मनुस्मृति में मिलावट करते हुए पकड़ाए - मुल्ला/अंग्रेज/वामपंथी ? Series : [Manusmriti ] Episode 6 .
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- เผยแพร่เมื่อ 3 มิ.ย. 2021
- आज बात- बात में दक्षिण पंथी और आर्य समाजी विद्वान कहते हैं कि हमारे धर्म शास्त्रों में मुल्लों अंग्रेजों और वामपंथियों ने मिलावट कर दी, वरना हमारे शास्त्र और हमारी जीवन पद्धति तो दूध की धुली थी! जितने भी श्लोक शूद्रों (obc) , अंत्यजों ( sc st) और नारियों के शोषण के लिये लिखे गए हैं वे सब बाद की मिलावट और इन्हीं सनातन या ब्राह्मण धर्म दर्शन की देन है! अब इनसे कोई पूछे यदि विदेशी लोग मिलावट कर रहे थे तो फिर हमारे चारों पीठ के शंकराचार्य जी और बहुत सी विद्या पीठें क्या कर रही थी और विदेशी लोग न संस्कृत जानते थे न उन्हें पता था की कौन सा श्लोक मूल है या मिलावट है यह सब बताने वाले उन्हें शास्त्र उपलब्ध कराने और पढ़ाने वाले भी हमारे ही ब्राह्मण पंडित थे! फिर हर बात में विदेशियों का रोना क्यों रोना? आर्य समाजी विद्वान डॉ सुरेंद्र कुमार मनुस्मृति भाष्यकार व विशुद्ध मनुस्मृति के लेखक स्वयं मनुस्मृति के श्लोकों में बदलाव करते हुए पकड़े गए आप स्वयं देख लीजिये! अब इन्हें क्या कहें मुल्ला अंग्रेज या वामपंथी वीडियो देखकर समीक्षा अवश्य करें!
#satya_ke_darshan #Manusmriti #मनुस्मृति #
♥️♥️♥️♥️
Ok sir
शुरुआत से आपके मनुस्मृति पर सारे apisode देखें. सुनकर बहुत गर्व हुआ कि कोई तो हैं जो हिंदुओ को अंधेरे से उजाले की और लाने का प्रयास कर रहा हैं।
कई अनुसंधानकर्ता हुऐ. जिस प्रकार सारे पक्ष विपक्ष पर तटस्थता पूर्वक रहते हुए आपने जिस प्रकार मानवता पर कार्य किया उसका तो कोई जवाब ही नही...
आपके द्वारा किए गए research से न सिर्फ हिंदुओ का भला होगा बल्कि एक मजबूत राष्ट्र का भी निर्माण होगा।
मेरा प्रत्येक हिन्दू से विनम्रता पूर्वक आग्रह है कि इस एपिसोड को पूरा देखे..
Shi hai
जय भीम जय मूलनिवासी
Sc st obc हम भारत के मूलनिवासी है मनुस्मति केवल मानव को जानवरों से बत्तर मानती है जब ही बाबा साहेब ने मनुस्मति को जलाया यही कारण है । जो किताब मानव मानव को समान ना मानती हो । उसे जला देना
ही ठीक है
जय भीम जय मूलनिवासी जय संविधान
Vaidik Dharam sanatan Nahi hai
28 Buddhas ka Dhamma Sanatan hai
Vaidik Dharam Buddhism ke baad ka hai
Esso Dhammo Sanantano 🙏🏻
@@anjalib2210 agar aapki baat manli jaye tab bhi vaidik dharm sanatan ka hissa poochho kaise? Kyunki aapki baat ke hisaab se hie vaidik dharm ne anuyayi buddh dhamma se nikale hai, kya aap buddh dharm ko Jatak ya Pitak Dharam Bolte ho? Ye sab sanatan ki sanskriti jo jambudweep se nikli hai, sanatan ek "umbrella" term hai
सभी बडे़ बडे़ इतिहासकारों को पढ रहा हूँ बढियां है लगे रहो भ्रम वंशियों भ्रम फहराते।
धन्यवाद
you are right
बहुत बहुत धन्यवाद
Pandit ji aap satyata se hamen avgat kara rahe hain aapko bahut bahut dhanyavad
Arji berwa Kabir Ram Naam ka pata pahan Ke dekh Kitna Anand aata To Kya jaane pagale Ram Naam ki Mahima
मनु स्मृति मे हेरफेर किया गया ।श्लोक के शब्दो को एवं श्लोक के अर्थो को बदला गया। आपने पर्दाफाश किया ।साधुवाद ।
Vaidik Dharam sanatan Nahi hai
28 Buddhas ka Dhamma Sanatan hai
Vaidik Dharam Buddhism ke baad ka hai
Esso Dhammo Sanantano 🙏🏻
सच्ची और शुद्ध धार्मिकता का रास्ता पाखंड के खंडन से हो कर निकलता है , जय हो !!
कांतिकारी सतं स्वामी सत्यानंद जी महाराज सत्य जी को प्रणाम आपके प्रवचन सुनकर सभी मनुष्य यो।को सत्य ।की ओर ले जा रहे हो आपके प्रवचन सभी समाज को सत्य से अवगत कराया पूरे एमपी मे अभी तक कोई भी संत आपके जैसा प्रवचन नही दिया आपके प्रवचन जो मनुष्य एक बार सुन ले बार बार सुन ने का मन करता जय भीम
Thanku Guru पंडित सत्य नंद प्रकाश जी 🙏
Vaidik Dharam sanatan Nahi hai
28 Buddhas ka Dhamma Sanatan hai
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Esso Dhammo Sanantano 🙏🏻
Parnam guru ji 🙏🙏🙏
अब जैसे वेदाध्ययन के विषय में अंबेडकर का उदाहरण दिया जाता है,वेद कोई भी पढ़ें पर कर्मकांड करवाने का अधिकार सब को नहीं।
Except for the preachers, 99'99% of people did not read their scriptures in their language with understanding. You are playing a leading role in giving knowledge of the truth. I am confident that the time is coming when future generations will remember you with reverence.
🌹🌹🌹 thanks g
@@RameshKumarJigyasu INHONE ISLAM QUBOOL KAR LIYA HAI 2014 me bhai!ye hidden muslim h,r dikhawe me bhim wale h.In par case kiya jaye,ki jab ye musalman bn gya h to fir humme kyu dakhalandazi de raha h.
@@satyakedarshan kya ji!MULLA saab!kab Islam laaye😀?kya lagta ki hume maaloom nahi h, dikhane wala BHIM 😂🤣 are dhongi Muslim,ISLAM k hisaab se tu jahannam jayega
@@Studyforiaspcs678 any evidence give here if you have pl.
हमे आप प₹ गर्व है स्वामी सत्यानंद जी महाराज की जय .....
लगे रहे हम आपके साथ है ......
Vaidik Dharam sanatan Nahi hai
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Esso Dhammo Sanantano 🙏🏻
मै नेपाल के एक बौद्ध उपासक हुँ । स्वामी जी आप लोगों को जागरुक कर रहे हैं , इसके लिए आप को नमन करता हुँ ।
नमो बुद्धाय: ! जय भीम !!
आप सत्य को उजागर कर रहे है समाज के कल्याण के लिए धन्यवाद
प्रणाम गुरुजी 🙏🙏 आप अपने इन वीडियो के माध्यम से समाज मे जागृति का कार्य कर रहे है । इसलिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद 🙏🙏
Vaidik Dharam sanatan Nahi hai
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Esso Dhammo Sanantano 🙏🏻
Apni galtiyo ko dusaro par dal dena yahi to dogalebaji hai en jaise tathakathit gyanio ki.
Thanks aacharya ji
सत्य तो सत्य ही रहेगा अब कोई भी बहुजनों को मुर्ख नही बना सकेगा महाराजजी में आपको बता दूं क़ि एक आपके प्रयासों से बहुत बड़ा परिवर्तन आने वाला है । पाखंडवाद का सर्वनाश होने वाला है ।
मनुस्मृति संबंधी भ्रम निवारण व सत्योद्घाटन हेतु बहुत बहुत धन्यवाद।
शत शत नमन।
Vaidik Dharam sanatan Nahi hai
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Esso Dhammo Sanantano 🙏🏻
Pranam swami ji🙏
बहुत ही शानदार विडियो
सत्य सत्य सत्य
सत्य की जय हो।
सत्यानंद जी महाराज आपका अविस्मरणीय कार्य पूरी निष्ठा के साथ जारी रहे।
Vaidik Dharam sanatan Nahi hai
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Esso Dhammo Sanantano 🙏🏻
महाराज जी, अति सुन्दर विश्लेषण 🙏🙏🙏
Vaidik Dharam sanatan Nahi hai
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Esso Dhammo Sanantano 🙏🏻
Aati uotam guru ji🙏
Satya he sir ji
Jai bhim🙏 namo baudhay🤗 guru ji
इसे सिर्फ साहित्यिक विश्लेषण नहीं साहित्य का ऑपरेशन_सर्जरी कहते हैं !
👍👌
स्वामी जी सादर प्रणाम
Thanks Satya ji for your best explanation 🙏.
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Esso Dhammo Sanantano 🙏🏻
बहुत सुन्दर जय गुरुदेव
सादर प्रणाम चरणस्पर्श
🙏🏻🌺🙏🏻🌺🙏🏻🌺🙏🏻🌺🙏🏻🌺🙏🏻
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Thanks!
Bahut bahut dhanyavad ji
बहुत अच्छा विश्लेषण गुरुजी
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Esso Dhammo Sanantano 🙏🏻
1👍👍🙏🙏🙏👌👌👌
Pranam guruji
Thanks sar namo buddhay
मैं बाबू राम यादव सेवा निवृत प्रधानाचार्य ग्राम शाहपुर थाना सिकरारा जनपद जौनपुर उत्तर प्रदेश का निवासी हूं । मैं साइंस जर्नी , ह्यूमन विथ साइंस , आस्था मुक्ति और आपके यूं ट्यूब चैनल से जुटना चाहता हूं ।
Subscribe kr le g sabhi chenl ko or ghanti ka batan jarur dbae g taki all notification milte rhe!!!
Bahut sundar vachan guruji
बहुत ही शानदार गुरुदेव। आपने तो वर्षो पुराना घोटाला सामने ला दिया। आर्य समाजी स्वंय को बहुत बड़े विद्वान समझते हैं। लेकिन ये तो बहुत बड़े पाखंडी एंव झूठे हैं। आपने इनका ये घोटाला सामने लाकर समस्त देशवासियों पर बड़ा उपकार किया है। बहुत - बहुत साधुवाद गुरुजी।
नमस्ते जय भीम गुरु जी🙏🙏
शानदार विश्लेषण.... गुरुदेव ,🙏🙏🙏💐💐💐💐💐💐💐
Vaidik Dharam sanatan Nahi hai
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स्वामी जी बहुत अच्छी तरह भंडाफोड़ किया है।
Good sir samjhane ke liye
🙏🙏
साधुवाद🙏🙏
मिलावट पर विश्लेषण बहुत बढ़िया
👍
Ye Sach kaha sir aapne
Very good sir ji
Acha expose kiye hai swamiji.
Vaidik Dharam sanatan Nahi hai
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🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷
बिल्कुल ये सही किन्तु मनुस्मृति एक मानवता पर ककलांकित है।
👍👍
Saty he sir
बहुत अच्छी जानकारी
Nice interpretation Satyanand ji
Thanks guruji
Satya ki khoj ke liye aapko bahot bahot badhai Jay bhim sir
🙏🙏🙏
Badiya sir 🙏🏻
O B C के कुछ मेरे भाई लोग सत्यनाद जी तो सिर्फ मनु स्मृति का विश्लेषण कर रहे हैं कोई चीज आप पर थोपी नही जा रही है आप लोग खुद अपनी स्थिति देखें उच्च पदों पर आप कितने लोग हो यह मनु स्मृति की करामात हैं ।🙏
अब यह रहकर ईनको पता चला कि ये बदलाव आर्य समाज ने किये है । याने मनुस्मृति सही है । ये अच्छी बात है , देर आये दुरुस्त आये।
Nice👍
again a commendable job .you are doing a great job sir
अतिसुंदर आदरणीय गुरूजी,🙏
Vaidik Dharam sanatan Nahi hai
28 Buddhas ka Dhamma Sanatan hai
Vaidik Dharam Buddhism ke baad ka hai
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Aap Jaise Pandit Agar 10 20 Bharat ke andar Ho To jativad Hi khatm Ho Jaega
आँप ने जो फरक उजागर कर रहे हो सादुबाद र
किसी ग्रन्थ में कोई मिलावट नहीं की गई,अधूरे पण्डित जिन को शास्त्र का ज्ञान नहीं।
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Vaidik Dharam sanatan Nahi hai
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It is a followers of Ram Pal
Hello
,🙏🙏🙏🙏🙏
वेदों पर या ग्रन्थों पर टीका करने वाले मिलावट करते है।शबर स्वामी के वेद भाष्य को विद्वान् प्रामाणिक मानते हैं।जो अंग्रेजी स्कूलों में पढ़े पीएचडी संस्कृत के ग्रंथों पर टीका लिखते हैं उन की टीकायें अक्सर गलत होती हैं। बहुत सोच समझ कर पैसा खर्च करना चाहिए संस्कृत के ग्रन्थ लेते समय।
ऐसे ही नहीं, आर्य समाजी से शास्त्रार्थ करो, जिसे संस्कृत के व्याकरण का gyan वास्तविक ज्ञान होगा वही मिलावट को पकड़ सकता है,,
वेद और मनु स्मृति में वर्ण व्यवस्था पूर्णतः कर्म आधारित है और वह सार्वभौमिक है । जैसे ब्राहमण ( श्रेष्ठ विद्वान) , क्षत्रिय ( श्रेष्ठ योद्धा ) , वैश्य ( श्रेष्ठ व्यापारी ) , शूद्र (श्रेष्ठ सेवक ) ।
ये वैदिक वर्ण व्यवस्था है । इसलिए आप विशुद्ध मनुस्मृति के शूद्र शब्द का अर्थ OBC castes नहीं ले सकते ।
इसके बाद लौकिक जाति व वर्ण व्यवस्था सुनो :- मनुष्यलोक ( पंजाब से बिहार;; हरियाणा से महाराष्ट्र तक मनुष्यलोक है ) में दैत्यसूर्यवंशी ( ऋषिवंशी/जन्मन्ना ब्राहमण/ बाहमण 98% व गैर ऋषिवंशी 1-2% ) देवताचंद्रवंशी नाग शिवगण चार जातियों से विकसित की गई थी , इनमें चंद्रवंशी । इनके चारों तरफ दिव्य जातियां बसती थी इस तरह से देवता ( J&k , HP , UK ) , पणिनामीअसुर ( पणिशिया आदि में आजकल गुजरात व इसके आसपास गढ हैं ) राक्षसहब्शी ( सुमाली - सोमालिया , माली - माली , मालवी - माल्यवान;; यानि अफ्रीका में ) , यक्षद्रविङ ( दक्षिण भारत) , दानव ( बंगालीबाहमण मुखर्जी बैनर्जी वगैरह) , भूत ( गोरखे ) आदि ।
मनु स्मृति में मिलावट महाभारत बाद के मात्र दैत्यऋषिवंशियों यानि जन्मन्ना ब्राहमणों / बाह्मणों ने की और बौद्ध पौराणिक काल , मुस्लिम काल में भी करते रहे , इसमें मुगल अंग्रेज आदि का तो कोई स्वाल ही नहीं । महाभारत (3138 bc ) बाद जबरदस्त पाखंड ढोंग आडंबर आदि से एक समय दैत्यों ने अन्य सब जातियों (देव - देवता गंधर्व यक्ष ;; पशु - नाग , शिवगण, पणिनामीअसुर , भूत ;; असुर - दानव ;; फिर चौथे इन सबके मिक्सचर अतिमिक्सचर व अतिमहामिकसचर ) का पढना बंद करवा दिया था व इस तरह ग्रथों पर एकछत्र अधिकार होने के बाद ही दैत्य एकछत्र रूप से मिलावट करने में सक्षम हुए थे इनके घरों में ग्रंथ रहते हुए वे एकछत्र रूप से मिलावट नहीं कर सकते थे , इसका मतलब गलती तो बाकियों की भी है जो धर्म की आङ में मात्र दैत्यों/जन्मन्ना बाहमणों के पाखंड में फंसे , जिनको divide and rule आङंबर पाखंड से दैत्यों ने कंट्रोल किया । मनु स्मृति में मिलावट जो कि 55%+ है उसका हिसाब भारतीय जनता को बेशक लेना चाहिए दैत्यऋषिवंशी जाति से , और मिलावटी युग तो इतिहास में कोई भी अब किसी भी तरह से मिटा नहीं सकता क्योंकि वो तो इतिहास में दर्ज हो गया ; लेकिन महामूर्ख हैं दैत्यऋषिवंशी वे खुद की जाति को दूध से धुली image बनाने के लिए , सत्य व इतिहास को ढकने के ऐसे प्रयास जरूर कर देंगें , इस बात को ध्यान रखकर गैरदैत्यऋषिवंशियों को ऐसा नहीं होने देना चाहिए । शास्त्रीय ज्ञान कोई बच्चों का खेल नहीं , उसके नियम विज्ञान की तरह सूक्ष्म होते हैं , इसलिए मात्र दैत्य लोग गलतियां करते हैं उनका विपक्ष बुद्धिवादी पक्ष देव व पशु हैं ;; शास्त्रवाद और बुद्धिवाद दो चीजें होती हैं ।
खुद मेरी जाति देवताचंद्रवंशी पर महाभारत बाद सबसे ज्यादा अत्याचार हुआ है व महाभारत से पहले भी देवासुर संग्राम का अत्याचार और महाभारत बाद अलैकजैंडर से औरंगजेब तक भारत पर जितने भी हमले हुए सबसे पहले देवताचंद्रवंशी व गंधर्वों ने ही उनको झेला है व व आंतरिक जातिवादियों ने देवताचंद्रवंशी के soft मधुर स्वभाव के कारण इनके साथ सदा बहुत अन्याय किया है । इसलिए देवताचंद्रवंशी भारत की सबसे दलित जाति है दूसरा नंबर अछूतों व स्त्रियों आदि का है ;;; अछूतों पर विशेषकर मुगलकाल आदि में अधिक अन्याय हुआ क्योंकि देश की राजनीतिक स्थिति अच्छी नहीं थी इसलिए दैत्य नहीं चाहते थे कि अछूत स्वेच्छाचारी होकर कोई विद्रोह करें विधर्मी होएं इसी विचारधारा के कारण उनके विद्रोह का सरल दमन करने के लिए untouchability discover की थी दैत्यों ने तुर्कमुगल आक्रमणकाल में ;;; ये कोई अत्याचार नहीं बल्कि एक राजनीति थी और राजनीतिक जाति दैत्य देशहित में ऐसा कर सकती थी क्योंकि इतने भयंकर जातिवादी देश की व्यवस्था संभालना कोई सरल खेल नहीं, इसलिए दुखी होने की कोई बात ही नहीं क्योंकि ये चीज मुख्यतः 3-4 सदी तक ही थी , व तब तुरंत ही , इस untouchability नामी नई चीज का इसका विरोध भी हुआ था भक्तिकालीन संतों कबीर आदि द्वारा ;;; सार्वकालिक अत्याचार तो देवताचंद्रवंशी व गंधर्वों पर होता आया है जो दैत्यबाहमण के विपक्षी रहते आए हैं । OBC पर कोई अन्याय नहीं हुआ , स्वेच्छाचारी वुल्गर शिवगण Stock ::- जाट जाति का शिवगण उपभाग , मराठा , फिर Work based castes ( खाती कम्हार छीमी नाई तेली आदि जातिवाद की बाढ ) जिनमें शिवगण Stock के गोत्र हैं 50-60% , इन्होनें ने तो सदा मौज मारी है । सबसे ज्यादा पक्का रोजगार ही OBC का रहता आया है ।
महाराज जी नमो बुद्धाय जय गुरुदेव जय भीम। मनु स्मृति पर आप जो व्याख्यान कर रहे हैं वह समझने लायक है लेकिन हमारे समाज के जो मोदी भक्त हैं उनके गले में कभी कुछ नहीं उतर सकता । उनके गले में जय श्रीराम वाला पट्टा डाला हुआ है।
क्या झुठ बात कर रहे हो ? ईसमें भी मोदी ? मोदी तो थोड़ा समय पहले आये । हिन्दू धर्म तो आदिकाल से है ।
श्रीराम वाला पट्टा लीख रहे हो ? इसीलिए बाबासाहेब डॉ आंबेडकर ने आपको अच्छी पढ़ाई लिखाई करने को कहा था।
अंधेरे से उजाले की ओर बढ़ता हुआ भारत !
sir scince journey se mila apka link bahut dino se video apka "sutar se leke chamar tak" ko mene bahut share kiya lekin apka nam pata nahi tha lekin aaj aap mile bahut acha laga
5mnt.ke liye guruji constitution par bhi bolne ka kast kare 🙏🙏
इस बात का क्या प्रमाण है कि आप जो श्लोक कह रहे हैं वह सही है ? जब प्रिंटिंग प्रेस और कागज का आविष्कार नहीं हुआ था, तब इन पुस्तकों का प्रसार ताड़ के पत्तों की पांडुलिपियों को सुनकर या लिखकर किया जाता था। तो इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि बाद में मुनुस्मति में कई श्लोकों को मिला दिया गया। जिसका अंदाजा मनुस्मृति के विरोधाभासी श्लोकों को देखकर लगाया जा सकता है।
मेरा शोध कार्य केवल मूल श्लोकों पर आधारित है जी, जिन्हें आर्य सामाजी शोधकर्ता डॉ सुरेंद्र कुमार जी ने मूल माना है जी!!!
@@satyakedarshan लेकिन वीडियो की शुरुआत में आप कहते हैं कि कोई कैसे शास्त्र में श्लोक जोड़ सकता है? जिस समय मुनुस्मृति लिखी गई थी, उस समय ब्रम्भों, क्षत्रिय, बसो, शूद्र कर्म से निर्धारित होते थे, जन्म से नहीं। उदाहरण के लिए, रामायण के लेखक महर्षि बाल्मीकि अपने कर्मों के अनुसार ब्राह्मण हैं लेकिन अब बाल्मीकि समाज जन्म से शूद्र है।
@@abhimunyaghosh6673 वाल्मीकि ब्राह्मण थे, शूद्र होना केवल एक अफवाह है!
सर कुरान पर भी कुछ विडियो बनाओ
कुरान पर गालिब कमाल, हारिश सुल्तान और शकील प्रेम को सुनो जी!!!
इसको ध्यान को सुनो ये व्यक्ति समाज में भ्रम फैलाना है
भ्रम जिन्होंने फैलाया है उनके एक एक भ्रम का पर्दाफाश होगा जी धैर्य रखें विशुद्ध मनुस्मृति का
सत्यानंद जी, मेरा एक सवाल है कि हिन्दू कौन है और हिन्दू की परिभाषा क्या है। मेरी जानकारी के अनुसार जिस व्यक्ति का जनेऊ हुआ है वहीं हिन्दू है। क्या मैं सही हूं ? और अगर गलत हूं तो कैसे ?
दया नद सरस्वती पर लिखा गया गायत्री परिवार का चुतियार्थ प्रकाश पड़िए पोल खोली गई है सरस्वती जी की उसमे 😅😅😅 हालांकि शंकराचार्य जी सही उसी मनुस्मृति को सपोर्ट करते जिसे dr अंबेडकर ने जलाई थी एक हद में वो ईमानदार है 🙏🙏🙏🙏
मैंने उसे भी पढ़ा है और ' जाट जाति के पथभ्रष्टक महर्षि दयानंद सरस्वती' मनोज दूहन यह किताब भी अद्भुत लाजवाब है जी
Galat ko sahi nhi karenga to kya galt hi rakhanga
WHAT IS MEANS HINDU AND WHEN S HAS COME
गूगल पर सर्च कर लो इस टॉपिक पर वीडियो के माध्यम से जवाब दूँगा जी!!
Mujha lagta hai ki inka maan bina mullo or angrezo ka name liya khana nahi pach ta
Yah samaj ko bharmit karne wala malech h
Bhaisahab ap kya ho
Hm to bheem k sainik h bs
Brahmnwad khtm hoga
Kitan paise main bik gay aap
Aapane jo Tarika pakadaa hai to kyaa ab bhi aap Swamy aur Sant kahalane kaa Maan rakhate hai. Aapko aapaki buddhi ki shubhkaamnaaye. Kripa karake aap apanaa naam sadharan rakh le anyatha brkaar me buraa bhalaa sunanaa padegaa fir aap dhosharopit karoge. Aap lagbhag nastik ho to kripakarake koi sansarik naam rakh le .
Vam panthiyo se paise lekar aryasamaj par arop laga raha hai
Lakshman Solanki Tum khud duda mein Ho tumhara dimag Sahi nahin hai bhai duniya bhi kuchh hai samjha Karo
Aap visam budhi ke aadmi h.milavti slok bhi kisi na kisi ka to bhala karta hi h.koi sudhrne wala nhi h har aadmi apne ko manu samjhta h
Ye bat aryasamajiyon ko smjhao n jo lipapoti krne me lge hain G
द्विज और विद्यार्थी मनुष्य नहीं होते हैं क्या। 😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂
महोदय अगर आप सौच करने के बाद अपना गुप्तांग नहीं धोएंगे तो आप को संत की श्रेणी में रखा जाएगा या पाखंडी यों की श्रेणी में।
@Raj Verma अखंड ब्रम्हांड के वैज्ञानिक महोदय अगर आप विद्यालय जाएंगे पढ़ाई लिखाई नहीं करेंगे तो आपको नासा में साइंटिस्ट बना दिया जाएगा या जूता मार कर भगा दिया जाएगा। 😂😂😂😂