हर सप्ताह 8-9 घंटे कार्यावधि होनी चाहिए अन्यथा देश बर्बाद हो जाएगा। 12-13 घंटे कार्य करने का सबसे बड़ा दुष्प्रभाव युवा पीढ़ी पर पड़ रहा है। पारिवारिक विघटन,आत्म हत्या, मानसिक अवसाद, जैसी विषम परिस्थितियां तेजी से बढ़ती जा रही हैं। इसे रोकने के लिए सरकार को शीघ्र आवश्यक कदम उठाना चाहिए।
सर जी जो कह रहे हैं एक एक शब्द 100% सच कह रहे हैं जनता की आंखें खोल रहे हैं युवाओं को जाग रहे हैं यह नारायण मूर्ति बल बुद्धि का इंसान है और मजदूरों को यह पांव की जूती समझ रहा है नारायण एक दिन की पगार 16 लख रुपए है और मजदूर को 10000 देते हैं कम करो 15 घंटा
Yes im a retired employee from L&T retired in 2015 , of late L&T's work culture has gone to dog they are not recruiting new people even after retirement give extension for 2 years and after that asked them to continue on contract both the parties are benefited. So sad when I joined L&T in 1978 it was a gem of a company to working with.
जी🙏आदरणीय हम आपकी बात समझ रहे हैं मैं इस समय 68 + हूं ,🙏 मेरे एक मित्र (class fellow) भी लार्सन ऐंड टुब्रो में सीनियर पोजीशन पर थे l उन्होंने भी इसे छोड़ दिया था l कामोबेश शायद यही या इससे मिलते जुलते कारण रहे होंगे🤔❓🙏
ये सभी उधोगपति अपने कर्मचारियों को आदमी नहीं समझते हैं।जानवर को आराम दिया जाता है ये लोग अपने employees को जानवर से भी बत्तर समझते हैं। वेतन बढ़ाने का बात नहीं करते हैं।
18 घंटे काम करके वो कब आराम करेगा और कब अपनी पारिवारिक जिम्मेदारी पूरी करेगा। इससे परिवारों का विघटन शुरू हो जायेगा। लेकिन ये बात वो ही समझ सकता है जिसके खुद की पत्नी हो, बच्चे हो और परिवार हो।
हमारे एक मित्र की माँ को अल्जाईमर है,उन्हें अपने बीबी -बच्चों के साथ माँ की देखभाल करनी पड़ती है।अगर 90 घंटे तक काम करेंगे तो अपने परिवार की जिम्मेदारियाँ कब निभायेंगे।😬
@@saji2020 yup 4 days with 10 hour/day and then remaining 3 days they all can enjoy, have a personal space. After all why do people work ? To enjoy life.
ये लोग सत्तासुख एंजॉय करते हैं खुद काम नहीं करते। इसके सामने पत्निसुख भी छोड़ सकते है। ये साइंटिफिक मैनेजमेंट और ह्यूमैनिटेरियन एप्रोच के खिलाफ स्टेटमेंट है।इन्होंने समय गति और थकान और कार्यकुशलता के सम्बन्ध का अध्ययन नहीं किया है।
Carporates are meant for exploitation. Arun Sir rightly lift cover of this exploitation. BJP appears most favourable of carporates. Thanks Arun Sir, This all happening due to EVM& CEC.
" अगर बड़े लोगों के बीच में इस तरह का मजाक चल रहा है तो हम भी एक मजाक कर सकते हैं, 90 घंटे की क्या बात है 24 × 7 कम करने के लिए तैयार है लेकिन नौकरी नहीं करेंगे भागीदारी चाहिए पार्टनरशिप चाहिए अगर मंजूर है तो बताइए " ???😮
मिलियन बिलीयनेर चाहते मजदूर कर्मचारी 24 घन्टे काम करे यानी हफ्ते में सात दिन ही काम करे छुट्टी ना दि जाए तो ठीक रहेगा सैलेरी भी कम देना पड़े कम खर्च में ज्यादा मजदूरी ताकि करोड़ पति ओर मुनाफा कमा सके
अमरीका मे labour की ज्यादा सुनी जाती है। अगर कोई कंपनी पैसे कम देती है या बिलकुल नहीं दिये हैं। तो labour court मे 50 डॉलर fees pay करके छुट्टियां मनाओ। आपको वकील भी court देगी। केस तो labour ने हीं जीतना है। फिर आपके काम के पैसे,, जो दो महीने छुट्टियां की 400 usd per day के हिसाब से फिर इस दौरान आपको दिमागी परेशानी बहुत हुई।।उसके 40 -50 हज़ार डॉलर अलग से मिलेंगे। अब यहाँ कोई किसी के पैसे मारता हीं नहीं है। सबको पता है कि ये सौदा बहुत महंग्स पढ़ता है
@@anilkumargupta8240 प्रभु 🙏आप मुद्दे से भटक गए। मुद्दा था बीबी बच्चों को छोड़ कर ९० घंटे कंपनी के लिए काम करना। गौतम बुद्ध बीबी बच्चों को छोड़ कर स्व की खोज में निकले थे, शाश्वत सुख, शांति, आनंद की खोज में निकले थे। दोनों दिशाएं अलग है। दूसरा की मैंने नेता की बात की है, घर छोड़ कर आध्यात्मिक साधना करने वालो की नहीं।
In England Corporate and Govt servants work only 5 days a week and they still perform in their jobs. It is stupid to work for 70 or 90 hrs which result in breakdown of health
माननीय अरुण साहब ने बहुत ही अच्छे तरीके से विष्लेषणात्मक तथ्यपरक विवेचना प्रस्तुत किया है और कड़े शब्दों में जो बोला है कि ये लोग इतने ऊंचे पद पर रहते हुए भी किस तरह से घटिया मानसिकता वाले विचार रखते हैं इनको शर्म आनी चाहिए जो कि 90 घंटे तक काम पर लगाए रखना चाहते हैं। कहां से आए हैं ऐसे अमानवीय सोच रखने वाले।ना इनको इंटरनेशनल लेबर लाज की समझ है ना ही ऐसे लोगों में इंसानियत का भाव है अंतर्रात्मा मर चुकी है इनकी। देश को कहां ले जा कर छोड़ेंगे ऐसे निर्दयी लोग।
कितना अच्छा होता अगर विकसित देशों में साप्ताहिक कार्य के घंटों का और उसके बदले किए जाने वाले भुगतान का भी उल्लेख होता या भारत में अभी कानूनन कितने साप्ताहिक घंटे तय किए गए हैं और यह कितने घंटे अपने कर्मचारी से काम ले रहे हैं और कितना भुगतान कर रहे हैं ?
Absolutely correct. What is the working hours for developed countries? India is most under developed country. Roads/Airports/Railways etc. are not adjudged for a developed country. Happiness Index and Hunger Index are the main criteria. Worst govt. so far is the Modi govt. of India.
Average 40 hours per week any extra hour overtime up to 4 hour then double pay on stat holiday time and half pay plus day off with benefits of medical dental eyes coverage for whole family plus sick days pay vacation pay say once you are lay off from work you get unemployment insurance pay
Agree with what Arun Agrawal says about Rahul Bajaj I remember when Vijay Mallya asked the government to bailout Kingfisher he said something to this affect if you cannot manage your business than get out of it instead of asking for a bailout
Bahut bada bat,or bahut bada Sankari ke sath Arun Agrawal saheb corporate duniya ke hastio ko aasan tarika se bislesan, knowledge me bahut high level ke gyani Agrawal sahebko kohi kant nahi, naman sirji.
🙏आदरणीय नीलू व्यास जी जिस देश में सामान्य आय के अतिरिक्त -- दान दक्षिणा, चंदा चढ़ावा, न्योछावर ,भेंट उपहार , तथा विवाह शादी पर मान सम्मान तथा रोका ठाके व् सगाई आदि अनुष्ठानों पर कैश इत्यादि प्राप्त करने की परंपरागत जारी हो वहां -- 90 घंटे की बात करने वाला सनातनी हो ही नहीं सकता🙏l
जब मोदी 18 घंटे काम कर सकता है तो और लोग क्यों नहीं कर सकते ऐसा लगता है कि ए लोग मोदी से प्रेरित होकर बचकाना बयान दे रहे हैं ए अपने कर्मचारियों को इंसान नही हैवान समझते हैं ए बेरोजगारी का गलत फायदा उठा ना चाह रहे हैं इसके लिए मोदी जिम्मेदार है यूआओं को इनके खिलाफ आवाज उठाना चाहिए
मोदी के पास न रांड न छियाली शीतला माता रुखाली,वाला हिसाब है। मोदी जी के कौनसे बीवी बच्चे रो रहे हैं जो उन्हें मां बाप और बच्चों की चिंता करें। भले वो 18 घंटे काम करे या चौबीस घंटे क्या फर्क पड़ता है। मजदूर तो बाहर बारह घंटे काम करने के बाद भी महिने में दस से बारह ही कमा पाता है। कॉन्ट्रैक्शन कम्पनियों में तो यू भी मजदूर से हाड़तोड़ मेहनत करवाईं जाती है और ठेकेदार समय पर मजदूरी भी नहीं देता।कयी बार तो ठेकेदार मजदूर के पैसे तक खां जाता है और मजदूर के हाथ कुछ नहीं आता। क्योंकि मजदूर कोई सरकारी कागजों में रजिस्टर्ड तो होता नहीं जो कुछ दिखाई दे।
Modiji stay in 2700 crores house,use 8500 crores plane exclusively for him, use 6 to 7 nos 15crores cars etc with very ordinary education qualification and has no family responsibilites. What is the performance after 11years we common people experience today. Do not compare with common employers who are highly educated and with much less salary.
ऐसे लोग संवेदन हीन केवल मनी माइंड लोग हैं इन्हें ना अपने देश से प्रेम हैं ना अपने परिवार से ये सिर्फ़ धन से ही प्रेम करते है ऐसे लीग इंसान नहीं है ये सिर्फ़ धन के लालची प्राणी है जागो और पहले सच्चे देशभक्त इंसान बनें जय हिन्द
Thanks a lot sir 1000 times for making video on this most underrated and serious topic.. Aaj har person apni family ghar se jyada work place pr de rha hai fir bhi uska torture kiya ja rha hai boss chahe jab marzi chutti le sakta hai lekin employee k ghar me serious issue bhi ho to bhi 10 mail krni padti hai us chutti ko lene k liye jo usko allot ki gyi hai joining k time. Isse bada Doglapan aur kya hoga jab apni company me kisi ko join karana ho to 15 din se andar join krne k presure dalte hain aur jab inka employee khud dusri better opportunity k liye resign dale to usko 3 month ka notice period serve krane k game khelte hain kya IT corporate p kisi ki lagam nhi 😡government kya leval garib thele walo ko hi dara sakti hai aur middle class logo se extra tax vasulte hain aur unki hi life me toxicity bhar di hai koi media chanel is topic p bat krta to kya corporates aur unke so called client ki himmat hoti illegally extra 18 hours work krwane ki 😡lekin godi media ko mandir masjid ki faltu bahas ya fir boycott bollwood k alawa koi kam bacha hai kya jo desh k serious issues jo desh ko parivar ko individual ko andar andar hi andar deemak ki tarah khaye ja rhe hain us mahangai berojari garibi aur security pr bat krne ki jagah modi ji aam chus k khate hain ya kat ke bas isi ki chinta hai 😡.. 9 hours ki payment me 18 hours kam krne ko presure dalna aaj common ho gya corporates me Isiliye employees ki death tk ho gyi hai kai depression aur nashe ka buri tarah shikar ho rhe 😎. Angrejo ki gulami se azaad hui to ab corporates aur sarkaro ki gulami bhugat rhe hum 😡
Advise to s सुब्रमण्यम, सबसे पहले अपने ड्राइवर को हटाए कार को garage मै रख दे, लंच tiffin, dusting, ghar ki safai Khud karke, local transport se Theek 9 baje biometric attendance ke liye office pauhuche
हां, क्रिकेटर भी मैदान पर ही रहेगा, एयरप्लेन पायलट भी 90 घंटे प्लेन में ही होना चाहिए, कार ड्राइवरों को रास्ते पर ट्रक कार में ट्राफिक जाम के साथ दिखना चाहिए ।
सुब्रमण्यम जी और नारायण मुर्ती जी के कहने का मतलब यह है की सरकार जो देश की बरबादी कर रही है ऊस की भरपाई करने के लिये कर्मचारियो को 90 घंटे प्रति सप्ताह काम करना चाहीये तभी देश बचेगा
Neelu ji It's high time Min of Labour and HRD must seek explainations from L&T and Infosys and issue appropriate directions. Arun ji is absolutely right that this is a issue of Labour arbitrage. Infosys have delayed the hike in wages which they normally do end of December. The rise in wages in private sector is below 5% across various industries. Regards
Since our institutions except ISRO lack credibility we need hard and smart work to bring up the nation .If in doubt look at China for industrial hub development. Look at Japan look at sE Asian countries Our msme is in bad shape, judicial cases on rise, gdp , population on rise , Tejas amca state, robotics, AI, quantum computer, financial accountability of banks, the list is endless.. You have to become a coolie first else one will be left where we were 75 years back. This is a nation where accountability is lacking, time cost overrun is the norm population is increasing by leaps and bounds. We have crab mentality all around " jo kamyab use apne level pe gira do, kyunki upar uthne ki kabiliyat nahi hai"
इंसान की सामाजिक और पारिवारिक जिम्मेदारियाँ भी होती हैं,और काम करने की भी एक सीमा होती है,शरीर और मन दोनों थकते हैं।इनको लगता है साहेब की तरफ सबकुछ छोड़ छाड़कर आदमी काम कर ने की मशीन बन जाए 😬
राहुल बजाज जी और रतन टाटा जैसे आदमी हम कहां से लेकर आएंगे? जिस आदमी का मन भर नहीं है वह जितने मर्जी पैसे कट्टी कर ले उसका मन कभी भर ही नहीं सकता। हमारे पास किरदार की कमी है। अगर हमारी यूनियनों में दम होता तो यह लोग ऐसी बात करने की ज़ुयरत तक नहीं करते।
I dont agree that people in corporate or govt works only when they are in physical office. Many continue to plan, strategise, implement many projects during their off hours, even while sleeping. So many are working for 20 hours a day including the PM
Arun Sir, thanks for exposing hypocrite Narayan Murthy
I don’t understand how such corporate heads speak without any sense. How sick is he? I wonder if he has worked for 70/90 hours of work in his life.
@@Anonymous-nt4sz India ka top most fraudlent company ko chalana koi miracle se kum nahi
हर सप्ताह 8-9 घंटे कार्यावधि होनी चाहिए अन्यथा देश बर्बाद हो जाएगा। 12-13 घंटे कार्य करने का सबसे बड़ा दुष्प्रभाव युवा पीढ़ी पर पड़ रहा है। पारिवारिक विघटन,आत्म हत्या, मानसिक अवसाद, जैसी विषम परिस्थितियां तेजी से बढ़ती जा रही हैं। इसे रोकने के लिए सरकार को शीघ्र आवश्यक कदम उठाना चाहिए।
सरकार भी तो यही लोग हैं 😢😢😢
4hrs होना चाहिए,4hrs travelling मे जाता है। 5 दिन का काम होना चाहिए 4 घण्टे। अभी गरीबी बेकारी ज्यादा है
Yes only 6 hr
सर जी जो कह रहे हैं एक एक शब्द 100% सच कह रहे हैं जनता की आंखें खोल रहे हैं युवाओं को जाग रहे हैं यह नारायण मूर्ति बल बुद्धि का इंसान है और मजदूरों को यह पांव की जूती समझ रहा है नारायण एक दिन की पगार 16 लख रुपए है और मजदूर को 10000 देते हैं कम करो 15 घंटा
Yes im a retired employee from L&T retired in 2015 , of late L&T's work culture has gone to dog they are not recruiting new people even after retirement give extension for 2 years and after that asked them to continue on contract both the parties are benefited.
So sad when I joined L&T in 1978 it was a gem of a company to working with.
जी🙏आदरणीय हम आपकी बात समझ रहे हैं मैं इस समय 68 + हूं ,🙏 मेरे एक मित्र (class fellow) भी लार्सन ऐंड टुब्रो में सीनियर पोजीशन पर थे l उन्होंने भी इसे छोड़ दिया था l कामोबेश शायद यही या इससे मिलते जुलते कारण रहे होंगे🤔❓🙏
मैने भी काम किया है IT मे. सॅलरी हाईक ना के बराबर होती है.
हमारी मांग है.एक घंटे का मेहनताना पहले तय करें.फिर 8 घंटे पर आए.बाकी कर्मचारी पर छोड दें.वह कितने घंटे अतिरिक्त कार्य करना चाहता है.🎉
@@dharmsinghgodara862 bilkul 🗿
I am an NRI in USA. Every word Arun sir is saying is correct. Impressive interview.
ये सभी उधोगपति अपने कर्मचारियों को आदमी नहीं समझते हैं।जानवर को आराम दिया जाता है ये लोग अपने employees को जानवर से भी बत्तर समझते हैं। वेतन बढ़ाने का बात नहीं करते हैं।
एक आदमी के18घंटे काम करने से देश बर्बाद हो गया ।सभी करने लगेंगे तो क्या होगा!सोच सकते हो?
Sahi bola.
😂😂
18 घंटे काम करके वो कब आराम करेगा और कब अपनी पारिवारिक जिम्मेदारी पूरी करेगा। इससे परिवारों का विघटन शुरू हो जायेगा। लेकिन ये बात वो ही समझ सकता है जिसके खुद की पत्नी हो, बच्चे हो और परिवार हो।
@sanwn0124 hugega mutega kab nahayega kab khana nasta kab karega
What are you talking about India is becoming 3rd largest economy under leadership of Modi
हमारे एक मित्र की माँ को अल्जाईमर है,उन्हें अपने बीबी -बच्चों के साथ माँ की देखभाल करनी पड़ती है।अगर 90 घंटे तक काम करेंगे तो अपने परिवार की जिम्मेदारियाँ कब निभायेंगे।😬
इन्हें ये जवाब देना चाहिए कि आप पेमेंट घंटों के हिसाब से देना शुरू कर दें, , और ये नसीहत देना बंद कर दें कि कौन कितने घंटे काम करेगा।
In the USA AND OTHER' WESTERN WORLD 5 DAYS WEEK FETCHING WONDERFUL RESULTS
They are planning to decrease as 4 days in week ❤❤😢
@@saji2020 yup 4 days with 10 hour/day and then remaining 3 days they all can enjoy, have a personal space. After all why do people work ? To enjoy life.
ये लोग सत्तासुख एंजॉय करते हैं खुद काम नहीं करते। इसके सामने पत्निसुख भी छोड़ सकते है। ये साइंटिफिक मैनेजमेंट और ह्यूमैनिटेरियन एप्रोच के खिलाफ स्टेटमेंट है।इन्होंने समय गति और थकान और कार्यकुशलता के सम्बन्ध का अध्ययन नहीं किया है।
Good analysis by arun aggarwal Narayan murthy n .
Mr Agarwal very clearly explained the intentin of the Corporate goons👍
Gulaam banane ki taiyaari.
जी, बहुत सही.
Correct. Murthy is aping the illiterate man.
Carporates are meant for exploitation. Arun Sir rightly lift cover of this exploitation. BJP appears most favourable of carporates. Thanks Arun Sir, This all happening due to EVM& CEC.
" अगर बड़े लोगों के बीच में इस तरह का मजाक चल रहा है तो हम भी एक मजाक कर सकते हैं, 90 घंटे की क्या बात है 24 × 7 कम करने के लिए तैयार है लेकिन नौकरी नहीं करेंगे भागीदारी चाहिए पार्टनरशिप चाहिए अगर मंजूर है तो बताइए " ???😮
Good
मिलियन बिलीयनेर चाहते मजदूर कर्मचारी 24 घन्टे काम करे यानी हफ्ते में सात दिन ही काम करे छुट्टी ना दि जाए तो ठीक रहेगा सैलेरी भी कम देना पड़े कम खर्च में ज्यादा मजदूरी ताकि करोड़ पति ओर मुनाफा कमा सके
Mr Agarwal is an absolutely brilliant person 😊! 👌 Thanks 🙏 to him .
अमरीका मे labour की ज्यादा सुनी जाती है। अगर कोई कंपनी पैसे कम देती है या बिलकुल नहीं दिये हैं। तो labour court मे 50 डॉलर fees pay करके छुट्टियां मनाओ। आपको वकील भी court देगी। केस तो labour ने हीं जीतना है। फिर आपके काम के पैसे,, जो दो महीने छुट्टियां की 400 usd per day के हिसाब से फिर इस दौरान आपको दिमागी परेशानी बहुत हुई।।उसके 40 -50 हज़ार डॉलर अलग से मिलेंगे। अब यहाँ कोई किसी के पैसे मारता हीं नहीं है। सबको पता है कि ये सौदा बहुत महंग्स पढ़ता है
अगर कोई व्यक्ति एक घंटे का काम करने में चार घंटे लगाता है तो ये उसकी कमी है ,योग्यता नहीं,वही मोदी का भी हाल है।18 घंटे में कौन से झंडे गाड़ दिए 🤣🤣😬
सही और सटीक विश्लेषण आप दोनों को बोहोत बोहोत धन्यवाद प्रणाम 🙏🏻🙏🏻
अपने बीबी -बच्चों के साथ समय व्यतीत करना एक जिम्मेदार और अच्छे नागरिक की निशानी है ,बीबी -बच्चों को छोड़कर भाग जाना पलायनवादी की निशानी है।😬
पलायनवाद के चोटी के नेता आज देश की प्रधानमंत्री पद की शोभा और गरिमा को लगातार नई गहराई देने में लगे हुए हैं।
@@rupeshmehta1861 गोतम बुद्ध भरी जवानी में बीबी बच्चों को छोड कर पलायन कर ही महात्मा बुद्ध बनकर ज्ञान प्राप्त किये थे।
@@anilkumargupta8240 प्रभु 🙏आप मुद्दे से भटक गए। मुद्दा था बीबी बच्चों को छोड़ कर ९० घंटे कंपनी के लिए काम करना।
गौतम बुद्ध बीबी बच्चों को छोड़ कर स्व की खोज में निकले थे, शाश्वत सुख, शांति, आनंद की खोज में निकले थे। दोनों दिशाएं अलग है।
दूसरा की मैंने नेता की बात की है, घर छोड़ कर आध्यात्मिक साधना करने वालो की नहीं।
दस साल में दसगुना शिक्षा में कमी हुई है, साथ हि जीयादा से ज्यादा रोजगार नहीं देना चाहता है
anpadh rahega India tabhi to andhbhakt banega India.
हर घंटे की मजदूरी भी मिलनी चाहिए
In England Corporate and Govt servants work only 5 days a week and they still perform in their jobs. It is stupid to work for 70 or 90 hrs which result in breakdown of health
लङकियां जो बी टेक करके इंफोसिस में जाती हैं इनका वर्क लोड सहन नहीं कर सकती और फटाफट दूसरी जाॅब ढूंढती है कुछ सफल होती हैं ।
Maximum work hours should not be more then....40 hours...
Yes , 35 hrs , five days a week is right
35-50
Owners of the Company can work for whatever time they wish. How can they ask their employees to do so?
You are a human being , member of a society even when you are owner
माननीय अरुण साहब ने बहुत ही अच्छे तरीके से विष्लेषणात्मक तथ्यपरक विवेचना प्रस्तुत किया है और कड़े शब्दों में जो बोला है कि ये लोग इतने ऊंचे पद पर रहते हुए भी किस तरह से घटिया मानसिकता वाले विचार रखते हैं इनको शर्म आनी चाहिए जो कि 90 घंटे तक काम पर लगाए रखना चाहते हैं। कहां से आए हैं ऐसे अमानवीय सोच रखने वाले।ना इनको इंटरनेशनल लेबर लाज की समझ है ना ही ऐसे लोगों में इंसानियत का भाव है अंतर्रात्मा मर चुकी है इनकी। देश को कहां ले जा कर छोड़ेंगे ऐसे निर्दयी लोग।
कितना अच्छा होता अगर विकसित देशों में साप्ताहिक कार्य के घंटों का और उसके बदले किए जाने वाले भुगतान का भी उल्लेख होता या भारत में अभी कानूनन कितने साप्ताहिक घंटे तय किए गए हैं और यह कितने घंटे अपने कर्मचारी से काम ले रहे हैं और कितना भुगतान कर रहे हैं ?
The video is useful informative video for our common citizens👌♥️
Absolutely correct. What is the working hours for developed countries? India is most under developed country. Roads/Airports/Railways etc. are not adjudged for a developed country. Happiness Index and Hunger Index are the main criteria. Worst govt. so far is the Modi govt. of India.
Average 40 hours per week any extra hour overtime up to 4 hour then double pay on stat holiday time and half pay plus day off with benefits of medical dental eyes coverage for whole family plus sick days pay vacation pay say once you are lay off from work you get unemployment insurance pay
सप्ताह में 5 दिन कुल 45 घंटे काम होना चाहिए यह कार्य अवधि गुणवत्ता में निखार लाती है
40 hrs only any additional hour should be overtime
Neeluji aapne bahut acche topic par Arun Sir ka views liya ...superb....
Murti ka murti mere demag me dwast ho gaya...
Agree with what Arun Agrawal says about Rahul Bajaj I remember when Vijay Mallya asked the government to bailout Kingfisher he said something to this affect if you cannot manage your business than get out of it instead of asking for a bailout
यह बीजेपी आर एस एस का एजेंडा है। करोना के समय सरकार 8 घंटे के बदले 12 घंटे का समय निर्धारित कर दिया था।
Understood very well why North Indians are dead against South Indians .No humanity ,thinking others as slaves!!
Spot on! You absolutely nailed it. This is the truth.
Excellent analysis Arunji. Superb. You were brilliant🎉
Great speech full of facts. Awesome analysis
आदरणीय अरुण जी व नीलू जी को नमन 🙏🙏
कारपोरेट जगत अपनी जेब ढीली करे उनकी मनोकामना पूरी होगी 90 क्या 24x 7 घंटे काम ले अपने देश देश मे न तो हैंड की कमी है और न ही प्रतिभा की
Really impressed. By your knowledge of all the sweat shops that we call IT companies ! This explains why we don't have Google or a Tesla etc;
🙏आदरणीय नीलू जी 🙏क्षमा सहित साला न जाने दिन और रात में 24 घंटे ही क्यों होते हैं 🤔❓ यदि 2400 घंटे होते तो कॉर्पोरेट की चांदी हो जाती , नहीं क्या🤔❓🤔.
Thanks
Bahut bada bat,or bahut bada Sankari ke sath Arun Agrawal saheb corporate duniya ke hastio ko aasan tarika se bislesan, knowledge me bahut high level ke gyani Agrawal sahebko kohi kant nahi, naman sirji.
Valuable advice 👌
🙏आदरणीय नीलू व्यास जी जिस देश में सामान्य आय के अतिरिक्त -- दान दक्षिणा, चंदा चढ़ावा, न्योछावर ,भेंट उपहार , तथा विवाह शादी पर मान सम्मान तथा रोका ठाके व् सगाई आदि अनुष्ठानों पर कैश इत्यादि प्राप्त करने की परंपरागत जारी हो वहां -- 90 घंटे की बात करने वाला सनातनी हो ही नहीं सकता🙏l
जब मोदी 18 घंटे काम कर सकता है तो और लोग क्यों नहीं कर सकते ऐसा लगता है कि ए लोग मोदी से प्रेरित होकर बचकाना बयान दे रहे हैं ए अपने कर्मचारियों को इंसान नही हैवान समझते हैं ए बेरोजगारी का गलत फायदा उठा ना चाह रहे हैं इसके लिए मोदी जिम्मेदार है यूआओं को इनके खिलाफ आवाज उठाना चाहिए
मोदी के पास न रांड न छियाली शीतला माता रुखाली,वाला हिसाब है।
मोदी जी के कौनसे बीवी बच्चे रो रहे हैं जो उन्हें मां बाप और बच्चों की चिंता करें। भले वो 18 घंटे काम करे या चौबीस घंटे क्या फर्क पड़ता है। मजदूर तो बाहर बारह घंटे काम करने के बाद भी महिने में दस से बारह ही कमा पाता है। कॉन्ट्रैक्शन कम्पनियों में तो यू भी मजदूर से हाड़तोड़ मेहनत करवाईं जाती है और ठेकेदार समय पर मजदूरी भी नहीं देता।कयी बार तो ठेकेदार मजदूर के पैसे तक खां जाता है और मजदूर के हाथ कुछ नहीं आता। क्योंकि मजदूर कोई सरकारी कागजों में रजिस्टर्ड तो होता नहीं जो कुछ दिखाई दे।
People
Are lazy that’s all
Modiji stay in 2700 crores house,use 8500 crores plane exclusively for him, use 6 to 7 nos 15crores cars etc with very ordinary education qualification and has no family responsibilites. What is the performance after 11years we common people experience today.
Do not compare with common employers who are highly educated and with much less salary.
India ke ek hi resource he abhi jo excess me he. They planning to exloit that only.
@@gpmishra1283 Modi ji biological ni hai. He is demi god. Humlog bas human hai.
सरकारी विभाग में भी यही हो रहा है. एक पटवारी 10 का एक तहसीलदार 8 का काम कर रहा है. एक अध्यापक 6 विषय पढ़ा रहा है ये क्या है. बाईपास यही तो हो रहा है.
प्रधानमंत्री जी "नरेगा" में समय क्यों घटा रहे हैं❓
😮❓🤔
@@abhaysharma1127 kyu ki wahan ghante se payment karna padta hoga.
Arun Sir, thankyou for exposing these hypocrites
So many insider stories, Thanks
ऐसे लोग संवेदन हीन केवल मनी माइंड लोग हैं इन्हें ना अपने देश से प्रेम हैं ना अपने परिवार से ये सिर्फ़ धन से ही प्रेम करते है ऐसे लीग इंसान नहीं है ये सिर्फ़ धन के लालची प्राणी है जागो और पहले सच्चे देशभक्त इंसान बनें जय हिन्द
Pay by hours ..then lets see how they speak
Arun ji,
Thank you.
Thanks a lot sir 1000 times for making video on this most underrated and serious topic.. Aaj har person apni family ghar se jyada work place pr de rha hai fir bhi uska torture kiya ja rha hai boss chahe jab marzi chutti le sakta hai lekin employee k ghar me serious issue bhi ho to bhi 10 mail krni padti hai us chutti ko lene k liye jo usko allot ki gyi hai joining k time. Isse bada Doglapan aur kya hoga jab apni company me kisi ko join karana ho to 15 din se andar join krne k presure dalte hain aur jab inka employee khud dusri better opportunity k liye resign dale to usko 3 month ka notice period serve krane k game khelte hain kya IT corporate p kisi ki lagam nhi 😡government kya leval garib thele walo ko hi dara sakti hai aur middle class logo se extra tax vasulte hain aur unki hi life me toxicity bhar di hai koi media chanel is topic p bat krta to kya corporates aur unke so called client ki himmat hoti illegally extra 18 hours work krwane ki 😡lekin godi media ko mandir masjid ki faltu bahas ya fir boycott bollwood k alawa koi kam bacha hai kya jo desh k serious issues jo desh ko parivar ko individual ko andar andar hi andar deemak ki tarah khaye ja rhe hain us mahangai berojari garibi aur security pr bat krne ki jagah modi ji aam chus k khate hain ya kat ke bas isi ki chinta hai 😡.. 9 hours ki payment me 18 hours kam krne ko presure dalna aaj common ho gya corporates me Isiliye employees ki death tk ho gyi hai kai depression aur nashe ka buri tarah shikar ho rhe 😎. Angrejo ki gulami se azaad hui to ab corporates aur sarkaro ki gulami bhugat rhe hum 😡
Jitna kum kaam hoga , utni come corruption hogi.
Very nice and true analysis done by Sh. Arun Agrawal.
Good analysis by Arun sir thanks
Advise to s सुब्रमण्यम, सबसे पहले अपने ड्राइवर को हटाए कार को garage
मै रख दे, लंच tiffin, dusting, ghar ki safai Khud karke, local transport se Theek 9 baje biometric attendance ke liye office pauhuche
Very informative and very interesting video.Neelu ji 🙏🙏
हां, क्रिकेटर भी मैदान पर ही रहेगा, एयरप्लेन पायलट भी 90 घंटे प्लेन में ही होना चाहिए, कार ड्राइवरों को रास्ते पर ट्रक कार में ट्राफिक जाम के साथ दिखना चाहिए ।
Dear Mam/Sir Very very nice reporting both salute 🫡
सर जी आपकी बहुत अच्छा विश्लेषण करके जो सेटिंग सेटिंग बातें बताइए आपको धन्यवाद करता हूं
सरकार को अब साफ साफ नियम बनाना चाहिए कि कोई भी कंपनी अपने मुनाफे का 25% से ज्यादा अपने पास नहीं रख सकती
एक आदमी के 18 घंटे काम करने से देश की ऐसी तैसी हो गई...बाकी लोग भी करने लगेंगे तो क्या होगा...😊😊
90घंटे काम मतलब कर्मचारी का काम तमाम
Very true analysis presenting regarding labour exploitation and labour laws… thanks
देश का पैसा लूटकर मालिक बन गए अब गुलाम बनाने की तैयारी...जयकारा लगाते रहो
Great show
सुब्रमण्यम जी और नारायण मुर्ती जी के कहने का मतलब यह है की सरकार जो देश की बरबादी कर रही है ऊस की भरपाई करने के लिये कर्मचारियो को 90 घंटे प्रति सप्ताह काम करना चाहीये तभी देश बचेगा
Neelu ji
It's high time Min of Labour and HRD must seek explainations from L&T and Infosys and issue appropriate directions. Arun ji is absolutely right that this is a issue of Labour arbitrage. Infosys have delayed the hike in wages which they normally do end of December.
The rise in wages in private sector is below 5% across various industries.
Regards
Since our institutions except ISRO lack credibility we need hard and smart work to bring up the nation .If in doubt look at China for industrial hub development. Look at Japan look at sE Asian countries
Our msme is in bad shape, judicial cases on rise, gdp , population on rise , Tejas amca state, robotics, AI, quantum computer, financial accountability of banks, the list is endless..
You have to become a coolie first else one will be left where we were 75 years back.
This is a nation where accountability is lacking, time cost overrun is the norm population is increasing by leaps and bounds.
We have crab mentality all around " jo kamyab use apne level pe gira do, kyunki upar uthne ki kabiliyat nahi hai"
पचास करोड़ वाले की वाट लगा दी 😊
Arun sahab-👏🏿
We need this all information from him
Most intelligent & informative person
आपकी बात मोदी की समझ आएगी ?
Arun Agarwal Sir aap ki baat sahi hai.
इंसान की सामाजिक और पारिवारिक जिम्मेदारियाँ भी होती हैं,और काम करने की भी एक सीमा होती है,शरीर और मन दोनों थकते हैं।इनको लगता है साहेब की तरफ सबकुछ छोड़ छाड़कर आदमी काम कर ने की मशीन बन जाए 😬
That means Indian coparates doesn't respect ( I L O )
ये सरकार का विचार है इस पर विरोध को देख रहे है इसे कैसे लागू करे कम से कम विरोध हो
A very enlightening video
Dear sister thank you.
राहुल बजाज जी और रतन टाटा जैसे आदमी हम कहां से लेकर आएंगे? जिस आदमी का मन भर नहीं है वह जितने मर्जी पैसे कट्टी कर ले उसका मन कभी भर ही नहीं सकता। हमारे पास किरदार की कमी है। अगर हमारी यूनियनों में दम होता तो यह लोग ऐसी बात करने की ज़ुयरत तक नहीं करते।
Good👍
Very good discussion
Nilu ji these people promoting modi ji saying modi ji works 20 hrs a day
All these Murthy, L&T owners are puppets of a person.
चापलूस और मूर्ख ये ही लोग हैं जो सरकार को लूट रहा है।
इनको किसी के हेल्थ से कोई लेना देना नहीं है, ये आदमी को मशीन समझते हैं
Good analysis by arun Aggarwal 🙏🙏
Neelu ji Arun ji❤❤
This is the kind of journalism Indians should see .
Ravish types waste time
Beg to differ. Ravish types don’t waste time. He too talks sense.
@Anonymous-nt4sz he doesn't. He just makes satirical monologues
Narayan Murthy, Mohangas Pai etc; always sounded like a creep even before such revelation !
Aane wale time me IT companies me chairs ki jagah commode lagaye jayenge.
😅😂
सच बात तो ये है, ये महाशय पटणी कॉम्पुटर मै काम करते थे, जब साम pitroda और अन्य लोगो इनको बडा किया और पटणी कॉम्प्युटर्स के क्लायंट भागये ये सच है
In india we seriously need to start a debate and demand for the hourly payment, it's high time
Good exposure of hypocrites, selfish and mean businessmen / business houses
Cyber Coolies. You said it.
Robot karid lo 24*7 work krenge fir insaan ki kya jarurat h
Neelu where are the Labour unions they are dead and dusted.
❤❤❤
I dont agree that people in corporate or govt works only when they are in physical office. Many continue to plan, strategise, implement many projects during their off hours, even while sleeping. So many are working for 20 hours a day including the PM
Pm to din bhar raily karta h desh k liye kaam kab karta h 😂😂
Including the PM??? You must be out of your mind. If he really was our country wouldn’t have reached where we are right now.