Thakur Ka Kuan | ठाकुर का कुआँ | Tehreer - Munsi Premchand Ki...
ฝัง
- เผยแพร่เมื่อ 24 มิ.ย. 2023
- Prasar Bharati Archives presents 'Tehreer' Munsi Premchand Ki.. which is a small collection of tales dealing with harsh realities of poverty and daily struggles of city-folks. An adaption of some of the finest works from famous Indian writer Munshi Premchand.
Thakur Ka Kuan | ठाकुर का कुआँ
Jhokhu and Gangi are a young couple who belong to the deprived communities in a village. Their refusal to work in the fields of the higher ups draws their ire and they contaminate the village well, which the marginalized caste use for drinking water. Left with no choice and an ailing husband, Gangi is forced to draw water from the well of the Thakurs.
#caste #class #untouchable #drinkingwater #village #thakur #society
Click the link to licence recordings of DD & AIR :- prasarbharati.gov.in/pb-archi...
Join this channel to get access to perks:
/ @ddarchives
Click here to see for Membership Exclusive contents:
• Members-only videos
Click on the link for Exclusive Archival content:
1- India’s March to Freedom and Beyond - • India's March to Freed...
2- Great Musician and their Creation - • Great Musician and the...
3- Journey of Election in India - • Journey of Elections i...
4- Preserving India’s Cultural Traditions - • Preserving India's Cul...
5- Freedom Fighters - • Freedom Fighters
6- My India My Pride - • My India My Pride
7- Timeless Memories from All India Radio - • Timeless Memories from...
8- From the Ramparts of Red Fort - • From the Ramparts of R...
9- Film Nostalgia - • Film Nostalgia
10- Immortal Voice of Mahatma Gandhi - • Immortal Voice of Maha...
11- Constitution of India- A Journey - • Constitution of India ...
12- Path to Glory - • Path to Glory
DISCLAIMER - "The views, information, or opinions expressed in this interview/programme are solely those of the individuals, Prasar Bharati neither endorse them nor is responsible for them in any way"
Connect with Prasar Bharati Archives:
Follow PB Archives on FACEBOOK: / ddarchives
Follow PB Archives on TWITTER: / centralarchives
Follow PB Archives on INSTAGRAM: / pbarchives
Follow PB Archives on KOO: www.kooapp.com/profile/pbarch...
You can watch our Archivals footage also at android platform on NewsOnAir PrasarBharati Official app AIR News+Live from the Google play store: play.google.com/store/apps/de...
Subscribe our channel for more updates. - ภาพยนตร์และแอนิเมชัน
मैं एक ब्राह्मण हूँ भाई बहुत बुरा लगा देख कर कितने घटिया सोच के लोग थे बाबा साहेब को दिल से नमन करता हूँ 🙏 जातिवाद और छुआछूत को जड़ से खत्म करना होगा 😢😢जय हिंद जय भारत 🙏
Abhi nhi hua abhi bhi h गावो m
आज भी आपके गांवों में ये सब हो रहा है । दुःखी न हो उन गरीबों के साथ खड़े हो जिनका जाति के नाम पर शोषण हो रहा है
Belkul right 👍
अगर और अधिक जातिवाद चला तो इस देश के कई टुकड़े हो जाएंगे।
😢❤
मेरी उम्र 71 साल है! मैं फैजाबाद का रहने वाला हूं!! जो बच्चे बड़े ये सीरियल देख रहे है उनको लगता है ऐसा नहीं होता था तो वो बिल्कुल गलत है! बल्कि इसमें उनके जुल्म का 1% ही दिखाया गया है! बहुत जुल्म करते थे पंडित और ठाकुर लोग!! आज भी ये जुल्म ही कर रहे है
किस ठाकुर पंडित ने तेरी बहन बेटी उठा ली, मर जा कुंठा से
Pandit ko badnam mat karo chacha ...
Kyu badname kar rahe ho thakro ko yaar agar us time inki talbaar na hoti to Desh aaj bhi gulam hota... Rajput pehle bhi balidani the or aaj bhi hai....atal bihari vajpayee ji ne ye mana tha or kaha tha ki hamne samaj k Sabse bade barg ko ladne k adhikar se banchit kar diya...par aap log nahi sudroge aap to bahi manogo jo sunoge...kher ithas dekh lena Rajputo ka Desh k prti kya yogdan raha h hame kisi ko batane ki jarurat nahi hai... murkhon ko samjhane se koi fayda nahi 😊
तभी तो तेरी उम्र 71 वर्ष है
Abe bsdk ke ab bacha ho kya hai MC ,sab to dekh hi rhe hai ,in ma..dhar choo.... Brahmano se achhe to rakshak hai. @@prashantmishra1809
ठाकुर, बाभन, राम राम छी छी, राम राम छी छी 🚩 मुंशी प्रेमचंद जी को कोटि कोटि प्रणाम 🙏 जो समाज के इस चरित्र का चित्रण किया।❤
सब्दों से ही इस बात को लेकर काफी कुछ कह दिया
Bhaiya Aaj ke samaj me aap ji rahe hain
Is sayam thakur , babhan ko to Mt kaho kaun sa
@@punitdixit5076 शिकारी राम राम छी छी छी ठाकुर छी छी छी छी छी छी छी छी छी छी छी ठाकुर
प्रेम चंद्र भी ब्राह्मण ही था, यहां सोच ठाकुरों वाली है वो ठाकुर एक चमार, पासवान, कुर्मी, ब्राह्मण, राजपूत या आदिवासी कोई हो सकता है,उसे अपने पद और रसूख के आगे जमाना नहीं दिखता ....आज अगर पद निम्न जातिवादी के पास है फिर भी तो शोषण हो ही रहा, हमे सोच बदलना होगा, जाती तो अपने कर्मों और संस्कारों का धरोहर है जो किसी को सामाजिक मर्यादा को लाँघने की इजाजत नहीं देता।
@@AmitKumar-mv7rnbhimte chimte😂🎉
अगर आज हम इन सब चीजों से थोड़ा भी छुटकारा मिला है तो सिर्फ और सिर्फ बाबा साहेब डॉ भीम राव अंबेडकर की वजह से । कोटि कोटि नमन है इस महापुरुष को 🙏🙏🙏
हमारे लोगों ने कितना कष्ट और यातनाएं सह कर अपनी जिंदगी जिया है... मुंशी प्रेमचंद , बाबा साहेब जैसे तमाम हस्तियों को कोटि कोटि नमन 🙏🙏खुद कष्ट सह कर हमे सुख की जिंदगी दिये🌹🙏🌹
Lekin tab bhi tume kutte ki punchh ho, aur badalte nahin. Aaj bhi wohi pundit aur bhagwan hai tumhara jo tumhein neech banaya hai.
जब फिल्म गुलजार साहब बनाएंगे तो इसी तरह से हिंदुओं को हिंदुओं से लड़वाएंगे। एक हिंदू के प्रति दूसरे हिंदू के लिए नफरत नस नस में खोल दी है इन गुलजारो ने। भाई लोगों जरा कास्टिंग के नजर डालो फिल्म के निर्माता गुलजार साहब है।
Jai Bhim
@@devchand5320 जय भीम brother ❤
देख भाई तुम लोगों पर ठाकुर पंडित मिल के यातनाए दी है
आज भी तुम्हारे उपेर ओही बैठा हैं
मुंशी प्रेमचंद जी कायस्थ थे उच्ची जाति के थे। फिर भी उन्होंने समाज़ के दबे कुचले लोगों के लिए भी काव्य रचनाए लिखी।
कायस्थों को ब्रह्मणवादियो ने शूद्र घोषित कर रखा है। विवेकानंद को धर्मसभा में जाने की अनुमति नहीं दी यह कहकर की वे शुद्र है।
दलितों के उत्थान के लिये दलितों से ज्यादा सवर्णों ने प्रयास किया है ! मुंशी प्रेमचंद जी कायस्थ थे !
@@user-kf2ey4gv8pफिर विवेकानंद जी ने क्या उत्तर दिया यह याद है, इसलिए किसी के कहने से कुछ नही हो जाता, व्यक्ति जो होता है वही रहता है, और यदि कोई इर्ष्यावश आरोप लगता है तो उसे सिद्ध करना पड़ता है। जैसे उसका जवाब स्वामी विवेकानंद जी ने दिया । वास्तव में कायस्थ ब्राह्मण और क्षत्रिय दोनों वर्णों से श्रेष्ठ हैं तथा इन्हें दोनों वर्ण धारण करने का अधिकार है ।
अंत में.....
हाथी चले बाजार, कुत्ते भौंके हजार
सादर 🙏🏻
@@prashantkayastha2465आदमी अपने कर्मो से बड़ा होता है ना कि जाति वर्ण से,समझे लाला
Lekin baba ji ne kewal apni jaati-biradari ke logon ka hi khayal rakha. bade afsos ki baat hai, jab azadi ki ladai chal rahi thi toh baba ji aur jina apni hi tarah ki maang kar rahe the, dono ne apne hi logon ko baant kar rakh diya
Great sri Munsi Premchand ji.
Naman apko.
तन पर पहनने को कपड़े नहीं
पैर मे पहनने को जूते नहीं।
फिर भी समाज के कुरीतियों पर ढेरों कहानियाँ लिख डाली ।
धन्य हो आप 😢
प्रेमचंद जी को बार बार नमन क्योंकि अगर वो इस दृश्य का चित्रण नहीं करते तो आज हमलोग को केसे पता चलता कि पहले ऐसे ऐसे जुल्म लोगों पर करता था। 😊😊😊😊😊
Oye yadav limit me raho apni 😐
@@payalsinghrajput4344mugalputani aaja haweli pr😅
Itihaas bura lagta hai @@payalsinghrajput4344
प्रहार सिर्फ हथियार से ही नहीं अपितु कलम से भी गजब का होता है 🙏🏻🙏🏻नमन प्रेमचंद जी के चरणों में 🙏🏻
Ak din fir vahi dour ke liye tayar ho jao...
Garv hai.. Mere puravjo ne hamesha dharm ki pavitrata kayam rakhhi..
Sab nich ki oukat fir yaad dilana hamara kartavya. Hai.. Varn bhagwan ne banaye... Apne purkho ki tarah jivan jio
Aajkl wo hi bika huaa hain
@@kbgeth4195😂
@@kbgeth4195 sharam bhi nahi aayi hogi ye likhte hue, nich toh tu hai jo caste basis per functionalities tay kar rha hai aur haa ab tumhari aaukat nahi hai dalito se uss aandaj mein pesh aane ka jaise pehle karte the. Baba Shahab ne Constitution tum jaiso ko hi dhyaan mein rakh kar banaya tha.
बिल्कुल सही कहा
मुंशी प्रेमचंद जी का बहुत बहुत आभार व्यक्त करता हूं। उन्होंने अत्याचारियों के अत्याचार को उजागर किया। और सत्य दिखाया।
यह मुंशी प्रेमचंद के उपन्यास का हिस्सा नहीं यह एक मूल्ला गुलजार की लिखी नाट्य कथा है ।।
ये वामपंथी विदेशी और जेहादियों द्वारा भारतीय इतिहास में मनमाफिक घुसपैठ कर रहा सनातन को चोट पहुंचाने के लिए रचे गए दुष्स कुकृत्य हैं।
ताकि भारत को कमजोर किया जा सके।।
@@veersinghtomar2915,, story writer मुंशीजी है और script writer गुलजार जी है। कहानी को जो पर्दे पर दिखाता है वह स्क्रिप्ट राइटर होता है।
@@veersinghtomar2915इसीलिए तो मुस्लिम और दलित एक दूसरे को अपना समझते हैं
हमारे पूर्वजों ने कितना जुल्मो सितम झेला है। बाबासाहेब और तमाम महापुरूषों, जिन्होंने हमलोगों को तमाम तरह के हक, अधिकार दिलाये उन्हें मैं कोटि कोटि नमन करता हूँ🙏🙏
मुंशी प्रेमचंद जी अपने कहानियों के माध्यम से भारतीय समाज को सुधारने और जागरूक करने का प्रयास किया है।मुंशी प्रेमचंद जी को कोटि कोटि नमन🙏🙏
पुराने समय की कुरूतियां ह्रदय विदारक थी... ग्रामीण क्षेत्रों में कुछ हद तक हमने भी इन सब चीजों को सहा है... और दुखद ये भी है कि आज भी ऐसी घटनाएं देखने को मिलती हैं तो ह्रदय पीड़ा से कराह उठता है... मुंशी प्रेमचंद जी के श्री चरणों में बारंबार चरण स्पर्श... 🙏
😂😂😂😂
Varn, parmpara, riwaj bhagwan ne banaye hai... Aaya muh uthake... Aaj bhi varn hai jab tak the hindu dharm rahengaa nich nich hi rahengaa😅
Bharat me Bhagvan bharose murkhon ki kami nahi he sirf Pakhand Natak jyada he Bharat me
Sahi kah rhe h ap aaj hi ye sab dekhne ko milta h isse buri hmre Desh ki dasha kya hogi
Are tumlog Aarakshan kab chhodoge ye to batao pahle
@@singga6946 Jab tum log Caste System chhor doge.......Apki marzi !
कुआं ठाकुर का
खलिहान ठाकुर का
खेत ठाकुर का
.....लोग पानी के लिए तरस रहे है
फिर भी कट्टर हिन्दू बने घूम रहे है ।
Kisi ko hindu bane ki jarurt nhi hai
🍷 ye to chalo christianity me convert ho jaw.
Or aaram ki zindagi jeene ki agreement krlo
भैया कहा हो? आज सब खलिहान के मालिक है सबका अपना पानी का स्रोत्र है।
लालू जी , मुलायम या मायावती को देखलो।
उनके जितने पैसे तो किसी के पास नही।
❤❤❤❤❤❤❤
Sarkari seva aapki naukari aapki thakur to bs jee rhe hai,hindu bane nhi ghum rahe real hai...the boss
भारत वासी यदि तुलसी दास की जगह मुन्शी प्रेमचन्द को पडते तो उनमे ज्यादा इंसानियत ओर मा नव ता होती।
बिल्कुल सही कहा आपने👌
तु भिमटे वाला दिमाग मत लगा, मुंशी जी राम भक्त थे
ऐ सीन देख कर याद आ रहा है साल 1980से1986का साल में हमारे दादा जी के सगे भाइयों ने पानी नहीं लेने दिया चापा कल से आज ऐ सीन देख कर अपना बीता हुआ समय का याद ताजा हुआ है हम भी भूमिहार ब्राह्मण जाति से है मुंशी प्रेमचंद जी कोटि कोटि नमन करता हूं
मुंशी प्रेमचंद दलितों और शोषितो की समस्या को उजागर करने में पूर्ण सफल रहेे हैं
BENGALI KAYASTH BENGALI THAKUR(JAMIDAR ), SAME. PAR AAJ AUR BANGAL ME YAH SAB NAHI HOTA HAIN.
मुंशी प्रेमचंद कितने आदर्शबादी पुरुष थे। यह समाज के लिए प्रेरणा है। जो कि सबल हमेशा दुरबल को सताते आया है । कलेजा काप उठता है।
शुक्रिया बाबा भीमराव अंबेडकरका जो उन्होंने हमें हमारे समाज में स्थान दिलाया 🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼😢😢
Esthan samaaz me nahi
Esthan es Bharat ki Dharaa par
अभी भी वह स्थान नहीं मिला जो मिलना चाहिए
@@chandraprakashahuja958sahi kaha pahle sab apni sima jante the.. Dharm ka bhrasht kar diya..
@@rk7513chal kounsa sthan varn ke hisab se raho..
Jo nahi rahenga... Nikal jao.
Juta sir par nahi pahna jata😅
@@rk7513 u r right
लालू प्रसाद यादव जी ने ऐसे ही लोगो से बिहार को आजाद कराने का काम किए जय हो लालू प्रसाद यादव जी
Murho estate, pappu Yadav sahabuddin ye sab bhi samanti hi the or khud dusra thakur ban gaya woh.
ये चोर लालू यादव कहां से आ गया😅
Lalu parsad ne aajad nhi kraya blki unki julm se bihar aajad hua hai rab na kre ki dubara bihar lalu ka gulam bne
मनोज झा ने राज्यसभा में ठाकुर का कुआं .....कविता पढ़ी तब यहां आया हूँ।
मुंशी प्रेमचंद जी की लेखनी को कोटि कोटि नमन 🙏🙏🙏
जब फिल्म गुलजार साहब बनाएंगे तो इसी तरह से हिंदुओं को हिंदुओं से लड़वाएंगे। एक हिंदू के प्रति दूसरे हिंदू के लिए नफरत नस नस में खोल दी है इन गुलजारो ने। भाई लोगों जरा कास्टिंग के नजर डालो फिल्म के निर्माता गुलजार साहब है।
Saarika g singh means Thakur hi hota h na ?
BENGALI KAYASTH BENGALI THAKUR, SAME. PAR AAJ AUR BANGAL ME YAH SAB NAHI HOTA HAIN.
@@sirajibnmuhammad2572Sabhi Brahman ek jaisa hota hai, sirf uttarpradesh Bihar aur Gujrat ka Brahman thoda zada harami hota hai
@@Geeta_Ek_Atanki_Grahant BENGALI BRAHMINS HAVE NOTHING TO DO WITH ANY OTHER BRAHMINS IN INDIA.THE CASTE SYSTEM & CULTURES OF BENGAL ARE COMPLETELY DIFFERENT COMPARED TO ANY OTHER PART OF INDIA.
मुंडी प्रेम चंद( is Gret ) महान लेखक थे जिनकी कहानी दिल को छू जाती हैं बहुत पुराने लेखक इन की कहानी हमे भी याद कराई जाती थी 1976
Tjp
हजारों बार नमन है बाबा साहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर जी को जिन्होंने इसके खिलाफ आवाज उठाया और समाज में फैले इस अन्यायपूर्ण स्थिति रवैए से पीड़ितों वंचितों महिलाओं को ऊपर उठाया। कैसा क्षत्रिय अगर न्यायपासंद न हो। पहले लोग केवल ढकोसलेबाज होते थे।
Naam ke piche singh Lagane se koi thakur nhi ban jata
@@AryanSingh-gn7gm तुम्हारी मां बहनें ठाकुर नहीं हैं क्या जिनके लिए बाबा साहेब ने कानून मंत्री का पद छोड़ दिया था। जो न्याय की बात न करे वो ठाकुर कैसा।
Thakur yudh mai Orr kayar charad mai
@@AryanSingh-gn7gm अभी कितने लोग युद्ध में हैं ? मेरे चार चाचा फौज से रिटायर हुए हैं। इतिहास की बात मत करिए मैं कुछ बोलूंगा तो बुरा लग जायेगा।
पहले आपकी तरह मैं भी सोचता था। पर अब सच्चाई जानने के बाद मुझे हंसी आती है।
मुंशी प्रेमचंद की लेखनी को कोटि कोटि नमन
I am a thakur and feel very bad😢😢 after seen these story thanks for baba saheb bhim rao ambedkar and all social reformers and freedom fighters
Mo
Do you think any change ??😅😅😅😅
Tu thakur hai leki tu garib thakur hai 😅😅😅
@@samantsahu08tere jeso ke muh me moot denge chahe garib ho ya amir 😂 Thakuro se jinki kabhi ladai nhi hui hoti whi halke me leta hai jiske ek adh las gir jati hai wo Thakuro ki traf dekhta bhi nhi aage se
THERE ARE NO ORIGINAL KSHATRIYAS OR RAJPUTS LEFT IN THEIR ORIGINAL FORM TODAY.BIMARU GOO PATTI WALE KALE FARZI JAHIL LATHKHOR BIMARU CHHAKKE KAB SE RAJPUT HO GAYE BE, LOW BORN BIMARU WORTHLESS UNTOUCHABLE ILL-OMENED COMMUNITY.
यह देखकर भी बहुत से लोग बाबा साहब के योगदान को भूल जाएं तो यह लोग इसी के लायक हैं
यह बहुत ही मर्मस्पर्शी कहानी है। इस कहानी के माध्यम से उपन्यास सम्राट मुंशी प्रेमचंद जी ने जमींदारी, सामंतवादी ,जातिवादी और छुआछूत से ग्रसित भारतीय समाज पर कठोर प्रहार किया है।
भारत वर्ष के माहान उपन्यासकार मुंशी प्रेमचंद जी को कोटि कोटि नमन। उन्होंने अपनी कहानियों, उपन्यासों में वास्तविक, व जीता जाकता धटनाओं को प्रस्तुत किये।जो दिल को छू जाने वाली होती हैं 😢😢😢😢😢😢 देखने पढ़ने पे यह पता चलता है कि हमारे लोग बहुत कठिनाइयों,दर्द से जीवन यापन कियें।आज भी कहीं कहीं यैसा होता है।आज भी ठाकुरो की तरह हैवान दुस्ट इस धरती पे है जो देखने के बाद बहुत कष्ट होता है।
जब ठाकुर पानी नही पीने देते तोह ये लोग कैसे जीवित थे मेरे घर का खाना आज भी दलित समाज से आती है वही बनाती है जिनको हम डाई मा कहते है कोई छुआछूत नही है बहन ये प्रोगन्दा है हिन्दू धर्म को तोड़ने
उद्धरण के लिए श्रीराम ने मा सबरी का जुठा बैर खाया महाराणा प्रताप भीलो के साथ खाना खाते है उनके साथ रहते है क्या ये ठाकुर नही थे राजा हरिचंद्र, राणा भगीरथ इनको भी पढ़ो बहन
भारत वर्ष के महान् उपन्यासकार कहानीकार एवं विचारक ❤
बहुत ही मार्मिक चित्रण किया है इस समाज का..
बस फर्क इतना है पहले और अब के समाज मे कि पहले जाति में बंटा था अब अमीर और गरीब में..
Bilkul lakin hame amir bankar ghamandi amir ko nicha dekhana hai
kisne kha aaj jativaad nhih? gaon gye ho kbhi? jao or dekho. or seher kitne ?
मुंशी प्रेमचंद की इन हृदय हृदय विधायक कहानी लिखने पर मुंशी प्रेमचंद जी को सादर कोटि कोटि नमन करता हूं
🍁🍁प्रेमचंद जी ने 'ठाकुर का कुआँ' कहानी के माध्यम से हमारे समाज में व्याप्त जातिप्रथा की सबसे घृणित परंपरा छुआछूत के कारण तिरस्कार, अपमान और मानवीय अधिकारों से वंचित जीवन जी रहे अछूतों की सामाजिक और आर्थिक स्थिति को बयां किया है. 'ठाकुर का कुआँ' स्वच्छ पानी के लिए तरसते अछूत जीवन की वास्तविक कहानी है. हमारे पूर्वज लोगों ने कितना जुल्म सहा है। बाबासाहेब और तमाम महापुरुषों को जिन्होंने हमलोगों को हक अधिकार दिलाये। उन्हें मैं कोटि कोटि नमन करता हूँ 🙏🙏🙏
नमन है मुंसी प्रेम चन्द्रजी को ।
🙏🏾🙏🏾🙏🏾🙏🏾🙏🏾
आभार उन संविधान निर्माताओं का जिन्होंने इन जैसे ठाकुरों और मनुवादियों से डटकर मुकाबला करने का अधिकार हर भारतीयों को दे दिया
Arey salo thakuro ne apni jamin de h is desh ko banane m. Tum jase kabhi sapne m bi nhi soch sakte ho. Asa krne ki, thakuro ne hi dhram k liya or sab jaati k liya apne sar tk katvaye h salo.😎😎
जमीन भी रियासतों ने दी तब भारत बना है, अम्बेडकर ने नहीं दी, अम्बेडकर साहब ने भारत को एक दिशा में काम करने की प्रेरणा और दिशा दी
@@youtubeka_messiज़मीन किसी ने मुफ्त मे नहीं दी, सबको मुआवजा मिला. और जो जमींदारी प्रथा थी वो खत्म होनी ही थी.
@@youdhveersingh3827 पूरा भारत रियासतों मे बंटा था किसको मुआवजा मिला सही कीमत के बराबर
@@youtubeka_messi लोकतंत्र आने के बाद राजशाही खत्म तो किसी भी राजा की जमीन उसकी कैसे रहेगी. वो सरकार और जनता की होती है. 500 राजाओं को बैठे बैठे लाखो रूपये 1971 तक मुआवजा मिलता था जबकि देश के लोगों के पास खाने को रोटी नहीं होती थी. आजतक उनकी जो हवेलियां, अचल सम्पत्ति हैँ उनके पास ही हैँ.
मुंशी प्रेमचन्द जी जैसे कलम के जादूगर जिन्होंने समाज का असली चेहरा सबके सामने लाया, दिल से नमन उनको ❤❤❤
इतनी कड़वी सच्चाई लिखने के लिए साहस चाहिए चरणों में नमन है प्रेमचंद जी को😮
हिंदू ऐसा धर्म हैं जिसमे गांव मैं इंसान तो छोड़ो कुआ हैडपंप घाट शमशान सभी की जाति होती है
सामाजिक कुरीतियों और धर्म में अंतर है
smajik kuritiya dharm ko hi source bnaker kiye jate the our kiye ja rhe hai @@pankajend5473
@@pankajend5473, और यह अंतर खतम क्यों नहीं हुआ ????
Ese dhrm ki maa ki c
@@raghunandan1900 अज्ञानता के कारण!!!
मुन्सी प्रेम चंद जी की सारी कहानियां बहुत अच्छी लगती हैं हम एक एक कहानी को 100 100 बार देख चुके हैं लेकिन फिर भी अच्छी लगती रहती है जय भीम जय पेरियार 👍👌❤️🌹
Mai Brahman hu lekin mafi mangta hu apne purvaj ki taraf se
कायस्थ शिरोमणि मुंशी प्रेमचंद जी उर्फ धनपत राय श्रीवास्तव जी को शत शत नमन 🙏🏻
Manuvadi soch smaj ke burai h
Heart touching story by
Great writer munsi Prem chand
मुगल और विदेशी के समय को छोड़ दिया जाए तो ऐसी घटनाएं कहीं देखने को नहीं मिलती है। महाराणा प्रताप, शिवाजी, आल्हा ऊदल, प्रभु श्री राम, राणा सांगा, राणा कुंभा। बहुत से ऐसे महान क्षत्रिय योद्धा थे जो अपने स्वाभिमान के लिए सब कुछ न्योछावर कर दिया।
इसमें कौनसे मुगल और अंग्रेज थे 😂
शिवाजी का नाम मत लो वे इन नकली वीरो में से नहीं थे जो मुगलों और अंग्रेजो को अपनी बेटी-बहनों को देकर भी सत्ता में बने रहना चाहते थे।
@@jaijatav1375to inke samaya inme se kis ne dalito par atiyachar kiya bataoo jara Bhai maharanapratap to khud bheelo ke sath rahe ha .Pahale history pado Rajasthan ki 😂😂😂😂😂
@@SHAKTISINGH-kf7no maharana pratap ki majburi thi, rana ghayal ho gaya tha Haldighati ke yuddh me
@@jaijatav1375Rana punja ke bare me padoge to tume apne aap sare answer mil jayenge.
कलम का सिपाही... Respect प्रेमचंद❤❤
BUT BENGALI KAYASTHA BENGALI THAKUR(JAMIDAR), SAME . PAR AAJ AUR BANGAL ME YAH SAB NAHI HOTA HAIN.
जितना जिसके भाग्य में होता है मिलता है लेकिन ये सब देख कर ऐसा लगता है कि पहले के लोगों के अन्दर मानवता नाम की कोई चीज नही थी बडे़ लोगों में घमंड था जो किसी के दुख दर्द को समझते नही थे
Jay RJD jindabad
@@shreechandankumar3622 Lalu bhi toh thakur hi hai jo 17 months mein sc st atrocities maximum case yadav pe hue.
आज के समय में ऐसे सीरियल जनता को दिखाने चाहिए, ताकि लोगो को पता चल सके की वर्ण व्यवस्था से हमने कितना सहा है, ओर वर्ण व्यवस्था ने कितना दबाया है।
Ab to nahi sah rahe hai
अति मार्मिक कहानी जो समाज के उन लोगों को दर्शाती है जिनके साथ इतनी ज्यादतीया हुई निशब्द हूं मैं 😢क्या इंसानियत मर चुकी थी उस समय 🙏🙌
जिंदगी देने वाले मां बाप,और जिंदगी जीने के अधिकार देने वाले बाबा साहब अम्बेडकर हैं
देश की कड़वी सच्चाई लिख के गए मुंशी प्रेमचंद ने ।
अगर ये सब देखकर भी हमारे समाज की आंखे नही खुलती तो थू है हमारे इस नाकारा समाज पर# जय भीम जय भारत जय संविधान,मुंशी प्रेमचंद जी अमर रहे
Munsi prem chand was the great social thinker , naman he unko
प्रेमचंद जी ने मनुवादियो के मुँह पे तमाचा जड़ा है🙏
@@theone-ox6ucआरक्षण पे छाती पीटने वाले स्वयं आरक्षणम् भक्षन्ति
@@theone-ox6ucअपने बाप का औलाद न भवंति,ब्रह्मा मुखों उत्पन्न भवति,भिक्षा पर जीवन गुजर करती😂
Apne pitaji se puchho ke Yadav aapne kua se Dalit ko pani pine dete the
@@arunrana2918apne baap se Jake puchh yadav ko 90 ke dasak ke pahle kursi chharpai par nahi bhaithne dete the thakur bhraman 😢
@@theone-ox6uc त्वं फटती फटत फतंटी,, न्यू अवतार की नसबंदी करनती,, अहम लाठ्यन पित्यंती
धन्यवाद प्रसारभारती >>>>>
स्वतंत्रता पुर्व कालका यथार्थ चित्रण.
स्व.मुनशी प्रेमचंद, असिम प्रतिभा !!!.
उनकी अनेक अविष्कारोमेसे एक मनको
छु लेनेवाली कथा.
उनको मनस्वी नमन 卐ॐ卐
सादर नमन करते हैं मुंशी प्रेमचन्द जी को जिन्होंने अपनी कलम से समाज की स्थिति का सही सही चित्रण किया है और वास्तविकता से रुबरु करवाया है।
आपके उपकार अनगिनत हैं मुंशी जी!🎉🎉❤
Munshi Premchand ki likhne ki shaili Dil ko chhooo lene wali hai.
बाबा साहेब को भूल मत जाना.. आज हमे अधिकार दिये..
अतियंत् दुख हुआ ये सब देख कर...😢
. Jai भीम जय भारत
जय भीम
Jay bhim
तेरी मां का चोदो बाबासाहेब बाबासाहेब बोलो ,लेकिन वोट बीजेपी को ही दोगे
Ye ambedkr ko bhi thakur ne hi pdhya tha samjhe
@@theusharohilla लन्ड पढ़ाया था।
यह फिल्म देखकर मन पीड़ा से भर गया। हमारे समाज में ऐसा होता रहा है इस बात पर विश्वास नहीं होता।कोई इंसान इतना क्रूर हो सकता है इस बात पर यकीन ही नहीं होता।पर दुर्भाग्य से यह सब सही है। और सच तो यह है कि कुछ हद तक अभी भी होता है।पर एक बात मैं कहना चाहता हूं।वह यह कि एक ही डंडे से सबको नहीं हांका जा सकता।उस समय भी कुछ लोग अच्छे रहे होंगे जिन लोगों ने इन सबका विरोध किया होगा। जैसे मैंने सुना है कि डाक्टर अम्बेडकर साहब को किसी राजा ने पढ़ाया था। और मुंशी प्रेमचंद को ही ले लीजिए।वह भी सवर्ण जाति से हैं पर दबे-कुचले समाज के लोगों की समस्याओं को उठाया। लोगों को सोचने के लिए मजबूर किया कि यह बहुत ग़लत है।
मुंशी प्रेमचंद जी ने समाज का सही रूप दिखाया था नमन है श्री को
Desh ki sachchayee ko pirokar rakh diya hai iss film ne..
Crores of thanks to Munshi Premchand ji.. ❤🙏🙏🙏🙏🙏.....
सच मै बहुत कठिन संघर्ष किया हमारे पूर्वजोँ ने
बाबा साहेब की वजह से आज हम पूर्ण मानव है नही तो हमको जानवर बनाया हुआ था इन बड़े जानवरो ने।। जय भीम जय बाबा साहेब❤❤
Premchand was a progressive writer, he raised those topics which no body wanted to even talk or discuss, he wrote short coming of those traditions which were against humanity
प्रेमचंद बहुत ही सही चित्रण करते थे. Unaje साहित्य में अल्हा उदल की वीरता और क्षात्रत्व हैं. हिन्दू मुस्लिम की एकता हैं. बालकों की भावनाएं हैं. जातीय अन्याय का चित्रण हैं. उनकी कहानियां धर्म जाती से उपर हैं. उनकी कहानियां मार्मिक हैं और हमारी संवेदनाओं को जगाती हैं.
Munsi premchand ji ko Dil s dhanyawad hai
Unhone ki Raja maharaja bhagwan devidevta ko mahatwa n dekar gareeb ashay pichde sataye hue manusyo ki mahatwa ko ujagar Kiya hai
So Munsi Prem Chandra is a great writer of Hindi sahitya
Thanks for Baba Saheb and Munsi Prem Chand ji.
आज देश
उसी दिसा मे जारहा है🙏☝️🇮🇳
Sahi kaha bhai
Munshi Premchand ji was a renowned writer , who was full of humanity.
He originally wrote novels in Urdu. In our Urdu books, there used to be his stories like bade bhai sahab.. do 2 baeL,
He was a legend, but not a communal minded snake.
V true touching Sirji
Baba sahab ko sat sat namab jo aaj hme yha tak pahucha diya 🙏
बहुत बहुत धन्यवाद प्रेमचंद जी प्रस्तुति के लिए
सबसे ज्यादा जातिवाद हिन्दू धर्म में ही हैं
है तो jati बाद पर milkar इस कलंक को दूर करेंगे हिंदू samaj se
sat sat naman munshi premchand ji ko.... babasaheb ki den hai ki hm achchha jivan jiv rhe hai ...🎉🎉🎉🎉
Munshi Premchand ki lekhni ko Mera mera koti koti pranam....🙏🙏
Same too you
Ap is kahani ko kyo sun rahi hai
*डॉ.बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर जी ने हमारे लोगों को जानवरों से
सच्चा मनुष्य बनाया है इसलिए परम पूज्य बाबा साहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर जी को मेरा हार्दिक शत् शत् नमन वंदन प्रणाम!
अगर बाबा साहेब न होते तो?
मुंशी जी को नमन, baba साहेब अमर रहे
बहुत बहुत आभार बाबा साहेब भिम राव अंबेडकर जी को
मुशीं प्रेमचंद जी बहुत बहुत धन्यवाद
कितनी तुच्छ मानसिकता के लोग होते है , जो पानी पर भी एकाधिकार रखते है , बाबा साहेब को कोटि कोटि नमन 🙏💙
कितना घोर अपमान को सहकर हमारे पूर्वजों ने आज हमें इतना बड़ा अधिकार दिलाया है, वर्ना आज भी हम लोग मनुवादियों के गुलाम होते।
नमन है बाबा साहब अंबेडकर को, सावित्रीबाई फुले, पेरियार, को जिन्होंने अपनी जान को जोखिम डाल कर हमें मानव जैसी जिंदगी दी।
बहुत यातनाएं झेलीं हैं हमारे पूर्वजों ने😢😢😢
Singh kyu lagaya bhai rehne do in manuvadiyo ke surname ko
ब्राहमण द्वारा दलित जाति के लोगों पर इतना अत्याचार हुआ कि भारत पर शासन करने वाले अंग्रेज भी शर्मा गये!
DALITS ARE NOT AT ALL SAINTS.
A very very heart-touching story. This makes us think from a broader perspective that any form of discrimination whether cast, religion, gender, region, ethnicity, or nationality is very inhuman.
😅😅😅😅faltu hai..
Jo varn ka palan karte the.. Wo sahi the hamesha
@@kbgeth4195 haan varn System k according toh Brahmin janm se nahi hota hai balki gyan arjit karne se hota hai.... agar Varn System ko follow krenge toh 90 % Brahmin khud Brahmin nhi honge , or 90 % Kshtriya khud Kshtriya nhi honge kyuki Karm k according vo Brahmin Kshatriya nhi hai ! Or janm se toh sab shudra hote hai according to Upanishads!...so according to Varn vyavastha,90 % Brahmins & Kashtriya toh Shudra hai !!...... Isiliye Upanishads ko Neech Mentality k log follow nahi krte kyuki isse vo Shudra ban jaynge!!
@@kbgeth4195 Abe ja
@@prashantsatyarthi2199 Abe ye bolenge tu bhi iska bhai lagta hai
@@user-nn2qx5mv1v bhai ye jhoot ko follow kr rhe hai ! Shastra ka answer shatra se !..khul gai pol!!......varn System ko agar follow kroge toh 90 % Brahmins hi Brahmins nhi honge !.....
मुंशी प्रेमचंद के चरणों में सादर प्रणाम
Rooh ko jhakjhor Diya..behad hi maarmik natya.. munshi premchand ji ko koti koti naman🙏
MUNSHI PREM CHAND JI KO KOTI KOTI NAMAN❤❤
हमारे रहवर डाॅ. बाबा साहब भीम राव अम्बेडकर जी को हमारा साष्टांग प्रणाम। 🙏🙏
मुंशी प्रेमचंद जी को शत शत नमन ❤❤
मुंशी प्रेमचंद के लेखनी को मेरा कोटी नमन 🙏
Same too you
Ap is kahani ko kyo sun rahi hai,mujhe bataye
I m Hindu Brahmin....and feel very sad for Dalits..
BENGALI KAYASTH,BENGALI THAKUR(JAMIDAAR), SAME.
DON'T FEEL SO SAD FOR DALITS, THEY ARE NOT AT ALL SAINTS.
@@sirajibnmuhammad2572Aisi soch rkhogey to kisi din mare jaogey ya khudh barbaad hogey.
@@ankit8305 TRUTH IS ALWAYS VERY HARD TO DIGEST BABY.
The Greatest story teller, one of the finest novelist of the world, Munshi premchand ji true writer of indian society
मुंशी प्रेमचंद को कोटि कोटि नमन 🙏
कभी-कभी छोड़ जाता है
कोई आदमी
चीज़ें नहीं, बातें।
काट देते हैं जिनके सहारे
बाद के लोग
अंधेरे से अंधेरी रातें।
- भवानी प्रसाद मिश्र
मुंशी प्रेमचंद जी ने समाज की कुरीतियों पर अपनी लेखनी चला कर भारतीय समाज में व्याप्त असमानता को उजागर किया है। 🙏
जब फिल्म गुलजार साहब बनाएंगे तो इसी तरह से हिंदुओं को हिंदुओं से लड़वाएंगे। एक हिंदू के प्रति दूसरे हिंदू के लिए नफरत नस नस में खोल दी है इन गुलजारो ने। भाई लोगों जरा कास्टिंग के नजर डालो फिल्म के निर्माता गुलजार साहब है।
Wah re sanatan dharam. Kiya rang dikhaya hai hazaron saal tak.
कितनी दर्दनाक कहानी है। रूह कांप गई
इतना कुछ सहना पड़ता था दलितों को ये सब आत्मअज्ञान के कारण
धन्य हैं डॉ भीम राव अंबेडकर जिनकी वजह से सबको समानता, स्वतंत्रता का अधिकारी मिला
में ऐसे धर्म को मानता हूं जो स्वतंत्रता, समानता, भाईचारा सिखाएं
बाबा साहेब 💙
जाति हमारी आत्मा गोत्र हमारा ब्रह्म
सत्य हमारा बाप हैं, मुक्ति हमारा धर्म
आप की हर रचना महान है 🙏
Sach munshi premchand jaisa
Mahan lekhak ab nhi ho sakta
प्रेमचंद जी सारे ठाकुर एक जैसे नहीं थे आप की कहानी सारे ठाकुर को बदनाम करने का काम किया है
अपने भीतर के ठाकुर को मारो ये अभी भी स्पष्ट दिख रहा है,वरना पुनः परशुराम को आना पड़ेगा इसे नष्ट करने
😊जय परशुराम😊
भाई तालाब में कुछ मछली मरती है लेकिन तालाब तो पुरा गंदा होता है
मुंशी प्रेमचंद जी समाज की बुराइयों को उजागर किया। ठाकुर जैसे सोच वालो को मदत करती है आज की मोदी सरकार।
बहुत सुंदर रचना प्रेमचंद जी की
Heart touching video
❤❤
I support humanity than any religion &caste 🙏🙏
बिहार उत्तर प्रदेश राजस्थान मध्य प्रदेश राज्य में आज भी बहुत ज्यादा और सबसे ज्यादा पश्चिमी राजस्थान जहां पढ़ाई का स्तर बहुत कम है आजादी बाद भी ऐसा ही होता है और बाबासाहेब अंबेडकर जीवन को बदलने में बहुत महत्वपूर्ण योगदान वह हमेशा याद रखें जायेंगे
मुंशी प्रेमचंद जी की कहानी उपन्यास पढ़ता देखता हूं बहुत दुख महसुस होता है अपने ही लोग अपने लोगों के दुश्मन बन बैठे थे
यह कृत्य ठाकुर का नहीं तत्कालीन व्यवस्था का था, ठाकुर तो आज भी हैं कोई करके देखे, अग्रजों और उनके द्वारा बनाई गई व्यवस्था ने असहनीय दर्द दिये हमारे समाज को,
Dark reality of our glorious India 😢