सत्यार्थ प्रकाश क्यों पढ़ें? महर्षि दयानन्द सरस्वती का अमर ग्रन्थ।
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- เผยแพร่เมื่อ 20 ก.ย. 2024
- महर्षि दयानन्द सरस्वती का अमर ग्रन्थ #satyarthprakash #prahari #prabhakar
सत्यार्थ प्रकाश में 14 समुल्लास है। उनके विषय हैं-
१. प्रथम समुल्लास में ईश्वर के ओङ्काराऽऽदि नामों की व्याख्या।
२. द्वितीय समुल्लास में सन्तानों की शिक्षा।
३. तृतीय समुल्लास में ब्रह्मचर्य, पठन-पाठनव्यवस्था, सत्यासत्य ग्रन्थों के नाम और पढ़ने-पढ़ाने की रीति।
४. चतुर्थ समुल्लास में विवाह और गृहाश्रम का व्यवहार। की विधि।
५. पञ्चम समुल्लास में वानप्रस्थ और संन्यासाश्रम।
६. छठे समुल्लास में राजधर्म।
७. सप्तम समुल्लास में वेदेश्वर विषय।
८. अष्टम समुल्लास में जगत् की उत्पत्ति, स्थिति, प्रलय।
९. नवम समुल्लास में विद्या, अविद्या, बन्ध और मोक्ष की व्याख्या।
१०. दशवें समुल्लास में आचार, अनाचार, भक्ष्याभक्ष्य विषय | ११. एकादश समुल्लास में आर्य्यावर्तीय मतमतान्तर के खण्डन-मण्डन विषय।
१२. द्वादश समुल्लास में चारवाक, बौद्ध और जैनमत का विषय।
१३. त्रयोदश समुल्लास में ईसाई मत का विषय।
१४. चौदहवें सुल्लास में मुसलमानों के मत का विषय।
और चौदह समुल्लासों के अन्त में आर्यों के सनातन वेदविहित मत की विशेषतः व्याख्या लिखी है, जिसको मैं भी यथावत् मानता हूँ।
आचार्य जी को प्रणाम🙏 आप ने बहुत ही सरल ढंग से समझाया घर में बैठ कर विद्वानों के उपदेशों को सुनकर समय अच्छा व्यतीत हो जाता है बहुत बहुत धन्यवाद
सच्चिदानन्देश्वर की जय
सच्चिदानन्देश्वराय नमो नमः
आचार्य जी आपने यह सबसे बेहतरीन वीडियो बनाया है। 👏👏👏👏🙏🙏
मेरे पास एक ही शब्द है , अद्भुत 🙏
सत्यार्थ प्रकाश का उत्कृष्ट परिचय! साधुवाद शास्त्री जी! सादर नमस्ते!
ऑल राउंडर कहती हूं मैं स्वामी दयानंद को🙏🙏🙏🙏
ऐसा कौन सा क्षेत्र है स्वामी दयानंद ने जिसके बारे में ने बताया हो
एक महान आत्मा स्वामी दयानंद सरस्वती की जय हो🙏🙏
हार्दिक धन्यवाद शुभकामनाएं आयुष्मान भव। बोहोत ही उत्तम जानकारी मिल रही है ओ३म् 🙏🏼🚩 कृण्वनतो विश्वमार्यम । चरैवेति चरैवेति ... । जय आर्य जय आर्यव्रत भरतखण्ड
वन्देमातरम् वन्देमातरम् वन्देमातरम्......🇮🇳
आज से मैं ब्रह्मचारी रहूँगा ये मेरी अखण्ड प्रतीज्ञा है ।
Gud
बहोत बढ़िया , किसी लड़की की ज़िन्दगी बर्बाद होने से बच गयी ! 🤣😂
पूरी भी करना अपनी प्रतिज्ञा
भगवान आपको लंबी उम्र दे
Yes brother you can you will be the next bhagat singh.
🇮🇳🇮🇳🚩🚩🚩🚩
आचर्य जी को सत सत नमन 🙏🙏🙏
I am watching all your video,all are great, informative with Shloka and Reference मै गुजरात राजकोट टंकारामे जून 2024 मे गया था,महर्षी दयांनंद का रहनेका स्थान देखा, वहा विनाशुल्क स्कुल चलती है,गो शाळा है.सुबह और शाम एक घंटा यज्ञ होता उसे टंकारा प्रसाद कहते है.
सादर नमस्ते आचार्य जी!!
🙏🏻🌸🥰
ये बहुत ही सहीं कार्य कर रहे हैं आप
इसकी बहुत जरूरत थी👌🙏🙏
जय आर्य जय आर्यावर्त। Om
आत्मन प्रतिकूलानि , महाभारत का है, मनुस्मृति का नहीं। आपकी शैली बहुत अच्छी है।
Nameste aacharya ji 🙏
बहुत ही अच्छा ।
सादर नमस्ते आचार्य जी।
नमस्ते जी
एक ही संकल्प और एक ही नारा
जय सत्य सनातन धर्म हमारा
🙏
मध्य प्रदेश मे कोई अच्छा गुरूकुल है तो बताए एवं कितने उम्र से बच्चों को पढाए।
Bahut bahut bahut dhanyavaad
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
नमस्ते आचार्य जी 🙏
नमस्ते आचार्य जी 🙏🏽 बहुत सुंदर विश्लेषण
Satyarth parkash is a such a granth which tells the truth.
सादर प्रणाम आचार्य जी!
Jai sanatan
नमस्ते आचार्य जी आपकी बात को समझाने की तरीका बहुत सुन्दर है आपके विद्वत्ता को नमन
Very nice
नमस्ते आचार्य जी जी एक संगठन है आर्य निर्मात्री सभा जो आर्य निर्माण का काम करती है उनके बारे में भी बताइए जी क्या यह प्रकल्प हमारे लिए हमारे समाज के लिए कुछ उपयोगी है यदि उपयोगी है तो कृपया उसके बारे में भी प्रचार प्रसार कीजिए🙏🙏
आचार्य जी नमस्कार जय श्री राम
🕉️
महोदय आपने अपनी वीडियो में नीचे लिखे मंत्र को मनुस्मृति का बताया है जो कि पद्म पुराण से उद्धृत है-
श्रूयतां धर्मसर्वस्वं श्रुत्वा चैवावधार्यताम्।'
आत्मनः प्रतिकूलानि परेषां न समाचरेत्।।
(पद्मपुराण सृष्टि0 19। 35556
🙏🏿🕉🚩🙏🏿🙏🏿🙏🏿
Sunder Pravachan Acharya Ji
🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Bhaiya bhut acha explain kiya hai apne❤❤
अब आएगा मज़ा
ओ३म नमस्ते जी
11:04 - 11:23 kya yahi niyam ko paaln karna hee dharm khaa jaata hai?
Btaiye gururji 🙏🏿
🚩जय भारत।
अति सुन्दरम् आचार्य जी 🙏🙏
ओम् परिणाम आचार्य जीं जय आर्यावर्त
आचार्य जी सत सत नमन 🙏🙏
जय श्री राम 🙏🤗
ओम् आचार्य जी सादर नमस्ते 🙏
नमस्ते आचार्य जी, बहुत बहुत धन्यवाद😊
Bahot bahot dhanyawad ❤🙏
Aacharya ji parnam
आचार्य जी हमारे बच्चो को आपके गुरुकुल में पढ़ाने के लिए क्या करना होगा?
बहुत सुन्दर 🙏🙏🙏🙏🙏
🙏🙏🙏
जय आर्य जय आर्यावर्त
Jordar hai satyarth prakash book
❤️❤️
आचार्य जी सादर प्रणाम जी
Ati
ओऊम जी नमस्कार
🚩🙏
Thanks
दयानंद की अज्ञानता
समुल्लास 4 पृष्ठ 71 पर लिखा है कि कैरी आँखों वाली लड़की से विवाह मत करो, दांत युक्त लड़की से विवाह करो, किसी का नाम पार्वती, गोदावरी, गोमति आदि नदियों और पर्वतों पर हो उस लड़की से विवाह मत करो।
24 वर्ष की स्त्री 48 वर्ष के पुरूष का विवाह करना उत्तम है।
Hello
सभी सनातनी अपनी जनसंख्या को तेजी से बढाए । प्रत्येक सनातनी दम्पति कम से कम 4 बच्चो को जन्म दे। बड़े नगरों में अधिकतर हिंदू अब hook up relations, causual sex, Live in relationship पर जोर दे रहें हैं । जो विवाह कर रहें हैं उनका तलाक हो रहा है । बच्चे दो ही काफी के सरकारी प्रोपेगंडा ने हिंदुओं के अस्तित्व के लिए गंभीर संकट खड़ी कर दी है।
जनसंख्या की replacement ratio 2.1 है यानि 10 जोड़ों के कम से कम 21 बच्चे हो । लेकिन हिंदुओ की यह ratio अब 1.3 आ गई है। हिंदुओ को ऐसे लगने लगा है कि अगर एक बच्चा होगा तो उसे पढ़ा लिखा कर आईएएस बना देंगे जिसके परिणामस्वरूप हिंदू जनसंख्या कम होने लगी है वही दुसरी ओर जिहादियो की संख्या बढने लगी है।
भारत के अंदर करीब 9 राज्यो, 200 जिलो और 900 तहसीलो मे सनातनी हिंदु अल्पसंख्यक हो चुके है। यह सभी सनातनियो के लिए गंभीर खतरे की घंटी है।
हमेशा ध्यान मे रखिए जहाँ जहाँ सनातनियो की आबादी घटी, वह क्षेत्र सनातनियो से विहीन होता चला गया। पाकिस्तान, अफगानिस्तान, बांग्लादेश, कश्मीर इत्यादि इसके उत्तम उदाहरण है। याद रखिए सरकारे भी कुछ न कर पायेगी अगर आपकी संख्या कम होती रही तो।
यदि कोई भी सनातनी दम्पति यह तर्क दे कि संसाधनो की कमी हो जाएगी तो उसको बता दीजिए कि कश्मीर, पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान मे एक समय सनातनियो के पास सबकुछ था , वह सब तरह से संपन्न थे लेकिन फिर भी न कोई संसाधन उनको बचा पाया और न संपन्नता उनकी रक्षा कर पाई। अगर कोई सनातनी स्त्री यह ज्ञान दे कि 2-3 संतानो से अधिक करने पर उसका फिगर खराब हो जाएगा वगैरह वगैरह तो इतना समझ ले कि वह सनातनी स्त्री ऐसे तर्क देकर अपना जीवन तो शांति से बिता लेगी लेकिन जो भविष्य मे सनातनियो की संताने होगी वो इनकी गलती का मूल्य चुकाएगी खासतौर पर भविष्य की सनातनी स्त्रियाँ क्यूकि भविष्य मे Demography बदल चुकी होगी और जब जब Demography बदली है और जब जब सनातनी संख्या मे घटा है तब तब उसने हिंसा, अमानवीय आत्याचार झेेला है खासतौर पर सनातनी स्त्रियो ने। यह बात प्रत्येक सनातनी दम्पति को समझ जानी चाहिए।
हिंदुओ की गिरती जनसंख्या और दूसरी तरफ मुसलमानों की बढ़ती जनसंख्या भारतवर्ष और सनातन संस्कृति के लिए गंभीर संकट उत्पन्न करेगा। याद रखिए मुस्लिम अपनी आबादी को लगातर बढा रहे है ताकि वे ज्यादा से ज्यादा वोट बैंक खड़ा करके सरकारो से अपना जिहादी कार्य करा सके और भारतवर्ष एवं सनातन धर्म को समाप्त कर सके।
इसपर सभी सनातनी गंभीरता से विचार कीजिए । याद रखिए सनातनियो की आबादी ही भारतवर्ष और सनातन धर्म की रक्षा करेगी।
सनातनियो को ध्यान रखना ही होगा कि सारा खेल संख्याबल का है। सनातनियो की आबादी जितनी ज्यादा बढेगी उतना ही वोट बैंक के रूप मे हम भारतवर्ष एवं सनातन धर्म की रक्षा कर सकते है और जिहादियो के सारे मंसूबो को ध्वस्त कर सकते है। अन्यथा पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश को ले लेने के बाद जिहादियो की नजर हमारे बचे हुए भारतवर्ष पर है।
हमे हमारा देश बचाना है , हमे हमारा धर्म बचाना है, हमे हमारी संस्कृति बचानी है, हमे मानवता को बचाना है। इसके लिए सनातनियो की आबादी को तेजी से बढाना अति आवश्यक है। सनातनियो को अपनी आबादी की Quality + Quantity दोनो ही को तेजी से बढाना ही होगा। इसलिए प्रत्येक सनातनी Couple कम से कम 4 बच्चो को जन्म दे।
साथ ही साथ हम सनातनियो को भारतवर्ष की रक्षा हेतु अधिक से अधिक मुस्लिम स्त्री-पुरुषो खासतौर पर बुर्का, हलाला, ट्रिपल तलाक इत्यादी इन सबको झेेल रही मुस्लिम स्त्रियो की शुद्धिकरण कराकर उनकी नारी तू नारायणी के आर्दश को स्थापित करने वाले सनातन धर्म मे घर वापसी करानी ही होगी और उन्हे नारकीय जीवन से मुक्त करना ही होगा। अन्य सभी की भी शुद्धिकरण एवं घर वापसी कराकर उन्हे राक्षस से मनुष्य बनाना ही होगा।
साथ ही साथ भारत मे बेरोजगारी को बढाने मे मुख्य योगदान देने वाले , 4-4 बीवियां रखने वाले और बिना टैक्स दिए सनातनियो के टैक्स के पैसो से मुफ्त मे सारी सरकारी योजनाओ का लाभ उठाने वाले जिहादियो की बढती आबादी पर सरकारो को सख्ती से रोक लगानी होगी और सारे 7 करोड़ से अधिक बांग्लादेशी एवं रोहिंग्या मुस्लिमो को हमारे देश से बाहर निकालना ही होगा।
विश्व मे धर्म और शांति की स्थापना हेतु, मानवता की रक्षा हेतु, सनातन संस्कृति की रक्षा हेतु और भारतवर्ष की रक्षा हेतु सनातनियो की आबादी को तेजी से बढ़ाना ही होगा।
दयानंद सरस्वती ने अपनी पुस्तक
सत्यार्थ प्रकाश समुल्लास तेरह में पृष्ठ 414, 425, 428 429, 418, 426,436 पर ईसा जी तथा इसाई धर्म पर अभद्र टिप्पणियां की है।
ईसा जी व ईसाईयों के ईश्वर को ईसाईयों जैसा दूसरों के धन को हड़पने वाला कहा है तथा ईसा जी के अनुयाईयों को जंगली व्यक्ति कहा है।
दयानंद की अज्ञानता
समुल्लास 4 पृष्ठ 96-97 पर महर्षि दयानंद ने लिखा है कि विधवा स्त्री का पुनः विवाह इसलिए नहीं करना चाहिए क्योंकि पुनःविवाह से उसका पति व्रत धर्म नष्ट हो जाएगा। इसलिए नियोग करें।
दयानंद की अज्ञानता
समुल्लास 4 के पृष्ठ 101 पर अज्ञानी महर्षि ने लिखा है कि एक स्त्री नियोग ग्यारह व्यक्तियों तक कर सकती है। इसी प्रकार पुरूष भी ग्यारह स्त्रियों से नियोग (अभ्रद कर्म) कर सकता है।
Niyog ko abhadra karm , kehne wale khud hi nazayaj paida huye honge ..pata na ho to mat bhaunko
सत्यार्थ प्रकाश ग्यारहवां समुल्लास
पृष्ठ 307 से 309 तक समुल्लास-11 में दयानंद सरस्वती ने सिख धर्म के प्रवर्तक श्री गुरु नानक देव जी को मूर्ख, (दम्भी) ढोंगी, अभिमानी लिखा है तथा श्री गुरु ग्रंथ साहेब जी को मिथ्या गपोंड़ों का संग्रह लिखा है कि उसमें लिखा ज्ञान अविद्ववानों का है।
📕सत्यार्थ प्रकाश के ग्यारहवें समुल्लास में पूरी जुलाहा जाति (धाणक समाज) को मूर्ख व नीच कहा है:--
संत रामपाल जी महाराज ने बताया कि ‘सत्यार्थ प्रकाश‘ (प्रकाशक - वैदिक यतिमण्डल दयानन्द मठ, दीनानगर (पंजाब), मुद्रक आचार्य प्रींटिग प्रैस दयानन्द मठ, गोहाना रोड़, रोहतक, हरियाणा) के ग्यारहवें समुल्लास में पृष्ठ 306 पर पूरी जुलाहा जाति को नीच तथा मूर्ख लिखा है। स्वामी दयानन्द ने कहा है कि कबीर तम्बूरे लेकर गाता था। कुछ मूर्ख नीच जुलाहा आदि लोग उसके जाल में फंस गए।
Sir yeh ketab kase pare?
आचार्य जी आप थोड़ा माइक के पास बोला कीजिए
Sir nambnar de dijye?
सत्यार्थ प्रकाश नहीं झूठार्थ प्रकाश!
महर्षि दयानंद ने सत्यार्थ प्रकाश समुल्लास 8 पृष्ठ 197-198 पर लिखा है कि सूर्य पर पथ्वी की तरह सब प्रजा बसती हैं। इसी प्रकार सर्व पदार्थ हैं। इन्हीं वेदों को सूर्य पर रहने वाले मनुष्य पढ़ते हैं।
Acharya ji kitne bje hoti h satyarthprakash ki kaksha 🙏
प्रतिदिन रात्रि 8:00 बजे
शंकराचार्य जी ने बताया है कि परमात्मा निराकार है और एक देशीय नही है।
लेकिन ऋग्वेद मंडल न.9, सूक्त 82 के मंत्र 1, 9,86 के मंत्र 27 में, 9, 54 के 3 में परमात्मा को वेदों में साकार और एक देशीय बताया है।
Nahi
सत्यार्थ प्रकाश क्यों ना पढ़े😂😂😂
सबसे बेकार बुक है मैंने भी बहुतों से सुन के इस बुक को लिया कुछ नही स्पष्ठ नही है बुक मे हिंदी भी ठीक से नही है जो इसको लेगा बो पछताएगा जैसे कि मैं पछता रहा हु इस बुक को खरीद के इस से अच्छा किसी गरीब को इन पैसों का खाना खिला लेना
Bekar book nahi , tumhara dimaag hai ..
Ya sayad tumhare pas hai hi nahi ..
Usme Shuddh hindi hai ..
Tumko sayad urdu mix hindi samajh aati hogi ??
Satyarth Prakash ki audiobook suno youtube pe .
@@YT_6jhbvcap bilkul sahi hai pata nahi kaise kaise log hote hai kitni achi book hai pura life change kar diya mera or ye pagal bol raha hai book achi nahi hai 1 to ye kisi dharm ka premi hai isliye nafrat kar raha hai satyarth prakash ko ya fir ye reality accept nahi kar pa raha hai
@@swaroopsaware1624 uski Baat se hi pata chalta hai ,, ya To Koi Vikrat Soch wala hai , jo ki Satya Swikaar Karna nahi chahta , kisi Swaarth Ke Karan ..
Ya To ye Wohi type ka Murkh agyani hai jinse , mahrishi Ne Tark karna Vyarth kaha hai ..
Kyuki aise Namune Hote nahi manav Jeevan ke Layak ..
Namaste ji 🙏
ओम् परिणाम आचार्य जीं जय आर्यावर्त
🙏🙏🙏