मैंने मिडिल स्कूल में मुंशी प्रेमचन्द जी की लिखित ये नमक का दारोगा पाठ पढ़ा था, आज इसे साक्षात देखकर वह कहानी मेरे दिमाग में अमिट छाप छोड़ दिया है प्रेमचंद जी को एवम गुलज़ार की को सादर प्रणाम
इन सब दयनीय स्थिति के बाद भी आज हमारे पुरखों के कर्म फल से हम लोग यहां तक पहुंचे और हमें लगता है कि यह सब मुफ्त में हो गया है धन्यवाद मुंशी प्रेमचंद्र जी
M 20 year old hu Mane ye kahani 11th me padi thi Or aaj 5 saal baad padi to mera man hua ki ispe ek film bnau Phir youtube pr search kr ke dekha to Yaha bahut samay pahle se hi, bahut achhi films bani hui hai To ab man badal gya hai 😊😊😊 Pr ab bahut kam log kitabe padte hai Or bahut kam aisi filme dekhte hai Ye badi dukh ki baat hai😢😢
हम बचपन में 1970 में पढ़े थे । बहुत अच्छा बचपन याद आ गई । दादा-दादी , गोली डंडा,तीर खेलना ट्राम खेलना कबड्डी खेलना , अपनों से बड़ों के नजरों से छुप कर बाहर खेलने जाना ईत्यादी,ई0
प्रेमचंद को ग्राम जीवन का चित्रकार कहा जाता है और tv और फिल्मों के क्षेत्र में गुलजार का वही स्थान है,gulzar के निर्देशन में बनी फिल्मों में ग्रामीण जीवन का अच्छा चित्रण मिलता है
प्रेमचंद जी की यह बहुत ही बढिया कहाणी थी, आजकल तो इमानदार लोगोंको बेवखुब समझा जाता हैं तथा मक्कारी ही सम्मान पात्र हो गई है. वास्तव में रिष्वतखोरी ये कतई जरुरी नहीं बल्की एक भयानक मानसिक रोग हैं, रिष्वतखोर मानसिक रोगी
Mene bhi 8 vi kaksh me munsi premchan ki kahani padhi thi par aj ye video ke madhyam se muje ahsas hova ke ye premchand ji jese lekhat sayad hi koy ban payega sat sat naman munsi premchand 😊😊
Dear जो इस time मेरा comment पढ़ रहा है या रही है हम सब एक दूसरे के लिए अनजान हैं फिर भी भगवान से प्रार्थना करती हूं कि आप और आपके परिवार हमेशा खुश रहे🙏🏻 🙏🏻 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻❤❤❤❤❤
बचपन में मुझे ये कहानी बहुत अच्छी लगी थी - फिर अध्यापक भी इसकी बहुत प्रशंसा करते थे। फिर कई-कई वर्षों बाद फिर पढ़ी और आश्चर्य हुआ कि इसमें क्या बडप्पन है - हां भ्रष्टाचार (उस् समय का) बिल्कुल उजागर किया गया है। दरोगा ने पकड़ा, ठीक ही पकड़ा, परंतु सेठ की पंहुच ऊपर तक थी । बोरे बदल दिए गए (और दरोगा को खबर भी न लगी ) और दरोगा बर्खास्त हो गए या सेठ ने करवा दिए। फिर वही भ्रष्टाचारी सेठ इस ईमानदार x- दरोगा को अपने यहां नौकरी देता है। और वह "ईमानदार व्यक्ति" इस "कृपा" को स्वीकार करता है । वाह भई वाह। इसीलिये भ्रष्टाचार अभी तक X- दरोगा जी सेठों के साथ मिलकर निरंतर चला रहे हैं।
भाई तुम इस कहानी को समझ ही नहीं पाए। और ना ही इस कहानी से जो शिक्षा मिलती है उसे। नमक के दरोगा ने अपना उसूल नहीं बदला। चाहे उसके लिए उसे अपनी नौकरी ही गवानी पड़ी। और सेठ ने उसे अपना मुंशी इसलिए बनाया ताकि, वो उसकी ईमानदारी की कद्र करता हैं
मुंशी प्रेमचंद की लेखनी जीवन k अथाह सागर को खंगाल k rakh देता है. प्रेम चंद जी की कहानी एक सम्पुन जीवन को एक कहानी में मोती की तरह पिरोए रखने का साहस रखता हैं ❤ इनकी हर एक कहानी सर आंखों पर 🙏🙏🙏🙏🙏
Jab bhi kanhi mai low feel karta hun , Doordarshan ke purane din ko yaad kar leta hun aur sab theek ho jaata hai. very nice and salute to all the actors .
Aaj sarswati puja hay apne us din ko yad kartahu jab hum school ke hall me in puja ke din he is kahani ko natak ke rup me khela tha tab bade sarahna Hui the is sirial ko dekh ker purani yad taja ho gaye guljar jee ko sukriya 🎉🎉🎉🎉🎉
पुरानी यादें बहुत परेशां करती है । सब कुछ है इंसान के पास पर पुणे वक़्त हमेशा जेहन में बरकरार रहता है। न भुला है न भूलता है न भूलने देता है । वो कसक वो कशिश दब याद है खेत खलियान चलते फिरते खेत मटर गन्ना गांव के लोग कहते थे अरे बिटिया आई है शहर से खाइलो बिटिया क्या प्रेम था लिखने लगी तो रात कम हो जायेगी ।।।।
Inki lekhni padhte hi uss story ki sari image mind me set hote jati hai turant imagine hone lgta hai ,aisa lgta hai ki unki stories ke hum bhi kirayedar hai
मुंशी प्रेमचंद जी की रचनाएं दो बैलों की कथा पंच परमेश्वर ईदगाह ठाकुर का कुआं पूस की रात बड़े घर की बेटी नमक का दरोगा कफ़न कर्मों का फल बूढ़ी काकी कायर शिकार नशा स्वामिनी सवा सेर गेहुँ गुल्ली-डंडा दुनिया का सबसे अनमोल रत्न मैकू दुर्गा का मंदिर दो भाई जुलूस समर-यात्रा हार की जीत परीक्षा सच्चाई का उपहार धर्मसंकट विषम समस्या उपदेश मन्त्र सेवा-मार्ग बंद दरवाजा त्रिया-चरित्र क़ातिल क्रिकेट मैच कर्मों का फल इस्तीफा आत्माराम
Bahut badhiyan prasang bachapan ki yaaden tarotaja karti hai kyonki dehi Ke deh me pramashtisk poorani yaadon ko sanrachchhit rakhane me har dehi ki deh sada se hi samarth raha hai om namah shivaya om
Chutiye...angrezo ki Arya wali baat pe disagree karte ho..baaki baato pe kaahe agree karte ho ..kitni padhai ki hain...tumahare baap ne itihaas likhi hain kya..chutiye
Premchand sabhi kahaniyan romanchak aur adbhut hin hai kintu imandari se aaj bhi kam kiya jaye to janata ki dasha badal jayegi.isemai ne1982 me class 9th me pada tha.
एक अद्भुत और महानतम लेखक प्रेमचंद जी खुद तो जीवन पर्यन्त अभावों मे जिये परन्तु उनकी लेखनी सोने से भी कीमती है।
ईमानदारी का सम्मान होगा
तो ईमानदार अपने आप दिखने लगेंगे।
और समाज , देश सब खुशाल होंगे। ❤
Har baimaan ko imandar nokar chahiye 😂
मैंने मिडिल स्कूल में मुंशी प्रेमचन्द जी की लिखित ये नमक का दारोगा पाठ पढ़ा था, आज इसे साक्षात देखकर वह कहानी मेरे दिमाग में अमिट छाप छोड़ दिया है प्रेमचंद जी को एवम गुलज़ार की को सादर प्रणाम
Same bhai
9th मैं पढ़ी थी
Hamne bhi
Vas samay samaj me nahi aayi thi
Maine 10th me Namak Ka Daroga padh tha,Aaj film bhi dekhi,achchha laga.So many thanks Kalakaro ko
इसको मैं बार बार देखता रहता हु ताकि वो गरीबी का दर्द बना रहे कही अहंकार न आ जाए।
Bahot achha bhai ❤
कलम के सिपाही... मुंशी जी ❤
ये दौलत भी लेलो ये शोहरत भी लेलो भले छीन लो मेरी जवानी, मगर मुझको लौटा दो वो बचपन का सावन वो कागज़ की कश्ती वो बारिश का पानी😢😢
Koi iski aurat bhi le lo🤣🤣
@@DeepakKumar-zf7tx aap hi le jao please. bhai.. do din main aapki akal thikaane aa jayegi.
@@tonlon-en3seq
😂😂😂😂😂😂
@@sonamverma9811 q matlab? U mean kyun...ab ka batai dukhda...
प्रेमचंद जी के लेख पढ़ने में बहुत ही आनंदमय और रोचक लगाते थे
प्रेमचंद की कहानियों के किरदार हमे अपने आस पास ही मिल जाते है। 🙏🙏🙏🙏🙏
Bæ
hello sahi keh rhe ho
मतलब आप मुम्बई से है
kyu apke ristedar hai kya
इन सब दयनीय स्थिति के बाद भी आज हमारे पुरखों के कर्म फल से हम लोग यहां तक पहुंचे और हमें लगता है कि यह सब मुफ्त में हो गया है धन्यवाद मुंशी प्रेमचंद्र जी
ये कहानियां नानी और दादी से सुनी और पढ़ी भी काश वो बचपन के दिन वापस आ जाए ।
आठवी कक्षा के हिंदी मे एक पाठ था।
सर पढाते थे तो कक्षा पुरी सुनसान हो जाती थी जब सर की तरफ ध्यान लगा कर कहानी सुनते ।
आज विडिओ शानदार 👌🙏
Ab 11th Hindi me he mp. Board me
पुराने समय में पहुंच गए अमर रहें मुंशी प्रेमचन्द अपने समकालीन का चित्रण वाह वाह वाह और इस कदर ईमानदारी और उसका रिटर्न
प्रेमचंद की कहानियां आज भी उतनी ही प्रासंगिक है जितनी कि उस समय
😊 11:09 11:31
😊
12:03 😊😊😊 in
मुंशी प्रेमचन्द जी को शत् शत् नमन ❤❤❤
Bohot shandar munshi ji merey hero hain kasha mera desh bhi aisa ho jaye jispar ham garv kar saken imandari hamesha baqi rahti hai
आठवी की शुरुआत ही इसी से हुई थी। अच्छा है की लाइव देखने को भी मिल गया।
M 20 year old hu
Mane ye kahani 11th me padi thi
Or aaj 5 saal baad padi to mera man hua ki ispe ek film bnau
Phir youtube pr search kr ke dekha to
Yaha bahut samay pahle se hi, bahut achhi films bani hui hai
To ab man badal gya hai 😊😊😊
Pr ab bahut kam log kitabe padte hai
Or bahut kam aisi filme dekhte hai
Ye badi dukh ki baat hai😢😢
इदगाह कफन गोदान ये कहानियो के बिना बचपन पुरा नहीं हो सकता
हम बचपन में 1970 में पढ़े थे । बहुत अच्छा बचपन याद आ गई ।
दादा-दादी , गोली डंडा,तीर खेलना ट्राम खेलना कबड्डी खेलना , अपनों से बड़ों के नजरों से छुप कर बाहर खेलने जाना ईत्यादी,ई0
आज कितना उम्र हो रहा है आपका ?
@@exmuslimfatima8124I think 65+
@@exmuslimfatima812424
प्रेमचंद को ग्राम जीवन का चित्रकार कहा जाता है और tv और फिल्मों के क्षेत्र में गुलजार का वही स्थान है,gulzar के निर्देशन में बनी फिल्मों में ग्रामीण जीवन का अच्छा चित्रण मिलता है
....Wow....Heart touching....Story...❤😢....🙏 Munshi Premchand ji🙏....
Wah re kahanikar wah re is kahani ko Parde per utarne wali team
Koi jabab nhi
Kaha gai ye kahaniya
Kaha gye in hiro ki pahchan karne wale
Sabko pradam
प्रसार भारती से मैं पहले भी आग्रह कर चुका हूं तथा पुनराग्रह कर रहा हूं कि राग दरबारी सीरियल भी दिखाएं
प्रेमचंद जी की यह बहुत ही बढिया कहाणी थी,
आजकल तो इमानदार लोगोंको बेवखुब समझा जाता हैं तथा मक्कारी ही सम्मान पात्र हो गई है. वास्तव में रिष्वतखोरी ये कतई जरुरी नहीं बल्की एक भयानक मानसिक रोग हैं, रिष्वतखोर मानसिक रोगी
Mene bhi 8 vi kaksh me munsi premchan ki kahani padhi thi par aj ye video ke madhyam se muje ahsas hova ke ye premchand ji jese lekhat sayad hi koy ban payega sat sat naman munsi premchand 😊😊
Dear जो इस time मेरा comment पढ़ रहा है या रही है हम सब एक दूसरे के लिए अनजान हैं फिर भी भगवान से प्रार्थना करती हूं कि आप और आपके परिवार हमेशा खुश रहे🙏🏻 🙏🏻 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻❤❤❤❤❤
इनकी हर एक कहानी बहुत अच्छी है
बहुत ही सुंदर अनुभव।पुरानी यादें फिर से उभरने लगी बहुत ही सुंदर।
इन यादों के मेले में मत खो जाना।
कहानी सम्राट मुंशी प्रेम चंद्र जी को कोटि कोटि नमन 🙏🙏
Bahut hi sunder aur saral Parichay hai, Premchand ki kahani ka, thank you so much ❤❤
आज पता चला कि लोग क्यों कहते हैं Honesty is the best policy ♥️
Money wins..na ki honesty
@@prasannjitkumar780 money win in short term...honesty win in long term..
देस को समझने के लिए प्रेमचंद्र को समझना जरूरी होगा।
Dil ko sukoon deta hai aisi story,❤
धन्य हो प्रेमचंद को❤❤❤
What a heartwarming story by Munshi Premchand ji. It touched my heart. Purely filled with genuine emotions, simple people.
बचपन में मुझे ये कहानी बहुत अच्छी लगी थी - फिर अध्यापक भी इसकी बहुत प्रशंसा करते थे।
फिर कई-कई वर्षों बाद फिर पढ़ी और आश्चर्य हुआ कि इसमें क्या बडप्पन है - हां भ्रष्टाचार (उस् समय का) बिल्कुल उजागर किया गया है।
दरोगा ने पकड़ा, ठीक ही पकड़ा, परंतु सेठ की पंहुच ऊपर तक थी । बोरे बदल दिए गए (और दरोगा को खबर भी न लगी ) और दरोगा बर्खास्त हो गए या सेठ ने करवा दिए।
फिर वही भ्रष्टाचारी सेठ इस ईमानदार x- दरोगा को अपने यहां नौकरी देता है। और वह "ईमानदार व्यक्ति" इस "कृपा" को स्वीकार करता है ।
वाह भई वाह। इसीलिये भ्रष्टाचार अभी तक X- दरोगा जी सेठों के साथ मिलकर निरंतर चला रहे हैं।
भाई तुम इस कहानी को समझ ही नहीं पाए। और ना ही इस कहानी से जो शिक्षा मिलती है उसे। नमक के दरोगा ने अपना उसूल नहीं बदला। चाहे उसके लिए उसे अपनी नौकरी ही गवानी पड़ी। और सेठ ने उसे अपना मुंशी इसलिए बनाया ताकि, वो उसकी ईमानदारी की कद्र करता हैं
My favourite novelist munsi prem chand ji 🙏
मुंशी नहीं सिर्फ प्रेमचन्द लिखिए।
मुंशी प्रेमचंद गुरू जी आप महान हो 🥺🙏
क्या बोलूं मैं आप के बारे खुश नसीब वाले थे वे इंसान जो आप के शिष्य थे ❤
मुंशी प्रेमचंद की लेखनी जीवन k अथाह सागर को खंगाल k rakh देता है. प्रेम चंद जी की कहानी एक सम्पुन जीवन को एक कहानी में मोती की तरह पिरोए रखने का साहस रखता हैं ❤ इनकी हर एक कहानी सर आंखों पर 🙏🙏🙏🙏🙏
प्रेमचंद the ग्रेट
Sach emaandari bhut bhaari cheej hain enko to koi bhaari ensaan hi sath lekar chal sakta hai.
Jab bhi kanhi mai low feel karta hun , Doordarshan ke purane din ko yaad kar leta hun aur sab theek ho jaata hai. very nice and salute to all the actors .
Human Ki honesty always gives good result at finally
very nice मज़ा आ गया
thank u so much
Aaj sarswati puja hay apne us din ko yad kartahu jab hum school ke hall me in puja ke din he is kahani ko natak ke rup me khela tha tab bade sarahna Hui the is sirial ko dekh ker purani yad taja ho gaye guljar jee ko sukriya 🎉🎉🎉🎉🎉
Bahut badhiya.. munshi premchand hamesha amar rahenge 🙏
पुरानी यादें बहुत परेशां करती है । सब कुछ है इंसान के पास पर पुणे वक़्त हमेशा जेहन में बरकरार रहता है। न भुला है न भूलता है न भूलने देता है । वो कसक वो कशिश दब याद है खेत खलियान चलते फिरते खेत मटर गन्ना गांव के लोग कहते थे अरे बिटिया आई है शहर से खाइलो बिटिया क्या प्रेम था लिखने लगी तो रात कम हो जायेगी ।।।।
*कलम का सिपाही मुंशी प्रेमचंद क़ो मेरा कोटि कोटि नमन!*
🙏🙏🙏
Dil khus ho gya Ye Story dekh
Imandari se ki gai mehant ka fal ek din jarur milta hai ❤😊
वास्तव मे सच का माथा हमेशा ऊंचा होता है | बंशीधर जैसे नमक के दरोगा अब नहीं होते केवल कहानी मे होते हैँ |
शत शत नमन मुंशी प्रेमचंद जी
Inki lekhni padhte hi uss story ki sari image mind me set hote jati hai turant imagine hone lgta hai ,aisa lgta hai ki unki stories ke hum bhi kirayedar hai
महीने की तनख्वाह तो पूर्णमासी का चांद हैं
Aisa line Premchand ji ke kalam se hi nikalata hai
मुंशी प्रेम चंद्र जी धन्य है आप, कलम के धनी हैं आप, आप कहानी नहीं हकीकत लिखते थे आप❤❤
प्रेम चंद जी को जय भीम, पर नमक के दरोगे जैसा आज वर्तमान में एक भी दरोगा नही है
लेकिन पंडित जी जैसे बहुत पंडित जी है
@@shitalvaishnav192 mtlb
@@shitalvaishnav192tujhe bada PTA hai
@@shitalvaishnav192 ❤❤❤❤
काश ये कहानी आईएएस के एग्जाम में शामिल होती
Haa bahi Godan aur poosh ki Raat Ghaban Kafan aata h bahi
Sabse best Poosh ki Raat and Kafan
Imandari ka sabab ek din milta hi h❤
आज यही मोदी सरकार मे हो रहा है कश! हमारे परम पूजनीय प्रेम चंद जी होते तो ऐसे सरकार पर धिंकारते
🙏
Tumhe Vo zamana achcha lagta jb 500 riupya wazife ke liye aata aur student ko 300 milta
Ab direct bank me aata hai to maza nahi aatav
Superhit Prasar Bharati Prasar Bharati
Bahut sundar
Waise to maine premchand ki kahani ka bs nam suna hai aaj unhe dekhkar bahut achha lga ❤❤
मुंशी प्रेमचंद जी की रचनाएं
दो बैलों की कथा
पंच परमेश्वर
ईदगाह
ठाकुर का कुआं
पूस की रात
बड़े घर की बेटी
नमक का दरोगा
कफ़न
कर्मों का फल
बूढ़ी काकी
कायर
शिकार
नशा
स्वामिनी
सवा सेर गेहुँ
गुल्ली-डंडा
दुनिया का सबसे अनमोल रत्न
मैकू
दुर्गा का मंदिर
दो भाई
जुलूस
समर-यात्रा
हार की जीत
परीक्षा
सच्चाई का उपहार
धर्मसंकट
विषम समस्या
उपदेश
मन्त्र
सेवा-मार्ग
बंद दरवाजा
त्रिया-चरित्र
क़ातिल
क्रिकेट मैच
कर्मों का फल
इस्तीफा
आत्माराम
गुलज़ार साहब से ज्यादा कोई इसे बेहतर पेश नहीं कर सकता था
Love Form dataganj
The Great Novelist in the world
Bahut badhiyan prasang bachapan ki yaaden tarotaja karti hai kyonki dehi Ke deh me pramashtisk poorani yaadon ko sanrachchhit rakhane me har dehi ki deh sada se hi samarth raha hai om namah shivaya om
आज एक बार पुनः हम अतीत में चले
आधी से अधिक शताब्दी बीत जाने के बाद भी प्रेमचंद जी के बिना हिंदी साहित्य की कल्पना भी नहीं की जा सकती
Honesty is the best policy..👆👆🙏🙏
Beshak, sach aur imandari ki hamesha jeet hoti hai
मुझे तो इसमे नमक व्यापारी ही सही लगा
दारोगा अगर देश प्रेमी होता तो नमक को जाने देता
my fav story munsi premchand
1. Kafan
2. sadgati
3. Thakur ka kunwan
4. namak ka darogha
5. Bhuddi kaki
6. sawa ser genhu
2belo ki katha 😂
Eed gah
कजाकी
मंत्र
गौ दान
मुन्शी प्रेमचंद म्हणजे बावनकशी सोनंच
बहुत सुन्दर प्रस्तुति है 🙏🙏
बहुत शानदार प्रस्तुति। मतलब चोर और डकैत को भी अपना कारिंदा ईमानदार चाहिए🙏🙏🙏।
बेहतरीन कहानी
आठवीं में 2 का पाठ था।😢😢so miss 2008
So refreshing, though out of context in current era. 👍
What a visionary. Today all top IITians moves to US and Europe. US and Europe are this pandit ji.
बहुत अच्छा लगा
पूरी कहानी खत्म हो गई पर हुक्का से धुआं नहीं निकला,क्या प्रेमचंद के समय में हुक्का पीने वाले धुआं नहीं निकालते थे।
I am a UPSC aspirant and our mentor asked us to watch this . Pretty Ethical .!!
बहुत ही शानदार
Honesty is the best policy ❤❤
Pus ki rat, bahut acha nibandh hai...aaj kal book se ye sab lesson gayab ho rahe hai
Arya कहीं से आए नहीं थे. यह मनगढ़ंत कहानी अंग्रेज़ी इतिहासकारों ने गढ़ी है.
😊
Chutiye...angrezo ki Arya wali baat pe disagree karte ho..baaki baato pe kaahe agree karte ho ..kitni padhai ki hain...tumahare baap ne itihaas likhi hain kya..chutiye
शानदार❤फिल्मांकन
I had read this story of Munshi Prem Chand in High School in 1961
Sattya hi us parmatama bhagwan ji roopy mahasattya tak maarg Prashast karane mein sada se hi samarth raha hai sadiyon se om namah shivaya om
Text book me humne padhi thi ye kahani.❤
Today's era to imagine father and son story and how to do run forward bribery🙏🙏🙏😴😴🙏🙏🙏🙏
DD one par aata tha
mujhe bahut intzar rahta tha kab chalega kab dekhe
Munshi Premchand Amar hai ❤😢
मैं पूछता हूं कि कितने लोग आज
ईमानदारी के पथ पर चलते है क्या आप चलते है ?
PRASAR BHARTI
Shandar❤❤
Premchand sabhi kahaniyan romanchak aur adbhut hin hai kintu imandari se aaj bhi kam kiya jaye to janata ki dasha badal jayegi.isemai ne1982 me class 9th me pada tha.
Ab vo bachpan nhi aayega ....itna pyara samye tha vo.
Bhut achchi khani
अपने काम के प्रति वफ़ादार