ब्राह्मण द ग्रेट पुस्तक का लेखक नियाज खान से विशेष बातचीत वीडियो बनाकर आप बहुत सुन्दर काम किया। मैं पूरा वीडियो ध्यान से सुना और देखा। मुझे बहुत अच्छा लगा। मैं इस पुस्तक पढ़ना चाहता हूं। आपको बहुत बहुत बधाई।
नेपाल से हु और मैने आज तक के सफर मे ब्र्हामन जैसे सहिस्नु कहि नहि देखा मे एक क्षत्रीय हु लेकिन ब्रह्मामन को सम्मान करता हु मेरा नाम भि पन्डितो ने रखा है जय हिन्द जय भारत जय हिन्दु रास्ट्र नेपाल से❤❤🙏🙏
पहले निष्पक्ष होकर ब्राह्मण और बामहन को सही से समझ लिया जाय फिर इस परिपेक्ष्य में चर्चा हो तो उचित है दोनो एक नहीं अलग अलग हैं जन्म से श्रेष्ठता का आधार और सकल कर्मी तथा गुण ज्ञान और विचार तथा आचरण से श्रेष्ठो में कुछ तो अंतर है
The Indian Muslims have a very learned Class out of their middle Class which belive that Truth must be told , remember WE used to have a Story of kid in Baghdad Abdul Qadir Jilani the Bare Peer , in our Child hood book . Remember the Patmavat was Written by Malik Mohammed Jaysee and the WAR of Ghazi Miyan with a 36th king as known Rajbhar in bahraich was written in a book in 17th Century Persian Book by Muslims only , all History of Hindostan for ages are written by mostly Muslims only and what others have written are known as Mythology or Gathas . Jai Hind !!!
त्रिपाठी जी आप ने, श्रीमान नियाज़ खान को शामिल कर के,जो विषय चुना है। इसके लिए बहुत बहुत धन्यवाद। आज़ का लोकतंत्र एवं संबिधान भले ही पश्चिम से उधार लिया गया हो। परन्तु प्राचीन काल में,जबपाटलीपुत्र में अजातशत्रु एवं बिम्बिसार का राज था।उसी काल खण्ड में, गंगा नदी के उत्तर दिशा में एक राज्य लिच्छवी गणराज्य था। तो लोकतंत्र भी सबसे पहले भारत वर्ष में ही आया था। किन्तु श्री नियाज़ खान जी को बहुत बहुत धन्यवाद।जो ब्राह्मण समाज के उपर बहुत ही अच्छी पुस्तक की रचना करने के लिए धन्यवाद। जय हिन्द वन्देमातरम भारत माता की जय।
पहले इसका वास्तविक इतिहास पढ़ लेना, हिंदुओं में जातिवाद फैलाने का दो ही तरीका है या तो किसी एक जाति को गाली देना शुरू कर दो, या तो उसको चने के झाड़ पर चढ़ाने के लिए उसका महिमामंडन शुरू कर दो
रियाज खान जी आप खुद ब्राह्मण से भी ग्रेट हैं आप एक ऐसे धर्म में पैदा हुए इसके खिलाफ बोलने या चलना कितना कठिन कार्य है और वह आपने किया। हर कोई यह कर ही नहीं सकता। यह काम वही कर सकता है जिसके अन्दर में ब्राह्मण बहुत मजबूत हो निश्चय ही आपके पूर्वज भी ब्राह्मण होंगे। और वास्तव में ब्राह्मण कोई जाति नहीं है ब्राह्मण एक कर्म है जो इसे करता है वही ब्राह्मण है। आपका कार्य ब्राह्मण का कार्य है। इसलिए आप ब्राह्मण ही हैं। आप जैसे लोग रोल मॉडल है संसार को आप जैसे लोगों की इज्जत व ज्यादा जरूरत है। संसार को आप जैसे लोगों पर गर्व होना चाहिए और संसार जितना भी सुख में है वह आप जैसे लोगों के कारण है और जितना दुख में है वह आपके विपरीत मानसिकता वालों के कारण है मेरी शुभकामनाएं आपके साथ हैं
Licchavi ganrajya 2500vers se 3000versh pahale hamare hindustan ki loktantra ki janani ka pramanit hai aap kaise kahte hai ki hamara des me loktantra nahi tha
मैं ब्रामहण समाज से नहीं हूँ लेकिन निश्चित रूप से कह सकता हूँ कि ब्रामहण समाज भारतीय समाज और संस्कृति की आत्मा है। और आज भी यह समाज ही है जो देश को और संस्कृति को बचाने के लिए संघर्षरत है। मैं IAS महोदय को सत्य लिखने के लिए बारंबार नमन करता हूँ।
चारों और जब ब्राह्मण द्वेष की आग जल रही हैं और ऐसे में नियाज़ खान साहब जैसे उच्च शासकीय अधिकारी और सुसंस्कारी मुस्लिम बंधु की यह पुस्तक, आल्हाददायक और शीतल पवन की लहर सी महसूस होती है। बहुत बहुत बधाई और प्रणाम खान साहब! 🙏
रामयण और महाभारत जो समझ गये वो सब समझ गये ।यही से सब ज्ञान के मार्ग खुलते हैं । दानवो के गुरु शुक्राचार्य ,...ऋषि विश्वश्रवा के पुत्र रावन ,कुभंकर्न और शूर्पणखा (पिता ब्राह्मण कुल - माता राक्षस कुल से थी।) वर्तमान में माता-पिता के कुल की शुद्धता जैसी वैसी संतान होगी । गुरु द्रोणाचार्य* ,कृपाचार्य* और अश्वत्थामा ब्राह्मण ही थे । ये सब विद्वान, पराक्रमी थे, लेकीन अधर्मी थे । यही पहचान की बात है । धर्म के साथ भगवान श्रीकृष्ण हैं ( थे नहीं ) हैं । यत्र योगेश्वरः कृष्णो यत्र पार्थो धनुर्धरः। तत्र श्रीर्विजयो भूतिर्ध्रुवा नीतिर्मतिर्मम।।
दूबे, दूबेदी, द्विवेदी एक उपाधि है.. जिसका मतलब होता है दो वेदो का ज्ञाता. अब सवाल आता है कि जो लोग द्विवेदी को नाम से पहले उपाधि कि बजाय नाम के आगे जात के रूप मे लिखने लगे.. उनकी असली जात क्या है? नाम के आगे चौबे, चौबेदी, चतुर्वेदी लगाये है उनकी असली जात क्या है.. त्रिवेदी.. त्रिपाठी लगाये घूम रहे धूर्त की असली जात क्या है?
मुझे भी नियाज़ खान जी का विश्लेषण एकदम सटीक और ठोस लग रहा है। जब हम अपने बचपन में देखते हैं तो ब्राह्मण ज्यादातर शिक्षक ही होते थे ये बात अलग है कि कुछ लोग दूरी आजीविका भी रखते थे जैसे खेती किसानी आदि। एक मुस्लिम स्कॉलर द्वारा ऐसी पुस्तक का लिखना बहुत बड़ी बात है।
ये सभी मुहं मे राम राम बगल मे छुराँ वाले हैं,,,ये जो किताब लिखा है ये सिर्फ ब्राम्हण को उंचा दिखाकर हिंदुवों को छोटा जात बडा जात मे बाटने कि साजिश है ईश नियाज खाँन का😡😡
हर जाति का अपना एक डी एन ए होता है।और उसके हिसाब से उस व्यक्ति में गुण होते है। में जाति से राजपूत हूं लेकिन नियाज़ साहब ने जो लिखा है में उसका 101%समर्थन करता हूं।
सचमुच आप बहुत हिम्मती है। मुस्लिम होते हुए भी आपने वर्ण व्यवस्था को समझा है उसी सन्दर्भ में जिसमें वह बनाई गई।आपने अन्ध कट्टरता मार्ग छोड़ा।धन्य आपकी सोच।दूसरी बात जनतंत्र आपके अनुसार यूरोप की देन है,,,,,,मैं नहीं मानती। लिच्छिवी वंश में प्रजातंत्र ही था इतिहास और पुराण में वर्णन है।वैसे मुझे आपका खुलकर लिखना बहुत रोचक लगा। धन्यवाद जी।
बहुत ही उत्तम संवाद देखा एवं सुना। पत्रकार महोदय ने भी बहुत अच्छे प्रश्न पूछे जो कई श्रोता भी पूछना चाहते थे। नियाजजी एक सच्चे भारतीय है एवं उनके विचार भी भारतीय संस्कृति एवं संस्कार से ओतप्रोत है। ब्राह्मण श्रेष्ठ है इसमें कोई संदेह नहीं है। जब से ब्राह्मण को समाज में उचित स्थान मिलना कम हो गया तब से ब्रह्मण अपने मार्ग से दूर हो गया फलस्वरूप समाज में नैतिकता एवं सद्भावना में बहुत कमी आई है। मेरा ब्राह्मण श्रेष्ठ से अनुरोध है समाज को नैतिकता एवं संस्कार से परिपूर्ण करे तथा मार्गदर्शन करें। जय नव भारत 🇮🇳🙏
क्योंकि मुझे किसी संप्रदाय या किसी वर्ग विशेष के वोट नहीं चाहिये! और मैं किसी का पिछलग्गू भी नहीं हूँ,अत:मेरी हमेशा यह कोशिश रहती है कि मैं वही सोचूं,वही लिखूँ,वही करूँ जिसमें मेरा और *विराट स्वरूप*'विश्व का कल्याण हो'!
हर्षवर्धन त्रिपाठी जी आपका हृदय से धन्यवाद🙏 आप ऐसे मुद्दे को लाये है जो शत - प्रतिशत सही है.🙏 रही बात नियाज खान साहेब की तो ऐसे व्यक्ति का जन्म यदा कदा ही होता है जिनकी विचारधारा इतना विशिष्ट है. जहां तक मुझे ज्ञात यदि इतिहास मे देखा जाए तो बिना ब्राह्मण के सलाह से ना पहले कुछ हुआ है ना अब, आज लोकतंत्र मे भी कोई भी कमेटी के द्वारा रिपोर्ट बनाई जाती हैं तो कही ना कही ब्राह्मण का योगदान सदैव रहता है. वो चाहे प्रसाशनिक तंत्र हो जूडिशियरी या विधायिका पूरा सिस्टम ही ब्राह्मण के योदान से चल रहा है🙏
त्रिपाठी जी ब्राह्मणों के ऊपर आज के समय में लोग राजनीतिक रूप से चाहे जो आरोप लगाए जा रहे हों परन्तु मेरा यह दृढ विश्वास है कि भारत देशमें यदि सनातन धर्म बचा है वह केवल और केवल ब्राह्मणौ के वजह से।
तो क्या बाकी लोगो को सनातन धर्म छोड़ देना चाहिए ? सच तो ये है कैसे लेफ्ट लिबरल वामपंथी ब्राम्हण सनातन धर्म को बदनाम करने में लगे है। सनातन को बचाने में सभी वर्गों का योगदान है ।
में एक राजपूत हूं, पर आजकल की सोच के आधार पर ’ब्राह्मण’ शब्द नहीं बल्कि ज्ञान की bhot इज्जत करता हूं, असल में ज्ञान का दूसरा मतलब ही ब्राह्मण होता है, जोकि कोई भी बन सकता है चाहें वह किसी भी समाज धर्म का हो, ❤
लेखक द्वारा ब्राह्मणों की उपयोगिता पर प्रकाश डाला गया है। ब्राह्मणों की उपेक्षा से भारत विश्वगुरू नहीं बन सकता है। यह कटुसत्य है। त्रिपाठी जी द्वारा पुस्तक की समीक्षा करने का प्रयास किया गया है। साधुवाद।
Aadarniy Harshvardhan namaskar vastvik aaya hai ki mere Ko jeene bhi class brahmanon adhyapakon dwara padhaayaa Gaya vah Anya logon se sabse behtar sabit Hui hai
@@dineshgupta5353 janm se sb Brahaman hi hote h....zero pap or shikshit hone ke liye kafi samay. Baki kuchh log modified ho kar dusri dharm Mane jate h. 😡
श्री श्री त्रिपाठी जी आपको बहुत बहुत बधाई आज आपने एक ऐसे शख्स से परिचय कराया जो एक मुस्लिम है और ब्राह्मण के विषय में उनका ज्ञान अप्रतिम है मैं श्री नियाज खान को सलाम करता हूँ प्रणाम करता हूँ
Mai aaose naraj hun ku aao apne ko jaat jati se oarichay dete hai mai brahman hun aur mai aap ne bhi brahmanatwa ki dekhta hun ek hi oarmatma tatwa hamne bhi hai aur aap ne bhi ham sabhi aao bhi sachchudananda oarmatma haun awashyajta us baat ji hai ji ham sabhi aone oaramsukhmay atmaswaroop ki oahchanen om shantih shantih shantih
नियाज खान जी आप के साहस को हृदय से आभार आज के समय में सत्य को स्वीकार कर समाज में प्रसारित किया। धन्यवाद ईश्वर आपको प्रसन्नता प्रदान करें जय श्री सीताराम
ऐसे समय में जब ब्राह्मणों को गाली देना राजनीति करने वालों का फैशन बन गया हो तब आगे आकर दुनिया को सत्य का भान कराना आप जैसे साहसी लेखकों से ही संभव है, धन्यवाद।
Mera kehna hai ki Brahamn Vaidic kal se reservation prapt hai.. Jaati ke adharpar. Iss reservation ke adhar par ye apne aap ko mahan banaya hai. Ye kahi v nahi tikte agar ye apne nam se jati hata de. Aaz v ye cast reservation ke adhar par ye khate hai. Issi desh ki bat kare to most bigest Rapist : abhi Bengal ka Sanjay rai hai, Nirbhya kand me ek Brahman Sharma , isse Pehle Jambu me mandir rapist Brahaman, isse pehle Bengal ka Chatterjee brahamn. Aur SC me Jake kehega ki hame fansi doge to Paap lagega. Kerla ka Brahaman raja ki Asthan tax suna hoga, Pahle ke time me sadi ke bad pehla din ladki Pandit ke yeha sudhi k liye jati thi. 90% non vegetarian hai aaz k din. Koi v ache Samajwadi nhi milega. Ye baith k khane wale hai. Ved ke nam par samaj ko banto aur fir raaj karo. English time kolkata court ne Brahmno ko inJustice bataya 24:33
बहुत बहुत साधुवाद नियाज़ खान साहब को यदि कोई ब्राह्मण ऐसी पुस्तक लिखता तो लोग कहते देखो ब्राह्मण अपने ही मुंह से स्वयं को महिमा मंडित कर रहे हैं पर आज वह जो ऐसे धर्म से संबद्ध है जिसका ब्राह्मण से दूर दूर तक नाता नहीं है फिर भी ब्राह्मणत्व का सांगोपांग स्वस्थ ढंग से ब्राह्मणो के संपूर्ण चरित्र का लेखन बद्ध किया है इस हेतु पुनः पुनः आप ऐसे महान व्यक्तित्व को सादर नमन
This is a cleverly written book to push up a particular caste so that they feel more inflated and make themselves alienated from other caste and hence widen the division between different caste of hindus. It is very sad that hindus need certificate from people of other religions, and then feel yes we can do something. yes we are capable of doing. yes we are above other people in our religion. Lo Ji rift between castes of hindoos increased. Mission accomplished
Mera kehna hai ki Brahamn Vaidic kal se reservation prapt hai.. Jaati ke adharpar. Iss reservation ke adhar par ye apne aap ko mahan banaya hai. Ye kahi v nahi tikte agar ye apne nam se jati hata de. Aaz v ye cast reservation ke adhar par ye khate hai. Issi desh ki bat kare to most bigest Rapist : abhi Bengal ka Sanjay rai hai, Nirbhya kand me ek Brahman Sharma , isse Pehle Jambu me mandir rapist Brahaman, isse pehle Bengal ka Chatterjee brahamn. Aur SC me Jake kehega ki hame fansi doge to Paap lagega. Kerla ka Brahaman raja ki Asthan tax suna hoga, Pahle ke time me sadi ke bad pehla din ladki Pandit ke yeha sudhi k liye jati thi. 90% non vegetarian hai aaz k din. Koi v ache Samajwadi nhi milega. Ye baith k khane wale hai. Ved ke nam par samaj ko banto aur fir raaj karo. English time kolkata court ne Brahmno ko inJustice bataya 24:33
@@gajendrakumar-bl8dq गजेंद्र कुमार , आपके मन में ब्राह्मण समाज के प्रति दुर्भावना है। आपके मन में ब्राह्मणों के प्रति घृणा कूट कूट कर भरी है। ब्राह्मणों ने प्राचीन काल में त्याग , तपस्या और समाज को ज्ञान देने का कार्य किया। अगर ब्राह्मणों ने रिज़र्वेशन प्राप्त किया होता तो वही राजा के पद पर वही बैठते किसी चंद्रगुप्त को गद्दी पर नही बैठाते। इस देश में जो दुर्दशा ब्राह्मणों की है वो आपने देखी नही है।आप मन में घृणा का भाव न रखें ।
आपने कई अपराधो में ब्राह्मण के ऊपर आरोप लगा दिया। अपराधी हर जाति और धर्म में होते हैं, उन्हें सजा मिले कठोर सजा मिले ,लेकिन ब्राह्मणों के प्रति दुर्भावना न रखो।
सुदामा ब्राह्मण थे कृष्ण यदुवंशी और राजा थे ब्राह्मण उस समय भिक्षा मांग कर काम चलाते थे और आज यादव बोलते हैं हम ओबीसी हैं और साथ यह भी बोलते हैं कि हम यदुवंशी हैं है ना विडंबना
Bharat ek samay sone ki chidiya thi aaj garib desh hai. Bahut si jati pahle raja hui aaj garib hai. England pahle world par raj karta tha aaj waha bhi bahut problem hai London ko muslim londanistan bana rahe hai. So jo past mai status ho jaruri nahi aaj bhi ho.
आज के यादव यदुवंशी क्षत्रीय नहीं है , इनकी जाति का वास्तविक नाम अहीर (ग्वाला) है , यदुवंश से अपने सम्बन्धों के कारण यदुवंश द्वारा शासित क्षेत्र के सामान्य गोपालन का कार्य करने वाले अहीरों ने यादव सरनेम अपनाया था. यदुवंशी क्षत्रीय आज जादोंन राजपूत कहलाते हैं और राजस्थान के करौली जिले (पूर्व राजपरिवार जादोंन राजपूत है) , उत्तरप्रदेश के अलीगढ़ क्षेत्र में तथा अन्य कई क्षेत्रों में आज भी निवासरत हैं . . अहीर ग्वाले ओबीसी ही हैं . .
Brahman se canvart hue darpok bap-dada, bharat me sabse jiyada canvarzan Brahman se musalman bne logo ke karan huwa he Dalito par atiyachar isliye aaj bhi hote he woh canvart nhi hue Jiyadatar atiyachar dalito pr hindu hi karta he Jidin dalit canvart hokar musalman bane Brahman ki tarha us din bharat Muslim rastra banjaega Niyaj khan janta he is liye Brahman ko garet batata he
मैं भी ब्राह्मण नहीं हूं, माली हूं लेकिन मैं ब्राह्मणों की बहुत इज्जत करता हूं क्योंकि जो सहृदयता और मार्गदर्शन मुझे ब्राह्मणों से मिलता मेरा इनको पूजने का मन करता है।
Mera kehna hai ki Brahamn Vaidic kal se reservation prapt hai.. Jaati ke adharpar. Iss reservation ke adhar par ye apne aap ko mahan banaya hai. Ye kahi v nahi tikte agar ye apne nam se jati hata de. Aaz v ye cast reservation ke adhar par ye khate hai. Issi desh ki bat kare to most bigest Rapist : abhi Bengal ka Sanjay rai hai, Nirbhya kand me ek Brahman Sharma , isse Pehle Jambu me mandir rapist Brahaman, isse pehle Bengal ka Chatterjee brahamn. Aur SC me Jake kehega ki hame fansi doge to Paap lagega. Kerla ka Brahaman raja ki Asthan tax suna hoga, Pahle ke time me sadi ke bad pehla din ladki Pandit ke yeha sudhi k liye jati thi. 90% non vegetarian hai aaz k din. Koi v ache Samajwadi nhi milega. Ye baith k khane wale hai. Ved ke nam par samaj ko banto aur fir raaj karo. English time kolkata court ne Brahmno ko inJustice bataya 24:33
बहुत ही सामयिक पुस्तक है।आप दोनो के बातचीत आजके करोडो हिंदुओं को सही चींतन को पंख लगाते हैं।मै तो यह पुस्तक पढुंगा ही।यायावरी जीवन मे यह पुस्तक उतना ही पथ दिखाते हैं, जितना भारतीय सभ्यता और संस्कृति की आवश्यकता है।धन्यवाद।
आपकी पुस्तक आजकल के भारत क्या, विदेषों में, एक मील का पत्थर साबित होगी। बहुत बहुत धन्यवाद। मै स्वयम तो ब्राह्मण नहीं हूँ पर ब्राह्मण, पुजारी की अवस्था, अपमान देखकर बहुत दुःख होता है। आपकी हिम्मत की दाद! कृपया एकदम निर्भीक रहें। क्योंकि, जो लेखक डर गया वो मर गया!
मैं ऐसी विदेशी कंपनियों को जनता हूं, जिनमें प्रबंधन स्तर के 80% से अधिक अधिकारी ब्राह्मण हैं। मैं तो चाहता हूं, भारत में 100% आरक्षण कर दिया Sc/St aur OBC के लिए। परंतु धर्म कार्य, शिक्षण, डिप्लोमेसी, प्रबंधन जैसे कार्य ब्राह्मणों के लिए आरिक्षित कर दिए जाएं। बाकी सभी नौकरियां अन्य वर्गों को दे दी जाएं। आर्मी क्षत्रियों के लिए आरक्षित कर दी जाएं।
@@madhukarsharma2550 भारत में नाममात्र लोक तंत्र है I सब लोग दुःखी और भविष्य के बारें मे चिंतित है ! हम को खात्री है की यह देश भी बचने वाला नहीं है I भूमी रहेगी लेकिन हिंदुस्तानी बचेंगे इसकी गारंटी कोई नहीं दे सकता ! क्यों की ७५ साल के स्वातंत्र्य के बावजूद देश में एकता प्रस्थापित नहीं की गयी !
सही मायने मैं नियाज़ जी के हृदय मे भारत बसता है और इनके विचार भी भरतीय हैं 🙏🙏 धन्य हैं आप और आपके विचार , आप जैसे लोग ही भारत को उसकी मान्यताओं के आधार पर खड़ा कर सकते है🙏🙏 आप जैसे महान भारतीय को मेरा शत् शत् नमन 🙏🙏
बड़े अच्छे के बात है कि एक मुस्लिम हौकर नियाजी खां ने ब्राह्मण के बारे जो कुछ लिखा बास्तब में खुब सराहनीय है। नीयाजी साहब को बहुत बहुत धन्यवाद एवं हर्षवर्धन त्रिपाठी को भी उतना ही धन्यवाद है कीयौकी उसने एक अच्छी खबर को सामने लाये है।❤🙏🙏❤️👍👍👍
ब्राह्मण कोई जाति नहीं है.. यह परमुपलब्धि है... जब कोई प्राणि परमेश्वर के साथ एक हो जाता है.. वो ब्रम्हदत्व को उत्थान हो जाता है... और खुदा खुदा बन जाता है.. आज के समय में पूरी दुनिया में 50 लोगो ही ऐसे होंगे... जिन्को सजदा किया जा सकता है... अगर आप ऐसी व्यक्ति को नमन करती हो तो आप महान हो.... मैं भी चतुर्वेदी ब्राह्मण हूं... में आपको नमन करता हूं ...
1947 से आरक्षण दे कर ब्राह्मण को अलग थलग कर दिया गया फिर भी अपनी बुद्धि, मेहनत , समर्पण एवं सहयोगी भावना के कारण आज भी समाज, राजनीति, व्यवसाय, सेवा में अपना स्थान बनायेहुये है।
ब्राह्मण जिसने ईश्वर और प्रकृति का सम्मान करते हुए समाज को उचित मार्गदर्शन देने का काम किया और जिसके लिए ईश्वर प्रकृति और समाज ही सबकुछ रहा, समाज के ऐसे वर्ण के लिए आप के सम्मान के लिए धन्यवाद
नियाज खान को साधुवाद। जिसके मन में भावी षड्यंत्र का पर्दाफाश किया होगा!देखते हैं, क्या स्वस्थ बुद्धिजीवी ने लिखा है,इस पुस्तक को हम जरूर मंगवा कर पढ़ेगें!
क्षमा करें लेकिन इन मुस्लिमों के तारीफ से हमें खुश होना चाहिए। बलि का बकरा बनाने से पहले हिंदुओं को जातिवाद में लड़ाकर कमजोर करने की चाल है । समझदार बनें सावधान रहें। किसी तारीफ से मूर्ख न बने । अपने घर को बचाएं
Kaha kaha hai ved vyas ji ne kaun brahmin, chatriye, vaisha, shudra. Ye to manusmriti se hai. Jiska sanatan me jikra nahi tha mayawati ji ke politics me aane ke pahle. Ye manu kaun tha ise to jabardasti highlight kar diya gya
जब वर्ण व्यवस्था बनाई गई थी तो ब्राह्मण उसे कहा गया जिसके पास विशिष्ट गुण थे। और उनको विशिष्ट जवाबदेही दी थी। पूरे विषय को इस परिप्रेक्ष्य में देखना चाहिए।
वर्न व्यवस्था पुरी दुनिया मे है हजारो समाज जन जातीया है यह तो प्रकृति ने जहा वहा भीन्न् प्रकार के लोग पैदा कीये हैं ब्राम्हन ने कहा किसीको लाईन मे खडा कर जातीया बाटी दुनिया कोने कोने मे ब्राम्हन नही गया था
ब्राह्मण द ग्रेट पुस्तक का लेखक नियाज खान से विशेष बातचीत वीडियो बनाकर आप बहुत सुन्दर काम किया। मैं पूरा वीडियो ध्यान से सुना और देखा। मुझे बहुत अच्छा लगा। मैं इस पुस्तक पढ़ना चाहता हूं। आपको बहुत बहुत बधाई।
आपने जो ब्राह्मणों को सम्मान दिया है आपका ये विप्र समाज हमेशा ऋणी रहेगा।।। धन्यवाद
जी,,बिल्कुल 💐
बिलकुल सही सर
Finally some one talk about Brahman ❤❤
yes not people understand what we brahmins can do to this world
लेखक मुस्लिम होते हुए भी विशुद शाकाहारी हैं
यह जानकर आश्चर्य, आनंद और प्रसंशा तीनो भाव एक साथ मैने महसूस किया
साधुवाद
ब्राह्मण को लेकर बहुत ही उच्चस्तरीय सोच है नियाज खान् जी की । पढने योग्य पुस्तक है ।
नेपाल से हु और मैने आज तक के सफर मे ब्र्हामन जैसे सहिस्नु कहि नहि देखा मे एक क्षत्रीय हु लेकिन ब्रह्मामन को सम्मान करता हु मेरा नाम भि पन्डितो ने रखा है जय हिन्द जय भारत जय हिन्दु रास्ट्र नेपाल से❤❤🙏🙏
सर आपके विचार बहुत ही सराहनिय है कास आपके जैसे बिचार सब लोगों के हो और हमारा देश पर्यावरण के साथ आगे बढे
@@MayankKutar-t7g जय हिन्द वन्दे मातरम्❤️❤️🙏🙏
वर्ण व्यवस्था कर्म से है।जन्म से सभी शूद्र पैदा होते हैं। कर्मानुसार ब्राह्मण क्षत्रिय वैश्य हो जाते हैं।
कोई तो है जिसने ब्राह्मण के गुण और ज्ञान को पुस्तक मेवरखने का अतुल्यनीय कार्य किया है।🙏🙏
पहले निष्पक्ष होकर ब्राह्मण और बामहन को सही से समझ लिया जाय फिर इस परिपेक्ष्य में चर्चा हो तो उचित है दोनो एक नहीं अलग अलग हैं जन्म से श्रेष्ठता का आधार और सकल कर्मी तथा गुण ज्ञान और विचार तथा आचरण से श्रेष्ठो में कुछ तो अंतर है
एक तो नौकरशाह उसपर से मुस्लिम और इन्होंने जो सम्मान दिया ब्राह्मणों को वो आज के युग में अकल्पनीय है।
🙏🙏🙏🙏🏼🙏🙏
The Indian Muslims have a very learned Class out of their middle Class which belive that Truth must be told , remember WE used to have a Story of kid in Baghdad Abdul Qadir Jilani the Bare Peer , in our Child hood book .
Remember the Patmavat was Written by Malik Mohammed Jaysee and the WAR of Ghazi Miyan with a 36th king as known Rajbhar in bahraich was written in a book in 17th Century Persian Book by Muslims only , all History of Hindostan for ages are written by mostly Muslims only and what others have written are known as Mythology or Gathas .
Jai Hind !!!
@@eng.anwaaralawi7790 what are you thinking about Mohmmad?
त्रिपाठी जी आप ने, श्रीमान नियाज़ खान को शामिल कर के,जो विषय चुना है। इसके लिए बहुत बहुत धन्यवाद। आज़ का लोकतंत्र एवं संबिधान भले ही पश्चिम से उधार लिया गया हो। परन्तु प्राचीन काल में,जबपाटलीपुत्र में अजातशत्रु एवं बिम्बिसार का राज था।उसी काल खण्ड में, गंगा नदी के उत्तर दिशा में एक राज्य लिच्छवी गणराज्य था। तो लोकतंत्र भी सबसे पहले भारत वर्ष में ही आया था। किन्तु श्री नियाज़ खान जी को बहुत बहुत धन्यवाद।जो ब्राह्मण समाज के उपर बहुत ही अच्छी पुस्तक की रचना करने के लिए धन्यवाद। जय हिन्द वन्देमातरम भारत माता की जय।
पहले इसका वास्तविक इतिहास पढ़ लेना, हिंदुओं में जातिवाद फैलाने का दो ही तरीका है या तो किसी एक जाति को गाली देना शुरू कर दो, या तो उसको चने के झाड़ पर चढ़ाने के लिए उसका महिमामंडन शुरू कर दो
भाई वीडियो को शेयर कर देना।😊😑🙏
मैं एक दलित हूं लेकिन मेरे भी फेवरेट टीचर ब्राह्मण थे,र
@@royalindia2217 🙏🙏🙏
Sare Indians hai.
रियाज खान जी आप खुद ब्राह्मण से भी ग्रेट हैं आप एक ऐसे धर्म में पैदा हुए इसके खिलाफ बोलने या चलना कितना कठिन कार्य है और वह आपने किया। हर कोई यह कर ही नहीं सकता। यह काम वही कर सकता है जिसके अन्दर में ब्राह्मण बहुत मजबूत हो निश्चय ही आपके पूर्वज भी ब्राह्मण होंगे।
और वास्तव में ब्राह्मण कोई जाति नहीं है ब्राह्मण एक कर्म है जो इसे करता है वही ब्राह्मण है। आपका कार्य ब्राह्मण का कार्य है। इसलिए आप ब्राह्मण ही हैं।
आप जैसे लोग रोल मॉडल है संसार को आप जैसे लोगों की इज्जत व ज्यादा जरूरत है।
संसार को आप जैसे लोगों पर गर्व होना चाहिए और संसार जितना भी सुख में है वह आप जैसे लोगों के कारण है और जितना दुख में है वह आपके विपरीत मानसिकता वालों के कारण है मेरी शुभकामनाएं आपके साथ हैं
Brahman jnm aadharit jati h ...phle jnm tb krm.
आज के समय में नियाज खान साहब की हिम्मत की जितनी भी प्रशंसा की जाय कम होगी
भाई शेयर कर देना वीडियो।
@kuldeep sahajpal शेयर कर देना।
आज के समय मे आ.नियाज खान साहाब की हिम्मत की जितनी भा प्रशंसा की जाय कम होगी.🙏
Thank you niyaz khan
Licchavi ganrajya 2500vers se 3000versh pahale hamare hindustan ki loktantra ki janani ka pramanit hai aap kaise kahte hai ki hamara des me loktantra nahi tha
इनका दृष्टि दिव्य है। ब्राह्मण एक जाति नहीं ब्राह्मण एक थिंक है। जो ब्रह्मण का
जीवन ही विश्व कल्याण के थीम पर आधारित है। खान साहब का रिसर्च गुड है।
Brahman jaati nahin ek vichar hai
ब्राह्मण बुद्धिमान और देश की एकता अखंडता
में सबसे आगे रहे है । हमारे सारे दोस्त जो ब्राह्मण है वो बहुत अच्छे औऱ सबकी मदद करने वाले है ।
मैं ब्रामहण समाज से नहीं हूँ लेकिन निश्चित रूप से कह सकता हूँ कि ब्रामहण समाज भारतीय समाज और संस्कृति की आत्मा है।
और आज भी यह समाज ही है जो देश को और संस्कृति को बचाने के लिए संघर्षरत है।
मैं IAS महोदय को सत्य लिखने के लिए बारंबार नमन करता हूँ।
@@omprakashdewangan9200 Satya vachan yahi jagrupta sabhi sanataniyo me hona chahiye... bharat ki sanskriti sanskar sabhyata hi hamari pahchan hai
Kya bat hai sir correct❤
Bharat ke liye sahi soach wale loge awashyak.sahi disha dekhane ke liye aavar.laxmi narayan singh
Ye book available ho to with cost or without cost available karayen
चारों और जब ब्राह्मण द्वेष की आग जल रही हैं और ऐसे में नियाज़ खान साहब जैसे उच्च शासकीय अधिकारी और सुसंस्कारी मुस्लिम बंधु की यह पुस्तक, आल्हाददायक और शीतल पवन की लहर सी महसूस होती है। बहुत बहुत बधाई और प्रणाम खान साहब! 🙏
रामयण और महाभारत जो समझ गये वो सब समझ गये ।यही से सब ज्ञान के मार्ग खुलते हैं ।
दानवो के गुरु शुक्राचार्य ,...ऋषि विश्वश्रवा के पुत्र रावन ,कुभंकर्न और शूर्पणखा (पिता ब्राह्मण कुल - माता राक्षस कुल से थी।) वर्तमान में माता-पिता के कुल की शुद्धता जैसी वैसी संतान होगी ।
गुरु द्रोणाचार्य* ,कृपाचार्य* और अश्वत्थामा ब्राह्मण ही थे ।
ये सब विद्वान, पराक्रमी थे, लेकीन अधर्मी थे ।
यही पहचान की बात है ।
धर्म के साथ भगवान श्रीकृष्ण हैं ( थे नहीं ) हैं ।
यत्र योगेश्वरः कृष्णो यत्र पार्थो धनुर्धरः।
तत्र श्रीर्विजयो भूतिर्ध्रुवा नीतिर्मतिर्मम।।
एक उत्तम शुरुआत के लिए साधुवाद खान साहब।
You are worthy of applause Khan Sir.
......आदर
दूबे, दूबेदी, द्विवेदी एक उपाधि है.. जिसका मतलब होता है दो वेदो का ज्ञाता. अब सवाल आता है कि जो लोग द्विवेदी को नाम से पहले उपाधि कि बजाय नाम के आगे जात के रूप मे लिखने लगे.. उनकी असली जात क्या है? नाम के आगे चौबे, चौबेदी, चतुर्वेदी लगाये है उनकी असली जात क्या है.. त्रिवेदी.. त्रिपाठी लगाये घूम रहे धूर्त की असली जात क्या है?
मै बनिया हूँ, पर नियाज सर की विनम्रता से अभिभूत हूँ
मुझे भी नियाज़ खान जी का विश्लेषण एकदम सटीक और ठोस लग रहा है। जब हम अपने बचपन में देखते हैं तो ब्राह्मण ज्यादातर शिक्षक ही होते थे ये बात अलग है कि कुछ लोग दूरी आजीविका भी रखते थे जैसे खेती किसानी आदि। एक मुस्लिम स्कॉलर द्वारा ऐसी पुस्तक का लिखना बहुत बड़ी बात है।
नियाज़ खान असली देशभगत हैं असली भारतीय हैं बहुत बढ़िया
भाई यह आपस में बांटने का एजेंडा सेट है ब्राह्मण को ऊपर दिखा करके जाती पाती में हमें बांट दिया जाएगा और इनका काम आसानी हो जाएगा
ये सभी मुहं मे राम राम बगल मे छुराँ वाले हैं,,,ये जो किताब लिखा है ये सिर्फ ब्राम्हण को उंचा दिखाकर हिंदुवों को छोटा जात बडा जात मे बाटने कि साजिश है ईश नियाज खाँन का😡😡
@@RohitRaj-io7rpजय खैरात
@@RohitRaj-io7rp Apka agenda Brahmino ko gali dena ka hai na?
He is an scholer ,who worked on IT IS BRAIN WHICH IS SUPREME.
आर्य आपका प्रशंसक हूं
नियाज़ खान एक सुन्नी मुस्लिम होते हुए अगर इतिहास को समझते हुए पुस्तक लिखते है तो यह इतिहास बनेगी। प्रणाम
मै obc हू ब्राह्मण समाज का सनातन धर्म मे उचा स्थान रहा है आज के टाइम्म मे राजनयतिक पार्टी या जान बुज कर ब्राह्मण समाज को टार्गेट किया जाता है.
🙏🙏🙏
Aap louhpurush Saradaar hain param deshabhakt hain
@@santoshthakare6764 🥰🥰🚩
🙏🙏
Shukriya brother.. ❤🙏
यदुवंशी नमो नारायण कि तरफ से नियाज़ जी को प्रणाम। सचमुच ब्राह्मणों ने हमेशा देशभक्ति का परिचय दिया हैं।
त्रिपाठी जी आपको नियाज खान साहब के साथ इस interview को youtube पर डालने के लिए बहुत बहुत धन्यावाद
हर जाति का अपना एक डी एन ए होता है।और उसके हिसाब से उस व्यक्ति में गुण होते है। में जाति से राजपूत हूं लेकिन नियाज़ साहब ने जो लिखा है में उसका 101%समर्थन करता हूं।
सचमुच आप बहुत हिम्मती है। मुस्लिम होते हुए भी आपने वर्ण व्यवस्था को समझा है उसी सन्दर्भ में जिसमें वह बनाई गई।आपने अन्ध कट्टरता मार्ग छोड़ा।धन्य आपकी सोच।दूसरी बात जनतंत्र आपके अनुसार यूरोप की देन है,,,,,,मैं नहीं मानती। लिच्छिवी वंश में प्रजातंत्र ही था इतिहास और पुराण में वर्णन है।वैसे मुझे आपका खुलकर लिखना बहुत रोचक लगा। धन्यवाद जी।
Jantantra aur Ganatantra ka Yog hi loktantra hai aur aaj ke prajatantra ya loktantra ka Swaroop Prachin se bhinn hai isliye Aisa kaha ja raha hai
नियाज खान जी के ज्ञान और विचार के लिए बार बार प्रणाम करता हूं आप निर्भीक होकर अपने विचारों को व्यक्त किए हैं
बहुत ही उत्तम संवाद देखा एवं सुना। पत्रकार महोदय ने भी बहुत अच्छे प्रश्न पूछे जो कई श्रोता भी पूछना चाहते थे। नियाजजी एक सच्चे भारतीय है एवं उनके विचार भी भारतीय संस्कृति एवं संस्कार से ओतप्रोत है। ब्राह्मण श्रेष्ठ है इसमें कोई संदेह नहीं है। जब से ब्राह्मण को समाज में उचित स्थान मिलना कम हो गया तब से ब्रह्मण अपने मार्ग से दूर हो गया फलस्वरूप समाज में नैतिकता एवं सद्भावना में बहुत कमी आई है। मेरा ब्राह्मण श्रेष्ठ से अनुरोध है समाज को नैतिकता एवं संस्कार से परिपूर्ण करे तथा मार्गदर्शन करें। जय नव भारत 🇮🇳🙏
आपने सारी बाते सच्ची कही है, किताब का दूसरा भाग कब आ रहा है।
ब्राह्मण है 24 कैरेट सोना और सभी का सम्मान करता है
हर्ष जी ब्राह्मण मंदिरों में आरती के बाद उद्घोष करवाते हैं प्राणियों में सद्भावना हो, विश्व का कल्याण हो ये केवल अपने ही यहां होता है।
कितने वर्षों बाद आज ब्राह्मण के बारे में कुछ अच्छा सुनने को मिल आपकी बात सरकार को समझ में आए
जो बुरा भ😢बोल रहे हैं वो भी वामपंथी ब्रहामण ही है
@@rishivanisanskritgrammer3322 right
मै नियाज सर की इस पुस्तक की प्रशंसा करते हू इसलिये नही कि मै ब्राह्मण हू बल्कि सर ने सत्य को उजागर करने का आज के महौल मै जो साहस दिखाया है उसके लिये ।
@@RajeshMishra-xs9mg ये pustak कहा से मिलेंगी
नियाज खान जी ब्राह्मण की इतनी उन्मुक्त प्रशंसा तो मैं खुद ब्राह्मण होकर भी नहीं कर सकता आज के दिन, आप धन्य हैं।
बिलकुल सर 🎉🙏🙏🙏🌹🥰🚩🕉️
क्योंकि मुझे किसी संप्रदाय या किसी वर्ग विशेष के वोट नहीं चाहिये! और मैं किसी का पिछलग्गू भी नहीं हूँ,अत:मेरी हमेशा यह कोशिश रहती है कि मैं वही सोचूं,वही लिखूँ,वही करूँ जिसमें मेरा और *विराट स्वरूप*'विश्व का कल्याण हो'!
बिल्कुल आजका ब्राह्मण प्रशंसनीय नहीं है 🐪
खान साहब बोले है कि मूल से बहक जाना उसी के वजह से।
हर्षवर्धन त्रिपाठी जी आपका हृदय से धन्यवाद🙏 आप ऐसे मुद्दे को लाये है जो शत - प्रतिशत सही है.🙏
रही बात नियाज खान साहेब की तो ऐसे व्यक्ति का जन्म यदा कदा ही होता है जिनकी विचारधारा इतना विशिष्ट है. जहां तक मुझे ज्ञात यदि इतिहास मे देखा जाए तो बिना ब्राह्मण के सलाह से ना पहले कुछ हुआ है ना अब, आज लोकतंत्र मे भी कोई भी कमेटी के द्वारा रिपोर्ट बनाई जाती हैं तो कही ना कही ब्राह्मण का योगदान सदैव रहता है. वो चाहे प्रसाशनिक तंत्र हो जूडिशियरी या विधायिका पूरा सिस्टम ही
ब्राह्मण के योदान से चल रहा है🙏
बहुत सुंदर सटीक विश्लेषण किया है नियाज़ खान जी,साधुवाद
त्रिपाठी जी ब्राह्मणों के ऊपर आज के समय में लोग राजनीतिक रूप से चाहे जो आरोप लगाए जा रहे हों परन्तु मेरा यह दृढ विश्वास है कि भारत देशमें यदि सनातन धर्म बचा है वह केवल और केवल ब्राह्मणौ के वजह से।
ब्राह्मण कांग्रेस जैसी पार्टी का समर्थन करेंगे तो क्या होगा
Well said ... and it is true
तो क्या बाकी लोगो को सनातन धर्म छोड़ देना चाहिए ? सच तो ये है कैसे लेफ्ट लिबरल वामपंथी ब्राम्हण सनातन धर्म को बदनाम करने में लगे है। सनातन को बचाने में सभी वर्गों का योगदान है ।
👏🏼👏🏼👏🏼👏🏼👏🏼👏🏼👏🏼👏🏼👏🏼👏🏼👏🏼👏🏼👏🏼👏🏼👏🏼👏🏼👏🏼👏🏼👏🏼👏🏼👏🏼👏🏼👏🏼👏🏼👏🏼👏🏼👏🏼👏🏼👏🏼👏🏼👏🏼👏🏼👏🏼👏🏼👏🏼👏🏼
नियाजखानजी जैसे नायाब व्यक्ति त्व अतुलनीय है
समाज में आज सबसे ज्यादा गाली खाता है,वो ब्राहमण ही है, ऐसे में आपने समाज के सामने जो ब्राह्मणों के विषय में बातें कहीं दिल को छू गयी
ब्राम्हण यदी मात्र जाति से होगा।तो ही उसका निरादर सम्भव है।किंतु यदि मन वचन और कर्म से ब्राम्हण होगा।तो अवश्य ही सम्मान पाएगा।
जय श्रीराम
@@tejpalsingh-ry7yf ji,,aapne bahut sahi kaha,,,,💐
It’s easy to target Brahmins as they don’t get fight back ever and politicians get votes😢
Gali khane ka kaam karega to gali khayega bhi
Tu janmjati Brahman, Brahman ek varn hai Jo guno ke adhaar par hota hai. Jatiwadi Brahmin ko gali milti hai.
में एक राजपूत हूं, पर आजकल की सोच के आधार पर ’ब्राह्मण’
शब्द नहीं बल्कि ज्ञान की bhot इज्जत करता हूं, असल में ज्ञान का दूसरा मतलब ही ब्राह्मण होता है, जोकि कोई भी बन सकता है चाहें वह किसी भी समाज धर्म का हो, ❤
मेरे प्रिय अनुज हर्षवर्धन जी आपने इस चर्चा से केवल ब्राह्मणों को ही गौरवान्वित नहीं किया बल्कि परम् सत्य को उजागर किया है, आपका हृदय से आभार।
🙏🏼👏🏼🙏🏼👏🏼🙏🏼👏🏼🙏🏼 सत्य वचन 🙏🏼👏🏼🙏🏼
Yes brother
Hare krishna ji Hari Hari bol
नियाज खान को बधाई तो बनती लेकिन उससे ज्यादा बधाई आपको बनती है त्रिपाठी जी क्योंकि समाज को जोड़ने वाली कडी का नाम ब्राह्मण है
लेखक द्वारा ब्राह्मणों की उपयोगिता पर प्रकाश डाला गया है। ब्राह्मणों की उपेक्षा से भारत विश्वगुरू नहीं बन सकता है। यह कटुसत्य है। त्रिपाठी जी द्वारा पुस्तक की समीक्षा करने का प्रयास किया गया है। साधुवाद।
गलती से नहीं।
हमारे सौभाग्य से।
श्रीमान नियाज़ खान की निरपेक्षता,गहरी सोच,सत्य का पक्ष प्रस्तुत करने के लिए बार बार धन्यवाद।
ब्राह्मण अपने धर्म,संस्कृति ,संस्कार का रक्षा करें।लेखक ने जागृत कराने का काम किया है।साधुवाद।आभार ।शुभकामना ।
सही पहिचाना ब्राह्मणों को जो भी विकसित देश है उनमें ब्राहमण छाये हुए हैं खान सर को मेरा प्रणाम
आज के समय मे आपके सत्य बोलने की ताकत काबिले तारीफ है।सत्य बोलने की क्षमता भी ऊपर वाले कि ही देन है। धन्य है आप नियाज खान जी।
Ashcharya Janak discussions by Mr niyaaz khan sir
Satyam shivam sundaram
नियाज़ खान जी निसंदेह आप स्पेशल व्यक्तित्व के स्वामी हैं। धन्यवाद् त्रिपाठी जी
Aadarniy Harshvardhan namaskar vastvik aaya hai ki mere Ko jeene bhi class brahmanon adhyapakon dwara padhaayaa Gaya vah Anya logon se sabse behtar sabit Hui hai
लेखक को में प्रणाम करता हूँ
इनके बातें ध्यान से सूनना चाहिए
ब्राम्हण द्य ग्रेट यह किताब जरूर पढ़ना चाहिए
यह सत्य है
यह बिचार देश के लिए हितकारी होगा
सच कहूं तो नियाज खान जी जन्म से भले ही ब्राह्मण नही हैं लेकिन कर्म से तो ब्राह्मण (ज्ञानी) ही हैं। आपके बहुत सुंदर विचार हैं।
@@dineshgupta5353 janm se sb Brahaman hi hote h....zero pap or shikshit hone ke liye kafi samay.
Baki kuchh log modified ho kar dusri dharm Mane jate h. 😡
🎉🙏🙏
हम जन्म से ब्राम्हण है नियाज़ जी कर्म से ब्राम्हण है क्योंकि कर्म प्रधान होता है ब्राम्हणों का कर्म ही है
सौ प्रतिसत आपने सत्य कहा
लेखक को सलाम करता हूं ऐसे लेखक आज के समय में दुर्लभ है लेखक न्याय वादी और संपूर्ण मानवतावादी है
प्रतिभा का दीवाना देश का भविष्य खतरे में डालने के बराबर होता है आज की वार्तालाप बहुत हीसटीक है
आपका प्रयास अत्यंत ही प्रशंसनीय है ख़ान साहब। मुझे आप पर गर्व है। ईश्वर आपको सुखी रखे।
श्री श्री त्रिपाठी जी आपको बहुत बहुत बधाई आज आपने एक ऐसे शख्स से परिचय कराया जो एक मुस्लिम है और ब्राह्मण के विषय में उनका ज्ञान अप्रतिम है मैं श्री नियाज खान को सलाम करता हूँ प्रणाम करता हूँ
True
नियाज खान सर एक विद्वान आईएएस ऑफिसर है,ब्राह्मणों का सटीक विश्लेषण करने के लिए उनके प्रति आभार !
State services se promote hai
Pramotion ke liye sabkuchh kar raha hai, Kya kare ye sab nautanki nahi karega to, post chali jayegi ..mansik taur par bimar vyakti hai ye😂😂
Right
ख़ान साहब का बहुत सुंदर आधुनिक समाज के लिए अनुकरणीय विचार
ब्राह्मणों पर अध्ययन कर पुस्तक लिखना एक स्तुत्य कार्य है ,नियाज़ खान जी का हार्दिक धन्यवाद।
Aaj ke yug me aap ek smmanniy ho ji🙏🙏
नियाज़ खान जी की बाते सुनकर मैं मंत्रमुग्ध हो गया, आज के जमाने में आप जैसा सच्चा इंसान मिलना बहुत ही दुर्लभ है।🙏🙏🙏
मैं जाट हूँ मगर प्रोफेसर साहब की सभी बातें 100℅ सत्य है। चाहे दुनिया माने या न माने परन्तु मै मानता हूँ
Is desh me sabhi ka yogdan Raha hai, jaruri h imandari se charcha karne ki.
जय श्री महाकाल
मेरे मित्र मैं ब्राह्मण हुँ आप ने लिखा जाट हो आप. परंतु हम ये सब भूल कर अच्छे सनातनी बनें. धन्यावाद namaskar.
Mai aaose naraj hun ku aao apne ko jaat jati se oarichay dete hai mai brahman hun aur mai aap ne bhi brahmanatwa ki dekhta hun ek hi oarmatma tatwa hamne bhi hai aur aap ne bhi ham sabhi aao bhi sachchudananda oarmatma haun awashyajta us baat ji hai ji ham sabhi aone oaramsukhmay atmaswaroop ki oahchanen om shantih shantih shantih
Irfan khan actir bhi shakahari the
नियाज खान जी आप के साहस को हृदय से आभार आज के समय में सत्य को स्वीकार कर समाज में प्रसारित किया। धन्यवाद ईश्वर आपको प्रसन्नता प्रदान करें जय श्री सीताराम
ऐसे समय में जब ब्राह्मणों को गाली देना राजनीति करने वालों का फैशन बन गया हो तब आगे आकर दुनिया को सत्य का भान कराना आप जैसे साहसी लेखकों से ही संभव है, धन्यवाद।
Ye loktantar bhi brahmano ki den hai india me.
ApustakSamajKoVjbhajitKernevalahe
AqNahiLikhTeSabBhatiHiduMuslimIsaeSabNeVedGitaKaEdukesanMesamek
ArnaChaATab! bhaminsamajkoaagebdhadhavaMiega
साहब ने ब्राह्मणों पर गली के दौर में श्रीमान ने ताली बजाई है इसके लिए धन्यवाद
नियाज़ खान जी के निष्पक्ष विश्लेषण के लिए हार्दिक धन्यवाद।
Mera kehna hai ki
Brahamn Vaidic kal se reservation prapt hai..
Jaati ke adharpar.
Iss reservation ke adhar par ye apne aap ko mahan banaya hai.
Ye kahi v nahi tikte agar ye apne nam se jati hata de. Aaz v ye cast reservation ke adhar par ye khate hai.
Issi desh ki bat kare to most bigest Rapist : abhi Bengal ka Sanjay rai hai, Nirbhya kand me ek Brahman Sharma , isse Pehle Jambu me mandir rapist Brahaman, isse pehle Bengal ka Chatterjee brahamn.
Aur SC me Jake kehega ki hame fansi doge to Paap lagega.
Kerla ka Brahaman raja ki Asthan tax suna hoga,
Pahle ke time me sadi ke bad pehla din ladki Pandit ke yeha sudhi k liye jati thi.
90% non vegetarian hai aaz k din.
Koi v ache Samajwadi nhi milega.
Ye baith k khane wale hai.
Ved ke nam par samaj ko banto aur fir raaj karo.
English time kolkata court ne Brahmno ko inJustice bataya 24:33
Kabhi bhi nahi bataya Tum dekho agyan or nafarat se bhare ho
आदरणीय त्रिपाठी जी आपने सही मनुष्य को utube पर बुलाकर इंटरव्यू लिया नियाज़ सर और आपको ❤❤🎉
बहुत बहुत साधुवाद नियाज़ खान साहब को यदि कोई ब्राह्मण ऐसी पुस्तक लिखता तो लोग कहते देखो ब्राह्मण अपने ही मुंह से स्वयं को महिमा मंडित कर रहे हैं पर आज वह जो ऐसे धर्म से संबद्ध है जिसका ब्राह्मण से दूर दूर तक नाता नहीं है फिर भी ब्राह्मणत्व का सांगोपांग स्वस्थ ढंग से ब्राह्मणो के संपूर्ण चरित्र का लेखन बद्ध किया है इस हेतु पुनः पुनः आप ऐसे महान व्यक्तित्व को सादर नमन
This is a cleverly written book to push up a particular caste so that they feel more inflated and make themselves alienated from other caste and hence widen the division between different caste of hindus.
It is very sad that hindus need certificate from people of other religions, and then feel yes we can do something. yes we are capable of doing. yes we are above other people in our religion. Lo Ji rift between castes of hindoos increased. Mission accomplished
Mera kehna hai ki
Brahamn Vaidic kal se reservation prapt hai..
Jaati ke adharpar.
Iss reservation ke adhar par ye apne aap ko mahan banaya hai.
Ye kahi v nahi tikte agar ye apne nam se jati hata de. Aaz v ye cast reservation ke adhar par ye khate hai.
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Aur SC me Jake kehega ki hame fansi doge to Paap lagega.
Kerla ka Brahaman raja ki Asthan tax suna hoga,
Pahle ke time me sadi ke bad pehla din ladki Pandit ke yeha sudhi k liye jati thi.
90% non vegetarian hai aaz k din.
Koi v ache Samajwadi nhi milega.
Ye baith k khane wale hai.
Ved ke nam par samaj ko banto aur fir raaj karo.
English time kolkata court ne Brahmno ko inJustice bataya 24:33
@@gajendrakumar-bl8dq
गजेंद्र कुमार ,
आपके मन में ब्राह्मण समाज के प्रति दुर्भावना है। आपके मन में ब्राह्मणों के प्रति घृणा कूट कूट कर भरी है।
ब्राह्मणों ने प्राचीन काल में त्याग , तपस्या और समाज को ज्ञान देने का कार्य किया।
अगर ब्राह्मणों ने रिज़र्वेशन प्राप्त किया होता तो वही राजा के पद पर वही बैठते किसी चंद्रगुप्त को गद्दी पर नही बैठाते।
इस देश में जो दुर्दशा ब्राह्मणों की है वो आपने देखी नही है।आप मन में घृणा का भाव न रखें ।
आपने कई अपराधो में ब्राह्मण के ऊपर आरोप लगा दिया। अपराधी हर जाति और धर्म में होते हैं, उन्हें सजा मिले
कठोर सजा मिले ,लेकिन ब्राह्मणों के प्रति दुर्भावना न रखो।
जाने कहा से उल्टा सीधा संदर्भ दे रहा। अपने दिमाग का इलाज कराओ , गजेंद्र कुमार , आपको इलाज की बहुत जरूरत है।
सुदामा ब्राह्मण थे कृष्ण यदुवंशी और राजा थे ब्राह्मण उस समय भिक्षा मांग कर काम चलाते थे और आज यादव बोलते हैं हम ओबीसी हैं और साथ यह भी बोलते हैं कि हम यदुवंशी हैं है ना विडंबना
इसी को कुत्सित राजनीति कहते हैं
यदु वंश का संपूर्ण विनाश तो गांधारी के शाप से द्वापर युग में ही हो चुका है वर्तमान यदु वंशी राजनीतिक है
Bharat ek samay sone ki chidiya thi aaj garib desh hai. Bahut si jati pahle raja hui aaj garib hai. England pahle world par raj karta tha aaj waha bhi bahut problem hai London ko muslim londanistan bana rahe hai. So jo past mai status ho jaruri nahi aaj bhi ho.
आज के यादव यदुवंशी क्षत्रीय नहीं है , इनकी जाति का वास्तविक नाम अहीर (ग्वाला) है , यदुवंश से अपने सम्बन्धों के कारण यदुवंश द्वारा शासित क्षेत्र के सामान्य गोपालन का कार्य करने वाले अहीरों ने यादव सरनेम अपनाया था.
यदुवंशी क्षत्रीय आज जादोंन राजपूत कहलाते हैं और राजस्थान के करौली जिले (पूर्व राजपरिवार जादोंन राजपूत है) , उत्तरप्रदेश के अलीगढ़ क्षेत्र में तथा अन्य कई क्षेत्रों में आज भी निवासरत हैं . .
अहीर ग्वाले ओबीसी ही हैं . .
@@VikramSingh-og1bq Harivansh puran padhein, man nirmal ho jayega , kisi bhi jaati bhi is tarah ki ghrana se dur hone ka mauka mil jaayega
नियाज़ ख़ान साहब पिछले जन्म में निश्चित रूप से ब्राह्मण ही होंगे ! बहुत ही हिम्मत और बुद्धिमान यक्तित्व के मालिक है ये 🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌹🌹🌹
Brahman se canvart hue darpok bap-dada, bharat me sabse jiyada canvarzan Brahman se musalman bne logo ke karan huwa he
Dalito par atiyachar isliye aaj bhi hote he woh canvart nhi hue
Jiyadatar atiyachar dalito pr hindu hi karta he
Jidin dalit canvart hokar musalman bane Brahman ki tarha us din bharat Muslim rastra banjaega
Niyaj khan janta he is liye Brahman ko garet batata he
Pichhla janam😜😜😜😜😜chatukar
Niyaj khan Brahiman nhi lekin Brahiman se alag nhi..
ब्राह्मण होते हुए भी निष्पक्ष रूप से यह संवाद वास्तव में सराहने योग्य है यह भी उत्कृष्टता को प्रदर्शित करता है ❤❤❤❤❤❤
मैं भी ब्राह्मण नहीं हूं, माली हूं लेकिन मैं ब्राह्मणों की बहुत इज्जत करता हूं क्योंकि जो सहृदयता और मार्गदर्शन मुझे ब्राह्मणों से मिलता मेरा इनको पूजने का मन करता है।
Unhi brahamano ne hi Mali jati ko achhut likha h apne dharam grantho me
@@DineshPal-j7gMuslims trying to Dividing hindhus on the basis of caste evry hindhus are equal whether it is Brahmins or Dalits
@@DineshPal-j7g mali jati humhare rajya me shiv mandir me pujari hote. He
@@DineshPal-j7grigved padho usme likha hai ki karm ke according category me bata jata tha naki according to ancestors
@@DineshPal-j7g मुझे बता सके हैं कि किस ग्रंथ में लिखा है
हर्षवर्धन जी आप और नियाज़ी खान जी की ये दुनिया सदैव ऋणी रहेगी ऐसे विषय पर चर्चा की
नियाजी साहब आप को बहुत बहुत शुभकामनाएं 🙏🙏🙏🙏 हज़ारों बार प्रणाम
Mera kehna hai ki
Brahamn Vaidic kal se reservation prapt hai..
Jaati ke adharpar.
Iss reservation ke adhar par ye apne aap ko mahan banaya hai.
Ye kahi v nahi tikte agar ye apne nam se jati hata de. Aaz v ye cast reservation ke adhar par ye khate hai.
Issi desh ki bat kare to most bigest Rapist : abhi Bengal ka Sanjay rai hai, Nirbhya kand me ek Brahman Sharma , isse Pehle Jambu me mandir rapist Brahaman, isse pehle Bengal ka Chatterjee brahamn.
Aur SC me Jake kehega ki hame fansi doge to Paap lagega.
Kerla ka Brahaman raja ki Asthan tax suna hoga,
Pahle ke time me sadi ke bad pehla din ladki Pandit ke yeha sudhi k liye jati thi.
90% non vegetarian hai aaz k din.
Koi v ache Samajwadi nhi milega.
Ye baith k khane wale hai.
Ved ke nam par samaj ko banto aur fir raaj karo.
English time kolkata court ne Brahmno ko inJustice bataya 24:33
श्री नियाज़ जी की राष्ट्र के प्रति श्रद्धा को सादर नमन करते हैं।
हमें गर्व है अपने पूर्वजों पर जिन्होंने ज्ञान विज्ञान, चिकित्सा ,समाज सेवा में अपना योगदान दिया 🙏🙏
बहुत ही सामयिक पुस्तक है।आप दोनो के बातचीत आजके करोडो हिंदुओं को सही चींतन को पंख लगाते हैं।मै तो यह पुस्तक पढुंगा ही।यायावरी जीवन मे यह पुस्तक उतना ही पथ दिखाते हैं, जितना भारतीय सभ्यता और संस्कृति की आवश्यकता है।धन्यवाद।
🙏🙏 नियाज़ साहब ने सत्य को प्रस्तुत किया हैं और आज की ब्राह्मणों की स्थिति भी दयनीय हैं,त्रिपाठी जी आप ने भी इस चर्चा को बढ़ाया और सत्य को सामने लाए
जीने से लेकर मरण तक जब ब्राह्मण ही काम आए तो उनकी महता कैसे नकारा जा सकता है।ब्राह्मण धन्य है।
वर्तमान में यह पुस्तक जो लिखी गई है,लेखक के मन के अंदर किसी अदृश्य शक्ति की प्रेरणा रही होगी,धन्यवाद।
त्रिपाठी जी आप का बहुत बहुत धन्यवाद जो आपने इन्हें हमें मिलवाया
स्वागत योग्य कदम! बहुत-बहुत आभार!
ये पुस्तक निश्चित रूप से समाज को जाति के आधार पर बाँटने वाले लोगों की आंखें खोलने का काम करेगी।
अच्छे को अच्छा करने कि हिम्मत दिखाई है नियाज खान सर जी ने......उनको मन से धन्यवाद
ब्राह्मण एक व्यक्तित्व है, जो इसे अपना ले वही ब्राह्मण है
देश में वर्ण व्यवस्था थी, जाति व्यवस्था बाद में फूट डालने के लिए लाई गई है। खान साहब ने बहुत अच्छी बातें कहीं हैं।
🕉 हरि 🕉
सलाम है ऐसे ज्ञानी व निडर अधिकारी को , इनकी हिम्मत के लिये शब्द कम पड़ जाते हैं ।
Satya vachan yahi jagrupta sabhi sanataniyo me hona chahiye
आपकी पुस्तक आजकल के भारत क्या, विदेषों में, एक मील का पत्थर साबित होगी। बहुत बहुत धन्यवाद।
मै स्वयम तो ब्राह्मण नहीं हूँ पर ब्राह्मण, पुजारी की अवस्था, अपमान देखकर बहुत दुःख होता है।
आपकी हिम्मत की दाद! कृपया एकदम निर्भीक रहें। क्योंकि, जो लेखक डर गया वो मर गया!
मैं ऐसी विदेशी कंपनियों को जनता हूं, जिनमें प्रबंधन स्तर के 80% से अधिक अधिकारी ब्राह्मण हैं।
मैं तो चाहता हूं, भारत में 100% आरक्षण कर दिया Sc/St aur OBC के लिए।
परंतु धर्म कार्य, शिक्षण, डिप्लोमेसी, प्रबंधन जैसे कार्य ब्राह्मणों के लिए आरिक्षित कर दिए जाएं। बाकी सभी नौकरियां अन्य वर्गों को दे दी जाएं।
आर्मी क्षत्रियों के लिए आरक्षित कर दी जाएं।
मै कोई स्वप्न देख हूं या हकीकत में नियाज भाई को सुन रहा हूं धन्यवाद त्रिपाठी जी आपका भी इस विषय पर चर्चा करने के लिए .
नियाज भाई को शत शत नमन
त्रिपाठी जी, दिल पर हाथ रखकर कहिये भारत मे जो लोकतंत्र है वो क्या वाकई लोकतंत्र है या भीड़तंत्र है ?
@@madhukarsharma2550 भीड़तंत्र
परिवार तंत्र और लूट-खसोट तंत्र है। सभी भट्टा बैठा रहें हैं
@@madhukarsharma2550 भारत में नाममात्र लोक तंत्र है I सब लोग दुःखी और भविष्य के बारें मे चिंतित है ! हम को खात्री है की यह देश भी बचने वाला नहीं है I भूमी रहेगी लेकिन हिंदुस्तानी बचेंगे इसकी गारंटी कोई नहीं दे सकता ! क्यों की ७५ साल के स्वातंत्र्य के बावजूद देश में एकता प्रस्थापित नहीं की गयी !
वाह भला किसी ने ब्राह्मणों के दर्द को समझा बहुत बहुत धन्यवाद
सही मायने मैं नियाज़ जी के हृदय मे भारत बसता है और इनके विचार भी भरतीय हैं 🙏🙏 धन्य हैं आप और आपके विचार , आप जैसे लोग ही भारत को उसकी मान्यताओं के आधार पर खड़ा कर सकते है🙏🙏 आप जैसे महान भारतीय को मेरा शत् शत् नमन 🙏🙏
बड़े अच्छे के बात है कि एक मुस्लिम हौकर नियाजी खां ने ब्राह्मण के बारे जो कुछ लिखा बास्तब में खुब सराहनीय है। नीयाजी साहब को बहुत बहुत धन्यवाद एवं हर्षवर्धन त्रिपाठी को भी उतना ही धन्यवाद है कीयौकी उसने एक अच्छी खबर को सामने लाये है।❤🙏🙏❤️👍👍👍
Nice soch me jat hu writer ke soch se sahmat hu❤❤
परम पूज्य ब्राह्मणों के चरणों में सादर प्रणाम
ब्राह्मण कोई जाति नहीं है.. यह परमुपलब्धि है... जब कोई प्राणि परमेश्वर के साथ एक हो जाता है.. वो ब्रम्हदत्व को उत्थान हो जाता है... और खुदा खुदा बन जाता है.. आज के समय में पूरी दुनिया में 50 लोगो ही ऐसे होंगे... जिन्को सजदा किया जा सकता है... अगर आप ऐसी व्यक्ति को नमन करती हो तो आप महान हो.... मैं भी चतुर्वेदी ब्राह्मण हूं... में आपको नमन करता हूं ...
🙏🙏🙏
ईश्वर आपका मंगल करे.
Bahan ishwar apka Mangal kare, sadhuwad, koti koti pranam.
नगमा जी परमात्मा आपको दीरधायू सम्रद्धि स्वास्थ्य एवं सफलता दें। तथा अस्तु।
1947 से आरक्षण दे कर ब्राह्मण को अलग थलग कर दिया गया फिर भी अपनी बुद्धि, मेहनत , समर्पण एवं सहयोगी भावना के कारण आज भी समाज, राजनीति, व्यवसाय, सेवा में अपना स्थान बनायेहुये है।
कौन सा आरक्षण? कोई डाक्यूमेन्ट??
ब्राह्मण जिसने ईश्वर और प्रकृति का सम्मान करते हुए समाज को उचित मार्गदर्शन देने का काम किया और जिसके लिए ईश्वर प्रकृति और समाज ही सबकुछ रहा, समाज के ऐसे वर्ण के लिए आप के सम्मान के लिए धन्यवाद
ब्राह्मण हमेशा से समाज के लिए कार्यकर्ता रहा है लेकिन आज वही गाली खाता है अपने समाज को जगाने का काम किया आप इसके लिए आपका धन्यवाद
नियाज खान को साधुवाद। जिसके मन में भावी षड्यंत्र का पर्दाफाश किया होगा!देखते हैं, क्या स्वस्थ बुद्धिजीवी ने लिखा है,इस पुस्तक को हम जरूर मंगवा कर पढ़ेगें!
अपने पूरे जीवन में पहली बार ब्राह्मणों के बारे में एक मुस्लिम से इस तरह की वार्तालाप सुनकर अच्छा लगा ।।🎉🎉
आपका आभार नियाज जी। आपका भी आभार हर्षवर्धन जी प्रश्न बहुत अच्छे हैं
नियाज खान की ब्राह्मणों का सटीक विश्लेषण करने के लिए धन्यवाद
क्षमा करें लेकिन इन मुस्लिमों के तारीफ से हमें खुश होना चाहिए। बलि का बकरा बनाने से पहले हिंदुओं को जातिवाद में लड़ाकर कमजोर करने की चाल है । समझदार बनें सावधान रहें। किसी तारीफ से मूर्ख न बने । अपने घर को बचाएं
ब्रह्मण देश को वैचारिक रूप से महान दार्शनिक शास्त्र लिखें हैं जिसपे सबको गर्व है,
मैं ओ बी सी हूं लेकिन ब्राह्मण समाज को भी अपना पुराना ज्ञान व ईमानदारी निभानी होगी,तभी ब्राह्मण महान् बनेगा, धन्यवाद नियाज खान
Kaha kaha hai ved vyas ji ne kaun brahmin, chatriye, vaisha, shudra. Ye to manusmriti se hai. Jiska sanatan me jikra nahi tha mayawati ji ke politics me aane ke pahle. Ye manu kaun tha ise to jabardasti highlight kar diya gya
Are bhai hum to 1% se bhi kam hai aur humare pichhe 99% log lath le kar pare hai
ब्राह्मण के पुनर्निर्माण में सबका यथोचित योगदान अपेक्षित है ।
Aap semwal h. semwal caste uttrakhand mein brahman hote hain.
ब्राह्मण इस धरती के देवता रहे है,ऐसा शास्त्रों में त्रिदेव ने कहा है। नियाज जी को हृदय की गहराइयों से नमन करता हूं। आप महान है सदैव रहेंगे।
Khan sahab vastav Me realist hain.
Great hain aap.
नियाज खान जी को सत्य बात कहने के लिए शत शत नमन एवं धन्यवाद
ब्राह्मणों को अपने अतीत के गौरव का भान रखते हुए अपनी श्रेष्ठ परम्पराओ को आगे बढ़ाना चाहिए 🙏🏼
नियाज जी का विश्लेषण सटीक लगता है।
मेरा मानना है, ब्राह्मणों को गाली देना, हतोत्साहित करना बंद हो, तो ब्राह्मण अपने साथ देश को भी आगे ले जा सके।
Niyaj khan ji, आपकी दूरगामी सोच का मैं समर्थन करता हूं।🙏🙏
नियाजजी आपके साहस और धैर्यसे विचार रखने के लिए आपका हार्दिक अभिनंदन ❤
जब वर्ण व्यवस्था बनाई गई थी तो ब्राह्मण उसे कहा गया जिसके पास विशिष्ट गुण थे। और उनको विशिष्ट जवाबदेही दी थी। पूरे विषय को इस परिप्रेक्ष्य में देखना चाहिए।
वर्न व्यवस्था पुरी दुनिया मे है हजारो समाज जन जातीया है यह तो प्रकृति ने जहा वहा भीन्न् प्रकार के लोग पैदा कीये हैं ब्राम्हन ने कहा किसीको लाईन मे खडा कर जातीया बाटी दुनिया कोने कोने मे ब्राम्हन नही गया था
आपकी जितनी भी तारीफ की जाय कम है, शत शत नमन