"प्रयोग पद्धति" के बारे में संक्षिप्त वर्णन | Babuji Yugalji

แชร์
ฝัง
  • เผยแพร่เมื่อ 13 ธ.ค. 2024
  • जिनवाणी का ज्ञान होने के बाद उसका प्रयोग कैसे हो, आदरणीय बाबूजी 'युगल'जी इसका संक्षिप्त वर्णन करते है।
    मुख्य बिंदु-
    जिनवाणी का प्रारंभ 'उपयोग' से है
    मोह-राग-द्वेष अलग करने नहीं है, वर्तमान में अलग "है" जानना है
    जीव का एकमात्र अपराध क्या है?
    *पूर्ण प्रवचन*: • नीलांबर तत्त्वचर्चा 22...
    नीलांबर तत्त्व चर्चा पर सभी प्रवचन: • नीलांबर तत्त्वचर्चा, म...

ความคิดเห็น • 4

  • @romitjain6268
    @romitjain6268 3 หลายเดือนก่อน

    👌🏽👌🏽👌🏽🛐🛐🛐🙏🏼🙏🏼🙏🏼 अनंत वंदन 🪔🪔🪔

  • @AgrimJain-f2h
    @AgrimJain-f2h 3 หลายเดือนก่อน

    🙏🙏🙏

  • @hasmukhmeghani4065
    @hasmukhmeghani4065 3 หลายเดือนก่อน

    Vandana.

  • @Tejal18
    @Tejal18 3 หลายเดือนก่อน

    🙏🏻🙏🏻🙏🏻