#mahabharat #kumarmanoj #krishna #yadav #Ahir #yaduvanshi #gop #Gokul #Mathura #Dwarika #Dwarka क्या है नंद बाबा और वसुदेव का संबंध ! कृष्ण का यादव / अहीर जाति से क्यों जोड़ते हैं नाम ?
✍🏻ठाकुर, अहीर, राव साहब, सिंह, ग्वाला........ कोई जाति नहीं है हम यदुवंशियों को दी गई उपाधि है। हम यदुवंशी(यादव) चंद्रवंशी क्षत्रिय कुल से है और यादव श्रेष्ठ दादा श्रीकृष्ण जी के वंशज है हम यदुवंशी।⚔️🇮🇳🛕🚩 ✍🏻उस टाइम पशु पालने वाली हर जाति को ग्वाला कहा जाता था जो लोग यादव जाति के नहीं थे उनको भी ग्वाला कहा जाता था क्योंकि वो पशु पालते थे! ✍🏻यादव श्रेष्ठ बलराम जी को हलधर और किसानों का भगवान माना जाता है। यदुवंशी क्षत्रिय धर्म निभाने के साथ-साथ कृषि का कार्य भी करते थे पशु पालन(गाय🐄) करते थे और क्षत्रिय धर्म का पालन करते हुए युध्द किये और राज किया। 🇮🇳🛕⚔️जय यादव जय माधव⚔️🛕🚩
मेरे मन में अहीरों/यादवों के लिए अथाह सम्मान व प्रेम पलता है। नन्दबाबा के एक लाख गाय थी ,उनका गाँव नन्दगांव मेरे गाँव से 10 किमी. पर है। इसलिए अथाह अपनापन मन में बसा है। जबकि मेरी जाति जाट है। नन्दबाबा हमारे ब्रज के गौरव हैं।
पहली बात अहीर नन्द के वंसज है नाकि वासुदेव के वासुदेव और नन्द मित्र थे और चचेरे थे कोई सगे नहीं रही बात योगमाया अवतार थी दुर्गा जी का गोप/अहीर उनको बोल सकते हो लेकिन ऐसे तो पता नहीं कितने लोकदेवी राजपूतो में भी ःजन्म ली है और श्री कृष्णा यादव क्षत्रिय थे नाकि अहीर वो नन्द के यहां पले जिसजे वजह से अहिरो गोपियों के साथ उनकी दोस्ती हुयी योगमाया उन्होंने श्री कृष्णा की रक्षा की इसलिए उनको बहन की तरह लिखा गया अगर नन्द वासुदेव भाई होते तो क्यों नन्द कर जमा करने मथुरा कंश और वासुदेव के पास जाते थे आखिर भाई क्यों कर लेगा दूसरी बात अगर ऐसे देखने लग जाये तो राक्षस कंश और महिसासुर भी यादव होंगे और महिसासुर को तो खुद दुर्गा जी मारती है इसका मतलब यादव यादव को मार रही थी मतलब कुछ भी बक दिए हो अभिर ग्वाले अछूत है और हर हिन्दू ग्रन्थ में लिखा है
@RohanThakur__ Rajpoot Baidik kshatriya nahi hain.Aisa History me likha hai Rajpoot converted Hindu hain jinhe Brahmano ne Buddh dharm ko mitane ke liye kshatriya banaya hai.Yadi Rajpoot Baidik kshatriya hote to we apne ko Brahmano se uncha samajhate jaisa ki Buddh grantho me kshatriya ko Brahmano se uncha bataya gaya hai.
CHANDRAVABNSHI KUL KE THE NA KI YDU SMJHAA P00RA MHABHARAT T0MAR0 KA HNNN SAMJE BAGHBAAN KSHATRIY0 ME JANM LETE HNN NA KI NEECHI JAAT ME .. D00DH BECHNE WAAL0 KRISN JI K0 YDUVANSHI BTAA RHE HNN B0 BSS 11 SAAL RHE THE YADAV0 ME BSSS FHIR WAPAS APNE KUL ME AAAGYE CHANDRAVANSHI MEIN
इतना सुन्दर वर्णन मैंने आज तक नहीं सुना। भगवान कृष्ण सबके हैं वो सम्पूर्ण ब्रामण्ड के मालिक है इस कलयुग में जिसने भी कृष्ण के उपदेशों को अपनाया है उसी को सफलता मिली है। जय श्री कृष्ण राधे राधे।
अहीर शब्द संस्कृत का है कठिनक्यों है यादव कहो या राव साहब कहो बाद एक ही है चंद्रवंशी हैं हम सब जय श्री कृष्णा राधेराधे हमको इसी बात कागर्व है के हमको जन्मयदुवंशी कुल में मिल गया
यदुवंश की व्याख्या करने के लिए आपको कोटि कोटि प्रणाम आपने जो बताया है वही सत्य है यदुवंश पर हमें गर्व है अंतिम बात आपने रखी है कि आप कृष्ण बंसी है कि कंसवशी यही सत्य है इसलिए हम सबको इस प्रकार का कोई कृत नहीं करना चाहिए जिससे हमारे पूर्वज शर्मिंदा हो जय यदुवंशी
✍🏻ठाकुर, अहीर, राव साहब, सिंह, ग्वाला........ कोई जाति नहीं है हम यदुवंशियों को दी गई उपाधि है। हम यदुवंशी(यादव) चंद्रवंशी क्षत्रिय कुल से है और यादव श्रेष्ठ दादा श्रीकृष्ण जी के वंशज है हम यदुवंशी।⚔️🇮🇳🛕🚩 ✍🏻उस टाइम पशु पालने वाली हर जाति को ग्वाला कहा जाता था जो लोग यादव जाति के नहीं थे उनको भी ग्वाला कहा जाता था क्योंकि वो पशु पालते थे! ✍🏻यादव श्रेष्ठ बलराम जी को हलधर और किसानों का भगवान माना जाता है। यदुवंशी क्षत्रिय धर्म निभाने के साथ-साथ कृषि का कार्य भी करते थे पशु पालन(गाय🐄) करते थे और क्षत्रिय धर्म का पालन करते हुए युध्द किये और राज किया। 🇮🇳🛕⚔️जय यादव जय माधव⚔️🛕🚩
@@mahendryadav924 Kansh Vanshi Koi Nahi Hai Kyoki Yaduvanshiyo Me Keval Sri Krishna Ki Hi Kutumb Bache The Bakiyo Ka To Sanhar Ho Gaya Tha Parbhas Kshetr Me.Ye Wakta Yadavo Ko Gumrah Kar Rahe Hai.Yaduvansh Ko Krishna Aur Kans K Roop Me Bat Kar.
भगवान् कृष्ण तो सबके हैं।ब्रज क्षेत्र में तो कृष्ण जी को ठाकुर जी कहकर संबोधित करते हैं। संस्कृत के आभीर शब्द का बिगड़ा हुआ शब्द अहीर है। यदुकुल में जन्म लेने के कारण यादव कहलायें। जय श्री राधे कृष्णा
@@drashutripathi8804 भगवान श्री कृष्ण को ठाकुर कहने की पंरम्परा बंगाल से शुरू हुई थी न कि ब्रज से। ध्यातव्य है कि वृंदावन की खोज भी बंगाल के संतो ने की है न कि ब्रजवासियों ने। संत अनंत वासुदेव जी ने सबसे पहले भगवान के लिए ठाकुर शब्द का प्रयोग अपनी पुस्तक अंनत संहिता में किया है। अनंत वासुदेव जी अपने गुरू सरस्वती ठाकुर में ही भगवान श्री कृष्ण को देखते थे इसलिए ठाकुर जी बोलते थे। उसके बाद यह शब्द चलन में आ गया। अनंत वासुदेव जी और उनके गुरू सरस्वती ठाकुर दोनो ही कायस्थ समाज से थे।
श्रीमान जी यादव भी ब्राह्मण हैं , क्यों कि श्रीमद्भागवत महापुराण तथा अन्य पुराणों के अनुसार सृष्टि के प्रारंभ में ब्रह्मा जी के द्वारा दश ऋषियों की उत्पत्ति हुई।उन में अत्रि नामक श्रेष्ठ ऋषि भी थे। उनके तीन पुत्र हुए । दत्तात्रेय, दुर्वासा और चन्द्र । चन्द्र वंश में आगे जाकर ययाति नाम के राजा हुए और ययाति के यदु हुए।यदु से यादव हुए। अतः यादव समाज स्वयं को निसंकोच ब्राह्मण आत्रेय गोत्र (अत्रि ) लिख सकता है ।
यादव एक अलग धर्म है जिसे भागवत भी कहा जाता है बाद मे इसका विलय हिंदू धर्म मे कर लिया गया द्वापर युग के बाद यादव ब्रह्मनो की वर्ण व्यवस्था से बाहर चले गए अब हमारा कोई वर्ण नही
✍🏻ठाकुर, अहीर, राव साहब, सिंह, ग्वाला........ कोई जाति नहीं है हम यदुवंशियों को दी गई उपाधि है। हम यदुवंशी(यादव) चंद्रवंशी क्षत्रिय कुल से है और यादव श्रेष्ठ दादा श्रीकृष्ण जी के वंशज है हम यदुवंशी।⚔️🇮🇳🛕🚩 ✍🏻उस टाइम पशु पालने वाली हर जाति को ग्वाला कहा जाता था जो लोग यादव जाति के नहीं थे उनको भी ग्वाला कहा जाता था क्योंकि वो पशु पालते थे! ✍🏻यादव श्रेष्ठ बलराम जी को हलधर और किसानों का भगवान माना जाता है। यदुवंशी क्षत्रिय धर्म निभाने के साथ-साथ कृषि का कार्य भी करते थे पशु पालन(गाय🐄) करते थे और क्षत्रिय धर्म का पालन करते हुए युध्द किये और राज किया। 🇮🇳🛕⚔️जय यादव जय माधव⚔️🛕🚩
शास्त्री जी .जैसा की आप ने बोला यादव भी ब्राह्मण है महापुराण तथा अन्य पुराणों के अनुसार बृह्मा जी के द्वारा दस ऋषियों-मुनियों की उत्पति हुई । उन में अत्रि,पुलस्त्य,नारद,प्रचेता आदि भाई हुए थे । वैसे हीं प्रचेता का पुत्र बताया वाल्मीकि जी ने बो भी ब्राह्मण हुये तो जो अभी के समय में वाल्मीकि समाज है। वो भी वाल्मीकि जी को अपना पूर्वाज बताते है ।तो फिर आपके हिसाब से शास्त्री जी किया वो भी ब्राह्मण लिख या बोल सकते हैं ।अतः वो वाल्मीकि समाज स्वयं को निसंकोच ब्राह्मण (प्रचेतसं) गोत्र प्रचेता लिख सकते है।या जैसे वाल्मीकि जी ने बोला है श्रीवात्सगोत्रिय ब्राह्मण बोल सकत्ते है 🙄🤔🤔
वास्तव में कृष्ण जी के अवतरण के समय ग्वाल और गोप टाइटल सज्ञान में था अहीर शब्द तब से आया जब कृष्ण जी ने कालिया नाग को नथा था तब से सज्ञान में आया अहीर का अर्थ अ माने नाग ,हीर माने नाथना यानि नाग को नाथने वाला ,कृष्ण जी के ढेर सारे नामो में एक नाम अहीर भी है बाद में लोगो ने इसे गोप ,ग्वाल के साथ साथ अहीर शब्द को जोड़ दिया चाहे कोई अहीर हो ग्वाल हो यादव हो सभी यदुबंशी है यदुबंशी क्षत्रिय है यादव कहे या अहीर कहे हमको इन पर गर्व है जय यदुबंशी
@@VijaibhanSingh वर्ण कोई भी मानिये,चाहे क्षत्रिय या वैश्य। यदुवंशी होना ही महत्वपूर्ण है और अपने आप में पूर्ण भी । वैसे शास्त्रों में पशुपालन व कृषि को वैश्य वर्ण के अन्तर्गत रखा गया है। राजा या शासक बन जाने पर उसे क्षत्रिय मान लिया जाता रहा है।
😂😂ye india hai yeha Log apna Baap turanat badal Lete hai abhi india me yehi chal rha hai. Baap badalne ka kam😂😂 Granth khud padhe. TH-cam k chakkar me naa pade😢😢😢
✍🏻ठाकुर, अहीर, राव साहब, सिंह, ग्वाला........ कोई जाति नहीं है हम यदुवंशियों को दी गई उपाधि है। हम यदुवंशी(यादव) चंद्रवंशी क्षत्रिय कुल से है और यादव श्रेष्ठ दादा श्रीकृष्ण जी के वंशज है हम यदुवंशी।⚔️🇮🇳🛕🚩 ✍🏻उस टाइम पशु पालने वाली हर जाति को ग्वाला कहा जाता था जो लोग यादव जाति के नहीं थे उनको भी ग्वाला कहा जाता था क्योंकि वो पशु पालते थे! ✍🏻यादव श्रेष्ठ बलराम जी को हलधर और किसानों का भगवान माना जाता है। यदुवंशी क्षत्रिय धर्म निभाने के साथ-साथ कृषि का कार्य भी करते थे पशु पालन(गाय🐄) करते थे और क्षत्रिय धर्म का पालन करते हुए युध्द किये और राज किया। 🇮🇳🛕⚔️जय यादव जय माधव⚔️🛕🚩
अहीर शब्द यादवों की एक महान उपाधि है जो आभीर का तद्भव है जिसका मतलब नीर्भीक योद्धा होता है और ये उपाधि सर्वप्रथम यदु महाराज को मिली थी जब गौपालन करते हुए अपने बाहुबल से यदुवंशी साम्राज्य की स्थापना किए थे... बाद में उनके वंशजों को भी आभीर, अहीर यादव कहा गया...
✍🏻ठाकुर, अहीर, राव साहब, सिंह, ग्वाला........ कोई जाति नहीं है हम यदुवंशियों को दी गई उपाधि है। हम यदुवंशी(यादव) चंद्रवंशी क्षत्रिय कुल से है और यादव श्रेष्ठ दादा श्रीकृष्ण जी के वंशज है हम यदुवंशी।⚔️🇮🇳🛕🚩 ✍🏻उस टाइम पशु पालने वाली हर जाति को ग्वाला कहा जाता था जो लोग यादव जाति के नहीं थे उनको भी ग्वाला कहा जाता था क्योंकि वो पशु पालते थे! ✍🏻यादव श्रेष्ठ बलराम जी को हलधर और किसानों का भगवान माना जाता है। यदुवंशी क्षत्रिय धर्म निभाने के साथ-साथ कृषि का कार्य भी करते थे पशु पालन(गाय🐄) करते थे और क्षत्रिय धर्म का पालन करते हुए युध्द किये और राज किया। 🇮🇳🛕⚔️जय यादव जय माधव⚔️🛕🚩
Ram was Surya banshi. So Chandra once complained to Ram. Ram was purushottam. He politely accepted Chandra's request and declared himself as Ramachandra and advised that in future He will take birth in Chandra's clan. And in the next Yuga Ram took birth in Chandra bansh , i.e Yaduvansh. King Yadu was Chandra banshi.
आप को बहुत बहुत धन्यवाद 🙏🙏 जो सही जानकारी दिया आप ने आप एक वीडियो नेपाल के यादव को लेकर वीडियो बनाये नेपाल का पैहला शासक भगवान श्री कृष्ण जी के वंसज है
✍🏻ठाकुर, अहीर, राव साहब, सिंह, ग्वाला........ कोई जाति नहीं है हम यदुवंशियों को दी गई उपाधि है। हम यदुवंशी(यादव) चंद्रवंशी क्षत्रिय कुल से है और यादव श्रेष्ठ दादा श्रीकृष्ण जी के वंशज है हम यदुवंशी।⚔️🇮🇳🛕🚩 ✍🏻उस टाइम पशु पालने वाली हर जाति को ग्वाला कहा जाता था जो लोग यादव जाति के नहीं थे उनको भी ग्वाला कहा जाता था क्योंकि वो पशु पालते थे! ✍🏻यादव श्रेष्ठ बलराम जी को हलधर और किसानों का भगवान माना जाता है। यदुवंशी क्षत्रिय धर्म निभाने के साथ-साथ कृषि का कार्य भी करते थे पशु पालन(गाय🐄) करते थे और क्षत्रिय धर्म का पालन करते हुए युध्द किये और राज किया। 🇮🇳🛕⚔️जय यादव जय माधव⚔️🛕🚩
ठाकुर, अहीर, सिंह, ग्वाला, राव साहब........ कोई जाति नहीं है हम यदुवंशियों को दी गई उपाधि है। यादव चंद्रवंशी क्षत्रिय कुल से है नंदबाबा की एक पुत्री माँ योगमाया(दुर्गा) है हम यदुवंशियों की कुल देवी है वसुदेव जी के दो पुत्र बलराम, कृष्ण और एक पुत्री सुभद्रा जी है। वसुदेव जी और नंदबाबा एक ही बाबा की संतान हैं। वसुदेव जी और नंदबाबा दो एक ही गोत्र वृष्णिवंश के यादव है।
महाराज यदु को श्रवेद में गोप कहा गया है और उन्होंने एक साफ मारा था तब उन्हे अहीर उपाधि मिली जिसका अर्थ निडर होता है,और यादवों के गाय पालन करने के कारण व्यवसाय के रूप में गोप कहते हैं,,पद्म पुराण मे विष्णु स्वम कहते हैं 8 वा अवतार अभिर कुल में लूंगा सभी देवता चले जन्म ले
Ahir Upadhi Nahi Hai Yaduvansh Ki Mul Jati Hai Jo Ki Suryavansh Se Nikla Huwa Yaduvansh Hai...Baad May Chandravansh Se Juda.According To Harivansh Puran.
✍🏻ठाकुर, अहीर, राव साहब, सिंह, ग्वाला........ कोई जाति नहीं है हम यदुवंशियों को दी गई उपाधि है। हम यदुवंशी(यादव) चंद्रवंशी क्षत्रिय कुल से है और यादव श्रेष्ठ दादा श्रीकृष्ण जी के वंशज है हम यदुवंशी।⚔️🇮🇳🛕🚩 ✍🏻उस टाइम पशु पालने वाली हर जाति को ग्वाला कहा जाता था जो लोग यादव जाति के नहीं थे उनको भी ग्वाला कहा जाता था क्योंकि वो पशु पालते थे! ✍🏻यादव श्रेष्ठ बलराम जी को हलधर और किसानों का भगवान माना जाता है। यदुवंशी क्षत्रिय धर्म निभाने के साथ-साथ कृषि का कार्य भी करते थे पशु पालन(गाय🐄) करते थे और क्षत्रिय धर्म का पालन करते हुए युध्द किये और राज किया। 🇮🇳🛕⚔️जय यादव जय माधव⚔️🛕🚩
@@aalokkumaryadav174 नहीं भाई ठाकुर, अहीर, सिंह, ग्वाला, राव साहब...... हम यदुवंशियों की उपाधि ही है इसलिए इन उपाधियों को यादव उपजाति के रूप में लिखते हैं।
जिनका पुराण वेदों में नाम निसान तक नहीं है वो कृष्ण के वंशज बताते हैं असली क्षत्रिय अहीर है वेद पुराण में हर जगह आभीर गोप का नाम है असली आर्य लोग यही है बाकी सभ बंजारे लुटेरे विदेशी राजवंश है
कवि कुमार जी आप महान हैं भगवान श्री कृष्णा के बारे में जो लोग नहीं जानते हैं उसको समझने मैं सफल होते हैं सुमंत जी की पुस्तक में सब कुछ लिखा है उसका भी उदाहरण दिय आपको बहुत बहुत धन्यवाद इसी तरह समाज को सुधारने का प्रयास करते रहे
यादव जाति के लोग कृष्ण के वंशज हैं तो आप को दुख होता है।राम जो दशरथ से उत्पन्न नहीं हुआ। फिर भी राजपूत जाति के वंशज है।उस पर आप लोग प्रतिक्रिया नहीं करते हैं। जनता आप लोगों को समझती है।
सत्य कथन भैया धन्यवाद ।आपने मानववादी दृस्टि से सत्य उद्घाटित किया है। यदि इसी तरह धर्मवादी भी भर्मित नहीं करके सत्य वचन कहें तो समाज में नफ़रत नहीं होगा और प्रेम की गंगा परवाहित होगी और समस्त समाज का कल्याण होगा ।धन्यवाद राना यादव प्रयाग राज नमस्कार ।ॐ नमो भगवते वासुदेवाय ।
MP मे ews के रूप मे सामान्य वर्ग कोआरक्षण दिया गया है इसका मतलब यह नहीं है कि उपरोक्त जातियां निम्न कुल की हो गई।आर्थिक रूप से जो जातियां पिछड़ जाती हैं उनको सरकार आरक्षण देती है कवि राज द्वारा बहुत ही अच्छी तरह समझा कर जानकारी दी गई आपको दिल से बहुत बहुत बधाई।आप ऐसे ही ज्ञान बांटते रहें ।❤🎉❤🎉
EWS मे ब्राह्मण, क्षत्रिय राजपूत, वैश्य समाज को आरक्षण मीला है, इसमे मे कोई घुमतू कबीलाई जाती नही,इसमे कुतो को सुधाकर पहचान होने वाली जाती नही, EWS मे सिर्फ सर्वण समाज है
ग्वाल, गोप,घोष और यादव सभी एक ही वंश से संबंध रखते हैं ।योग माया हमारी कुल देवी है ।अहीर कोई जाति नहीं है ।वासुदेव और नंद बाबा दौनों वृष्णि वंशज गोत्र के थे ।अहीर एक सम्मान और उपाधि है।जो कालिया नाग को नथने के बाद भगवान कृष्ण को मिला ।और उनके वंशज अहीर कहलाये । वासुदेव सुतम् कंस चारूण मर्दनम्, देवकी परमानंदं, कृष्ण बंदे जगद्गुरुम् ।।
✍🏻ठाकुर, अहीर, राव साहब, सिंह, ग्वाला........ कोई जाति नहीं है हम यदुवंशियों को दी गई उपाधि है। हम यदुवंशी(यादव) चंद्रवंशी क्षत्रिय कुल से है और यादव श्रेष्ठ दादा श्रीकृष्ण जी के वंशज है हम यदुवंशी।⚔️🇮🇳🛕🚩 ✍🏻उस टाइम पशु पालने वाली हर जाति को ग्वाला कहा जाता था जो लोग यादव जाति के नहीं थे उनको भी ग्वाला कहा जाता था क्योंकि वो पशु पालते थे! ✍🏻यादव श्रेष्ठ बलराम जी को हलधर और किसानों का भगवान माना जाता है। यदुवंशी क्षत्रिय धर्म निभाने के साथ-साथ कृषि का कार्य भी करते थे पशु पालन(गाय🐄) करते थे और क्षत्रिय धर्म का पालन करते हुए युध्द किये और राज किया। 🇮🇳🛕⚔️जय यादव जय माधव⚔️🛕🚩
सुमंत सर इसके लेखक हैं और शोधकर्ता और लेखक योगेश कुमार रोहिणी गोपा अभीर पुस्तक मथुरा से प्रकाशित हुई है इसका विवेचन मथुरा से हुआ है एक पुस्तक और है यदुवंश संहिता
@@PankajKumar-o6o1s Arai bhai yai log Ahir h or Ahiro nai 1910 kai baad Yadav Surname lgna start kiya or Ahir gvalai shudra hotai h jinka kam hota gàay charna or bagvan Krishna to kshetriya thai isliye unko thakur ji boltai h or bagvan Krishna kai Vanshaj Aaj bi Jasilmer Rajasthan kai Bhati Yaduvanshi Rajput h jinkai pas bagvan Krishna ka singhasan h jo ki 5000 sal purana h or Ahir to banjari hotai thai or Muglo Angerjo kai yha dashi ka kam krti thi inkai puravj jis karn inko jaminai mili or Muglo ki Tati saf krtai thai Ahir to
@@PankajKumar-o6o1s Kha likha hai Arjun rajput। The 😂😂kashtriya ka matalab hi bhi pta ja k padho tumlog kab se kashtriya likhne lga gupt kall ja k padho tab batt karo
यादव जी सबसे पहले यह बताइये की अहीर अभीर गोप ग्वाल पाल गड़ेरिया घोष घोसी से पुराना किसी जाति के लोगों का कोई इतिहास मिलता है।। इतिहास में तो सबसे पहले अहीर गड़ेरिया चरवाहा ही नजर आते हैं।। अब बैदिक ग्रंथ मे जाइऐ तो वहा भी अहीर अभीर गोप ग्वाल गड़ेरिया ही मिलते हैं। लेकिन सिंह, राजपुत, गुर्जर मुस्लिम, इसाई,पांडेय,मिश्र,उपधिया,पाठक,तेवारी,बाजपेयी,दुबे,जैसेबाभनो का भी नाम नही मिलता हैं। ऐ सभी यवनो कुशाणो, चंगजो हुणो तुर्को खिलजियो, फारसियो पुर्तगालो, जैसे आतंकवादी आतंकताइयो के आने के बाद ऐ सब पैदा हुऐ है, कुछ जायज कूछ नाजायज आंतक ताइयो के औलाद हैं।।
सर आपने जो गोप-आभीर (अहीर)-यादव वाली किताब की बात की वह फिलीप कार्ड में नहीं मिल रही है तो उस गोप-आभीर (अहीर)-यादव वाली किताब कैसे मगवाए और अपना इतिहास जाने आप सच में सर बहुत ही अच्छी जानकारी देते हो तो प्लीज मुझे बताइए कि उस किताब को कैसे मगवाए या फिर कहीं पर खरीदना पडेगा प्लीज बताइए जय श्री कृष्ण 🙏🙏
सत्यवचन के लिए आपको बहुत-बहुत धन्यवाद धन्यवाद धन्यवाद
Itne din se kaha gayab the guru😂
✍🏻ठाकुर, अहीर, राव साहब, सिंह, ग्वाला........ कोई जाति नहीं है हम यदुवंशियों को दी गई उपाधि है। हम यदुवंशी(यादव) चंद्रवंशी क्षत्रिय कुल से है और यादव श्रेष्ठ दादा श्रीकृष्ण जी के वंशज है हम यदुवंशी।⚔️🇮🇳🛕🚩
✍🏻उस टाइम पशु पालने वाली हर जाति को ग्वाला कहा जाता था जो लोग यादव जाति के नहीं थे उनको भी ग्वाला कहा जाता था क्योंकि वो पशु पालते थे!
✍🏻यादव श्रेष्ठ बलराम जी को हलधर और किसानों का भगवान माना जाता है।
यदुवंशी क्षत्रिय धर्म निभाने के साथ-साथ कृषि का कार्य भी करते थे पशु पालन(गाय🐄) करते थे और क्षत्रिय धर्म का पालन करते हुए युध्द किये और राज किया।
🇮🇳🛕⚔️जय यादव जय माधव⚔️🛕🚩
Love you ❤
@@Krishnyaduvanshi ग्वाला एक नीच अछूत जाति है भाई ग्वाला का अहीर से कोई संबंध नहीं है हा ग्वाला श्री कृष्ण अहीर के सात में खेलने जाते थे
@@abhishek09689 Tum Kis Neech Jati K Ho.Apni Jati Bhi Bta De Mugla Ya Bheemta.😂🤣😂😂😂
मेरे मन में अहीरों/यादवों के लिए अथाह सम्मान व प्रेम पलता है। नन्दबाबा के एक लाख गाय थी ,उनका गाँव नन्दगांव मेरे गाँव से 10 किमी. पर है। इसलिए अथाह अपनापन मन में बसा है। जबकि मेरी जाति जाट है। नन्दबाबा हमारे ब्रज के गौरव हैं।
Sabhi kalpanik kathayen hain.
भोसरे तु भी कल्पनिक है@@surendrasinghkush2953
पहली बात अहीर नन्द के वंसज है नाकि वासुदेव के वासुदेव और नन्द मित्र थे और चचेरे थे कोई सगे नहीं रही बात योगमाया अवतार थी दुर्गा जी का गोप/अहीर उनको बोल सकते हो लेकिन ऐसे तो पता नहीं कितने लोकदेवी राजपूतो में भी ःजन्म ली है और श्री कृष्णा यादव क्षत्रिय थे नाकि अहीर वो नन्द के यहां पले जिसजे वजह से अहिरो गोपियों के साथ उनकी दोस्ती हुयी
योगमाया उन्होंने श्री कृष्णा की रक्षा की इसलिए उनको बहन की तरह लिखा गया अगर नन्द वासुदेव भाई होते तो क्यों नन्द कर जमा करने मथुरा कंश और वासुदेव के पास जाते थे आखिर भाई क्यों कर लेगा दूसरी बात अगर ऐसे देखने लग जाये तो राक्षस कंश और महिसासुर भी यादव होंगे और महिसासुर को तो खुद दुर्गा जी मारती है इसका मतलब यादव यादव को मार रही थी मतलब कुछ भी बक दिए हो अभिर ग्वाले अछूत है और हर हिन्दू ग्रन्थ में लिखा है
@RohanThakur__ Rajpoot Baidik kshatriya nahi hain.Aisa History me likha hai
Rajpoot converted Hindu hain jinhe Brahmano ne Buddh dharm ko mitane ke liye kshatriya banaya hai.Yadi Rajpoot Baidik kshatriya hote to we apne ko Brahmano se uncha samajhate jaisa ki Buddh grantho me kshatriya ko Brahmano se uncha bataya gaya hai.
@@RohanThakur__तू अपने को मुगल पुत ही समझ इससे ज्यादा कुछ नही सोच
मुझे गर्व है कि में यदुवंशी हूं दादा श्री कृष्ण के कुल में जन्म मिल गया यही बहुत है ❤
@Anant84257 बाकी समाज में भी महान लोग है आप भी गर्व से रहिए
😂😂😂😂😂
कृष्ण ने तो अपने vansh को स्वयं नष्ट कर दिया था तो fir यह यदुवंशी कहाँ से आ गए? किसी को पता हो तो बताने का कष्ट करें.
Ye ahir log jaato, gurjro jese Yadav surname lga kar bhagwan shri krishna ka petant kra liya h, ise hi kahte ho gobarbuddhi ahir nakli yadav gowar
@@manankr9139 Krishna ka putra prdumn se wance chla
आप का कहना बिल्कुल सही और प्रामाणिक हैं, समाज को जागरुक करते रहे।
धन्यवाद।
भगवान श्री कृष्ण की कृपा आप पर बनी रहे, सत्य को उजागर करने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद, जय श्री कृष्णा जय यदुवंश।
कवि कुमार मनोज जी को सत्य वचन बोलने के लिए हृदय से वंदन अभिनंदन
Bilkul sahi samjhaya
😂yadavsrsdhal
CHANDRAVABNSHI KUL KE THE NA KI YDU SMJHAA
P00RA MHABHARAT T0MAR0 KA HNNN
SAMJE
BAGHBAAN KSHATRIY0 ME JANM LETE HNN NA KI NEECHI JAAT ME ..
D00DH BECHNE WAAL0 KRISN JI K0 YDUVANSHI BTAA RHE HNN
B0 BSS 11 SAAL RHE THE YADAV0 ME BSSS
FHIR WAPAS APNE KUL ME AAAGYE
CHANDRAVANSHI MEIN
इतना सुन्दर वर्णन मैंने आज तक नहीं सुना। भगवान कृष्ण सबके हैं वो सम्पूर्ण ब्रामण्ड के मालिक है इस कलयुग में जिसने भी कृष्ण के उपदेशों को अपनाया है उसी को सफलता मिली है।
जय श्री कृष्ण राधे राधे।
अहीर शब्द संस्कृत का है कठिनक्यों है यादव कहो या राव साहब कहो बाद एक ही है चंद्रवंशी हैं हम सब जय श्री कृष्णा राधेराधे हमको इसी बात कागर्व है के हमको जन्मयदुवंशी कुल में मिल गया
यदुवंश की व्याख्या करने के लिए आपको कोटि कोटि प्रणाम आपने जो बताया है वही सत्य है यदुवंश पर हमें गर्व है अंतिम बात आपने रखी है कि आप कृष्ण बंसी है कि कंसवशी यही सत्य है इसलिए हम सबको इस प्रकार का कोई कृत नहीं करना चाहिए जिससे हमारे पूर्वज शर्मिंदा हो जय यदुवंशी
✍🏻ठाकुर, अहीर, राव साहब, सिंह, ग्वाला........ कोई जाति नहीं है हम यदुवंशियों को दी गई उपाधि है। हम यदुवंशी(यादव) चंद्रवंशी क्षत्रिय कुल से है और यादव श्रेष्ठ दादा श्रीकृष्ण जी के वंशज है हम यदुवंशी।⚔️🇮🇳🛕🚩
✍🏻उस टाइम पशु पालने वाली हर जाति को ग्वाला कहा जाता था जो लोग यादव जाति के नहीं थे उनको भी ग्वाला कहा जाता था क्योंकि वो पशु पालते थे!
✍🏻यादव श्रेष्ठ बलराम जी को हलधर और किसानों का भगवान माना जाता है।
यदुवंशी क्षत्रिय धर्म निभाने के साथ-साथ कृषि का कार्य भी करते थे पशु पालन(गाय🐄) करते थे और क्षत्रिय धर्म का पालन करते हुए युध्द किये और राज किया।
🇮🇳🛕⚔️जय यादव जय माधव⚔️🛕🚩
@@mahendryadav924 Kansh Vanshi Koi Nahi Hai Kyoki Yaduvanshiyo Me Keval Sri Krishna Ki Hi Kutumb Bache The Bakiyo Ka To Sanhar Ho Gaya Tha Parbhas Kshetr Me.Ye Wakta Yadavo Ko Gumrah Kar Rahe Hai.Yaduvansh Ko Krishna Aur Kans K Roop Me Bat Kar.
7:47
Besharam ho tum log....Kshatriyon ka surname copy kar liya besharmi se...Kuchh bhi ho jaye baap nahi badalna chahiye
यदुवंशी समाज को जातीय राजनीति में घसीटकर सनातन धर्म को कमजोर कर रहे हैं
मुझे अपने कुल पर और कृष्ण का वंशज होने पर गर्व है l कुलदेवी दुर्गा को प्रणाम
Ab namajwadi ho tum log..bhagwan ko mante nhi
Surname change karne se Yadav nahi ban jaoge😂
हंसने से लग रहे हो रावण के खानदान के हो
भगवान् कृष्ण तो सबके हैं।ब्रज क्षेत्र में तो कृष्ण जी को ठाकुर जी कहकर संबोधित करते हैं।
संस्कृत के आभीर शब्द का बिगड़ा हुआ शब्द अहीर है। यदुकुल में जन्म लेने के कारण यादव कहलायें।
जय श्री राधे कृष्णा
Ye ahir log jaato, gurjro jese Yadav surname lga kar bhagwan shri krishna ka petant kra liya h, ise hi kahte ho gobarbuddhi ahir nakli yadav gowar
To kya ahir yadukul nahi hai
Ek hi h bigda hua nhi h.....
@@drashutripathi8804 भगवान श्री कृष्ण को ठाकुर कहने की पंरम्परा बंगाल से शुरू हुई थी न कि ब्रज से। ध्यातव्य है कि वृंदावन की खोज भी बंगाल के संतो ने की है न कि ब्रजवासियों ने। संत अनंत वासुदेव जी ने सबसे पहले भगवान के लिए ठाकुर शब्द का प्रयोग अपनी पुस्तक अंनत संहिता में किया है। अनंत वासुदेव जी अपने गुरू सरस्वती ठाकुर में ही भगवान श्री कृष्ण को देखते थे इसलिए ठाकुर जी बोलते थे। उसके बाद यह शब्द चलन में आ गया। अनंत वासुदेव जी और उनके गुरू सरस्वती ठाकुर दोनो ही कायस्थ समाज से थे।
@@satendrayadav9289 जी, संस्कृत में आभीर कहते हैं।अहीर अपभ्रंश भाषा का शब्द है। सादर
श्रीमान जी यादव भी ब्राह्मण हैं , क्यों कि श्रीमद्भागवत महापुराण तथा अन्य पुराणों के अनुसार सृष्टि के प्रारंभ में ब्रह्मा जी के द्वारा दश ऋषियों की उत्पत्ति हुई।उन में अत्रि नामक श्रेष्ठ ऋषि भी थे। उनके तीन पुत्र हुए । दत्तात्रेय, दुर्वासा और चन्द्र । चन्द्र वंश में आगे जाकर ययाति नाम के राजा हुए और ययाति के यदु हुए।यदु से यादव हुए। अतः यादव समाज स्वयं को निसंकोच ब्राह्मण आत्रेय गोत्र (अत्रि ) लिख सकता है ।
यादव एक अलग धर्म है जिसे भागवत भी कहा जाता है
बाद मे इसका विलय हिंदू धर्म मे कर लिया गया
द्वापर युग के बाद यादव ब्रह्मनो की वर्ण व्यवस्था से बाहर चले गए
अब हमारा कोई वर्ण नही
Kya bakchodi pel rahe ho yaar tum apne man se mahabharat likhoge kya @@चिमटोकाअसलीइतिहास
✍🏻ठाकुर, अहीर, राव साहब, सिंह, ग्वाला........ कोई जाति नहीं है हम यदुवंशियों को दी गई उपाधि है। हम यदुवंशी(यादव) चंद्रवंशी क्षत्रिय कुल से है और यादव श्रेष्ठ दादा श्रीकृष्ण जी के वंशज है हम यदुवंशी।⚔️🇮🇳🛕🚩
✍🏻उस टाइम पशु पालने वाली हर जाति को ग्वाला कहा जाता था जो लोग यादव जाति के नहीं थे उनको भी ग्वाला कहा जाता था क्योंकि वो पशु पालते थे!
✍🏻यादव श्रेष्ठ बलराम जी को हलधर और किसानों का भगवान माना जाता है।
यदुवंशी क्षत्रिय धर्म निभाने के साथ-साथ कृषि का कार्य भी करते थे पशु पालन(गाय🐄) करते थे और क्षत्रिय धर्म का पालन करते हुए युध्द किये और राज किया।
🇮🇳🛕⚔️जय यादव जय माधव⚔️🛕🚩
शास्त्री जी .जैसा की आप ने बोला यादव भी ब्राह्मण है महापुराण तथा अन्य पुराणों के अनुसार बृह्मा जी के द्वारा दस ऋषियों-मुनियों की उत्पति हुई । उन में अत्रि,पुलस्त्य,नारद,प्रचेता आदि भाई हुए थे । वैसे हीं प्रचेता का पुत्र बताया वाल्मीकि जी ने बो भी ब्राह्मण हुये तो जो अभी के समय में वाल्मीकि समाज है। वो भी वाल्मीकि जी को अपना पूर्वाज बताते है ।तो फिर आपके हिसाब से शास्त्री जी किया वो भी ब्राह्मण लिख या बोल सकते हैं ।अतः वो वाल्मीकि समाज स्वयं को निसंकोच ब्राह्मण (प्रचेतसं) गोत्र प्रचेता लिख सकते है।या जैसे वाल्मीकि जी ने बोला है श्रीवात्सगोत्रिय ब्राह्मण बोल सकत्ते है 🙄🤔🤔
शास्त्री जी यह सावल मन मे बहुत समय से था
भगवान कृष्ण जी यदुवंशी हैं जो सभी को मालूम है..लेकिन कुछ लोग फालतू बात करते हैं
जय दादा श्री कृष्ण! ❤🙏🙏💪💪
बहुत ही सुंदर व्याख्या की हे आपने सुनकर ज्ञान वर्दान हुआ 🙏🙏🙏
वास्तव में कृष्ण जी के अवतरण के समय ग्वाल और गोप टाइटल सज्ञान में था अहीर शब्द तब से आया जब कृष्ण जी ने कालिया नाग को नथा था तब से सज्ञान में आया अहीर का अर्थ अ माने नाग ,हीर माने नाथना यानि नाग को नाथने वाला ,कृष्ण जी के ढेर सारे नामो में एक नाम अहीर भी है बाद में लोगो ने इसे गोप ,ग्वाल के साथ साथ अहीर शब्द को जोड़ दिया चाहे कोई अहीर हो ग्वाल हो यादव हो सभी यदुबंशी है यदुबंशी क्षत्रिय है यादव कहे या अहीर कहे हमको इन पर गर्व है जय यदुबंशी
@@VijaibhanSingh ग्वाला नही थे समझा साले आभीर/गोप/यादव थे
Bilkul sahi but mukhputron ne yadav me foot dalne ke liye yadav ahir gop gwala ko alag batana suru kr diya
Ye ahir log jaato, gurjro jese Yadav surname lga kar bhagwan shri krishna ka petant kra liya h, ise hi kahte ho gobarbuddhi ahir nakli yadav gowar
Jay Yadav Jay Madhav ❤
@@VijaibhanSingh वर्ण कोई भी मानिये,चाहे क्षत्रिय या वैश्य। यदुवंशी होना ही महत्वपूर्ण है और अपने आप में पूर्ण भी । वैसे शास्त्रों में पशुपालन व कृषि को वैश्य वर्ण के अन्तर्गत रखा गया है। राजा या शासक बन जाने पर उसे क्षत्रिय मान लिया जाता रहा है।
बहुत ही सराहनीय बिचार है आप की सर भगवान् सबके है किसी धर्म जाति के नहीं
धन्यवाद सर यदुवंश पर चर्चा करने के लिए और सच बताने के लिए
जय श्री कृष्ण 🙏🙏🚩🚩
जय यादव जय माधब 🙏🙏
From नेपाल 🇳🇵
Profile ek gunde ko laga diya kiyo
😂😂ye india hai yeha Log apna Baap turanat badal Lete hai abhi india me yehi chal rha hai. Baap badalne ka kam😂😂
Granth khud padhe. TH-cam k chakkar me naa pade😢😢😢
Bilkul sahi jankari Diya sir aap ko bhut Gyan h❤❤
अपने यदुवंशी की व्याख्या बहुत सुंदर रूप में की है आपको साधुवाद
आरक्षण तो लोधी राजपूत परमार राजपूत कश्यप राजपुत भी obc में है
यादव चंद्रवंशी क्षत्रिय है
लोधी राजपूत नही बल्कि एक निषाद जाती है
Rajsthan aur gujrat k rajput bhi OBC reservation lete hai, kuch district k
✍🏻ठाकुर, अहीर, राव साहब, सिंह, ग्वाला........ कोई जाति नहीं है हम यदुवंशियों को दी गई उपाधि है। हम यदुवंशी(यादव) चंद्रवंशी क्षत्रिय कुल से है और यादव श्रेष्ठ दादा श्रीकृष्ण जी के वंशज है हम यदुवंशी।⚔️🇮🇳🛕🚩
✍🏻उस टाइम पशु पालने वाली हर जाति को ग्वाला कहा जाता था जो लोग यादव जाति के नहीं थे उनको भी ग्वाला कहा जाता था क्योंकि वो पशु पालते थे!
✍🏻यादव श्रेष्ठ बलराम जी को हलधर और किसानों का भगवान माना जाता है।
यदुवंशी क्षत्रिय धर्म निभाने के साथ-साथ कृषि का कार्य भी करते थे पशु पालन(गाय🐄) करते थे और क्षत्रिय धर्म का पालन करते हुए युध्द किये और राज किया।
🇮🇳🛕⚔️जय यादव जय माधव⚔️🛕🚩
Sar Jara soch samajh kar bolo main Parmar Thakur hun
Sar mein Parmar Thakur hun aur Aaj Tak kisi Parmar Thakur ko Aarakshan nahin mila Panna hamen Aarakshan lene ki jarurat hai ham khud itne saccha hai
बहुत सुंदर जानकारी जय श्री कृष्ण
Thanks Kumar Manoj ji for explaining YADUVANSHI/YADAV/AHIR
Chup reh sudra aahir 💩😂
अहीर शब्द यादवों की एक महान उपाधि है जो आभीर का तद्भव है जिसका मतलब नीर्भीक योद्धा होता है और ये उपाधि सर्वप्रथम यदु महाराज को मिली थी जब गौपालन करते हुए अपने बाहुबल से यदुवंशी साम्राज्य की स्थापना किए थे... बाद में उनके वंशजों को भी आभीर, अहीर यादव कहा गया...
Abhir phele Kshetraya baad mein sabhi Brahman ban gaye the
@@NitinKumarTyagi-jw7bqइसका मतलब तुम अहीरों के बंसज हो चलो फिर बोलो तुम अहीरों के बंसज हो😂😂😂😂
उस परम परमेश्वर का कृष्ण कन्हैया के रूप में यदुवंश में जन्म लेना अनायास ही नहीं था कोई तो विशेषता रही होगी जो उन्होंने जन्म के लिए यदुवंश चुना
हम द्वापर युग की चीजों को कलयुग के उदाहरण देकर के स्पष्ट नहीं कर सकते यह जो कलयुग की व्यवस्था है यह तो आज के राजनीत ने बनाई है
✍🏻ठाकुर, अहीर, राव साहब, सिंह, ग्वाला........ कोई जाति नहीं है हम यदुवंशियों को दी गई उपाधि है। हम यदुवंशी(यादव) चंद्रवंशी क्षत्रिय कुल से है और यादव श्रेष्ठ दादा श्रीकृष्ण जी के वंशज है हम यदुवंशी।⚔️🇮🇳🛕🚩
✍🏻उस टाइम पशु पालने वाली हर जाति को ग्वाला कहा जाता था जो लोग यादव जाति के नहीं थे उनको भी ग्वाला कहा जाता था क्योंकि वो पशु पालते थे!
✍🏻यादव श्रेष्ठ बलराम जी को हलधर और किसानों का भगवान माना जाता है।
यदुवंशी क्षत्रिय धर्म निभाने के साथ-साथ कृषि का कार्य भी करते थे पशु पालन(गाय🐄) करते थे और क्षत्रिय धर्म का पालन करते हुए युध्द किये और राज किया।
🇮🇳🛕⚔️जय यादव जय माधव⚔️🛕🚩
Ram was Surya banshi. So Chandra once complained to Ram. Ram was purushottam. He politely accepted Chandra's request and declared himself as Ramachandra and advised that in future He will take birth in Chandra's clan. And in the next Yuga Ram took birth in Chandra bansh , i.e Yaduvansh. King Yadu was Chandra banshi.
Sahi kaha aap ne sahab aap bahut jankar insaan hai aap ko 🙏🙏🙏🙏🙏🙏jai shree krishna 🙏🙏🙏🙏
Apka dill se sukriya sir jo sab kuchh sahi sahi btaya 🙏
Yadav ko hamesha helpful hona chahiye mahilao ,betio ki raksha karna chahiye ❤❤❤
सिर्फ यादवों को ही नहीं भाई हर व्यक्ति को स्त्रियों तथा कमजोर लोगों की रक्षा करनी चाहिए.
Asli yadav Wahi hai jo atyachar anachar ke khilaf lade
@@vijaykumarpandey6168 correct 💯💯💯
ये बात अखिलेश यादव को सिखाई जाए
@@vijaykumarpandey6168exactly
सभी यदुवंशीयो भाइयों को शत् शत् नमन 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
जय श्री कृष्ण 🙏🏽
bhout bhout aabhar manoj sir🙏🙏🙏🙏🙏🙏 bhout hi kathin kam kiye hai aapne
बहुत सही बात गुरुजी बहुत सही बात आप बहुत ईमानदारी से सब बताते हैं आपका कोटि-कोटि धन्यवाद आपके चरणों में हमारा तरफ से प्रणाम
आप को बहुत बहुत धन्यवाद 🙏🙏
जो सही जानकारी दिया आप ने
आप एक वीडियो नेपाल के यादव को लेकर वीडियो बनाये नेपाल का पैहला शासक भगवान श्री कृष्ण जी के वंसज है
✍🏻ठाकुर, अहीर, राव साहब, सिंह, ग्वाला........ कोई जाति नहीं है हम यदुवंशियों को दी गई उपाधि है। हम यदुवंशी(यादव) चंद्रवंशी क्षत्रिय कुल से है और यादव श्रेष्ठ दादा श्रीकृष्ण जी के वंशज है हम यदुवंशी।⚔️🇮🇳🛕🚩
✍🏻उस टाइम पशु पालने वाली हर जाति को ग्वाला कहा जाता था जो लोग यादव जाति के नहीं थे उनको भी ग्वाला कहा जाता था क्योंकि वो पशु पालते थे!
✍🏻यादव श्रेष्ठ बलराम जी को हलधर और किसानों का भगवान माना जाता है।
यदुवंशी क्षत्रिय धर्म निभाने के साथ-साथ कृषि का कार्य भी करते थे पशु पालन(गाय🐄) करते थे और क्षत्रिय धर्म का पालन करते हुए युध्द किये और राज किया।
🇮🇳🛕⚔️जय यादव जय माधव⚔️🛕🚩
ठाकुर, अहीर, सिंह, ग्वाला, राव साहब........ कोई जाति नहीं है हम यदुवंशियों को दी गई उपाधि है। यादव चंद्रवंशी क्षत्रिय कुल से है नंदबाबा की एक पुत्री माँ योगमाया(दुर्गा) है हम यदुवंशियों की कुल देवी है वसुदेव जी के दो पुत्र बलराम, कृष्ण और एक पुत्री सुभद्रा जी है। वसुदेव जी और नंदबाबा एक ही बाबा की संतान हैं।
वसुदेव जी और नंदबाबा दो एक ही गोत्र वृष्णिवंश के यादव है।
बिल्कुल सही
आप सब सवर्ण ही है राजनीति के लिए पिछड़ा है आरक्षण का लाभ ले रहे हैं
Bahut badiya bate kahi guruji salute 🙏🙏🙏 pranaam
सर जी को राधे राधे जय श्री कृष्णा
महाराज यदु को श्रवेद में गोप कहा गया है और उन्होंने एक साफ मारा था तब उन्हे अहीर उपाधि मिली जिसका अर्थ निडर होता है,और यादवों के गाय पालन करने के कारण व्यवसाय के रूप में गोप कहते हैं,,पद्म पुराण मे विष्णु स्वम कहते हैं 8 वा अवतार अभिर कुल में लूंगा सभी देवता चले जन्म ले
Ahir Upadhi Nahi Hai Yaduvansh Ki Mul Jati Hai Jo Ki Suryavansh Se Nikla Huwa Yaduvansh Hai...Baad May Chandravansh Se Juda.According To Harivansh Puran.
@@Satya_bhau108 अहीर/गोप/यादव एक दूसरे का पर्यायवाची शब्द और अहीर जाती है समझा
✍🏻ठाकुर, अहीर, राव साहब, सिंह, ग्वाला........ कोई जाति नहीं है हम यदुवंशियों को दी गई उपाधि है। हम यदुवंशी(यादव) चंद्रवंशी क्षत्रिय कुल से है और यादव श्रेष्ठ दादा श्रीकृष्ण जी के वंशज है हम यदुवंशी।⚔️🇮🇳🛕🚩
✍🏻उस टाइम पशु पालने वाली हर जाति को ग्वाला कहा जाता था जो लोग यादव जाति के नहीं थे उनको भी ग्वाला कहा जाता था क्योंकि वो पशु पालते थे!
✍🏻यादव श्रेष्ठ बलराम जी को हलधर और किसानों का भगवान माना जाता है।
यदुवंशी क्षत्रिय धर्म निभाने के साथ-साथ कृषि का कार्य भी करते थे पशु पालन(गाय🐄) करते थे और क्षत्रिय धर्म का पालन करते हुए युध्द किये और राज किया।
🇮🇳🛕⚔️जय यादव जय माधव⚔️🛕🚩
@@Krishnyaduvanshi Baki Sab Upadhi Ho Sakta Hai par Ahir Nahi Ahir Yaduvanshiyo Ki Mul Jati Hai.
@@aalokkumaryadav174 नहीं भाई ठाकुर, अहीर, सिंह, ग्वाला, राव साहब...... हम यदुवंशियों की उपाधि ही है इसलिए इन उपाधियों को यादव उपजाति के रूप में लिखते हैं।
Jai Sri Krishna 🙏 🙏🙏🚩🚩🚩
सर जी आपका बहुत-बहुत धन्यवाद
आज आपने एक ऐसी गुत्थी सुलझाई हैं
ईश्वर की कोई जाती नही होती वह तो किसी भी कुल में जन्म ले वह ईश्वर ही है पर आपने कई लोगो की दुविधा दूर कर दी धन्यवाद
So respect to you brother Manoj ji.... God Aadidev Mahadev Shambhu bless we all... Jai shree Krishna Govinda Jai Dwarikadhish.........
जिनका पुराण वेदों में नाम निसान तक नहीं है वो कृष्ण के वंशज बताते हैं असली क्षत्रिय अहीर है वेद पुराण में हर जगह आभीर गोप का नाम है असली आर्य लोग यही है बाकी सभ बंजारे लुटेरे विदेशी राजवंश है
Aapne ved padhe hain kya ved me to abheer shabd kitni baar aaya hai
Sahi kaha
Ube nakali krishan ka vansda haa pandul ka
Right bhai
@@KaviKumarManoj ved me nhi 😂
Very Right Answer ❤ Thanks🙏 sir g
जय श्री कृष्ण
कवि कुमार जी आप महान हैं भगवान श्री कृष्णा के बारे में जो लोग नहीं जानते हैं उसको समझने मैं सफल होते हैं सुमंत जी की पुस्तक में सब कुछ लिखा है उसका भी उदाहरण दिय आपको बहुत बहुत धन्यवाद इसी तरह समाज को सुधारने का प्रयास करते रहे
सत्य कथा सुनाने बहुत बहुत धन्यवाद श्री मांजी
मुझे यादव होने पर गर्व है, ईश्वर से प्रार्थना है कि जब भी मुझे मनुष्य रूप में जन्म दे वह यदुवंश में ही दे और उसमें भी ग्वाल के रूप में......❤❤❤
Gval jaruri nhi
Bs yadav hona chahiye
मैं भी ग्वाल हू। जय श्री कृष्ण
AhirJatiYaduvanshiyo ki MulJati hai.@@pyarelalvloge54
..Gwalvanshi yadav nhi hai wo nich farzi yadav hai mahasabha ke pille hai wo
ग्वाला और अहीर दो अगल, अगल जाति है ग्वाला एक नीच अछूत जाति है जो Est में मिलता है
ALWAYS PROUD TO BE YADAV ❤
ALWAYS RESPECT AND LOVE IN OUR HEART ❤️ FOR MANOJ SIR .....
यादव जाति के लोग कृष्ण के वंशज हैं तो आप को दुख होता है।राम जो दशरथ से उत्पन्न नहीं हुआ। फिर भी राजपूत जाति के वंशज है।उस पर आप लोग प्रतिक्रिया नहीं करते हैं। जनता आप लोगों को समझती है।
कंस की जाति कौन सी थी.... बताने का कष्ट करें महानुभाव....
@@8amstudy mughalput aur daan peti chor kaun hai yeah bhi bta de.
@@ashutoshobc योगी जी से पूछ लो
Bhai log aapas mein ladd bheed mar kat lo... 😅
Bhai kisko dukh hota hai humare Bhagwan Shree Krishna kei Yaduvanshi hone par???
🙏 जय श्री कृष्ण ...
सत्य कथन भैया धन्यवाद ।आपने मानववादी दृस्टि से सत्य उद्घाटित किया है। यदि इसी तरह धर्मवादी भी भर्मित नहीं करके सत्य वचन कहें तो समाज में नफ़रत नहीं होगा और प्रेम की गंगा परवाहित होगी और समस्त समाज का कल्याण होगा ।धन्यवाद
राना यादव प्रयाग राज नमस्कार ।ॐ नमो भगवते वासुदेवाय ।
धन्य है यदुकुल और यदकुल शिरोमणि ।
Very nice representation
जय जय हो 🎉
जय यादव जय माधव राधे राधे कवि जी आपने अच्छी जानकारी दी बहुतबहुत बधाई
MP मे ews के रूप मे सामान्य वर्ग कोआरक्षण दिया गया है इसका मतलब यह नहीं है कि उपरोक्त जातियां निम्न कुल की हो गई।आर्थिक रूप से जो जातियां पिछड़ जाती हैं उनको सरकार आरक्षण देती है कवि राज द्वारा बहुत ही अच्छी तरह समझा कर जानकारी दी गई आपको दिल से बहुत बहुत बधाई।आप ऐसे ही ज्ञान बांटते रहें ।❤🎉❤🎉
EWS मे ब्राह्मण, क्षत्रिय राजपूत, वैश्य समाज को आरक्षण मीला है, इसमे मे कोई घुमतू कबीलाई जाती नही,इसमे कुतो को सुधाकर पहचान होने वाली जाती नही, EWS मे सिर्फ सर्वण समाज है
चुनना काट रहा है
बहुत ही आ
बहुत ही अच्छा लगता
कृष्ण भगवान् को ठाकुरजी भी कहते हैं
बहुत सुंदर 👌
सत्य वचन के लिए धन्यवाद ❤️
जय यादव जय माधव 🚩🙏
Kavi sahb ka bahut abhar satya ko logo tak pahuchane k liye
Satya vachan par bahut bahut dhanyawad
मुझे अपने कुल पर और श्री कृष्ण का वंशज होने पर गर्व है मां सती अनुसुइया को बार बार प्रणाम
जय श्री कृष्णा ❤❤❤
जय श्री कृष्णा 🎉
ग्वाल, गोप,घोष और यादव सभी एक ही वंश से संबंध रखते हैं ।योग माया हमारी कुल देवी है ।अहीर कोई जाति नहीं है ।वासुदेव और नंद बाबा दौनों वृष्णि वंशज गोत्र के थे ।अहीर एक सम्मान और उपाधि है।जो कालिया नाग को नथने के बाद भगवान कृष्ण को मिला ।और उनके वंशज अहीर कहलाये ।
वासुदेव सुतम् कंस चारूण मर्दनम्, देवकी परमानंदं, कृष्ण बंदे जगद्गुरुम् ।।
जय श्री राधे कृष्ण
Bahut Bahut Dhanyabad aur shubhkamnaye Aap dono ko jo saty ka parkashit kiye ❤
Jai Ho
आपको प्रणाम करता हु कवि महोदय आपने बहुत अच्छा चित्रण किया भगवान के बारे में
Radhe Radhe sir ji very nice super ✌️✌️👍👍👌👌🙏🙏
जय श्री कृष्णा जय यादव जय माधव
स्वामी कैलाशानंद जगदीश कुटीर आश्रमहरिद्वार। हरिद्वार में आपका स्वागत
जय मुरलीधर ,,,, वाह क्या बात बोली हे
Bahut sundar sir Ji 🙌🙏
यादव यदुवंशी क्षत्रिय है।
I am vrishni vanshi yadav my kuldevi is maa vindyawasni ❤
Jay shree Krishna 💐🌹💐🌹💐🌹💐🌹💐🌹💐🌹💐🌹🙏💐🌹🙏
मुझे यादव होने पर गर्व है
हम सर नेम यादव लिखते हैं पर जाती हमारी संस्कृति यादव है
Ye ahir log jaato, gurjro jese Yadav surname lga kar bhagwan shri krishna ka petant kra liya h, ise hi kahte ho gobarbuddhi ahir nakli yadav gowar
✍🏻ठाकुर, अहीर, राव साहब, सिंह, ग्वाला........ कोई जाति नहीं है हम यदुवंशियों को दी गई उपाधि है। हम यदुवंशी(यादव) चंद्रवंशी क्षत्रिय कुल से है और यादव श्रेष्ठ दादा श्रीकृष्ण जी के वंशज है हम यदुवंशी।⚔️🇮🇳🛕🚩
✍🏻उस टाइम पशु पालने वाली हर जाति को ग्वाला कहा जाता था जो लोग यादव जाति के नहीं थे उनको भी ग्वाला कहा जाता था क्योंकि वो पशु पालते थे!
✍🏻यादव श्रेष्ठ बलराम जी को हलधर और किसानों का भगवान माना जाता है।
यदुवंशी क्षत्रिय धर्म निभाने के साथ-साथ कृषि का कार्य भी करते थे पशु पालन(गाय🐄) करते थे और क्षत्रिय धर्म का पालन करते हुए युध्द किये और राज किया।
🇮🇳🛕⚔️जय यादव जय माधव⚔️🛕🚩
@@Krishnyaduvanshi apne muhh Miya mitthu wah re dhongi sudra gawar
अद्भुत समाधान 🙏
जय यादव जय माधव ❤❤❤
भगवान श्री कृष्ण का अहीर से कुछ लेना - देना नहीं
उनके वंसज आज के यदुवंशी क्षत्रिय /राजपूत है, जो भाटी, जादौन, जडेजा, कलचुरी है | 🙏🚩
Bol bol k mar jao....koi nhi believe kr rha.....😂😂😂😂exam me zero marks milega
Thenkyou Manoj ji
Jai shree radhe Krishna ❤❤
Thanks sir Ji ❤❤❤❤radhe Radhe 🙏🙏🙏
Aap ko dil se manta hu sir ❤
आपका कोटि कोटि आभार ❤❤❤🎉🎉🎉
❤ Shi margdarsan 🙏🙏
Bahut hi badiya dhang se samjhaya kavi raj jii apko tahe dil se dhanyavaad 🙏
बहुत ही सटीक जानकारी मिली हैं आज
कवि कुमार मनोज जी, सादर हरि स्मरण, आपने सत्य उजागर किया है
सुमंत सर इसके लेखक हैं और शोधकर्ता और
लेखक योगेश कुमार रोहिणी
गोपा अभीर पुस्तक मथुरा से प्रकाशित हुई है
इसका विवेचन मथुरा से हुआ है
एक पुस्तक और है यदुवंश संहिता
❤❤❤. Jai Shree Krishana Mein Bahut Khush Huaa App Kaa Perbachan Shun Kar App Ko Param Hoo. Bande Matram Jai Bharat
सही.ऐ.है.फिरकापरसत.मुगलपुतो.को.यादव.पेंट.में. पचते.नही.वे.ईतीहास.को.बेसरमता.से.झुठलाते.है.ऋगवेद. से.लेकर.श्रीमदभागवत. में.वरणीत.हैं
Muglo Angerjo kai yha tumrai ma bhanai Dashi ka kam krti thi jis karn tum logo ko jaminai mili or Muglo kai Najayaj olad Aaj gyan baat rhai h
Mugalput arjun ji se Krishna ji ki bahan subhadra ji se sadi hui thi es hisab se yadav sala ho gaye ab kaho Mugalput
@@PankajKumar-o6o1s Arai bhai yai log Ahir h or Ahiro nai 1910 kai baad Yadav Surname lgna start kiya or Ahir gvalai shudra hotai h jinka kam hota gàay charna or bagvan Krishna to kshetriya thai isliye unko thakur ji boltai h or bagvan Krishna kai Vanshaj Aaj bi Jasilmer Rajasthan kai Bhati Yaduvanshi Rajput h jinkai pas bagvan Krishna ka singhasan h jo ki 5000 sal purana h or Ahir to banjari hotai thai or Muglo Angerjo kai yha dashi ka kam krti thi inkai puravj jis karn inko jaminai mili or Muglo ki Tati saf krtai thai Ahir to
@@PankajKumar-o6o1s
Kha likha hai Arjun rajput। The 😂😂kashtriya ka matalab hi bhi pta ja k padho tumlog kab se kashtriya likhne lga gupt kall ja k padho tab batt karo
Tera bapp tha Arjun
👏👏👏👏
Very logical conclusion of castle of krishna.
यादव जी सबसे पहले यह बताइये की अहीर अभीर गोप ग्वाल पाल गड़ेरिया घोष घोसी से पुराना किसी जाति के लोगों का कोई इतिहास मिलता है।। इतिहास में तो सबसे पहले अहीर गड़ेरिया चरवाहा ही नजर आते हैं।।
अब बैदिक ग्रंथ मे जाइऐ तो वहा भी अहीर अभीर गोप ग्वाल गड़ेरिया ही मिलते हैं। लेकिन सिंह, राजपुत, गुर्जर मुस्लिम, इसाई,पांडेय,मिश्र,उपधिया,पाठक,तेवारी,बाजपेयी,दुबे,जैसेबाभनो का भी नाम नही मिलता हैं। ऐ सभी यवनो कुशाणो, चंगजो हुणो तुर्को खिलजियो, फारसियो पुर्तगालो, जैसे आतंकवादी आतंकताइयो के आने के बाद ऐ सब पैदा हुऐ है, कुछ जायज कूछ नाजायज आंतक ताइयो के औलाद हैं।।
शास्त्रों में इन्हीं का उल्लेख आता है
Jadoun jadeja bhati ये तीनो शूद्र बंजारा जाती हैं, इनका यादव वंश से कोई लेना देना नही
@@YADRAMGURJAR-h8oअपनी मां बहन बेटी बच्ची की जाति दूसरो पर क्यों थोप रहा है 😂
जडेजा जाधव भाटी यादव की उपजातियां है
Sahi bolay ho.
Obc nhi h
Ahirand to shudra hi rahenge🤣🤣
क्या बात है मनोज भैया राधे राधे😊
जय यादव -- जय माधव यदुवंशी क्षत्रियो का राज द्वापर युग से लेकर आज तक चल रहा है
Jai shree krishna
Jai yadav jai madhav
Excellent ahiran ji jindabad
सर आपने जो गोप-आभीर (अहीर)-यादव वाली किताब की बात की वह फिलीप कार्ड में नहीं मिल रही है तो उस गोप-आभीर (अहीर)-यादव वाली किताब कैसे मगवाए और अपना इतिहास जाने आप सच में सर बहुत ही अच्छी जानकारी देते हो तो प्लीज मुझे बताइए कि उस किताब को कैसे मगवाए या फिर कहीं पर खरीदना पडेगा प्लीज बताइए जय श्री कृष्ण 🙏🙏
Amazon pe है
शानदार विश्लेषण❤
सत्य मेव जयते .धन्यवाद.