पहेलियां और अठखेलियां

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  • เผยแพร่เมื่อ 19 ต.ค. 2024
  • एक समय था जब परिजन दोस्त सहेलियां सब पहेलियों पूछते थे और अठखेलियां करते थे एक दूसरे के लिए काफी वक्त होता था और किस तरह सवाल जवाब करते दिन निकल जाते थे। उन दोनों को याद करते हुए मैंने यह कविता लिखी है आशा है आपको पसंद आएगी। पसंद कीजिए कमेंट कीजिए लाइक कीजिए और सब्सक्राइब कीजिए ताकि आपको आगे भी ऐसी सुनने को मिलती रहे।
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