बाबासाहेब के कार्यों के, भारत राष्ट्र के निर्माण में अतुल्य योगदान के संबंध में जानकारी प्रदान करने के लिए बहुत बहुत साधुवाद। नमो-बुद्धाय नमो बोधिसत्व 🙏 संतोष जातिविहीन संवैधानिक अल्पसंख्यक बौद्ध समाज छत्तीसगढ़ राज्य कोरबा बौद्ध समाज भारत
सातवी धम्मसंगिती भारतकी तरफसे भारतमेही होगी,ये सुनके बहुत आनंद हो रहा है।आवाज इंडियासे विनती है,ये बात बार बार प्रसारित करो ताकी कुछ करनेका हमेभी मौका मिले,सबकोभी मौका मिल सके।आपका बहुत शुक्रिया।नमोबुध्दाय!जयभीम!!🙏🙏
नमो बुध्दाय जय भीम जय भारत। महामानव डाक्टर। बी। आर अम्बेडकर जी महानता का बहुत अच्छा उल्लेख किया गया है। बहुत अच्छी जानकारी प्राप्त हुई है।सादर अभिवादन।
आवाज़ इंडिया को कोटि कोटि धन्यवाद नमन प्रणाम । आपने माननीय श्री राजेश चंद्रा जी के इस उदभोदन को उनके विचारों को बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव रामजी आंबेडकर जी एवं तथागत बुद्ध के संबंध में बहुत अच्छी जानकारी उनके विचारों को बताया ।। 👌👍🙏👏👏👏👏 नमोबुद्धाय जयभीम जयसंविधान जयभारत
Billions Salutes to you Sir for your incredible Speech. Your soft voice, language, observation, research and thought is admirable. Many, many thanks to AWAZ INDIA channel to spread this Speech .❤🎉❤🎉❤🎉❤🎉 Jay Bhim Namo Buddhaay 🙏 🙏🙏🙏🙏
आचार्य रमेश चंद्र जी ने हम सभी के कल्याण के लिए बहुत ही सार गर्भित व्याख्यान दिया है | इसे हम सभी को देखना और मन में मनन चिंतन करना चाहिए | जय भीम नमो बुद्धाय धन्यवाद सर ❤❤❤
जय भीम नमो बुद्धाय आपके विचार बहुत ही तर्कशील और बुद्ध में है। आपने जिस तरह से अपने स्पीच के द्वारा जनसभा को संबोधित करते हुए भगवान बुद्ध और बाबा साहब के विचारों को पहुंचा। आप के विचार बहुत ही सराहनीय है।
आदरणीय राजेश चंद्र गुरु जी को सुनकर हमें बहुत खुशी हुई कि हमारे देश में भी इतने अच्छे विद्वान है आपकी हर एक शब्द में सच्चाई है बौद्ध धम्म ही एक ऐसा मानव धम्म है जो सभी मानव को एक सूत्र में जोड़ता है नमो बुद्धाय जय भीम
Extra ordinary, brilliant speech sir. I have never listened to such a great speech. Salute sir. Dhanyawad aapane Babasaheb aur Buddhism baare me bahot accha Gyan Diya. Aur mai bhi is prakar ki har yaatra me samil hona chahunga🙏
व्वा साहेब व्वा, aapkaa व्याख्यान बहुत acchha है. इस विचार se भारत देश की tarrkiki हो jayegi .साहेब aapko धन्यवाद तथा इंडिया आवाज ko भी धन्यवाद. ❤❤❤❤❤🎉🎉🎉🎉🎉
बाबा साहेब डा बी आर अम्बेडकर ने बिल्कुल सही कहा था कि "जाति इस देश के विकास में सबसे बाधक"। अच्छी जानकारी देने के लिए प्रसिद्ध विव्दान ,बुध्द वादी एवं अम्बेडकर वादी राजेश चन्द्रा जी को बहुत बहुत साधुवाद, नमों बुद्धाय जय भीम जय भारत जय संविधान।
बाबा साहब की महिमा का उद्घाटन आप के मुख से सुनना महत्वपूर्ण रहा है,बाबा साहब की महिमा को इससे ही समझा जा सकता है जहां बड़े बड़े विद्वान अंग्रेजों के मुखापेक्षी थे वहीं बाबा साहब अपने तरीके से अंग्रेजों को निर्देशित कर रहे थे ❤🌹जय भीम 🙏
आदरणीय आपके तर्क बेहद आजपूर्ण एवं दिल में जगह बनाने वाले ओर लोगों को सच्चाई से रूबरू करने में सफल हैं जिसने भी इस भाषण को सुना होगा वह प्रभावित हुए बिना नहीं रहा होगा । मुझे विश्वास है आपका मिशन जाति का विनाश बहुत ही जल्दी कामयाब होगा जय भीम जय भारत
26 जनवरी को संविधान दिवस बाबा साहब ने अपने जीते जी नहीं मनाया, लेकिन हम लोग संविधान दिवस 26 जनवरी को मनाकर बाबा साहब को दलितों के नेता बनाने के लिए बाध्य हो रहे है। क्याकि इस दिन दलित ही मात्र सक्रिय होते हैं।
मेरे प्रश्न के उत्तर दो। निष्पक्ष सोच अपनाकर दिमाग सदुपयोग कर - बताओ दस इंद्रिया जन्म हरएक मानव जन के अंदर होती हैं या नहीं ? बताओ मुख, बांह, पेट और चरण जन्म से हरएक मानव जन के होती हैं या नहीं? बताओ समाज में कम से कम चार वर्ण कर्म विभाग जैसे की शिक्षण-ब्रह्म, सुरक्षण-क्षत्रम, उद्योगण-शूद्रम और वितरण-वैशम वर्ण कर्म किए जीविकोपार्जन हो सकता है क्या? बताओ ज्ञान ब्रह्म वर्ण कर्म शिक्षण प्रशिक्षण आदान-प्रदान कर्म मुख के बिना हो सकता है क्या? बताओ ध्यान चौकीदार कर्म क्षत्रम वर्ण कर्म सुरक्षण कार्य बांह बिना होता है क्या? बताओ उत्पादन निर्माण उद्योग कर्म शूद्रम वर्ण कर्म ब्लड संतान उत्पन्न निर्माण उद्योग कर्म पेट के बिना होता है क्या? बताओ व्यापार वितरण ट्रांसपोर्ट वाणिज्य चरण पांव चलाए बिना होता है क्या? बताओ राजसेवक जनसेवक नौकरजन दासजन बिना वेतन भोजन दिये होता है क्या? सवालो के जवाब दाखिल करें जो चार वर्ण पांचजन सामाजिक प्रबन्धन का मतलब समझने में नाकाम साबित हो रहे हैं? धर्मनिरपेक्षता की बात करने वाले द्विजनो (स्त्री-पुरुषो) ! धर्म संस्कार विषय पर वार्तालाप करते समय - धर्म, अधर्म, आप्तधर्म, पुराणिक इतिहास और समय काल इन पांचो विषय पर बातचीत करनी चाहिए। पांचो परिस्थिति धर्म, अधर्म, आप्तधर्म, पुराणिक इतिहास और समय काल इन पांचविषय पर निष्पक्ष सोच रखकर विधान विज्ञान सम्मत मानव हित की करनी चाहिए। समय समय पर पैदा हुए साम्प्रदायिक पन्थगुरुओ का फालोअर भक्त होकर मत परिवर्तन करने जीने वालो को इन पांचो विषयों पर विश्लेषण करना चाहिए। जय विश्व राष्ट्र राज प्राजापत्य दक्ष धर्म सनातनम् । जय अखण्ड भारत। जय वसुधैव कुटुम्बकम् ।।ॐ।।
डाॅ भीमराव अम्बेडकर ने वर्ण व्यवस्था प्रबंधन पर क्या कहा ? और हमने इस पोस्ट में क्या कहा? दोनो की तुलनात्मक रिपोर्ट तैयार कर पोस्ट कर सकते हैं और चार वर्ण कर्म विभाग का अंतर मतलब समझकर ज्ञान प्राप्त कर सकते हैं। चार वर्ण = चारकर्म = शिक्षण + शासन + उद्योग + व्यापार । चार वर्ण = ब्रह्म + क्षत्रम + शूद्रम + वैशम। ब्रह्म वर्ण = ज्ञान वर्ग मुख समान । क्षत्रम वर्ण = ध्यान वर्ग बांह समान। शूद्रम वर्ण = तपस वर्ग पेट समान। वैशम वर्ण = तमस वर्ग चरण समान। राजसेवक = दिल राजन्य समान। चार आश्रम = ब्रह्मचर्य + गृहस्थ + वानप्रस्थ + यतिआश्रम। 1- अध्यापक चिकित्सक = ब्रह्मन 2- सुरक्षक चौकीदार = क्षत्रिय 3- उत्पादक निर्माता = शूद्रन 4- वितरक वणिक = वैश्य इन्ही चतुरवर्ण में पांचवेजन वेतनमान पर कार्यरत = राजसेवक/दासजन/ सेवकजन/नौकरजन ह्वदय दिल राजन्य समान। यही है चतुरवर्ण कर्म विभाग वर्ण व्यवस्था। सबजन को किसी भी वर्ण कर्म विभाग को मानकर नामधारी और कर्मधारी वर्ण वाला बनकर बताकर जीने का समान अवसर उपलब्ध है । जो मानव जन वर्ण कर्म विभाग जीविका प्रबन्धन विषय को लेकर दुविधाग्रस्त रहते हैं वे बतायें कि चार वर्ण कर्म जैसे कि शिक्षण-ब्रह्म, सुरक्षण-क्षत्रम, उत्पादन-शूद्रम, वितरण-वैशम वर्ण कर्म किए बिना जीविकोपार्जन प्रबन्धन कैसे होगा?
सतयुग दक्षराज वर्णाश्रम सनातन धर्म संस्कार। धर्मगुरु /पुरोहित/ पन्थगुरु/ अध्यापक/ चिकित्सक/धर्माचार्य/ कविजन/ विप्रजन/ शिक्षक ( ब्रह्मण ) का सदाचार आचरण व्यवहार कैसा होना चाहिए ? जाने ! इस पोस्ट के विषय ज्ञान अनुसार उचित विचार संस्कार नियम पालन करते हुए अन्य सबजन को मानवीय मूल्य वाले संस्कार प्राप्त करवाते हुए अपराध मुक्त वातावरण बनवाते रहें। अध्यापक/ धर्माचार्य को - 1- सत्यवादी आचरण व्यवहार वाला होना चाहिए , 2 - शुद्ध चित आचरण रखने वाला होना चाहिए, 3 - सत्यवृतपरायण आचरण वाला होना चाहिए, 4 - नित्य सनातन दक्षधर्म में रत होना चाहिए, 5 - शान्त चित वाला बने रहने वाला होना चाहिए, 6 - व्यर्थ अनर्गल बातो से रहित होना चाहिए, 7- द्रोहरहित स्वभाव वाला होना चाहिए, 8 - चोरकर्म से रहित सही आदत वाला होना चाहिए, 9 - प्राणियो के हित में लगे रहने वाला होना चाहिए, 10 - अपनी स्त्री भार्या में रत रहने वाला होना चाहिए, 11- सविनय नर्म स्वभाव वाला होना चाहिए, 12- न्याय प्रिय सुरक्षक स्वभाव होना चाहिए, 13 - अकर्कश सरल स्वभाव वाला होना चाहिए, 14 - माता पिता का आज्ञाकारी होना चाहिए, 15 - गुरुओ का सम्मान करने वाला होना चाहिए, 16 - वृद्धो पर श्रद्धा रखने वाला होना चाहिए , 17- श्रद्घालु स्वभाव वाला होना चाहिए, 18ङ- वेदमंत्र दक्षधर्म शास्त्ररज्ञाता होना चाहिए, 19 - वैदिक धर्म संस्कार गुण क्रियावान होना चाहिए और 20- भिक्षा दान दक्षिणा वेतन से जीवन यावन करने वाला होना चाहिए। इन सभी बीस (20) मानवीय गुणों को विप्रजन/अध्यापक/ गुरूजन/ पुरोहित/ चिकित्सक /पन्थगुरु/अभिनयी/द्विजोत्तम/शिक्षक (ब्रह्मण) को अपनाकर जीना चाहिए ताकि इन्ही गुण स्वभाव वाले शिक्षको को देखकर इनसे प्रेरित होकर अन्य द्विजनों ( स्त्री-पुरुषो ) को आचरण व्यवहार निर्माण कर जीने में लाभ मिलता रहना चाहिए। पौराणिक वैदिक सतयुग संस्कृत भाषा श्लोक विधिनियम - ॐ सत्यवाक् शुद्धचेता यः सत्यव्रतपरायणः । नित्यं धर्मरतः शान्तः स भिन्नलापवर्जितः।। अद्रोहोऽस्तेयकर्मा च सर्वप्राणिहिते रतः। स्वस्त्रीरतः सविनया नयचक्षुरकर्कशः ।। पितृमातृवचः कर्ता गुरूवृद्धपराष्टि ( ति) कः । श्रध्दालुर्वेदशास्त्रज्ञः क्रियावान्भैक्ष्य जीवकः ।। जय विश्व राष्ट्र सनातन प्राजापत्य दक्ष धर्म। जय वर्णाश्रम संस्कार प्रबन्धन। श्रेष्ठतम जीवन प्रबंधन । जय अखण्ड भारत। जय वसुधैव कुटुम्बकम।। ॐ ।। विश्वराष्ट्र मित्रो! पौराणिक वैदिक पुरोहित संस्कार शिक्षको लिए बताए गए गुण नियम की तरह सभी साम्प्रदायिक पन्थी गुरुओ के बने नियमो को पोस्ट करना चाहिए, ताकि सबजन के विचार को तुलनात्मक रूप से विश्लेषण कर अध्ययन करना चाहिए और एक समान अवसर देने वाले मानवीय गुण क्रियावान कर संस्कार सुधार किये जाने चाहिएं । साम्प्रदायिक गुरुओ की निजी पन्थी सोच ने पौराणिक वैदिक सनातन प्रजापत्य दक्ष धर्म संस्कार विधि-विधान नियमों में क्या सुधार और क्या क्या बिगाङ किया है ? वह सबजन जानकर समझकर सुधार करना चाहिए सकें और अपने पूर्वजो बहुदेवो ऋषिओ की पौराणिक वैदिक श्रेष्ठ सनातन धर्म संस्कार विधि पहचान कर श्रेष्ठ जीवन निर्वाह करना चाहिए। जय विश्व राष्ट्र दक्षराज वर्णाश्रम सनातन धर्म संस्कार प्रबन्धन। श्रेष्ठतम जीवन प्रबंधन। जय अखण्ड भारत। जय वसुधैव कुटुम्बकम।। ॐ ।।
Jai Seva Seva Johar bhaiyaji superhit superhit superhit vyakhyan Hai . Baba saheb ki Siddhant pahadi pahadi Pardi kupar lingo pen ta Jai Seva Seva Johar .❤❤❤❤❤❤
Namo buddhaye Jai Bhim Jai Bharat sathio keep it up and Up for the mission AMBEDKARBAAD evm jaativaad and collegiam system hatao brahmanbadion ko sataa se bhagao SAMBIDHAN OF INDIA KO LAAGU KARVAO 🙏🙏🙏🙏🙏
Muftkhori, masahar chod ke pure Buddist ban ke math me chale jau. Reservation chod do. Buddha ne Lalitbistar me kaha ki sirf Brahman, Kshatriya hi Bodhisattwa ban sakta hay.😂 Constitution padhe ho murkh?
सरजी आपका भाषण सुनकर हम धन्य हो गये.साधु साधु साधु.नमो बुदधाय जयभीम जय संविधान
*आदरणीय श्री राजेश चंद्रा साहब आपको मेरा तहेदिल से शत् शत् नमन करते हुए बहुत बहुत धन्यवाद साधुवाद।
आचार्य रमेश चंद्र जी,नमो बुध्दाय,नमो धम्माय,नमो संघाय।
जयभीम।
तथागत हमेशा आपको हर शक्ती प्रधान करे।और आप ऐसे ही मानव सेवा का अवसर प्रदान करते रहे।
सर जी को में सेल्युट करता हूं जो बाबा साहब के विचारों को हम तक पहुंचाने का कार्य कर रहे हो
Baba saheb sarv hitchintak ko koti koti naman! Jai samvidhan jai loktantra!
बहुत विस्तृत जानकारी, आपको नमन, बहुत बहुत साधुवाद एवं आभार 🎉🎉🎉🎉
आचार्य राजेश चंद्रा साहब जी का तहेदिल स स्वागत / नमन । आवाज इंडिया टीवी का शुक्रिया हम तक पहुंचाने के लिए ।
Abolished the castes from India caste is ante nation Jai bhim namo budhay thank you Bhai
Excellence, JAY Bhim sir💟💟💟💟💟💟💟💟💟💟💟💟💟
😂😂
सर आपने बहुत तर्कशील बातें कही है जो राष्ट्रवाद के नाम पर आज बवाल हो रहा है वह असली बातें कही है
राजेश चंद्रा जी आपको लख लख साधुवाद। नमो बुद्धाय।
Excellent speech by Acharya Rajesh Chandra Sahab.Jai Bhim. Jai Sanvidhan .Namo Buddhay. Bhavatu Sabb Mangalam.Thanks Aawaz India TV.👍🏼🙏
बाबासाहेब के कार्यों के, भारत राष्ट्र के निर्माण में अतुल्य योगदान के संबंध में जानकारी प्रदान करने के लिए बहुत बहुत साधुवाद। नमो-बुद्धाय नमो बोधिसत्व 🙏 संतोष जातिविहीन संवैधानिक अल्पसंख्यक बौद्ध समाज छत्तीसगढ़ राज्य कोरबा बौद्ध समाज भारत
😅😅😅
बहुजनों की आखें खोलने वाला शोध भाषण, आदरणीय आचार्य राजेश चंदा जी को सादर साधुवाद 👍 जय भीम नमो बुद्धाय 🙏🙏🙏
इस कार्यक्रम को बहुत बहुत समर्थन करते हैं जय भीम जय भारत छ ग नमोः बुद्धय
जय भीम,,नमों बुधाय,,
Namo Buddhaya, Jay Bhim Jay Bharat Jay Savindhan Salute toAcharya Rajesh Chandra Sahab.
काफी प्रेरणादाई विचार ; Thanks Rajesh Chandra सर
Koti koti sadhuwad sir ji
सातवी धम्मसंगिती भारतकी तरफसे भारतमेही होगी,ये सुनके बहुत आनंद हो रहा है।आवाज इंडियासे विनती है,ये बात बार बार प्रसारित करो ताकी कुछ करनेका हमेभी मौका मिले,सबकोभी मौका मिल सके।आपका बहुत शुक्रिया।नमोबुध्दाय!जयभीम!!🙏🙏
बहुत शानदार अध्ययन है sir
आपके प्रेरणादायक वचनों को सुनकर मैं अभिभूत हुआ । बहुत बहुत साधुवाद नमो बुद्धाय जय भीम 🙏🙏🙏
बाबासाहेब खूप ग्रेट होते. दूरदृष्टी होती त्यांच्यामध्ये.
❤
नमो बुध्दाय जय भीम जय भारत।
महामानव डाक्टर। बी। आर अम्बेडकर जी महानता का बहुत अच्छा उल्लेख किया गया है। बहुत अच्छी जानकारी प्राप्त हुई है।सादर अभिवादन।
🎉❤🎉❤❤🎉❤🎉 बुद्धम नमामि धम्मनमामि संघम नमामि ❤🎉 जय भीम नमो बुद्धाय जय चक्रवर्ती सम्राट जयजोहार
आवाज़ इंडिया को कोटि कोटि धन्यवाद नमन प्रणाम । आपने माननीय श्री राजेश चंद्रा जी के इस उदभोदन को उनके विचारों को बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव रामजी आंबेडकर जी एवं तथागत बुद्ध के संबंध में बहुत अच्छी जानकारी उनके विचारों को बताया ।।
👌👍🙏👏👏👏👏
नमोबुद्धाय जयभीम जयसंविधान जयभारत
नमो बुद्धाय साधु साधु साधु... जय भीम sir❤❤❤❤❤❤❤🎉
Thanks Acharya Rajesh Chandra for delivering such an Excellent and motivational speech.
जय भीम जोहार शानदार जबरजस्त 🙏🙏🙏🙏🙏
Very good speech. Congratulations for this conversation.
Billions Salutes to you Sir for your incredible Speech.
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Namo Buddhaay 🙏 🙏🙏🙏🙏
🙏JAI BHIM🙏NAMO BUDDHAY🙏 JAI SATNAM🙏🏳🏳🇪🇺🇪🇺🇪🇺
बहुत ही अच्छी जानकारी दिया अपने जय भीम नमो बुद्धाए
थाॅकु सर नमस्कार 🙏 अपने डॉ बाबासाहेब आंबेडकर , गौतम बुद्ध हमारे साथ है जय भीम जय संविधान
Acharya sahab salute,great speech, Jai bhim jai sambibhan jai bharat,😊
Namo buddhay jai bhim
Excellent Dhamma vision
Jaibheem
Namobuddhay
आचार्य रमेश चंद्र जी ने हम सभी के कल्याण के लिए बहुत ही सार गर्भित व्याख्यान दिया है | इसे हम सभी को देखना और मन में मनन चिंतन करना चाहिए | जय भीम नमो बुद्धाय धन्यवाद सर ❤❤❤
S
Sir ji ati sundar Jan kari Jay bhim namo budhay
जय भीम नमो बुद्धाय आपके विचार बहुत ही तर्कशील और बुद्ध में है। आपने जिस तरह से अपने स्पीच के द्वारा जनसभा को संबोधित करते हुए भगवान बुद्ध और बाबा साहब के विचारों को पहुंचा। आप के विचार बहुत ही सराहनीय है।
Rajesh Chandra ji bahut bahut dhanyavad bahut bahut dhanyvad
Aapka ye pravachan shravya ulekhniye aur sarv hitay hai.
आदरणीय चंद्राजी इतनी गहन बाते आपही
बता सकते है कोई नही बता सकता । आप महान है।आपही सारे भारत देश को
बाबासाहेब समझा सकते है।
धन्यवाद।
Tarkpoorna great udbodhan .jai bheem namo budhhay jai samvidhan jai mool niwasi jai bharat .
बहुत अच्छा प्रयास सराहनीय धन्यवाद। नमो बुद्धाय।जय भीम।जय भारत।
नमो बुध्दय जय भीम जय संविधान
सर जय भीम नमो बुद्धय आपकी सुंदर आवाज मन मोह लेती हैं sir ❤
वाह, बहुत सुन्दर और ओजस्वी विचार हैं आप के श्रीमान जी । आप को कोटि कोटि नमन, जयभीम जय भारत जय संविधान जय मूलनिवासी समाज।👍👍👍👍👍🙏🙏🙏🙏🙏♥️♥️♥️♥️♥️🌹🌹🌹🌹🌹
नमो बुद्धाय जय भीम
Bahut bahut sadhuwad sir ji 🙏🌹🙏 Jay mulniwasi Jay samvidhan Jay bharat ✍️🌹✍️
🎉🎉Very nice 🎉🎉
आचार्य चन्द्रा जी आपके तार्किक और विश्वसनीय, सारगर्भित उदबोधन के लिए बहुत - बहुत साधुवाद 🙏🙏🙏
Great salute sir really true analysis ❤❤❤Jay bheem🇮🇳🇮🇳🇮🇳 Jay samvidhan Jay social justice warriors
😂 muftkhori, masahar chod ke pure Buddist ban ke math me chale jau.
आदरणीय राजेश चंद्र गुरु जी को सुनकर हमें बहुत खुशी हुई कि हमारे देश में भी इतने अच्छे विद्वान है आपकी हर एक शब्द में सच्चाई है बौद्ध धम्म ही एक ऐसा मानव धम्म है जो सभी मानव को एक सूत्र में जोड़ता है नमो बुद्धाय जय भीम
आदरणीय राजेश चंद्रा जी नमो बुद्धाय, आपका उद्बोधन उत्कृष्ट है आप बहुत बढ़िया जानकार और वक्ता हैं। सुन कर बहुत अच्छा लगा। जय भीम
Chandra sir ko koti koti naman🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉
Salute Shradhey aacharya Rajesh Chandra ji for your nishpaksha & bold voice 🌹🌹🌹👌🌹🌹🌹
साधु...साधु...साधु...।
नमो बुद्धाय राजेश चंद्रा सर।
बहुत ही अतुलनीय और अद्भुत व्याख्यान हैं आपका...🙏
Very good information on this right works best jaybhim namobudhay sadhuvad very good proud of jaybhim
Extra ordinary, brilliant speech sir. I have never listened to such a great speech. Salute sir. Dhanyawad aapane Babasaheb aur Buddhism baare me bahot accha Gyan Diya. Aur mai bhi is prakar ki har yaatra me samil hona chahunga🙏
🎉🎉 एक ही साहेब 🎉🎉🎉🎉🎉 डॉ बाबा साहेब आंबेडकर 🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉 अनेकता में एकता का एक 🎉 स्वर डॉ बाबा साहेब आंबेडकर 🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉
व्वा साहेब व्वा, aapkaa व्याख्यान बहुत acchha है. इस विचार se भारत देश की tarrkiki हो jayegi .साहेब aapko धन्यवाद तथा इंडिया आवाज ko भी धन्यवाद. ❤❤❤❤❤🎉🎉🎉🎉🎉
बहुत ही सुंदर प्रस्तुति 🙏🙏🙏
Bahut Sundar prastuti bahut bahut sadhu bad
Bahut sadhuwad❤❤❤❤❤
Sadhu sadhu sadhu ❤❤❤❤❤ Namo Buddhay ❤❤❤❤❤ Namo Dhammay ❤❤❤ Namo Sanghay ❤❤❤❤❤❤ Jai Bhim ❤❤❤❤❤ Jai Sanvidhan ❤❤❤❤❤❤❤❤
बहुत अच्छा और महत्त्व पुर्न आपका
बुध्द धम्म प्रति काम है,आपको लाख लाख धन्यवाद!
जयभिम,नमोबुध्दाय !......
Acharya Rajesh Chandra ji aapke vichar bahut hi sahahniy aur Sunder lage,,,,,,, Jai Bhim Namo Budhay Jai Samvidhan
बहुत बहुत साधुवाद
जय भीम नमो बुद्धाय जय सतनाम जय कांशीराम जी
Bahut अच्छी जानकारी दी आपको बहुत बहुत धन्यवाद नमो बुधाय
बाबा साहेब डा बी आर अम्बेडकर ने बिल्कुल सही कहा था कि "जाति इस देश के विकास में सबसे बाधक"। अच्छी जानकारी देने के लिए प्रसिद्ध विव्दान ,बुध्द वादी एवं अम्बेडकर वादी राजेश चन्द्रा जी को बहुत बहुत साधुवाद, नमों बुद्धाय जय भीम जय भारत जय संविधान।
बाबा साहब की महिमा का उद्घाटन आप के मुख से सुनना महत्वपूर्ण रहा है,बाबा साहब की महिमा को इससे ही समझा जा सकता है जहां बड़े बड़े विद्वान अंग्रेजों के मुखापेक्षी थे वहीं बाबा साहब अपने तरीके से अंग्रेजों को निर्देशित कर रहे थे ❤🌹जय भीम 🙏
very informative❤❤
बहुत बहुत साधुवाद आचार्य जी।
Greate work 🙏🇪🇺🇪🇺🇪🇺🏳🏳🏳🏳
Dr.ji❤❤❤
बहुत ही सुंदर स्पीच है सर जी बहुत बहुत साधुवाद जय भीम नमो बुद्धाय
Jo bole so nirbhay sat guru Ravidas Maharaj ji ki jai ho 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🌹
Aacharyaji sat sat namo buddhay
नमो बुध्दाय जयभीम जय मंडल बहुजन एकता जिन्दा बाद ओबीसी एससी एसटी के लोगों अपने पुर्खे बुध्द की ओर चलो
😂 Pahele muslims ko buddist banau.Yeh bahujan kaun hay! Reservation chod do
Sar ji Jankari ke liye aapko bahut bahut dhanyvad
नमो बुद्धाय जय भीम साथियों
Namo budhdhay Jai bheem
आदरणीय आपके तर्क बेहद आजपूर्ण एवं दिल में जगह बनाने वाले ओर लोगों को सच्चाई से रूबरू करने में सफल हैं जिसने भी इस भाषण को सुना होगा वह प्रभावित हुए बिना नहीं रहा होगा । मुझे विश्वास है आपका मिशन जाति का विनाश बहुत ही जल्दी कामयाब होगा
जय भीम जय भारत
Jay bhim namo buddhay
नमो बुध्दाय जय भिम जय संविधान 🌹👍🙏🙏🙏
26 जनवरी को संविधान दिवस बाबा साहब ने अपने जीते जी नहीं मनाया, लेकिन हम लोग संविधान दिवस 26 जनवरी को मनाकर बाबा साहब को दलितों के नेता बनाने के लिए बाध्य हो रहे है। क्याकि इस दिन दलित ही मात्र सक्रिय होते हैं।
😂 Reservation chod do.
मेरे प्रश्न के उत्तर दो।
निष्पक्ष सोच अपनाकर दिमाग सदुपयोग कर -
बताओ दस इंद्रिया जन्म हरएक मानव जन के अंदर होती हैं या नहीं ?
बताओ मुख, बांह, पेट और चरण जन्म से हरएक मानव जन के होती हैं या नहीं?
बताओ समाज में कम से कम चार वर्ण कर्म विभाग जैसे की शिक्षण-ब्रह्म, सुरक्षण-क्षत्रम, उद्योगण-शूद्रम और वितरण-वैशम वर्ण कर्म किए जीविकोपार्जन हो सकता है क्या?
बताओ ज्ञान ब्रह्म वर्ण कर्म शिक्षण प्रशिक्षण आदान-प्रदान कर्म मुख के बिना हो सकता है क्या?
बताओ ध्यान चौकीदार कर्म क्षत्रम वर्ण कर्म सुरक्षण कार्य बांह बिना होता है क्या?
बताओ उत्पादन निर्माण उद्योग कर्म शूद्रम वर्ण कर्म ब्लड संतान उत्पन्न निर्माण उद्योग कर्म पेट के बिना होता है क्या?
बताओ व्यापार वितरण ट्रांसपोर्ट वाणिज्य चरण पांव चलाए बिना होता है क्या?
बताओ राजसेवक जनसेवक नौकरजन दासजन बिना वेतन भोजन दिये होता है क्या?
सवालो के जवाब दाखिल करें जो चार वर्ण पांचजन सामाजिक प्रबन्धन का मतलब समझने में नाकाम साबित हो रहे हैं?
धर्मनिरपेक्षता की बात करने वाले द्विजनो (स्त्री-पुरुषो) !
धर्म संस्कार विषय पर वार्तालाप करते समय - धर्म, अधर्म, आप्तधर्म, पुराणिक इतिहास और समय काल इन पांचो विषय पर बातचीत करनी चाहिए।
पांचो परिस्थिति धर्म, अधर्म, आप्तधर्म, पुराणिक इतिहास और समय काल इन पांचविषय पर निष्पक्ष सोच रखकर विधान विज्ञान सम्मत मानव हित की करनी चाहिए।
समय समय पर पैदा हुए साम्प्रदायिक पन्थगुरुओ का फालोअर भक्त होकर मत परिवर्तन करने जीने वालो को इन पांचो विषयों पर विश्लेषण करना चाहिए।
जय विश्व राष्ट्र राज प्राजापत्य दक्ष धर्म सनातनम् । जय अखण्ड भारत। जय वसुधैव कुटुम्बकम् ।।ॐ।।
डाॅ भीमराव अम्बेडकर ने वर्ण व्यवस्था प्रबंधन पर क्या कहा ? और हमने इस पोस्ट में क्या कहा? दोनो की तुलनात्मक रिपोर्ट तैयार कर पोस्ट कर सकते हैं और चार वर्ण कर्म विभाग का अंतर मतलब समझकर ज्ञान प्राप्त कर सकते हैं।
चार वर्ण = चारकर्म = शिक्षण + शासन + उद्योग + व्यापार ।
चार वर्ण = ब्रह्म + क्षत्रम + शूद्रम + वैशम।
ब्रह्म वर्ण = ज्ञान वर्ग मुख समान ।
क्षत्रम वर्ण = ध्यान वर्ग बांह समान।
शूद्रम वर्ण = तपस वर्ग पेट समान।
वैशम वर्ण = तमस वर्ग चरण समान।
राजसेवक = दिल राजन्य समान।
चार आश्रम = ब्रह्मचर्य + गृहस्थ + वानप्रस्थ + यतिआश्रम।
1- अध्यापक चिकित्सक = ब्रह्मन
2- सुरक्षक चौकीदार = क्षत्रिय
3- उत्पादक निर्माता = शूद्रन
4- वितरक वणिक = वैश्य
इन्ही चतुरवर्ण में पांचवेजन वेतनमान पर कार्यरत = राजसेवक/दासजन/ सेवकजन/नौकरजन ह्वदय दिल राजन्य समान।
यही है चतुरवर्ण कर्म विभाग वर्ण व्यवस्था।
सबजन को किसी भी वर्ण कर्म विभाग को मानकर नामधारी और कर्मधारी वर्ण वाला बनकर बताकर जीने का समान अवसर उपलब्ध है ।
जो मानव जन वर्ण कर्म विभाग जीविका प्रबन्धन विषय को लेकर दुविधाग्रस्त रहते हैं वे बतायें कि चार वर्ण कर्म जैसे कि शिक्षण-ब्रह्म, सुरक्षण-क्षत्रम, उत्पादन-शूद्रम, वितरण-वैशम वर्ण कर्म किए बिना जीविकोपार्जन प्रबन्धन कैसे होगा?
सतयुग दक्षराज वर्णाश्रम सनातन धर्म संस्कार।
धर्मगुरु /पुरोहित/ पन्थगुरु/ अध्यापक/ चिकित्सक/धर्माचार्य/ कविजन/ विप्रजन/ शिक्षक ( ब्रह्मण ) का सदाचार आचरण व्यवहार कैसा होना चाहिए ? जाने !
इस पोस्ट के विषय ज्ञान अनुसार उचित विचार संस्कार नियम पालन करते हुए अन्य सबजन को मानवीय मूल्य वाले संस्कार प्राप्त करवाते हुए अपराध मुक्त वातावरण बनवाते रहें।
अध्यापक/ धर्माचार्य को -
1- सत्यवादी आचरण व्यवहार वाला होना चाहिए ,
2 - शुद्ध चित आचरण रखने वाला होना चाहिए,
3 - सत्यवृतपरायण आचरण वाला होना चाहिए,
4 - नित्य सनातन दक्षधर्म में रत होना चाहिए,
5 - शान्त चित वाला बने रहने वाला होना चाहिए,
6 - व्यर्थ अनर्गल बातो से रहित होना चाहिए,
7- द्रोहरहित स्वभाव वाला होना चाहिए,
8 - चोरकर्म से रहित सही आदत वाला होना चाहिए,
9 - प्राणियो के हित में लगे रहने वाला होना चाहिए,
10 - अपनी स्त्री भार्या में रत रहने वाला होना चाहिए,
11- सविनय नर्म स्वभाव वाला होना चाहिए,
12- न्याय प्रिय सुरक्षक स्वभाव होना चाहिए,
13 - अकर्कश सरल स्वभाव वाला होना चाहिए,
14 - माता पिता का आज्ञाकारी होना चाहिए,
15 - गुरुओ का सम्मान करने वाला होना चाहिए,
16 - वृद्धो पर श्रद्धा रखने वाला होना चाहिए ,
17- श्रद्घालु स्वभाव वाला होना चाहिए,
18ङ- वेदमंत्र दक्षधर्म शास्त्ररज्ञाता होना चाहिए,
19 - वैदिक धर्म संस्कार गुण क्रियावान होना चाहिए और
20- भिक्षा दान दक्षिणा वेतन से जीवन यावन करने वाला होना चाहिए।
इन सभी बीस (20) मानवीय गुणों को विप्रजन/अध्यापक/ गुरूजन/ पुरोहित/ चिकित्सक /पन्थगुरु/अभिनयी/द्विजोत्तम/शिक्षक (ब्रह्मण) को अपनाकर जीना चाहिए ताकि इन्ही गुण स्वभाव वाले शिक्षको को देखकर इनसे प्रेरित होकर अन्य द्विजनों ( स्त्री-पुरुषो ) को आचरण व्यवहार निर्माण कर जीने में लाभ मिलता रहना चाहिए।
पौराणिक वैदिक सतयुग संस्कृत भाषा श्लोक विधिनियम -
ॐ सत्यवाक् शुद्धचेता यः सत्यव्रतपरायणः । नित्यं धर्मरतः शान्तः स भिन्नलापवर्जितः।। अद्रोहोऽस्तेयकर्मा च सर्वप्राणिहिते रतः। स्वस्त्रीरतः सविनया नयचक्षुरकर्कशः ।। पितृमातृवचः कर्ता गुरूवृद्धपराष्टि ( ति) कः । श्रध्दालुर्वेदशास्त्रज्ञः क्रियावान्भैक्ष्य जीवकः ।।
जय विश्व राष्ट्र सनातन प्राजापत्य दक्ष धर्म। जय वर्णाश्रम संस्कार प्रबन्धन। श्रेष्ठतम जीवन प्रबंधन । जय अखण्ड भारत। जय वसुधैव कुटुम्बकम।। ॐ ।।
विश्वराष्ट्र मित्रो! पौराणिक वैदिक पुरोहित संस्कार शिक्षको लिए बताए गए गुण नियम की तरह सभी साम्प्रदायिक पन्थी गुरुओ के बने नियमो को पोस्ट करना चाहिए, ताकि सबजन के विचार को तुलनात्मक रूप से विश्लेषण कर अध्ययन करना चाहिए और एक समान अवसर देने वाले मानवीय गुण क्रियावान कर संस्कार सुधार किये जाने चाहिएं ।
साम्प्रदायिक गुरुओ की निजी पन्थी सोच ने पौराणिक वैदिक सनातन प्रजापत्य दक्ष धर्म संस्कार विधि-विधान नियमों में क्या सुधार और क्या क्या बिगाङ किया है ? वह सबजन जानकर समझकर सुधार करना चाहिए सकें और अपने पूर्वजो बहुदेवो ऋषिओ की पौराणिक वैदिक श्रेष्ठ सनातन धर्म संस्कार विधि पहचान कर श्रेष्ठ जीवन निर्वाह करना चाहिए।
जय विश्व राष्ट्र दक्षराज वर्णाश्रम सनातन धर्म संस्कार प्रबन्धन। श्रेष्ठतम जीवन प्रबंधन। जय अखण्ड भारत। जय वसुधैव कुटुम्बकम।। ॐ ।।
Awaz India त्रिवार अभिवादन .program aayojan 🎉🎉❤🎉🎉
Namo bhudhay Jay bhim 💙🇮🇳💙🙏🙏💞🚨🪖🎁
Jay Bheem Jay buddhay Jay sanvidhan
Power of Constitution
Jai Bhim Jai Savidhan 🙏 ✨️ Punjab
Excellent sir, Jay bhim Jay savidhan and Namo Buddhay.
Jay bhim namo bhudha sir ji
Jaybhim.sir
Jay bhim namo budhay sir ji
Bilkul,saty,bat,batayi,hay,aschi baten,lagin,jay,bhem,namo,budhay,jay,samvidhan,jay,samrat,asok,jay,bharat❤❤❤❤❤❤❤🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉
Wonderful speech of Acharya Sh. Rajesh Chandra! Lajwab!
🌹🌹🌹🌺🙏🌺🌹🌹🌹
सत्य मेव जयते, !!
Jai Seva Seva Johar bhaiyaji superhit superhit superhit vyakhyan Hai .
Baba saheb ki Siddhant pahadi pahadi Pardi kupar lingo pen ta Jai Seva Seva Johar .❤❤❤❤❤❤
Namo buddhaye Jai Bhim Jai Bharat sathio keep it up and Up for the mission AMBEDKARBAAD evm jaativaad and collegiam system hatao brahmanbadion ko sataa se bhagao SAMBIDHAN OF INDIA KO LAAGU KARVAO 🙏🙏🙏🙏🙏
Muftkhori, masahar chod ke pure Buddist ban ke math me chale jau. Reservation chod do. Buddha ne Lalitbistar me kaha ki sirf Brahman, Kshatriya hi Bodhisattwa ban sakta hay.😂 Constitution padhe ho murkh?
आपको कुछ है दिलसे बहुत बहुत नमन बहुत बहुत साधुबाद इस भजन से मैं आपकी प्रशंसाकरूं मेरे पास वहशब्द नहीं है नमो बुद्धाय
such a nice and beautiful. Salute to you dear sir.
Really very inspiring. No words to express gratitude for this historical lecture.
सत्यमेव जयते
Bahut bahut dhanyawad aapka is jankari ke liye 🙏🏻
जय भीम नमो बुद्दाय सर आप की आवाज में समृद्धि और ओजस्वी भाषण देते हैं साधु साधु साधु