अमीरी ने लिखा गरीबी पर लेख,

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  • เผยแพร่เมื่อ 19 ต.ค. 2024
  • जी हां, बड़ी हास्यास्पद स्थिति बन जाती है जब गरीबी पर लिखने वाला व्यक्ति जिसने कठिन परिस्थिति को न देखा कभी और न समझा। ऐसी ही एक रोचक तथ्य से परिपूर्ण है यह कविता, जिसमें व्यंग्य है सच्चाई उजागर करने का माद्दा भी है। हकीकत से परे कैसी असफल कोशिश की जाती है और मज़ाक का पात्र बन जाते हैं राजनीतिक परिवेश में इसकी तुलना कितनी सामायिक हो जाती है सुनिए इस कविता में।
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