🙏🙏🙏जानना ज्ञान देखना दर्शन त्रिकाल गुण है।ज्ञान दर्शन उपयोग लक्षण से आत्मा का सही ज्ञान होना ज्ञान यही में हू ऐसी सही निर्विकल्प श्रद्धा सम्यक दर्शन श्रद्धा हुई और उसी में स्थिर होना सम्यक चारित्र।पुण्य पाप की एकत्व बुद्धि टूटना नास्ति से और त्रिकाली ज्ञायक से अहपना अस्ति से।
परम उपकारी गुरुदेव
Koti koti Bandhan Gurudev Ji ko
🙏🙏🙏
Jai jinendra.
Koti koti vandan gurudev tejal
Kiti koti vandan Gurudev shree🙏🏻
Aho Aho upkar🙏🙏🙏
सादर प्रणाम gurudev 🙏🙏🙏
🙏🙏🙏जानना ज्ञान देखना दर्शन त्रिकाल गुण है।ज्ञान दर्शन उपयोग लक्षण से आत्मा का सही ज्ञान होना ज्ञान यही में हू ऐसी सही निर्विकल्प श्रद्धा सम्यक दर्शन श्रद्धा हुई और उसी में स्थिर होना सम्यक चारित्र।पुण्य पाप की एकत्व बुद्धि टूटना नास्ति से और त्रिकाली ज्ञायक से अहपना अस्ति से।
Jaanana hi gyaan hai aru dekhana darshan kaha punya paap ka parihaar charit yahi jinwar ne kaha pujya gurudev no jai jo
Khanfuru. Ajod vni. Symk. Ĥtheli. Ma. Aapiya. Che. Amputa. Mondon.
🙏🙏🙏