दुखाएं,
प्यार,मुहब्बत, भाई चारा,इन्सानियत की
बहुत ज़रूरत है, पूरी श्रिश्टी को,
ये दुनिया को धर्म नहीं, इन्सानियत की बहुत जरूरत है,
परमात्मा, आपका और हमारा नहीं सभी का है
जानवरों और परींदो का भी है,
इन्सान बनकर दुनिया को बचा लो मेरे भाई
मेरी किसी बात का आपको बुरा लगा हो तो
में आपसे क्षमा चाहता हूं 🙏
आपकों मेरा कोटी कोटी प्रणाम जी
I love you सूरेंद्र भाई
🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏
@@JahangirShaikh-pt7bm ईश्वर कहो या अल्लाह ने हमे ( धर्म इति धार्येति) इंसानका रूप धारण करके भेजा हे तो हमारा पहला धर्म इंसान ही तो है।
मेरा मानना है, मेने पढा नहीं है पर उसवक्त जब मोहमद पैगम्बर आए तब आरबमे वेद नही पहुंचे होंगे ओर हर भूमिकी भाषा अलग होती है तो उसने परम शक्तिको अल्लाह कहा। और वाहाकी आदिवासी प्रजाको इंसान बनाने की कोशिश की, लेकीन दुष्ट तो सभी जगह पे होते हैं , पैगम्बर के जाने के बाद इन लोगों ने अपने हिसाब से थोड़ा बहुत मोद्दिया होगा या तो फिर आधा पात्र पूरा समज नही पाया होगा। ओर ए सभी जगह पे होता हे।
सबको अपने लोगोने ही परेशान किया है।
Me aap se baat kar sakta hu
सही कहा आपने 🙏 जय श्री प्राणनाथ जी
🎉🎉🎉🎉🎉❤🎉🎉❤
महाराज जी आप कहे ते है कि मुसलमान को सही रास्ता दिखाने के लिए स्वामी जी ने उनकी भाषा का प्रयोग किया और समझाया
आज कहेते हो की ईश्वर को भासा का भेद नहीं है ईश्वर एक है
तो कुरान में नीजानंद संप्रदाय का कही उल्लेख है तो कुरान में नीजानंद संप्रदाय का कही उल्लेख है तो ईश्वर एक है
वरना तुम इस्लाम धर्म का प्रचार करते हो
प्राणनाथ प्यारे की जय
प्रणाम
कुरान में निजानन्द धर्मका उल्लेख नही है । निजानन्द नामकाे स्वीकार करनेके लिए पुराण अाैर श्रीकृष्णकाे लेना चाहिए । अाप ताे इसका विद्राेही बने है ।फिर निजानन्दी कैसे ?
મુસલમાનો કો મુસલમાનકી ભાષામે ઓર હિન્દુઓ કો અપની ભાસમે સમજાને કા પ્રયત્ન કિયાહે સાહબ
Fir ek kam kriye ap molvio ko pakadiye masjid jaiye bataiye vaani ka unko jgaiye jodiye vo sune bhi apko sanatan dharm me shashtra ved bhot h unka example bhi dia ja skta hai fir kuuu kuran ka example dena or language use krna apse hindu jude h toh unke according smjhaiye tb smjhenge na ki muslims words use krke
@@stylzndsmilezbyshwetamakeo7672 Ji Parnamji.
Sant Kabir Sahib Ji ki Vaani me Bhi Ved aur Quraan Awem Shri Ram aur Mohammed Sahib Ji ki Mahima hai.
Sant Gareebdas Ji ki Vaani me Bhi Quraan aur Mohammed Sahib ji ki Mahima hai.
Sant Daadu Ji ki Vaani me Bhi Mohammed Sahib Ji aur Quraan ki Mahima hai.
Shri Guruvaani me Bhi Allah Shbd hai.
Shri Tulsi Sahib Ji ki Ghat Ramayan me Mohammed Sahib ji ki aur islaam ki baat hai.
Yahaan tak Khud ko Krishan Bhakt Kehney Vaaley Shrila Prabhupaad ji bhi Islaam ko Vaishnism kehtey Hain aur Mohammed Sahib ko Aweshit kehtey Hain.
Aur Quraan Ko Shaastr kahaa hai unhoney
To kya Aap In sab Mahapurushon ko bhi Muslim kahogey?
मेरो नाम प्रजापती गौतम हो र माफ गर्नु होला तर म जस्तो कामै नलाग्ने निकम्मा भातमारा कोइ अरु छैन यहाँ कतै किन की :
१. जता गए पनि मेरो काम निजानन्दीहरुलाई होच्याउने, धम्क्याउने अनि चिढ्याउने मात्रै हो र यो सबै मेरो धन्दागीरी हो |
२. अरुको बर्चस्व कधापी नबढोस र केवल मेरो व्यक्तिगत र श्री कृष्ण प्रणामी सेवा समितिको मात्रै जगजगी कायम होस्, यो नै मेरो असीम चाहना हो |
३. सत्यसँग मेरो कुनै सम्बन्ध छैन, बेकारको बाद विवाद खडा गरी आफ्नो र अरु सबैको समय बर्बाद गरी हिड्नु मेरो धेरै अघि देखिको अटूट बानी हो |
४. आफ्नो सम्पूर्ण उर्जा वास्तविक महापुरुषहरुको खेदो खन्नमै लगाउनु पर्छ भन्ने सोच विचारधारा भएको प्रखर स्वघोषित विद्वान हुँ |
५. केवल आफ्नो गुण अङ्ग अनि इन्द्रियको भक्ति गर्ने एक अहंकारी पुजारी हुँ म र मलाई मेरो कामबासना र संसारी इच्छाहरु सँग मात्रै सम्बन्ध छ |
६. राम रतन दास, जगदीश चन्द्र आहुजा र राजनका चेलाहरु सबै मेरो सौतिनी भाइ बहिनीहरु हुन र तिनीहरलाइ घृणा गरी, द्वेषको डढेलो फैलाउनुनै मेरो वास्तविक धर्म अनि कर्तब्य रुपी आहार हो |
Jai.gurudevji.ki
Are bhai muhammad ko sakshat Raj ji kyo bola ye btao
कृष्ण के बाद अक्षर की आत्मा राज जी का जोश अरब में मुस्तफा बेग में प्रगट होने से मोहमद को rajji बोला गया है।
गांधीजी ने अपने व्यवहार से साबित किया की प्रणामी हिंदू से नही इस्लाम को मानता है.तुम्हारा वेशभूषा ही बता रहा है की इस में सनातन की कोई निशाणी नहीं.
परमात्मा धर्म से परे है।
❤❤
❤️ अपनी छोटी सोच को छोड़कर 'सर्व धर्म समभाव'के बारे में सोचना, कहा गया है वह समझे।❤️ प्रेम प्रणाम जी ❤️
प्रेम प्रणाम जी 🌷🌷🙏🙏🌷🌷
Poorn parmatma ki kya pahchan hai
छोटी सोच आपकी है।क्रूर मुसलमानों का धर्म दयालु हिंदुओ के धर्म के बराबर कैसे हो सकता है।
यह बात मुसलमानो को समझाओ फिर ज्ञान बघारिएगा 😂
@@sonuchauhan5007 vah Bhai vah chouhan ji.
Tumhari kuljam swaroop jisko aap vaani kahte ho usme saaf saaf likha hai ki muhammad sakshat prabrahm hai Raj ji hai
Kuki unki bhi bus kitab h or kuch nahi I ko apne BHGWAN Krishna ko parbrahma khne mein shram ati hai jo hai sbse upper
Apne galat padh liya hoga ya suna hoga muhammad sahab ko rajji nahi keh sakte hasn magar unko hukum hua tha arsh kai kuch rahasya kholne ka par brahm sai
@@mayuragarwal9912 humne sahi pdha h
Nijanand sampraday islam dharm ki branch h
@@shriranaji5411 bilkul sahi bat inki nitai mein bhi bus kuran ka zikar hai shree krishna ko yeah balk bolte hai or muhmad ka pura bakhan hai sune hindu jate hai unko hindu grantho ved shrimad bhagwat geeta se smjhaye or itna mullaprem h toh jaye masjid vaha jaker kre jagni dekhte h kitna sunege vo inko
@@stylzndsmilezbyshwetamakeo7672 Shrikuljam Swarup Sahib ji ka pehla Granth Shri RAAS Granth Shri Krishan Leela Ka Bakhaan karta hai .
Kyaa Aapney Vo Padha.?
Shri Prakash Granth
Shri Kalash Vaani
Shri Khatruti Vaani Aur Shri Kirantan Vaani
Sabmey Hindu Dharam ki Mahima Gaayi hai.
Aur Hindu Dharam Ko Bharatkhand me Uttam dharam keh kar Shriji ne Sambodhit kiya hai.
Aur Phir Maharajja Chatrsaal Ji ko Aurangzeb Ke Khilaaf Dharmyudh ke liye Tayyar karna Unka Maargdarshan karna kya Samjhata hai.
Jab Hmara Zabardasti Dharmantran ho raha thaa Tab Shri Prannath Ji ne Maharaja Chatrsaal Ji ko Mughal Saltnat Ki eent se eent bjaaney ka Ashirwaad diya.
जब स्वयं प्राणनाथ जी उनको नहीं समझा पाए तो तुम केवल खुद और हिंदू को मूर्ख बना रहे
ये लोग मूर्ख बना रहे है।इन्होंने श्री कृष्ण नाम को भी इसीलिए कटा है।
Jao dono pehle apne acharyon se ye pooch kr aao k , bhagwat pooraan k skandh12 k adhyaay 4 k anusaar mahapralay m paataal se lekar moh tatwa tk sampoorna trigunatmak prakriti mandal ka pralay ho jata h to Narayan bhagwan ka sthan kahan rhta h,,,or saath me ye vi poochhna ki ,, bhagwan Geeta k adhyaay 15 k slok 16 ,, kshar shrwani bhutani kuthasth akshar uchyate uttam purushtvanya parmatmaitiudahata ka kya matlab hai
@@bhanupartap832 mathe pr tilak laga lene matr se koi hindu nahi banta,,bro😅
@@pinku19 पिंकू जी,आप जैसे अंधविश्वासी शिष्य और आपके अंधे गुरुओं के कारण ही भारत गुलाम रहा है।आप मुस्लिम परंपराओं को बढ़ावा देकर फिर से नासमझी कर रहे हो।लगता है आप ना तो चिंतन करते और ना ही इन मुस्लिम लोगो को अच्छे से जानते,इसीलिए बहकी बहकी बाते कर रहे हो।
@@pinku19 पिंकू जी,यदि आप जिज्ञासु होंगे तो ध्यान से समझो तो अपने आप ही गीता श्लोक का अर्थ समझ सकते हो।अपने आचार्य अशोक से मत पूछना उन्हें इसका सही अर्थ नही पता है।
🙏🏻🌹🌹🙏🏻
इस्लाम का अर्थ शांतिप्रिय !!! वाह अद्भुद ज्ञान।।।
जल्दी से इस्लाम कबूल करके शांतिदूत बन जाओ, मिया !
@@bhanupartap832 भगवान ने थोड़ी बहूटी बुद्धि दी हैं या नही? जो मैंने लिखा है उसे पहले ठीक से पढ़ो व समजो। हर हर महादेव
@@dr.anujkumarverma समझकर ही जवाब दिया है मिया!
@@bhanupartap832 लगता है कि तुम किसी शमशुद्दीन मिया की औलाद हो। जो बार बार मिया बोल रहे हो व समझ भी ढक्कन छाप मिया वाली है।
@@bhanupartap832 ऋषी मुनि कृष्ण नाम से। भक्ति नहीं करते थे तो वो हिन्दू कैसे हुए वो तो अक्षर ब्रह्म की ध्यान करते थे।
आपके सभी तर्क आधारहीन है, कोई भी विवेकी इन्हे स्वीकार नहीं करेगा।
Pranamji
Aap mat kijiye accept shrimaan ji
Agar ye banda quran and qayamatnama padhega to pata chal jayega ye pranami सम्प्रदाय ishalam ka best role model he
मे भी कट्टर मुस्लिम हु और मेरे इस्लाम मे कभी किसी को जबरन धर्म परिवर्तन नहीं कराया जाता, कृपा आप अपने धर्म के प्रचार मे ध्यान दे
🙏🙏🙏🙏🙏
Adhura gyan asur rakshas malech kaun hai?
🙏pranamji
महोदय आप तफसीर (स्पष्टीकरण) के साथ पढिए आपको पता चल जाएगा
सप्रेम प्रणाम 🌹🙏
अशोक राज जी आज ऐसी स्थिति आ गई है की निजानंद संप्रदाय को सफाई देना पड़ रहा है कि हम हिंदू हैं , और हिंदू समाज को लग रहा है कि ये लोग हिंदू नहीं है मुसलमान हैं। यह समस्या तो आप लोगों ने ही पैदा किया है, स्वयं विचार करें उत्तर मिल जाएगा।
सप्रेम प्रणाम 🌹🙏
nijanand samparday all in one.sabhi dharmo ka ek saar hai.parnam ji
आप इस्लाम कबूल कर लो
@@bhanupartap832 आप कब तक नफ़रत में जलेंगे
@@atigunyadav8725 Jab tak aap Islam kabul nahi karoge.
Ye kaisa dharm hai jise koi janta tak nahi aur mai to itna problem me hu ki ab mera bhi yaki hat rha inse,sayd mai inhe hmesa ke liye manna hi chhod du itani takleefo se mera jivan bhar gya hai ki kuch samjh nahi aa raha ab kya karu mere dono hi beto ki tabiyat kharab hai padhai bhi mushkil me hai paise ki bhi problem 😢😢😢kya kya bolu mai aur ye sab suru tab se huaa jab Maine bola aap vo kariye jo mere liye achcha ho.....tab se.... jab ki main hmesa inke alawa kuch bhi nahi chahi thi vani pdhna pooja path sab karti thi lekin ab mera dil hi nahi karta kuch karne ko kyo ki mera jivan takleef se bhar diya inhone ye kaise Raj ji hai boliye kaise Raj ji hai 😢😢😢😢😢
Aap Shri Krishna ki Bhagawad Geeta padho aur RadheShyam ya RadhaKrishna naam ka jap karo. Baaki Pranami aur Nijanandi musalmaan hain isiliye yeh log Mohammed aur Allah ko itna samman dete hain nahin to aap khud bataiye ki ek mahine jo beetak hoti hai usmein kitni baar inke dharmguru Krishna leela ke baare mein bataate hain ?
@@alkamaurya7928 ye apko maya ki sachaai dikharahehai jis dukh se ap pareshaan horahehai bichar kijiye is sansar me apke alwa sab khus hai ye galat hai g jaha dekho waha bas dukh hi dukh hai kahi sukh nai hai ap ko maya se nikalkar apne dham me jagrit karna chahrahehai agar is dukh se ap ghabrakar rajji ko xod denge to atma jagrit kaise hogi 🥺apko dham ki sukh dena chate hai dhamdhani 🙏🙏🙏pranamji 💐💐
Nice explain sir.
Agree with you.
👣👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👐👐👐👐👐👐👐👐👐👐👐👐👐👐🙌🙌🙌🙌🙌🙌🙌🙌🙌🙌🙌🙌🙌🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏💅💅💅💅💅💅💅💅💅💅💅💅💅👃👃👃👃👃👃👃👃👃👃👃👃👃
guruji es vedio me aap ved and upnishad ko kuran ke barabar kaise rakh rahe hai. baat baat me aap kuran ka gyan dene lag gaye or vedo ki burai karni suru kar di. aap apni video ko ek bar swamya sunana.
Haha 😄 bitter truth
इन्हे कुरान और मोहम्मद ही पसंद है।
Sach bolne mein burayee nahin hoti. Jaana zaroori hai. Tabhi to maloom padega hai.
देवताओं के भाषा क्या थी sanskrti या उर्दु
Pranamji bilkul saty hai mahraji kuran kabhi bhi galat raste ki aour iengat nhi karta hai
क्या इस्लाम स्वीकार करना चाहते हो।
@@bhanupartap832tum ho kon ?
@@AkashASO अपनी पहचान बताए बिना सामने वाले की पहचान पूछना अशिष्टता मानी जाती है।
@@bhanupartap832 Nikal lo…., apshishta ke Gyani 😡
@@AkashASO राम राम,मिया
माफ गर्नु होला तर म जस्तो कामै नलाग्ने निकम्मा भातमारा कोइ अरु छैन यहाँ कतै किन की :
१. जता गए पनि मेरो काम निजानन्दीहरुलाई होच्याउने, धम्क्याउने अनि चिढ्याउने मात्रै हो र यो सबै मेरो धन्दागीरी हो |
२. अरुको बर्चस्व कधापी नबढोस र केवल मेरो व्यक्तिगत र श्री कृष्ण प्रणामी सेवा समितिको मात्रै जगजगी कायम होस्, यो नै मेरो असीम चाहना हो |
३. सत्यसँग मेरो कुनै सम्बन्ध छैन, बेकारको बाद विवाद खडा गरी आफ्नो र अरु सबैको समय बर्बाद गरी हिड्नु मेरो धेरै अघि देखिको अटूट बानी हो |
४. आफ्नो सम्पूर्ण उर्जा वास्तविक महापुरुषहरुको खेदो खन्नमै लगाउनु पर्छ भन्ने सोच विचारधारा भएको प्रखर स्वघोषित विद्वान हुँ |
५. केवल आफ्नो गुण अङ्ग अनि इन्द्रियको भक्ति गर्ने एक अहंकारी पुजारी हुँ म र मलाई मेरो कामबासना र संसारी इच्छाहरु सँग मात्रै सम्बन्ध छ |
६. राम रतन दास, जगदीश चन्द्र आहुजा र राजनका चेलाहरु सबै मेरो सौतिनी भाइ बहिनीहरु हुन र तिनीहरलाइ घृणा गरी, द्वेषको डढेलो फैलाउनुनै मेरो वास्तविक धर्म अनि कर्तब्य रुपी आहार हो |
मेरो नाम प्रजापती गौतम हो र माफ गर्नु होला तर म जस्तो कामै नलाग्ने निकम्मा भातमारा कोइ अरु छैन यहाँ कतै किन की :
१. जता गए पनि मेरो काम निजानन्दीहरुलाई होच्याउने, धम्क्याउने अनि चिढ्याउने मात्रै हो र यो सबै मेरो धन्दागीरी हो |
२. अरुको बर्चस्व कधापी नबढोस र केवल मेरो व्यक्तिगत र श्री कृष्ण प्रणामी सेवा समितिको मात्रै जगजगी कायम होस्, यो नै मेरो असीम चाहना हो |
३. सत्यसँग मेरो कुनै सम्बन्ध छैन, बेकारको बाद विवाद खडा गरी आफ्नो र अरु सबैको समय बर्बाद गरी हिड्नु मेरो धेरै अघि देखिको अटूट बानी हो |
४. आफ्नो सम्पूर्ण उर्जा वास्तविक महापुरुषहरुको खेदो खन्नमै लगाउनु पर्छ भन्ने सोच विचारधारा भएको प्रखर स्वघोषित विद्वान हुँ |
५. केवल आफ्नो गुण अङ्ग अनि इन्द्रियको भक्ति गर्ने एक अहंकारी पुजारी हुँ म र मलाई मेरो कामबासना र संसारी इच्छाहरु सँग मात्रै सम्बन्ध छ |
६. राम रतन दास, जगदीश चन्द्र आहुजा र राजनका चेलाहरु सबै मेरो सौतिनी भाइ बहिनीहरु हुन र तिनीहरलाइ घृणा गरी, द्वेषको डढेलो फैलाउनुनै मेरो वास्तविक धर्म अनि कर्तब्य रुपी आहार हो |
आप कोई संत नहीं है ।
और मुझे लगता है आप निर्लज हो चुके है
बोलना क्या चाहाते हो 😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂
ये बता रहे है की हम मुसलमान नही है।
@@bhanupartap832 topic to mujhe bhi pata h
But logic nhi ban raha na
A
Achhi tarah se samzyaya hai.
समझ आ ही गया है,तो फिर कबूल कर लो इस्लाम को।
@@bhanupartap832 sabhi dharmon ke rahashyatmak bhedon ka spashtikaran ho rha h,, bhai isme islaam kabool karne wali baat nahi h
@@pinku19 पिंकू जी,शायद आपने गलत समझा है।दोबारा सुनो।
क्या मोहम्मद कृष्णका अवतार है ?
Boycott nijananad.... Islamic sangathan Gandhi bhi isi spraday se he
Mahodaya prannathg ke qayamatnama me number 1 me hi controversy he
Paramatma shabdatit hai.
Ese Hindu dharm me bahut sampraday he jo atmahatya karne par uttar aye he ,jinko itne atyachar baad bhi kand Gyan Uday nahin hua
Sach kaha nijanand dharm ek muslim dharam ka bhag hai
It is very untrue explanation.
Nijanand nirupadhi anupa ---manas me hai---nijanand svarupanand atmanand adi shabd ekarthi hain
पण्डितजी, आप बोलरहे हैं कि बाणि अवतरित हुइ तो उस प्राणनाथ बचनामृत में जगह जगह में ...महामति कहे, लिखा हुवा हैं । याने कि ये महामति प्राणनाथके पिछे पिछे कोही उनके बारेमें बोलरहेहैं । लिखरहेहैं । मानता हुँ ये महामति प्राणनाथ ने रची । तो फीर ए कैसे माना जासक्ता हैं महामति स्वयं ....महामति कहे... लिखे ? ये तो हो हि नहिँ सकता । इतना हि नहीँ आप कृष्णा रचित गीताको मानते ही नहीँ । आप कैसे कृष्ण प्रणामी है ? आप तुलसीको नहीँ पुजते ?आप इश्लाम के तरह मृत्यु संस्कार नहीँ करते । ब्रह्मा विष्णु महेश्वरको नही मानते । बार्षिक श्राद्ध नहीँ करते । ब्राह्मणको जनै नहीँ पैरने देते, ब्रतबन्धको नही मानते । तो आप किस तरह के हिन्दु हैं ? झुठका भि एक सिमा होता है ।
आप को कोई भ्रम है आप ज्ञान पीठ सरसावा जाए और अपना प्रेम पूर्वक समाधान करे।
आपके प्रवचन का टाइटल ही गलत जो आपने लिखा है ऐसा कोई नहीं और सोचता है परंतु आप और आपके गुरु श्री राजन अपने को बहुत अधिक ज्ञानी समझने लगे हैं आप लोग धर्म का प्रचार करने की जगह जगह और नुकसान पहुंचा रहे हैं आपको सोच समझ कर बोलना चाहिए
श्रीमान जी, आप सिर्फ मुसलमानों को क्या समझते हैं, आप दूसरे के धर्म को गाली क्यों दे रहे हैं, आप के धर्म को क्या समझु?
Lekin ab n hindu m n bali pratha h n jaat paat ki pradha h n sati pratha h
Aap jalebi mat banaoo
Hamne apka qayamat nama padhe he
With meaning
आपको अपने पर और अपनी वाणी नियंत्रण रखना चाहिए और लोगों को तकलीफ ना दे
Mulk hua nabian ka aakhar hinduoy ke darmyan.so no confusion to be created as title creating
You are wrong
औरों ज्ञान बतावहीं अपहिं चले निराश
Boycott prannath
Allah opanishad shastrisab ne likhi hai servo shreshth allah hi akela creator hai ager anrk hote is bramsnd ke khoda to rozladai karte
Ye sampradaay islam se prerit Islam ka ek Panth hai, agar Allah aur Parbrahma ek hoga tumhare khayaal se? Hindu aur Muslim granthome sirf bhasha ka hi farak hai to Islam kabul karo, pura Muslim bano , aadha Muslim kyon?
भ्रामक प्रचार नही सच्चाई ही है ये तो दूसरों के धर्म को अच्छा बता कर आप सनातन धर्म को नीचा दिखाना चाहते हो तुम जो कृत्य कर रहे हो यही कृत्य मौलाना करता है ।
Pranamji
प्रेम प्रणाम जी
Pranamji 🙏
Prem parnamji🙏 🌹🙏
Pranam ji 🙏🙏🙏🙏🙏
Pranam ji
Pernam ji🙏🙏
Prem parnam ji
Prem pranam ji
Pranamji
Pranam ji
Pranam ji