#Vaikhari के उद्घाटन सत्र में बोलते हुए प्रो पुरुषोत्तम अग्रवाल ने कुछ बेहद ज़रूरी बातें की। सुनिए और अपनी राय दीजिए कमेन्ट में। #litfest #politics #indianhistory #purushotamagrawal, #ashokkumarpandey #congress #aap हमारा सहयोग कीजिए 1- Paid Membership लेकर : bit.ly/3GnVaXu ; 2- आर्थिक सहयोग देकर, #support us by financial assistance : bit.ly/3Z92crT For #SPONSHORSHIP queries mail @👉 editor@thecrediblehistory.com My Books @ Amazon: amzn.to/429ZMdR #facebook Page 👉 facebook.com/authorashokpandey/ #twitter 👉 twitter.com/Ashok_Kashmir #instagram 👉 instagram.com/ashok_kashmir/ सच की लड़ाई में साथ आयें, Subscribe करें और दोस्तों तक भी पहुँचाएं।.
@@kumarneeraj3883 पाकिस्तान अफगानिस्तान बंगलादेश में हिन्दुओं के साथ अत्याचार हो रहा है कोई भी कांग्रेस वामपंथी मुस्लिम परस्ती वाले नेताओं पत्रकार अग्रवाल जैसे मुस्लिम दलालों की आवाज़ नही निकलीं ये सभी हिन्दू विरोधी मानसिकता का प्रोपोगेन्डा चलाते हैं
बात कुछ हजम नही हुई..वामपंथी विचारक है ये..कांग्रेस के बौद्धिक दलाल रहे है..बौद्धिक रहे है किंतु इनका काम हमेशा भारत विरुद्ध ही रहा है..मुस्लिम समाज को हीरो बना कर हिंदू धर्म पर लानत मानत करना इनका मजहब रहा है
प्रोफेसर पुरुषोत्तम अग्रवाल का आह्वान बहुत जरूरी, समवेत-साहसिक-पहल हमारे समय की मांग, उस पर तुरन्त अमल के लिए हर रचनाकार का पुन:पुनः आत्मविश्लेषण और सामूहिक जागरण अपरिहार्य। जरूरी आयोजन के लिए अशोक कुमार पाण्डेय का शुक्रिया, दिल से। सुना कि नहीं दिल्ली वालों !?
A very very absorbing discourse. Every single word spoken by the professor is priceless and carries a genuine message to think over the direction we are heading. Thanks to the organizers and to Pandeyji.
विद्वता के साथ संप्रेषण की विनम्रता भी जरूरी है। जो इस व्याख्यान से गायब है। बहुत ही स्टीरियोटाइप स्टेटमेंट हैं। पुरुषोत्तम जी बहुत ज्यादा जजमेंटल हो रहे हैं।
"परकाया प्रवेश ... साहित्य के माध्यम से ".वाह सारी बातों का सार इस सूत्र वाक्य में अंतर्निहित है ।। दूसरों के दुख को समझना ही मनुष्य होने का प्रतीक है ,यही बात समझ आई पुरुषोत्त जी के वक्तव्य से ,ग्रेट सुपर्ब ।। वैसे अगर तकनीकी माध्यम ना होता तो हम आपको कैसे सुन समझ पाते , आपको सुनना पढ़ने जैसा ही है पुरुषोत्तम जी 🙏👌
I couldn't watch the program online because of other engagements. Thank you for sharing, Professor Agarwal's speech. It was too short a speech for me. I am Professor Agarwal 's same age. But I always learn from him. Unfortunately, I can't read Hindi. However, I read his books written in English.
ऐसे आयोजनों का बड़े स्तरों पर होना बेहद जरूरी है, हम जैसे युवा जुड़े है आप से.....। 2014 तक BJP को सपोर्ट कर रहे थे हम....पर वर्तमान हालात कुछ सालों से देख कर लग रहा है कुछ भी कोई कहे पर हालात सही नहीं चल रहे है। धन्यवाद क्रेडिबल हिस्ट्री... और अशोक सर 💐
इसके टाइटल से ये लग रहा है जैसे यह व्याख्यान अन्ना हजारे और बीजेपी के बारे में है।इसको बदल दें।यह बेहद शानदार,विचारोत्तेजक और आज के समाज को समझने में मददगार है।
बहुत बहुत शुक्रिया पुरुषोत्तम जी आपने बहुत अच्छी 2 बाते कही आगाह भी किया आने वाले समय से सच में जो भी जहां हैं अपनी जिम्मेदारी समझे और देश में फैलाई जा रही नफरत से बचे दूसरों को भी बचाए आपका बहुत बहुत आभार शुक्रिया 👍👍👍👍👍👍
सर !बैखरी (चार वाणी में से एक) में आपका साहित्यिक प्रवचन सुना, आनन्द आगया। मैंने आपको पहली बार सुना है।आपको कोई जिज्ञासु पाठक ही समझ सकता है। साधारण श्रोता नहीं। आपकी भाषा प्रसंगों से भरी है, इसीलिए मैंने जिज्ञासु पाठक का जिक्र किया। आपकी भाषा सांकेतिक भी है, उसके लिए भी अच्छे बहूद्देशीय पाठक का होना आवश्यक है। बहुत रोचक, ज्ञान वर्धक और उपदेशात्मक है।
सर आप जैसे महान लेखक और साहित्यकार होते हुए भी हम क्यू इतने पीछे हो गये ? आज देश के अधिकतर लोग भय से जी रहे है। जो सम्पन है देश छोड कर चले गये ,अपने बच्चो का भविष्य को देखते हुए। मुझे गर्व है अभी भी हमारे देश मे आप जैस महान विचारक है।
JNU team of Bharat tere tukade honge inasha Allah inasha Allah will be very helpful in BJP getting more than 400 seats .Also it will ensure that Congress doesn't cross 40 mark.
इस भय के समय में पुरुषोत्तम अग्रवाल जी ने सही कहा है कि हमें साहित्य पढ़ना चाहिए ताकि हम वैचारिक स्तर पर अपने को विकसित कर सकें। अग्रवाल सर बहुत प्रखर वक्ताओं में से एक हैं सुर सार्वजानिक बुद्धिजीवी की परम्परा का निर्वाह करते हुए दिखते हैं। ❤
Great speech by Prof. Purushottam Agarwal ji. His reference to present day "Post truth" age is eye-opening indeed. A true Gandhian both in letter & spirit. May God bless him in all his endeavours 🙏🙏🙏
19:24 बात तो बिलकुल सही कह रहे है सर आप, भक्तों ने दीपिका पादुकोण को ही नहीं उनके पूरे ख़ानदान तक को मुसलमान साबित करने की क़सम खा ली थी, और उल्टे सीधे तर्क भी दे रहे थे।
परम आदरणीय सर काफी दिनों के बाद आपका व्याख्यान सुनने को मिला हार्दिक प्रसन्नता हुई ऐसे ही हमारा मार्ग दर्शन करते रहिए ओर कभी मेरा आतिथ्य भी स्वीकार करिए जिसकी प्रार्थना मैं आपसे पूर्व मे भी कर चुका हूँ चरण स्पर्श आपका शिष्य
बहुत ही अच्छा वर्णन 🙏। लेकिन आज बहुत से लोगों के दिमाग को इस तरह बर्बाद कर दिया गया है कि उनके सोचने समझने की शक्ति ही नहीं है कि ओ देश की तबाही को देख सके
आदरणीय प्रो पुरषोत्तम अग्रवाल जैसे तथ्य परख ज्ञानी के विचार और द्रष्टिकोण ही भारत की आत्मा और संस्कार को सुरक्षित रख सकता है !! लेकिन जब हमारी बुद्धि को धत्ता बताने वाले गुणों का समावेश हो चुका हो तो,,सत्यमेव जयते,, का क्या ??
सर मैं भी एक हिंदी साहित्यकार हूँ और मेरे दो उपन्यास भी प्रकाशित हुए किंतु आपकी बात 100% सच है कि पढ़ने में किसी की कोई रुचि नहीं है..! यही कारण है कि मेरे पास दो अन्य उपन्यास भी लिखें हुए है पर अब उनको प्रकाशित कराने का उत्साह ही नहीं रहा क्योंकि ना तो हिंदी के पाठक है और ना ही प्रकाशक नए साहित्यकार को पनपने का अवसर देते..! मैंने आपकी पुस्तक, कौन है भारत माता.? पढ़ी है..
श्रीमान जी आप एक साहित्यकार है . समाज को विचारों से जीवंत रखने का माद्दा आप लोग रखते है .समस्या और समय हमेशा एक जैसा नहीं रहता . आज का दौर why this कोलावरी वाले song जैसा है परंतु जब भी लोग ज्यादा परेशां हो जाते है तो 70-80 के दशक के ही गाने सुनते है . आप अपना उत्साह बनाए रखिये क्यूकी आपका उत्साह ही नये विचारों को जन्म देगा जो स्वस्थ जीवन के लिये जरूरी है . आपके ही नहीं अपितु पूरे साहित्य समूह को साधुवाद एवम शुभकामनाएं ❤❤
वास्तव में बहओत ही शिक्षाप्रद और गंभीर विषयों पर प्रकाश डालते हुए प्रोफेसर साहब ने अपने विचारों को व्यक्त किया,काश आज समाज में सकारात्मक परिवर्तन की कोशिश की जरूरत है 😢
Human-oriented nationalism has been our heritage that culminates into composite culture and that is our Induaness..Prof.Purushotram Agrawal who is my mentor during my M.phil and Ph.D, has pointed out rightly and he further manifested a great menace to perish out completely and the present establishment is very much proximate to annihilate it , is worrisome and dangerous.He has given out a way to read literature that will make the human empathised.I am highly obliged to Ashok Pandey and his friends to organise such a meaningful conglomeration to awake the people including me. Since 2013 I have not met Purushottam sir but I am glad to see and hear him today. 🎉🎉💖😘
मुद्दतें हुईं ऐसी बात सुने बहुत बहुत आभार ऐसा लगता है कि राहुल को पुनः परिभाषित करना जरुरी है राहुल की व्याख्या जरुरी है🙏🙏🙏 शुक्रिया शुक्रिया शुक्रिया शुक्रिया बहुत बहुत शुक्रिया
हिंदुस्तानी संस्कृति तो आज के पाकिस्तान, बांग्लादेश में भी थी पर किस कारण खत्म हो गई। झूठ के पैर नहीं होते और जनता को आज बरगला कर उल्लू सीधा करना भी नामुमकिन है।
I was listening Prof Prushotam Aggarwal, and for a moment, I thought I am listening to Atal behari bajpai. How do you feel? . the voice and context and style and stress on points, was similar to Atal... It was a wonderful dialogue, lecture, and talk...It made you to stand and listen to him. People like him are rare who would give you wonderful contents in his normal flow....
#Vaikhari के उद्घाटन सत्र में बोलते हुए प्रो पुरुषोत्तम अग्रवाल ने कुछ बेहद ज़रूरी बातें की। सुनिए और अपनी राय दीजिए कमेन्ट में। #litfest #politics #indianhistory #purushotamagrawal, #ashokkumarpandey #congress #aap
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बहुत सुन्दर विचार
निसंदेह बहुत बङे हर विषय के विद्वान हैं और साथ ही अपनी बात को प्रभावी ढंग से अकाट्य तर्क सहित रखते हैं।
आज पहली दफ़ा पुरुषोत्तम जी को सुना😊
@@kumarneeraj3883 पाकिस्तान अफगानिस्तान बंगलादेश में हिन्दुओं के साथ अत्याचार हो रहा है कोई भी कांग्रेस वामपंथी मुस्लिम परस्ती वाले नेताओं पत्रकार अग्रवाल जैसे मुस्लिम दलालों की आवाज़ नही निकलीं ये सभी हिन्दू विरोधी मानसिकता का प्रोपोगेन्डा चलाते हैं
पुरुषोत्तम अग्रवाल जी की विवेचना बहुत ही सारगर्भित, तथ्य परक विचारो को उद्वेलित करने वाली होती है,,, 👌👌👌🙏🙏🙏🙏
Very well articulated comment 👍🙏
बात कुछ हजम नही हुई..वामपंथी विचारक है ये..कांग्रेस के बौद्धिक दलाल रहे है..बौद्धिक रहे है किंतु इनका काम हमेशा भारत विरुद्ध ही रहा है..मुस्लिम समाज को हीरो बना कर हिंदू धर्म पर लानत मानत करना इनका मजहब रहा है
प्रोफेसर पुरुषोत्तम अग्रवाल का आह्वान बहुत जरूरी, समवेत-साहसिक-पहल हमारे समय की मांग, उस पर तुरन्त अमल के लिए हर रचनाकार का पुन:पुनः आत्मविश्लेषण और सामूहिक जागरण अपरिहार्य। जरूरी आयोजन के लिए अशोक कुमार पाण्डेय का शुक्रिया, दिल से। सुना कि नहीं दिल्ली वालों !?
मन को झकझोरने वाला अनुकरणीय व्याख्यान हेतु प्रो पुरुषोत्तम अग़वाल जी का हार्दिक साधुवाद।
पुरषोत्तम अग्रवाल जी आपका बहुत बहुत धन्यवाद ❤🙏
बहुत सच्ची और गहरी बातें कर गए सर। लोगो को समझ आ जाय यही ईश्वर से कामना हैं।
A very very absorbing discourse. Every single word spoken by the professor is priceless and carries a genuine message to think over the direction we are heading. Thanks to the organizers and to Pandeyji.
विद्वता के साथ संप्रेषण की विनम्रता भी जरूरी है। जो इस व्याख्यान से गायब है। बहुत ही स्टीरियोटाइप स्टेटमेंट हैं। पुरुषोत्तम जी बहुत ज्यादा जजमेंटल हो रहे हैं।
साहित्य का ऐसा महत्व हम तक पहुंचाने के लिए आपका सदैव आभारी रहूंगा। अफसोस यह है कि इसको मैं यूट्यूब पर सुन रहा हूं।
मैंने इनसे अपील की थी कि सर एक बार फिर "पुनर्जागरण" की जरूरत है!!अशोक साहब ये वीडियो दिखाने के लिए हजारों हजार,लाखो लाख दुआएं आपको!!
👋👋👋👍🙏
"परकाया प्रवेश ... साहित्य के माध्यम से ".वाह सारी बातों का सार इस सूत्र वाक्य में अंतर्निहित है ।। दूसरों के दुख को समझना ही मनुष्य होने का प्रतीक है ,यही बात समझ आई पुरुषोत्त जी के वक्तव्य से ,ग्रेट सुपर्ब ।। वैसे अगर तकनीकी माध्यम ना होता तो हम आपको कैसे सुन समझ पाते , आपको सुनना पढ़ने जैसा ही है पुरुषोत्तम जी 🙏👌
वाह!बहुत अच्छे!!
Great JNU
👌👌👌🙏
प्रोफेसर पुरुषोत्तम अग्रवाल जी बहुत महत्वपूर्ण और गंभीर तथ्य रखते हैं। बहुत बहुत धन्यवाद।
Very true
I couldn't watch the program online because of other engagements. Thank you for sharing, Professor Agarwal's speech. It was too short a speech for me. I am Professor Agarwal 's same age. But I always learn from him. Unfortunately, I can't read Hindi. However, I read his books written in English.
प्रोफेसर साहब ने बड़ी अच्छी बात कही
आपकी इमेज बहुत अच्छी है सर क्योंकि आप हमेशा तथ्यों पर बात करते हो मुझे तो जहाँ आपका नाम दिख जाये वो ज़रूर देखती हूँ
It's a great moment to hear Dr. Aggarwal.
Lot's of respect to you Sir.❤❤
संभवतः पुरूषोत्तम जी हमारे देश की ऐसी धरोहर है जिन्हें सभी को सुनना व मनन करना चाहिए... ऐसे बुद्धिजीवी को शत शत नमन 🙏🙏🙏🙏
ऐसे आयोजनों का बड़े स्तरों पर होना बेहद जरूरी है, हम जैसे युवा जुड़े है आप से.....।
2014 तक BJP को सपोर्ट कर रहे थे हम....पर वर्तमान हालात कुछ सालों से देख कर लग रहा है कुछ भी कोई कहे पर हालात सही नहीं चल रहे है।
धन्यवाद क्रेडिबल हिस्ट्री... और अशोक सर 💐
Appreciate your comments n concerns there in
An eye opening talk...as always...by Prof.Purushottamji...must we wake up now?
इसके टाइटल से ये लग रहा है जैसे यह व्याख्यान अन्ना हजारे और बीजेपी के बारे में है।इसको बदल दें।यह बेहद शानदार,विचारोत्तेजक और आज के समाज को समझने में मददगार है।
इसी tital से तो व्यू आएँगे
@@sanisingh6287 clickbite
प्रा.पुरुषोत्तमजी अग्रवाल, बहोत बहोत धन्यवाद.
पुरुषोत्तम अग्रवाल जैसे विद्वान और अच्छे इंसान हमारे देश में हैं हमें इस बात का गर्व है।आपकी एक एक बातें जड़ बुद्धि की जड़ें हिला देने वाली हैं।
very powerful speech, really appreciate the forum and respected intellectuals.
बहुत बहुत शुक्रिया पुरुषोत्तम जी
आपने बहुत अच्छी 2 बाते कही
आगाह भी किया आने वाले समय
से
सच में जो भी जहां हैं
अपनी जिम्मेदारी समझे और
देश में फैलाई जा रही नफरत से बचे दूसरों को भी बचाए
आपका बहुत बहुत आभार शुक्रिया
👍👍👍👍👍👍
Aggrawal sir, साधुवाद इतनी सार्थक प्रस्तुति के लिए! !!
सर !बैखरी (चार वाणी में से एक) में आपका साहित्यिक प्रवचन सुना, आनन्द आगया। मैंने आपको पहली बार सुना है।आपको कोई जिज्ञासु पाठक ही समझ सकता है। साधारण श्रोता नहीं। आपकी भाषा प्रसंगों से भरी है, इसीलिए मैंने जिज्ञासु पाठक का जिक्र किया। आपकी भाषा सांकेतिक भी है, उसके लिए भी अच्छे बहूद्देशीय पाठक का होना आवश्यक है। बहुत रोचक, ज्ञान वर्धक और उपदेशात्मक है।
सर आप जैसे महान लेखक और साहित्यकार होते हुए भी हम क्यू इतने पीछे हो गये ? आज देश के अधिकतर लोग भय से जी रहे है। जो सम्पन है देश छोड कर चले गये ,अपने बच्चो का भविष्य को देखते हुए। मुझे गर्व है अभी भी हमारे देश मे आप जैस महान विचारक है।
सर, आपके विचार बहुत ही प्रासंगिक हैं। JNU के प्रत्येक विद्यार्थी को JNU का ambassador बनकर जनमानस तक इन्हें पहुंचाना ,अपना कर्तव्य समझना चाहिए।
JNU team of Bharat tere tukade honge inasha Allah inasha Allah will be very helpful in BJP getting more than 400 seats .Also it will ensure that Congress doesn't cross 40 mark.
😂😂😂jnu tukde tukde
@@rahulpareek3132ye kab bola gya video dikha nhi hai to kuch mat bolo 😡😡😡😡😡
@@rahulpareek3132When Ramesh bidhuri says Kathmulle in Parliament......you have no problem.....
जहां न पहुंचे रवि वहां पहुंचे कवि।आप लोगों की मेहनत रंग लाएगी और सूर्य पुनः उगेगा 🌅🌄👍🙏
wonderful Purushottam Agarwal Saab.
कम अल्फ़ाज़ में बेहद मानीख़ेज़ व्याख्यान, शुक्रिया सर !
शानदार बात कही पुरुषोत्तम सर …सहमत हूँ साहित्य रास्ता है
वीडियो देखते हुए अभी 15 मिनट ही बीते हैं लेकिन मन सृजन शील हो गया इतना की प्रतिक्रिया खुद ब खुद प्रेषित होती जा रही हैं।।।
Your comments are deep rooted. 🙏
Mai bhi 2012 me Anna Andolan me 1 din ke liye Delhi me shaamil tha baad me Anna ki sachhai janne ke baad aatma me bahut glani hui
Someone aap kaun hain?
अत्यंत सारगर्भित लेक्चर। बहुत बहुत बधाई।
Hat’s off to Purusottam Sir, many many thanks to Vaikhari ♥️🌻🙏
Thanks!
Welcome!
बात काफी हद तक सही है क्योंकि इसी आंदोलन के कारण कांग्रेस के खिलाफ एक जनमत तैयार हुआ जो मुख्यतः भाजपा के पक्ष में गया।
Shri पुरूषोत्तम ji अर्द्ध सत्य के उद्धरण de rahe hai.
ऐसा वीडियो बनाने के लिए धन्यवाद
इस भय के समय में पुरुषोत्तम अग्रवाल जी ने सही कहा है कि हमें साहित्य पढ़ना चाहिए ताकि हम वैचारिक स्तर पर अपने को विकसित कर सकें। अग्रवाल सर बहुत प्रखर वक्ताओं में से एक हैं सुर सार्वजानिक बुद्धिजीवी की परम्परा का निर्वाह करते हुए दिखते हैं। ❤
प्रोफेसर साहब को बधाई।
डॉ साहब को दिल की गहराई से प्रणाम🎉
As usual very nice logical rational and scientific
Very true pursotam agarwal ji you are great scholar .Jai jawan Jai kishan.
Great speech by Prof. Purushottam Agarwal ji. His reference to present day "Post truth" age is eye-opening indeed. A true Gandhian both in letter & spirit. May God bless him in all his endeavours 🙏🙏🙏
माननीय पुरूषोत्तम अग्रवाल जी का बहुत बहुत आभार
19:24 बात तो बिलकुल सही कह रहे है सर आप, भक्तों ने दीपिका पादुकोण को ही नहीं उनके पूरे ख़ानदान तक को मुसलमान साबित करने की क़सम खा ली थी, और उल्टे सीधे तर्क भी दे रहे थे।
There is a lot to learn from Purushottamji.We need to put our heads together and work on what is good for our nation.
परम आदरणीय सर काफी दिनों के बाद आपका व्याख्यान सुनने को मिला हार्दिक प्रसन्नता हुई ऐसे ही हमारा मार्ग दर्शन करते रहिए ओर कभी मेरा आतिथ्य भी स्वीकार करिए जिसकी प्रार्थना मैं आपसे पूर्व मे भी कर चुका हूँ चरण स्पर्श आपका शिष्य
Very very very true. I respect your thoughts, observation, and conclusion. Very genuine speech.
Coming time is very tough for Indian ideology.
बहुत ही सारगर्भित जानकारी,,,,धन्यवाद
Agarwal sir
Aapko 23 sal pahle pahli bar JNU me dekha tha, tab se aap ko waise hi nirbheek dekhta aur sunta aa raha hoon, aap lajawab hain.
Beautiful talk..heard 3 times. Thank you
अगर प्रोफेसर अग्रवाल की पीड़ा हमें विचलित नहीं करती है तो अर्थ है कि हम अंदर तक जड़ हो चुके हैं।
Very well explained by Dr Purushottam Agrawalji. I thank him.
एकदम सही कहा " जे यन यू में सपोले" बहुत है।
Absolutely right
बहुत ही अच्छा वर्णन 🙏। लेकिन आज बहुत से लोगों के दिमाग को इस तरह बर्बाद कर दिया गया है कि उनके सोचने समझने की शक्ति ही नहीं है कि ओ देश की तबाही को देख सके
सहमत हूं आपसे।🙏
सही कह रहे हो पाकिस्तान बस जाओ वहाँ लोकतंत्र है सेक्युलर है
@@aruntiwari99 तुम लोग तो कांग्रेस के जमाने की नौकरी और व्यवसाय पर जिंदा हो शर्म नहीं आती क्यू नही पाकिस्तान चले गए 😡
@@aruntiwari99 मोदी आज ही मुस्लिमो से गले मिल कर आए हैं अब क्या कहोगे 🙄🙄😂
@@RamjeeRam-bm5xg चुतिये हम अपनी मेहनत का खाते है तेरे जैसे ओर राहूल गांधी की तरह बाप ने बोफोर्स की दलाली का पैसा नही खाया है 😀😀😀
अत्यधिक महत्वपूर्ण गहरा मंथन और सरल,सपष्ट, सत्य प्रस्तुतिकरण ।
इंकलाब जिंदाबाद
Ashok sir 🙏❤
हिन्दू या मुस्लिम के अहसासात को मत छेड़िये
अपनी कुरसी के लिए जज्बात को मत छेड़िये (अदम गोंडवी)
👋👋👋👍🙏
Kurchi of Purushotam Agarwal was taken away then he is abusing government.
@@narpatsingh1987 He is a renowned personality by his own virtues. He doesn't need government's approval.
@@jhakkuagadhi842 Exactly and I didn't see him abusing the Government in his lecture
An Intellectual Analysis of Facts by Professor Purushotam Agrwal:
Ashok Pandey ji me aapka bahut samaan karta hu aap apni vichardhara aur samajh me ekdam saaf hai.
अशोक पाण्डे जी को साधुवाद 🙏
आदरणीय प्रो पुरषोत्तम अग्रवाल जैसे तथ्य परख ज्ञानी के विचार और द्रष्टिकोण ही भारत की आत्मा और संस्कार को सुरक्षित रख सकता है !!
लेकिन जब हमारी बुद्धि को धत्ता बताने वाले गुणों का समावेश हो चुका हो तो,,सत्यमेव जयते,, का क्या ??
अति सुंदर सर प्रशंसनीय तर्कसंगत व्याख्यान
Excellent, Prof Purushotam Agarwal is truly India’s foremost thinker.
अब नागरिक जैसी कोई चीज बची नही है शायद!
अब हम उस समाज के हिस्से बन गये है जहाँ कर्तव्य और अधिकार सभी चीजें अप्रसंगिक हो रही हैं!
सर मैं भी एक हिंदी साहित्यकार हूँ और मेरे दो उपन्यास भी प्रकाशित हुए किंतु आपकी बात 100% सच है कि पढ़ने में किसी की कोई रुचि नहीं है..! यही कारण है कि मेरे पास दो अन्य उपन्यास भी लिखें हुए है पर अब उनको प्रकाशित कराने का उत्साह ही नहीं रहा क्योंकि ना तो हिंदी के पाठक है और ना ही प्रकाशक नए साहित्यकार को पनपने का अवसर देते..! मैंने आपकी पुस्तक, कौन है भारत माता.? पढ़ी है..
लोगों की पढ़ने में रुचि खत्म हुई और देश और समाज दोनो गर्त में चले गए..ये संयोग नहीं है
श्रीमान जी आप एक साहित्यकार है . समाज को विचारों से जीवंत रखने का माद्दा आप लोग रखते है .समस्या और समय हमेशा एक जैसा नहीं रहता . आज का दौर why this कोलावरी वाले song जैसा है परंतु जब भी लोग ज्यादा परेशां हो जाते है तो 70-80 के दशक के ही गाने सुनते है . आप अपना उत्साह बनाए रखिये क्यूकी आपका उत्साह ही नये विचारों को जन्म देगा जो स्वस्थ जीवन के लिये जरूरी है .
आपके ही नहीं अपितु पूरे साहित्य समूह को साधुवाद एवम शुभकामनाएं ❤❤
आपने पढ़ने वाले की बात कही मैं कह रहा हूं कि अब सही बात को सुनने वाले भी नही रहे।
@@AlokSharma-vf3id
मुझे हुआ है कोड़ खाज में, हर कोई देता मुफ्त सलाह ।
जो भुगता था इस बीमारी से, वही मुझे लगाए गला ।।
Sir books name btaiye...
वास्तव में बहओत ही शिक्षाप्रद और गंभीर विषयों पर प्रकाश डालते हुए प्रोफेसर साहब ने अपने विचारों को व्यक्त किया,काश आज समाज में सकारात्मक परिवर्तन की कोशिश की जरूरत है 😢
हेडिंग में जो बात श्री अग्रवाल साहब ने कही है शत प्रतिशत सही है। किधर की मांग किधर मुड़ गई.......
What a great conversation for vishwa guru India. politically and historically nice meeting by some best person.
Thought provoking, introspective, soul searching talk. Iam one of the great admirer of Prof. Purushottam Agarwal. 👌👌👌
Very learned professor Aggrawal ji .
आपका उदबोधन मन भावन है,आप नेतृत्व करो हम समर्थन देंगे।
डाक्टर अग्रवाल की विवेचना बहुत ही सटीक होती है
शानदार।
माफ कीजिए.. 2O11 में जब मेरे बीजेपी समर्थक मित्र अन्ना आंदोलन में बढ़चढ़ कर हिस्सा ले रहे थे तभी मैं पर्दे के पीछे का खेल समझ गया था..
Agarwal ji is fountain of knowledge.
पुरषोत्तम अग्रवाल जी को सुनने का अवसर मिलना सौभाग्य की बात है।
Thank you, sir
Human-oriented nationalism has been our heritage that culminates into composite culture and that is our Induaness..Prof.Purushotram Agrawal who is my mentor during my M.phil and Ph.D, has pointed out rightly and he further manifested a great menace to perish out completely and the present establishment is very much proximate to annihilate it , is worrisome and dangerous.He has given out a way to read literature that will make the human empathised.I am highly obliged to Ashok Pandey and his friends to organise such a meaningful conglomeration to awake the people including me. Since 2013 I have not met Purushottam sir but I am glad to see and hear him today. 🎉🎉💖😘
😍
My all time favorite guru.
thank u sir. - parkaya pravesh se ye vichaar utha. ki -- today’s situation needs to be actively. handled. - realistically
This lecture is really worth pondering.
सही बात है।
This is highly enlightening. 🙏🏻
हर संवेदनशील व्यक्ति आज उत्तेजित होना स्वाभविक है।
Wonderful
Dr. AGARWAL Jee Speech is Always so Genuine..
Hats Off yo Sir.
मुद्दतें हुईं ऐसी बात सुने
बहुत बहुत आभार
ऐसा लगता है कि राहुल को पुनः परिभाषित करना जरुरी है
राहुल की व्याख्या जरुरी है🙏🙏🙏 शुक्रिया शुक्रिया शुक्रिया शुक्रिया बहुत बहुत शुक्रिया
👋👋👋👍👍👍🙏
सवाल यही है कि अग्रवाल साहब जिन 'सपोलों' की बात कर रहे है... वो हैं कौन??😮😮 जिससे डर कर पूरी दुनिया उसे कुचल देना चाहती है।
अतिमहत्वपूर्ण व्याख्यान ❤
हिंदुस्तानी संस्कृति तो आज के पाकिस्तान, बांग्लादेश में भी थी पर किस कारण खत्म हो गई। झूठ के पैर नहीं होते और जनता को आज बरगला कर उल्लू सीधा करना भी नामुमकिन है।
Love you purushottam sir ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
Apko koti koti naman... sir
आपने हमारे मन के उद्गार व्यक्त किए हैं,मिल कर कुछ करना ही है।
I was listening Prof Prushotam Aggarwal, and for a moment, I thought I am listening to Atal behari bajpai. How do you feel? . the voice and context and style and stress on points, was similar to Atal... It was a wonderful dialogue, lecture, and talk...It made you to stand and listen to him. People like him are rare who would give you wonderful contents in his normal flow....