यह एक ऐसा साक्षात्कार है जिसे कई बार सुना जा सकता है। सुमिता जी ने सही कहा है कि अम्बुज जी को सुनना समृद्ध होना है। अंजुम जी के प्रश्न तो होते ही खोजी हैं ।
अम्बुज जी से रुब रु के लिए धन्यवाद अंजुम जी अम्बुज जी वास्तव में एक जन रचनाकार हैं, जो मानवीय सरोकारों ko❤ तरजीह देते हैं, बहुत ही सुंदर वार्ता रही साहित्य को समझने की समझ बढ़ी बधाई जी।
बहुत रोचक संवाद चल रहे हैं। प्रतिभा को प्रयास व परिश्रम सार्थक बनाता है , बहुत ही सही है। मधु संचय कविताओं की थी। गद्य सुधा कहानी व निबन्धों की तथा विज्ञान वाटिका में एवरेस्ट विजय जैसे लेख थे साथ में काव्य के अंग। इस तरह चार किताबें हिन्दी के पाठ्यक्रम में थीं।
बहुत ही बढ़िया साक्षात्कार, आपकी विचारक क्षमता को प्रणाम है । सवाल पूछने वाले और जवाब देने वाले दोनों ही माहिर है । आपके विचार संवेदनशील लोगों के लिए ऐसा मुझे लगता है
इस पौने दो घंटे के कार्यक्रम को देखकर यही लगता है कि कार्यक्रम कवियों लेखकों और साहित्य के प्रोफेसरों को ध्यान में रखकर बनाया गया है। हम जैसे कम पढ़े लिखे लोग जो साहित्यकारों और उनकी रचनाओं के प्रेमी हैं उनके लिए थोड़ा सा personal touch भी लाएं कृपया। गूढ़ प्रश्नों और हल्के फुल्के प्रश्नों में संतुलन हो ताकि मेहमान को भी थोड़ा सा स्टार वाली feel आए। बाकी सब उत्तम है । आप त्वमनलिका में मौजूद सबसे बेहतरीन कंटेंट की सूची में सबसे ऊपर हैं।
Jo bhai interview le raha hai kya mujhe uska number mil sakta hai vah bhai baat Ko le Jana chahte Hain aadami ke man ki gahrai mein aur dusra vyakti baton ko ghuma kar le ja raha hai sansar mein donon ki batchit ka taalmel nahin ban raha Jawan ladke ke vicharon mein ek alag se lahar hai aur jo bujurg vyakti hai unki baton mein ek taraf Ki baat hai
अभी 15 मिनट का ही देख सका हूँ। लेकिन यह अच्छी बात है कि अंजुम अपना अतिरिक्त ज्ञान कम उड़ेल रहे हैं। अन्यथा होता यह है, कि अपने ज्ञान के प्रदर्शन के चक्कर में अंजुम बमुश्किल ही सामने वाले को बोलने देते। उम्मीद है, यह सुधार आगे भी देखने को मिलेगा।
एक और लाजवाब साक्षात्कार. अम्बुज जी को सुनना समृद्ध होना है. अंजुम जी, आपका बहुत शुक्रिया.
प्रखर इंटरव्यू। अम्बुज जी को अपना व्यंग्य संकलन लाना चाहिए।
यह एक ऐसा साक्षात्कार है जिसे कई बार सुना जा सकता है। सुमिता जी ने सही कहा है कि अम्बुज जी को सुनना समृद्ध होना है। अंजुम जी के प्रश्न तो होते ही खोजी हैं ।
अंजुम जी को सादर प्रणाम
कृपया ज्ञानेंद्रपति जी के साथ भी साक्षात्कार प्रस्तुत करें।❤
अम्बुज जी से रुब रु के लिए धन्यवाद अंजुम जी
अम्बुज जी वास्तव में एक जन रचनाकार हैं,
जो मानवीय सरोकारों ko❤ तरजीह देते हैं,
बहुत ही सुंदर वार्ता रही साहित्य को समझने की समझ बढ़ी
बधाई जी।
बहुत रोचक संवाद चल रहे हैं। प्रतिभा को प्रयास व परिश्रम सार्थक बनाता है , बहुत ही सही है।
मधु संचय कविताओं की थी। गद्य सुधा कहानी व निबन्धों की तथा विज्ञान वाटिका में एवरेस्ट विजय जैसे लेख थे साथ में काव्य के अंग। इस तरह चार किताबें हिन्दी के पाठ्यक्रम में थीं।
मेरा किसी से विरोध नहीं है
मैं ख़ुद के पक्ष में हूँ
अपनी पक्षधरता के बारे में स्पष्ट हूँ
बहुत खूब! 🌼
अंबुज जी ने कई जवाब ऐसे दिये कि चकित भी हुआ जा सकता है। बहुत सोचने के बाद जो उत्तर दिये जाते, वे उन्होंने तुरंत ही दिये। उनकी चिंतन क्षमता गज़ब है।
कहानी कविता फ़िल्म कुमार अम्बुज ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
इनकी भाषा मक्खन है।
हर आलोचना की सकारात्मक अभिव्यक्ति की खूबसूरती। धन्यवाद अंजुम जी
बहुत ही बढ़िया साक्षात्कार, आपकी विचारक क्षमता को प्रणाम है । सवाल पूछने वाले और जवाब देने वाले दोनों ही माहिर है ।
आपके विचार संवेदनशील लोगों के लिए ऐसा मुझे लगता है
महत्वपूर्ण बातचीत
इंतजार खत्म हुआ धन्यवाद अंजुम और अम्बुज
अंजुम जी सच से आंखे चुराना आशा नही है सही कहा कुमार अम्बुज जी ने
बहुत ही शानदार इंटरव्यू
कुमार अंबुज से मुझे अभी बहुत सीखना है। कस्बे में रहने के अलावा भी बहुत कुछ ❤
पॉप0आपो
अंबुज जी को पढ़ना सुनना दोनों आनंददायक
इस पौने दो घंटे के कार्यक्रम को देखकर यही लगता है कि कार्यक्रम कवियों लेखकों और साहित्य के प्रोफेसरों को ध्यान में रखकर बनाया गया है। हम जैसे कम पढ़े लिखे लोग जो साहित्यकारों और उनकी रचनाओं के प्रेमी हैं उनके लिए थोड़ा सा personal touch भी लाएं कृपया। गूढ़ प्रश्नों और हल्के फुल्के प्रश्नों में संतुलन हो ताकि मेहमान को भी थोड़ा सा स्टार वाली feel आए। बाकी सब उत्तम है । आप त्वमनलिका में मौजूद सबसे बेहतरीन कंटेंट की सूची में सबसे ऊपर हैं।
Anjum ji dwara bahut badhiya sahitic karyakram
बहुत ही उत्तम साक्षात्कार। वास्तविकता के करीब।
काफी इनसाइटफुल, दोनों को बधाइयां
Welcome Ambuj Ji
संगत का सार्थक संवाद। साधुवाद।
Kumar Ambuj aur Anjum Sharma ko Salam
बहता रहे ये साहित्य का निर्झर।
शानदार अंजुम जी
इंतजार खत्म
स्वागत है
श्रम नहीं प्रतीक्षा ... वाह
Bhut sundar
Anjum Sharma kudos for another great interview.hope you are planning for mohan rakesh Centenary in Jan 2025.
💐💐
अच्छी बातचीत
Waah
सुंदर साक्षात्कार।
Bahut achha
❤❤❤❤
Very nice ❤
So nice going
Kahin kajin bhari virodhaas hai: Kavita vichar Pradhan hain, lekin shram nahin prateeksha karta hoon!
Mujhe is bhai se baat karni bahut bahut jyada jaruri hai
🙏🙏🙏🙏🙏
प्रकाशन की पहचान होती थी कि ये स्तर की किताब छापता है।अब सही है निराश होते हैं कि ऐसी भी छप जाती है किताब ।
निश्छल मासूम मुस्कान,और ईमानदारी से अपनी बात कहना ,
हिंदवी का मोबाइल एप है क्या ?
एक लेखक कटघरे में। अंजुम बतरस करते लगते हैं।
अच्छी बातें लेकिन हाथ में इतनी किताबें लेकर इंटरव्यू लेना ठीक नहीं दिखता , यह प्रदर्शित होता है जैसे तैयारी पूर्ण नहीं है
Natural है/कम से कम तैयारी का फर्जी दावा नही
यह आपका मत है, स्वागत है!
@@ravishanker9672
Jo bhai interview le raha hai kya mujhe uska number mil sakta hai vah bhai baat Ko le Jana chahte Hain aadami ke man ki gahrai mein aur dusra vyakti baton ko ghuma kar le ja raha hai sansar mein donon ki batchit ka taalmel nahin ban raha Jawan ladke ke vicharon mein ek alag se lahar hai aur jo bujurg vyakti hai unki baton mein ek taraf Ki baat hai
अभी 15 मिनट का ही देख सका हूँ।
लेकिन यह अच्छी बात है कि अंजुम अपना अतिरिक्त ज्ञान कम उड़ेल रहे हैं।
अन्यथा होता यह है, कि अपने ज्ञान के प्रदर्शन के चक्कर में अंजुम बमुश्किल ही सामने वाले को बोलने देते।
उम्मीद है, यह सुधार आगे भी देखने को मिलेगा।
अंजुम का cerebellium बेहतरीन /आप शायद पूर्वाग्रह से ग्रसित या इर्ष्याग्रस्त या समझने में अक्षम
मंच ने श्रेष्ठ कविताओं को पीछे कर दिया है। दूसरी तरफ लोकप्रियता के प्रलोभन में श्रेष्ठ कवि भी मंच के लिए लिखने लगते हैं।
टोपी क्यों /natural रहे
असद ज़ैदी को बुलाइए कृपया।
Mujhe is bhai ka contact number chahie kaise milega