Shri Acharang Sutra | By Jainacharya Ratnasundersuri M.S. | LIVE | Dhule | 17 July 2024

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  • เผยแพร่เมื่อ 15 ก.ค. 2024
  • भगवान महावीर द्वारा
    प्ररूपित ग्यारह अंगों में से सर्व प्रथम अंग
    " श्री आचारांग सूत्र " पर
    आधारित हृदयस्पर्शी प्रवचन...
    संसार
    रूपी सागर से
    पार उतारने वाले
    श्री आचारांग सूत्र के
    अद्भूत प्रवचन
    ----------------------------------
    Aspects covered in the Discourse
    1. Beginning of thirst
    प्रभु को पाने की प्यास चाहिए
    2. Beginning of thoughts
    सकारात्मक विचार के मानसिकता चाहिए
    3. Beginning of trust
    धर्म की शुरुआत के लिए श्रद्धा चाहिए
    4. Beginning of treatment
    आत्मा की स्वच्छता के लिए
    चारित्र की चिकित्सा चाहिए
    5. Beginning of transformation
    धीरे-धीरे हमें हमारे विचार
    बदलने चाहिए
    जानिए - पद्मभूषण पूज्यपाद जैनाचार्य श्रीमद्विजय रत्नसुन्दरसुरीश्वरजी महाराज के श्रीमुख से...👇🏼
    :: प्रवचनकार ::
    पद्मभूषण विभूषित, परमपूज्य जैनाचार्य
    रत्नसुंदरसूरीश्वरजी महाराज साहब..

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