भट्ट जी को मैं भी नहीं जानता ।लेकिन तिभुवन चौहान जी को अच्छी प्रतिक्रिया के लिए काफी समय से जनता हु।। भट्ट जी का विश्लेषण एक तरफा है । ये कांग्रेस के प्रवक्ता ज्यादा पत्रकार कम लगते है
भट्ट जी का विश्लेषण सिर्फ बातों का था आंकड़ों का नहीं, त्रिभुवन चौहान जी को वोट गुप्तकाशी और ऊखीमठ क्षेत्र से मिले हैं जो उनके अपने क्षेत्र हैं और त्रिभुवन को लोग विकल्प के रूप में देख रहे थे, कांग्रेस की हार का कारण उनका अपना वोट बैंक sc वोट का खिसकना था, जो बीजेपी के रणनीति का हिस्सा भी रहा, क्योंकि 170 बूथ पे , प्रति 33 वोट का औसत ही हार का आ रहा, जो साफ साफ दिख रहा था कि sc वोट की कमी के कारण ये हार संभव हुई, अगर हमारे अपने गांव की बात करें तो , वहां भी 16 में से केवल 5 ही परिवार वाले कांग्रेस के वोटर थे, बाकी बीजेपी या त्रिभुवन वाले त्रिभुवन चौहान का चुनाव चिन्ह भी हीरा था जो लोगों के दिमाग में बैठ गया, जो किसी भी निर्दलीय के लिए सबसे जरूरी होता है
प्रिय भट्ट जी का विश्लेषण आधा हकीकत आधा फसाना है 👏👏👏 यह हकीकत है कि त्रिभुवन चौहान जी को केदारनाथ विधानसभा क्षेत्र के लोग पूर्व विधायक स्व. शैला रानी रावत जी की मृत्यु के बाद से ही जानते हैं🙏 यह सही है लेकिन केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव में जनमानस में भाजपा और कांग्रेसी उमीदवार के प्रति बहुत नाराजगी थी और दूसरी तरफ कांग्रेस के साथ ही भाजपा प्रत्याशी के प्रति जनभावना होने के कारण यह परिणाम रहा ! भाजपा और कांग्रेस उमीदवार के प्रति नाराजगी ही त्रिभुवन चौहान को मिले मत जनपक्ष प्रतिविम्बित करता है😎😎😎😎👏😎😎😎😎😎😎😎😎 केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव में एक बार फिर 27 वर्षीय पेतृक जनपदों- पर निर्भरता के अवस्थापना सुविधाओं के मुद्दे नदारद रहे हैं : बीर सिंह बुडेरा ( गुरु जी) पूर्व प्रदेश महामंत्री जिला पंचायत सदस्य संगठन उत्तराखण्ड
मनरेगा कर्मियों का जनपद चमोली में चार चार महीने से मानदे प्राप्त नहीं हुआ है, सभी जनपद में यही हाल है बद्रीनाथ ने सरकार को अच्छा जवाब दिया है केदारनाथ की जनता नहीं समझ पाए
Janta ne Chauhan nirdaliya pratyashi ko vote Congress or BJP ke siwa tisre vikalp chunne ke liye diya. Chunau ladne Wale sab Bhatt ji ki soch ki tarah swarthi nahin, kisi ki chhoti madad se nahin karm bhumi mein pradesh ki bhalai mein khade hone wale log bahut hain, jo janta ko न्याय देनाचाहते हैं . न्याय, स्वास्थ्य, शिक्षा aur रोजगार के क्षेत्र में सरकार ने उत्तराखंड की जनता के हितों की घोर अनदेखी की है. इसीलिए अन्याय के खिलाफ लड़ने वाले लोगों की संख्या ज्यादाहै. सभी को राजनीतिक दलों का पिछलघु ना समझे भट्ट जी. हम चाहते हैं कि सरकार जिनकी भी हो वह ईमानदारी से काम करें. आज भी भाजपा अगर सन्मार्ग पर जाकर सही काम करें तो हमें बेहद खुशी होगी. सरकार जन hit के kam करें हम विरोध करना बंदकर देंगे .
Bhai kahna kya chahte ho? Tumhri psnd ka neta nhi jeeta to sare voters ko ye sab khana sahi h kya? Apne shabdon ki maryada kisi ke bhi support me langhni nhi chahiye
आने चुनावों में लोगों को बॉबी पंवार एण्ड कम्पनी को सही से समझना पड़ेगा ये लोग विपक्ष को कमजोर करने का काम कर रहें हैं भाजपा की कूटनीति के हिसाब से काम कर रहे हैं लोगों समय रहते समझना होगा।
भैजी दीपावली के समय मैं भी केदारनाथ गया था। वहां मैं भी गाहे-बगाहे लोगों से ऐसे ही पूछ रहा था, त्रिभुवन चौहान जी के बारे में उनके विचार जानने के लिए। कुछ लोगों ने भी यही बताया कि बीजेपी बड़ी चालाक है, त्रिभुवन चौहान को उन्होंने ही खड़ा किया है। क्योंकि सोनप्रयाग, गुप्तकाशी आदि जगहों पर लोग बीजेपी से नाराज़ दिखाई दे रहे थे। बीजेपी को अंदेशा हो गया था कि बद्रीनाथ वाली हालत हो सकती है। इसीलिए उन्होंने त्रिभुवन चौहान को निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर खड़ा किया है, और उसका फायदा भी उनको मिल गया।
Sir आप को जानते भी नहीं है और नहीं जानना चाहेंगे क्योंकि आप की बातों से लग रहा है। आप ने केदार घाटी के लिए अपने क्या लिखा क्या रिपोर्टिंग की। ये तो आप ही जानते होंगे रही त्रिभुवन रावत की बात तो उन्होंने गांव गांव जानकर रिपोर्टिंग की है और जहां जहां रिपोर्टिंग की होगी उस पर तुरंत ही एक्शन लिया गया है ओर। त्रिभुवन चौहान की तुलना हम किसी से भी नहीं कर सकते है
युवा नेता आगे भविष्य के लिए तैयारी! वोट तो जनता के हाथ में चाहे किसी को भी दे? कोई ज़रूरी नहीं की जो तिरभुवन चौहान को वोट मिले? कांग्रेस को मिल जाते हो सकता है वे वोट भी बीजेपी को मिल जाते ये भी तो हो सकता है? जनता का कुछ नहीं कह सकते?
भाजपा व संगठन ने यह डबल खेला किया गया था?? परन्तु भाजपा ने पहले 22000+12000+4000+3000=41000 लेकिन पिछले वाले चुनाव में भाजपा ने अपने खेमे मे शामिल करवा दिया गया था परन्तु प्राप्त हुआ 23000 अर्थात मात्र 1000 वोट ज्यादा मिला था बाकी 18000 वोट कहा चले गये????
सच्चाई यह है कि त्रिभुवन चौहान जी जनता के बुनियादी मुद्दे ग्राउंड पर व सोशल प्लेटफार्म पर उठाते रहते है यदि वह कुछ समय पहले से तैयारी करते तो रिजल्ट उनके फेवर में होता। बॉबी पंवार जी के आने से उनको काफी फायदा मिला। इस रिजल्ट व टिहरी सांसद चुनाव रिजल्ट से पता चलता है कि जनता को तीसरा विकल्प चाहिए।
पंवार, जी,, आज आपकी चुनाव की चर्चा देख कर लगता है की, अपने केवल एक. कांग्रेसी एजेंट को चर्चा पर बैठा रखा है,, ये कह रहे हैँ की किसी को पूछे बिना. ही अचानक त्रिभुवन चुनाव में उतर गया, क्या बिना. इनको पूछे कोई चुनाव नहीं लड़ सकता,,?, मुझे ऐसी पत्रकारिता नाम. की चीज ाची नहीं लगी,, आपलोग युवाओं का एक प्रकार से निरुत्साहित कर. रहे हैँ,,
बिल्कुल में तो ये समझता भट्ट जी आपको कोई नहीं जानता होगा जैसे मैं भी नहीं जानता पर त्रिभुवन भाई की पहचान खुद के दम पर है और साथ देने वाले बॉबी भाई के दम पर है आप तो कांग्रेसी लग रहे हैं बॉबी भाई और त्रिभुवन भाई अपने दम पर सत्ता हासिल करेंगे। आपने कौनसे मुद्दे उठाए हमने तो देखा ही नहीं
निर्दलीय उम्मीदवार ने ही नही सारी बी जे पी पार्टी का पूरा अमला व सरकार का पूरा दम लगा था केदारनाथ पर हमे तो अधेरे मे रखा जा रहा है मोदी राज मे बहस मे अब उलझे रहो बस
Bjp को डबल फायदा एक तो इसे त्रिभुवन चौहान और बाबी पवार की अपनी साख खत्म हुई है। दूसरा बाबी पवार की राजनीतिक वोट कटवा के रूप में bjp ने जनता को दर्शा दिया
बीजेपी प्रायोजित थे या नहीं थे लेकिन कांग्रेस को भरी नुकसान पहुंचा गए,,,,,,,,वैसे बेरोजगार बच्चों के मां बाप भी बाबी भाई को या बॉबी भाई के समर्थक को वोट नहीं देते ऐसा क्यों,,,,,,सोचने वाली बात है,,,,
गलत बात. बॉबी और चौहान मिलकर हम तीसरा विकल्प खड़ा करेंगे jo उत्तराखंड के लोगों की आवाज सुने और उनके हित में काम करें. 2027 में प्रदेश की जनता को न्याय देने के लिए एक नया मुख्यमंत्री होगा नई राजनीतिक दल का .
भट्ट जी इसका मतलब आप त्रिभवन चौहान जी का चैनल नहीं देखते आप कह रहे हैं कि आपने मुद्दे उठाए आपने तो कभी पेपर लीक कांड कभी आवाज नहीं उठाई आप खाली कागज में मुद्दे उठाते हो त्रिभुवन भाई ग्राउंड में mude उठाते हैं
केदारनाथ विधानसभा का हमेशा से ही दुर्भाग्य रहा है, इस बार bjp को सबक सिखाते तो इनको 2027 का भय रहता और डर के मारे विकास कार्य होते, अब अगले 2-3 साल तक पकड़े फिर baba का ठुल्लू😂😂😂😂
Bhatt Ji pareshaan hai ki unko koi Jaanta nahi aur unko Congress ghaas nahi daal rahi, Bhatt Ji Ro rahe ek naya neta Tribhuvan mein tayyar ho raha jiska Agenda Uttarakhand aur Uttarakhandi ka accha chahta hai
System hi change hona chahiye Vote transfer system hona chahiye Verna to 9000 vala bi jheet jayega jab candidate bhaut honge 23000 pe jheet hori had hai 50%janta ka bi samarthan nhi hai
त्रिभुवन चौहान की कोई शाखा नहीं है, भट्ट ने सही विश्लेषण किया,हमारा कहना भी यही था कि इसे मुश्किल से ढाई तीन हजार से ज्यादा नहीं थी।। धन्यवाद भट्ट जी,व पंवार जी।।
Tum jaison ko pata kya ki azadi kya hoti hai tum to bas aise he tumko to free ki rashan daru meet paise chahiye tum ko kabhi soniya ki chato kabhi modi ke daru
भट्ट जी को बोलो बोबी पंवार को कैसे मिले 1.5 लाख वोट रही बात इंद्रेश मैखुरी भाई की वो ग़लत पार्टी में जुड़े हैं उनकी पार्टी की सोच Uttrakhand me हाशिए पर है | नहीं तो no doubt Indresh मैखुरी deserving है| भट्ट जी लोगों की सोच बदल रही है अब..... Ukd पहले p ओर d से बाहर निकले तो उनको कुछ जनाधार हो
पहिचान कुछ नहीं होती, मैसेज होता है, बॉबी पवार से भी फर्क पड़ा आजकल का युवा सोशियल मिडिया को फॉलो करता है, लोग दोनों पार्टियों से तंग हैँ 2027 में, अनजान लोग जीतेंगे बॉबी और त्रिभुवन और मेरे jese😂लोग जीतेंगे 😂😂😂😂
@manu panwar bhai Ji Ap Janta ki Nabje Samjo, Janta Congress & BJP se hat kar ab third options chahti hain.. Bobby Panwar & Tribhuvan Chauhan jaise leaders ke sath sara Youth Khada hain ab..
बीजेपी डर रही थी निर्दलीय प्रत्याशी त्रिभुवन चौहान से, अपने कर्मों की वजह से जिसमें उसने उत्तराखंड की समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया, परंतु fir bhi BJP Jeet gai. इसका कारण उत्तराखंड में माताon और बहनों का BJP mein jhukau ke siwa andh bhakton ki mehnat hai. Dusri taraf BJP sarkar ne Uttarakhand ki janta ki samasyaon par dhyan na diya, bhrashtachar naukari, posting, transfer, bahar ke logon ko aarakshan group C or D mein, Ankita Bhandari ek imandar achhi beti jisne dhande bajon ka virodh kiya, ko nyay na diya, Mool Niwas or Bhoo kanoon ki awaj par dhyan nahin diya aisi party ki taraf jhukau ek swarthi mansikta ko dikhata hai. Tisra Boby Panwar Berojgar sangh, BJP or Congress ka hi virodhi hai, in donon rashtriya dalon ne Uttarakhand mein bhrashtachar failakar yuwaon ke sath ghor anyay kiya or paise lekar naukari janpratinidhiyon ne apane chahete, rishte daron adi ke bachhon ko hi di samvida or UPNL mein, or ab unko pakka karane ka andolan chala rakha hai. Aise mein yogya bachhe berojgar hi rahenge. Netaon dwara naukariyon mein liye gaye bachhe bhrashtachar ki upaj hain jinhe + - × ÷ bhi sahi se nahin aa raha hai or vo janta par galat vijli bill, pani bill or har kshetra mein janta se dhan wasuli ke sarkari agent bane baithe hain. Standard 5th ki padhai ka or post Graduation level ki.
BHATT G AAP BILKUL SHI KH RHE H BUT MODI KA 5KG CHAWAL. AAPKA KHNA SHI H KI HM LGE RHTE H PR HMKO KOI NHI JANTA H BUT.....MN TRIBHUWAN KO ANKITA BHANDARI KAND M DEKHA THA TB SE YH KHI N KHI KUCHH N KUCHH KRTA RHTA H. ENKI WJH SE CONGRESS KO NUKSAN HUAA H
Never trust on Bobby Panwar, TC Or all such people who fight independent are agent's of BJP team whose prime agenda is to help BJP to win in loksabha, vidhsabha and upchunaav seats by fighting independent so that vote can be easily transferred and divided between various candidate. Never trust these people again. Out of 24 year's of UK, congress has ruled only for 8-9 years while BJP has ruled the state for about 15-16 years and completely destroyed it. It was BJP who changed the land law and allow outsiders to buy land and occupy all sorts of jobs here while local pahadi people are roaming on the street. Pahadi people are being fooled in the name of Hindu-Muslim while whole state is being controlled by DESI people.
हा,, हा,, अपने मुंह मिट्ठू,,मेहमान साहब,,महान पत्रकार,,!!!क्या बॉबी पंवार की टिहरी लोकसभा में डेढ़ लाख वोट भी बेईमानी थी,,!!!अरे साहब क्या बोल रहे है,,त्रिभुवन को एक अदना सा पत्रकार बता रहे है,,!!!वाह,, कोई बड़ा सा पुरुष्कार दे दो इन्हें,पत्रकारिता,,!!!
भट्ट जी आप जो बोल रहे हैं वह 100% सही है जनता का चुनाव विकास के पक्ष में होना चाहिए था
Bhatt ji सच कहूं तो आपको कोई नहीं जानता है मगर त्रिभुवन चौहान जी को पिथौरागढ़ वाली भी जानते हैं
सारे पिथौरागढ़ की गारंटी आप कैसे कर सकते हैं मैं भी पिथौरागढ़ जनपद में रहता हु मैं तो नहीं जानता इस चौहान को
@@LaxmansinghNegi-o8s Vote bhi nhi wha tumhara, hm sb ko jante h
@@LaxmansinghNegi-o8simaandaar logo ki popularity thoda dhire dhire bdti h bhai ji
Sahi baat
Wahi to...❤❤❤
भट्ट जी को मैं भी नहीं जानता ।लेकिन तिभुवन चौहान जी को अच्छी प्रतिक्रिया के लिए काफी समय से जनता हु।। भट्ट जी का विश्लेषण एक तरफा है । ये कांग्रेस के प्रवक्ता ज्यादा पत्रकार कम लगते है
भट्ट जी का विश्लेषण सिर्फ बातों का था आंकड़ों का नहीं, त्रिभुवन चौहान जी को वोट गुप्तकाशी और ऊखीमठ क्षेत्र से मिले हैं जो उनके अपने क्षेत्र हैं और त्रिभुवन को लोग विकल्प के रूप में देख रहे थे, कांग्रेस की हार का कारण उनका अपना वोट बैंक sc वोट का खिसकना था, जो बीजेपी के रणनीति का हिस्सा भी रहा, क्योंकि 170 बूथ पे , प्रति 33 वोट का औसत ही हार का आ रहा, जो साफ साफ दिख रहा था कि sc वोट की कमी के कारण ये हार संभव हुई, अगर हमारे अपने गांव की बात करें तो , वहां भी 16 में से केवल 5 ही परिवार वाले कांग्रेस के वोटर थे, बाकी बीजेपी या त्रिभुवन वाले
त्रिभुवन चौहान का चुनाव चिन्ह भी हीरा था जो लोगों के दिमाग में बैठ गया, जो किसी भी निर्दलीय के लिए सबसे जरूरी होता है
भट्ट जी की बात एकदम सत्य हैं
प्रिय भट्ट जी का विश्लेषण आधा हकीकत आधा फसाना है 👏👏👏
यह हकीकत है कि त्रिभुवन चौहान जी को केदारनाथ विधानसभा क्षेत्र के लोग पूर्व विधायक स्व. शैला रानी रावत जी की मृत्यु के बाद से ही जानते हैं🙏
यह सही है लेकिन केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव में जनमानस में भाजपा और कांग्रेसी उमीदवार के प्रति बहुत नाराजगी थी और दूसरी तरफ कांग्रेस के साथ ही भाजपा प्रत्याशी के प्रति जनभावना होने के कारण यह परिणाम रहा !
भाजपा और कांग्रेस उमीदवार के प्रति नाराजगी ही त्रिभुवन चौहान को मिले मत जनपक्ष प्रतिविम्बित करता है😎😎😎😎👏😎😎😎😎😎😎😎😎
केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव में एक बार फिर 27 वर्षीय पेतृक जनपदों- पर निर्भरता के अवस्थापना सुविधाओं के मुद्दे नदारद रहे हैं : बीर सिंह बुडेरा ( गुरु जी)
पूर्व प्रदेश महामंत्री जिला पंचायत सदस्य संगठन उत्तराखण्ड
भट्ट जी आप सही सोच रहे हैं बहरहमबुधी है सही सोच बीजेपी का मास्टर माइंड चेहरा तिरभुवन कांग्रेस की गत करना बीजेपी का हाथ
, बीजेपी ने जो भी सीट निकली है मोदी जी के नाम से निकली है
त्रिलोचन भट्ट की पर्सनल कुछ दिक्कत दिख रही है, त्रिभुवन चौहान से....
सटिया गए हैँ,,
Bilkul
Yaat...kal tribhuvan ..bobby party bnayenegy..tab bjp ke vote kaatengrey...tab kya boleneyy ye bhatt ji😂😂😂bobby vote bank will from bjp only
ये बीजेपी के संसाधनों की बात भट्ट जी ने भले. धीमे से कही, पर. बिलकुल सही. कही,,
माननीय भट्ट जी प्रधान का चुनाव लड़ के दिखाओ तब पता चलेगा आपको
😂😂😂😂😂😂😂😂 भट्ट जातिवादी सोच रखता है 😀😀😘 त्रीभुवन चौहान को कमतर नहीं आंका जाना चाहिए 👍😊
त्रिलोचन कोन हे कहा का हे
भट्ट जी का चुनावी बिषलेषण एकदम सटीक है।
मनरेगा कर्मियों का जनपद चमोली में चार चार महीने से मानदे प्राप्त नहीं हुआ है, सभी जनपद में यही हाल है बद्रीनाथ ने सरकार को अच्छा जवाब दिया है केदारनाथ की जनता नहीं समझ पाए
, आपका विश्लेषण बिल्कुल सही है
आदरणीय भाई साहब श्री पंवार जी त्रिभुवन चौहान जी को जो वोट मिले सम्मानित भट्ट जी कुछ भी बोलें, मेरे विचार से यह त्रिभुवन चौहान जी की लोकप्रियता है,
Janta ne Chauhan nirdaliya pratyashi ko vote Congress or BJP ke siwa tisre vikalp chunne ke liye diya. Chunau ladne Wale sab Bhatt ji ki soch ki tarah swarthi nahin, kisi ki chhoti madad se nahin karm bhumi mein pradesh ki bhalai mein khade hone wale log bahut hain, jo janta ko न्याय देनाचाहते हैं . न्याय, स्वास्थ्य, शिक्षा aur रोजगार के क्षेत्र में सरकार ने उत्तराखंड की जनता के हितों की घोर अनदेखी की है. इसीलिए अन्याय के खिलाफ लड़ने वाले लोगों की संख्या ज्यादाहै. सभी को राजनीतिक दलों का पिछलघु ना समझे भट्ट जी. हम चाहते हैं कि सरकार जिनकी भी हो वह ईमानदारी से काम करें. आज भी भाजपा अगर सन्मार्ग पर जाकर सही काम करें तो हमें बेहद खुशी होगी. सरकार जन hit के kam करें हम विरोध करना बंदकर देंगे .
केदारनाथ के वोटरो को कटोरी में खाने की आदत पड चुकी है... थाली मे खाने से चक्कर आ जायेगा.... इसलिए सोच छोटी हो तो वो कभी आगे नहीं बढ सकते हैं.....
Bhai kahna kya chahte ho?
Tumhri psnd ka neta nhi jeeta to sare voters ko ye sab khana sahi h kya?
Apne shabdon ki maryada kisi ke bhi support me langhni nhi chahiye
@@AloneMaverick Kedarnath walo ne kedarnath ko sona chori kar diya orr iljaam lagate h dusro pe
भट्ट जी ने अपने मुखार बिंदु के वक्तव्य से लास्ट में जो कहा इसको गौर सेसुनो जबकि भट्ट जीने सही बात कही जो आज तक होकर आया है
उत्तराखण्ड की जनता देशहित में वोट करती है, जनता की भावनाओं का सम्मान करना सीखो, कॉंगरेश हमेशा हिन्दू विरोधी रही है, समझो हिन्दुओं की भावनाओं को 😮❤🎉
आने चुनावों में लोगों को बॉबी पंवार एण्ड कम्पनी को सही से समझना पड़ेगा ये लोग विपक्ष को कमजोर करने का काम कर रहें हैं भाजपा की कूटनीति के हिसाब से काम कर रहे हैं लोगों समय रहते समझना होगा।
इन्हीं की वजह से कांग्रेस डूबी है एक सही चेहरा लाओ पब्लिक के सामने भट्ट साहब अगली बार आप ही कांग्रेस के विधायक है आपको देख मुझे तो यहीं लग रहा
निष्पक्ष पत्रकार है त्रिलोचन भाई
भैजी दीपावली के समय मैं भी केदारनाथ गया था। वहां मैं भी गाहे-बगाहे लोगों से ऐसे ही पूछ रहा था, त्रिभुवन चौहान जी के बारे में उनके विचार जानने के लिए। कुछ लोगों ने भी यही बताया कि बीजेपी बड़ी चालाक है, त्रिभुवन चौहान को उन्होंने ही खड़ा किया है। क्योंकि सोनप्रयाग, गुप्तकाशी आदि जगहों पर लोग बीजेपी से नाराज़ दिखाई दे रहे थे। बीजेपी को अंदेशा हो गया था कि बद्रीनाथ वाली हालत हो सकती है। इसीलिए उन्होंने त्रिभुवन चौहान को निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर खड़ा किया है, और उसका फायदा भी उनको मिल गया।
बीजेपी को हर हाल में केदारनाथ जीतना था
@ManuPanwar बिल्कुल भैजी...!
Sir आप को जानते भी नहीं है और नहीं जानना चाहेंगे क्योंकि आप की बातों से लग रहा है। आप ने केदार घाटी के लिए अपने क्या लिखा क्या रिपोर्टिंग की। ये तो आप ही जानते होंगे
रही त्रिभुवन रावत की बात तो उन्होंने गांव गांव जानकर रिपोर्टिंग की है और जहां जहां रिपोर्टिंग की होगी उस पर तुरंत ही एक्शन लिया गया है
ओर। त्रिभुवन चौहान की तुलना हम किसी से भी नहीं कर सकते है
भट जी चौहान को सब जानते हैं मै तो 15 साल से delhi se janta hu
आपका विश्लेषण बिल्कुल निराधार है ।इसमें कोई दो राय नही ।
युवा नेता आगे भविष्य के लिए तैयारी! वोट तो जनता के हाथ में चाहे किसी को भी दे? कोई ज़रूरी नहीं की जो तिरभुवन चौहान को वोट मिले? कांग्रेस को मिल जाते हो सकता है वे वोट भी बीजेपी को मिल जाते ये भी तो हो सकता है? जनता का कुछ नहीं कह सकते?
जनता तीसराविकल्प ढूंढ रही है बीजेपी और कांग्रेस को हटाकर .
भाजपा व संगठन ने यह डबल खेला किया गया था?? परन्तु भाजपा ने पहले 22000+12000+4000+3000=41000 लेकिन पिछले वाले चुनाव में भाजपा ने अपने खेमे मे शामिल करवा दिया गया था परन्तु प्राप्त हुआ 23000 अर्थात मात्र 1000 वोट ज्यादा मिला था बाकी 18000 वोट कहा चले गये????
Nice prediction,,
मैं भट्ट जी के बिचारों से सहमत नहीं हू । चौहान जी उत्तराखंड के मुद्दो पर चुनाव लडें।
सच्चाई यह है कि त्रिभुवन चौहान जी जनता के बुनियादी मुद्दे ग्राउंड पर व सोशल प्लेटफार्म पर उठाते रहते है यदि वह कुछ समय पहले से तैयारी करते तो रिजल्ट उनके फेवर में होता। बॉबी पंवार जी के आने से उनको काफी फायदा मिला। इस रिजल्ट व टिहरी सांसद चुनाव रिजल्ट से पता चलता है कि जनता को तीसरा विकल्प चाहिए।
Chauhan ji ne apni patrkarita se bahut kuch kiya h .....imaandar logo ke piche sb pd jatey h ....
Bhatt g maze huye patrkar hai .or bislesan k mahir v hai .godi ni hai
Trilochan Bhatt ji bahut badia analysis hai apka. Ijazat ho apki to miliyega sir
nice analysis..
जैसे आप त्रिभुवन चौहान को नहीं जानते वैसे आपको भी कोई नहीं जानता सच कहूं तो चश्मा उतार के देखो सब कुछ पहचान लोगे
जिसको भी चुनाव लड़ना है, वो पहले भट्ट जी से राय ले ले,, और अपना मकसद भी उनको बत्ता दे,,
सीधी लड़ाई से भाजपा डरती है ,और हार जाती है ,
पंवार, जी,, आज आपकी चुनाव की चर्चा देख कर लगता है की, अपने केवल एक. कांग्रेसी एजेंट को चर्चा पर बैठा रखा है,, ये कह रहे हैँ की किसी को पूछे बिना. ही अचानक त्रिभुवन चुनाव में उतर गया, क्या बिना. इनको पूछे कोई चुनाव नहीं लड़ सकता,,?, मुझे ऐसी पत्रकारिता नाम. की चीज ाची नहीं लगी,, आपलोग युवाओं का एक प्रकार से निरुत्साहित कर. रहे हैँ,,
त्रिभुवन चौहान जी एक सच्चे आदमी है अपने दम पर चुनाव लड़ा फालतू की बातें मत करो अभी चौहान जी चुनाव लड़ेंगे औरजीतेंगे
बिल्कुल में तो ये समझता भट्ट जी आपको कोई नहीं जानता होगा जैसे मैं भी नहीं जानता पर त्रिभुवन भाई की पहचान खुद के दम पर है और साथ देने वाले बॉबी भाई के दम पर है आप तो कांग्रेसी लग रहे हैं बॉबी भाई और त्रिभुवन भाई अपने दम पर सत्ता हासिल करेंगे।
आपने कौनसे मुद्दे उठाए हमने तो देखा ही नहीं
Wah bhatt ji sach bhi bolte hai aap jaise log
निर्दलीय उम्मीदवार ने ही नही सारी बी जे पी पार्टी का पूरा अमला व सरकार का पूरा दम लगा था केदारनाथ पर हमे तो अधेरे मे रखा जा रहा है मोदी राज मे बहस मे अब उलझे रहो बस
पवांर जी किसी ऐसे जर्निस्ट को बुलाए इनको को भी कोई नहीं जानता। 😂😂
मैंने भी आज पहली. बार इनको सुना,,. पर लगता है ये भी कांग्रेस के चाटुकार हैँ,,
पवार जी गणेश गोदियाल जी जैसा कोई नहीं है उत्तराखंड में गणेश गोदियाल जी का इंटर व्यू करिए
भोट किशी को कितनी भी पड़ जाए तो क्या फर्क पड़ता है जीता तो कोई और
नमस्कार
अपना विश्लेषण अपने पास राखे सभी। कांग्रेस हार गयी इसमे उनकी नाकामी है। त्रिभुवन चौहान पर मत डालो अपनी हार का ठीकरा।।
आम जागरूक लोग हैं
Bjp को डबल फायदा एक तो
इसे त्रिभुवन चौहान और बाबी पवार की अपनी साख खत्म हुई है।
दूसरा बाबी पवार की राजनीतिक वोट कटवा के रूप में bjp ने जनता को दर्शा दिया
भट् जी ने सही कहा
बीजेपी प्रायोजित थे या नहीं थे लेकिन कांग्रेस को भरी नुकसान पहुंचा गए,,,,,,,,वैसे बेरोजगार बच्चों के मां बाप भी बाबी भाई को या बॉबी भाई के समर्थक को वोट नहीं देते ऐसा क्यों,,,,,,सोचने वाली बात है,,,,
भाजपा का वोट नही पड़ा वोट कटा कांग्रेस का ये लगता है कि भाजपा के प्लान पर बाबी और त्रिभुवन चौहान चल रहे हैं ये समझ नही पायी जनता
गलत बात. बॉबी और चौहान मिलकर हम तीसरा विकल्प खड़ा करेंगे jo उत्तराखंड के लोगों की आवाज सुने और उनके हित में काम करें. 2027 में प्रदेश की जनता को न्याय देने के लिए एक नया मुख्यमंत्री होगा नई राजनीतिक दल का .
सत्य की हमेशा जीत होती है
कांग्रेस के लिए वोट कटुआ साबित हुआ चौहान। बीजेपी का b टीम था।
भाजपा तो निश्चित ही थी इसके पीछे
Hat's off .... Trilochan Bhatt
भट्ट जी आप जनरल्टिट सोच के व्यक्ति कम और बीजेपी प्रेमी अधिक है एक भी बात दारू मुर्गा पैसा जो मुख्य किरदार रहा
भट्ट जी इसका मतलब आप त्रिभवन चौहान जी का चैनल नहीं देखते आप कह रहे हैं कि आपने मुद्दे उठाए आपने तो कभी पेपर लीक कांड कभी आवाज नहीं उठाई आप खाली कागज में मुद्दे उठाते हो त्रिभुवन भाई ग्राउंड में mude उठाते हैं
Chauhan ji ki ati mahatvakanksha bjp ko jita gaya. Respect kho diya usne
कांग्रेस का जातीय विभाजन भी काम नहीं आया , केदारनाथ की जनता ने पहाड़ में जातीय राजनीति को जन्म नहीं दिया इसके लिए धन्यवाद ,
jo sona chori huwa tu dega apni jeb se
केदारनाथ विधानसभा का हमेशा से ही दुर्भाग्य रहा है, इस बार bjp को सबक सिखाते तो इनको 2027 का भय रहता और डर के मारे विकास कार्य होते, अब अगले 2-3 साल तक पकड़े फिर baba का ठुल्लू😂😂😂😂
सटीक विश्लेषण नहीं कर पा रहे हैं श्रीमान जी।
बात मैं दम तो हैं भट्ट जी की
देव भूमि के लिए चौहान जी आज नवजवानों की रीढ़ कि हड्डी हैं
सड़कों पर रहने से कुछ नही होता है
Yes he is absolutely right. He does not express his views.
In Bhatt ji ko ye dukh hai ki log inse jada Tribhuvan ko kyun jaante hai.
Gajab ke aadmi ho Bhatt ji aap 🤣🤣🤣
Jalan theek hai lekin had se jada nahi.
Bhatt Ji pareshaan hai ki unko koi Jaanta nahi aur unko Congress ghaas nahi daal rahi, Bhatt Ji Ro rahe ek naya neta Tribhuvan mein tayyar ho raha jiska Agenda Uttarakhand aur Uttarakhandi ka accha chahta hai
Nice
जिफ
Boby panwar wants to become kejriwal of Uttrakhand
Bhatt jee ko falhi bhar dekh rahe hen
भट्ट जी को भी कुछ मिला होगा सायद,
System hi change hona chahiye
Vote transfer system hona chahiye
Verna to 9000 vala bi jheet jayega jab candidate bhaut honge
23000 pe jheet hori had hai
50%janta ka bi samarthan nhi hai
,,यह बकबास है अगर यह सच है तो बहुत गलत है
भट्ट जी को ना तो कुलदीप के बारे में कुछ पत्ता है, और ना ही त्रिभुवन के. बारे में,,
Bhula manu maine kafi din pehle keh diya tha ki kedarnath vidhan sabha by election me smt aasha nautiyalji vijayi hongi
त्रिभुवन चौहान की कोई शाखा नहीं है, भट्ट ने सही विश्लेषण किया,हमारा कहना भी यही था कि इसे मुश्किल से ढाई तीन हजार से ज्यादा नहीं थी।। धन्यवाद भट्ट जी,व पंवार जी।।
Tum jaison ko pata kya ki azadi kya hoti hai tum to bas aise he tumko to free ki rashan daru meet paise chahiye tum ko kabhi soniya ki chato kabhi modi ke daru
Unme or tum jaison me yahi farak hai ki vo azai ke matvale hain tum ek peg daru or meet ke kuch tukdon me apna iman bechne wale
सही निष्कर्ष निकाला भट्ट जी ने
त्रिभुवन चौहान ने 9 हजार से ज्यादा. वोट लेकर हज़ारों. लोगों का दिमाग़ हिल्ला डाला,, थैंक यू त्रिभुवन,,
@@pankajsingh1463very nice,, 1000% Right,
Pata nahi Bhatt ji kaunse patrkar hai 😂😂
Hamne inhe dekha hi nahi kabhi jabki Tribhuvan ko bacha bacha jaanta hai.
भट्ट जी को बोलो बोबी पंवार को कैसे मिले 1.5 लाख वोट रही बात इंद्रेश मैखुरी भाई की वो ग़लत पार्टी में जुड़े हैं उनकी पार्टी की सोच Uttrakhand me हाशिए पर है | नहीं तो no doubt Indresh मैखुरी deserving है| भट्ट जी लोगों की सोच बदल रही है अब..... Ukd पहले p ओर d से बाहर निकले तो उनको कुछ जनाधार हो
कांग्रेस वाले अपनी हार पचा नहीं पा रहे हैं जय बाबा केदार की 🎉❤
Bhatt ji ki kisi party ke prati Prem or tribhuvan ji ke prati apni kuchh personal dikkat or jalan saaf dikh rahi hai..😂😂😂
Manoj Rawat jindabad
आपके साथ चर्चा में शामिल व्यक्ति ऐसे लोग ही कांग्रेस को भी डुबो रहे है 😂
कहीं ऐसा तो नहीं भट्ट जी की आपको कोई पर्सनल दिक्कत हो बॉबी पवार से क्योंकि इसमें आप हार जीत का विश्लेषण कम बॉबी पवार की बुराई ज्यादा कर रहे हैं
विश्लेषण में स्वाद नहीं आया
Ek suniyogit program tha.sab nhi samaj sakte???
पहिचान कुछ नहीं होती, मैसेज होता है, बॉबी पवार से भी फर्क पड़ा आजकल का युवा सोशियल मिडिया को फॉलो करता है, लोग दोनों पार्टियों से तंग हैँ 2027 में, अनजान लोग जीतेंगे बॉबी और त्रिभुवन और मेरे jese😂लोग जीतेंगे 😂😂😂😂
Bhat ji congressi lag Rahe Hai
@manu panwar bhai Ji Ap Janta ki Nabje Samjo,
Janta Congress & BJP se hat kar ab third options chahti hain..
Bobby Panwar & Tribhuvan Chauhan jaise leaders ke sath sara Youth Khada hain ab..
Inhone BJP ki B party banke kedarghati ki janta ko chala
राजनीति में कुछ भी असंभव नहीं है
बीजेपी डर रही थी निर्दलीय प्रत्याशी त्रिभुवन चौहान से, अपने कर्मों की वजह से जिसमें उसने उत्तराखंड की समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया, परंतु fir bhi BJP Jeet gai. इसका कारण उत्तराखंड में माताon और बहनों का BJP mein jhukau ke siwa andh bhakton ki mehnat hai. Dusri taraf BJP sarkar ne Uttarakhand ki janta ki samasyaon par dhyan na diya, bhrashtachar naukari, posting, transfer, bahar ke logon ko aarakshan group C or D mein, Ankita Bhandari ek imandar achhi beti jisne dhande bajon ka virodh kiya, ko nyay na diya, Mool Niwas or Bhoo kanoon ki awaj par dhyan nahin diya aisi party ki taraf jhukau ek swarthi mansikta ko dikhata hai. Tisra Boby Panwar Berojgar sangh, BJP or Congress ka hi virodhi hai, in donon rashtriya dalon ne Uttarakhand mein bhrashtachar failakar yuwaon ke sath ghor anyay kiya or paise lekar naukari janpratinidhiyon ne apane chahete, rishte daron adi ke bachhon ko hi di samvida or UPNL mein, or ab unko pakka karane ka andolan chala rakha hai. Aise mein yogya bachhe berojgar hi rahenge.
Netaon dwara naukariyon mein liye gaye bachhe bhrashtachar ki upaj hain jinhe + - × ÷ bhi sahi se nahin aa raha hai or vo janta par galat vijli bill, pani bill or har kshetra mein janta se dhan wasuli ke sarkari agent bane baithe hain. Standard 5th ki padhai ka or post Graduation level ki.
महोदय सही आकलन करना भी सीखें।
BHATT G AAP BILKUL SHI KH RHE H BUT MODI KA 5KG CHAWAL. AAPKA KHNA SHI H KI HM LGE RHTE H PR HMKO KOI NHI JANTA H BUT.....MN TRIBHUWAN KO ANKITA BHANDARI KAND M DEKHA THA TB SE YH KHI N KHI KUCHH N KUCHH KRTA RHTA H. ENKI WJH SE CONGRESS KO NUKSAN HUAA H
Never trust on Bobby Panwar, TC Or all such people who fight independent are agent's of BJP team whose prime agenda is to help BJP to win in loksabha, vidhsabha and upchunaav seats by fighting independent so that vote can be easily transferred and divided between various candidate. Never trust these people again. Out of 24 year's of UK, congress has ruled only for 8-9 years while BJP has ruled the state for about 15-16 years and completely destroyed it. It was BJP who changed the land law and allow outsiders to buy land and occupy all sorts of jobs here while local pahadi people are roaming on the street. Pahadi people are being fooled in the name of Hindu-Muslim while whole state is being controlled by DESI people.
बीजेपी
माननीय आप भी एक बार चुनाव लड़ के देखिए ....
सिर्फ आपको जो लगे वही हो ऐंसा संभव नहीं है....क्यों जबर्दस्ती दूसरे पर सवाल खड़े कर रहे हो..
ये त्रिलोचन कोन हे ओर कहा का हे
बोबी पवार व त्रिभुवन उत्तराखंड को खाई में ले जा रहे हैं, ऐसा लग रहा है।
हा,, हा,, अपने मुंह मिट्ठू,,मेहमान साहब,,महान पत्रकार,,!!!क्या बॉबी पंवार की टिहरी लोकसभा में डेढ़ लाख वोट भी बेईमानी थी,,!!!अरे साहब क्या बोल रहे है,,त्रिभुवन को एक अदना सा पत्रकार बता रहे है,,!!!वाह,, कोई बड़ा सा पुरुष्कार दे दो इन्हें,पत्रकारिता,,!!!
साजिश