प्रणाम स्वामी जी महाराज चरणस्पर्श मनुस्मृति के प्रति साधारण जनमानस में घृणा की भावना है । परन्तु आपके मार्गदर्शन और माध्यम से हम सभी श्रोता सही सही अर्थ जान पायेंगे । कुछ समय पहले इस संबंध में मैंने आपसे आग्रह किया था, सो आपने स्वीकार किया है। इसके लिए मैं आपको धन्यवाद देता हूँ । आपके सानिध्य में मै शास्त्रों के बारे में बहुत कुछ जान पा रहा हूँ। पहले पहल मैं भी थोड़ा नास्तिक सा था हिंदू शास्त्रों और हिंदू धर्म के प्रति उतनी अधिक आस्था नहीं थी। मैं भी शास्त्रों को कट्टर और रूढ़ीवादी ब्राह्मणों की उपज मानता था। लेकिन आपके सत्संग ने मुझे बदल दिया। मेरी आस्था पहले से कहीं अधिक बढ़ गई। और स्वभाव ही बदल गया । मैं आपका आजीवन आभारी रहूंगा। चरण स्पर्श कृपा ही केवलम
मनुस्मृति पर प्रारंभ किया गया यह आप का व्याख्यान भी सचमुच मील का पत्थर ही साबित होगा क्योंकि इतना तर्कसंगत विश्लेषण शायद ही उपलब्ध हो। हम सबको इस दुर्लभ व्याख्यान का लाभ देने के लिए स्वामी जी आप का बहुत बहुत साधुवाद।
स्वामी जी सादर प्रणाम स्वामी जी बाबा साहेब ने मनू स्मृति को जलाया था जबकि कहा जाता कि उनको संस्कृत भाषा का ज्ञान नहीं फिर उन्होंने कौन सी मनू स्मृति पढ़ी और जलाई क्योंकि मनू स्मृति का विरोध करने वाले अधिकतर तथाकथित अंबेडकर वादी हैं थोड़ा इसपर भी प्रकाश डालने की कृपा करें आपके द्वारा व्याखित बाल्मीकि रामायण को मैं निरंतर सुन रहा हूं और अब मनू स्मृति को भी समझने का अवसर देने के लिए आपको कोटि कोटि धन्यवाद
मनु को नहीं पता था कि उन्होंने वैदिकवाद में कितना योगदान दिया, लेकिन मनुस्मृति के अध्याय 5 की श्लोक 30,31,32 के कारण वैदिक ( सनातन ) धर्ममा कई धाराएँ बुद्ध जैसे धर्म में पैदा हुई थीं, महावीर आदि, जो कि मनुका के कारण, हिंदू धर्म को समाज और धर्म में बाधित होने के लिए कई शाखाओं में विभाजित किया गया है. पुज्य श्री स्वामी विवेकानंद के अनुसार, हमें हमेशा सनातन धर्म के केंद्र में वेद रखनी चाहिए और वेदांत चोटी के साथ आगे बढ़ना चाहिए, अर्थात् उपनिषदों को केंद्र में रखा जाना चाहिए। तो यदि नहीं, तो कोई विचार, सिद्धांत, नीति, शास्त्र वेदांत के साथ असंगत है, उस मत, शास्त्र या स्मृति को छोड़ दिया जाता है । Vedanta is the future of religion ~ swamiji
It's very essential for us to understand Manusmriti ! because some communist liberals are always trying to misinterpret our scriptures! Pranam Maharaj!
Thakur Maa Swamijir jibonir aloke ei manusmriti tar explanation dile valo hoi...Thakur Maa Swamijir jiobner pramanik ghatona ke abolambon kore manusmriti alochona korle valo hoi...
Manu was far more believer of equality than his contemporary law givers esp when we hear people selling humans thousand years later of Manu and today sermonising on human rights.
एक छोटे से श्लोक में बहुत सारी बातें कही गई हैं जब तक उस की व्याख्या ना की जाए आदमी समझ नहीं सकता, व्याख्या करने वाला बेईमान हो तो ??व्याख्या ही सबसे बड़ी समस्या है।
One should get honour according to one's purity....good to hear....but who will judge one's purity? People of one particular Varna? This judging of purity of others itself is not a good idea.
it's like a present 4-tier judiciary structure in India. First, members of your own Jati or varna, judge it..if not possible...then King or Brahmins were called upon. Not every Brahmin but only those who are well learned..
Manusmriti has given hierarchy within Brahmins.. "Among Brāhmaṇas, the learned are the best, among the learned, those with firm convictions, among the men with firm convictions, those that act up to them; and among the actors, those that know Brahman."-(1.97).
Tribal justice system were guided by tribal custom, tradition, practices and laws, primarily handed down through an oral tradition.... Honorable sir it's not a GUNDA GARDI... Aap JUNGLE RAJ se iss word ko denote kar sakte the,,🙏
What I have said is correct n perfect. Jungle raaj, in the jungle, is far better than any legal system in the world. Just a suggestion, read Jim Corbett on the issue.
स्वामीजी तथ्य पर प्रवचन करो । मनुस्मृति के वे श्लोक सुना दीजिए यहाँ पर महिलाओं के बारेमें जो घृणास्पद लिखान किया है वे श्लोक पढ़कर सुनाए । भाषणबाज़ी करके लोगों को गुमराह करके मत सिखाइए ।
@@IndianSpiritualHeritage अगर मनुस्मृती की निंदा हो सकती है तो आप उसे सही कैसे ठहरा रहे है ? और कौनसा तथ्य जो महिलाओं को केवल पुरुषों पर निर्भर रहने के लिए कहता है महिलाओं की विडंबना करता है उस मनुस्मृति का तथ्य आप सही कैसे कह सकते है ?
hey Murkhadhiraaj, pahle tum smriti ka matlab samajh ke aao.. theek hai ...uske baad bakwas karna ... jis din smriti ka matlab samajh gaye usi din yahan tark karne aana
A humble request. In your otherwise excellent exposition, please do not sprinkle the salt of politics - that too of a particular kind - which you may subscribe to.
सर आप पहले अपने खासी और गलेका ईलाज कराये आप कहरहै संविधान क ई लोगोने मिलकर लिखाहै येआप कैसे कह सकते है आपको यह पचता हिनहि संविधान डॉ बाबासाहेब आंबेडकर जी ने लिखा है यहि संविधान अगर किसी उची जात वाले ने लिखा होता तो आप यह बात नाही करते
Jis manusmriti ke aansd pure Bharat par intna julm huwa ki iski ninda karte log nahi thakte hai or jo jo gaya so ho gaya kripa kar jaha hai uhi jagah par rahne de to achha hoga
प्रणाम स्वामी जी महाराज
चरणस्पर्श
मनुस्मृति के प्रति साधारण जनमानस में घृणा की भावना है । परन्तु आपके मार्गदर्शन और माध्यम से हम सभी श्रोता सही सही अर्थ जान पायेंगे ।
कुछ समय पहले इस संबंध में मैंने आपसे आग्रह किया था, सो आपने स्वीकार किया है। इसके लिए मैं आपको धन्यवाद देता हूँ । आपके सानिध्य में मै शास्त्रों के बारे में बहुत कुछ जान पा रहा हूँ। पहले पहल मैं भी थोड़ा नास्तिक सा था हिंदू शास्त्रों और हिंदू धर्म के प्रति उतनी अधिक आस्था नहीं थी। मैं भी शास्त्रों को कट्टर और रूढ़ीवादी ब्राह्मणों की उपज मानता था। लेकिन आपके सत्संग ने मुझे बदल दिया। मेरी आस्था पहले से कहीं अधिक बढ़ गई। और स्वभाव ही बदल गया ।
मैं आपका आजीवन आभारी रहूंगा।
चरण स्पर्श
कृपा ही केवलम
मनुस्मृति पर प्रारंभ किया गया यह आप का व्याख्यान भी सचमुच मील का पत्थर ही साबित होगा क्योंकि इतना तर्कसंगत विश्लेषण शायद ही उपलब्ध हो। हम सबको इस दुर्लभ व्याख्यान का लाभ देने के लिए स्वामी जी आप का बहुत बहुत साधुवाद।
स्वामी जी सादर प्रणाम स्वामी जी बाबा साहेब ने मनू स्मृति को जलाया था जबकि कहा जाता कि उनको संस्कृत भाषा का ज्ञान नहीं फिर उन्होंने कौन सी मनू स्मृति पढ़ी और जलाई क्योंकि मनू स्मृति का विरोध करने वाले अधिकतर तथाकथित अंबेडकर वादी हैं थोड़ा इसपर भी प्रकाश डालने की कृपा करें आपके द्वारा व्याखित बाल्मीकि रामायण को मैं निरंतर सुन रहा हूं और अब मनू स्मृति को भी समझने का अवसर देने के लिए आपको कोटि कोटि धन्यवाद
मनुस्मृती वाला मनु और रामजी का क्या नाता हैं
आपका कोटि कोटि धन्यवाद मनु समृति को समझाने के लिए🙏
Bahot sundar
सबको मनुस्मृति एक बार सुन्ना जानना चाहिए 🙏
It's wrong book for every human
@@KuldeepChaudhary-dk6fx
It's the most amazing book.
It's the basis of Hindu life.
आपका कोटि कोटि धन्यवाद मनु समृति को समझाने के लिए
जय श्री माँ जय श्री रामकृष्ण जय स्वामी विवेकानंद 🙏🙏🙏🙏
मनु को नहीं पता था कि उन्होंने वैदिकवाद में कितना योगदान दिया, लेकिन मनुस्मृति के अध्याय 5 की श्लोक 30,31,32 के कारण वैदिक ( सनातन ) धर्ममा कई धाराएँ बुद्ध जैसे धर्म में पैदा हुई थीं, महावीर आदि, जो कि मनुका के कारण, हिंदू धर्म को समाज और धर्म में बाधित होने के लिए कई शाखाओं में विभाजित किया गया है. पुज्य श्री स्वामी विवेकानंद के अनुसार, हमें हमेशा सनातन धर्म के केंद्र में वेद रखनी चाहिए और वेदांत चोटी के साथ आगे बढ़ना चाहिए, अर्थात् उपनिषदों को केंद्र में रखा जाना चाहिए। तो यदि नहीं, तो कोई विचार, सिद्धांत, नीति, शास्त्र वेदांत के साथ असंगत है, उस मत, शास्त्र या स्मृति को छोड़ दिया जाता है ।
Vedanta is the future of religion ~ swamiji
It's very essential for us to understand Manusmriti ! because some communist liberals are always trying to misinterpret our scriptures!
Pranam Maharaj!
जय जय श्रीराम ! जय जय हो मनुस्मृति !
I hope Swami ji continues this series on Manusmriti 🙏
He was best contemporary law giver of his era when humanity world over was less aware of coded law system.
Pranam Maharaj,
I request you to produce beautiful collection of best verses from Manusmriti.
बहुत बहुत आभार स्वामी जी🙏
आप ने जो व्याख्या की वह अच्छी लगी ।
Most informative and revealing talk. Thank you Swami ji
An excellent overview of the famous Manusmriti. Hope, we the People, shall attempt to understand this.
Thakur Maa Swamijir jibonir aloke ei manusmriti tar explanation dile valo hoi...Thakur Maa Swamijir jiobner pramanik ghatona ke abolambon kore manusmriti alochona korle valo hoi...
Ek baar prem se boliye manu maharaj ki jai
manu maharaj ki jai
नमो बुद्धाय जय भीम
स्वामी जी मनुस्मृति पर आप हमारे चैनल पर सादर आमंत्रित है , अपना व्याख्यान अवश्य दे!!
Is there a channel where every mantra or chants people speak in sanskrit have displayed or told their meaning atleast in Hindi, without adulteration?
Manu was far more believer of equality than his contemporary law givers esp when we hear people selling humans thousand years later of Manu and today sermonising on human rights.
Jai Shree Ram
প্রণাম মহারাজ
आप ने बहुत अच्छा विश्लेषण किया पर आज के दौर में किसी धर्म की जरूरत नहीं, अच्छी बातें सब में हैं बस वह अपनलो, बाकी की फालतू चीजों से ध्यान हटालो।
Pronam Maharaj🙏
Pranam guruji
Pranam maharaj❤❤🎉🎉
Pronam maharaj👃👃👃👃👃
Bhim 👃👃👃👃👃👃
@@tanushchaturvedi4481 ram🐏
no 1 hai
Pronam Maharaj
Swami ji can u pIs make videos on swar vigyaan avadhut gita n ashtavakra gita and thank u so much itne acche se explain krne ke liye >3
Firrt learn scriptures
@@IndianSpiritualHeritage doing that alr>3
We are blessed Acharya dev. Amar sastanga pranam grahan korben.❤
Pujya Maharaj ji pranam nivedita kar rahi hu
🙏Hare Krishna Maharaj ji 🙏
Kya koi mujhe Manusmriti ka English ya Hindi translation ki book ka naam ya Amazon link de sakta hai ?
প্রনাম নেবেন মহারাজ
Book ka naam aur writer ka naam batao ...and which publication taaki mai bhi padh saku
Manusmriti is freely available. Search on Google
Please share author of book which is available in hindi language
Search on internet
Dhanyawad original book kaha milega
Google kar lijiye
google to kar lenege par hume kaise pta chalega kon si sahi hai
aapne itna gyan diya aap ne to kahi padha hoga maharaj ji @@IndianSpiritualHeritage
Ye bawala ho gaya 😂😂😂😂
Throwing Money Ball.
एक छोटे से श्लोक में बहुत सारी बातें कही गई हैं जब तक उस की व्याख्या ना की जाए आदमी समझ नहीं सकता, व्याख्या करने वाला बेईमान हो तो ??व्याख्या ही सबसे बड़ी समस्या है।
19 March 2024 se vachan karna shuru kiya hu guru ji
Bhai sun rah hai na?
One should get honour according to one's purity....good to hear....but who will judge one's purity? People of one particular Varna? This judging of purity of others itself is not a good idea.
it's like a present 4-tier judiciary structure in India. First, members of your own Jati or varna, judge it..if not possible...then King or Brahmins were called upon. Not every Brahmin but only those who are well learned..
Manusmriti has given hierarchy within Brahmins..
"Among Brāhmaṇas, the learned are the best, among the learned, those with firm convictions, among the men with firm convictions, those that act up to them; and among the actors, those that know Brahman."-(1.97).
Khasi bahut khate ho ,,,ilag karvaiye saheb
बाबा साहब से ज्यादा पढ़ा लिखा कोई व्यक्ति था हीनहीं मानवता के विरुद्ध धर्मशास्त्र को डॉ आंबेडकर उसे पढ़ने के बाद हीजलाए होंगे l
Ise sabko padhana chahiye. Tabhi ha mar a Sanatan dharma bachega.
🙏🙏🙏
मनुस्मृति ब्राह्मणवाद को स्थापित करने वाला ग्रन्थ है।
Have you studied it?
tum jaise moorkhon ko apne course ki kitaabe samajh aati nahi, manusmriti kab samajh gaye bey?
🎉
Tribal justice system were guided by tribal custom, tradition, practices and laws, primarily handed down through an oral tradition.... Honorable sir it's not a GUNDA GARDI... Aap JUNGLE RAJ se iss word ko denote kar sakte the,,🙏
What I have said is correct n perfect. Jungle raaj, in the jungle, is far better than any legal system in the world. Just a suggestion, read Jim Corbett on the issue.
स्वामीजी तथ्य पर प्रवचन करो । मनुस्मृति के वे श्लोक सुना दीजिए यहाँ पर महिलाओं के बारेमें जो घृणास्पद लिखान किया है वे श्लोक पढ़कर सुनाए । भाषणबाज़ी करके लोगों को गुमराह करके मत सिखाइए ।
श्रीमान, मैं तथ्य की व्याख्या करता हूँ. मनुस्मृति की निंदा सुनने के लिया किसी निंदक को पकड़ें .
@@IndianSpiritualHeritage अगर मनुस्मृती की निंदा हो सकती है तो आप उसे सही कैसे ठहरा रहे है ? और कौनसा तथ्य जो महिलाओं को केवल पुरुषों पर निर्भर रहने के लिए कहता है महिलाओं की विडंबना करता है उस मनुस्मृति का तथ्य आप सही कैसे कह सकते है ?
मनुस्मृति की निंदा अवश्य करें, पर पहले उसका अध्ययन कर लें. और हाँ, संसार में कौन है जिसकी निंदा नहीं होती है ?
Tu mahilao ka thekedar hai sab mahila ye aaj free Hain par ye hindu law ka aadar hai us samay ka niyam hai kyon ninda karta hai
hey Murkhadhiraaj, pahle tum smriti ka matlab samajh ke aao.. theek hai ...uske baad bakwas karna ... jis din smriti ka matlab samajh gaye usi din yahan tark karne aana
A humble request. In your otherwise excellent exposition, please do not sprinkle the salt of politics - that too of a particular kind - which you may subscribe to.
Sab se gadiya मनुस्मृति है आप इसके बारे में मत बताओ
जय भीम
Muje bo manumutri
😅😅😂
सर आप पहले अपने खासी और गलेका ईलाज कराये आप कहरहै संविधान क
ई लोगोने मिलकर लिखाहै येआप कैसे कह सकते है आपको यह पचता हिनहि संविधान डॉ बाबासाहेब आंबेडकर जी ने लिखा है यहि संविधान अगर किसी उची जात वाले ने लिखा होता तो आप यह बात नाही करते
ठीक से इतिहास पढ़ें
Jay bhim
😂
😂😂
Jis manusmriti ke aansd pure Bharat par intna julm huwa ki iski ninda karte log nahi thakte hai or jo jo gaya so ho gaya kripa kar jaha hai uhi jagah par rahne de to achha hoga
Julm Manusmriti ke kaaran nahi, moorkhon ke kaaran hua. Pura sunen, phir apana vaktavya rakhen.
aadha adhura sunke moorkhta karne kii kala kahan se seekhi hai murkhadhiraaj ?
Manusmriti is the totally waste book ever 😡😡😡
Have you read it? Or, do you know anyone who has read it? Do not parade your ignorance.