ब्रह्म बेदी | Brahm Bedi | Amargranth Sahib by Sant Rampal Ji Maharaj
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- เผยแพร่เมื่อ 21 ก.ค. 2023
- ब्रह्म बेदी | Brahm Bedi | Amargranth Sahib by Sant Rampal Ji Maharaj
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ज्ञान सागर अति उजागर, निर्विकार निरंजनं। ब्रह्मज्ञानी महाध्यानी, सत सुकृत दुःख भंजनं।1।
मूल चक्र गणेश बासा, रक्त वर्ण जहां जानिये। किलियं जाप कुलीन तज सब, शब्द हमारा मानिये।2।
स्वाद चक्र ब्रह्मादि बासा, जहां सावित्री ब्रह्मा रहैं। ॐ जाप जपंत हंसा, ज्ञान जोग सतगुरु कहैं।3।
नाभि कमल में विष्णु विशम्भर, जहां लक्ष्मी संग बास है। हरियं जाप जपन्त हंसा, जानत बिरला दास है।4।
हृदय कमल महादेव देवं, सती पार्वती संग है। सोहं जाप जपंत हंसा, ज्ञान जोग भल रंग है।5।
कंठ कमल में बसै अविद्या, ज्ञान ध्यान बुद्धि नासही। लील चक्र मध्य काल कर्मम्, आवत दम कुं फांसही।6।
त्रिकुटी कमल परम हंस पूर्ण, सतगुरु समरथ आप है। मन पौना सम सिंध मेलो, सुरति निरति का जाप है।7।
सहंस कमल दल भी आप साहिब, ज्यूं फूलन मध्य गन्ध है। पूर रह्या जगदीश जोगी, सत् समरथ निर्बन्ध है।8।
मीनी खोज हनोज हरदम, उलट पन्थ की बाट है। इला पिंगुला सुषमन खोजो, चल हंसा औघट घाट है।9।
ऐसा जोग विजोग वरणो, जो शंकर ने चित धरया। कुम्भक रेचक द्वादस पलटे, काल कर्म तिस तैं डरया।10।
सुन्न सिंघासन अमर आसन, अलख पुरुष निर्बान है। अति ल्यौलीन बेदीन मालिक, कादर कुं कुर्बान है।11।
है निरसिंघ अबंध अबिगत, कोटि बैुकण्ठ नखरूप है। अपरंपार दीदार दर्शन, ऐसा अजब अनूप है।12।
घुरैं निसान अखण्ड धुन सुन, सोहं बेदी गाईये। बाजैं नाद अगाध अग है, जहां ले मन ठहराइये।13।
सुरति निरति मन पवन पलटे, बंकनाल सम कीजिए। सरबै फूल असूल अस्थिर, अमी महारस पीजिए।14।
सप्त पुरी मेरूदण्ड खोजो, मन मनसा गह राखिये। उड़हैं भंवर आकाश गमनं, पांच पचीसों नाखिये।15।
गगन मण्डल की सैल कर ले, बहुरि न ऐसा दाव है। चल हंसा परलोक पठाऊॅ, भौ सागर नहीं आव है।16।
कन्द्रप जीत उदीत जोगी, षट करमी यौह खेल है। अनभै मालनि हार गूदें, सुरति निरति का मेल है।17।
सोहं जाप अजाप थरपो, त्रिकुटी संयम धुनि लगै। मान सरोवर न्हान हंसा, गंग् सहंस मुख जित बगै।18।
कालइंद्री कुरबान कादर, अबिगत मूरति खूब है। छत्र स्वेत विशाल लोचन, गलताना महबूब है।19।
दिल अन्दर दीदार दर्शन, बाहर अन्त न जाइये। काया माया कहां बपुरी, तन मन शीश चढाइये।20।
अबिगत आदि जुगादि जोगी, सत पुरुष ल्यौलीन है। गगन मंडल गलतान गैबी, जात अजात बेदीन है।21।
सुखसागर रतनागर निर्भय, निज मुखबानी गावहीं। झिन आकर अजोख निर्मल, दृष्टि मुष्टि नहीं आवहीं।22।
झिल मिल नूर जहूर जोति, कोटि पद्म उजियार है। उल्ट नैन बेसुन्य बिस्तर, जहाँ तहाँ दीदार है।23।
अष्ट कमल दल सकल रमता, त्रिकुटी कमल मध्य निरख हीं। स्वेत ध्वजा सुन्न गुमट आगै, पचरंग झण्डे फरक हीं।24।
सुन्न मंडल सतलोक चलिये, नौ दर मुंद बिसुन्न है। दिव्य चिसम्यों एक बिम्ब देख्या, निज श्रवण सुनिधुनि है।25।
चरण कमल में हंस रहते, बहुरंगी बरियाम हैं। सूक्ष्म मूरति श्याम सूरति, अचल अभंगी राम हैं।26।
नौ सुर बन्ध निसंक खेलो, दसमें दर मुखमूल है। माली न कुप अनूप सजनी, बिन बेली का फूल है।27।
स्वांस उस्वांस पवन कुं पलटै, नाग फुनी कुं भूंच है। सुरति निरति का बांध बेड़ा, गगन मण्डल कुं कूंच है।28।
सुन ले जोग विजोग हंसा, शब्द महल कुं सिद्ध करो। योह गुरुज्ञान विज्ञान बानी, जीवत ही जग में मरो।29।
उजल हिरम्बर स्वेत भौंरा, अक्षै वृक्ष सत बाग है। जीतो काल बिसाल सोहं, तर तीवर बैराग है।30।
मनसा नारी कर पनिहारी, खाखी मन जहां मालिया। कुभंक काया बाग लगाया, फूले हैं फूल बिसालिया।31।
कच्छ मच्छ कूरम्भ धौलं, शेष सहंस फुन गावहीं। नारद मुनि से रटैं निशदिन, ब्रह्मा पार न पावहीं।32।
शम्भू जोग बिजोग साध्या, अचल अडिग समाध है। अबिगत की गति नाहिं जानी, लीला अगम अगाध है।33।
सनकादिक और सिद्ध चैरासी, ध्यान धरत हैं तास का। चैबीसौं अवतार जपत हैं, परम हंस प्रकास का।34।
सहंस अठासी और तैतीसों, सूरज चन्द चिराग हैं। धर अम्बर धरनी धर रटते, अबिगत अचल बिहाग हैं।35।
सुर नर मुनिजन सिद्ध और साधिक, पार ब्रह्म कूं रटत हैं। घर घर मंगलाचार चैरी, ज्ञान जोग जहाँ बटत हैं।36।
चित्र गुप्त धर्म राय गावैं, आदि माया ओंकार है। कोटि सरस्वती लाप करत हैं, ऐसा पारब्रह्म दरबार है।37।
कामधेनु कल्पवृक्ष जाकैं, इन्द्र अनन्त सुर भरत हैं। पार्बती कर जोर लक्ष्मी, सावित्री शोभा करत हैं।38।
गंधर्व ज्ञानी और मुनि ध्यानी, पांचों तत्व खवास हैं। त्रिगुण तीन बहुरंग बाजी, कोई जन बिरले दास हैं।39।
ध्रुव प्रहलाद अगाध अग है, जनक बिदेही जोर है। चले विमान निदान बीत्या, धर्मराज की बन्ध तौर हैं।40।
गोरख दत्त जुगादि जोगी, नाम जलन्धर लीजिये। भरथरी गोपी चन्दा सीझे, ऐसी दीक्षा दीजिए।41।
सुलतानी बाजीद फरीदा, पीपा परचे पाइया। देवल फेरया गोप गोसांई, नामा की छान छिवाइया।42।
छान छिवाई गऊ जिवाई, गनिका चढी बिमान में। सदना बकरे कुं मत मारै, पहुँचे आन निदान में।44।
अजामेल से अधम उधारे, पतित पावन बिरद तास है। केशो आन भया बनजारा, षट दल कीनी हास है।44।
धना भक्त का खेत निपाया, माधो दई सिकलात है पण्डा पांव बुझाया सतगुरु, जगन्नाथ की बात है।45।...
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सच्चा गुरु तत्वज्ञान (सच्चा आध्यात्मिक ज्ञान) प्रदान करता है जिसके द्वारा व्यक्ति अनन्त भगवान को प्राप्त करता है।
Take refuge in Sant Rampal Ji Maharaj ☘वर्तमान में सारे प्रमाण और ज्ञान देखकर पूरी धरती पर अगर कोई संत है तो वह सिर्फ SaintRampalJiM जी है, संत रामपाल जी महाराज ज़ी
संत रामपाल जी महाराज बताते हैं सत्संग से आत्मा को गुरु वचनों की खुराक मिलती है और सकारात्मक भावनाएं जागती हैं।
"संत समागम, हरि कथा, तुलसी दुर्लभ दोय।
सुत दारा और लक्ष्मी यह तो घर पापी के भी होए।।"
परमेश्वर का नाम कविर्देव अर्थात् कबीर परमेश्वर है, जिसने सर्व रचना की है। जो परमेश्वर अचल अर्थात् वास्तव में अविनाशी है।
- पवित्र अथर्ववेद काण्ड 4 अनुवाक 1 मंत्र 7
संत रामपाल जी महाराज जी के विचारों से समाज में सुधार आएगा।
देश के लड़के-लड़की अपनी संस्कृति पर लौटेंगे। भारत देश में अमन होगा।
जगत गुरु संत रामपाल महाराज जी हमें इस छोटी सी कॉलेज में बरम बेदी यानी कि पूरे भ्रम के बारे में जानकारी दे रहे हैं तो सुनना बहुत ही जरूरी है और जो बचा रहे हैं यह पूर्ण परमात्मा का दिया हुआ ज्ञान है कबीर सागर में से लिया व पवित्र प्यार है आप लोग इस देश में और मोक्ष प्राप्ति जानकर करें तो आपको जीवन में सुख भी मिलेगा और मरने के बाद मौका मिलेगा यानी सब लोग के वासी बनाओगे
हरदम खोज हनोज हाजर, त्रिवेणी के तीर है
दास गरीब ताबीब सतगुरु , बंदीछोड कबीर है
पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब
आज संत रामपाल जी महाराज जी के चोले में पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब आए हुए हैं, सभी भाई बहन संत रामपाल जी महाराज जी से नाम दीक्षा लेकर अपना मोक्ष कराएं।
Jai ho parmatma bandi chodd satguru rampal ji maharaj ki jai ho 🙏 🙏 🙏 🙏
Param Pavan Satya Gyan He 🙏 Satgurudev Bhagavan Ji Ki Jay Ho 🙏🙏🙏
संत रामपाल जी महाराज की बताई सतभक्ति से आज लाखों परिवार रोगों से मुक्त होकर सुखी जीवन जी रहे हैं।
जगतगुरु तत्वदर्शी बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी परमात्मा जी की जय हो
Satguru Dev ki jay ho, bandi xod satguru rampal ji Guru Maharaj bhagwan ji ki jay ho
तीनों देवों कमल दल बसे, ब्रम्हा विष्णु महेश।
पहले इनकी वंदना, फिर सून सतगुरु उपदेश।।
🤲🌺गुरू बिन काहू न पाया ज्ञाना,ज्यो थोथा भुष छड़े मूढ़ किसाना।
गुरू बिन वेद पढ़े जो प्राणी समझे न सार रह अज्ञानी ।।
पूर्ण संत के सत्संग में प्रमाण सहित तत्वज्ञान की जानकारी मिलती है। साथ ही कर्त्तव्य (जो कर्म करने चाहिए) व अकर्त्तव्य (जो कर्म नहीं करने चाहिए) की जानकारी मिलती है। जिससे समाज सुधार व मानवता को गति मिलती है।
वर्तमान में संत रामपाल जी महाराज ही पूर्ण संत हैं, उनके सत्संग अवश्य सुनें।
पूरे विश्व में सिर्फ़ संत रामपाल जी महाराज जी ही तत्व ज्ञान दे रहे हैं।
धर्म तो धसके नहीं, धसके तीनों लोका खैरायत में खैर है, कीजे आत्म पोख
मुसीबत की घड़ी में बाढ़ पीड़ितों को निः शुल्क भोजन सामग्री व दवाइयां उपलब्ध करवाकर संत रामपाल जी महाराज के शिष्यों ने मानवता की मिसाल पेश की है।
कबीर ईष्ट मिलै और मन मिलै मिलै शकल रस रीत कहै कबीर तहाँ जाइए रह संन्तन की प्रीत
संत रामपाल जी महाराज जी के सत्संग वचन सुनकर उनसे नाम उपदेश प्राप्त करके जुड़ने के बाद जीवन के सभी दुःख समाप्त हो जाऐंगे। सत्संग से मनुष्य को जीवन के मूल कर्त्तव्य का ज्ञान होता है,
मनुष्य सारे विकार त्याग देता है। उसके जीवन में सुखों की बहार आ जाती है, किसी भी प्रकार का दुःख
नहीं रहता।
बाढ़ की मार झेल रहे लोगों को रोटी, सब्जी, दूध, दवाई बांटकर संत रामपाल जी महाराज के शिष्यों ने दिया मानवता का संदेश।
मलिक के चरणों में दास का ककोटि कोटि दंडवत प्रणाम सत साहेब जी मानव समाज इस अनमोल ज्ञान को ग्रहण कर अपना जीवन सफल बनाएं
🙏🙏बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी भगवान जी की जय हो 🙏🙏
सारशब्द संजीवन बूटी, घिस घिस अंग लगावे।
कह कबीर तुम सत कर मानो, ये जन्म मरण मिट जावे।।
सतगुरु म्हारे वाणिया और करते बनज व्यौहार।
बिन डांडी बिन पालडे जी तौल दिया संसार।।
पूर्ण परमात्मा जन्म मृत्यु से परे है, वह न तो माँ के गर्भ से जन्म लेता न ही उसकी मृत्यु होती है। ईसा मसीह जैसी पवित्र आत्मा की भी दर्दनाक मृत्यु हुई। फिर आम इंसान का कैसे बचाव हो सकता है। केवल पूर्ण परमात्मा कबीर जी ही अवविनाशी हैं, मोक्षदायक प्रभु हैं।
World Savior Saint Rampal Ji
👉पूर्ण गुरु/सच्चा सतगुरु वो है जो हमारे सभी धर्मों के सदग्रन्थों से प्रमाणित ज्ञान व सतभक्ति देकर जन्म-मृत्यु से छुटकारा दिला दे।
सद्ग्रन्थों पर आधारित भक्ति केवल पूर्ण गुरु संत रामपाल जी महाराज ही बताते हैं।
Saint Rampal Ji
कबीर साहेब जी ख़ुद ही जगत गुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी के रुप में हम सब के बीच विराजमान हैं
तत्वज्ञान युक्त सत्संग सुनने से सतभक्ति मार्ग का ज्ञान होता है। यदि एक आत्मा को भी सतभक्ति मार्ग पर लगाकर उसका आत्म कल्याण करवा दिया जाए तो करोड़ अवश्वमेघ यज्ञ का फल मिलता है।
✨ *यो न देस हमारा।* ✨
💠 देश, घर, परिवार, रिश्ते कुछ भी हमारा नहीं है। हमारा शरीर भी हमारा नहीं है। फिर हमारा है क्या? हमारा घर है सतलोक, हमारा पिता है *पूर्ण ब्रह्म कविर्देव।*
🦋संत रामपाल जी महाराज के आदेशानुसार हरियाणा के बाढ़ प्रभावित इलाकों में बांटी जा रही है खाद्य सामग्री, दवाइयां, पीने का स्वच्छ पानी व अन्य जरूरत का सामान।
सत्य भक्ती करने से अकाल मृत्यु नही होती है बोलो सत्य गुरु देव जी की जय
संत रामपाल जी महाराज के अमृत वचन सुनकर अमल करें और उपदेश लेकर गुरु मर्यादा में रहकर सत भक्ति करें और मोक्ष के भागी बने।
शिक्षित वर्ग कहते हैं कि कुछ समय योगा करता हूँ, मेडिटेशन करता हूँ, विचार रोककर मन को शान्त करता हूँ। मन को रोका नहीं जा सकता। मन को अन्य विचारों से हटाकर कुछ देर अच्छे विचारों पर लगाया जा सकता है। लेकिन उनका समय व्यर्थ जाता है और जो परमात्मा के गुणों का चिन्तन करते हैं, उनको ध्यान यज्ञ का फल भी मिलता है और योग भी हो जाता है।
गरीब जल थल पृथ्वी गगन में बाहर भीतर एक।
पूर्ण ब्रह्म कबीर है अविगत पुरुष अलेख।।
कबीर भगवान है अल्ला है सर्व सृष्टि रचने वाले हैं
🙏💗गरीब,संतो कारण सब रचा,सकल जमीं आसमान।
चंद सूर पानी पवन, यज्ञ तीर्थ और दान।।💗🙏
कबीर ,और ज्ञान सब ज्ञानड़ी कबीर ज्ञान सो ज्ञान ।
जैसे गोला तोब का,करता चले मैदान।।🤲🌺
कबीरा साधु दर्शन राम के, मुख पर बसे सुहाग।
दर्श उन्हीं के होते हैं, जिनके पूर्ण भाग।
जगत गुरु तत्व दर्शी संत रामपाल जी महाराज जी जो ज्ञान बताते हैं वह सभी धर्मों के शास्त्रों से प्रमाणित ज्ञान है।
गुरु वचनों को रखना संभाल के।
एक एक वचन में गहरा राज है।।
जिसने जानी है महिमा गुरु की।
उसका डूबा कभी ना जहाज है।।
तीन देवा कमल दल बसें, ब्रह्मा विष्णु महेश।
प्रथम इनकी वन्दना ,फिर सुनो सत गुरु उपदेश।
सर्व सोने की लंका थी, रावण से रणधीरं। एक पलक में राज बिराजे, जम के पड़े जंजीरं।।
भक्ति बिना क्या होत है, भ्रम रहा संसार। रती कंचन पाया नहीं, रावण चलती बार।।
Sat saheb ji 🙏🙏🙏🙏🙏
🕸️ आज की भागदौड़ की जिन्दगी में अधिकांश व्यक्तियों के पास स्वयं के लिये सुकून के दो पल भी नहीं हैं, जिसमें शांति से बैठकर वह स्वयं के बारे में गहराई से सोच सके।
🙏🙏Sat sahib ji🙏
संत शरण मे जाने से आई टले बलाय, जो मस्तक पर शूली हो कांटे मे टल जाए।
सत साहेब जी 🙇♀️🙏
Sant Rampal Maharaj ji ka ghan achha hai 🙏🙏
सत साहेब 🙏 सत साहेब परमेश्वर कबीरजी परमेश्वर बंदीछोड सद्गुरु रामपाल जी महाराज की जय हो 🙏🙏🙏🎉
🇦🇱🇦🇱🇦🇱कबीर, बिन माँगे मोती मिलें, माँगे मिले न भीख।
माँगन से मरना भला, यह सतगुरूकी सीख।।
~ जगतगुरू तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी🇦🇱🇦🇱🇦🇱
बंदी छोड़ सतगुरु सतरामपाजी भगवान जय हो 2:26
नशा मुक्त समाज
संत रामपाल जी महाराज जी का ज्ञान समझने के बाद उपदेश प्राप्त करते ही हर प्रकार का नशा छूट जाता है।
आज संत रामपाल जी महाराज जी से नाम उपदेश लेकर लाखों अनुयायी नशा छोड़ चुके हैं।
True spiritual knowledge is given by the Sant Rampal Ji Maharaj
True Guru Sant Rampal Ji Maharaj ji
अनमोल शब्द मालिक के 🙇🙏🙇
कबीर, आए हैं सो जायेंगे राजा रंक फ़कीर !
एक सिंघासन चढ़ चला एक बदा जंजीर !!
अद्भुत सत्संग
अद्वितीय आध्यात्मिक ज्ञान
बहुत ही अच्छा ज्ञान और भगवान जी की जय हो
मोती मुक्ता दर्शत नांही , यह जग है सब अंध रे।
दीखत के तो नैन चिश्म हैं , इनके फिरा मोतिया बिंद रे।।
SANT RAMPAL JI IS THE COMPLETE SPIRITUAL LEADER
बहुत ही सुन्दर वाणी है
पूर्ण गुरु से नाम उपदेश लेकर मर्यादा में रहते हुए आजीवन सत भक्ति करने से ही सर्व सुख व पूर्ण मोक्ष मिलता है।
Very nice satsang
Very nice Satsang
जीव हमारी जाति है मानव धर्म हमारा। हिंदू,मुस्लिम, सिख, ईसाई धर्म नहीं कोई न्यारा ।। अलग
सतभक्ति न करने वाले या शास्त्रविरूद्ध भक्ति करने वाले को यम के दूत भुजा पकड़कर ले जाते हैं जबकि सतभक्ति करने वाला व्यक्ति परमात्मा के साथ विमान में बैठकर अविनाशी स्थान यानी सतलोक चला जाता है।
Nice satsang
Sat guru Rampal Ji parmatma ji ki jai ho
Great Saint
बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी भगवान जी की जय हो 🙏🏻🙏🏻🙏🏻
amezing gyan
Sat Guru Dev ki Jai Ho 🙏🙏🙇🙇
Sat sahib Ji
अनमोल ज्ञान
Very nice satang 🙏🙏🙏
❤ बंदी छोड सद्गुरु संत रामपाल जी महाराज की जय हो 🙏🌹🌹 बंदी छोड परमेश्वर कबीर साहेब की जय हो 🙏🌹🌹 बंदी छोड संत गरीब दास जी महाराज की जय हो 🙏🌹🌹 स्वामी रामदेवनंद गुरु महाराज की जय हो 🙏🌹🌹 सत साहेब भगतजी 🙏🌹🌹 सत साहेब भगतजी 🙏🌹🌹 सत साहेब भगतजी 🙏🌹🌹🌹🌹🌹🌹
Great saint rampal ji maharaj
अदभुद सच्चा ज्ञान है
प्रणाम परमात्मा को
Wanderful satsang
Geart knowledge by sant rampal ji maharaj ka
🙏🙏🙏🙏
Great spiritual knowledge
Sat saheb ji 🙏
परमात्मा पृथ्वी पर आए हुए हैं, तत्त्वदर्शी संत की भूमिका में तत्वज्ञान जगत को बताने आए हैं ।
जिसे जानकर मनुष्य सतभक्ति करेगा और स्वर्ग - नरक में जाने से बच जाएगा।
मोक्ष प्राप्त करके सीधा सतलोक जाएगा।
जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी
🙏🙏🙏🙏🙏🙏
सतगुरु रामपाल जी महाराज शास्त्रों से समझाते हैं:-
तीन देव की जो करते भक्ति। उनकी कबहु न होवै मुक्ति।।
परमेश्वर कबीर जी ने कहा है कि जो साधक भूलवश तीनों देवताओं रजगुण ब्रह्मा, सतगुण विष्णु, तमगुण शिव की भक्ति करते हैं, उनकी कभी मुक्ति नहीं हो सकती।🍃🍀
Gyan Ganga
अनमोल वचन बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी भगवान की जय हो सत साहेब जी 🙏🙏🙏🌹🌹🌹💯🌹💯🌹
Bandichord Sat Guru Sant Rampal Ji Maharaj Ji Ki Jai Ho 🙏🙏🙇🙇
Kabir Ji is Real God 🙏🙏🙇🙇
अनमोल ज्ञान परमात्मा का
सत गुरु भगवान के चरणों में दास का कोटि कोटि दंडवत प्रणाम सत साहेब जी 🌹🙏🌷🙏🏻🌹🙏🌹🙏🌷🙏🏻🌹🙏
🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹तब आयसु साहब अस भाखे। सुरति निरति करि आज्ञा राखे।।
पारस नाम धर्मनि लिखि देहू। जाते अंश जन्म सो लेहू।।
लखहु सैन मैं देऊँ लखाई। धर्मदास सुनियो चितलाई।।
लिखो पान पुरूष सहिदाना। आमिन देहु पान परवाना।।
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
True sant rampal ji maharaj
संत रामपाल जी महाराज के अनमोल प्रवचन सुनने से प्राणी को सत्यज्ञान जो वेदों और शास्त्रों मे वर्णित है उसके बारे में ज्ञात कराया जाता है तथा पूर्ण परमात्मा कौन है?, कैसा है?, कहाँ रहता है?, कैसे मिलता है? इसकी जानकारी भी विस्तार से मिलती है।
Unique knowledge in universe.
Sant rampal ji maharaj is provided authentic knowledge.
कबीर, सतगुरु शरण में आने से, आई टले बलाय।
जै मस्तिक में सूली हो वह कांटे में टल जाय।।
सतगुरु अथार्त् तत्वदर्शी संत से उपदेश लेकर मर्यादा में रहकर भक्ति करने से प्रारब्ध कर्म के पाप अनुसार यदि भाग्य में सजाए मौत हो तो वह पाप कर्म हल्का होकर
सामने आएगा। उस साधक को कांटा लगकर मौत की सजा टल जाएगी।
Amazing true spiritual knowledge
A wonderful spiritual knowledge revealed by saint Rampal Ji Maharaj. The knowledge is totally based on our holy books of all the religious.