बहुत ही महत्वपूर्ण विषय आचार्यजी धन्यवाद। सभी लोग कृपया 👆🏻वीडियो को ध्यान पूर्वक देखे और अपने धन से 10% दशांश अनिवार्य मासिक निकाल केवल मात्र आर्य विद्वानों व आर्य समाज को दो जिससे कृण्वंतो विश्वमार्यम् हो / वेदादिसत्यशास्त्रों का पठन पाठन प्रचारादि करने में कोई कमी न रहे!!! यदि ऐसा करने में आप चूक गये तो पापी कहलाओगे और तुम्हारा विनाश निश्चित है और आपके संतान यदि आर्य समाज से नहीं जुड़े व आते जाते हैं तो ये संतान सर्वत्र दुःख भोगेगा और विनाश को शीघ्र प्राप्त हो आप तो डुबोगा ही और अपने संतान(ओ) को भी ले डूबोगा परिणाम स्वरूप बहुत निकृष्ट पुनर्जन्म होगा। इसलिए सावधान!卐
जब तक आप खुद इस जीवन चरित्र को नहीं जिएंगे तब तक आपकी वास्तविकता एक शिक्षक रहेगी ज्ञानी की नहीं। आप जैसे कितने आए और चले गए लेकिन इस समाज में वो नहीं हुआ जो आप देखना चाहते हो। आप समाज में जो बुराई देखते हो वो सब आप जैसों के ज्ञान बताते बताते हुए है । इसका कारण है, कहने वाला स्वय ही उसे फॉलो नहीं कर रहा है। जय श्री कृष्णा।
ओउम् सादर नमस्ते आचार्य जी
नमस्ते आचार्य श्री
नमस्ते आचार्य जी आपका खूब खूब, खूब खूब, खूब-खूब धन्यवाद
ओउम् सत्य सनातन वैदिक धर्म की जय बहुत बहुत आभार आदरणीय स्वामी जी को प्रणाम
आचार्य जी सादर प्रणाम
बहुत सुंदर प्रस्तुति के लिए धन्यवाद l सादर नमस्ते l 🙏🙏
🙏🙏 Ach. Ji aap ka koti koti dhanyawad. 🙏🙏
नमस्ते आचार्य जी 🌷🙏🙏🌷
बहुत ही महत्वपूर्ण विषय आचार्यजी धन्यवाद।
सभी लोग कृपया 👆🏻वीडियो को ध्यान पूर्वक देखे और अपने धन से 10% दशांश अनिवार्य मासिक निकाल केवल मात्र आर्य विद्वानों व आर्य समाज को दो जिससे कृण्वंतो विश्वमार्यम् हो / वेदादिसत्यशास्त्रों का पठन पाठन प्रचारादि करने में कोई कमी न रहे!!! यदि ऐसा करने में आप चूक गये तो पापी कहलाओगे और तुम्हारा विनाश निश्चित है और आपके संतान यदि आर्य समाज से नहीं जुड़े व आते जाते हैं तो ये संतान सर्वत्र दुःख भोगेगा और विनाश को शीघ्र प्राप्त हो आप तो डुबोगा ही और अपने संतान(ओ) को भी ले डूबोगा परिणाम स्वरूप बहुत निकृष्ट पुनर्जन्म होगा। इसलिए सावधान!卐
नमस्ते आचार्य जी बहुत सुन्दर व्याख्यान 🙏🏻🙏🏻
सादर नमस्ते जी 💥☀️🌺🙏🏻✅🔥🚩
आचार्य जी नमस्ते आपके द्वारा बहुत ही सरल ढंग से वैदिक परंपरा के बारे में बताया गया धन्यवाद
आचार्य जी नमस्कार। बहुत सुंदर ढंग से प्रस्तुति दी है आपने।आपका बहुत बहुत धन्यवाद।समाज को बड़े अच्छे तरीके से जागृत कर रहे हो।
जब तक आप खुद इस जीवन चरित्र को नहीं जिएंगे तब तक आपकी वास्तविकता एक शिक्षक रहेगी ज्ञानी की नहीं। आप जैसे कितने आए और चले गए लेकिन इस समाज में वो नहीं हुआ जो आप देखना चाहते हो। आप समाज में जो बुराई देखते हो वो सब आप जैसों के ज्ञान बताते बताते हुए है । इसका कारण है, कहने वाला स्वय ही उसे फॉलो नहीं कर रहा है। जय श्री कृष्णा।
आचार्य जी नमस्ते | आपने बहुत अच्छा समझाया 🙏🙏
सुन्दर व्याख्यान
Bahut sundar pravachan
आपको बहुत नमस्कार आपने बहुत ही मूल्यवान जानकारी दी है
Very Nice 👍👍👍👍 Ramchand Goyal Ballabgarh
Namaste ji bahoot Sundar vyakhya ki h samudar manthan par bhi koi vyakhan de
🙏
🙏🙏
ओ३म नमस्ते जी🙏
ओम
Nice
Acharya ji Namaste Acharya ji Aapse judana Chahatahu Aap ki krapa ho jaye to me dhanya ho jau.
Good 😊
Very nice
🙏🙏🙏🙏
🙏