बिना आत्म ज्ञान के नर भटकता रहता है। कभी मथुरा कभी काशी। पानी मे रहकर भी मछली प्यासी है मुझे ये देख कर हँसी आ रही है। भगवान हमारे भीतर ही है और हम बाहर ढूंढते है
अखिल ब्रह्माण्ड नायक पूर्ण ब्रह्म परमात्मा संत शिरोमणी श्री श्री १००८ कबीर साहेब को मेरा कोटि कोटि साहेब वन्दिगी पूरे संसार को सत्य और अहिंसा का रास्ता दिखाया
कबीर साहेब की जय जय कार हो 'सतगुरु कबीर साहेब को हिन्दू तो मानते हैं लेकिन मुसलिम भाई नहीं मानते 'ब्राहमण भी नहीं आदर करते 'बाकी सभी जाति मानते हैं 'अम्रत वाणी सुनकर पालन करेगा जी वन में सुख भोगेगा सुरेन्द्र सिंह फौजी पुखराया 'बचपन से ही कबीर पंथी हूं
दूध, दही, छाछ, माखन, घी सब एक ही कुल के होकर भी सबकी कीमत अलग अलग है क्योंकि "श्रेष्ठता" जन्म से नही, बल्कि अपने व्यक्तित्व , कर्म, अपनी हुनर , और अपने गुणोंं से प्राप्त होती है!!
कबीर साहिब जी मोको कहां ढूंढे रे बंदे मैं तो तेरे पास में ना तीरथ में मूरत में न एकांत उपवास में ना में क्रिया कर्म में रहता ना योग सन्यास में ना मंदिर में ना मस्जिद में ना काबे कैलाश में मोको कहां ढूंढे रे बंदे मैं तो तेरे पास में परमात्मा कबीर साहिब जी की जय हो सभी संतो की सत साहेब 🌺🙏
कबीर साहिब जी पूर्ण परमात्मा है पूर्ण परमात्मा के निकले हुए मुख कमल से वचनों का इस पृथ्वी पर कोई अर्थ नहीं कर सकता कबीर परमात्मा स्वयं ही उसका अर्थ बता सकते हैं हम जीवो की औकात
कहै कबीर गुरु प्रेम बस, क्या नियरै क्या दूर जाका चित जासो बसै, सो तिहि सदा हजूर। अर्थ : कबीर जी कहते है की जिसके हृदय में गुरु के प्रति प्रेम रहता है। वह न तो कभी दूर न ही निकट होता है। जिसका मन चित्त जहाॅ लगा रहता है। वह सर्वदा गुरु के समझ ही हाजिर रहता है।
कबीर साहेब स्वयं अनंत कोटि ब्रह्माण्ड के स्वामी है वो ही सारी सृष्टि के रचनहार है दशरथ पुत्र श्री राम तीस करोड़ हो लिए लेकिन कबीर साहेब अजर अमर है वो स्वयंभू परमात्मा है ब्रह्मा विष्णु महेश भी कबीर साहेब की भक्ति करते है कबीर साहेब चारों युगों में आते है सतयुग में सत सुकरत नाम से द्वापर में करुणामय नाम से त्रेता में मुनींद्र नाम से कलियुग में कबीर नाम से अधिक जानकारी के लिए सुने संत रामपाल जी महाराज जी के सत्संग और अपनी आंखों से चारो वेद में प्रमाण देखना की कबीर साहेब भगवान है गीता कुरान बाइबल चारो वेद कबीर साहेब की महिमा बताते है
पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब जिंदा महात्मा के रूप में नानक देव जी, दादू जी, गरीबदासजी, सुल्तान अधम इत्यादि को मिले जिसका प्रमाण गरीबदास जी की वाणी में मिलता है। हम सुल्तानी नानक तारे, दादू को उपदेश दिया। जात जुलाहा भेद न पाया, काशी माहि कबीर हुआ।।
आत्मा आत्मा ही चिट्ठी से लेकर हाथी मनुष्य तक का शरीर चला रही है इसी को कहते हैं साहेब कबीर कुत्ते को ले गई बिलाई सभी संतो की जय हो सभी भक्तों की जय हो 🌺 सत साहेब 🌺
Dhan dhan hn Mere Mata Pita ji Shree Satguru Sunder Ram Ji Udasin Matt Tapprian Amar Singh wale District Ropar pb Ganesh Ji Hanuman Ji Sant Hari Das Ji Baba Shri Chander ji Maharaj Sab Santan Ji Radhe Krishna Ji Parkirti Ji ko pranam Sab Ki Jai Ho Ji Maharaj ji
#Glory_Of_LordKabir संत रविदास जी ने पूर्ण परमेश्वर कबीर साहेब जी को गुरु धारण कर आजीवन कबीर साहेब द्वारा बताई सतभक्ति की थी। संत रविदास जी की वाणी बताती है कि:- साहेब कबीर समर्थ है, आदी अन्त सर्व काल। ज्ञान गम्य से दे दिया, कहै रैदास दयाल॥ Kabir Prakat Diwas 14 June
कबीर दास जी एक संत है परमात्मा नही यु तो साधारण सी आत्मा परमात्मा का अंश अपने आप को परमात्मा समझने लगेगा पर बीज और पेड मे बहुत अंतर होता है पेड बीज से ही पेदा होता है और बीज पेड के फल से फिर भी समझदार व्यक्ती पेड को पेड बीज को बीज ही कहेगा आप अपने ज्ञान के ढक्कन खोलो
ईश्वर अंश जीव अविनाशी चेतन अमल सहज सुख राशि।। सत्य तो सत्य है इसे स्वीकार करना होगा वो सत पानी के रुप मे संसार के लिए शीतलता प्रदान करता है अग्नि के रुप में तेज प्रदान करता है अंतरिक्ष के रूप में विस्तार ज्ञान का अनुसरण करवाता है हवा के रुप में प्राण है श्री कबीरदास जी संत है तुलसीदास जी भी संत है रेहदास भी संत है परमात्मा नही उनकेप पैगम्बर संदेश वाहक संत है पुर्ण ब्रह्म कभी अवतार नहीं ले ते वो नातो कही आते हैं ना कही जाते हैं फिर भी सारा संसार का पालन उत्पन्न और संहार करते हैं
कबीर, एक राम दशरथ का बेटा, एक राम घट घट में बैठा एक राम का सकल पसारा,एक राम त्रिभुवन से न्यारा . तीन राम को सब कोई धयावे, चतुर्थ राम को मर्म न पावे। चौथा छाड़ि जो पंचम धयावे, कहे कबीर सो हम को पावे।।
ऐक पहेली मेरी है इसका अर्थ बताने किक्रपा करें । पहेली,। ठाडो सिंह चला वै गाई , पहले बैठा भयो पीछे भी ई माई ।कुत्ता ये लेग ई बिलाई ।इस पहैली का अर्थ बताने की क्रपा करें जी।।
परम पूज्यपाद सनातन सन्त परमेश्वर श्रीश्री सदगुरुदेव निर्वाणदायक भगवान कबीरदास जी के चरणकमलों में मेरा कोटि कोटि प्रणाम
जय हो कबीर दास जी महाराज की आजकल के संसार में कबीरदास जी जैसे विद्वानों की जरूरत है आजकल तो पाखंड लोग हैं संसार में
अति उत्तम विनम्र ज्ञान🙏🙏🙏🙏🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🙌🙌🙌🙌🎪🎪🎪🎪
कबीर साहिब जी आतम ज्ञान बिना नर भट्ट के कवि मथुरा कभी काशी पानी में मीन प्यासी मोहे देखत अवे हांसी 🌺🙏
Is ka matlab batana
बिना आत्म ज्ञान के नर भटकता रहता है। कभी मथुरा कभी काशी। पानी मे रहकर भी मछली प्यासी है मुझे ये देख कर हँसी आ रही है। भगवान हमारे भीतर ही है और हम बाहर ढूंढते है
Ye sab guru h had ke behad ke ye naa behad aap hi upje anubhav k ghar/ghat mah..kabira
अखिल ब्रह्माण्ड नायक पूर्ण ब्रह्म परमात्मा संत शिरोमणी श्री श्री १००८ कबीर साहेब को मेरा कोटि कोटि साहेब वन्दिगी पूरे संसार को सत्य और अहिंसा का रास्ता दिखाया
Sat sahib bandi chhod satguru kabir saheb ko
कबीर को पूरण ब्रहमांड नायक कहते हो ओर फिर भी 1008 मे रख रहे हो, अकल खराब हो गयी है, क्या
परमपितापरमेश्वर श्री श्री 108 सद्गुरुदेव कबीरदासजी के चरण कमलों में कोटो कोटि मेरा प्रणाम
Se5syes
100008
कबीर साहेब की जय जय कार हो 'सतगुरु कबीर साहेब को हिन्दू तो मानते हैं लेकिन मुसलिम भाई नहीं मानते 'ब्राहमण भी नहीं आदर करते 'बाकी सभी जाति मानते हैं 'अम्रत वाणी सुनकर पालन करेगा जी वन में सुख भोगेगा सुरेन्द्र सिंह फौजी पुखराया 'बचपन से ही कबीर पंथी हूं
जगत गुरू कवीर दास जी महराज कीजय बंदगी साहेब
श्री प्रज्ञापुराण की जय। ॐ ऐं श्रीराम आनंदनाथाय गुरुवे नमः। मां भगवत्यै नमः।
कबीर, कागद केरी नाव री, पानी केरी गंग।
कहे कबीर कैसे तिरे, पांच कुसंगी संग।।
दूध, दही, छाछ, माखन, घी सब एक ही कुल के होकर भी
सबकी कीमत अलग अलग है
क्योंकि
"श्रेष्ठता" जन्म से नही,
बल्कि अपने व्यक्तित्व , कर्म, अपनी हुनर , और अपने गुणोंं से प्राप्त होती है!!
कबीर साहिब जी मोको कहां ढूंढे रे बंदे मैं तो तेरे पास में ना तीरथ में मूरत में न एकांत उपवास में ना में क्रिया कर्म में रहता ना योग सन्यास में ना मंदिर में ना मस्जिद में ना काबे कैलाश में मोको कहां ढूंढे रे बंदे मैं तो तेरे पास में परमात्मा कबीर साहिब जी की जय हो सभी संतो की सत साहेब 🌺🙏
Agar mere paas hota to me kuch bhi galat na krta
Kabir saheb ke charno me mera koti koti pranam sat saheb ho. Bandi chhod Kabir saheb ki jai ho.
कबीर साहिब जी पूर्ण परमात्मा है पूर्ण परमात्मा के निकले हुए मुख कमल से वचनों का इस पृथ्वी पर कोई अर्थ नहीं कर सकता कबीर परमात्मा स्वयं ही उसका अर्थ बता सकते हैं हम जीवो की औकात
कहै कबीर गुरु प्रेम बस, क्या नियरै क्या दूर
जाका चित जासो बसै, सो तिहि सदा हजूर।
अर्थ :
कबीर जी कहते है की जिसके हृदय में गुरु के प्रति प्रेम रहता है।
वह न तो कभी दूर न ही निकट होता है। जिसका मन चित्त जहाॅ लगा रहता है।
वह सर्वदा गुरु के समझ ही हाजिर रहता है।
लेकिन आपने कबीर जी के उस दोहे का रहस्य नहीं खोले , जो आवश्यक है !! 💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐
Kaun sa
साहेब बंदगी साहेब
एक अचंभा हमने देखा, बन्दर duhe,गाय
Sat saheb ji
साधु साधु जय सदगुरु कबीर साहेब की
कबीर साहेब स्वयं अनंत कोटि ब्रह्माण्ड के स्वामी है वो ही सारी सृष्टि के रचनहार है
दशरथ पुत्र श्री राम तीस करोड़ हो लिए लेकिन कबीर साहेब अजर अमर है वो स्वयंभू परमात्मा है
ब्रह्मा विष्णु महेश भी कबीर साहेब की भक्ति करते है
कबीर साहेब चारों युगों में आते है
सतयुग में सत सुकरत नाम से
द्वापर में करुणामय नाम से
त्रेता में मुनींद्र नाम से
कलियुग में कबीर नाम से
अधिक जानकारी के लिए सुने संत रामपाल जी महाराज जी के सत्संग और अपनी आंखों से चारो वेद में प्रमाण देखना की कबीर साहेब भगवान है
गीता कुरान बाइबल चारो वेद कबीर साहेब की महिमा बताते है
रंगीन को नारंगी कहें और बने दूध को खोया,
चलती को गाड़ी कहें, देख कबीरा रोया।।
ऐसे ही और ज्ञान के लिए कृपया ज्ञानगंगा pdf फ्री में डाउनलोड करें।
Sat saheb ji
जय श्री राम
जय कबीर
Stay kabir
पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब जिंदा महात्मा के रूप में नानक देव जी, दादू जी, गरीबदासजी, सुल्तान अधम इत्यादि को मिले जिसका प्रमाण गरीबदास जी की वाणी में मिलता है।
हम सुल्तानी नानक तारे, दादू को उपदेश दिया।
जात जुलाहा भेद न पाया, काशी माहि कबीर हुआ।।
आत्मा आत्मा ही चिट्ठी से लेकर हाथी मनुष्य तक का शरीर चला रही है इसी को कहते हैं साहेब कबीर कुत्ते को ले गई बिलाई सभी संतो की जय हो सभी भक्तों की जय हो 🌺 सत साहेब 🌺
Dhan dhan hn Mere Mata Pita ji Shree Satguru Sunder Ram Ji Udasin Matt Tapprian Amar Singh wale District Ropar pb Ganesh Ji Hanuman Ji Sant Hari Das Ji Baba Shri Chander ji Maharaj Sab Santan Ji Radhe Krishna Ji Parkirti Ji ko pranam Sab Ki Jai Ho Ji Maharaj ji
Sat nam saheb bandagi saheb
कबीर जैसे संत न कभी हुए हैं न कभी होगे
Ram ram ram
Parampita parmeshvar kabirdas ji ke charan kamlo me koti koti pranam ji
Sat saheb sat naam Saheb bandagi jai ho malik satguru Kabir saheb ji ki wo to shakshat parmatma he das nhi parmatma bolo
🙏Saheb bandagi saheb ji 🙏
Satguru Kabir Saheb..bandagi..
Saheb bandgi saheb 🌺🙏🙏🌺🙏🌺
सत साहेब
धन्य धन्य धन्यवाद सरश्री😊🙏🎊
ना मंदिर जरूरत है और ना मस्जिद की बस मन चंगा तो कठोती में गंगा
साधु साधु सब नेक हैं आप आपनी ठौर I
जे सतलोक ले जाएंगे वह साधु कोई और II
Only Kabir Sahib is supreme GOD
Ram Ram Ram Ram Ram
Birha jagave brahm ko brahm jagave jeev jeev jagave surti ko surti jagave sheev..kabira..mere guru ko charan vandan
तुम कौन राम का जपते जापं जिनके कटे ना तिनों तापमं।।
Om Jai Shri Radhe Krishna
Saheb bandgi saheb 🌺🌺🌺🌺🙏🙏🙏
जय हो जय हो तुम्हारी साहेब कबीर
जय जय कबीर
Saheb bandgi 👃👃👃
Koti kot Naman Kabir Sahib Ji Maharaj
#Glory_Of_LordKabir
संत रविदास जी ने पूर्ण परमेश्वर कबीर साहेब जी को गुरु धारण कर आजीवन कबीर साहेब द्वारा बताई सतभक्ति की थी।
संत रविदास जी की वाणी बताती है कि:-
साहेब कबीर समर्थ है, आदी अन्त सर्व काल।
ज्ञान गम्य से दे दिया, कहै रैदास दयाल॥
Kabir Prakat Diwas 14 June
गुरु से ज्ञान जो लीजिए शीश दीजिए दान
बहुतक भोंदू बह गए राख जीव अभिमान
Jai ho
Sant rampal ji Maharaj is real kaber parmatma be hea or satguru bi
Jai Shri Krishna 🙏
साहेब बंदगी साहेब 🙏🙏🙏
कबीरदासजी का यह दोहा अहिंसा का बोध करता है. शेर गयाँ चरा रहा है. अर्थात शेर भी अहिंसा का पालन कर रहा है.
कृपया इन दोहो का उत्तर भी देते साथ में तो अच्छा था
खुद को दोहे का अर्थ मालूम नही और कथा करने चले ऐसे पाखंडी ही धर्म का मजाक बना देते
हा दोहे का उत्तर तो देते!!!😞
आपकायहससतसंग्अचछालगाहै
Sat saheb
Very nice.
कबीर साहेब सतवादी सब संत हैं आप आपने धाम अजीज की अरदास है सब संतन प्रणाम
🌺🌺सत साहेब 🌺🌺🙏🙏🌺🕉️🌺
सत साहिब 🙏
जय हो गुरु साहेब
🙇🌷🙇🌷🙇🌷🙇🌷kabir shaib bandi xod ki jai ho sat shaib 🙇🌷🙇🌷🙇🌷🙇🌷🙇
महाशय किसी एक का उत्तर तो दे देते
तब बात कुछ समझ में आती
पताहोतातोहबताते
Sir guru ji ki dukan m sauda nahi h inhone galti se Vaani Suna to di lekin meaning nahi pata ! sat saheb parmatma Kabir Saheb ki bandagi
Good news bahut bahut dhanybad 🌳🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷
Bina swarth ka sab ki madad karna yah kam karna Yahi Dhai Akshar Prem Ke Hai Jo usse Khushi milati Hai
श्रीमान जी!आप भी तो प्रश्न का समापन बिना अर्थ के ही कर दी।
सायद इनको खुद को ही पता न हो दोहे भावार्थ ।
सत साहेब । पूर्ण परमात्मा ने नमः
સત્ સાહેબ
जय सदगुरू महाराज 👏👏
जय कबीर
रंगीन को नारंगी कहें और बने दूध को खोया,
चलती को गाड़ी कहें, देख कबीरा रोया।।
ऐसे ही और ज्ञान के लिए कृपया ज्ञानगंगा pdf फ्री में डाउनलोड करें।
DhanShriGuruNanakji
सत् साहेब
Qatar Sanjay Good
Badiya khata h 🙏🙏🙏🙏
सत गुरु कबीर की जय
कबीर साहब जी की गहराई को समझाने में मदद करो महाराज जी जिससे मानवीय भाईचारा कायम हो
दिमाग के ढक्कन खोलो कबीर साहब दास नहीं परमात्मा है 🌹 सत साहिब🌹🙏
Right
कबीर दास जी एक संत है परमात्मा नही यु तो साधारण सी आत्मा परमात्मा का अंश अपने आप को परमात्मा समझने लगेगा पर बीज और पेड मे बहुत अंतर होता है पेड बीज से ही पेदा होता है और बीज पेड के फल से फिर भी समझदार व्यक्ती पेड को पेड बीज को बीज ही कहेगा आप अपने ज्ञान के ढक्कन खोलो
ईश्वर अंश जीव अविनाशी चेतन अमल सहज सुख राशि।। सत्य तो सत्य है इसे स्वीकार करना होगा वो सत पानी के रुप मे संसार के लिए शीतलता प्रदान करता है अग्नि के रुप में तेज प्रदान करता है अंतरिक्ष के रूप में विस्तार ज्ञान का अनुसरण करवाता है हवा के रुप में प्राण है श्री कबीरदास जी संत है तुलसीदास जी भी संत है रेहदास भी संत है परमात्मा नही उनकेप पैगम्बर संदेश वाहक संत है पुर्ण ब्रह्म कभी अवतार नहीं ले ते वो नातो कही आते हैं ना कही जाते हैं फिर भी सारा संसार का पालन उत्पन्न और संहार करते हैं
@@bhagwatbhaskar5741 unki 52 kasni ki saza se to aesa nhi lgta aur jis prakar ant hua saint to nhi ye gun to ishwariye hue
Kabir Saheb... parmeshwar hai
Aaz fir kaber parmatma is baret bumi mai parget huea hea unki khoj keajea or maksh payea
Super
Jay Sri Krishna.
Jay kabirdas bhagwan
कबीर, एक राम दशरथ का बेटा, एक राम घट घट में बैठा एक राम का सकल पसारा,एक राम त्रिभुवन से न्यारा . तीन राम को सब कोई धयावे, चतुर्थ राम को मर्म न पावे। चौथा छाड़ि जो पंचम धयावे, कहे कबीर सो हम को पावे।।
सत साहेब भगवान रामपाल जी की जै कवीर परमात्म की जै
Great🙏🙏
Kabir is god
रंगीन को नारंगी कहें और बने दूध को खोया,
चलती को गाड़ी कहें, देख कबीरा रोया।।
ऐसे ही और ज्ञान के लिए कृपया ज्ञानगंगा pdf फ्री में डाउनलोड करें।
sat saheb ji
Jay kbirdas ji ki
Kabir is superme god
Mushlim agar Kabir dass ji ki baat maan li thi to mandir tod kar Majid kiyu banai तलवार ki नोक पर धर्म परिवर्तन कियू किया था
Aapko Kabir anurag Sagar sunna chaiye with lyrics
Kabir is real god
इस दोहे का अर्थ बताओ
अब मुस्लिम समाज क हा मानता है क बिर को हम तो आज भी मा नते है। हम को बड़ काना ब नद करो फाक डी बाबा
Mast
ऐक पहेली मेरी है इसका अर्थ बताने किक्रपा करें ।
पहेली,। ठाडो सिंह चला वै गाई , पहले बैठा भयो पीछे भी ई माई ।कुत्ता ये लेग ई बिलाई ।इस पहैली का अर्थ बताने की क्रपा करें जी।।
Thanks guru Dev ji
Pura arth kya hoga
💗💗🙏
Sant kabir is kampliit God hai
Explain bhi kar dete acha hota
संत जी आपका कहना बिल्कुल सही लेकिन साहब कबीर का आंदोलन मुक्ति का आंदोलन था भगती नहीं
Jay Shree Ram
Kabir saheb is god.
Jey bhim