आपका बहुत बहुत धन्यवाद पाठक जी को सामने लाने के लिए। ५७ साल पुराना आदमी” सन १९५९ में, आपकी अपनी कृति, प्रथम कहानी “५७ साल पुराना आदमी” मनोहर कहानियां नामक पत्रिका में प्रकाशित हुई। सन १९६९ आपका पहला पूर्ण उपन्यास “ऑपरेशन बुडापेस्ट” आया। श्री सुरेन्द्र मोहन पाठक ने श्रृंखलाबद्ध उपन्यासों के अलावा कई ऐसे उपन्यास लिखे हैं जिन्हें थ्रिलर श्रेणी के अन्दर लिया जाता है। साथ ही आपने कई जोक-बुक भी लिखे हैं जिसमे आपने कई चुटकुलों का संग्रह किया है। सुनील, सुधीर, विमल विमल एक ऐसा किरदार है जिसने जुर्म का समूल नाश करने की कसम खाई है। पाठक जी के सभी श्रृंखलाबद्ध उपन्यासों में इस उपन्यास का बेसब्री से इंतज़ार किया जाता है और पसंद किया जाता है। सुरेन्द्र मोहन पाठक का सबसे प्रसिद्द उपन्यास “असफल अभियान”और “खाली वार” था जिसने पाठक जी को प्रसिद्धि के सबसे ऊँचे शिखर पर पहुंचा दिया। इसके पश्चात आपने अभी तक पीछे मुड़ कर नहीं देखा है। "पैंसठ लाख की डकैती" नामक उपन्यास का अंग्रेजी में अनुवाद भी प्रकाशित हुआ तथा यह खबर टाईम मैगज़ीनमें भी प्रकाशित हुई थी। यह खबर भी आई थी कि इस उपन्यास की लगभग ढाई करोड़ प्रतियाँ बिकी थीं। धन्यवाद पाठक जी धन्यवाद The Wire
Sir Adaab mene aapke novels 1981 se2000 tak padhey hain, sir maza aa gaya aapne shandar baatey batai,aapki sunglasses wali pics dekhi Aaj asal me dekha,meri duwa hai aap khoob khoob likhtey rahey.
suggestion for anchor- let the guest speak,anchor should ask question politely and keep it short.while guest replies dont interrupte,ask your editor to reduce your volume while editing your voiice is over empowering. rest is fine,you are good anchor keep it up.
you are doing fair however you need to improve your "talaffuz"/ pronunciation, sorry to say talffuz very poor. It is important Since you are doing a urdu program, your listener should learn and improve their language from your's as well. Hope you will take the comment in positive sprit. Another thing is your questions are most of time too large, you consume much valuable time of guest and deprive your & wire listener the guest point of view.
Surender mohan sir,
So nice of you, excellent 👌👍👍
Bhut Khushi huyi Apne favourite novelist surendra Mohan pathak ji ko dekh Kar😀
Aapka DP achha hei..
@@mariamimnotaterroristilove4013 +swargi Rajiv Gandhi ji Ka hai
@@teyagiji3469 jee haan..
RAJIV GANDHI ZINDABAD!
For me he is one of the Greatest Writers of Our times. My fave writer and also a wonderful human being. Aap jiyen hazaaron saal.
I have read his novels. Great man! ❤️
Lajawab interview thanks the wire..
OMG.... Itne zabardast thriller likhne wala Kitna simple banda he.
Wowww
You’re great sir
महान उपन्यासकार सुरेंद्र मोहन पाठक को सुनना जबरदस्त लगा
आपका बहुत बहुत धन्यवाद पाठक जी को सामने लाने के लिए।
५७ साल पुराना आदमी”
सन १९५९ में, आपकी अपनी कृति, प्रथम कहानी “५७ साल पुराना आदमी” मनोहर कहानियां नामक पत्रिका में प्रकाशित हुई। सन १९६९ आपका पहला पूर्ण उपन्यास “ऑपरेशन बुडापेस्ट” आया।
श्री सुरेन्द्र मोहन पाठक ने श्रृंखलाबद्ध उपन्यासों के अलावा कई ऐसे उपन्यास लिखे हैं जिन्हें थ्रिलर श्रेणी के अन्दर लिया जाता है। साथ ही आपने कई जोक-बुक भी लिखे हैं जिसमे आपने कई चुटकुलों का संग्रह किया है।
सुनील,
सुधीर,
विमल
विमल एक ऐसा किरदार है जिसने जुर्म का समूल नाश करने की कसम खाई है। पाठक जी के सभी श्रृंखलाबद्ध उपन्यासों में इस उपन्यास का बेसब्री से इंतज़ार किया जाता है और पसंद किया जाता है।
सुरेन्द्र मोहन पाठक का सबसे प्रसिद्द उपन्यास “असफल अभियान”और “खाली वार” था जिसने पाठक जी को प्रसिद्धि के सबसे ऊँचे शिखर पर पहुंचा दिया। इसके पश्चात आपने अभी तक पीछे मुड़ कर नहीं देखा है। "पैंसठ लाख की डकैती" नामक उपन्यास का अंग्रेजी में अनुवाद भी प्रकाशित हुआ तथा यह खबर टाईम मैगज़ीनमें भी प्रकाशित हुई थी। यह खबर भी आई थी कि इस उपन्यास की लगभग ढाई करोड़ प्रतियाँ बिकी थीं।
धन्यवाद पाठक जी
धन्यवाद The Wire
Surendra Mohan Pathak ji ko la ker bahut acha kiya..... Start hone ke saath hi Like ker diya.
Sir Adaab mene aapke novels 1981 se2000 tak padhey hain,
sir maza aa gaya aapne shandar baatey batai,aapki sunglasses wali pics dekhi Aaj asal me dekha,meri duwa hai aap khoob khoob likhtey rahey.
Pathak sir. You are very great. I love u. God bless you.
ہندو مسلم اتحاد امر رہے !!!!!
Hindu Muslim Aikta Zindabad!!
Very nice comment
@@teyagiji3469 शुक्रिया भाई🌷
👍👍👍
@@Rehankhan-nj4tq 👍👍👍👍👍
Nice
Surendra Mohan Pathak ji Great writer in world..He is the King
Quite an honest interview.
पाठक साहब भीष्मपितामह हैं, उपन्यासों की दुनिया के....
suggestion for anchor- let the guest speak,anchor should ask question politely and keep it short.while guest replies dont interrupte,ask your editor to reduce your volume while editing your voiice is over empowering.
rest is fine,you are good anchor keep it up.
It's like a monologue.
Great jobs 👍🌹
Surendra Mohan Pathak ji Mere Ek Tarah Se Aadarsh hai
My favourite writer.
I like it 🌹
Agar yehi writer videsh me hota to aaj billionaire hota...
जनाब उम्दा बस जो स्काल चलता है वह बातचीत के.समय से विलग हो जाता है...वो ध्यान देने कि बात है...बाकी शानदार....
Legend S.M.P.👐👐
A few of his books have been translated to English too, FYI
Luv Indian jems headly Chase
God chenal
Best
Urdu is still used in Bollywood films scripts and song lyrics.
Suneel,Ramakant aur vimal characters bare me interview karnewale ne nahi poocha ki ye kese bane
Q ki sir isne pra hi nahi
Dil ki bat kahdi aap ne
Not a competent Anchor, he should ask about his novels, characters.
Anchor is too diplomatic
Aaj urdu ko jadh se hi khatm kr diya
भाईसाब, सवालों को इतना भी ज्यादा तोड़ मरोड़ कर क्यों पूछते हो? रिसर्च करके जाओ न!
you are doing fair however you need to improve your "talaffuz"/ pronunciation, sorry to say talffuz very poor. It is important Since you are doing a urdu program, your listener should learn and improve their language from your's as well.
Hope you will take the comment in positive sprit.
Another thing is your questions are most of time too large, you consume much valuable time of guest and deprive your & wire listener the guest point of view.
मंटो का सवाल इसको करना गलत है।
kaun hai ye buddha..never heard of this oldfart
Tu koun hai ye bata pahle ?
@@themaskmandhaka3717 sabhyata se baat kro. Jaanemaane novelist hai ye.