पिता एक ऐसा रिश्ता है जो विश्वास पर आधारित है, जबकि माँ का बंधन स्वाभाविक रूप से सच्चा होता है। फिर भी, यह माँ की पुष्टि है जो पितृत्व को स्थापित करती है, हमारे आजीवन विश्वास को आकार देती है। इसी तरह, ईश्वर में विश्वास एक मौलिक विश्वास है, लेकिन यह प्रत्येक व्यक्ति पर निर्भर करता है कि वह अपनी आध्यात्मिक यात्रा का अन्वेषण, प्रश्न और वैयक्तिकरण करे।
बहुत सुंदर प्रस्तुति दी है आचार्य जी आपने आपका बहुत-बहुत शुक्रिया और आभार आचार्य जी आप को कोटि कोटि प्रणाम आचार्य जी आप कितने अच्छे तरीके से प्रवचनों के द्वारा प्रस्तुती देते हैं इसलिए हम आपकी भाषा शैली से बहुत बहुत प्रभावित हुए हैं आपका बहुत-बहुत धन्यवाद
जो भी तर्क है वो गलत है इनके। सच में भगवान है और शैतान भी। में विज्ञान का छात्र हु और भगवान को बिल्कुल भी नहीं मानता था और तर्क देता था इनकी तरह, 2 बार मुझ पर रात में सोते हुए किसी ने गला दबाया, उसके नाखून मारने के निशान रहे, बड़ी मुश्किल से जान बची क्योंकि अंधेरा था और तुरंत लाइट जलाई और गला दबाने वाला गायब। और एक घटना पार्क की है रात में 12 बजे की गर्मी की एक भी पत्ता नहीं हिल रहा था बैठ के में मोबाइल पे बात कर रहा था, तभी 3 और 4 पौधे तेजी से हिलने लगे और आसपास के न तो पौधे हिले न पेड़ की पत्तियां शिवाय उन चार पौधे के। इसका जवाब क्या। जो कि मुझे सोचने पर मजबूर करता है कि शैतान है तो भगवान भी है। इन घटनाओं से में आज तक समझ नहीं पा रहा हु जो समझ न आए वहीं तो भगवान है। और इस आर्य समाज को यह नहीं पता कि यह कलयुग चल रहा है न भगवान आते हैं और न ही ज्यादा चमत्कार होता है। आप वेद पुराण रामायण महाभारत ग्रन्थ पढ़ो। भगवान को जानो। ओपेनहाइमर ने परमाणु बम बनाया और विस्फोट हुआ और दुखी था, उसे शांति गीता पढ़ने से मिली। परमाणु रिएक्टर बनाना था पर उसका डिजाइन विज्ञान को नहीं पता था तब भारत में वैज्ञानिक घूमने आए तो शिवलिंग देखा, तो उसकी सारी जानकारी ली, की शिवलिंग शक्ति का रूप है, तभी वो समझे कि परमाणु रिएक्टर बनाने का डिजाइन शिवलिंग ही है,। ऐसे बहुत से उदाहरण में दे सकता हूं। जिन के जवाब इनके पास नहीं है। सनातन धर्म और संस्कृति महान। ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
@@ramjatanchauhan9683 चार वर्ण ईश्वर ने नहीं बनाया, वर्ण ब्राह्मणों ने बनाया, जिसका धीरे-धीरे समय बीतते आगे चलकर ब्राह्मणों ने भरपूर फायदा उठाया, और लोगों को बेवकूफ बनाया, घर बैठे बैठे अपनी थाली में भोजन आपने आप कैसे आए, इस कुटनीति में ब्राह्मण सफल भी रहा, और हिन्दूओं की बेवकूफ का यह सबसे बड़ा प्रमाण है, जाति भेद का हथियार धारण करके हिंदूओं की एकता में आडे़ आने वाले ब्राह्मण और ठाकुर हमेशा ही आगे रहे हैं, यदि मेरी बात आपको गलत लगे तो आप कमेंट कर सकते हैं, धन्यवाद सहित एक भारतीय भाई का आपको प्रणाम,
इंसान कर्म करने के लिए स्वतंत्र है लेकिन फल देना ईश्वर का काम है तुम ही सोचो अगर तुम किसी के के अनुसार पूरी जिंदगी जिया हो गया तुम स्वतंत्र हो गए या गुलाम हो गए
ईश्वर हैं था और रहेगा बाकी चिल्लाने वाले भी उसी यमराज जी के पास जायेंगे तब रोएंगे फिर बोलेंगे पेली रेता यू। तो तबला जाता क्यू।। इसलिए भाई ईश्वर है इसको समझने की पहचानने की ओर अंतर्दृष्टि से देखने की शक्ति चाहिए और इसी शक्ति को ईश्वरीय शक्ति कहते है ।बाकी सब अपना अपना धंधा है इसमें सकारात्मकता भी जरूरी है और नकारात्मकता भी ❤जय सियाराम ❤ ❤जय हनुमान ❤ ❤जय शंकर ❤
@@dkd2k-b4z ok samajh gaya sab kuchh mujhe param pita ne manushya banaya hai iske liye ishwar ko dhanyawad deta hu or har swash me uska hi naam ha har har Mahadev
🙏🔱🕉️ ॐ नमः शिवाय। जय माता दी हर हर महादेव।। कुछ तो बात है महादेव तेरे नाम में और ॐ नमः शिवाय के जाप में तभी तो आज लोगों को भरोसा और विश्वास है तेरे हर एक काम में क्योंकि आज चमत्कार होता है लोगों के हर बिगड़े काम में अगर जल चढ़ाने से लोगो को कुछ नही मिलता तो आज लाखों और करोड़ों की संख्या में भीड़ नहीं होती मन्दिरों में कुछ तो चमत्कार है भोले तेरे नाम में और ॐ नमः शिवाय के जाप में जो सतयुग से लेकर आज कलयुग तक नहीं मिटा और नहीं बदला कई आए इस दुनिया में और कई गए इस दुनिया से मगर तेरा अस्तित्व तेरा नाम नही मिटा आज भी इस दुनिया से क्योंकि एक विशेष भूमिका रही है तेरी दुनिया के हर एक किरदार में कुछ तो बात है भोले तेरे नाम में कुछ तो बात है भोले तेरी भक्ति में तेरे नाम में कुछ तो चमत्कार है भोले तेरे नाम में और ॐ नमः शिवाय के जाप में वर्ना आज यूंही नही होता तेरा वास केदारनाथ अमरनाथ , हिमालय और कैलाश की दुर्गम चारधाम में ।। हर हर महादेव जय माता दी । Sanjay Tiwari
जिसे कुछ भी नही चाहिये वह ईश्वर की और बढता है l जिसे मृत्यू का भय नही, जिसे कुछ पाना नही है वह ईश्वर को कण कण में देखता है l ईश्वर बाहर नही तुम्हारे अंदर ही है l तुम खुद में ही खुदा को जानो l भाईसाहब 🌹🌹💐💐
तुमको ईश्वरीय अंश है, तो ईश्वर में घुल मिल जाना है, संसार, विषयवासना इन सब झंझटो से मुक्त हो जावो, बहुत बडा आनंद मिलेगा, सच्चिदानंद स्वरूप हो जाओगे आप, ईश्वर और आप कोई अलग वस्तू नही है l
सरदार भगत सिंह जेल में थे, उनको फांसी लगने वाली थी, उस समय उन्होंने जेल में पुस्तक लिखी " मैं नास्तिक क्यों हूं" जो डरते हैं वही ईश्वर को मानते हैं। हमने ईश्वर को नहीं देखा, वह मेरा कोई काम नहीं करता, हम क्यों ईश्वर को मानने, ईश्वर को मानना, ढ़ेरों अंधविश्वासों की जड़ है, इससे भोले-भाले लोगों का मंदिरों में, घरों में आर्थिक शोषण होता है।
प्रकृति और विज्ञान ही ईश्वर है। मनुष्य के जन्म विकास के समय हज़ारों वर्षों तक बिना ईश्वर के रहा फिर सामाजिकता का जन्म हुआ और विभिन्न प्राकृतिक घटनाओं की व्याख्या के समय स्वंय मनुष्य ने ही सर्वशक्तिमान ईश्वर की रचना कर डाली।
माता पिता का जो रोल था वो भी प्रकृति के नियमों का एक हिस्सा है, माता पिता हमारे पूज्य और वंदनीय इसलिए हैं की गर्भावस्था से जन्म से लेकर वो अपने जीवन पर्यन्त तक अपने प्यार, ममता के साये में रखकर हमे जीना सिखाते हैं, शिक्षित करते हैं @@rahul_khote
इंसान का जन्म कैसे हुआ। हमारे माता पिता का या उनके माता पिता का। व्यवस्थित वस्तु को बनाने के ली व्यवस्था कर होता है।यही समझाया है आचार्य जी ने। बाकी मानो या न मानो वो आपकी समझ है।
@@PradeepKumar-z1u5y Tumhare education certificate ki zaroorat nahi hai mujhe 🤣 keep your mean to yourself & You ain't near to him at all so before saying anything about him must know your own value. Inke gyan ki aukat tumse Kai jayada hai.
@@KhemchandLodha-kj6kq सही कहा। हम किसी को भी नहीं कह रहे हैं कि वह है, और ओ उसे माने😊 लेकिन मुझे मन मनवाने वालों की लाइन लगी है, कि मैं मान जाऊं वह नहीं है😂 मुझे यह समझ में नहीं आता फिर यह महान आत्माएं, भूकंप आने पर बाढ़ आने पर अकाल पड़ने पर त्राहि त्राहि क्यों करती हैं फिर😊 फिर सारी बागडोर अपने हाथ में क्यों नहीं संभाल लेते यह लोग।
ईश्वर नहीं है कहीं नहीं है,अगर वो है तो इंसान को शैतान बनने की इजाजत ही क्यों देता है,,सब कुछ खुद चल रहा है,अच्छा बुरा करने वाले अपने कर्मो के खुद जिम्मेवार हैं,ना कोई रोकने वाला और ना सजा देने वाला
वेद भी कल्पना किया गया गई किसी के द्वारा जरूरी नहीं वेद में लिखी बाते प्रक्टिकल्ली सहीं हो क्योंकि बुध महावीर जैन चार्वाक कबीर गुरुनानक सारे लोग वेद के विरूद्ध खड़े हुए क्यों कि वेद में यज्ञ का प्रावधान में पशु बलि का ज़िक्र है और पशु बलि होती थी जिससे बहुत लोग सहमत नहीं थे
आपकी बात को सुनकर सभी तरीके के लोग ❤️🧡💛💚💙💜🤎🖤🤍 अपने ही कलर वाले दिल से 🤩अपने अपने हिस्से की बात समझ जाएंगे बाकी किसी को किसी से कोई मतलब नहीं है सब अपने अपने मतलब की बात ही समझ पाएंगे अच्छा नहीं समझ पाएगा कोई भी अपने लिए जो अच्छा होगा वही समझ पाएंगे सब मुझे तो एक एक बात समझ में आ गई है मेरे लिए सब कुछ जरूरी था है और रहेगा js❤❤❤
12 तब यीशु ने फिर लोगों से कहा, जगत की ज्योति मैं हूं; जो मेरे पीछे हो लेगा, वह अन्धकार में न चलेगा, परन्तु जीवन की ज्योति पाएगा। यूहन्ना 8:12 12 Again therefore, Jesus spoke to them, saying: I am the light of the world: he that followeth me, walketh not in darkness, but shall have the light of life. John 8:12
🕉️🔱🙏 ॐ नमः शिवाय। आज भगवान से बड़ा इंसान अपने आप को समझने लगा हैं .. सोचता हैं मुझसे बड़ा बुद्धिमान व्यक्ति इस दुनिया में कोई नहीं हैं .. जबकि आज इंसान से बड़ा बेवकूप इस दुनिया में कोई नही हैं . क्योंकि. आज हमारे देश की हिन्दी संस्कृति ..सभ्यता ..संस्कार और क्लचर पूरी तरह नष्ट हो चुका हैं .. आज हम सिर्फ दिखावें के लिए ही हिन्दुत्व की पूजा करते हैं l और अपने आप को हिन्दू कहते हैं ..लेकिन आज हमारा कलचर रिति रिवाज ..पहना ओढ़वा ..बोलचाल रहन सहन सब कुछ विदेशी हो चुका हैं क्योकि आज हमारा देश सिर्फ विदेशों की ही नकल ज्यादा करता हैं ..अपनी अक्ल नही लगता जो भगवान ने उसे भी दिया हैं ..ज़िसकी वजह से आज हमारा देश हमारा समाज अपनी पुरानी संस्कृति ..सभ्यता .. कलचर और आत्म विश्वास पुरी तरह खो चुका हैं l एक समय था जब हम इस भारत देश को सोने की चिड़िया कहते थें l और आज हम विदेशों में अपनी पहचान ढूंढ रहें हैं ईश्वर ने हमें जो दिया हैं उसे हम खो चुके हैं और आज जो हमारा हैं वो विदेशों से चुराया हुआ हैं आज जो हमारे पास हैं वो हमारी संस्कृति की पहचान नही है सिर्फ एक दिखावा हैं जब हमारा देश सोने की चिड़िया था उस समय हम भगवान की पूजा सही माएने में करते थें आज सिर्फ दिखावें का पूजा करते हैं .सिर्फ दिखावें का ...सही माएने में आज हम science की पूजा करते हैं ..ज़िसकी पूजा विदेशों में ज्यादा होती हैं ..ज़िसकी वजह से हमारी आत्मशक्ति हमारा आत्म विश्वास आत्मबल आज पूरी तरह नष्ट हो चुका हैं सिर्फ विदेशों की नकल कर कर के l आज science Google कें द्वारा सेटेलाइट से पुरी दुनिया को देखता हैं और कहता हैं मुझसे बड़ा इस दुनिया में कोई नहीं ..जबकि हमारे इसी भारत देश में ही ऐसे आत्म विश्वासी लोग पैदा हुए हैं जो बिना सेटेलाइट कैमरे के सब कुछ देख लेते थे सिर्फ अपनी आंखों को बन्द करके । सिर्फ अपने आत्म बल के द्वारा जिस प्रकार महाभारत के युद्ध के समय सेनापति संजय ने अपने आत्म बल से सिर्फ अपनी आँखों को बन्द करके ही राजा धृतराष्ट को पुरे युध्द की गणना सुना दिया था सोचो उस समय ना Google था ना कोई science था फिर भी केवल ..अपनी आत्मशक्ती और अपने आत्मबल से ही पूरे महाभारत के युद्ध की गणना संजय ने कर दी थी । एक बांसुरी की धुन पे भी हमारे देश में वर्षा होती थी। ऐसे वीर और तपस्यों का देश था हमारा भारत सोचो कल क्या था ..और आज क्या हो गया हमारा भारत...सिर्फ विदेशों पर निर्भर ... सिर्फ उनकी नकल कर कर के। आज इंसान अपनी आंतरिक शक्ति पुरी तरह खो चुका हैं ..ज़िसकी वजह से आज इंसान सौ साल भी नहीं जी पाता पहले के समय में तो लोग यहां 200 साल 300 साल भी जीतें थें वो भी बिना दवाई के आज तो ये हाल हैं ।हर इंसान सिर्फ दवाई के भरोसे पे जी रहा हैं यहाँ से लेकर विदेश तक जाकर देखों हर जगह तुम्हें खाना नही मिलेगा लेकिन हर घर में तुम्हें दवाई ज़रूर मिलेगा ..सुबह उठों दवाई खावो और रात को सोओँ तो दवाई खावों बिना दवाई के तो समझो आज मानव जीवन ही नहीं हैं ..क्या यही हैं science क्या यही हैं मानव Life आज पुरी तरह खत्म हो चुका हैं आज बच्चा पैदा होते ही आक्सीजन में चला जाता हैं 5 साल के बच्चे को चश्मा लग जाता हैं 10 साल के बच्चे का बाल सफेद हो जाता है 30 साल में अच्छे खासे इंसान को हार्ट अटैक आ जाता हैं अमेरिका लंदन जापान का डिग्री लिया हुआ डाक्टर भी आज बिना आपरेशन के एक बच्चा भी पैदा नहीं करा सकता इस देश में जिस काम को हमारी देश की अनपढ़ महिला भी बिना किसी डिग्री के सिर्फ 1 रुपए के ब्लेड के सहारे पे बिना किसी आपरेशन के बच्चे को पैदा करा देती थी और आज इस देश का ये हाल है की 50 हजार आप जमा करो और आपरेशन करके बच्चा लो ।इंसान कहता हैं आज हम चांद पे पहुंच गए हैं मंगल ग्रह में घर बना रहें हैं । लेकिन आज इस धरती पे कितने लोग बीमारी से मर रहें हैं उन्हें बचा नही पा रहें हैं .क्या यही हैं science.. क्या यही है तरक्की .आज के इस युग में मानव जीवन सिर्फ खतरे में हैं ..क्योकि आज इंसान भगवान को भूल चुका हैं और अपने आप को और धन को ही भगवान समझने लगा हैं ।आज हमें अपनी पुरानी सभ्यता संस्कृति को वापस लाने की ज़रूरत हैं जो हमें हमारे आने वाली पीड़ी को नया जीवन दे सकें ....एक अच्छा जीवन .. हर हर महादेव .. Sanjay Tiwari
भई, in गुरूजी ने जो जो तर्क दिये है उससे अधिक तर्क सहित आप इनकी बात गलत साबित कर सकते हो to आओ इनके सामने और debate करो, तुम गुरूजी कि बात को गलत साबित करो और अगर ऐसा नहीं कर सकते हो तो अपनी बकवास अपने पास ही रखो 😡
मोदी जी तो कहते है जब तक मां जिंदा थी तब मैं इंसान था मां के मरने के बाद परमात्मा के उनकी मर्जी का भगवान बना कर भेजा है,,तानाशाही,,शासन चलाने के लिए,,,
@@SwasthyaSutram हिंदू धर्म नेपाल में है पर अब नेपाल में लोकतंत्र है , संविधान है,,धार्मिक स्वतंत्रता है, अनेकों जाति धर्म के लोग है अब नेपाल में मनुस्मृति के अनुसार राजा का राज्य अर्थात राजतंत्र समाप्त हो चुका है,,अब भारत में आरएसएस को राजतंत्र का चस्का लगा हुआ है,,
जो भी तर्क है वो गलत है इनके। सच में भगवान है और शैतान भी। में विज्ञान का छात्र हु और भगवान को बिल्कुल भी नहीं मानता था और तर्क देता था इनकी तरह, 2 बार मुझ पर रात में सोते हुए किसी ने गला दबाया, उसके नाखून मारने के निशान रहे, बड़ी मुश्किल से जान बची क्योंकि अंधेरा था और तुरंत लाइट जलाई और गला दबाने वाला गायब। और एक घटना पार्क की है रात में 12 बजे की गर्मी की एक भी पत्ता नहीं हिल रहा था बैठ के में मोबाइल पे बात कर रहा था, तभी 3 और 4 पौधे तेजी से हिलने लगे और आसपास के न तो पौधे हिले न पेड़ की पत्तियां शिवाय उन चार पौधे के। इसका जवाब क्या। जो कि मुझे सोचने पर मजबूर करता है कि शैतान है तो भगवान भी है। इन घटनाओं से में आज तक समझ नहीं पा रहा हु जो समझ न आए वहीं तो भगवान है। और इस आर्य समाज को यह नहीं पता कि यह कलयुग चल रहा है न भगवान आते हैं और न ही ज्यादा चमत्कार होता है। आप वेद पुराण रामायण महाभारत ग्रन्थ पढ़ो। भगवान को जानो। ओपेनहाइमर ने परमाणु बम बनाया और विस्फोट हुआ और दुखी था, उसे शांति गीता पढ़ने से मिली। परमाणु रिएक्टर बनाना था पर उसका डिजाइन विज्ञान को नहीं पता था तब भारत में वैज्ञानिक घूमने आए तो शिवलिंग देखा, तो उसकी सारी जानकारी ली, की शिवलिंग शक्ति का रूप है, तभी वो समझे कि परमाणु रिएक्टर बनाने का डिजाइन शिवलिंग ही है,। ऐसे बहुत से उदाहरण में दे सकता हूं। जिन के जवाब इनके पास नहीं है। सनातन धर्म और संस्कृति महान। ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
जिसको देखो पागलो की तरह मऺदिरो की तरफ भागा जा रहा है हमने और हमारे परिवार ने इन मऺदिरो में पैसे से और बहुत समय बर्बाद कर दिया है पर अब सब बऺद कर दिया है अब केवल कर्म सही रखने की कोशिश कर रहा हूँ और बहुत सही भी हूँ अगर कर्म सही है तो सब कुछ सही है
मस्जिदों में क्यों जा रहे?? मंदिर कोई डिमांड पूरी करने की जगह नहीं है,बल्कि ऊर्जा का लाभ उठाना,और एकता की सूत्र में सबको बांधने के लिए होता,मंदिर से जुड़कर कर ही गुरुकुल व्यवस्था चलाई जाती थी। कहां से लाते है बकवास।हिंदू इसीलिए एक नही हो पा रहा
@@LACHIT-w9t हा सही कहा आपने है।भक्त जिस जिस तरह,जिस जिस रूप में भजेगा परमात्मा,ओ उसी रूप में प्राप्त होते है,ए भी गीता का ज्ञान है।पता नही कहां समस्या हो रही लोगो को।
Bakwas karne ka time hai tere pass khud hi Apne Rab ke hone ki dalil de raha hai Apne Rab Ki dalil de raha hai jab tujhe Allah banaa Raha Hai To Sare Jahan ko Allah banaa raha hai Chand Suraj sitare Allah banaa raha hai jab tujhse hisab Hoga Na tab pata chalega katghare Mein khada Karega tujhe Allah agar Allah Se bachana chahta Hai To marna nahin tujhe tu khud hi To Bata Raha Hai tujhe Allah ne banaya to sab kuchh Allah ne banaya aur vah sab Mita dega aur har Insan se hisab hoga aur tujhse Bhi Hoga agar Allah Ke hisab Se darta Hai Tomar na mat
ईशवर क्या है ईशवर एक हथियार है हरामखोर पुरोहित व पुजारी जमात के हाथो मे मानवता का शोषण करने के लिए और समस्त ब्रहमान्ड की जो व्यवस्थापक सत्ता है जनेऊ जमात उसके बारे मे बिल्कुल नही जानती है सही अर्थो मे यह जनेऊ जमात. एक पक्की नास्तिक जमात है पक्की नास्तिक जमात कैसे अगर ये ईशवर के प्रति आस्तिक होते तो मनुष्य मनुष्य मे विभाजन ना करते मन्दिरों मे चोरी ना करते ईशवर की दलालीना करते दासी प्रथा जैसा व्यभिचार मन्दिरो मे ना करते क्योंकि यह सब जानते हैं कि ईशवर एक कल्पना भर है
Kyun vigyan ke tere maa ne janam diya.. Vigyan sabhi ka hai hum kuch par agree kar sakte kuch par nhi.. Aur kisi ko koi chiz aapni chizon se similar lage vigyan se wo jodh sakta hai...
ईशवर क्या है ईशवर एक हथियार है हरामखोर पुरोहित व पुजारी जमात के हाथो मे मानवता का शोषण करने के लिए और समस्त ब्रहमान्ड की जो व्यवस्थापक सत्ता है जनेऊ जमात उसके बारे मे बिल्कुल नही जानती है सही अर्थो मे यह जनेऊ जमात. एक पक्की नास्तिक जमात है पक्की नास्तिक जमात कैसे अगर ये ईशवर के प्रति आस्तिक होते तो मनुष्य मनुष्य मे विभाजन ना करते मन्दिरों मे चोरी ना करते ईशवर की दलालीना करते दासी प्रथा जैसा व्यभिचार मन्दिरो मे ना करते क्योंकि यह सब जानते हैं कि ईशवर एक कल्पना भर है
जो भी तर्क है वो गलत है इनके। सच में भगवान है और शैतान भी। में विज्ञान का छात्र हु और भगवान को बिल्कुल भी नहीं मानता था और तर्क देता था इनकी तरह, 2 बार मुझ पर रात में सोते हुए किसी ने गला दबाया, उसके नाखून मारने के निशान रहे, बड़ी मुश्किल से जान बची क्योंकि अंधेरा था और तुरंत लाइट जलाई और गला दबाने वाला गायब। और एक घटना पार्क की है रात में 12 बजे की गर्मी की एक भी पत्ता नहीं हिल रहा था बैठ के में मोबाइल पे बात कर रहा था, तभी 3 और 4 पौधे तेजी से हिलने लगे और आसपास के न तो पौधे हिले न पेड़ की पत्तियां शिवाय उन चार पौधे के। इसका जवाब क्या। जो कि मुझे सोचने पर मजबूर करता है कि शैतान है तो भगवान भी है। इन घटनाओं से में आज तक समझ नहीं पा रहा हु जो समझ न आए वहीं तो भगवान है। और इस आर्य समाज को यह नहीं पता कि यह कलयुग चल रहा है न भगवान आते हैं और न ही ज्यादा चमत्कार होता है। आप वेद पुराण रामायण महाभारत ग्रन्थ पढ़ो। भगवान को जानो। ओपेनहाइमर ने परमाणु बम बनाया और विस्फोट हुआ और दुखी था, उसे शांति गीता पढ़ने से मिली। परमाणु रिएक्टर बनाना था पर उसका डिजाइन विज्ञान को नहीं पता था तब भारत में वैज्ञानिक घूमने आए तो शिवलिंग देखा, तो उसकी सारी जानकारी ली, की शिवलिंग शक्ति का रूप है, तभी वो समझे कि परमाणु रिएक्टर बनाने का डिजाइन शिवलिंग ही है,। ऐसे बहुत से उदाहरण में दे सकता हूं। जिन के जवाब इनके पास नहीं है। सनातन धर्म और संस्कृति महान। ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
इश्वर का काम है जो मनुष्य नहीं कर सकते वही कर दिखायें। जैसे किसी के उपर अचरज भरी कार्य कर दिखाने ही ईश्वर है। शक्ति प्रदर्शन में सहयोग करने। चाहे फेल कर देना या सक्रिए कर देना। दिमाग देने या पागल बनाने बोलना या नहीं बोलना बिजली चमकने या नहीं चमकने बादल पैदा करने नहीं करनें। इन्सान कों एक सकल में पैदा करने या भिन्न पैदा करनें किसी वस्तु का होना नहीं होना सब ईश्वर पर विश्वास करने होते हैं।
जो भी तर्क है वो गलत है इनके। सच में भगवान है और शैतान भी। में विज्ञान का छात्र हु और भगवान को बिल्कुल भी नहीं मानता था और तर्क देता था इनकी तरह, 2 बार मुझ पर रात में सोते हुए किसी ने गला दबाया, उसके नाखून मारने के निशान रहे, बड़ी मुश्किल से जान बची क्योंकि अंधेरा था और तुरंत लाइट जलाई और गला दबाने वाला गायब। और एक घटना पार्क की है रात में 12 बजे की गर्मी की एक भी पत्ता नहीं हिल रहा था बैठ के में मोबाइल पे बात कर रहा था, तभी 3 और 4 पौधे तेजी से हिलने लगे और आसपास के न तो पौधे हिले न पेड़ की पत्तियां शिवाय उन चार पौधे के। इसका जवाब क्या। जो कि मुझे सोचने पर मजबूर करता है कि शैतान है तो भगवान भी है। इन घटनाओं से में आज तक समझ नहीं पा रहा हु जो समझ न आए वहीं तो भगवान है। और इस आर्य समाज को यह नहीं पता कि यह कलयुग चल रहा है न भगवान आते हैं और न ही ज्यादा चमत्कार होता है। आप वेद पुराण रामायण महाभारत ग्रन्थ पढ़ो। भगवान को जानो। ओपेनहाइमर ने परमाणु बम बनाया और विस्फोट हुआ और दुखी था, उसे शांति गीता पढ़ने से मिली। परमाणु रिएक्टर बनाना था पर उसका डिजाइन विज्ञान को नहीं पता था तब भारत में वैज्ञानिक घूमने आए तो शिवलिंग देखा, तो उसकी सारी जानकारी ली, की शिवलिंग शक्ति का रूप है, तभी वो समझे कि परमाणु रिएक्टर बनाने का डिजाइन शिवलिंग ही है,। ऐसे बहुत से उदाहरण में दे सकता हूं। जिन के जवाब इनके पास नहीं है। सनातन धर्म और संस्कृति महान। ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
रोकता इसलिए नही है कि वह प्रकाश रूप मे सबमे स्थित है ।प्रकाश मे हम वेद पडे या जुआ खेले प्रकाश हमे रोकता नही ।अपने करनी का परिणाम उस प्रकाश मे कर्म करने वाले को ही भोगना पडता है ।
बहुत गजब प्रोग्राम है जी आपका। आप में समझने में कमाल कर दिया है। आपने प्रमाण के साथ समझाने की कोशिश की है। लोग समझ भी गए होंगे। लेकिन फिर भी वह पुरानी बातों पर ही विश्वास करेंगे क्यों, कि उन्हें मां के पेट से ही यह शिक्षा दी गई है की सब कुछ भगवान करता है। आपने बहुत ही दिल से हमें बताया। जिससे मन गदगद हो गया। समाज को सुधारने के लिए आप जैसे ज्ञानियों की जरूरत है। आपका बहुत बहुत धन्यवाद।
Bhagwan wah hai Jo puri sristi chalate hai, puri prithvi kitni bar hi nast hui aur phir bani, Aakar aur Nirankar,Mata pita Aakar aur jo puri sarir ko kantro karte hai Nirankar
Jo Jaisa sangat karta hai usi prakriti ka ho jata hai, ye Mousam jo badalta hai sub unka hi khel hai,jub log har jate hai to unhe pukarte hai oh unki karm ke Aadhar par sunte hai.Hamara kam hai sirf karm karna. Hum jitna pap karte ha usse jyada puny ho to hamari buddhi khud badal jati hai.Jay sri Ram
ईशवर क्या है ईशवर एक हथियार है हरामखोर पुरोहित व पुजारी जमात के हाथो मे मानवता का शोषण करने के लिए और समस्त ब्रहमान्ड की जो व्यवस्थापक सत्ता है जनेऊ जमात उसके बारे मे बिल्कुल नही जानती है सही अर्थो मे यह जनेऊ जमात. एक पक्की नास्तिक जमात है पक्की नास्तिक जमात कैसे अगर ये ईशवर के प्रति आस्तिक होते तो मनुष्य मनुष्य मे विभाजन ना करते मन्दिरों मे चोरी ना करते ईशवर की दलालीना करते दासी प्रथा जैसा व्यभिचार मन्दिरो मे ना करते क्योंकि यह सब जानते हैं कि ईशवर एक कल्पना भर है
बिजली की तार मे करंट होती है जो एक शक्ती है उसी से कुलर भी चलती है ओर हीटr भी चलती हे टीक उसी पारकर सभी अच्छे बुरे मन ओर बुद्धि ईश्वर की शक्ति से चलती हे चोर भी इश्वर की शक्ति से चलती है पुलिस भी ईश्वर की शक्ति से चलती है,जिस तरह करंट में कोइ भी उपकरण जोड दो करंट कभी e नही कहेगा कि इसे शक्ति नहीं दुंगा टीक उसी परकार ब्रह्मांड के सभी जीव जन्तु अच्छे बुरे कार्य ईश्वर की शक्ति से चलती हे
current kuchh nahin jaanta kahin bhi fit ho jata hai bechara on energy dene lagta hai kya Ishwar bhi kuchh nahin jaanta current ki tarah agnani hai current ki hi tarah jitna hin hai 😊😊
लेकिन मनुष्य चोला कर्म करने में स्वतंत्र है bro जो भी ओ कुछ करेगा उसके लिए वही जिम्मेदार होगा चाहे काम अच्छा करे या बुरा और उसका उसे कर्म फल व्यवस्था से फल मिलेगा
आज पता चल गया हिंदू आपस में लड़ते रहेंगे , इसी कारण अंग्रेज हम पर राज कर पाए थे। आज क्या आर्य समाज को मैं देखता हूं तो वह दूसरे हिंदुओं से नफरत करते हैं। यदि हम आपस में लड़ते रहेंगे तो दुश्मन अपना काम करके चला जाएगा। आज की स्थिति देखकर आर्य समाज को सोचना चाहिए कि वह यह ना करके सबको एक करने का प्रयास करें। #आर्य #आर्य_समाज #Swami_Sachchidanand_Sarasvati #Arya_samaj #Arya_Veer #Rahul_arya #Goutam_khatter #स्वामी_दयानंद_सरस्वती
ईश्वर ने नियम बना दिया हमारे धर्म ग्रंथो ने नियम बता दिए हैं अब मानो या ना मानो हर एक इंसान को ईश्वर बताने थोड़ी आएगा जो चाहे करो अच्छा करोगे तो अच्छा परिणाम मिलेंगे बुरा करोगे तो बुरे परिणाम मिलेंगे सब यहीं पर मिलेंगे
आचार्य जी, ईश्वर है कि नहीं, इसे ऐसे समझते हैं, प्रकृति ने हमारे शरीर में मुख्य पांच ज्ञानेन्द्रिया दिया है जैसे आंख , कान , नाक, जिह्वा, और त्वचा।।।। हम मनुष्य इन्हीं पांच ज्ञानेन्द्रियो के माध्यम से इस दुनिया में जो भी चीजें मौजूद हैं चाहे वह दिखाई दे रही हो या न दिखाई दे रही हों, हम इन ज्ञानेन्द्रियो के माध्यम से जान सकते हैं समझ सकते हैं महसूस कर सकते हैं,,, उदाहरण के तौर पर जैसे हवा दिखाई नहीं देती, पर उसके द्वारा ही हम सांस लेते हैं हवा के चलने पर पेड़ों की पत्तियां व अन्य हल्की चीजें हिलने लगतीं जान लेते हैं कि हवा चल रही है , अब इसमें सांस लेने में नाक , पेड़ों की पत्तियां हिलने में आंख और शरीर में हवा लगने पर त्वचा के माध्यम से हमने जाना कि हवा दिखाई नहीं देती पर उसकी मौजूदगी है इसलिए हमने अपनी तीन ज्ञानेन्द्रियो नाक , आंख और त्वचा के माध्यम से जाना समझा और महसूस किया कि हवा भले ही न दिखाई देती हो पर उसकी मौजूदगी सत्य है,, दूसरा जैसे पानी है वह दिखाई दे रहा है पर ठंढा है या गर्म यह तो नहीं दिखाई दे रहा है। उसे जानने के लिए हम अपनी त्वचा से छूकर जानते हैं कि वह ठंढा है या गर्म है, तीसरा जैसे कोई सुगंध या दुर्गंध है पर वह दिखाई तो नहीं देता, पर नाक के प्रयोग से हम जान लेते हैं कि वह सुगंध है या दुर्गंध ,, चौथा जैसे कोई खाने की वस्तु दिखाई दे रही है पर उसका स्वाद कैसा है यह तो नहीं दिखाई दे रहा है उसे जानने के लिए हमें अपनी जीभ का प्रयोग करके जान लेते हैं कि किस तरह का है,, मित्रों ठीक इसी प्रकार से किसी भी ईश्वर अल्लाह यीशू आत्मा परमात्मा आदि आदि के बारे में भी हम जान सकते हैं समझ सकते हैं महसूस कर सकते हैं चाहे वह भले ही दिखाई न देता हो अगर उसकी उपस्थिति है उसके क्रियाकलाप हैं तो अवश्य ही हम अपनी ज्ञानेन्द्रियो के माध्यम से उसे जान सकते हैं समझ सकते हैं या महसूस कर सकते हैं, तो अब यहां सवाल ए है कि क्या आजतक किसी ने देखा है या इस तरह से जाना है या समझा है या फिर महसूस किया है, अब आपके ऊपर निर्भर करता है कि आप इस बारे में क्या समझ पाते हैं
ॐ जय लक्ष्मी माता मैया जय लक्ष्मी माता मैया जय लक्ष्मी माता मैया जय लक्ष्मी माता मैया जय लक्ष्मी माता मैया जय लक्ष्मी माता मैया जय लक्ष्मी माता मैया जय लक्ष्मी माता मैया जय लक्ष्मी माता मैया जय लक्ष्मी माता मैया 🙏🙏‼️
ईशवर क्या है ईशवर एक हथियार है हरामखोर पुरोहित व पुजारी जमात के हाथो मे मानवता का शोषण करने के लिए और समस्त ब्रहमान्ड की जो व्यवस्थापक सत्ता है जनेऊ जमात उसके बारे मे बिल्कुल नही जानती है सही अर्थो मे यह जनेऊ जमात. एक पक्की नास्तिक जमात है पक्की नास्तिक जमात कैसे अगर ये ईशवर के प्रति आस्तिक होते तो मनुष्य मनुष्य मे विभाजन ना करते मन्दिरों मे चोरी ना करते ईशवर की दलालीना करते दासी प्रथा जैसा व्यभिचार मन्दिरो मे ना करते क्योंकि यह सब जानते हैं कि ईशवर एक कल्पना भर है
😂कुछ मूर्खो को अपनी दुकानदारी चलाने के लिए धार्मिक आस्था को ठेस पहुंचाने से क्या मिलता है 😂 ईश्वर है तभी सबकुछ ठीक से चल रहा है❤ ज्यादा तर्क वितर्क करना है तो हमारे किसी ज्ञानी महात्मा से मिल लेना।❤
फिर पाप क्यों करने देता है, मनुष्य को, क्या भगवान को पसंद हैं, दुनिया में पाप? आजक्ल पाप ज्यादा सुनने को मिलता है, यदि भगवान हैं तो, दुनिया में पाप नही होना चाहिए,, ये मेरा मानना है,,,
हं शब्द हं अनमोल है धरलो चराचर जीव एक शब्द हं मे पैदा धरकर आये है भौसागर में माता-पिता के मन के शब्द हं मे दोनो एक जगाह दोनो के जुडवो होथे तब श्रृष्टि के रचना में चराचर जीव पैदा हुए हैं शब्द हं अनमोल है शब्द हं बडा है मालिक के बनायें शब्द हं बडा है खुद ईसवर बडा नहीं हु मोर बनाए शब्द हं बडा है धरधरनी के एक लेखा कर्म गति विश्व रखा कर्म ही पुजा है कर्म ही परधान है
ये नये नवले बाबा जी कुछ नहीं जानते हैं ये वो ज्ञान पेल रहे हैं जो कोई बच्चा भी बता सकता है, इनमें एक बात ये गलत बताई कि जिसका कोई नहीं होता उसको कोई दुख नहीं होता, मैं इनको ऐसे लोगो से मिल सकता हु जो बहुत परेशान है मैं तो कहता हूँ किसी की बातो मैं नहीं आना चाहीये, अपने दिमाग का इस्तमाल करना चाहीये क्या गलत है क्या सही है 😂😊
Itna Bada Suraj Itna Bada Chand Itna Bada Aasman Itna Bade Sitare itne bade bade Samundar Apna Ban Gaye vah Aacharya ji vah😮😮😮 Mere samajh se bahar hai😮😮😮
पहले देवो परुथवी पर आते थे लड़ने ओर भ्रमण करने के लिए ऐसा शास्त्रों में लीखा है और अब कोन ऐसा इंसान हैं भगवान को श्राप दे दीया अब आते ही नहीं कोन से डरते हैं देवता
Samjhne ki jarurt h .ek to phte h ishwar dikhayi nhi deta sirf aabhas h wo sb jagah h wo ek shakty h per uska koi roop nhi h to ishwar janne yogya h na ki koi byaktitb.
मंदिर सबके लिए धर्म का एक आदर्श, पवित्र एवं पूज्यस्थान होता है l ईश्वर ने सबको छुट दे रखी है, अच्छा या बुरा कोई भी कर्म करो, फिर उस कर्म का हिसाब ईश्वर के पास होता है, जैसा कर्म करोगे वैसा फल l
पिता एक ऐसा रिश्ता है जो विश्वास पर आधारित है, जबकि माँ का बंधन स्वाभाविक रूप से सच्चा होता है। फिर भी, यह माँ की पुष्टि है जो पितृत्व को स्थापित करती है, हमारे आजीवन विश्वास को आकार देती है। इसी तरह, ईश्वर में विश्वास एक मौलिक विश्वास है, लेकिन यह प्रत्येक व्यक्ति पर निर्भर करता है कि वह अपनी आध्यात्मिक यात्रा का अन्वेषण, प्रश्न और वैयक्तिकरण करे।
ईश्वर के भरोसे बैठ के देख लो,कुछ मत करो,सब ईश्वर पर छोड़ दो खुद पता चल जायेगा,की है या नहीं।
😂😂😂😂😂
@@SunilJadhav-ig4ze 🤣🤣
Ye kisne bola? Thodi geeta hi padh lo. Karam to chalta hi rehta hai. Vo tum par hai ki tum kya krte ho.
@@jaivirsingh8132 कभी कहते हैं की ईश्वर की मर्जी के बगैर पत्ता भी नहीं हिलता,फिर हम ईश्वर की मर्जी के बिना बुरे कर्म कैसे कर सकते हैं।
@@Singhtechnical90819 मूर्ख लोग बोलते हैं ऐसा।
बहुत सुंदर प्रस्तुति दी है आचार्य जी आपने आपका बहुत-बहुत शुक्रिया और आभार आचार्य जी आप को कोटि कोटि प्रणाम आचार्य जी आप कितने अच्छे तरीके से प्रवचनों के द्वारा प्रस्तुती देते हैं इसलिए हम आपकी भाषा शैली से बहुत बहुत प्रभावित हुए हैं आपका बहुत-बहुत धन्यवाद
जो भी तर्क है वो गलत है इनके। सच में भगवान है और शैतान भी। में विज्ञान का छात्र हु और भगवान को बिल्कुल भी नहीं मानता था और तर्क देता था इनकी तरह, 2 बार मुझ पर रात में सोते हुए किसी ने गला दबाया, उसके नाखून मारने के निशान रहे, बड़ी मुश्किल से जान बची क्योंकि अंधेरा था और तुरंत लाइट जलाई और गला दबाने वाला गायब।
और एक घटना पार्क की है रात में 12 बजे की गर्मी की एक भी पत्ता नहीं हिल रहा था बैठ के में मोबाइल पे बात कर रहा था, तभी 3 और 4 पौधे तेजी से हिलने लगे और आसपास के न तो पौधे हिले न पेड़ की पत्तियां शिवाय उन चार पौधे के।
इसका जवाब क्या। जो कि मुझे सोचने पर मजबूर करता है कि शैतान है तो भगवान भी है।
इन घटनाओं से में आज तक समझ नहीं पा रहा हु जो समझ न आए वहीं तो भगवान है।
और इस आर्य समाज को यह नहीं पता कि यह कलयुग चल रहा है न भगवान आते हैं और न ही ज्यादा चमत्कार होता है।
आप वेद पुराण रामायण महाभारत ग्रन्थ पढ़ो। भगवान को जानो।
ओपेनहाइमर ने परमाणु बम बनाया और विस्फोट हुआ और दुखी था, उसे शांति गीता पढ़ने से मिली।
परमाणु रिएक्टर बनाना था पर उसका डिजाइन विज्ञान को नहीं पता था तब भारत में वैज्ञानिक घूमने आए तो शिवलिंग देखा, तो उसकी सारी जानकारी ली, की शिवलिंग शक्ति का रूप है, तभी वो समझे कि परमाणु रिएक्टर बनाने का डिजाइन शिवलिंग ही है,।
ऐसे बहुत से उदाहरण में दे सकता हूं। जिन के जवाब इनके पास नहीं है।
सनातन धर्म और संस्कृति महान।
❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
सादर नमस्ते आदरणीय आचार्य जी 🙏🏻🕉️🙏🏻
प्रकृति ही इश्वर ह
Jo kuch sansar men h wo parkrty h jisko bhagwan kahte hen
फिर ये शंकर की फोटो क्यों लगा रखी है
@@BudhPrakashRajoriya-mz6wj kyun wohi prakriti sankar ke roop me nhi aa sakti hai..
Agr prakrti insan janwar bann sakta hai to sankar kyun nhi..??
उसने चार वर्ण बनाया और शूद्रों को धन से बंचित कर भगवान का भाई बन गया l
@@ramjatanchauhan9683 चार वर्ण ईश्वर ने नहीं बनाया, वर्ण ब्राह्मणों ने बनाया, जिसका धीरे-धीरे समय बीतते आगे चलकर ब्राह्मणों ने भरपूर फायदा उठाया, और लोगों को बेवकूफ बनाया, घर बैठे बैठे अपनी थाली में भोजन आपने आप कैसे आए, इस कुटनीति में ब्राह्मण सफल भी रहा, और हिन्दूओं की बेवकूफ का यह सबसे बड़ा प्रमाण है, जाति भेद का हथियार धारण करके हिंदूओं की एकता में आडे़ आने वाले ब्राह्मण और ठाकुर हमेशा ही आगे रहे हैं, यदि मेरी बात आपको गलत लगे तो आप कमेंट कर सकते हैं, धन्यवाद सहित एक भारतीय भाई का आपको प्रणाम,
बिल्कुल सही बात है जी जय भीम जय मूलनिवासी नायक
ईश्वर है सच बात है
नकली कृत्रिम पाखंड और अंधविश्वास को मैं नहीं मानता। मैं सिर्फ प्रकृति को ही ईश्वर मानता हूं।
अंतिम सत्य यही है। प्रकृति ही ईश्वर है।
चाहे प्रकृति को मानते हो, मानते तो हो! कोई ईश्वर कहता है कोई प्रकृति
Eshwar naam ki kya jarurat h?
@@adityamohan1025voovo k
Prakriti hi Devi he
ईश्वर यह शब्द हि काल्पनिक है.. कल्पना करना मानव की आदत है
इंसान कर्म करने के लिए स्वतंत्र है लेकिन फल देना ईश्वर का काम है तुम ही सोचो अगर तुम किसी के के अनुसार पूरी जिंदगी जिया हो गया तुम स्वतंत्र हो गए या गुलाम हो गए
Ok bhai mein athesit ho gya hu..
Aab muje samjhon bal@# karna.. chhoti chhoti baccchiyon ke sath durachar karna galat kyun hai???
ईश्वर हैं था और रहेगा बाकी चिल्लाने वाले भी उसी यमराज जी के पास जायेंगे तब रोएंगे फिर बोलेंगे
पेली रेता यू।
तो तबला जाता क्यू।।
इसलिए भाई ईश्वर है इसको समझने की पहचानने की ओर अंतर्दृष्टि से देखने की शक्ति चाहिए और इसी शक्ति को ईश्वरीय शक्ति कहते है ।बाकी सब अपना अपना धंधा है इसमें सकारात्मकता भी जरूरी है और नकारात्मकता भी
❤जय सियाराम ❤
❤जय हनुमान ❤
❤जय शंकर ❤
@@dkd2k-b4z ok samajh gaya sab kuchh mujhe param pita ne manushya banaya hai iske liye ishwar ko dhanyawad deta hu or har swash me uska hi naam ha har har Mahadev
यह मरने के बाद खत्म हो जाएंगे कहीं नहीं जाएंगे 😅😂😂
🙏🔱🕉️ ॐ नमः शिवाय।
जय माता दी हर हर महादेव।।
कुछ तो बात है महादेव तेरे नाम में और ॐ नमः शिवाय के जाप में तभी तो आज लोगों को भरोसा और विश्वास है तेरे हर एक काम में क्योंकि आज चमत्कार होता है लोगों के हर बिगड़े काम में अगर
जल चढ़ाने से लोगो को कुछ नही मिलता तो आज लाखों और करोड़ों की संख्या में भीड़ नहीं होती मन्दिरों में कुछ तो चमत्कार है भोले तेरे नाम में और ॐ नमः शिवाय के जाप में जो सतयुग से लेकर आज कलयुग तक नहीं मिटा और नहीं बदला कई आए इस दुनिया में और कई गए इस दुनिया से मगर तेरा अस्तित्व तेरा नाम नही मिटा आज भी इस दुनिया से क्योंकि एक विशेष भूमिका रही है तेरी दुनिया के हर एक किरदार में कुछ तो बात है भोले तेरे नाम में कुछ तो बात है भोले तेरी भक्ति में तेरे नाम में कुछ तो चमत्कार है भोले तेरे नाम में और ॐ नमः शिवाय के जाप में वर्ना आज यूंही नही होता तेरा वास केदारनाथ अमरनाथ , हिमालय और कैलाश की दुर्गम चारधाम में ।।
हर हर महादेव जय माता दी ।
Sanjay Tiwari
जिसे कुछ भी नही चाहिये वह ईश्वर की और बढता है l जिसे मृत्यू का भय नही, जिसे कुछ पाना नही है वह ईश्वर को कण कण में देखता है l ईश्वर बाहर नही तुम्हारे अंदर ही है l तुम खुद में ही खुदा को जानो l भाईसाहब 🌹🌹💐💐
Jise kuchh nahin chahie use Ishwar se kya Lena dena
तुमको ईश्वरीय अंश है, तो ईश्वर में घुल मिल जाना है, संसार, विषयवासना इन सब झंझटो से मुक्त हो जावो, बहुत बडा आनंद मिलेगा, सच्चिदानंद स्वरूप हो जाओगे आप, ईश्वर और आप कोई अलग वस्तू नही है l
Good....Javab ❤
सरदार भगत सिंह जेल में थे, उनको फांसी लगने वाली थी, उस समय उन्होंने जेल में पुस्तक लिखी " मैं नास्तिक क्यों हूं" जो डरते हैं वही ईश्वर को मानते हैं। हमने ईश्वर को नहीं देखा, वह मेरा कोई काम नहीं करता, हम क्यों ईश्वर को मानने, ईश्वर को मानना, ढ़ेरों अंधविश्वासों की जड़ है, इससे भोले-भाले लोगों का मंदिरों में, घरों में आर्थिक शोषण होता है।
ईश्वर अगर कण-कण में है तो मंदिर बनाने की क्या जरूरत है? ईश्वर अगर कण-कण में है, तो इसका मतलब वह हर जगह है, तो वह सड़क दुघर्टना क्यों नहीं रोक पाता?
प्रकृति और विज्ञान ही ईश्वर है। मनुष्य के जन्म विकास के समय हज़ारों वर्षों तक बिना ईश्वर के रहा फिर सामाजिकता का जन्म हुआ और विभिन्न प्राकृतिक घटनाओं की व्याख्या के समय स्वंय मनुष्य ने ही सर्वशक्तिमान ईश्वर की रचना कर डाली।
आज भी पेड़ पौधे पशु जानवर बिना ईश्वर के रहते है
बतलब प्रकृति ही सब बनाई हैं, इसका मतलब ये हुआ आपको भी प्रकृति ने बनाई हैं, आपके माता और पिता का कोई रोल नहीं हैं
माता पिता का जो रोल था वो भी प्रकृति के नियमों का एक हिस्सा है, माता पिता हमारे पूज्य और वंदनीय इसलिए हैं की गर्भावस्था से जन्म से लेकर वो अपने जीवन पर्यन्त तक अपने प्यार, ममता के साये में रखकर हमे जीना सिखाते हैं, शिक्षित करते हैं @@rahul_khote
इंसान का जन्म कैसे हुआ। हमारे माता पिता का या उनके माता पिता का। व्यवस्थित वस्तु को बनाने के ली व्यवस्था कर होता है।यही समझाया है आचार्य जी ने। बाकी मानो या न मानो वो आपकी समझ है।
Murkh hai eshwar. Eska kohi bhi astitwa nahi hai sansar me..Namo Budhay.
भगवान की मुरति, मनुष्य ने बनाई, भगवान संबधित सारे ग्रंथ मनुष्य ने लिखाए, फिर कुछ चालाक मनुष्य ने ऊसका धंदा बना दिया, आज भि यह धंदा तेज चल रहा 🙏💕है,,
Inme Rajiv Dixit ki jhalak dikhti hai 😮😮
th-cam.com/video/Mklr8CS2Bc4/w-d-xo.htmlsi=hUnDcU6vz7kc9tmp
कभी नहीं लग सकते
पहले लिखना सीखो
@@PradeepKumar-z1u5y Tumhare education certificate ki zaroorat nahi hai mujhe 🤣 keep your mean to yourself & You ain't near to him at all so before saying anything about him must know your own value. Inke gyan ki aukat tumse Kai jayada hai.
God.hai.hamesha.rahega.❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
आपकी लिला अद्भुत हे प्रभु हम इस चक्र मे नही पडेगे इश्वर हे या नही!
@@KhemchandLodha-kj6kq सही कहा।
हम किसी को भी नहीं कह रहे हैं कि वह है, और ओ उसे माने😊
लेकिन मुझे मन मनवाने वालों की लाइन लगी है, कि मैं मान जाऊं वह नहीं है😂
मुझे यह समझ में नहीं आता फिर यह महान आत्माएं, भूकंप आने पर बाढ़ आने पर अकाल पड़ने पर त्राहि त्राहि क्यों करती हैं फिर😊 फिर सारी बागडोर अपने हाथ में क्यों नहीं संभाल लेते यह लोग।
आलसी, बौद्धिक स्तर का कम होना,अंधभक्तों अंधविश्वासी को कुछ समझ नही आता है😂
* Ek-1 peacock feathers MOR- MORNI ki Shobha,.. kitni Sundar- Adbhut - Anupam..jab Dance karne
Par Manmohak- Ramaniya he..Ek-1
JIV Nikal Jane par ..Sab Mitti ho jati he...KARTA Apni KRUTI me nahi rahta he..uski khubi= karigari rahati
he .84 LAKH JIVOKI SHRUSTI..
KRUTI - AKRUTI.KHILONE Bananevala KABHI NIRAKAR nahi ho shakta..Vo Apni .. POWER - Shakti
SATTA ke Rup me.. Kan Kan me
he HAKIKAT me. PARMATMA..
NIRVIKAR - CHANGLESS -DARSHNIY-SAXIRUP-SANGOPANG-
SAT CHIT ANAND SWARUP he ..
Shashwat Sanatan... ANUPAM...
❤ shlok he .. Chidadityam Kishorangam paredhamni Birajitam SWARUPAM Sachidanandam NIRVIKARAM SANATANM sarva shashtron sarohm sarva shashtron Sunischitam.....
... pranamji Namaskar pranamji
ईश्वर है कि नहीं किसी बलात्कार होती महिला से पूछो जिसने पल पल छड़ छड़ केवल उसे ही याद किया
Bilkul sahi Nirbhyakand
kabhi blatkar karne vale pisacho se bhi pucho ki yesa kyo kiya
कर्मा है।
पूर्व जन्म का।
Purv Janam ka nahi esi janm k pichle karmo (feslon ) ki
ईश्वर नहीं है कहीं नहीं है,अगर वो है तो इंसान को शैतान बनने की इजाजत ही क्यों देता है,,सब कुछ खुद चल रहा है,अच्छा बुरा करने वाले अपने कर्मो के खुद जिम्मेवार हैं,ना कोई रोकने वाला और ना सजा देने वाला
इनके विचारों में.... इनकी गलती नहीं है, क्योंकि ये नास्तिक परिवार सेआते है,
जय श्री राम 🚩🚩🚩
Jay bhim namo buddhay Jay sanvidhan Jay Bharat Jay Mul nivasi 🐘🐘🐘🐘🐘🇮🇳🇮🇳🇮🇳
हर हर महादेव प्रतिदिन शाम 6:00 मजे❤ हर हर महादेव
ईश्वर के अस्तित्व के विषय में बहुत ही सुन्दर विश्लेषण।
ईश्वर हैं इसका प्रमाण वेदों में हैं और हमको पता नहीं हम भूमि में kyu आए. कुछ तो हैं जो हमसे परे हैं. A transcendental फोर्स और पावर.
❤
Urja nahi mehnat
Vedo me kha h
क्या बेद को भगवान ने लिखा था ओ भी इंसान लिखा था 😅😅😅😅😅😅
वेद भी कल्पना किया गया गई किसी के द्वारा जरूरी नहीं वेद में लिखी बाते प्रक्टिकल्ली सहीं हो क्योंकि बुध महावीर जैन चार्वाक कबीर गुरुनानक सारे लोग वेद के विरूद्ध खड़े हुए क्यों कि वेद में यज्ञ का प्रावधान में पशु बलि का ज़िक्र है और पशु बलि होती थी जिससे बहुत लोग सहमत नहीं थे
आपकी बात को सुनकर सभी तरीके के लोग ❤️🧡💛💚💙💜🤎🖤🤍 अपने ही कलर वाले दिल से 🤩अपने अपने हिस्से की बात समझ जाएंगे बाकी किसी को किसी से कोई मतलब नहीं है सब अपने अपने मतलब की बात ही समझ पाएंगे अच्छा नहीं समझ पाएगा कोई भी अपने लिए जो अच्छा होगा वही समझ पाएंगे सब
मुझे तो एक एक बात समझ में आ गई है
मेरे लिए सब कुछ जरूरी था है और रहेगा js❤❤❤
12 तब यीशु ने फिर लोगों से कहा, जगत की ज्योति मैं हूं; जो मेरे पीछे हो लेगा, वह अन्धकार में न चलेगा, परन्तु जीवन की ज्योति पाएगा।
यूहन्ना 8:12
12 Again therefore, Jesus spoke to them, saying: I am the light of the world: he that followeth me, walketh not in darkness, but shall have the light of life.
John 8:12
Jai. Omkar. Ji
अप जैसे लोग भी हैं इस संसार में जो अपनी शिक्षा को कलंकित करने में आनन्द लेता है।
🕉️🔱🙏 ॐ नमः शिवाय।
आज भगवान से बड़ा इंसान अपने आप को समझने लगा हैं ..
सोचता हैं मुझसे बड़ा बुद्धिमान व्यक्ति इस दुनिया में कोई नहीं हैं ..
जबकि आज इंसान से बड़ा बेवकूप इस दुनिया में कोई नही हैं . क्योंकि.
आज हमारे देश की हिन्दी संस्कृति ..सभ्यता ..संस्कार और क्लचर पूरी तरह नष्ट हो चुका हैं ..
आज हम सिर्फ दिखावें के लिए ही हिन्दुत्व की पूजा करते हैं l
और अपने आप को हिन्दू कहते हैं ..लेकिन आज हमारा कलचर रिति रिवाज ..पहना ओढ़वा ..बोलचाल रहन सहन सब कुछ विदेशी हो चुका हैं क्योकि आज हमारा देश सिर्फ विदेशों की ही नकल ज्यादा करता हैं ..अपनी अक्ल नही लगता जो भगवान ने उसे भी दिया हैं ..ज़िसकी वजह से आज हमारा देश हमारा समाज अपनी पुरानी संस्कृति ..सभ्यता .. कलचर और आत्म विश्वास पुरी तरह खो चुका हैं l एक समय था जब हम इस भारत देश को सोने की चिड़िया कहते थें l और आज हम विदेशों में अपनी पहचान ढूंढ रहें हैं ईश्वर ने हमें जो दिया हैं उसे हम खो चुके हैं और आज जो हमारा हैं वो विदेशों से चुराया हुआ हैं आज जो हमारे पास हैं वो हमारी संस्कृति की पहचान नही है सिर्फ एक दिखावा हैं जब हमारा देश सोने की चिड़िया था उस समय हम भगवान की पूजा सही माएने में करते थें आज सिर्फ दिखावें का पूजा करते हैं .सिर्फ दिखावें का ...सही माएने में आज हम science की पूजा करते हैं ..ज़िसकी पूजा विदेशों में ज्यादा होती हैं ..ज़िसकी वजह से हमारी आत्मशक्ति हमारा आत्म विश्वास आत्मबल आज पूरी तरह नष्ट हो चुका हैं सिर्फ विदेशों की नकल कर कर के l आज science Google कें द्वारा सेटेलाइट से पुरी दुनिया को देखता हैं और कहता हैं मुझसे बड़ा इस दुनिया में कोई नहीं ..जबकि हमारे इसी भारत देश में ही ऐसे आत्म विश्वासी लोग पैदा हुए हैं जो बिना सेटेलाइट कैमरे के सब कुछ देख लेते थे सिर्फ अपनी आंखों को बन्द करके । सिर्फ अपने आत्म बल के द्वारा जिस प्रकार महाभारत के युद्ध के समय सेनापति संजय ने अपने आत्म बल से सिर्फ अपनी आँखों को बन्द करके ही राजा धृतराष्ट को पुरे युध्द की गणना सुना दिया था सोचो उस समय ना Google था ना कोई science था फिर भी केवल ..अपनी आत्मशक्ती और अपने आत्मबल से ही पूरे महाभारत के युद्ध की गणना संजय ने कर दी थी । एक बांसुरी की धुन पे भी हमारे देश में वर्षा होती थी। ऐसे वीर और तपस्यों का देश था हमारा भारत सोचो कल क्या था ..और आज क्या हो गया हमारा भारत...सिर्फ विदेशों पर निर्भर ... सिर्फ उनकी नकल कर कर के।
आज इंसान अपनी आंतरिक शक्ति पुरी तरह खो चुका हैं ..ज़िसकी वजह से आज इंसान सौ साल भी नहीं जी पाता पहले के समय में तो लोग यहां 200 साल 300 साल भी जीतें थें वो भी बिना दवाई के आज तो ये हाल हैं ।हर इंसान सिर्फ दवाई के भरोसे पे जी रहा हैं यहाँ से लेकर विदेश तक जाकर देखों हर जगह तुम्हें खाना नही मिलेगा लेकिन हर घर में तुम्हें दवाई ज़रूर मिलेगा ..सुबह उठों दवाई खावो और रात को सोओँ तो दवाई खावों बिना दवाई के तो समझो आज मानव जीवन ही नहीं हैं ..क्या यही हैं science क्या यही हैं मानव Life आज पुरी तरह खत्म हो चुका हैं आज बच्चा पैदा होते ही आक्सीजन में चला जाता हैं 5 साल के बच्चे को चश्मा लग जाता हैं 10 साल के बच्चे का बाल सफेद हो जाता है 30 साल में अच्छे खासे इंसान को हार्ट अटैक आ जाता हैं अमेरिका लंदन जापान का डिग्री लिया हुआ डाक्टर भी आज बिना आपरेशन के एक बच्चा भी पैदा नहीं करा सकता इस देश में जिस काम को हमारी देश की अनपढ़ महिला भी बिना किसी डिग्री के सिर्फ 1 रुपए के ब्लेड के सहारे पे बिना किसी आपरेशन के बच्चे को पैदा करा देती थी और आज इस देश का ये हाल है की 50 हजार आप जमा करो और आपरेशन करके बच्चा लो ।इंसान कहता हैं आज हम चांद पे पहुंच गए हैं मंगल ग्रह में घर बना रहें हैं । लेकिन आज इस धरती पे कितने लोग बीमारी से मर रहें हैं उन्हें बचा नही पा रहें हैं .क्या यही हैं science.. क्या यही है तरक्की .आज के इस युग में मानव जीवन सिर्फ खतरे में हैं ..क्योकि आज इंसान भगवान को भूल चुका हैं और अपने आप को और धन को ही भगवान समझने लगा हैं ।आज हमें अपनी पुरानी सभ्यता संस्कृति को वापस लाने की ज़रूरत हैं जो हमें हमारे आने वाली पीड़ी को नया जीवन दे सकें ....एक अच्छा जीवन ..
हर हर महादेव ..
Sanjay Tiwari
भई, in गुरूजी ने जो जो तर्क दिये है उससे अधिक तर्क सहित आप इनकी बात गलत साबित कर सकते हो to आओ इनके सामने और debate करो, तुम गुरूजी कि बात को गलत साबित करो और अगर ऐसा नहीं कर सकते हो तो अपनी बकवास अपने पास ही रखो 😡
हमारा हिंदू धर्म 6743 जाति में बट्टा हुआ है जब तक मानवता को नहीं मानेंगे तो ईश्वर कहां से आएगा
मोदी जी तो कहते है जब तक मां जिंदा थी तब मैं इंसान था मां के मरने के बाद परमात्मा के उनकी मर्जी का भगवान बना कर भेजा है,,तानाशाही,,शासन चलाने के लिए,,,
Kon kon c jaati hai sidh kro
ये भी ईश्वर की मर्जी से होता है,
नेपाल में हिंदू धर्म है। वहा कितनी जातियां है।
@@SwasthyaSutram हिंदू धर्म नेपाल में है पर अब नेपाल में लोकतंत्र है , संविधान है,,धार्मिक स्वतंत्रता है, अनेकों जाति धर्म के लोग है अब नेपाल में मनुस्मृति के अनुसार राजा का राज्य अर्थात राजतंत्र समाप्त हो चुका है,,अब भारत में आरएसएस को राजतंत्र का चस्का लगा हुआ है,,
मैं मानता हूं कि ईश्वर है और ईश्वर ही सब कुछ करता है इंसान अपना कर्म करता है फल वह देता है जयश्री राम
Parallel cood
Highly intelligent, knowledgeable and enlightened being.....thanks sir must Karliya Khushi se....bohut dowaye......
जो भी तर्क है वो गलत है इनके। सच में भगवान है और शैतान भी। में विज्ञान का छात्र हु और भगवान को बिल्कुल भी नहीं मानता था और तर्क देता था इनकी तरह, 2 बार मुझ पर रात में सोते हुए किसी ने गला दबाया, उसके नाखून मारने के निशान रहे, बड़ी मुश्किल से जान बची क्योंकि अंधेरा था और तुरंत लाइट जलाई और गला दबाने वाला गायब।
और एक घटना पार्क की है रात में 12 बजे की गर्मी की एक भी पत्ता नहीं हिल रहा था बैठ के में मोबाइल पे बात कर रहा था, तभी 3 और 4 पौधे तेजी से हिलने लगे और आसपास के न तो पौधे हिले न पेड़ की पत्तियां शिवाय उन चार पौधे के।
इसका जवाब क्या। जो कि मुझे सोचने पर मजबूर करता है कि शैतान है तो भगवान भी है।
इन घटनाओं से में आज तक समझ नहीं पा रहा हु जो समझ न आए वहीं तो भगवान है।
और इस आर्य समाज को यह नहीं पता कि यह कलयुग चल रहा है न भगवान आते हैं और न ही ज्यादा चमत्कार होता है।
आप वेद पुराण रामायण महाभारत ग्रन्थ पढ़ो। भगवान को जानो।
ओपेनहाइमर ने परमाणु बम बनाया और विस्फोट हुआ और दुखी था, उसे शांति गीता पढ़ने से मिली।
परमाणु रिएक्टर बनाना था पर उसका डिजाइन विज्ञान को नहीं पता था तब भारत में वैज्ञानिक घूमने आए तो शिवलिंग देखा, तो उसकी सारी जानकारी ली, की शिवलिंग शक्ति का रूप है, तभी वो समझे कि परमाणु रिएक्टर बनाने का डिजाइन शिवलिंग ही है,।
ऐसे बहुत से उदाहरण में दे सकता हूं। जिन के जवाब इनके पास नहीं है।
सनातन धर्म और संस्कृति महान।
❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
I am Muslim and listening peacefully
जो दिख रहा है उस पर ध्यान नहीं देते जो नहीं दिखाई देता है उस पर कल्पना करता है इनशान
Sik6ya aur satya hee ishwor hain!
ईश्वर /परमात्मा एक ऊर्जा है जो सर्व व्यापक, व्यवस्थापक है जो सारे जहाँ मे सभी को सभी रूपों मे किर्याएँ kr रहा ह।।
जिसको देखो पागलो की तरह मऺदिरो की तरफ भागा जा रहा है
हमने और हमारे परिवार ने इन मऺदिरो में पैसे से
और बहुत समय बर्बाद कर दिया है
पर अब सब बऺद कर दिया है
अब केवल कर्म सही रखने की कोशिश कर रहा हूँ
और बहुत सही भी हूँ
अगर कर्म सही है तो सब कुछ सही है
मस्जिदों में क्यों जा रहे??
मंदिर कोई डिमांड पूरी करने की जगह नहीं है,बल्कि ऊर्जा का लाभ उठाना,और एकता की सूत्र में सबको बांधने के लिए होता,मंदिर से जुड़कर कर ही गुरुकुल व्यवस्था चलाई जाती थी।
कहां से लाते है बकवास।हिंदू इसीलिए एक नही हो पा रहा
So Srimat Bhagawat Gita says about Gyan, Karma and Bhakti
@@LACHIT-w9t हा सही कहा आपने है।भक्त जिस जिस तरह,जिस जिस रूप में भजेगा परमात्मा,ओ उसी रूप में प्राप्त होते है,ए भी गीता का ज्ञान है।पता नही कहां समस्या हो रही लोगो को।
Bakwas karne ka time hai tere pass khud hi Apne Rab ke hone ki dalil de raha hai Apne Rab Ki dalil de raha hai jab tujhe Allah banaa Raha Hai To Sare Jahan ko Allah banaa raha hai Chand Suraj sitare Allah banaa raha hai jab tujhse hisab Hoga Na tab pata chalega katghare Mein khada Karega tujhe Allah agar Allah Se bachana chahta Hai To marna nahin tujhe tu khud hi To Bata Raha Hai tujhe Allah ne banaya to sab kuchh Allah ne banaya aur vah sab Mita dega aur har Insan se hisab hoga aur tujhse Bhi Hoga agar Allah Ke hisab Se darta Hai Tomar na mat
😊😊
बहुत चालाक आदमी है। सर्वशक्तिमान खड़े करने के लिए विज्ञान का सहारा ले लिया।
ईशवर क्या है
ईशवर एक हथियार है हरामखोर पुरोहित व पुजारी जमात के हाथो मे मानवता का शोषण करने के लिए
और समस्त ब्रहमान्ड की जो व्यवस्थापक सत्ता है
जनेऊ जमात उसके बारे मे बिल्कुल नही जानती है
सही अर्थो मे यह जनेऊ जमात. एक पक्की नास्तिक जमात है
पक्की नास्तिक जमात
कैसे
अगर ये ईशवर के प्रति आस्तिक होते तो
मनुष्य मनुष्य मे विभाजन ना करते
मन्दिरों मे चोरी ना करते
ईशवर की दलालीना करते
दासी प्रथा जैसा व्यभिचार मन्दिरो मे ना करते
क्योंकि यह सब जानते हैं कि ईशवर एक कल्पना भर है
Kyun vigyan ke tere maa ne janam diya..
Vigyan sabhi ka hai hum kuch par agree kar sakte kuch par nhi..
Aur kisi ko koi chiz aapni chizon se similar lage vigyan se wo jodh sakta hai...
यह अच्छे विषय पर डिबेट है यहडेबिट लगातार होती रहनी चाहिए ताकि आम आदमी सही को सही गलत को गलत कहने की समझ अर्जित कर सके।
आपकी बात एकदम सही है
ये व्यवस्था पूरे विश्व मे है, और हर जीव में हैं, सब का जन्म दो जीवों के मिलने से ही होता है, कोई आसमान से नही टपका है, न ही राम न ही कृष्ण,,
इस धरती पर जब कोई जीव नहीं था तब किसने किस को पैदा किया।
राम-,कृष्ण छोड़ो आप अपने बाप के बाप ,उनके माँ-बाप कहां से टपके ये बता दें । राम-कृष्ण पर बाद में बोल लेना
वाह, क्या तार्किकता से प्रवचन दिए हैं। ❤❤
तर्क वितर्क से ईश्वर को नहीं देखा,या जाना जा सकता है, इसके लिए एक पूर्ण सतगुरु की आवश्यकता ज़रुरी है,
@@IshwarPatel-lh4wl😂😂😂😂
इसे ज्ञान नहीं थेतराइ कहते हैं😅😂😅
Tune dekh liya ky bhagwan ko?@@IshwarPatel-lh4wl
ईशवर क्या है
ईशवर एक हथियार है हरामखोर पुरोहित व पुजारी जमात के हाथो मे मानवता का शोषण करने के लिए
और समस्त ब्रहमान्ड की जो व्यवस्थापक सत्ता है
जनेऊ जमात उसके बारे मे बिल्कुल नही जानती है
सही अर्थो मे यह जनेऊ जमात. एक पक्की नास्तिक जमात है
पक्की नास्तिक जमात
कैसे
अगर ये ईशवर के प्रति आस्तिक होते तो
मनुष्य मनुष्य मे विभाजन ना करते
मन्दिरों मे चोरी ना करते
ईशवर की दलालीना करते
दासी प्रथा जैसा व्यभिचार मन्दिरो मे ना करते
क्योंकि यह सब जानते हैं कि ईशवर एक कल्पना भर है
ईश्वर शब्द ही कल्पना और भावना से भरा हुआ है जिसका कोई आकर नहीं है। और जिसक कोई आकर नहीं उसका जीवन में क्या महत्व !
Hawa ka bhi koi aakar nahin hai
जो भी तर्क है वो गलत है इनके। सच में भगवान है और शैतान भी। में विज्ञान का छात्र हु और भगवान को बिल्कुल भी नहीं मानता था और तर्क देता था इनकी तरह, 2 बार मुझ पर रात में सोते हुए किसी ने गला दबाया, उसके नाखून मारने के निशान रहे, बड़ी मुश्किल से जान बची क्योंकि अंधेरा था और तुरंत लाइट जलाई और गला दबाने वाला गायब।
और एक घटना पार्क की है रात में 12 बजे की गर्मी की एक भी पत्ता नहीं हिल रहा था बैठ के में मोबाइल पे बात कर रहा था, तभी 3 और 4 पौधे तेजी से हिलने लगे और आसपास के न तो पौधे हिले न पेड़ की पत्तियां शिवाय उन चार पौधे के।
इसका जवाब क्या। जो कि मुझे सोचने पर मजबूर करता है कि शैतान है तो भगवान भी है।
इन घटनाओं से में आज तक समझ नहीं पा रहा हु जो समझ न आए वहीं तो भगवान है।
और इस आर्य समाज को यह नहीं पता कि यह कलयुग चल रहा है न भगवान आते हैं और न ही ज्यादा चमत्कार होता है।
आप वेद पुराण रामायण महाभारत ग्रन्थ पढ़ो। भगवान को जानो।
ओपेनहाइमर ने परमाणु बम बनाया और विस्फोट हुआ और दुखी था, उसे शांति गीता पढ़ने से मिली।
परमाणु रिएक्टर बनाना था पर उसका डिजाइन विज्ञान को नहीं पता था तब भारत में वैज्ञानिक घूमने आए तो शिवलिंग देखा, तो उसकी सारी जानकारी ली, की शिवलिंग शक्ति का रूप है, तभी वो समझे कि परमाणु रिएक्टर बनाने का डिजाइन शिवलिंग ही है,।
ऐसे बहुत से उदाहरण में दे सकता हूं। जिन के जवाब इनके पास नहीं है।
सनातन धर्म और संस्कृति महान।
❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
वायु का भी कोई आकार नहीं है इसका मतलब वायु भी कल्पना है और उसकी आपको कोई जरूरत नही हैं?
आकश का भी कोई आकार नही है शायद आप आकाश का कोई अस्तित्व नही मानते होंगे
इश्वर का काम है जो मनुष्य नहीं कर सकते वही कर दिखायें। जैसे किसी के उपर अचरज भरी कार्य कर दिखाने ही ईश्वर है। शक्ति प्रदर्शन में सहयोग करने। चाहे फेल कर देना या सक्रिए कर देना। दिमाग देने या पागल बनाने बोलना या नहीं बोलना बिजली चमकने या नहीं चमकने बादल पैदा करने नहीं करनें। इन्सान कों एक सकल में पैदा करने या भिन्न पैदा करनें किसी वस्तु का होना नहीं होना सब ईश्वर पर विश्वास करने होते हैं।
जो भी तर्क है वो गलत है इनके। सच में भगवान है और शैतान भी। में विज्ञान का छात्र हु और भगवान को बिल्कुल भी नहीं मानता था और तर्क देता था इनकी तरह, 2 बार मुझ पर रात में सोते हुए किसी ने गला दबाया, उसके नाखून मारने के निशान रहे, बड़ी मुश्किल से जान बची क्योंकि अंधेरा था और तुरंत लाइट जलाई और गला दबाने वाला गायब।
और एक घटना पार्क की है रात में 12 बजे की गर्मी की एक भी पत्ता नहीं हिल रहा था बैठ के में मोबाइल पे बात कर रहा था, तभी 3 और 4 पौधे तेजी से हिलने लगे और आसपास के न तो पौधे हिले न पेड़ की पत्तियां शिवाय उन चार पौधे के।
इसका जवाब क्या। जो कि मुझे सोचने पर मजबूर करता है कि शैतान है तो भगवान भी है।
इन घटनाओं से में आज तक समझ नहीं पा रहा हु जो समझ न आए वहीं तो भगवान है।
और इस आर्य समाज को यह नहीं पता कि यह कलयुग चल रहा है न भगवान आते हैं और न ही ज्यादा चमत्कार होता है।
आप वेद पुराण रामायण महाभारत ग्रन्थ पढ़ो। भगवान को जानो।
ओपेनहाइमर ने परमाणु बम बनाया और विस्फोट हुआ और दुखी था, उसे शांति गीता पढ़ने से मिली।
परमाणु रिएक्टर बनाना था पर उसका डिजाइन विज्ञान को नहीं पता था तब भारत में वैज्ञानिक घूमने आए तो शिवलिंग देखा, तो उसकी सारी जानकारी ली, की शिवलिंग शक्ति का रूप है, तभी वो समझे कि परमाणु रिएक्टर बनाने का डिजाइन शिवलिंग ही है,।
ऐसे बहुत से उदाहरण में दे सकता हूं। जिन के जवाब इनके पास नहीं है।
सनातन धर्म और संस्कृति महान।
❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
Achha jankari diya apne ❤❤❤❤❤❤❤❤❤
रोकता इसलिए नही है कि वह प्रकाश रूप मे सबमे स्थित है ।प्रकाश मे हम वेद पडे या जुआ खेले प्रकाश हमे रोकता नही ।अपने करनी का परिणाम उस प्रकाश मे कर्म करने वाले को ही भोगना पडता है ।
बहुत गजब प्रोग्राम है जी आपका। आप में समझने में कमाल कर दिया है। आपने प्रमाण के साथ समझाने की कोशिश की है। लोग समझ भी गए होंगे। लेकिन फिर भी वह पुरानी बातों पर ही विश्वास करेंगे क्यों, कि उन्हें मां के पेट से ही यह शिक्षा दी गई है की सब कुछ भगवान करता है। आपने बहुत ही दिल से हमें बताया। जिससे मन गदगद हो गया। समाज को सुधारने के लिए आप जैसे ज्ञानियों की जरूरत है। आपका बहुत बहुत धन्यवाद।
Ye duniya kal ke ander ki h bhai
Satpurash ne
Kal niranjan h is duniyaa m kabir sagar padhne ki jarurat h bhai aapko apna duplicate gyan mat jhado ye Corruption kal karta h
Bhagwan wah hai Jo puri sristi chalate hai, puri prithvi kitni bar hi nast hui aur phir bani, Aakar aur Nirankar,Mata pita Aakar aur jo puri sarir ko kantro karte hai Nirankar
Jo Jaisa sangat karta hai usi prakriti ka ho jata hai, ye Mousam jo badalta hai sub unka hi khel hai,jub log har jate hai to unhe pukarte hai oh unki karm ke Aadhar par sunte hai.Hamara kam hai sirf karm karna.
Hum jitna pap karte ha usse jyada puny ho to hamari buddhi khud badal jati hai.Jay sri Ram
ईशवर क्या है
ईशवर एक हथियार है हरामखोर पुरोहित व पुजारी जमात के हाथो मे मानवता का शोषण करने के लिए
और समस्त ब्रहमान्ड की जो व्यवस्थापक सत्ता है
जनेऊ जमात उसके बारे मे बिल्कुल नही जानती है
सही अर्थो मे यह जनेऊ जमात. एक पक्की नास्तिक जमात है
पक्की नास्तिक जमात
कैसे
अगर ये ईशवर के प्रति आस्तिक होते तो
मनुष्य मनुष्य मे विभाजन ना करते
मन्दिरों मे चोरी ना करते
ईशवर की दलालीना करते
दासी प्रथा जैसा व्यभिचार मन्दिरो मे ना करते
क्योंकि यह सब जानते हैं कि ईशवर एक कल्पना भर है
बिजली की तार मे करंट होती है जो एक शक्ती है उसी से कुलर भी चलती है ओर हीटr भी चलती हे टीक उसी पारकर सभी अच्छे बुरे मन ओर बुद्धि ईश्वर की शक्ति से चलती हे चोर भी इश्वर की शक्ति से चलती है पुलिस भी ईश्वर की शक्ति से चलती है,जिस तरह करंट में कोइ भी उपकरण जोड दो करंट कभी e नही कहेगा कि इसे शक्ति नहीं दुंगा टीक उसी परकार ब्रह्मांड के सभी जीव जन्तु अच्छे बुरे कार्य ईश्वर की शक्ति से चलती हे
Bilkul sahi 🎉
current kuchh nahin jaanta kahin bhi fit ho jata hai bechara on energy dene lagta hai kya Ishwar bhi kuchh nahin jaanta current ki tarah agnani hai current ki hi tarah jitna hin hai 😊😊
बलात्कारी भी bhawan की शक्ति से चलती है क्या बेबकूफी है, मन ही chala रहा है
लेकिन मनुष्य चोला कर्म करने में स्वतंत्र है bro जो भी ओ कुछ करेगा उसके लिए वही जिम्मेदार होगा चाहे काम अच्छा करे या बुरा और उसका उसे कर्म फल व्यवस्था से फल मिलेगा
उस करेंट का उपयोग किस प्रकार करना है, वह मनुष्य के विवेक पर निर्भर करता है, सदुपयोग करे या दुरूपयोग।
5:55 adbhut agree
OM 🕉 🙏
नमस्ते सदा वत्सले मात्र भूमि
ओम नमो नारायण।
Khai nikkar jindabad
आज पता चल गया हिंदू आपस में लड़ते रहेंगे , इसी कारण अंग्रेज हम पर राज कर पाए थे। आज क्या आर्य समाज को मैं देखता हूं तो वह दूसरे हिंदुओं से नफरत करते हैं। यदि हम आपस में लड़ते रहेंगे तो दुश्मन अपना काम करके चला जाएगा। आज की स्थिति देखकर आर्य समाज को सोचना चाहिए कि वह यह ना करके सबको एक करने का प्रयास करें। #आर्य #आर्य_समाज #Swami_Sachchidanand_Sarasvati #Arya_samaj #Arya_Veer #Rahul_arya #Goutam_khatter #स्वामी_दयानंद_सरस्वती
Mere pyare bete phele.... Dyan se suno... Or pura suno...
परमात्मा वह शक्ति है जिसके बिना पत्ता तक नहीं मिल सकता है ईश्वर है जरूर है
जब 3 साल की बच्ची का बलात्कार होता तब कहां जाता है तेरा भगवान
ओउम 🙏🚩🕉️💯✅
Karm hi pradhan hai
ईश्वर ने नियम बना दिया हमारे धर्म ग्रंथो ने नियम बता दिए हैं अब मानो या ना मानो हर एक इंसान को ईश्वर बताने थोड़ी आएगा जो चाहे करो अच्छा करोगे तो अच्छा परिणाम मिलेंगे बुरा करोगे तो बुरे परिणाम मिलेंगे सब यहीं पर मिलेंगे
यही कर्म का सिद्धांत है और यही सच है
किसी ईश्वर ने कोई नियम नहीं बनाया कुछ ठग लोगो ने अपना धंधा चलाने के लिए नियम बनाए है
Bahut Sundar lekh
विज्ञान ही ईश्वर का बच्चा है
आप ने लॉजिक के साथ बताया अच्छा है पर कोई है जो सर्व सक्तिमान है मानो या मानो ❤
आचार्य जी, ईश्वर है कि नहीं, इसे ऐसे समझते हैं, प्रकृति ने हमारे शरीर में मुख्य पांच ज्ञानेन्द्रिया दिया है जैसे आंख , कान , नाक, जिह्वा, और त्वचा।।।। हम मनुष्य इन्हीं पांच ज्ञानेन्द्रियो के माध्यम से इस दुनिया में जो भी चीजें मौजूद हैं चाहे वह दिखाई दे रही हो या न दिखाई दे रही हों, हम इन ज्ञानेन्द्रियो के माध्यम से जान सकते हैं समझ सकते हैं महसूस कर सकते हैं,,, उदाहरण के तौर पर जैसे हवा दिखाई नहीं देती, पर उसके द्वारा ही हम सांस लेते हैं हवा के चलने पर पेड़ों की पत्तियां व अन्य हल्की चीजें हिलने लगतीं जान लेते हैं कि हवा चल रही है , अब इसमें सांस लेने में नाक , पेड़ों की पत्तियां हिलने में आंख और शरीर में हवा लगने पर त्वचा के माध्यम से हमने जाना कि हवा दिखाई नहीं देती पर उसकी मौजूदगी है इसलिए हमने अपनी तीन ज्ञानेन्द्रियो नाक , आंख और त्वचा के माध्यम से जाना समझा और महसूस किया कि हवा भले ही न दिखाई देती हो पर उसकी मौजूदगी सत्य है,, दूसरा जैसे पानी है वह दिखाई दे रहा है पर ठंढा है या गर्म यह तो नहीं दिखाई दे रहा है। उसे जानने के लिए हम अपनी त्वचा से छूकर जानते हैं कि वह ठंढा है या गर्म है, तीसरा जैसे कोई सुगंध या दुर्गंध है पर वह दिखाई तो नहीं देता, पर नाक के प्रयोग से हम जान लेते हैं कि वह सुगंध है या दुर्गंध ,, चौथा जैसे कोई खाने की वस्तु दिखाई दे रही है पर उसका स्वाद कैसा है यह तो नहीं दिखाई दे रहा है उसे जानने के लिए हमें अपनी जीभ का प्रयोग करके जान लेते हैं कि किस तरह का है,, मित्रों ठीक इसी प्रकार से किसी भी ईश्वर अल्लाह यीशू आत्मा परमात्मा आदि आदि के बारे में भी हम जान सकते हैं समझ सकते हैं महसूस कर सकते हैं चाहे वह भले ही दिखाई न देता हो अगर उसकी उपस्थिति है उसके क्रियाकलाप हैं तो अवश्य ही हम अपनी ज्ञानेन्द्रियो के माध्यम से उसे जान सकते हैं समझ सकते हैं या महसूस कर सकते हैं, तो अब यहां सवाल ए है कि क्या आजतक किसी ने देखा है या इस तरह से जाना है या समझा है या फिर महसूस किया है, अब आपके ऊपर निर्भर करता है कि आप इस बारे में क्या समझ पाते हैं
अति सुंदर व्याख्या
सर्वज्ञ चेतन सत सर्वशक्तिमान ❤ईश्वर 🙏
Insan hi bhagan hai ,jibh hi baram ya allah jai budgay ya jai kabir das ji
Jo birhaman ne iswar banaye bo kalpanik bgwan hai unko dhandha hai
Guruji bahut badhiya vistar se samjhaen ke liye bahut bahut sadabad 🇮🇳🇮🇳🇮🇳💙💙💙💙
ॐ जय लक्ष्मी माता मैया जय लक्ष्मी माता मैया जय लक्ष्मी माता मैया जय लक्ष्मी माता मैया जय लक्ष्मी माता मैया जय लक्ष्मी माता मैया जय लक्ष्मी माता मैया जय लक्ष्मी माता मैया जय लक्ष्मी माता मैया जय लक्ष्मी माता मैया 🙏🙏‼️
ईशवर क्या है
ईशवर एक हथियार है हरामखोर पुरोहित व पुजारी जमात के हाथो मे मानवता का शोषण करने के लिए
और समस्त ब्रहमान्ड की जो व्यवस्थापक सत्ता है
जनेऊ जमात उसके बारे मे बिल्कुल नही जानती है
सही अर्थो मे यह जनेऊ जमात. एक पक्की नास्तिक जमात है
पक्की नास्तिक जमात
कैसे
अगर ये ईशवर के प्रति आस्तिक होते तो
मनुष्य मनुष्य मे विभाजन ना करते
मन्दिरों मे चोरी ना करते
ईशवर की दलालीना करते
दासी प्रथा जैसा व्यभिचार मन्दिरो मे ना करते
क्योंकि यह सब जानते हैं कि ईशवर एक कल्पना भर है
परमधाम में ईश्वर रहता है
જવ ઈશ્વર નહીં હૈ તો આપ સવકો એકસા ક્યો નહીં વનાતે હૈ યહ હાઇસ્કુલ કા કામ હૈ સાઇસ સવકો એકસા વનાતે મૌત ન હો યહ સાઇસ કા કામ હૈ કોઈ વડા હૈ કોઈ છોટા હૈ કોઈ માલામાલ હૈ કોઈ ગરીવ હૈ સાઇસ ભેદભાવ કરતા હૈ સાઇસ કેસને વનાયા હમ કૈસે જાને કિ સાઇસ હૈ સાઇસ કેસને વનાયા
😂कुछ मूर्खो को अपनी दुकानदारी चलाने के लिए धार्मिक आस्था को ठेस पहुंचाने से क्या मिलता है 😂 ईश्वर है तभी सबकुछ ठीक से चल रहा है❤ ज्यादा तर्क वितर्क करना है तो हमारे किसी ज्ञानी महात्मा से मिल लेना।❤
Very good speech Andh vishwas pakhand mitao Desh bachao 🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉
es me very good kya hai.. jis chij k liye ye video dekha uska koe result nahi aya
😂😂😂😂😂😂😂सबसे बड़ा ज्ञानी मूर्ख। इसको दिमाग के इलाज की जरुरत
❤❤❤❤❤❤
Dhandha is important.
Bahut badhiya argument yar .
ईश्वर है, वह अजन्मा अनादि है, उसको कोई देखा नहीं है, जन्म मृत्यु उसका उदाहरण है,, धन्यवाद
Akah Anam channel par ka example hai kya?❤
व्याख्या सही नहीं। कोई चीज खरीदते हो क्या नई बनी रहती है। उसका भी क्षय होता है।
@@aditya2224
ईश्वर सबसे उपर है वह अनादि है, उसने जो कुछ रचा है वह क्षय हे,
जो ईश्वर को मानता है वह महामूर्ख होता है ईश्वर नहीं है बिल्कुल नहींहै
ईश्वर सच में है
एक बात बताओ बिना किसी राजा के कोई देश नहीं चल सकता तो फिर ये दुनियां कैसे चल सकती है वो भी इतने नियमों के आधार पर।
ईश्वर अच्छे बुरे कर्मो का परिणाम है इस प्रकार ईश्वर स्वचालित है
ईश्वर धरती पर आया है राजस्थान मे आया है
ईश्वर जीव की मानदी ह जीव सबका कर्ता है
जिसका सबूत नहीं होता है उस पर संदेह नहीं किया जाता है बल्कि खारिज किया जाता है अर्थात ईश्वर नहीं है
फिर पाप क्यों करने देता है, मनुष्य को, क्या भगवान को पसंद हैं, दुनिया में पाप? आजक्ल पाप ज्यादा सुनने को मिलता है, यदि भगवान हैं तो, दुनिया में पाप नही होना चाहिए,, ये मेरा मानना है,,,
पाप नहीं करा
इंसान के पास विवेक है जो विवेक का उपयोग नहीं करते वो ही बुरा कर्म करता है।
मनुष्य कर्म करने में स्वतंत्र है, इसमें ईश्वर कुछ नहीं करवाता है।
@@GudduGuddu-dn4bob
@@GudduGuddu-dn4boऊपूहूबूबbllbo दे
O
हं शब्द हं अनमोल है धरलो चराचर जीव एक शब्द हं मे पैदा धरकर आये है भौसागर में माता-पिता के मन के शब्द हं मे दोनो एक जगाह दोनो के जुडवो होथे तब श्रृष्टि के रचना में चराचर जीव पैदा हुए हैं शब्द हं अनमोल है शब्द हं बडा है मालिक के बनायें शब्द हं बडा है खुद ईसवर बडा नहीं हु मोर बनाए शब्द हं बडा है धरधरनी के एक लेखा कर्म गति विश्व रखा कर्म ही पुजा है कर्म ही परधान है
इस दुनिया में ईश्वर नहीं है इस दुनिया में प्राकृतिक है और प्राकृतिक है तभी तो हम जीवित हैं और हम प्राकृतिक को ही ईश्वर मानते हैं
Kya prakriti ko intelligent mante ho??
ईश्वर कहीं नहीं है
Wonder ful
मात-पिता का रज वीरज मिलकर बनी देह हमारी।
आर्य समाज की जय हो। स्वामि दयानंद सरस्वती जी अमर रहे।
अत्याचार होते देख जो व्यक्ति धर्म रक्षक हैं,वह ईश्वर के रूप हैं।
परिवर्तन को ईश्वर कहते हैं परिवर्तन अमर है परिवर्तन को कोई नहीं रोक सकता
सब जीव जड और चेतन से बनी हुयी है चेतन से चेतन बनता है जड से जड बनता है, जीव से जीव बनता है
ये नये नवले बाबा जी कुछ नहीं जानते हैं ये वो ज्ञान पेल रहे हैं जो कोई बच्चा भी बता सकता है, इनमें एक बात ये गलत बताई कि जिसका कोई नहीं होता उसको कोई दुख नहीं होता, मैं इनको ऐसे लोगो से मिल सकता हु जो बहुत परेशान है
मैं तो कहता हूँ किसी की बातो मैं नहीं आना चाहीये, अपने दिमाग का इस्तमाल करना चाहीये क्या गलत है क्या सही है 😂😊
गुरुजी मेरा तो बस इतना ही कहना है यही मानना है मानो तो मैं गंगा मां हूं ना मानो तो बहता पानी❤❤❤❤
सही कहा आपने
Ak nya bacha jise kuch nhi pta use is jwab se santuste nhi kar sakte
om 🕉
1,000 @@JeetendraRay-zr3ny
Itna Bada Suraj Itna Bada Chand Itna Bada Aasman Itna Bade Sitare itne bade bade Samundar Apna Ban Gaye vah Aacharya ji vah😮😮😮 Mere samajh se bahar hai😮😮😮
ईश्वर का होना ही संभव नहीं है सत्य यही है
ईश्वर जैसा कुछ नहींहै अपनी दुकान चलाने के लिए ईश्वर का ढोंग बनाया गया है
To tuje aag kyun laag rha hai.. baar baar bolne kyun chala aata hai.. wo bhi humare pass.. nhi hai to nhi hai..
To bhi khujli macha kyu hai..
अगर भगवान नहीं है तो आप भी नहीं होते। आप विज्ञान से तर्क कर सकते हैं।खुद विज्ञान ही सिद्ध कर देता हैं कि कोई शक्ति हैं।
कैसे
sakti ni h bhai gun hai
Aap gobar bhakt hai ka ji😅😊😅😮
ये बात तुझे किसने बताई
भगवान थोड़ी पैदा करता है पैदा तो अपने माता-पिता करते हैं
पहले देवो परुथवी पर आते थे लड़ने ओर भ्रमण करने के लिए ऐसा शास्त्रों में लीखा है और अब कोन ऐसा इंसान हैं भगवान को श्राप दे दीया अब आते ही नहीं कोन से डरते हैं देवता
Ha Bhai aapki baton se hm shmt h isvar h
Iswara parama krsna sat cit Anand vigraha......Jay Hind
परमात्मा निराकार है उसके सिवा कोई नहीं है
100% ईश्वर है
30% science भी पड़ ले
Samjhne ki jarurt h .ek to phte h ishwar dikhayi nhi deta sirf aabhas h wo sb jagah h wo ek shakty h per uska koi roop nhi h to ishwar janne yogya h na ki koi byaktitb.
@@PramodKumar-sn9xwscience hi keh rhi h ishwar hai. So, science ki jarurat thodi aapko hai.
मंदिर सबके लिए धर्म का एक आदर्श, पवित्र एवं पूज्यस्थान होता है l ईश्वर ने सबको छुट दे रखी है, अच्छा या बुरा कोई भी कर्म करो, फिर उस कर्म का हिसाब ईश्वर के पास होता है, जैसा कर्म करोगे वैसा फल l
ज्ञान गंगा पुस्तक अवश्य पढें
संसार में कोई सुखी नही है। कोई तन से धन स
सभी का दुःख दूर करने उपर वाला धरती पर राजस्थान में आया है अब यह प्रजापति ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय द्वारा भारत को स्वर्ग बनाने आया है
@@RameshbhaiJadav-db5cxuper wala Kon bhagvan Kya sirf uper hi h ye SB gre h srvvyapi h
Bilkul sahi 😊 Bhai
ॐ नमः शिवाय
हर हर महादेव
गीता ज्ञान दाता परमपिता परमात्मा शिव निराकार राजस्थान में आया है इस भषटाचारी दुनिया को खत्म कर नयी श्रेष्ठाचारी दुनिया बनाने आया है
कब खत्म होगा?जीवन से तंग आ गया।
Namha acherya ji