@@ShivramsinhChudasama ! Great poetry.... But If would answer remembering someone in front of my eyes....Then I would say " Tu na mil ! Tu na mil mujhe oh mere hamdam mere saathi ke bade muskil se bhare hain maine tere yaadon ke jakhmon ko inhein phir na jaga" " Teri chahat ne di jo meri zindegi ko maqsad aur jine ki chah us muqam ko mujhse door na kar yunh mujhse milkar" " Ek din milunga mein tujhse jaroor magar teri woh chahat banke jispe tujhe fakr ho " "Ki yeh mulakat pehli nahin thi magar akhri bhi nahin hain mere hamdam milunga mein tujhse" For some one else............... I never do any shayari or poetry please forgive me but certainly I would answer someone like this for her poetry. But Amrita ji was an excellent poet and great personality.
मेरी बजह से उसकी जिंदगी में उदासी हो उसके दिन बैचेन रहे और वो तड़पकर रात बिताती हो उसकी आंखों से नींदे जुदा जुदा सी रहे और उसके चेहरे पर इसकदर उदासी रहे मुझे मंजूर नही मेरी बजह से उसके सपनो में जहर घुलने लगे वो इतनी मजबूर हो कि आंखों का पानी पिघलने लगे उसकी शामें किसी गम के साये में गुजरे और रात जैसे किसी घर पराये में गुजरे मुझे मंजूर नही मुझे मंजूर नही की वो खोई खोई सी रहे होंठ खामोश हो और दिलचस्प सूरत रोई रोई से रहे उसकी सारी रात चाँद को ताकने में जाया हो जैसे कोई दर्द हो जैसे कोई जख्म पाया हो मुझे मंजूर नही
मोहब्बत💕 मोहब्बत न होने पर भविष्य की कल्पना में खोए रहते हैं, पर यही मोहब्बत ही है जो हमे अतीत में खोए रहने पर विवश करती है क्योंकि कुछ ऐसे हसीं पल बार बार जीवन में नहीं आते।💕
जहाँ भी आज़ाद रूह की झलक पड़े समजना वह मेरा घर है। - अमृता प्रीतम औरत और आज़ादी ऐसे है कि जैसे समांतर रेखाए। साथ साथ चलकर भी जैसे कभी न मिल सके। इन्हीं रेखाओं को भेदकर खुले विचार और आज़ाद जीवन की नई परिभाषा रचनेवाले साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित महान कवयित्री ‘अमृता प्रीतम’। अमृता प्रीतम जी की अनेक कविताएँ हम पढते आ रहे है। उनके निजी जीवन से जुड़ी कुछ बाते और क्रांतिकारी सोच रखकर बिताईं उनकी ज़िंदगी के बारे में हमने पढ़ा होगा। इस किताब में अमृता-इमरोज़ को क़रीब से जानने वाले लेखिका ‘उमा त्रिलोक’ जी ने आँखों देखी घटनाओं का वर्णन करते हुए अमृता-इमरोज़ के निःस्वार्थ प्रेम से पाठकों को रूबरू किया है। आशा है यह सारांश आपको रिश्तों की नई परिभाषा और सोच की नई लहर से मिलाए और किताब पढने के लिए प्रेरित करे। Amrita Imroz | अमृता इमरोज़ । Uma Trilok | उमा त्रिलोक । Penguin Books । अमृता प्रीतम th-cam.com/video/CGNU_XPiGSo/w-d-xo.html
Waaaah kya baat hai jaisi kavita thi waisi hi Awaaj v thi. Bahut khub. .Mujhe ek pal liye laga ki ye meri kahani chal rahi hai. Bahut himmat chahiye aisi kavita sunane ke liye.
बहुत ही खूबसूरत आवाज साथ ही लाजवाब उपस्थापना शैली अमृता प्रीतम की कविता को और भी मुकम्मल बना दिया है । यह कविता बहुत ही सुंदर है और मेरे पसंदीदा में से एक है। इसे आपके कंठ से सुनकर बहुत खुश और आनंद मैंने अनुभव किया । धन्यवाद...🌸
इन्सान मरता है लेकिन उसकी परिकल्पनाये नहीं मरती, वो तो सदैव हमारे बीच जीवित रहता है| हमें कुछ सिखाने को , कुछ रिझाने को ,कुछ एहसास कराने को, यही हम सबका जीवन है | जीवन एक रचना है, इस रचना मे कुछ लोग कुछ रचकर वो हमारे साथ सदैव रहते है| ये भी एक कल्पना है, कल्पनाओं मे जीने वाला ब्यक्ति, इन हवाओं मे, आकाशों मे और इस मिट्टी मे सदैव जीवित रहते है | मै एम सन्देल राजभर, वाराणसी से,
Your explanation is more beautiful than poem itself
Thanks so much dear listener! Felt so good to hear these words of appreciation from you!
Definitely...no doubt ❣️The way u describe it makes the poem more beautiful.
Please check Male version of "Mai tumhe fir milungi" in hindi
th-cam.com/video/bkdXD34oHFg/w-d-xo.html
Ryt
@@ShivramsinhChudasama sir y now you don't upload such types
ये कविता मुझे बहुत पसंद है । बेहद ही खूबसूरत आवाज़ और अंदाज़ में आपने पेश की । धन्यवाद् शिवराम !
th-cam.com/video/jsNEhChiob4/w-d-xo.html
Im quite in responding Prernaji.. feel so lucky to be blessed by comments of stalwarts like you in this field! I learn a lot from your videos!
@@ShivramsinhChudasama ! Great poetry....
But If would answer remembering someone in front of my eyes....Then I would say
" Tu na mil ! Tu na mil mujhe oh mere hamdam mere saathi ke bade muskil se bhare hain maine tere yaadon ke jakhmon ko inhein phir na jaga"
" Teri chahat ne di jo meri zindegi ko maqsad aur jine ki chah us muqam ko mujhse door na kar yunh mujhse milkar"
" Ek din milunga mein tujhse jaroor magar teri woh chahat banke jispe tujhe fakr ho "
"Ki yeh mulakat pehli nahin thi magar akhri bhi nahin hain mere hamdam milunga mein tujhse"
For some one else...............
I never do any shayari or poetry please forgive me but certainly I would answer someone like this for her poetry.
But Amrita ji was an excellent poet and great personality.
Shayaron ka betaz badsha shahir ludhianvi liye likhi thi amirta pritam ne ilove sahir Ludhianvi
@@alkaarora4624 nic
मै अब 21 साल का हूं
इसे सुनते सुनते आंखों से पानी
और 4 साल का भूला हुआ love fir se
याद आ गया
सर्वश्रेष्ठ कविता। लाजवाब। आंखें नम हो गई ये मार्मिक कविता सुनकर। तहे दिल से कवियत्री को शुक्रिया अदा करना चाहता हूं।
Please listen and give your feedback on writings @ epigraph
th-cam.com/video/PL_eXdhpVi0/w-d-xo.html
ऐसा लगता है, जैसे यह हमारी ही कहानी है। बहुत याद आती है जानु। हम फिर मिलेंगे....हर बार फिर से मिलेंगे ।
बहुत ही खूबसूरत अंदाज़ में पेश की आपने अमृता प्रीतम जी की ये खूबसूरत रचना ....बहुत बहुत धन्यवादशिवराम जी
Chaltein chalein gaye par ruh wahi Tehri hui hai....aakhon ne zamaana dekh liya par nami wahi jami hui hai
Bahut khub 👌👌♥️❤️❤️❤️🙏
बेहद खूबसूरत कविता अमृता प्रीतम जी का अलग अंदाज
शिवराम जी, एक बेहतरीन कविता को, अपनी जादुई आवाज देकर, आपने अदभुत समां बांध दिया !!
मिलना,बिछड़ना भी संयोग होता है। कोई चाह के नहीं मिल पाता, कोई मिल के बिछड़ जाता है।
Kya kah diya 🙏💐
Kya khoob kaha apne 👌🏻
जो दिल मे होता है,अकसर वो किस्मत मे नहि होता।।
कविता तो खूबसूरत थी ही किंतु आपका व्याख्यान और कविता का rendition, superb था... बहुत ख़ूब...
मेरी बजह से उसकी जिंदगी में उदासी हो
उसके दिन बैचेन रहे और वो तड़पकर रात बिताती हो
उसकी आंखों से नींदे जुदा जुदा सी रहे
और उसके चेहरे पर इसकदर उदासी रहे
मुझे मंजूर नही
मेरी बजह से उसके सपनो में जहर घुलने लगे
वो इतनी मजबूर हो कि आंखों का पानी पिघलने लगे
उसकी शामें किसी गम के साये में गुजरे
और रात जैसे किसी घर पराये में गुजरे
मुझे मंजूर नही
मुझे मंजूर नही की वो खोई खोई सी रहे
होंठ खामोश हो और दिलचस्प सूरत रोई रोई से रहे
उसकी सारी रात चाँद को ताकने में जाया हो
जैसे कोई दर्द हो जैसे कोई जख्म पाया हो
मुझे मंजूर नही
Ye aapki kavita hai ya nahi to kis kavi ki hai, bahut behtareen hai
@@v.chaudhary2434 meri hi hai sir ji
@@shekharsahu7768 aur kaha padh sakta hoon aapki kavitaayein ya nazmein
Bht hi khoobsurat likha h
Very nice very beautiful
अमृता जी की सुंदर कविता और उतनीही सुंदर प्रस्तुती. दिल को छू गयी...
यहां से बहुत दूर, सही-गलत के पार एक मैदान है, वहां मिलूंगा तुझे
बहुत सुंदर प्रस्तुति बहुत दिनों बाद अमृता प्रीतम की किसी कृति को सुना हृदय में उतर आई धन्यवाद शिवराम 🙏🙏
मेरा तो नाम ही कविता है...
मेरे दिल की आवाज़ उसके लिए...आपने इतनी सरलता से कह दी "मै तुम्हे फिर मिलूंगी" .. धन्यवाद शिवराम जी
यहां से बहुत दूर गलत सही के पार एक मैदान है... So much deep words 👌👌👌👌👌
Har dil mein kahin na kahin kissi se milne ki aas hoti hai..Jo ussey zindagi se jodey rakhti hai...vry nicely expressed by Amrita pritam Ji🙏🏻
सच मै बहुत अच्छी h kavita or aapki voice bhi
After Neelesh Mishra , your voice has done a beautiful magic in me .
Your voice is comforting .
Beautifully recited ... ❤️❤️
Nilesh Mishra 's voice ❤️
th-cam.com/video/n1v31a66Kqg/w-d-xo.html
Bhut khubsurat Kavita h..mai tujhe phir milungi..💞💞
Mai tujhe kbhi ni mulungi.😢😢
मोहब्बत💕
मोहब्बत न होने पर भविष्य की कल्पना में खोए रहते हैं, पर यही मोहब्बत ही है जो हमे अतीत में खोए रहने पर विवश करती है क्योंकि कुछ ऐसे हसीं पल बार बार जीवन में नहीं आते।💕
Who was he? 😊
वाकई बहुत ही अच्छी कविता है,और आपका पेश करने का ॳदाज इसे और भी अच्छा बनाता है।
जहाँ भी आज़ाद रूह की झलक पड़े समजना वह मेरा घर है। - अमृता प्रीतम
औरत और आज़ादी ऐसे है कि जैसे समांतर रेखाए। साथ साथ चलकर भी जैसे कभी न मिल सके। इन्हीं रेखाओं को भेदकर खुले विचार और आज़ाद जीवन की नई परिभाषा रचनेवाले साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित महान कवयित्री ‘अमृता प्रीतम’।
अमृता प्रीतम जी की अनेक कविताएँ हम पढते आ रहे है। उनके निजी जीवन से जुड़ी कुछ बाते और क्रांतिकारी सोच रखकर बिताईं उनकी ज़िंदगी के बारे में हमने पढ़ा होगा। इस किताब में अमृता-इमरोज़ को क़रीब से जानने वाले लेखिका ‘उमा त्रिलोक’ जी ने आँखों देखी घटनाओं का वर्णन करते हुए अमृता-इमरोज़ के निःस्वार्थ प्रेम से पाठकों को रूबरू किया है।
आशा है यह सारांश आपको रिश्तों की नई परिभाषा और सोच की नई लहर से मिलाए और किताब पढने के लिए प्रेरित करे।
Amrita Imroz | अमृता इमरोज़ । Uma Trilok | उमा त्रिलोक । Penguin Books । अमृता प्रीतम
th-cam.com/video/CGNU_XPiGSo/w-d-xo.html
मै फिर मिलुगा
एक नए अन्दांज के साथ
भूल कर सारे गिले शिकवे
एक नए आगाज के साथ 😍🥰
th-cam.com/video/eqzcmqfsj48/w-d-xo.html
Amrita pritam & sahir ludhianvi ...... Ruhani muhhabbat ka khubsurat ahesas....
रूहानी अहसास शब्दों में ... बहुत खूब..
th-cam.com/video/r-eXrVOFK8o/w-d-xo.html..
बहुत ही खूबसूरती से पेश किया है आपने...
उनकी लेखनी से अमृता जी हमारे दिलों में हमेशा जिन्दा रहेंगी...
धन्यवाद।
AMRITA JI ❤️ SAADE PUNJAB KI SAADE PIND DI KURHI SI .. ALLWYS LOVE U ❤️ AMRITA JI
बहोत बड़िया, मज़ा आ गया
Waaaah kya baat hai jaisi kavita thi waisi hi Awaaj v thi. Bahut khub. .Mujhe ek pal liye laga ki ye meri kahani chal rahi hai. Bahut himmat chahiye aisi kavita sunane ke liye.
Meri hardey tk chu Gyi apki awaj or amrta ji ki ye line...or antratma SE yu aanshu q chlke....kB kha kese ❤️
बहुत खुबसुरत रचना हैं, अमृता जी का। आपका प्रस्तुति भी लाजवाब🙏
th-cam.com/video/n1v31a66Kqg/w-d-xo.html
बहुत सुंदर आवाज और पढ़ने का सलीका बेहतरीन मर्मस्पर्शी ।
आपकी आवाज ने मुझे सुनने पे मजबूर कर दिया
जबकि Amrita ji ki ये कविता बहुत बार सुन और पढ़ चुकी हूं..your voice is magical 👍
Bout accha poetry , baat bhi accha hote hi , bohut sukriya
जितनी खूबसूरत यह रचना है उतनी ही खूबसूरती से आपने अपनी आवाज दी ।
Mesmerising 👌👍🙂
बेहद ख़ूबसूरत कविता और उतनी ही सुंदर प्रस्तुति 👍
बहुत ही खूबसूरत आवाज साथ ही लाजवाब उपस्थापना शैली अमृता प्रीतम की कविता को और भी मुकम्मल बना दिया है । यह कविता बहुत ही सुंदर है और मेरे पसंदीदा में से एक है। इसे आपके कंठ से सुनकर बहुत खुश और आनंद मैंने अनुभव किया । धन्यवाद...🌸
Amrita Pritam ki kavita mujhe bahut pasand hai.... 🙏
App ko bahut bahut sukriya bahut achcha laga from Bangladesh
The one of the bold writer India's first women auther...
बहुत खुब सची चाह मिलनेके लिए तरही हैं
मृदु शब्दों का स्पर्श अनन्तकाल तक ह्रदय को चिरवासन्ती रखता है 🙏
Bahut hi khubsurat hai ye kavita mann ko bahut sukoon mila
यादों को दबाये हैं,इस दिलोदिमाग में जैसे दब गए मिट्टी दब गए पहाड़ के नीचे
सुन्दरl उतना ही सुन्दर कहने का अंदाज..
शिवराम जी आप का कविता का पठन बहुत सुंदर है
Bahut dhanyavad bhai
ये कविता बहुत ही अच्छी है, मेरे पास भी ऐसे ही एहसास है.
बेहद खूबसूरत प्रस्तुति
Wow mam apki kavitaye hume padhne ke liye thi...we love you mam
Ek no. Ki aayash thi amrita pritam
Wah....bohot khoob
Ur rendition is awesome 👌
लाजवाब कविता और प्रस्तुती
Superb picturization
Keep it up Shivram
Milte raho
Jayshteeba Gohil
th-cam.com/video/ff2KGfeJMUc/w-d-xo.html
Bahut khoob....
Beautiful voice 💖
Kavita ko padhkar Amritaji ke bjhavon Ka ahsaas ho Gaya..
Bahut Sunder 🙏🏼💖
जज़्बात की दुनिया में एक अनोखी कविता!!💐💐💐💐💐💐बहुत सुंदर
आपकी आवाज निलेश मिश्र जैसी है। It has increased reverence very much in my heart for you, thanks for this poem
th-cam.com/video/n1v31a66Kqg/w-d-xo.html
इन्सान मरता है लेकिन उसकी परिकल्पनाये नहीं मरती, वो तो सदैव हमारे बीच जीवित
रहता है| हमें कुछ सिखाने को , कुछ रिझाने
को ,कुछ एहसास कराने को, यही हम सबका
जीवन है | जीवन एक रचना है, इस रचना मे
कुछ लोग कुछ रचकर वो हमारे साथ सदैव
रहते है| ये भी एक कल्पना है, कल्पनाओं मे
जीने वाला ब्यक्ति, इन हवाओं मे, आकाशों मे
और इस मिट्टी मे सदैव जीवित रहते है |
मै एम सन्देल राजभर, वाराणसी से,
Bhut lajwab
आपने बहुत सुंदर ढंग से प्रस्तुत किया और उतनी ही मधुर आवाज में आप ऐसे ही जीवन में आगे बढ़ते रहें यही कामना करते हैं जय श्री राधा कृष्ण
Excillent thanks ye kabita mn apne priatam ko aaj raat hi bhejungi
EXCELLENT. thnx for presentation.
बेहद खूबसूरत अंदाज और कविता भी 🤩😇।।।।।😶 speechless 😌
आपको आवाज देता हूँ चले आइये ,, आशा है आप आयंगे और जुड़ेंगे भी ,, धन्यवाद
After 30 years passed...... Heated poem....... I forgot. .....amrita n shiv. ........ Lov you .....aaj laga abhi bhi..... Shiv k btaalvi
Bahut vadhia
बहुत ही सुन्दर आवाज में
Bahut hi khoobsurat!!!❤️❤️❤️👌🏼👌🏼
Dil ko sukun dene wali poem....
Wonderful.Thanks Shivaram
Bahoot pyaari kavita hai ❣
मेरा नाम है शिवराम और करता हूँ आपको प्रणाम राम राम......यह ठीक रहेगा
कालजयी पंक्तियों का प्रभावपूर्ण प्रस्तुतीकरण 👌👌👏👏
Bht sunder 💚
Uttam mitr ,aawaz me ruhaniyat hai ,more success to u.
रूहानियत❤️
th-cam.com/video/n1v31a66Kqg/w-d-xo.html
Wow!no words i have
Thank you so much shivram jiii
बेहद साहित्यिक आवाज़
धन्यवाद भाई
सिर्फ सूनता हु... बार बार...हर रोज... कुछ महसुस होता हैं.... दिल के अंदर.....thank you sir ♥️♥️
Main usse fir milungi kaha, kise pata nahi 🤩main usse fir milungi🌹
छोटी गतिशील कविता ❤️
बहोत शानदार प्रस्तुती...धन्यवाद शिवराम जी💟👍😊
बेहतरीन आवाज के साथ गज़ब का कार्य 👌👌💐💐💐💐💐💐👌👌💐👌💐💐👌👌
बेहद खूबसूरत अंदाज
Beautiful.... Khubsurat
💜💜💜💜💜💜
❤❤❤❤❤
💛💛💛💛
💙💙💙
💚💚
💖
सहि बाद,,,हम मिलते तो है,हर सुबह शाम,यादो मे।।
Mai tujhe fir milungi.....!!
🙏🙏🙏🙏🙏
What an amazing sound.....
लाजवाब उच्चारण ! सुनकर दिल को सुकून मिला !
Me tujhe fir milungi♥️♥️
THANKS shivram ji
Excellent......present poem by you sir....peom also Excellent.....अप्रतिम......
Wahhhhh
बहुत सुंदर आवाज है आपकी! धन्यवाद!!
Aadab sir ji aapko sunkar bahut accha laga mujhe aapka bahut shukriya kuch or kahe inke bare me
Very nice poetry 👏🏻👏🏻👏🏻👏🏻
Amruta pritam madam great
🙏🏻🙏🏻🙏🏻
बहुत सुन्दर प्रस्तुति.....
Bohot khub
बहुत ही दिल के करीब है कविता💓💓
यादों के धागे🙏🌼🌼🌼🌼🌼🌼💓💓💓 मैं तुझे फिर मिलूँगी।
कवयित्री की भावनाओं को आपने अपनी आवाज में बहुत सुन्दर ढंग से प्रस्तुत किये हैं।
बेस्ट poem, thank you