"प्रयोग पद्धति" के बारे में संक्षिप्त वर्णन | Babuji Yugalji
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- เผยแพร่เมื่อ 13 ธ.ค. 2024
- जिनवाणी का ज्ञान होने के बाद उसका प्रयोग कैसे हो, आदरणीय बाबूजी 'युगल'जी इसका संक्षिप्त वर्णन करते है।
मुख्य बिंदु-
जिनवाणी का प्रारंभ 'उपयोग' से है
मोह-राग-द्वेष अलग करने नहीं है, वर्तमान में अलग "है" जानना है
जीव का एकमात्र अपराध क्या है?
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नीलांबर तत्त्व चर्चा पर सभी प्रवचन: • नीलांबर तत्त्वचर्चा, म...
👌🏽👌🏽👌🏽🛐🛐🛐🙏🏼🙏🏼🙏🏼 अनंत वंदन 🪔🪔🪔
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Vandana.
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