हिंदी कविता : समर शेष है : रामधारी सिंह दिनकर : Ramdhari Singh Dinkar : Manish Gupta in Hindi Studio
ฝัง
- เผยแพร่เมื่อ 17 ธ.ค. 2024
- Modi loves him. Nehru loved him. So does Kejriwal.
Poetry is beyond politics. Read 'Urmila' read 'Kurukshetra and of course 'Rashmirathi' - you'd be floored.
One of the bests we have had.
Ramdhari Singh 'Dinkar' (23 September 1908 - 24 April 1974) was an Indian Hindi poet, essayist, patriot and academic, who is considered as one of the most important modern Hindi poets. He remerged as a poet of rebellion as a consequence of his nationalist poetry written in the days before Indian independence. His poetry exuded veer rasa, and he has been hailed as a Rashtrakavi ("National poet") on account of his inspiring patriotic compositions. He was a regular poet of Hindi Kavi sammelan on those days and is hailed to be as popular and connected to poetry lovers for Hindi speakers as Pushkin for Russians.
Created by: Manish Gupta
©Active Illusions [Film.Bombay@gmail.com]
Reproduction of any kind is prohibited without written permission
समर शेष है आज भी उतना ही प्रासंगिक है जितना दिनकर जी के समय में रहा होगा।
दिनकर जी की दूरदर्शिता एवम लेखन की ईमानदारी को कोटि कोटि नमन।
नये पाठ्यक्रम में पुनः इन महान राष्ट्रवादी कवियों की रचनाओं का समावेश होना चाहिए. वास्तव में समर शेष है.
I'm leaving this comment here so that after a month or a year later when someone likes it, I get reminded of listening to this poem again.
Thank you to the one who liked this comment and I get to listen to this masterpiece once again.
Aajao bhai sun lo
I am giving you a chance again
मुझे हिन्दी भाषी होने पर गर्व है। मैं हिन्दी किताबें हर जगह पढ़ती हूं गर्व के साथ, अपनी भाषा पढ़ने और बोलने शर्म क्यो
मनीष जी, हिन्दी को रोचक रूप में प्रस्तुत करने के लिए आपका हार्दिक आभार । नामी लोगों द्वारा वाचन इसे आर्कषक बनाता है । हिन्दी के ठेकेदारों नें तो इसे कभी अपनी पकड़ से बाहर जानें ही दिया और जिन दो-चार नें जानें दिया तो वो मानों ट्रस्टी ही बन गये हैं हिन्दी के ।
जो तटस्थ है, समय लिखेगा उनका भी अपराध!
Kanchan Avchare
You got the essence.
👍👍👍
Bahut gahrayi hai apke vakya me
Last 2 lines ka meaning kya hai?
Shark samelan
"जो तटस्थ हैं, समय लिखेगा उनके भी अपराध"। दिनकर की महानता अतुल्य रहेगी।
श्रीमान आपका दिनकर जी की कविता को लोगों तक पहूँचाने के लिया किया गया आपका प्रयाश बहुत अच्छा है। दिनकर जी ना केवल हमारे बेगूसराय बल्कि देश के अनमोल रत्न हैं।
Mai hindi kitaab padhta hun train me safar krte waqt, plane me baitha nhi hu zyada.... agar baitha to waha bhi hindi hi padhunga.... Me aaj ki mordern age ka hissa hu pr mujhe apni sanskriti bhi utni hi pasand hai. Thanks to you and and Dharamvir Bharati ji who have changed my perception of Hindi or rather Hindostani as a whole...
+Prakhar Yadav
आप जैसे लोग ही आगे चल कर बदलाव लाएंगे
धन्वाद सर ,दिनकर जी मेरे गांव, जिला, और पूरे देश की शान हैं और आप लोग उन्हें आज भी अपने दिलो मे जिंदा रखे हैं ,इसलिए धन्वाद आपको
ये हमारा सौभाग्य है कि इनके ऊपर काम कर पाए!
Topic-Intiha ho gayi
1)Sudhar na paya mujhe kio
Intha hi ho gai
Lagta hai aisa ab sudharna hi hoga
Behtareen zindagi ke liye
2)waqt ko samjha na paya mujhe kio
Intiha hi ho gai
Hame waqt ka ehsaas karate karate ghadi hi so gai
3)ek buri aadat ne hamari acchi
Aadato ko hi dhak liya
Intiha hi ho gai
Us buri aadat ko khatam karna hi hoga
Apniacchaio ko aage lane ke liye
4)ilm ko samjha na paya mujhe kio
Intiha hi ho gai
Hame ilm ka ehsaas dilate dilate
Kahi kitab hi kho gai.
Thank you
Sir mene keesa likha hai
आज के समय पर हिंदी के महान कवि रामधारी सिंह दिनकर जी की यह कविता उनकी दूरदर्शिता की परिचायक है | आपका यह प्रयास शत शत सराहनीय है |
धन्यवाद जयाजी!
दरअसल यह दुर्भाग्य है कि यह कविता अभी भी सामयिक है । समर तो अब तक समाप्त हो जाना चाहिए था और सृजन के पुष्प खिल रहे होने चाहिए थे पर "समर अभी भी शेष है" !!! यह समर है किसके विरुद्ध ? जिसे समर में पराजित होना था वह आज समय को बंदी बना कर बैठा है।
Anupam Dixit बहोत सुंदर बात कही है आपने.
निःश्वास!
ram. dhari singh. dinkarjee ek. bahut. acche. kavi. hai. unki. kavita. samar. shesh. hai. bar. bar. sunene. ko. man. karta. hai. thanks. for. showing. the. video. jaipur. zirport on. 19. t. december. 2021
सत्य है समर शेष है सही कहा आपने, मैं आपके मत से सहमत हूं meri age sirf 18 hain but main hindi sahitya main bahut he jyada interested hu or aapke kaam ko appreciate karna chahta hu or Yeh toh bikul Satya hai ki aaj b log hindi bhasa main dosto se b baat krne mai katrate hain मातृभाषा bachho Ko shikhane se b katrate haiq
Samar shesh hai❤
राष्ट्रीय कवि दिनकर जी को कोटि कोटि नमन करता हूं यह कविता मैं दसवीं कक्षा में पढ़ा था। जब मैं शिक्षक के लिए इंटरव्यू दिया तब समर शेष है कविता को सुनाया था धन्यवाद आपका।
हिन्दी हमारे देश की जननी है 🙏🚩
बहुत बढ़िया कविता दिनकर जी की...
हिंदी कविता शुक्रिया आपका... आपने हिंदी से जुड़ना सिखाया....आपने हिंदी कविता पढ़ना सिखाया।।
ट्रेन और प्लेन में हिंदी पढ़ने की मजाल पर आपकी बात अतिशयोक्ति सी लग रही है। पाठ अच्छा है।
दिनकर जी के लेखन में स्वयं माँ शारदा का वास है। 🙇🏻♂️💙
देश का गौरव है मुझे गर्व है मैं हिंदुस्तानी हूं और हिंदी मेरी भाषा है हिंदी को हमें सब जगह पढ़ना चाहिए सब को बताना चाहिए धन्यवाद देने की रचनाओं को देखने के लिए बहुत ही क्रांतिकारी स्वर् है उनके धन्यवाद
शब्दों की सूरज, वाकई में दिनकर जैसा ना कोई हुआ है ना होगा
रामधारी सिंह दिनकर जी का लिखा एक एक अक्षर क्रान्ति के समान है! समर अभी शेष है...
abosolutly fantastic use of "jo tatasth hai, samay likhega unke bhi apradh" in thapppad brought me here.
Why? I regularly read Mahashweta Devi, and people often come up to me, in pleased surprise, and say that they remember her from school or college. We should be proud of our linguistic heritage, not ashamed of it.
Bahut aachi paribhasa di
समर शेष है, नहीं पाप का भागी केवल व्याघ्र,
जो तटस्थ हैं, समय लिखेगा उनका भी अपराध।
The Hottest Places in Hell Are Reserved for Those Who in a Period of Moral Crisis Maintain Their Neutrality.
Literature sure is beyond boundaries..
Could you guys please do "हे भारत के राम जगो".
i remember it from the time when a senior in school use to perform this on stage, wearing nothing but a dhoti.
Its one of those poems that can fill you with patriotism.
+Digvijay Janoti बिलकुल!
Digvijay Janoti translation is not right
Digvijay Janoti
Digvijay Janoti
So beautiful
व्याघ्र नही ब्याध होगा।
मनीष जी, आपका बहुत-बहुत धन्यवाद, हिंदी कविता जैसे चैनल को बनाने के लिए। बारहवीं के बाद मुझसे जो मेरी हिंदी की क्लास छिन गयी थी, उसे आपने लौटा दिया।
आभार आपका ऋचा, जुड़ने के लिए!
क्यों छिनने दिया आप ने? किस ने रोका था आप को ’स्वाध्याय’ से---
Richayein - Richa Jain Jindal
सम स्थिति यहाँ है
THANKS
Same feelings yaar
मैं पढ़ती हूँ हिन्दी की पुस्तकें और हिन्दी समाचार पत्र किसी भी जगह। मुझे शरम नहीं आती ।
जी, आनी चाहिए भी नहीं!
nirmala pathak
Hats off to you
Sir lekin mere university me aesa nahi hai
शरम किस बात की? हिन्दी में पढ़ना /लिखना/बोलना क्या शर्म की बात है । कहीं आप स्वयं ही तो इस भाव से ग्रस्त तो नहीं?
nirmala pathak
God bless you
"Time will also write their History who are Silent (neutral)"
आपने दिनकर जी की कविता सुनाकर उनके द्वारा 1975 में साहिबगंज कालेज (झारखण्ड)की रजत जयंती पर सुनाए गई कविता पाठ को जीवंत कर दिया,आभार
नमन है राष्ट्र कवि दिनकर जी को , मेरे प्रेरणा स्रोत
शर्म कैसी ? मैं हर जगह पढ़ती हूं हिंदी किताबे, बल्कि मुझे तो गर्व होता है।
G sahi bat hai masala chai ji😀
Aaj bhi 2021 me sb kuch vhin hai...
दिनकर जी प्रेरक कवि हैं।
- अनंत आभार है।
Hindi hamari Sanskrit,hamari pehchan hai. Thanks for this channel.
सलाम सर बहुत अच्छी लगी सर दिनकर जी की ये कविता 👌👌👌👌👌
जोरदार
दिनकर बिहार और भारत के रत्न हैं
सही बात है..
sneh jha
Fantastic
Uday Dhari
Jha ji jha ji sab jante hai
२०१८दिनकर जयंती सिमरिया में आयोजित
दिनकर मेरी प्रेरणा हैं|
नमन्🙏 ❤
समर शेष है , नहीं पाप का भागी केवल व्याध
जो तटस्थ हैं , समय लिखेगा उनका भी अपराध।
केवल ये पंक्तियां सुनने के लिए , ये कविता बार बार सुन जाता हूं, मानो जैसे क्षण भर को ,दिनकर सा जल जाता हूं! !
Eska arth spast Karen
हार्दिक धन्यवाद अनन्य साधुवाद इतनी अच्छी कविता के लिए।
आभार!
हिंदी पढ़ने से कोई नहीं रोक सकता है
कविता आपके स्वर के साथ या स्वर, कविता के साथ; पर दोनों 👌👌👌
"रंजिशें स्वयं के कर्मो की आग से है
जीवन के पन्ने तो राख होंगे ही !!
व्यथित हूँ , की कल के झरोखों से
क्या इस राख को परवाज़ हासिल होगी की नहीं!!"
May Aapne desh se bhut pyar krti hoon or mujhe MERI matri bhumi se Mili bhut prem h sath hi Is bhumi pr rhne wale 130 crore logo se Mera yeh kahna ek baar Apne desh Ka itihas Dekho kitne sngarsh ke baad hme yeh aajadi Mili h jai hind 🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳
Incredibly topical in May 2021.
दिनकर जी पढे नहीं पूजे जाने चाहिये। इनसे ही प्रेरणा पा कर लिखती हूं। कयी बार लगता है copy तो नहीं कर रही। फिर सोचती हूं अगर उनकी ख़राब copy भी भन पायी तो बहुत होगा जीवन में।
With time everything changes. As we are witnessing now. There is a ray of hope from Delhi also. Rest as you want to things in your own perspective.
बहुत ख़ूबसूरत , Beautiful recitation
राह में अटका कहां स्वराज👍😊
Thanks sir 😊......for your great explanation 👍🇮🇳🙏🙏🙏🙏
धन्यवाद:) हम हिंदी साहित्य का प्रचार करने निकले हैं, फ़िल्म इंडस्ट्री ने तो साथ दिया है. लेकिन प्रोमोट करने के पैसे नहीं हैं. अगर आपको ये चैनल पसंद है तो कमसकम दस लोग हर महीने जोड़ें इससे / साझा करें ये वीडियो अपने सोशल मीडिया पर. सभी मिल कर एक एक बूँद डालेंगे तो शायद कुछ बदले।
आपके नाम यह वीडियो: th-cam.com/video/P_tecYEounw/w-d-xo.html
Dinkar's poems inspires a lot.
Bohot hi khoob h kavita
Hindi Kavita really great job!! yha kavitao ko sunkar lagta hai abhi bhi hinduatan Hindustan jivit hai...
बिलकुल जीवित है और जीवित रहेगा चञ्चल!
Something magical mystical about this video - colors or flatness or what..
Usually it's read in Veer Ras - this seems more real - frustration ras! Well respect!
+Here I go Again That was the idea!
ओज और ऊर्जा के कवि को नमन है ।।।💐💐💐💐
माना आजादी से कुछ गम मिला ,,मगर एक तसल्ली सी रहती थी,,की चलो ,यह गम अपना तो है।
धन्यवाद:) हम हिंदी साहित्य का प्रचार करने निकले हैं, फ़िल्म इंडस्ट्री ने तो साथ दिया है. लेकिन प्रोमोट करने के पैसे नहीं हैं. अगर आपको ये चैनल पसंद है तो कमसकम दस लोग हर महीने जोड़ें इससे / साझा करें ये वीडियो अपने सोशल मीडिया पर. सभी मिल कर एक एक बूँद डालेंगे तो शायद कुछ बदले।
आपके नाम यह वीडियो: th-cam.com/video/P_tecYEounw/w-d-xo.html
हिंदी है माथे की बिंदी।
Sir i am ecstatic, what amazing writing by Dinkar ji
Thanku uncle...very much for a beautiful recitation👍
आज और भी प्रासंगिक है यह कवित।
धन्य है यह धरती ; धन्य धन्य इसकी सताने ।
अनुपम जी ने बहोत अच्छी बात कही है, बड़ी सुंदरता से.
रामधारी सिंह दिनकर जी हिन्दी साहित्य के लिए एक वरदान थे।
Just wondering...Will this poem ever become irrelevant ??
Powerful recitation by Manish Gupta .
हिन्दी है तो ही हिंदुस्तान है
रामधारी सिंह दिनकर जी महान कवि है ।
बहुत अच्छा वर्णन ! शुभकामनाएँ ।
प्रेरणास्पद कविता, श्री रामधारी दिनकर जी के शब्द अतुलित और सन्तुलित। अच्छा प्रयास हिंदी के प्रति आपका।
सादर गीतिका वेदिका
I promise I will read Hindi book in plane
परमात्मा का प्रसाद : महाकवि दिनकरजी
Ati sundr kavita
Really thrilling n inspiring still time is nt changed
धन्यवाद, शायद यह भी पसंद आए आपको:
th-cam.com/video/nyWWD7laFP4/w-d-xo.html
jewel of hindi
Mashallah great 🙏
धन्यवाद। शायद आपको यह भी पसंद आए:)
th-cam.com/video/6z5G5nFwYHQ/w-d-xo.html
Zindagi ki gujar basar ke liye angreeji mai he din kat-ta hai, lekin man se hmesha kavi he rahun
कलम के बेताज बादशाह दिनकर जी अमर है जिनके शब्द आज अमर बोल है इन्हें अनुसरण की आवश्यकता है बस
वाह...
Kafi samay baad, in kavitao ko sunkar ..majja aagaya ,Admin ko dhanyawad.
आभार:)
मनीष भाई , वेब दुनिया पर आपके ऊपर लिखा artical पढ़ा , बहुत सुन्दर कोशिश हैं , हम सब आपके साथ हैं इससे सफल करने मैं।
आभार शेखर जी!
main kafi samay se ek aisa hi channel dhoondh rha tha. aap log boht achha kam kr rhe hain. dhanyawad.
:)
शुक्रिया ऋषभ!
मेरी प्रिय कविता ।
आज भी समर शेष है!
आज की यह महती आवश्यकता है...
Dil chu liya
Super
hum jitna hindi apnayenge..desh utna hi majboot hota jayega. 80-90 crore ki bhasha 1-2 lakh angrezi bhashiyo k aage durbal mehsoos nahi kar sakti.
Hindi ko jagah jagah prayog karein..jaise k Airports, rail stations, bank customer care, phone customer care, hospitals... jab hum jar mahatwapoorn jagah Hindi mein baat karenge is ekta wali taqat ka ehsaashoga desh ko . Tabhi desh jhijhakne k badle jyada se jyada Hindi apnayega.
Bharat ki bindi Hindi ko naman.
I love u sr ... I love hindi
Ham sab ko sirf hindi bolni chahie kuchh log apni apni standerd dikhane ke chalkar me english badbadate h
I love hindi
कितना विरोधाभास है आलोक इसमें..
mai khud Hindi me kavitaye likhti hu par uske chahne wale nhi dundh pati...log Hindi pe aise react karte hai mano koi zahil khada ho samne! dil dukhta hai,sach me bahut ki Hindustan me Hindi bhasha ke ye hal kyu?
+Chanchal Sakshi लोग अभी बेवक़ूफ़ी के दौर से गुज़र रहे हैं - अंग्रेज़ी ही बोलते तो क्या बुरा होता - न घर के हैं न घाट के!!
hindi ke chahne vale bhi hai......aapko bus delhi se dilli anaa padhega :)
ज़रूर बदलेगा। अब आप और हम खड़े हैं साथ
Chanchal Sakshi kabhi bhi apni link send kijiye hindi mata hai
Chanchal Sakshi
Wo khud jahil hain.
Don't bother about it.
You are doing excellent job
बहुत खूब
Thanku so much,today I need it for My poem competition😊😊
Good bro 🙏
Manish Ji aapke is video se prerit hokar meri beti ne is kavita ko chuna aur Hindi USA ke manch par pratiyogita me ise prastut kiya.. link hai
No words for explain my feelings after listen this
आज भी समसामयिक है। साझे का आभार!
धन्यवाद आपका!
Aapne dil ki baat bola Sir
मैं हिन्दी से प्रेम करता हूँ ।
Salute you..... Great job....
बेहतरीन है हार्दिक धन्यवाद।
आभार!
Manish Gupta, aap dhanya hain.