सादर नमन गुरुजी। आज ब्राम्हणों के बारे में विस्तृत जानकारी आपने दी। इतना डिटेल में हमे भी नही पता था। हा, हमारे बुजुर्गो से ये जरूर सुना था की,,,, सारस्वत ब्राह्मण ही सब से ऊंचे, महान, ईश्वर भक्त होते है😂😂😂 जब ब्राम्हण समाज इतनी उपजातियों में बटा हुआ है, और सबका यही मानना है की, हम किसी से कम नही। तो अन्य जाति समुदायों के साथ उनका मेलजोल संभव ही नही है। वैसे,, अपवाद तो होते ही है। आपके इस ज्ञानवर्धक वीडीओ के लिए धन्यवाद। आज का दिन शुभ हो,, शुक्रिया गुरुजी🎉🎉
जी मैडम , आपने सही कहा अपवाद तो हर जगह होते हैं उसकी जीती जागती मिशाल आप स्वयं है : वैसे हर समाज में सभी लोग एक जैसे नहीं होते : ब्राह्मण जाति में भी बुद्धिवादी, मानवतावादी , आधुनिक प्रगतिशील विचारों के समर्थक ब्राह्मण बन्धु हैं किन्तु उनकी संख्या बहुत कम है : सदैव की भाँति आपके ह्रदय स्पर्शी विश्लेषण हेतु ह्रदय से आपका आभार, नमस्कार , शुभाशीष , शुभरात्रि मैडम VARSHA BHAGAT JI !
हम ब्राह्मण है हम सभी ब्राह्मणों का बहुत सम्मान करते हैं कोई भी ब्राह्मण यदि ये कहता है कि वह हमारे से श्रेष्ठ ब्राह्मण है तो हमें कोई दुःख नहीं होता बल्कि उनकी नादानी पर मुस्कराते हैं, हीरे-जवाहरात खुद बोलकर अपनी कीमत नहीं बताते। दूसरी बात ये कुछ भी मायने नहीं रखता की कोई हमें नीचा समझें या ऊंचा महत्वपूर्ण यह है कि ईश्वर हमारे बारे में क्या धारणा रखते हैं।
सप्त म्हारी सीजन 4 उनसे भी पूर्व होने वाले महर्षि सनक आदि जन 11 मा ऋषियों की संतान है ब्राह्मण सब के सब एक समान है भ्रमित मत करो पारस स्वयंभू आदि 14 मनु जिनकी संसार में यह संपूर्ण प्रजा है परमपिता परमेश्वर ने कर्मों के अनुसार ब्राह्मण क्षत्रिय वैश्य और शूद्र यह वर्ण व्यवस्था की है और कर्म प्रधान है विश्व में परमात्मा की दृष्टि में जो उत्तम है वही उत्तम है संसार से किसी मनुष्य का कोई संबंध नहीं है जो परमात्मा की दृष्टि में उत्तम है वही उत्तम है नर लॉक ही नहीं ऐसे करोड़ों करोड़ों लॉक ब्राह्मण हैं तो सब है बाकी कुछ भी नहीं है न मृत्यु लोक गंधर्व लोक असुर लोक देवलोक बैकुंठ आदि आदि सब जगह ब्राह्मण ही संचालन करते हैं यह शाश्वत सत्य है था और सदैव रहेगा जय आदि वैदिक सनातन धर्म की जय परमेश्वर की
आदरणीय जय श्री सीताराम जी । श्री रामभद्राचार्य जी ने दीक्षित ,पाठक ,द्विवेदी ,उपाध्याय ,तिवारी त्रिगुण ब्राह्मण को नीच शब्द से संबोधित किया है उनका कहना था कि इन ब्राह्मणों ने पैसा लेकर शिक्षा प्रदान की है इसलिए यह सभी नीच ब्राह्मण है । मेरा कहना है कि रामभद्राचार्य जी श्री राम कथा कहते हैं तो क्या शुल्क नहीं लेते हैं ।पाठक और तिवारी जितने भी ब्राह्मण हैं यह सभी में सम्मिलित हैं सरयू पारी कान्य कुब्ज श्रीगौड ,भार्गव ,सानढय,मराठी ,मैथली❤
Sar aapane jankariTo acchi Di Lekin is Puri vartalap mein neet jaati ka bar bar ullekh kia to main aapko batana chahta hun is Dharti per sabse niche jaati ka prani agar koi hai to vah Brahman Jo Shyam sarvshreshth manta hai
भाई ये तो बहुत पुरानी बात है जो आज के समय मे प्रसंगिक नही है। लेकिन आज के समय मे जो अफसरशाही वर्ग हुआ है वो बहुत घातक है। और ये बात आज के लोगों को 50 साल बात समझ मे आयेगी।
जो अपने को ऊंचा कहे तो इसमे उसकी चालाकी है मगर कोई दूसरा अपने को नीचे समझे इसमे उस दूसरे इंसान की साफ साफ मूर्खता है, और हमारे देश मे दूसरे प्रकार के मूर्ख इंसानों की संख्या अनगिनत है, अगर पढ़ा लिखा व्यक्ति अपने को नीचे समझे तो वो मुर्ख ही है पढ़ाई लिखाई व्यर्थ है ऐसे इंसान की... जिसमें समता की चाह नहीं वो अच्छा इंसान नहीं...
शंकराचार्य ने चार पीठ की स्थापना की थी और वहाँ के हेड ही शंकराचार्य कहलाते हैं ।आजकल बहुत लोग अपने को शंकराचार्य कहलवाकर अपने अहंकार की टुस्ती करते हैं । राम भद्राचार्य न तो परमहंस हैं न संत न साधु और नहीं आध्यात्मिक हैं ।वे केवल शास्त्र पडकर मात्र एक किताबी विद्वान पुरुष हैं ।
भाई हमारे महाराष्ट्र में ही ब्राह्मणों की चार जातियां है। देशस्थ, कोकनस्थ ,यजुर्वेदी,और किरवंत इसमें किरवंत जात सबसे निचली मानी जाती है। दुसरे ब्राह्मण किरवंत ब्राह्मणों से रोटी बेटी का व्यवहार नहीं करते।
India ko jo dusra desha se aaya thay o brahman na Pathan ham kiya malum ? O hi sala logon ko Musliman ( Pathan) soch kinyu ki Job hindu rastra me usi time me Brahman nenhi thaee , tab muslman rastra me brahma kanha se aae ? Gamvira me soch ,
Hare Krishna ! बहुत अच्छी जानकारी! दरसल सनातन के विकृत रुप में एसी भ्रामक बातें कही गयी हैं! जो सरयू के पार हैं वे सर्युपारीण! यानी यदि मैं सरयू के इस पार हूँ तो आप मेरे लिये सर्युपारीण और आपके लिये मैं सर्युपारीण !! कोई सरयू के इस पार होगा - कोई सरयू के उस पार होगा!
In south India, Brahmin classification is completely different, mainly Advait ,Dwait, Vishishtadwait and second classification based on 4 Vedas only. Very few sub classifications. However very interesting and new to Karnataka. I am Shuklayajurved brahmin from Karnataka.
किसी भी ब्राह्मण से पूछिए_ उसका जाति कौन-सा है? और वर्ण कौन-सा है? दोनों का एक ही उत्तर होगा_ "ब्राह्मण।" ब्राह्मण कोई जाति नहीं है। शास्त्र प्रतिपादित करते हैं कि चार वर्ण में से ब्राह्मण भी एक वर्ण है। ब्राह्मण वर्ण श्रेष्ठ होने से कुछ लोगों ने चालाकी-पूर्वक ब्राह्मण शब्द को अपना जाति बना दिया। ब्राह्मणों को छोड़कर भारतवर्ष में जितने भी जातियां हैं वे शूद्र, वैश्य और क्षत्रीय वर्ण के अंतर्गत आते हैं। ऐसा तथाकथित ब्राह्मण मानते हैं। ब्राह्मण शब्द को अगर जाति मान लिया जाए तो इनका वर्ण क्या है? अगर ब्राह्मण शब्द को वर्ण मान लिया जाए तो इनका जाति क्या है? इस भ्रामिक स्थिति का लाभ उठाते हुए अपने आप को श्रेष्ठ घोषित कर दिया। हम जब तर्क करते हैं तो वे वर्ण व्यवस्था को गुण, कर्म और स्वभाव के सिद्धांत पर आधरित परिभाषा करते हैं। फिर वे अपने जाति कालम में ब्राह्मण क्यों लिखते हैं? बड़ा झोल है भाई !!!!!!🤔 ब्राह्मण जाति या वर्ण ? मेरे समझ से परे है। विनम्र प्रार्थना है ।भारतवर्ष में कोई ऐसा विद्वान है जो मेरे इस शंका का समाधान कर सकता है?🙏
आपका मनताब्य ही मेरा मनताब्य है। मैं भी यही सोचता हूं। पंडितों ने धूर्तता से खुद को ब्राह्मण बना दिया। और बाकी के ब्राह्मण के जातियों को identification पर ही खतरा कर दिया।
यह सत्य है कि ब्राह्मणों में भी भेद होते है। मेरे पिता एक तेलुगु भाषि नन्दवरीक सम्प्रदाय के ब्राह्मण है। यदि किसी व्यक्ति का उपनाम Iyer होता है तो वो तमिल भाषी नन्दवरीक ब्राह्मण होता है।
👉 जब समस्त मानव जाति ब्रह्मा जी की 10 संतानों से हुई है । तो फिर ऊंच नीच का भाव कैसा ?? 👎 ☝ जब छत्रिय महाराज गाधि के नाती विश्वामित्र जी के भांजे शुक्रराचार्य एवं सुशेन वैद्य के भतीजे * रेणुका व जम्दग्नि के वर्णसंकर छोटे पुत्र परशुराम जी * ने आजीवन ब्रह्मचर्य का पालन किया तो फिर उनके वंशज ब्राह्मण कहां से आये ?? जो लोग अपने को परशुराम का वंशज बता कर कत्ल करने, आतंक, खौफ फैलाने की नियत से भारतीय समाज में अपना डर रौब पैदा करने मंशा रखते हैं। । 👎 👉 आदि काल से प्रकृतिवादी कृषि प्रधान भारतीय समाज में कुछ मक्कार, पाखंडी,ठग,निकम्मे, धूर्तों द्वारा पाप पुण्य और स्वर्ग नर्क के नाम पर 👳♂ मन के सच्चे ईमानदार, सीधे सादे मेहनतकश सद्गृहस्थ एवं किसानों से उनकी खून पसीने की कमाई को धर्म कै नाम पर ठगने के लिए यह व्यवस्था बनायी गयी थी । इस निकम्मापन,दलाली की कमाई से आजीविका चलाने वाले ब्राह्मण वाद कहा जाता है। 💯✌
सभी जाति के लोग अपनी ही जाति को श्रेष्ठ मानते है। मैं कोली/कोरी जाति से हूं इसलिए मैं भी अपनी जाति को श्रेष्ठ मानता हूं अत: कोई भी अपनी जाति को श्रेष्ठ मान सकता है। सभी को अपनी अपनी ढफली बजाने का पूर्ण अधिकार है
Total bogus aur bakwas kahaniyan hai jati Bhaskar book 100 saal purani bhi nai hai kuch bhi bakwaas likh diya khas karke Imam Hussain wali bakwas. Woh log ka DNA karao sub OBC hi niklenge. Sindh me Saraswat Brahmin toh nichi jaati kehlati hai subse unche Sindhi sirf Lohana Arora aur bhatiya jati ke Sindhi hai kyoki Inka DNA Persian hai
🙏जय भीम नमो बुद्धाय, बटवारा हर जगह किया है बाहमल ने खुद में भी और बहुजनो में भी गजब की खूबसूरती है इनकी, बाहमल की जातिवाद छुआछूत उपजाति बटवारे इनसे कभी ये ऊपर उठकर समानता के बारे में क्यो नही सोचते।🙏
यह सब भारत में व्देष पूर्ण होने वाले एक समुदाय ने भारत में सभी मनुष्य के हर एक गुठ को अलग अलग जाती में कैद किया भारत में सभी मनुष्य में जातीयों में बाट दिया है
धन्यवाद श्रीमान जी !ये ब्राह्मण पंडितों ने दूसरों को तो हजारों जातियों बांट ही दिया है | यही नही अपने ब्राह्मणों को भी ऊंच~ नीच ब्राह्मण जातियों में भी बांट दिया है | ऐसा विज्ञान सम्मत विभाजन क्या विदेशों इस तरह की जाति भिन्नता भी है ? 😂😂😂
जयदेव का भाई बॉब देव जिसने भविष्य पुराण में अमूल चक परिवर्तन करके ब्राह्मणों के बंटवारे का श्री गणेश किया इसका प्रमाण जोधपुर महाराज के संग्रहालय में आज भी है
यह मुख्य मुख्य जातियाँ बतायी गयी हैं : पूरे भारत के ब्राह्मणों की दोहजार जातियों का वर्णन एक वीडियो में तो क्या दस वीडियो में भी सम्भव नहीं है : शुक्रिया शुभरात्रि
आदरणीय आपने अच्छी जानकारी दी है। एतदर्थ साधुवाद। आपने भगवान् शिव को अनार्यों के देवता कहा तब भगवान् राम को ब्रह्म हत्या पाप के निवारण के लिए शिव स्थापना क्यों? जो यह सिद्ध करता है कि आर्य- अनार्य का भेद न तो क्षेत्र पूरक है न ही प्रजाति पूरक? बल्कि यह हिंदुओं / भारतीय समाज को बांटने का षड्यंत्र मात्र है। सर्वे हिन्दू सहोदराः नो हिंदू पिता भवेत् आपका बहुत बहुत धन्यवाद।
सर आपने लिखित पुस्तकों के आधार पर ब्राह्मणों के भेद बताए, आप को बहुत बहुत धन्यवाद। महोदय ब्राह्मण की उत्पत्ति और जातियों के विषय में समय और काल स्थिति और परिस्थितियों के अनुसार बनती चली गई जिससे इनकी शाखाएं भी बढ़ती चली गई। जो भी ब्राह्मण अपने को सर्वोच्च मानता है उसको भी अपनी लड़कियों की शादी कहां करेंगे ? खामखा अपने से नीचे श्रेणी में आना पड़ेगा, आखिर उसे अपने से उंचा स्थान दोगे? और ब्राह्मण का विभाजन केवल शादी विवाह के कारण होते हैं, हुए हैं, और आज भी हो रहे हैं। पुस्तक को लिखने वाले महापुरुषों को प्रणाम, जिन्होंने इतनी मेहनत करके जैसे-तैसे कम से कम लोगों को जानकारी देने का काम किया।
Yadav ko Devtaon ki santan kaha gaya hai . isiliye yadav sabase pavtra vans hai . googal me search karke dekho lo.yafav ka name ata hai . Garg sangita me likha hai ki para na vidita Bhoomi GOP jati .Bhagwat purad me bhi likha hai ki jo vyakti yadav ka name sumara. Karata hai vah sab papon se mukti pata hai.😊
महाशय, आपने शाक्यदीपी ब्राह्मणों के बारे में कोई जानकारी नही जबकि कई महापुरुष महर्षि चाणक्य ,चरक, सुश्रुत , बराहमिहिर जैसे लोगों का अवतार हुआ उनका कोई जिक्र नहीं है। उक्त पुस्तक में जानकारी अधूरी है।
क्या सरयूपारीड ब्राहमण सबसे ऊंचे होते हैं हमारी जानकारी में तो गौड समसे महान होते है, कुछ लोगों का मानना है कि सनाढ्य सर्वोपरि मैं सही में कौन उच्च और कौन नीच है और कैसे कृपया विस्तार से समझाऐ
मैं ब्राह्मणों को महाशुद्र मानता हूं। और यह मेरी आस्था है। Jay bhim
Hahhaaa 😂
मैं तुमको हलाला की पैदाइश मानता हूं यह मेरीआस्था है
किसी के मानने से कुछ नहीं होता ....भीमराव रामजी आम्बेडकर अपने को बुधिष्ट मानते थे फिर भी ...एस सी ही रहे और आरक्षण की सुविधा लेते .....
@@omprakashtiwari7431 परम पूजनीय के बारे मै ऐसा बोलोगे तो तुम्हारी सात पुश्ते नर्क में सड़ेगी... छली... रोरव नर्क से डरो महाशूद्र...!
M tumhri bhuddhi ko h sudhr mnta hu
सादर नमन गुरुजी। आज ब्राम्हणों के बारे में विस्तृत जानकारी आपने दी। इतना डिटेल में हमे भी नही पता था। हा, हमारे बुजुर्गो से ये जरूर सुना था की,,,, सारस्वत ब्राह्मण ही सब से ऊंचे, महान, ईश्वर भक्त होते है😂😂😂
जब ब्राम्हण समाज इतनी उपजातियों में बटा हुआ है, और सबका यही मानना है की, हम किसी से कम नही। तो अन्य जाति समुदायों के साथ उनका मेलजोल संभव ही नही है। वैसे,, अपवाद तो होते ही है।
आपके इस ज्ञानवर्धक वीडीओ के लिए धन्यवाद।
आज का दिन शुभ हो,, शुक्रिया गुरुजी🎉🎉
जी मैडम , आपने सही कहा अपवाद तो हर जगह होते हैं उसकी जीती जागती मिशाल आप स्वयं है : वैसे हर समाज में सभी लोग एक जैसे नहीं होते : ब्राह्मण जाति में भी बुद्धिवादी, मानवतावादी , आधुनिक प्रगतिशील विचारों के समर्थक ब्राह्मण बन्धु हैं किन्तु उनकी संख्या बहुत कम है : सदैव की भाँति आपके ह्रदय स्पर्शी विश्लेषण हेतु ह्रदय से आपका आभार, नमस्कार , शुभाशीष , शुभरात्रि मैडम VARSHA BHAGAT JI !
गोस्वामी ब्राह्मण के बारे में भी कुछ बताए सर@@ढोलमेंपोल
हम तो बिहार से है जनरल में आते हैं।
हम ब्राह्मण है हम सभी ब्राह्मणों का बहुत सम्मान करते हैं कोई भी ब्राह्मण यदि ये कहता है कि वह हमारे से श्रेष्ठ ब्राह्मण है तो हमें कोई दुःख नहीं होता बल्कि उनकी नादानी पर मुस्कराते हैं, हीरे-जवाहरात खुद बोलकर अपनी कीमत नहीं बताते। दूसरी बात ये कुछ भी मायने नहीं रखता की कोई हमें नीचा समझें या ऊंचा महत्वपूर्ण यह है कि ईश्वर हमारे बारे में क्या धारणा रखते हैं।
Sarswat barhamna to kanuuzi ko koi value nahi deta hai...
सप्त म्हारी सीजन 4 उनसे भी पूर्व होने वाले महर्षि सनक आदि जन 11 मा ऋषियों की संतान है ब्राह्मण सब के सब एक समान है भ्रमित मत करो पारस स्वयंभू आदि 14 मनु जिनकी संसार में यह संपूर्ण प्रजा है परमपिता परमेश्वर ने कर्मों के अनुसार ब्राह्मण क्षत्रिय वैश्य और शूद्र यह वर्ण व्यवस्था की है और कर्म प्रधान है विश्व में परमात्मा की दृष्टि में जो उत्तम है वही उत्तम है संसार से किसी मनुष्य का कोई संबंध नहीं है जो परमात्मा की दृष्टि में उत्तम है वही उत्तम है नर लॉक ही नहीं ऐसे करोड़ों करोड़ों लॉक ब्राह्मण हैं तो सब है बाकी कुछ भी नहीं है न मृत्यु लोक गंधर्व लोक असुर लोक देवलोक बैकुंठ आदि आदि सब जगह ब्राह्मण ही संचालन करते हैं यह शाश्वत सत्य है था और सदैव रहेगा जय आदि वैदिक सनातन धर्म की जय परमेश्वर की
आदरणीय जय श्री सीताराम जी ।
श्री रामभद्राचार्य जी ने दीक्षित ,पाठक ,द्विवेदी ,उपाध्याय ,तिवारी त्रिगुण ब्राह्मण को नीच शब्द से संबोधित किया है उनका कहना था कि इन ब्राह्मणों ने पैसा लेकर शिक्षा प्रदान की है इसलिए यह सभी नीच ब्राह्मण है । मेरा कहना है कि रामभद्राचार्य जी श्री राम कथा कहते हैं तो क्या शुल्क नहीं लेते हैं ।पाठक और तिवारी जितने भी ब्राह्मण हैं यह सभी में सम्मिलित हैं सरयू पारी कान्य कुब्ज श्रीगौड ,भार्गव ,सानढय,मराठी ,मैथली❤
🎉
Vo bhadracharya to mujh se kayi guna nich hy sala 🤣😬
ब्राह्मण के बारे में आपका ज्ञान प्रशंसनीय है आप बधाई के पात्र हैं
आपका ह्रदय से आभार नमस्कार शुभरात्रि !
गुरु जी ब्राह्मणों ने जितना दिमाग फालतू की कथा कहानियों मे लगाया उतना देश की उन्नति मे लगाया होता तो आज हमारे देश की कुछ और ही तस्वीर होती
आपने सही कहा , शुक्रिया शुभरात्रि RAM JI !
@@ढोलमेंपोलगुरु जी यदि चुड़े चमार आरछण ना ले तो देश आज बहुत आगे हो ता
Right
Bhai tumne khta khaniyo me bhi nhi lgaya
@@bhardwajji7350 जो खाते पहनते रहते हो वो सब हमारे लोगों की देन है
आप बहुत अच्छी जानकारी देते हैं सर, अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें ताकि हम सब लम्बे समय तक आपसे ज्ञान प्राप्त कर सकें
आपको ह्रदय से प्यार , नमस्कार , शुक्रिया , शुभरात्रि ,ASLAM KHAN JI !
@@ढोलमेंपोलचुड़े चमार के बारे में भी वीडियो बनाओ
@@ढोलमेंपोलतू चुड़ा he किया
⁹😊
Sar aapane jankariTo acchi Di Lekin is Puri vartalap mein neet jaati ka bar bar ullekh kia to main aapko batana chahta hun is Dharti per sabse niche jaati ka prani agar koi hai to vah Brahman Jo Shyam sarvshreshth manta hai
बेड़ा ग़र्क कर दिया जाति वाद ने 😢😢
True,but in some form or the other caste /race differentiation is prevelant in all religions, every country
कोई नहीं मानवता जिंदा रहना जरूरी है जातिभेद तभी मिटेगा जब लोग बच्चों को पढ़ायेंगे
भाई ये तो बहुत पुरानी बात है जो आज के समय मे प्रसंगिक नही है। लेकिन आज के समय मे जो अफसरशाही वर्ग हुआ है वो बहुत घातक है। और ये बात आज के लोगों को 50 साल बात समझ मे आयेगी।
जो अपने को ऊंचा कहे तो इसमे उसकी चालाकी है मगर कोई दूसरा अपने को नीचे समझे इसमे उस दूसरे इंसान की साफ साफ मूर्खता है, और हमारे देश मे दूसरे प्रकार के मूर्ख इंसानों की संख्या अनगिनत है, अगर पढ़ा लिखा व्यक्ति अपने को नीचे समझे तो वो मुर्ख ही है पढ़ाई लिखाई व्यर्थ है ऐसे इंसान की...
जिसमें समता की चाह नहीं वो अच्छा इंसान नहीं...
Bhatt bramhan ke bare me prakash daliye
Most valuable information thanks a lot
शुक्रिया शुभप्रभात !
सर्वे ब्राह्मण कान्यकुब्ज स्मृत@@ढोलमेंपोल
जो व्यक्ति अपने मुख से अपनी बढाई करता है। वह व्यक्ति महा पप्पू महा मूर्ख व्यक्ति है।कबीर दास जी कहते हैं स्वयं अपने मन को खोजें हमारे मन क्या कमी है।
शंकराचार्य ने चार पीठ की स्थापना की थी और वहाँ के हेड ही शंकराचार्य कहलाते हैं ।आजकल बहुत लोग अपने को शंकराचार्य कहलवाकर अपने अहंकार की टुस्ती करते हैं ।
राम भद्राचार्य न तो परमहंस हैं न संत न साधु और नहीं आध्यात्मिक हैं ।वे केवल शास्त्र पडकर मात्र एक किताबी विद्वान पुरुष हैं ।
JAI MAANAVTA JAI VIGYAAN🙏🙏
मानव जाति श्रेष्ठ है , अन्य जातियां तो पशु पक्षी आदि अपनी बनावट से अलग अलग है,मानव में भेद करना नासमझी है मात्र।
जाति न पूछो साधु की पूंछ ली जिये ज्ञान मोल करो तलवार की पड़े रहने दो म्यान
Sant Kabir ne yahi kaha tha Jab purane Brahmad apne aap ko jaati se sabse uncha bataya karte the....
बहुत दुःखी हुए, कि हम ब्राह्मण भी इस प्रकार से बटे हुए हैं।
😅😮😮😢
@@baleshwartripathi7431l
हर जाति में ऐसा ही कुछ है
भैया तुम दुखी क्यों
भारत की समस्त जातियां में विभाजन पाया जाता है और एक ही जाति की सभी उप जातियों में उच्च नीच होती है
यह महाराज की उम्र के साथ उनकी प्रज्ञा लगता है कि, कुंठित हो गई होगी, ब्राह्मण आखिर ब्राह्मण है, इसलिए ब्राह्मण सब एक ही है।
भाई हमारे महाराष्ट्र में ही ब्राह्मणों की चार जातियां है। देशस्थ, कोकनस्थ ,यजुर्वेदी,और किरवंत इसमें किरवंत जात सबसे निचली मानी जाती है। दुसरे ब्राह्मण किरवंत ब्राह्मणों से रोटी बेटी का व्यवहार नहीं करते।
Esa nhi hona chahiye ye glt h@@AvinashGangurde248
Bahut achha laga dhanyavad ji
GodhBangalaaYePuraaNamHaiJoBangaalSeAanheHai
सरस्वति नदी अफगानिस्तान में है यह लोग वहीं से आये थे
तुम्हारी पाठशाला कौनसे देश में है जहां सिर्फ अज्ञान ही पढ़ाया जाता है।
India ko jo dusra desha se aaya thay o brahman na Pathan ham kiya malum ?
O hi sala logon ko
Musliman ( Pathan) soch kinyu ki
Job hindu rastra me usi time me
Brahman nenhi thaee ,
tab muslman rastra me brahma kanha se aae ?
Gamvira me soch ,
बिल्कुल सही बात है। सरस्वती के नाम हरहवैती नदी है, आज उसे हेमलैंड रीभर बोला जाता है
Beautiful information of Brahaman varieties.
शुक्रिया शुभरात्रि !
@@ढोलमेंपोल Jai Bheem ❤️💐🙏💗.
ये जय भीम कहा से आया भाई ब्राह्मणो के बीच@@kcm4554
Hare Krishna !
बहुत अच्छी जानकारी! दरसल सनातन के विकृत रुप में एसी भ्रामक बातें कही गयी हैं!
जो सरयू के पार हैं वे सर्युपारीण! यानी यदि मैं सरयू के इस पार हूँ तो आप मेरे लिये सर्युपारीण और आपके लिये मैं सर्युपारीण !!
कोई सरयू के इस पार होगा - कोई सरयू के उस पार होगा!
.जय भीम, जय संविधान, नमो बुद्धाय।
😂
अब यहाँ क्यो कुदे तुम
जय भीम। जय विज्ञान। सारे धर्मों का नाश हो।
मुगलों का दरबाड़ी करने वाला और अंग्रेजो का चौकीदारी करने वाला को कौन सा ब्रह्मण कहा जाता हैं,........ एक ब्रह्म संकट ब्राह्मण भी हैं..........❤❤❤❤❤
😮😅
In south India, Brahmin classification is completely different, mainly Advait ,Dwait, Vishishtadwait and second classification based on 4 Vedas only. Very few sub classifications. However very interesting and new to Karnataka. I am Shuklayajurved brahmin from Karnataka.
आपने कर्नाटक की ब्राह्मण विषयक जो जानकारी दी अच्छीलगी , शुक्रिया शुभरात्रि !
Apne ko shresht btana koi galat nahi agar galat h to dusre ko chhotta kahna v dusre ko gali dena nichta h
Very useful information.thamks
शुक्रिया शुभरात्रि !
We are Indian firstly and lastly 🇮🇳
किसी भी ब्राह्मण से पूछिए_ उसका जाति कौन-सा है? और वर्ण कौन-सा है? दोनों का एक ही उत्तर होगा_ "ब्राह्मण।"
ब्राह्मण कोई जाति नहीं है। शास्त्र प्रतिपादित करते हैं कि चार वर्ण में से ब्राह्मण भी एक वर्ण है। ब्राह्मण वर्ण श्रेष्ठ होने से कुछ लोगों ने चालाकी-पूर्वक ब्राह्मण शब्द को अपना जाति बना दिया। ब्राह्मणों को छोड़कर भारतवर्ष में जितने भी जातियां हैं वे शूद्र, वैश्य और क्षत्रीय वर्ण के अंतर्गत आते हैं। ऐसा तथाकथित ब्राह्मण मानते हैं।
ब्राह्मण शब्द को अगर जाति मान लिया जाए तो इनका वर्ण क्या है? अगर ब्राह्मण शब्द को वर्ण मान लिया जाए तो इनका जाति क्या है? इस भ्रामिक स्थिति का लाभ उठाते हुए अपने आप को श्रेष्ठ घोषित कर दिया।
हम जब तर्क करते हैं तो वे वर्ण व्यवस्था को गुण, कर्म और स्वभाव के सिद्धांत पर आधरित परिभाषा करते हैं। फिर वे अपने जाति कालम में ब्राह्मण क्यों लिखते हैं? बड़ा झोल है भाई !!!!!!🤔
ब्राह्मण जाति या वर्ण ? मेरे समझ से परे है। विनम्र प्रार्थना है ।भारतवर्ष में कोई ऐसा विद्वान है जो मेरे इस शंका का समाधान कर सकता है?🙏
विचारणीय!
Ambedkar ko padho
झोल नहीं ढोल का पोल है
आपका मनताब्य ही मेरा मनताब्य है। मैं भी यही सोचता हूं। पंडितों ने धूर्तता से खुद को ब्राह्मण बना दिया। और बाकी के ब्राह्मण के जातियों को identification पर ही खतरा कर दिया।
हर जाति में कयी जातियों में बटा है सब कर्म से महान होतें है
विद्वान हैं! ईसलिए बचकाना बातें करते हैं! ईनके षडरिपु अभी गये नहीं! ईंसान को ईंसान नहीं समझते काहे के धर्मगुरु?
यह सत्य है कि ब्राह्मणों में भी भेद होते है। मेरे पिता एक तेलुगु भाषि नन्दवरीक सम्प्रदाय के ब्राह्मण है। यदि किसी व्यक्ति का उपनाम Iyer होता है तो वो तमिल भाषी नन्दवरीक ब्राह्मण होता है।
Kya duniya ne guru man liya fir jat guru nahi sir. Jii
सब काल्पनिक चरित्र है,जागो अन्धभक्तो
May jagat guru nahi manta hu unko
👉 जब समस्त मानव जाति ब्रह्मा जी की 10 संतानों से हुई है । तो फिर ऊंच नीच का भाव कैसा ?? 👎
☝ जब छत्रिय महाराज गाधि के नाती विश्वामित्र जी के भांजे शुक्रराचार्य एवं सुशेन वैद्य के भतीजे * रेणुका व जम्दग्नि के वर्णसंकर छोटे पुत्र परशुराम जी * ने आजीवन ब्रह्मचर्य का पालन किया तो फिर उनके वंशज ब्राह्मण कहां से आये ??
जो लोग अपने को परशुराम का वंशज बता कर कत्ल करने, आतंक, खौफ फैलाने की नियत से भारतीय समाज में अपना डर रौब पैदा करने मंशा रखते हैं। । 👎
👉 आदि काल से प्रकृतिवादी कृषि प्रधान भारतीय समाज में कुछ मक्कार, पाखंडी,ठग,निकम्मे, धूर्तों द्वारा पाप पुण्य और स्वर्ग नर्क के नाम पर 👳♂ मन के सच्चे ईमानदार, सीधे सादे मेहनतकश सद्गृहस्थ एवं किसानों से उनकी खून पसीने की कमाई को धर्म कै नाम पर ठगने के लिए यह व्यवस्था बनायी गयी थी ।
इस निकम्मापन,दलाली की कमाई से आजीविका चलाने वाले ब्राह्मण वाद कहा जाता है। 💯✌
सही जानकारी दी है आपने यही है शास्त्रों में
पारीक जाति कोन से ब्राह्मण है
वे बहुत झूठ बोलते हैं
और अहकारी भी है।
NAMO BUDDA JAI BHIM JAI SAVIDHAN
Samvidhan to kam chalau hai.
Sidharth, Raja Sudayodan kshatriye putra Bhagwan Mahatma Budha ki Jai Ho.
आप द्वारा दी जा जानकारी के लिए धन्यवाद👍
शुक्रिया शुभरात्रि !
आपने अच्छी जानकारी दी है इसके लिए बहुत बहुत धन्यवाद, जय श्रीराम
शुक्रिया शुभरात्रि !
सभी जाति के लोग अपनी ही जाति को श्रेष्ठ मानते है। मैं कोली/कोरी जाति से हूं इसलिए मैं भी अपनी जाति को श्रेष्ठ मानता हूं अत: कोई भी अपनी जाति को श्रेष्ठ मान सकता है। सभी को अपनी अपनी ढफली बजाने का पूर्ण अधिकार है
Total bogus aur bakwas kahaniyan hai jati Bhaskar book 100 saal purani bhi nai hai kuch bhi bakwaas likh diya khas karke Imam Hussain wali bakwas. Woh log ka DNA karao sub OBC hi niklenge. Sindh me Saraswat Brahmin toh nichi jaati kehlati hai subse unche Sindhi sirf Lohana Arora aur bhatiya jati ke Sindhi hai kyoki Inka DNA Persian hai
Daivajna brahman ke baare me bathavo
Thanks 👍
गुरु जी ब्रह्मभट्ट के बारे मे जानकारी ओर बताओ
Sare jati apne jati ka banapa batate hai
😂😂😂😂
आप ऊंच जाति के हैं लेकिन दूसरे नीच है यह बात ठीक नहीं।
जाति व्यवस्था हमारे देश में कोढ़ है। बाबा साहेब ने 14 अक्टूबर 1956 को हिन्दू धर्म को छोड़कर बोधिसत्व बने।
Kitna parivartan kiya apke jati me
@@shuklaroadlines3899बहुत किया। हम विज्ञानवादी तर्कवादी समतावादी हो गए।
Nice thinking about this we like this very much for all Jay Bhim Namo Buddhism
शुक्रिया शुभरात्रि !
🙏जय भीम नमो बुद्धाय, बटवारा हर जगह किया है बाहमल ने खुद में भी और बहुजनो में भी गजब की खूबसूरती है इनकी, बाहमल की जातिवाद छुआछूत उपजाति बटवारे इनसे कभी ये ऊपर उठकर समानता के बारे में क्यो नही सोचते।🙏
बहुत रोचक जानकारी नमो बुद्धाय जय भीम
Pareek ke bare me nhi btaya
Chaurasiya brahman ka bara ma nahi likha ha
Good gyaan
Jai bhim Namo budday ❤🙏
Dalit Brahman kaun hai?
जय जय भीम जय भारत जय संविधान
Jai bhim jai samvidhan jai bigyan jai insaniyat
जयभीम जयसंविधान नमो बुद्धाय
आओ मिलकर सभी प्रबुद्ध भारत बनाय
Aap apna socho,brhamno ke baare me kya h kya nhi,kyo or kya kar rahe ho
@@rajkumarmaharshi3919 हम पाखंड और अंधविश्वास पर लिखते हैं तो ना जाने क्यों लोग मुझे ब्राह्मण विरोधी समझते हैं 😂😂😂😂😂😂 बस पूछ रहा हूं
बहुत बढिया सरजी अच्छा बताया
शुक्रिया शुभरात्रि ,SHARAD NARWADE JI !
यह सब भारत में व्देष पूर्ण होने वाले एक समुदाय ने भारत में सभी मनुष्य के हर एक गुठ को अलग अलग जाती में कैद किया भारत में सभी मनुष्य में जातीयों में बाट दिया है
GURU JI🙏💙💪 AAP NE BOHOT SUNDAR JAANKARI DI... SUKRIYA GURU JI🙏💙🙏 AAP KA 💙💙DIL SE💙💙
आपको ह्रदय से प्यार , शुभरात्रि S.S.JI !
इन ढोंगियों बा बा लोगों ने असली बाह्मण समाज को हमेशा निचा दिखानें कि कोशिश कि है सिधा सादा गरीब कोम है बाह्मण ❤🎉😅
धन्यवाद श्रीमान जी !ये ब्राह्मण पंडितों ने दूसरों को तो हजारों जातियों बांट ही दिया है | यही नही अपने ब्राह्मणों को भी ऊंच~ नीच ब्राह्मण जातियों में भी बांट दिया है | ऐसा विज्ञान सम्मत विभाजन क्या विदेशों इस तरह की जाति भिन्नता भी है ? 😂😂😂
शुक्रिया शुभरात्रि MANU MAHLI JI !
आप के द्वारा दी गई जानकारी से बहुत ज्ञान मिलता है मैभीऐक ब्राह्मण हूं
शुक्रिया ,शुभरात्रि ब्राह्मणदेव !
जयदेव का भाई बॉब देव जिसने भविष्य पुराण में अमूल चक परिवर्तन करके ब्राह्मणों के बंटवारे का श्री गणेश किया इसका प्रमाण जोधपुर महाराज के संग्रहालय में आज भी है
Sir bhumihar (tyagi) jati bhe brahmin hai kya ni aap bataiye plz.. Sir. Reply kariye❤
जी भूमिहार ब्राह्मण वर्ण में ही आते हैं , शुक्रिया !
Very wonderful 👍
शुक्रिया शुभप्रभात !
बहुत -बहुत धन्यवाद सर जयभीम जय पेरियार जय भारत 🎉😂❤😅
शुक्रिया शुभरात्रि जय भीम जय भारत नमोबुद्धाय RAM DAS JI !
Vah dharti ka bojh hai,10kg roj bhojan khate hai esliye unki budhi bhrast hai
ये तो आपने पंजाब के आस पास के ब्रामिन की बात बताई असली ब्राह्मण तो पेशवा ह जो चितपावन कहलाते ह ii इन्ही का आज आर एस एस ओर देश पर कब्जा झ
यह मुख्य मुख्य जातियाँ बतायी गयी हैं : पूरे भारत के ब्राह्मणों की दोहजार जातियों का वर्णन एक वीडियो में तो क्या दस वीडियो में भी सम्भव नहीं है : शुक्रिया शुभरात्रि
आदरणीय आपने अच्छी जानकारी दी है। एतदर्थ साधुवाद। आपने भगवान् शिव को अनार्यों के देवता कहा तब भगवान् राम को ब्रह्म हत्या पाप के निवारण के लिए शिव स्थापना क्यों? जो यह सिद्ध करता है कि आर्य- अनार्य का भेद न तो क्षेत्र पूरक है न ही प्रजाति पूरक? बल्कि यह हिंदुओं / भारतीय समाज को बांटने का षड्यंत्र मात्र है।
सर्वे हिन्दू सहोदराः
नो हिंदू पिता भवेत्
आपका बहुत बहुत धन्यवाद।
शुक्रिया शुभरात्रि !
Beautiful knowledge.
शुक्रिया शुभरात्रि
Aap sir ji amatya ke bare me boliye.... Amat cast ke bare me bataiye.... Sir jeeee
प्रमाण मिला तो अवश्य बताएँगे शुक्रिया शुभप्रभात ANKIT KUMAR ROY JI !
@@ढोलमेंपोल sir ji parman mila aapko please bataiye sir
Amat cast ke bare me
Bring law to BAN CASTE. Drive away from bharat divisive forces that still harp and whine about caste even in present times
जातिवाद मात्र ढोंग और विभाजन है ।
जैसे मछली को बल्छि का चारा पसंद है वैसे भारत बासी को अभद्राचारय जैसे ढोगी धर्म गुरु और भ्रष्ट चारी सामन्ती संस्कार साशन ब्यवस्था शासक पसंद है
Aapne sahi kaha sir.
💙JayBhim🧡 NamoBuddhay🙏🏻🙏🏻 sir Jay manavta🫂 💐💐💐 bahut-bahut sadhuvad Naman .🙏🏻aapko vistrut jaankari dee.Brahmanoke baare ke...
vaise Brahmnone Bharat ke liye kuchh bhi samaj sudharneka kaam nhi kiya hai.apnoko bhi jaati me baat diya anyoki bhi jatiya bnakar baat diya...ab ladhai jhagde me uljhe hue hai saari Bhartiy janta...aur Hamare Mahapurushoka bhi itihaas chhupaneka kaam kiya hai.unhone....SC,,ST,,OBC.KE log inki kutiltako samjhe.aur pakhand se bahar nikle..namra.nivedan..
सत्य कथन , शुक्रिया शुभरात्रि जय भीम जय भारत नमोबुद्धाय NAMITA GANVIR JI !
सारस्वत बृहमणण सरस्वती नदी के किनारे के है उप जाति मे जोशी अलल है।सबसे ऊँचे माने जाते है सरस्वती नदी हिमाचल मे थी।जयहिन्द
जयहिन्द जय भारत !
महाशय मुझे यह जानना है कि हमारा टाइटल गिरी है हमारा गोत्र सैंडल है किशन कैसे हुआ दया करके मुझे बताइए 🙏
प्रमाण मिलने पर आपको वाँछित जानकारी देने का प्रयास अवश्य करेंगे मैडम : शुक्रिया शुभरात्रि !
सैंडल नहीं शांडिल्य होता है
गिरी भी ब्राह्मण में ही आते हैं क्या...
NavgrahWale joshi ki Utpatti Kese Hui
सर आपने लिखित पुस्तकों के आधार पर ब्राह्मणों के भेद बताए, आप को बहुत बहुत धन्यवाद।
महोदय ब्राह्मण की उत्पत्ति और जातियों के विषय में समय और काल स्थिति और परिस्थितियों के अनुसार बनती चली गई जिससे इनकी शाखाएं भी बढ़ती चली गई।
जो भी ब्राह्मण अपने को सर्वोच्च मानता है उसको भी अपनी लड़कियों की शादी कहां करेंगे ?
खामखा अपने से नीचे श्रेणी में आना पड़ेगा, आखिर उसे अपने से उंचा स्थान दोगे?
और ब्राह्मण का विभाजन केवल शादी विवाह के कारण होते हैं, हुए हैं, और आज भी हो रहे हैं।
पुस्तक को लिखने वाले महापुरुषों को प्रणाम, जिन्होंने इतनी मेहनत करके जैसे-तैसे कम से कम लोगों को जानकारी देने का काम किया।
आपका ह्रदय से आभार , शुभरात्रि RAM SHIROMANI SHARMA JI !
@@ढोलमेंपोल Thanks
कृपया गौतम वंश के बारे में जानकारी दे धन्यवाद
Brahman jati anusar unki
upasana padhati per prakash dalane wali vedio banaye .
i.e.
Spiritual science and philosophy
Guru Parampara
Sidha Sant - Satpurush
Vidyaman Satpurush aur unka sthan
अच्छा हुआ भगवान ने इसे जन्म से ही आंखें नहीं दी
Yadav ko Devtaon ki santan kaha gaya hai . isiliye yadav sabase pavtra vans hai . googal me search karke dekho lo.yafav ka name ata hai . Garg sangita me likha hai ki para na vidita Bhoomi GOP jati .Bhagwat purad me bhi likha hai ki jo vyakti yadav ka name sumara. Karata hai vah sab papon se mukti pata hai.😊
दोगलाबाम्हनहैवोलोगसर
Sabhi brahman वर्ग ने ये सब भेद mitakar एकसंघ rahna chahiye
Jagatguru. Kabhi. Kisike. Bareme. Galat. Nahi. Bolate
लेकिन ये शर्मा, दिवेदी मिश्र पाण्डे पराश्रि दुबे त्रिवेदी शुक्ला अग्निहोत्री चतुर्वेदी इत्यादी कौन होते है।
सब महाशुद्र है।
Dhimaan brahman/Vishwakerma brahman kee jankari bhi dein sur--
Very good knowledge about Brahaman Samaj.
शुक्रिया शुभप्रभात !
महाशय, आपने शाक्यदीपी ब्राह्मणों के बारे में कोई जानकारी नही जबकि कई
महापुरुष महर्षि चाणक्य ,चरक, सुश्रुत ,
बराहमिहिर जैसे लोगों का अवतार हुआ उनका कोई जिक्र नहीं है।
उक्त पुस्तक में जानकारी अधूरी है।
ब्रहत्तर ब्राह्मण समाज पुस्तक में सारी जानकारी मिल जायेगी , एक बार अवश्य पढे़ं , शुक्रिया शुभरात्रि DEVENDRA KUMAR DUTT JI !
दाऊजी मन्दिर के पंडे कौन से ब्राह्मण है
क्या सरयूपारीड ब्राहमण सबसे ऊंचे होते हैं हमारी जानकारी में तो गौड समसे महान होते है, कुछ लोगों का मानना है कि सनाढ्य सर्वोपरि मैं सही में कौन उच्च और कौन नीच है और कैसे कृपया विस्तार से समझाऐ
Main aapki jankari ke liye aapko bata doon Maithil brahmim dusra sabse uncha Brahmin hai.!
Sb pakhand hai
Sb jhuth hai . Koi bada aur chhota kaise ho sakta hai
लोभी कहा से आए हैं ।