क्या श्राद्ध में मांस खा सकते हैं ब्राह्मण ? - श्रीमद् भागवत् पुराण | Series: [श्रीमद् भागवत् पराण]
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- เผยแพร่เมื่อ 17 ส.ค. 2021
- आज हम उत्तर मध्य भारत में कट्टर शाकाहारी हो चुके हैं मांस शब्द का नाक भौं सिकोड़ने लगते हैं, मांसाहारियों के घर रिश्ता तो दूर पानी पीना भी पसंद नहीं करते! उन्हें किराये से मकान तक नहीं देते! आज हमें लहसुन प्याज खाने से भी तकलीफ होती है! मगर हमारे पूर्वज मांसाहारी थे यह सुनकर पढ़कर हमारे पैरों के नीचे की धरती खिसक जाति है! यज्ञों में पशु बलि यहाँ तक की श्राद्ध में भी हमारे पूर्वज बड़े चाव से मांस खाते थे! श्रीमद् भागवत महापुराण मनुस्मृति में इसका प्रमाण है! इन श्लोकों को हम मिलावटी मुल्लो वामपंथियों की देन घोषित करते हैं! ताकि अपने पूर्वजों को शाकाहारी घोषित कर इतिहास की हत्त्या कर अपने को महान जीव दयावादी बात सके, जैनो और बौद्धों की तरह!!!
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👌
बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति।
सत्य❤
Jai. Bhim. Sir. Ji. ❤dhanyabad.
मैने आजतक आपके जैसा honest ब्राह्मण नही देखा। अच्छे को अच्छा और बुरे को बुरा कहने मे किसीको ना शर्मिंदा होना चाहिए और ना ही पूर्वाग्रह-युक्त।
Thanks g🌹🌹🌹
बहुत ही बेहतरीन वीडियो गुरूजी।
Thanks g
जय श्री राम
आप परिश्रम कर आप जानकारी उपलम्ध करने हेतु पूज्यनीय संत स्वामी सत्यानंद जी महाराज आपको कोटि कोटि सलूट एवम् साधुवाद शुभकामनाएं।
सत्य कहा पंडित जी धन्यवाद
शानदार
Aap aise hi such dikhate rahe hum aapke sath hai.
Thanks aacharya ji
Great man swami ji
शानदार स्वामी जी आपको बहुत बहुत साधु वाद
❤
देवकीनंदन ठाकुर सबसे बड़ा चुटकुले बाज है.
स्वामी जी आपने बहुत सरल भाषा में समझाया,
धन्यवाद
Koti Koti Naman Badhai Namo Buddhay Buddhamay BharatVarsh Jai Samvidhan Jai Bhim Jai Mahan Chakravarti Samrat Ashoka Jai ChandraGupta Maurya
Bahut bahut dhanyawad
👌👌👌अतभूत गुरुजी
अतभूत गुरु जी ।
Jay bhim 🇪🇺😎 namo buddhay ☸️
Excellent
स्वामी जी आप के द्वारा बहुत ही ज्ञान वर्धन जान कारी मिलती है। धन्यावाद
Bahut khub
Bahut achcha guruji
स्कन्द 9 चैप्टर 6
100% सही है महाराजी अब लोग माने या न् माने ये माँसाहार खाने के लिए नही कहा जा रहा हे अपितु पहले ऐसा होता था इसका आपने शास्त्र अनुसार प्रमाण दिया है और वैसे भी अब हाई प्रोफाइल लोग तो माँसाहार ले रहे हैं उनको कोन रोक सकता है ।धन्यवाद आपने सत्य को उजागर किया । सत्यानंद जी की जय हो ।
बहुत सुंदर जानकारी मिली
धन्यवाद् महाराज जी
Sir also talk about Basaveshwar ji 12th century Social Reformer from Karnataka who changed Indian society and United as one religion As Lingayats at 12th century and he United all castes to one religion and on basis of equality they have written many Vachanas!🙏
Ji unke bare me pdha hai ji kisi din un pr bhi prvchn krunga g
bahut hi sundar guruji, 🙏🙏
I like your videos sir
जबर्दस्त 🔥🙏
Vichitrkintusatay
🙏🙏🙏🙏
Very good Guruji
Guruji ko mera bahut bahut sadhu bad
Thank you .
Guruji mai aapke sare video dekh rha hun. Bahut Gyan mil rha hai
बहुत ही बढ़िया गुरुदेव। आपने मांसाहार का concept clear कर दिया। श्राद्ध भी कुछ चालाक लोगों द्वारा अपना पेट भरने का षड्यंत्र है।
श्राद्ध पेट भरने का षडयंत्र बिल्कुल नहीं है। श्राद्ध का पाजेटगव पक्ष यह है कि हमारे पितर अभी कहीं न कहीं मौजूद हैं,इस से हम अज्ञात पर श्रद्धा करके विधेय चित्तवत्ति बनाते हैं,जिस को गीता विधेयात्मा कहती है,विधि के अर्थात् आज्ञा के योग्य, अधिकारी।है और नहीं है में फर्क क्या है? नहीं है का अर्थ होता है अभाव परन्तु अभाव की सत्ता भी विना अधिष्ठान के,विना भाव पदार्थ के सिद्ध नहीं होती।अगर भाव पदार्थ न होता तो जगत भी न होता।इसी को आस्था कहा जाता है।अत एव वेद ने कहा कि अगर कोई कहे नहीं है तो उस का होना भी न होना हो जाता है,असन्नेव स: भवति।इस लिए आस्थावान बनना चाहिए और अपनी आत्मसत्ता को इन्कार न करे।
ये समझ आप की अपनी हो सकती है।
Manav Kalyan ka Bara kadam
Bahut jankari bhara aur pakhand ka pol kholane wala video hai.
❤️🙏🙏🙏❤️
Bahut sundar aur durlabh jankar hume bataye acharya ji aap ko Koti koti dhanyawad
SABKO SACH PATAA CHALE UPARVAALE JIVIT ISVAR PRABHU YESHUPITAA SATGURUDEV
Satyanandaji, we shall respect all those Brahmins who will give us right/ correct pravachan like you as well as recognise all SCS,STS, OBCs are human and as their brothers or Brethren.
Svagt hai g dhanyavd g
मानव तो हो ही कौन नहीं कहता है ?भरोसा रखो ब्राम्हण तुमको ये नहीं कहेगा की सत्यानंद की बात मानकर चलोगे तो हम तुमको मानव नहीं कहेंगे । क्योंकी ब्राम्हण किसीकी भी निंदा नहीं करते । लेकिन ये हमको , तुमको समझना होता है की क्या सही है और क्या गलत है । हमें भगवान ने बुद्धी दि है।
गुरु जी महाभारत में भी एक प्रसंग है जब धर्मराज युधिष्ठिर ने पितामह भीम को बताया कि कोन से पशु का मांश ब्राह्मणों को खिलाने से कितने दिन की भूख पूर्वजों की भूख शांत हो सके
प्रणाम गुरुजी
आपकी मेहनत
एक न एक दिन कारगार साबित हो वेगी
श्रीमान जी, नमस्ते। आप के video बहुत अच्छे लगते हैं और आप बहुत अच्छे तर्क देते हैं। कृपया बुरा न मानना हज़ारों सालों से SC/ST/OBC को धर्म के ठेकेदारों ने पढ़ने ही नहीं दिया तो वे लोग धर्म ग्रंथों की मिलावट को कैसे जान पायेंगे। अब वर्तमान समय में ऊँच-नीच का भेद ज़्यादा बढ़ रहा है। महोदय आप से एक अनुरोध है , मैं वाल्मीकि जाति से हूँ और मेरा गोत्र हटवाल है, जबकि यह गोत्र ब्राह्मणों का गोत्र है। मेरे दादा और चाचा को मैंने अपनी यद में विवाह के फेरे करवाते हुए खूब देखा है। मैं अपनी जड़ें तलाश रहा हूँ। आप विद्वान हैं , अतः आप गोत्र के विषय में कुछ बतायें या यदि संभव हो तो किसी पुस्तक के विषय में जानकारी देने का कष्ट करें। धन्यवाद।
Jai Bhim Jai Bharat
पंचपंचनखा:भक्ष्या:,यह सामान्य विधि है,जो लोग मांस खाये विना नहीं रह सकते उन के लिए सभी प्रकार के मांस खाने का निषेध करके विधि का संकोच किया गया है,इस में मांस खाने का विधान नहीं है।अहिंसा परमो धर्म:,यह विशेष विधि है जो जीवहिंसा रूप सामान्य विधि का बाध कर देती है।इसी तरह हम वेद वाक्यों का समन्वय करते हैंऔर वेद का तात्पर्य अर्थ अहिंसा ही है,सामान्य वाक्य अपना अर्थ विशेष वाक्यों को समर्पित करके सार्थक हो जाते हैं।लोक में भी ऐसा ही होता है,जैसे हम कहें कि अगर तुम उत्कोच लिए विना रह नहीं सकते तो गरीब से मत लेना या गरीब की चोरी मत करना।
Satya ke darshan Satya batoo
Sir eske baad ramayan valmiki and tulsidass ki usme bhi videos ki series banana
Plz
Ji dhire dhir sabhi hmtpurn grantho pr bolunga g
@@satyakedarshan ok sir
अच्छा जो मांस खाने के पक्ष में लिखा है वो पुराणों में पहले से था और जो शाकाहार के पक्ष में है वो बाद में जोड़ें गये अच्छा अच्छा लेकिन हमारे यहां तो सब्जी भी गिनी चुनी ही बनती है श्राद्घो में जैसे कि (कद्दू , करेला, तोरी,और भिन्डी बस )मांस तो दूर की बात है
बुद्ध जैन संत आंदोलन के कारण हमारे पूर्वज उत्तर भारत में शाकाहारी हो गए थे जी, इसी कारण आज हम शाकाहारी हैं जी!!!
6:60 Sir buddh me mashahar galat he uska koi praman he??
Kyu ki china japan aur bahut desh me buddhist he sab to mash kha rhe he..
Aur jese smriti hindu o ka law he vese buddho ka law book konsa he
महाराज जी, मांस को शुद्ध सिद्ध कर दीजिए ।
मैं आज से मांस खाना शुरू कर दुंगा ।
मैंने कब कहा कि मांस खाओ जी मैं तो सिर्फ इतना बता रहा हूँ कि हमारे इतिहास पुराण और शास्त्रों में क्या लिखा है जी और उनका खान पान कैसा था जी!!! न मैं मांसाहार का प्रचारक हूँ जी! मेरा उद्देश्य केवल अपने हिंदू समाज को अपने यथार्थ इतिहास से अवगत करवाना है ताकि वह आधुनिक व मानवतावादी बुद्धिवादी बने जी!!!
@@satyakedarshan हाँ, तो महाराज जी, मांस जैसी गन्दगी को कैसे खा सकते हैं ।
@@_kgamer6914 मैंने कब कहा कि आप खाओ जी! मैं तो केवल अपने पूर्वजों का इतिहास बता रहा हूँ जी!!!
Shuddh protein hai 😋
हो सकता है ये महाज्ञानी महाराज कहदे की ऊसकर तुलसी पत्र डाल दो शुद्ध हो जायेगा।
स्वामी जी आप तो बहुत बड़े ज्ञानी महात्माओं के महात्मा हैं आप ने तो ग़ालिब के शो में तो आग लगा दी आपने तो अक्ल के ऐसे तारे तोड़े हैं की हम चुतीया साबित हो गये हम चुतीयो की ओर से आपको धन्यवाद आप ज्ञानी महात्मा हैं आप पुरुष ही नहीं बल्कि माहा पुरुष है
एक शब्द को छोड़कर बाकि सब ठीक है जी उसे हटा दे जी!!!
@@satyakedarshan कौन सा शब्द माहात्मा, ज्ञानी माहपुरूषजी?
आपका नाम असत्यानंद महाराज होना चाहिए। आप नास्तिकता को बढा रहे है।
महाभारत तक ग्रंथो मे मिलावट नही थी महाभारत के बाद ही मिलावट की गई है। पाच हजार वर्ष से हम मिलावट के कारण आपसे मे लड़े।
मिलावट दूर करना आवश्यक है
Andhbisbas ko hatene ka sarey jayvim
maas khane vali baat vedo me miai gayi hai videshi akramankario dwara
Me Veg ko support kerta hu..
Sir app veg he ki non veg??
🤣🤣
Brahman mansahari hote the
सवामी जी जरा इसका भी अधययन करेth-cam.com/video/CelxvMUqpAA/w-d-xo.html
Ok thanks g
Hindu dharm me mansahar mna kiya gya h
Tumhare book me kuch hai bhe ya nhi Hindu dram ko Galat batana
Tu kon h jhute
ये कैसा अमृत है? तुम किसी भी angle से क्रांतिकारी, संत, स्वामी, सत्यानंद, महाराज,, तो नहीं ही हो। और last में जो 'सत्य' लिखा है, वह तो लेश मात्र भी नहीं। तुम ने विधर्मियों के लिए सनातन को गालियाँ देने का एक अच्छा सामग्री परोस दिया है
To tumhe kya lagta hai.... Aarati utare.. ek bar ved ki jankari Lelo khud se achchhe se ya pdf le lo hamase aur pdh lo fir galat hai ya Shai hai bolna.. Satya bahut kawda haita hai... Sati anusuiya ki kahani haise puran me hai waisa dikha diya jaye to chhi chhi karane lagoge... Satya nand ho ya koi aur dusare ki bat ka kya o to jhooth aur sahi bhi bol sakata hai ,,, khud se praman dekho fir anguli uthao... Mai to anguli uthaunga aur fir nahi Mane to bataunga... Tumhe jis ka bhi pdf chahiye mujhse le lo , ramayan , Ramcharitmanas, ved , Upanishads, puran, bhagwat,, itna hi nahi ye bhi mano ki ek chitti ne ek hathi nigal gya...
अब ये महाशय संत भी कहे जाने लगे हैं । और ये अपनी उटपटांग बातों को ये प्रवचन कहते हैं ।
ये असत्य का पुलींदा है , ताज्जुब है हमारे देश में ऐसे भी लोग हैं और ईनके भी भक्त हैं।
Iski maac.......dunga ek bar reply karde tu bus teko mita dunga mai jo bhi Gyan dera h pura nikal dunga
Sale logo ko behkara h tu kesa gayap hoga kisiko yad bhi nhi rahega