जी बिल्कुल, आप ठीक कह रहे है, जब हम केवल मूलाधार चक्र का ध्यान करते हैं तो हम लाल रंग की भावना करते हैं किन्तु जब हम मूलाधार के तत्व यानि पृथ्वी तत्व की भावना करते हैं तो जो पृथ्वी तत्व का रंग है पीला, उसकी भावना करते हैं, क्यूंकि तब हम चक्र पर स्थित तत्व पर ध्यान कर रहे हैं । इसलिए पीले रंग की भावना करने को कहा गया है।
बहुत धन्यवाद भाई जी, आप वास्तव में महान विद्वान ब्यक्ति हैं, वीडियो में कोई भी बिन्दु नहीं छोड़ा है। मैंने इस टापिक पर बहुत से वीडियो देखा है लेकिन आप की तरह विश्लेषण किसी ने नहीं किया। स्पष्ट है कि अधूरा अधकचरा ज्ञान रखने वाले भी अपने को बहुत बड़ा महंत बनते हैं यह बड़ी विडंबना है। मैं आपको हृदय से आभार व्यक्त करता हूं।आप जैसे लोग ही सद्गुरु पद के लायक हैं। पुनः धन्यवाद साधुवाद।
@@mishrarekha6200 जी बिल्कुल, ऐसा ही है, जब हम केवल मूलाधार चक्र का ध्यान करते हैं तो हम लाल रंग की भावना करते हैं किन्तु जब हम मूलाधार के तत्व यानि पृथ्वी तत्व की भावना करते हैं तो जो पृथ्वी तत्व का रंग है पीला, उसकी भावना करते हैं, क्यूंकि तब हम चक्र पर स्थित तत्व पर ध्यान कर रहे हैं
ॐ नमो नारायण 🙏🏻🙏🏻 श्री मान्यवर जी पहले तो मैं आपका हृदय की अनन्त गहराइयों से बारम्बार धन्यवाद करती हूं 🙏🏻🙏🏻 जी मैं एक साधक हूं और साधना करती हूं जी मैं जानना चाहती हूं कि मेरे पैरों की नसों में जकड़न होती है कई बार तो बिल्कुल नहीं होती और क ई बार बहुत होती है मैं क्या करूं 🙏🏻 मैं दवाई नहीं खाना पसंद करती अतः मेरा मार्गदर्शन करें 🙏🏻 आपका बहुत बहुत धन्यवाद करती हूं 🙏🏻🙏🏻🌹 ई 🙏🏻🌹 जी क्या योग के द्वारा इसका समाधान सम्भव है 🙏🏻🌹
पैरों मे इस प्रकार की समस्या का मतलब आपको अपने पृथ्वी तत्व को संतुलित करने की आवश्यकता है क्यूंकि हमारे शरीर के निचले हिस्से मे पृथ्वी तत्व का ही नैसर्गिक निवास होता है और दूसरी बात आपके पैरों मे रक्त प्रवाह सही तरीके से नहीं हो पा रहा है जिस वजह से यहा जकड़न हो रहीं हैं। इसके लिए आपको एक तो बटर फ्लाई योग का अभ्यास करना चाहिए और दूसरा दोनों पैरों के तलुवों पर दोनों हाथों से ऐसे ताली बजाये जैसे ढोलक बजाते हैं, इससे आपके पैरों मे रक्त प्रवाह बढ़ेगा और जकड़न दूर हो जायेगी। और पृथ्वी तत्व संतुलित करने के जो तरीके इस विडियो मे बताए गए हैं उन तरीकों का उपयोग करे।
Sir Ji You are just awesome and superb… 👍👌👍💐 Very well compiled and nice information. Presented with real good intentions to awaken the Sadhakas… Please bring more and more such informational videos. 🙏🌹💐
Guru ji water element consists from feet to knee whereas parithvi element consists from knee to hips and Agni element is prevailing from hips to bellow ches where as Air element is prevailing from chest to neck and space element is from neck to toe of head
जब हम केवल मूलाधार चक्र का ध्यान करते हैं तो हम लाल रंग की भावना करते हैं क्यूंकि मूलाधार चक्र का रंग लाल है, किन्तु जब हम मूलाधार के तत्व यानि पृथ्वी तत्व की भावना करते हैं तो पीले रंग पर ध्यान करते हैं क्यूंकि पृथ्वी तत्व का रंग पीला है।
प्रणाम गुरुदेव 🙏🙏पंचाक्षऱ मे यह पांच अक्षऱ भी पंच तत्वों का प्रतिनिधित्व करते है न अग्नि म वायु शि आकाश वा पृथ्वी और य जल तत्व के प्रतिनिधि है अर्थात ॐ नमः शिवायः का जप सावन मास मे करने पर साधक के पांचो तत्व पावरफुल होते है पृथ्वी तत्व के विकारों को दूर करने हेतु ल बीज मन्त्र का उच्चारण करना चाहिए व गणेश जी की उपासना करनी चाहिए पैदल नंगे पाँव चलना चाहिए ॐ नमः शिवायः 🙏🙏
0पाच मिट्टी की चेतन आत्मा बोलिए 1 आप तत्व में सफेद रंग हड्डी बोलिए 2पृथ्वी तत्व तो पीला रंग खालडी बोलिए 3वायु तत्व तो हरा रंग नाडी बोलिए 4तेज तत्व तो लाल रंग खून बोलिए 5आकाश तत्व तो श्याम मस्तक बोलिए पांच मिट्टी की चेतन आत्मा संपूर्ण बोलिए ?
Muladhar chakra ka colour to red hota hai..aur uska bij mantra lum hota hai.. to colour red dikhega na
जी बिल्कुल, आप ठीक कह रहे है, जब हम केवल मूलाधार चक्र का ध्यान करते हैं तो हम लाल रंग की भावना करते हैं किन्तु जब हम मूलाधार के तत्व यानि पृथ्वी तत्व की भावना करते हैं तो जो पृथ्वी तत्व का रंग है पीला, उसकी भावना करते हैं, क्यूंकि तब हम चक्र पर स्थित तत्व पर ध्यान कर रहे हैं ।
इसलिए पीले रंग की भावना करने को कहा गया है।
@@Dhyankagyan777 Thank you sir for reply
@@Dhyankagyan777 kya muladhar ko balance karne se prithvi tattva balance ho gayega
Yes
Thanks for asking this que dear
आज ही मेने आपके दो वीडियो देखे बहुत सुंदर दिल से एक बार फिर से आपका धन्यवाद।
बहुत धन्यवाद भाई जी, आप वास्तव में महान विद्वान ब्यक्ति हैं, वीडियो में कोई भी बिन्दु नहीं छोड़ा है। मैंने इस टापिक पर बहुत से वीडियो देखा है लेकिन आप की तरह विश्लेषण किसी ने नहीं किया।
स्पष्ट है कि अधूरा अधकचरा ज्ञान रखने वाले भी अपने को बहुत बड़ा महंत बनते हैं यह बड़ी विडंबना है। मैं आपको हृदय से आभार व्यक्त करता हूं।आप जैसे लोग ही सद्गुरु पद के लायक हैं। पुनः धन्यवाद साधुवाद।
नमस्कार,
यह जानकारी मेरे लिए बहुत ही उपयोगी रही, इस तरह की बहुत सुन्दर एवम् ज्ञानवर्धक वीडियो के लिए बहुत बहुत धन्यवाद
Bahot achese bataya hi very nice
🙏🙏 Ache Lage vedio.
नमस्कार आपका ये विडीयो , बहोत ज्ञानवर्धक साबीत होगा
अति सुन्दर यूटयूब पर पहली बार कोई काम की पूर्ण जानकारी वाली ज्ञान से परिपूर्ण विडियो मिली👌🌹
Thank you universe thank you god I love my brahmand dev thank you prethivi tatv massage sunker Maine bhut khusi Paya 🙏🥀🌹✋
बहुत अच्छी जानकारी के लिये दिल से धन्यवाद। ।।।
Dhnayavad ji bahut achi jankari ❤
प्रकृति का दुसरा नाम ही ''भगवान''है
भ से भुमि,
ग से, गगन,
व से ,वायु,
आ से,अग्नि (सुर्य),
न से , नीर (जल)
''एक मानवप्रेमी एवं जीव प्रेमी''
आप'ने बहुत अच्छा ज्ञान एकदम सरल भाषा बता दिया !
राधे राधे जय माता दी nice video 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Desh mein aap Jaise logon ki bahut jarurat hai mere bhai
कोटी कोटी वन्दन और जय जय धरती माता
This channel deserve more n more subscribers ... No faltu ki bakwas no useless badbad ... All information in nice manner
Acharya ji aapko pranam .you give best knowledge
Pure brhamand Ki Jai thanks
Dharati Mata Ki Jai 🙏🙏✌
Jai Shri Krishna
Radhe Radhe 🌷🌷🙏
Really Really Really helpful....❤ God bless u... Thank you 🙏
Thank you so much Sir for nice information, useful guidance Thank you universe ❤️ you universe 🎉🎉🎉
Thank you for giving valuable knowledge.thank you
बहुत बढ़िया प्रस्तुति धन्यवाद
पहली बार सुना और अछा लगा
बहुत सुंदर जानकारी है🙏🙏🌹🙏🙏
Aap achi bat bata rahe ho....... ❤❤
Very well presented God Bless You
Waaw superb video thank you
धन्यवाद गुरु देव मै यही जानने के लिए अति व्यग्र था। आपने मेरी जिज्ञासा शांत कर दी मुझे ध्यान विधि चाहिए थी। वो आपने पूरी कर दी।
Excellent advice and guidance
Very nice video sir ji
Ati sundar wisdom sir 🙏🙏🙏
bahut Ache se jankari di aapne thanks
महाराज जी जय शिव गुरुदेव तुम्हारी
Bahoot khoob great
Thankyou universe Thankyou God I love my pramand
অনেক অনেক ধন্যবাদ গুরুজী |
Bahoot gyan hai iss video mai....bahoot bahoot dhanywad..😊🌷🌹❤
इसका रंग लाल है गूरूजी🙏
@@mishrarekha6200 जी बिल्कुल, ऐसा ही है, जब हम केवल मूलाधार चक्र का ध्यान करते हैं तो हम लाल रंग की भावना करते हैं किन्तु जब हम मूलाधार के तत्व यानि पृथ्वी तत्व की भावना करते हैं तो जो पृथ्वी तत्व का रंग है पीला, उसकी भावना करते हैं, क्यूंकि तब हम चक्र पर स्थित तत्व पर ध्यान कर रहे हैं
Jai Shri Radhe Krishna 🙏🏻🙏🏻 Bahut bahut Dhanyvad 🙏🏻👏
Radhe radhe guruji 🙏❤️🙏 thanku so much for nice information ❤️🙏❤️🙏🙏🙏🌌
Dhanywad ji great 👏
Har Har Mahadev
DHANYAWAD GURUDEV 💖🌹🙏
Thankyou so much sir 🌺🥀🌺🥀🌺🥀💖🙏🙏🙏🙏🙏
Thanku thanku thanku
हम ईश्वर का एक अंश है🌷
Pranam 🙏🙏 Maharaj ji
धन्यवाद गुरुजी
Good explanation
आप ने बहुत अच्छी जानकारी दी आपका बहुत बहुत आभार प्रकट करते हैं
बहुत धन्यवाद
Heartiest Gratitude Sir 🙏
ॐ नमो नारायण 🙏🏻🙏🏻
श्री मान्यवर जी पहले तो मैं आपका हृदय की अनन्त गहराइयों से बारम्बार धन्यवाद करती हूं 🙏🏻🙏🏻
जी मैं एक साधक हूं और साधना करती हूं जी मैं जानना चाहती हूं कि मेरे पैरों की नसों में जकड़न होती है कई बार तो बिल्कुल नहीं होती और क ई
बार बहुत होती है मैं क्या करूं 🙏🏻 मैं दवाई नहीं खाना पसंद करती अतः मेरा मार्गदर्शन करें 🙏🏻
आपका बहुत बहुत धन्यवाद करती हूं 🙏🏻🙏🏻🌹
ई 🙏🏻🌹
जी क्या योग के द्वारा इसका समाधान सम्भव है 🙏🏻🌹
पैरों मे इस प्रकार की समस्या का मतलब आपको अपने पृथ्वी तत्व को संतुलित करने की आवश्यकता है क्यूंकि हमारे शरीर के निचले हिस्से मे पृथ्वी तत्व का ही नैसर्गिक निवास होता है और दूसरी बात आपके पैरों मे रक्त प्रवाह सही तरीके से नहीं हो पा रहा है जिस वजह से यहा जकड़न हो रहीं हैं।
इसके लिए आपको एक तो बटर फ्लाई योग का अभ्यास करना चाहिए और दूसरा दोनों पैरों के तलुवों पर दोनों हाथों से ऐसे ताली बजाये जैसे ढोलक बजाते हैं, इससे आपके पैरों मे रक्त प्रवाह बढ़ेगा और जकड़न दूर हो जायेगी।
और पृथ्वी तत्व संतुलित करने के जो तरीके इस विडियो मे बताए गए हैं उन तरीकों का उपयोग करे।
हे परम आदरणीय हृदय की अनन्त गहराइयों से बारम्बार धन्यवाद करती हूं 🙏🏻🌹
Guru ji ap bhut acha smjte ha
Hariom Tatsat namah Shivay ❤
Thanks wery much more thanks Mahendra Singh Shekhawat acupuncture Sikar Rajasthan
Good work by good luck and good wishes for all you are clear and clean soul
Very nice information 🙏
Nice vedio samajgaye
Best.... Osm vedieo🙏🙏
Sir Ji
You are just awesome and superb… 👍👌👍💐
Very well compiled and nice information. Presented with real good intentions to awaken the Sadhakas…
Please bring more and more such informational videos. 🙏🌹💐
Very good explanation
Thank you so much 💕🙏🕉️
❤Very nice sir
महाराज जी प्रणाम
Jay guru Dev jay yogi MHA yogi MHA Dev
Sat sat pranam sahi marg darshan ke liye
🌹Jay gurudeo🌹
✨✨✨✨✨✨✨
Nice topic. 😘Thanks
Bohot accha loga mujhe apka content. Baki tattwa ke upor vi video bonaiye please.
Thank you so much 💗🥰 sir
Awesome
Guru ji water element consists from feet to knee whereas parithvi element consists from knee to hips and Agni element is prevailing from hips to bellow ches where as Air element is prevailing from chest to neck and space element is from neck to toe of head
❤❤❤❤
Njce
Jai Hind
GANPATI BAPPA MORYA !
🙏🏻💛
Ahobhaav..🌹👍🙏
ग्रेट
Hare Krishna sabhi ko 🙏🏽🙏🏽
The oppositions should follow instructions they have problems the cannot forget the opponents.
Hare Krishna sabhi ko 🙏🏽🙏🏽
राम राम राम राम राम राम राम राम राम से बडा नहीं कोई नाम करते जाना भलाई के काम कर भला
Fine.THANKS.
I love earth 🌎 ❤️
Bohat achha
TAHNK YOU SAIR
Bahut bahut bahut dhanyawad sir 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
कृपया मूलाधार चक्र का फोटो भी दिखाएं, 4 कमल दल के साथ..
Thanks ok
नया ज्ञान
Thankyou sir ji
Thanks good nice suna hai mooladhar chkra red colour ka hai
जब हम केवल मूलाधार चक्र का ध्यान करते हैं तो हम लाल रंग की भावना करते हैं क्यूंकि मूलाधार चक्र का रंग लाल है, किन्तु जब हम मूलाधार के तत्व यानि पृथ्वी तत्व की भावना करते हैं तो पीले रंग पर ध्यान करते हैं क्यूंकि पृथ्वी तत्व का रंग पीला है।
❤❤❤
Thankss alot🙏
Thanks guru ji 🙏🙏🙏🙏🙏
Good 100%
प्रणाम गुरुदेव 🙏🙏पंचाक्षऱ मे यह पांच अक्षऱ
भी पंच तत्वों का प्रतिनिधित्व करते है न अग्नि म वायु शि आकाश वा पृथ्वी और य जल तत्व के प्रतिनिधि है अर्थात
ॐ नमः शिवायः का जप सावन मास मे करने पर साधक के पांचो तत्व पावरफुल होते है पृथ्वी तत्व के विकारों को दूर करने हेतु ल बीज मन्त्र का उच्चारण करना चाहिए
व गणेश जी की उपासना करनी चाहिए पैदल नंगे पाँव चलना चाहिए
ॐ नमः शिवायः 🙏🙏
0पाच मिट्टी की चेतन आत्मा बोलिए
1 आप तत्व में सफेद रंग हड्डी बोलिए
2पृथ्वी तत्व तो पीला रंग खालडी बोलिए
3वायु तत्व तो हरा रंग नाडी बोलिए
4तेज तत्व तो लाल रंग खून बोलिए
5आकाश तत्व तो श्याम मस्तक बोलिए
पांच मिट्टी की चेतन आत्मा संपूर्ण बोलिए ?
Thank Thank
Very nice
Thanks GOD