Kabir God ho sabse BDE God h ha Mene ek bar Nahi kai bar kiye h Kabir God ke darsan Jo AJ present me satguru Rampal Ji parmatma ke rup me parkat h hariyane me SAT Saheb Malik ji 🙏❤️
नानक नाम जहाज हैजो चड़े सो उतरे पार नाम वो जो जीवित सतगुरु समाधी लगाकर (जीवित मरकर) ईश्वर तत्व से मिल लेता है उनके द्वारा शिष्य के सर पर हाथ रखकर ईश्वर तत्व का ध्यान लगाकर दिया जाता है उसके प्रभाव से चौरासी लाख योनिओ का जन्म मरण का चक्र समाप्त होने लगता है सतगुरु मधु परमहंस जी
कबीर, सतगुरु के उपदेश का, सुनिया एक बिचार। जो सतगुरु मिलता नहीं, जाता यमके द्वार।। कबीर परमात्मा कहते हैं कि यदि सतगुरु नहीं मिलता तो भक्तिहीन जीव को नरक में घोर यातनाएं दी जाती हैं। वर्तमान में सतगुरु केवल संत रामपाल जी महाराज ही हैं।
प्रणाम , मुझे बताएं , क्या किसी ने संत कबीर साहेब के दर्शन किये है ? सत्य है मेने किये है l मैं कबीर साहेब को पढ़ / सुन जोरो जोरो से रोया करता था l पता नहीं क्यों ? एक दिन रोते रोते थक गया l सोया नही लेटा l दरवाजा खुला कबीर साहब सामने थे l मैं उनके पैरो में पड़ गया l ... बस इतना ही हुआ l पर मैंने उन्हें पूर्ण खुली आखों से देखा l
साहेब बंदगी! हद चले सो मानवा, बेहद चले सो पीर । हद बेहद दोनों चले, ताका नाम कबीर।। अवश्य ही आपने कबीर साहेब के दर्शन किये होंगे। पवित्र आत्माओ के लिए कुछ भी संभव है!💐💐
स्वामी रामानंद जी को कबीर साहेब जी बताते है कि मेरा शरीर ना तो पांच तत्व का बना है और ना ही मेरा जन्म हुआ है, मैं तो जीवों के उद्धार के लिए सशरीर प्रकट हुआ हूँ। पाँच तत्व की देह ना मेरी, ना कोई माता जाया। जीव उदारन तुम को तारन, सीधा जग में आया।। - कबीर सागर - अध्याय "अगम निगम बोध" पृष्ठ 34
।।मुक्तक छंद कविता।।भेदी गुरु साँई अरुण जी तो केवल मार्ग दिखाते सत सनातन सतधाम का। किन्तु सतधाम का सारशबद अखण्ड चित्त मे लखाते, विदेही बेहद के सतगुरु सत कबीर सुजान अनंत का।।गुरु गुरु हमारे सबही बडे है, अपने अपने ठौर। सारशबद अखण्ड विदेही पारखी, सो माथे का मौर।।गुरु गुरु मे बडो अंतरो गुरु गुरु मे भांव। सोई गुरु नित वंदिये, जो सारशबद अखण्ड लखावे दांव।।01।।सूचक गुरु वाचक गुरु बोधक गुरु निशिध्द गुरु। विहिप गुरु कारण गुरु और परमधामी परमात्माराम गुरु।।मात पिता जो है रक्त बीज के दाता प्रथम गुरु कहलाई। दूसर गुरु भई वह दाई, जो गर्भ वास का मैल छुडाई।।02।।तीसरा गुरु नाम जो धारा, जेहि नाम से जगत पुकारा। चौथा गुरु जो शिक्षा दीन्हा, तब संसारी मारग चीन्हा।।पांचवा गुरु जो दीक्षा लोकिक दीन्हा, मंत्र तंत्र यंत्र का ज्ञान करीन्हा।छठवा गुरु ओहं सोहं शिवोहं स्वांसो मे खोडा, काल निरंजन से नाता जोडा।।03।।सातवां सतगुरु सारशब्दी अखण्ड शबद चित्त मे लखावे, और अंत समय चाल विहंगम योग संग सीधा सतधाम लेकर जावे। जहां का जीव तहां पहुचावे, लखचौरासी से पीछा छुडावे, इसी लिये बंदी छोड कहलावे,,तभी नर प्राणी अमर पद निर्वाण को पावे।।04।।जाप मरे अजपा मरे अनहद भी मर जाय। आत्मा समानी परमात्मा मे ताको काल ना खाय।।05।।,,साँई अरुण जी महाराज नासिक महाराष्ट्र को सादर समर्पित,,सालिकराम सोनी।।7898158018-।।
Thank you Umesh Sir for enlightening us about the emergence of Sant Kabirji. It is strange that people are not aware of such theories. It is a part of our rich cultural heritage and should be included in the curriculum of Indian students. Awaiting eagerly for the next episode !!
जो महान आत्माएं होती हैं वह हमेशा सत्य बोलती हैं चाहे कोई बात को स्वीकार करें या ना करें सदगुरु कबीर साहेब ही सत्य है यदि आप उनकी जानकारी दे रहे हैं तो सत्य जानकारी दें
यह श्रद्धा की बात नही है ! कबीर साहेब बच्चे के रूप में प्रकट हुए थे । वो पूर्ण परमात्मा हे । पूर्ण परमात्माका ना तो मां के पेट से जन्म होता है ना ही मृत्यु होती है । वो जिंदा रूप में आए थे ओर जिंदा रूप में चले गए । यह कोई श्रद्धा की बात नही है यह तो हकीकत हे। संपूर्ण सत्य जाने तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज की अमृत वचनों से।
कबीर साहेब जी कहते है, ना मेरे जन्म गर्भ बसेरा, बालक बन दिखलाया। काशी नगर जल कमल पर डेरा तहां जुहलाहे ने पाया।। मात पिता मेरे कछु नाही, ना मेरे घर दासी। जुलः का सुत आन कहाया, जगत करे मेरी हांसी।। कबीर साहेब जी का जन्म नही हुआ था वो प्रकट हुए थे
नित्य अनादि सद्गुरू कबीर साहेब चारो युगों में प्रकट होने वाले विरक्त संत थे ,,और सद्गुरू उनको कहा जाता है जो जन्म मरण के बंधन से हमे मुक्त कर परमानद की प्राप्ति कराए। ये सब संभव है।
आदरणीय उमेश साहेब सतसाहेब बंदगी। थोडी देरी हो गई।आप जो कार्य कर रहे हैं , श्लाघनीय, सराहनीय है।--- कबीर साहेब के जन्म विषय में जो भांतियां है, आशा थी कि आप स्पष्ट करेंगें। परन्तु आपने भी वही प्रचलित बातें ही दोहराई हैं। आज तो कबीर साहेब को मानने वाले उन्हें *भगवान कबीर* कह रहें हैं जो उनकी ही मान्यताओं के अनुसार सही नहीं है। वास्तविक रूप में अवतरण जैसा कुछ नहीं है। अवतारवाद का तो साहेब ने पूर्णरूपेण खंडन किया है। पुराणों मे भले ही कितने ही अवतार हुए हों परन्तु माता पिता के संसर्ग बिना कोई भी संतान कभी भी पैदा नहीं होती।--- हम भावना और आस्था अनुसार धार्मिक विषयों में किसी विषय को यों ही स्वीकार कर लेते हैं। आप यदि साहेब के जन्म विषय में स्पष्ट स्वीकारोक्ति करते तो अति उत्तम होता। आपका कार्य अति उत्तम है। कृपया हमें आप्यायित करते रहें।
सर जी भाषा शैली और शब्द प्रवाह जबरदस्त। वाक्य विन्यास उत्तम। रोचक एवं कौतूहलपूर्ण जानकारी। और *कबीर साहब* जी के बारे में होने से और भी प्रभावी हो गयी है। अंदाज़े बयां माशा अल्लाह।
Kabir Saheb was a Swayam Siddha. He existed in the earlier three Yugas also; as mentioned by Kriya Yoga preceptor Yogiraj Shri Shyamacharan Lahiri of Varanasi (1828-95).
कबीर साहेब संत नही परमात्मा हे 625वां कबीर साहेब प्रकट दिवस 14 जून को काशी शहर की पवित्र भूमि पर परमेश्वर कबीर जी ज्येष्ठ मास की शुक्ल पूर्णमासी विक्रमी संवत् 1455 (सन् 1398) सोमवार सुबह सुबह ब्रह्म मुहूर्त में पूर्ण परमेश्वर कबीर/कविर्देव जी स्वयं अपने सतलोक से आकर लहरतारा तालाब में कमल के पुष्प पर बालक रूप में प्रकट हुए। गरीब, काशी पुरी कस्त किया, उतरे अधर आधार। मोमन कूं मुजरा हुवा, जंगल में दीदार।।
aap ka title galat hai mere bhai janam sathan nahi kehatae prakat sathaan bolo kabir ji janame nahi prakat hua the aap ko etna bi nahi maloom dunia ko kya bataaoge
हे महान आत्मा यदि आप जानकारी दे रहे हैं तो सत्य जानकारी दें दोनों बातें नहीं मानी जाती सत्य बात मानी जाती है सदगुरु कबीर साहेब जी प्रकट हुए थे उन्होंने किसी माता से जन्म नहीं लिया श्री कबीर सागर मैं बहुत सी वानिया सिद्ध करती हैं कबीर साहेब प्रकट हुए थे कबीर मात-पिता मेरे कुछ नहीं ना मेरे घर दासी जुलाहे का सुत आन कहाया यह जगत करें मेरी हॉंंसी आपसे प्रार्थना है सत्य जानकारी प्राप्त करके ही दूसरों को सत्य की जानकारी दें धन्यवाद
समय समय पर ज्यादा से ज्यादा वीडियो यूट्यूब पर डालने का प्रयास करे साहिब जी आप योग्य हो कबीर चौरा मठ के लिये बहुत कुछ कर सकते हो नई नई जानकारियाँ जनमानस तक पहुचाने का प्रयास करे
पूरण परमात्मा कबीर साहेब है
गरीब, अनंत कोटि ब्रह्मण्ड का,एक रति नहीं भार।
सतगुरू पुरूष कबीर हैं,ये कुल के सृजनहार॥
कबीर, ना हमरे कोई मात-पिता,ना हमरे घर दासी।
जुलाहा सुत आन कहाया, जगत करै मेरी हाँसी॥
Kabir sahib parmatma hai😊
Parmatma nhi sant the aur bhakt the shiv ji ke
शास्त्रों मे प्रमाणित है पुर्ण ब्रह्म कबीर साहेब जी
सत साहेब
हम सुलतानी,नानक तारे दादु को उपदेश दिया।
जाति जुलाहा भेद ना पाया, काशी माहे कबीर हुआ।।🙏🙏
कबीर साहेब जी परमात्मा है पहचानो उन्हें
Saheb bandagi 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
बन्दी छोड़ परमात्मा कबीर साहेब जी दया करो।🙏
सतगुरू पुरूष कबीर
गरीब, अनंत कोटि ब्रह्मंड का एक रति नहीं भार । सतगुरू पुरूष कबीर हैं कुल के सृजनहार ।।
Kabir God ho sabse BDE God h ha Mene ek bar Nahi kai bar kiye h Kabir God ke darsan Jo AJ present me satguru Rampal Ji parmatma ke rup me parkat h hariyane me SAT Saheb Malik ji 🙏❤️
😂😂😂
Jai Kabir 😊Parmeshwar
Malik ke janm sathal ko sat sat naman
Jay Shree Satguru Saheb Bandagi Saheb Sat Naam
Sakal Hans ko Sahib bandagi Saheb
जय संत कबीर दास जी
Saheb bandgi saheb 🙏
नानक नाम जहाज हैजो चड़े सो उतरे पार नाम वो जो जीवित सतगुरु समाधी लगाकर (जीवित मरकर) ईश्वर तत्व से मिल लेता है उनके द्वारा शिष्य के सर पर हाथ रखकर ईश्वर तत्व का ध्यान लगाकर दिया जाता है उसके प्रभाव से चौरासी लाख योनिओ का जन्म मरण का चक्र समाप्त होने लगता है सतगुरु मधु परमहंस जी
कबीर, जो बूझे सोई बावरा, पूछे उम्र हमारी।
असंख्य युग प्रलय गई, तब का ब्रह्मचारी॥
साहेब बंदगी साहेब।
सप्रेम साहेब बंदगी साहेब
कबीर, ना हम जन्मे गर्भ बसेरा,बालक होय दिखलाया।
काशी शहर जलज पर डेरा,तहाँ जुलाहे ने पाया॥
बहुत-बहुत धन्यवाद जी
सत साहेब गुरु जी 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
कबीर, सतगुरु के उपदेश का, सुनिया एक बिचार।
जो सतगुरु मिलता नहीं, जाता यमके द्वार।।
कबीर परमात्मा कहते हैं कि यदि सतगुरु नहीं मिलता तो भक्तिहीन जीव को नरक में घोर यातनाएं दी जाती हैं।
वर्तमान में सतगुरु केवल संत रामपाल जी महाराज ही हैं।
जय हो कबीर परमेश्वर की 🙏
Satguru Kabir saheb purn parmatma h
साहेब बन्दगी अच्छा वर्णन सराहनीय प्रेरणादायक है ।
Jai Kabir bandana ji
प्रणाम , मुझे बताएं , क्या किसी ने संत कबीर साहेब के दर्शन किये है ? सत्य है मेने किये है l मैं कबीर साहेब को पढ़ / सुन जोरो जोरो से रोया करता था l पता नहीं क्यों ? एक दिन रोते रोते थक गया l सोया नही लेटा l दरवाजा खुला कबीर साहब सामने थे l मैं उनके पैरो में पड़ गया l ... बस इतना ही हुआ l पर मैंने उन्हें पूर्ण खुली आखों से देखा l
#saintrampalji 👈 click देखो कबीर पूर्ण सृष्टि के रचयिता है आदि पुरुष
भाई आपका नाम और पता दो मोबाइल
@@अजन्मासत्यपरमात्मा मैं अबु धाबी UAE में हूँ, आप मुझे youtube और फेसबुक में बात करने की कृपा करे l मुझे ख़ुशी होगी l
जीना सत्य कर्म खोज है l यही जीवन मौज है ll ... अरविन्द व्यास "प्यास"
साहेब बंदगी!
हद चले सो मानवा, बेहद चले सो पीर ।
हद बेहद दोनों चले, ताका नाम कबीर।।
अवश्य ही आपने कबीर साहेब के दर्शन किये होंगे।
पवित्र आत्माओ के लिए कुछ भी संभव है!💐💐
Kabir is superem God
Bdi acche trike se or aachi bate khi aapne
Jai satguru kabir sahib ji 🔥❤️❤️❤️❤️🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Kabir saheb puran parmatma hai
Sant Kabir ke dohe bhakti marg ko dikhlate h bahu bahut, achhe h
Sat sat naman 🙏🙏🌷🙏🙏
Kabir is god & god is one. He is kabir.
Shri. Satgurdevji. KabirSahevji. Mai. Tumhare. Charanoa. Mai. Apna. Sir. Jhukakar. Aapko.🤲 Sapremsahevjibandagisahevji.🤲 Sapremsahevjibandagisahevji.🤲 Sapremsahevjibandagisahevji.Karta.Hoone. 🤲🤲🤲🙌🙌🌹🌹🌹🌹🌹💐💐💐💐💐🌺🌺🌺🌺🌺🥀🥀🥀🥀🥀🌸🌸🌸🌸🌸🌻🌻🌻🌻🌻🌷🌷🌷🌷🌷🙏🙏🙏🙏🙏
स्वामी रामानंद जी को कबीर साहेब जी बताते है कि मेरा शरीर ना तो पांच तत्व का बना है और ना ही मेरा जन्म हुआ है, मैं तो जीवों के उद्धार के लिए सशरीर प्रकट हुआ हूँ।
पाँच तत्व की देह ना मेरी, ना कोई माता जाया।
जीव उदारन तुम को तारन, सीधा जग में आया।। - कबीर सागर - अध्याय "अगम निगम बोध" पृष्ठ 34
।।मुक्तक छंद कविता।।भेदी गुरु साँई अरुण जी तो केवल मार्ग दिखाते सत सनातन सतधाम का। किन्तु सतधाम का सारशबद अखण्ड चित्त मे लखाते, विदेही बेहद के सतगुरु सत कबीर सुजान अनंत का।।गुरु गुरु हमारे सबही बडे है, अपने अपने ठौर। सारशबद अखण्ड विदेही पारखी, सो माथे का मौर।।गुरु गुरु मे बडो अंतरो गुरु गुरु मे भांव। सोई गुरु नित वंदिये, जो सारशबद अखण्ड लखावे दांव।।01।।सूचक गुरु वाचक गुरु बोधक गुरु निशिध्द गुरु। विहिप गुरु कारण गुरु और परमधामी परमात्माराम गुरु।।मात पिता जो है रक्त बीज के दाता प्रथम गुरु कहलाई। दूसर गुरु भई वह दाई, जो गर्भ वास का मैल छुडाई।।02।।तीसरा गुरु नाम जो धारा, जेहि नाम से जगत पुकारा। चौथा गुरु जो शिक्षा दीन्हा, तब संसारी मारग चीन्हा।।पांचवा गुरु जो दीक्षा लोकिक दीन्हा, मंत्र तंत्र यंत्र का ज्ञान करीन्हा।छठवा गुरु ओहं सोहं शिवोहं स्वांसो मे खोडा, काल निरंजन से नाता जोडा।।03।।सातवां सतगुरु सारशब्दी अखण्ड शबद चित्त मे लखावे, और अंत समय चाल विहंगम योग संग सीधा सतधाम लेकर जावे। जहां का जीव तहां पहुचावे, लखचौरासी से पीछा छुडावे, इसी लिये बंदी छोड कहलावे,,तभी नर प्राणी अमर पद निर्वाण को पावे।।04।।जाप मरे अजपा मरे अनहद भी मर जाय। आत्मा समानी परमात्मा मे ताको काल ना खाय।।05।।,,साँई अरुण जी महाराज नासिक महाराष्ट्र को सादर समर्पित,,सालिकराम सोनी।।7898158018-।।
कबिर,परमातमा,हे
Saheb Bandagi 🙏
जय सद्गुरु संत कबीर 🎉
SAHEB BANDGI SAHEB G
Thank you Umesh Sir for enlightening us about the emergence of Sant Kabirji. It is strange that people are not aware of such theories. It is a part of our rich cultural heritage and should be included in the curriculum of Indian students.
Awaiting eagerly for the next episode !!
धन्यवाद दादा , आपको शुभेच्छा
Satguru Kabir Sahib Param pursh hai jo sat lok ky vassi thy 🙏🙏🙏🙏🙏 Sahib bandgi Sahib ji ki jai ho 🙏🙏🙏🙏🙏❤️👍👍👍👍🙏🙏🙏🙏
अद्वितीय ज्ञानवर्धक श्रृंखला है।
Kabeer sahab ki Jay
बहोत ही सुंदर प्रस्तुति 🙏
Jay satguru Kabir Saheb 🙏🙏🙏🙏🙏
Kabir is good
Purn Parmatma Kabir Sahib Ji
Umesh ji satguru Kabir Sahib bhagwan hai
सप्रेम साहेब बंदगी साहेब🙏🌷
Good work Umeah Kabir saheb ji
🙏🙏pranam🙏🙏
धन्यवाद उमेश जी
Bandi choodh Purn Brahm Parmeswar kabirdev charno me koti koti dandotam pranam
Sat saheb
Jay ho bandi choodh ki
Kabir is god
Kabir is GoD
Maine kiye hai kabir sahib ji ke darshan
Thank you for all knowledge you are imparting .
Kabir is supreme God
जो महान आत्माएं होती हैं वह हमेशा सत्य बोलती हैं चाहे कोई बात को स्वीकार करें या ना करें सदगुरु कबीर साहेब ही सत्य है यदि आप उनकी जानकारी दे रहे हैं तो सत्य जानकारी दें
पृकृति नियम है हरेक का जन्म मा के गर्भ से ही होता है ।कबीर साहब भी किसी भी गर्भ से हुआ है ।
हम सुल्तानी नानक तारे ,दादू को उपदेश दिया।
जात जुलाहा भेद नहीं पाया, काशी माही कबीर हुआ ।।
Bahut Sundar Tarif karta hu apki bhakta krantikaari hi hota hai
यह श्रद्धा की बात नही है ! कबीर साहेब बच्चे के रूप में प्रकट हुए थे । वो पूर्ण परमात्मा हे । पूर्ण परमात्माका ना तो मां के पेट से जन्म होता है ना ही मृत्यु होती है । वो जिंदा रूप में आए थे ओर जिंदा रूप में चले गए । यह कोई श्रद्धा की बात नही है यह तो हकीकत हे। संपूर्ण सत्य जाने तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज की अमृत वचनों से।
बहुत उत्कृष्ट कार्य कर रहे हैं उमेश जी
🙏🙏🙏
कबीर साहेब जी कहते है, ना मेरे जन्म गर्भ बसेरा, बालक बन दिखलाया।
काशी नगर जल कमल पर डेरा तहां जुहलाहे ने पाया।।
मात पिता मेरे कछु नाही, ना मेरे घर दासी।
जुलः का सुत आन कहाया, जगत करे मेरी हांसी।।
कबीर साहेब जी का जन्म नही हुआ था वो प्रकट हुए थे
बेहतरीन ❤️
नित्य अनादि सद्गुरू कबीर साहेब चारो युगों में प्रकट होने वाले विरक्त संत थे ,,और सद्गुरू उनको कहा जाता है जो जन्म मरण के बंधन से हमे मुक्त कर परमानद की प्राप्ति कराए।
ये सब संभव है।
@@Rohit_Spiritual aap mujhe Kabir shabdawali bhag 2 ko sahi mayne me samjhaye to aapko Manu ki aapko waki kabir ji k bare me puri jankari h .
@@Rohit_Spiritual sant kabir ji ke beejak ke bare me bata dijiye n pls .
आदरणीय उमेश साहेब सतसाहेब बंदगी।
थोडी देरी हो गई।आप जो कार्य कर रहे हैं , श्लाघनीय, सराहनीय है।--- कबीर साहेब के जन्म विषय में जो भांतियां है, आशा थी कि आप स्पष्ट करेंगें। परन्तु आपने भी वही प्रचलित बातें ही दोहराई हैं। आज तो कबीर साहेब को मानने वाले उन्हें *भगवान कबीर* कह रहें हैं जो उनकी ही मान्यताओं के अनुसार सही नहीं है। वास्तविक रूप में अवतरण जैसा कुछ नहीं है। अवतारवाद का तो साहेब ने पूर्णरूपेण खंडन किया है। पुराणों मे भले ही कितने ही अवतार हुए हों परन्तु माता पिता के संसर्ग बिना कोई भी संतान कभी भी पैदा नहीं होती।--- हम भावना और आस्था अनुसार धार्मिक विषयों में किसी विषय को यों ही स्वीकार कर लेते हैं।
आप यदि साहेब के जन्म विषय में स्पष्ट स्वीकारोक्ति करते तो अति उत्तम होता।
आपका कार्य अति उत्तम है। कृपया हमें आप्यायित करते रहें।
सर जी भाषा शैली और शब्द प्रवाह जबरदस्त। वाक्य विन्यास उत्तम। रोचक एवं कौतूहलपूर्ण जानकारी। और *कबीर साहब* जी के बारे में होने से और भी प्रभावी हो गयी है।
अंदाज़े बयां माशा अल्लाह।
Kabir is real God.
कबीर इज गॉड कबीर साहिब ही पूर्ण परमात्मा है सभी देवी-देवता नाशवान अथवा जन्म मृत्यु के अंदर आते हैं
Happy birthday sir☺
Kabir Saheb was a Swayam Siddha. He existed in the earlier three Yugas also; as mentioned by Kriya Yoga preceptor Yogiraj Shri Shyamacharan Lahiri of Varanasi (1828-95).
satnam sahib bandgi sahib ji is jagaha sthan kha hai yha ka addresh mel sakta hai
Bandagi Saheb ki
yha kaise pahuchna hai
मोको कहां ढूंढे रे बंदे मैं तो तेरे पास में ना मंदिर ना मस्जिद ना काशी कैलाश में
👏👏👏
SAHEB BANDGI SAHEB
कबीर साहेब संत नही परमात्मा हे 625वां कबीर साहेब प्रकट दिवस 14 जून को
काशी शहर की पवित्र भूमि पर परमेश्वर कबीर जी ज्येष्ठ मास की शुक्ल पूर्णमासी विक्रमी संवत् 1455 (सन् 1398) सोमवार सुबह सुबह ब्रह्म मुहूर्त में पूर्ण परमेश्वर कबीर/कविर्देव जी स्वयं अपने सतलोक से आकर लहरतारा तालाब में कमल के पुष्प पर बालक रूप में प्रकट हुए।
गरीब, काशी पुरी कस्त किया, उतरे अधर आधार।
मोमन कूं मुजरा हुवा, जंगल में दीदार।।
👌
St sahb
aap ka title galat hai mere bhai janam sathan nahi kehatae prakat sathaan bolo kabir ji janame nahi prakat hua the aap ko etna bi nahi maloom dunia ko kya bataaoge
Samaste michha kahuchhanti
Nija nijara swarthaku nei kahuchhanti
Sadhna tv 7.30pm
🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Jai sri ram
🙏🏾
Avgat sy hum aaiy koi bedh bharam na paiy
👏
हे महान आत्मा यदि आप जानकारी दे रहे हैं तो सत्य जानकारी दें दोनों बातें नहीं मानी जाती सत्य बात मानी जाती है सदगुरु कबीर साहेब जी प्रकट हुए थे उन्होंने किसी माता से जन्म नहीं लिया श्री कबीर सागर मैं बहुत सी वानिया सिद्ध करती हैं कबीर साहेब प्रकट हुए थे
कबीर मात-पिता मेरे कुछ नहीं ना मेरे घर दासी जुलाहे का सुत आन कहाया यह जगत करें मेरी हॉंंसी आपसे प्रार्थना है सत्य जानकारी प्राप्त करके ही दूसरों को सत्य की जानकारी दें धन्यवाद
Aur.bhejo
Nice explanation sir ...Keep going I am your 334 number subscribe.....
कबीर जी बीना माता पिता के पैदा कैसे हूवे है? ओर इनके सही माता पिता का नाम क्या है?
🙏🙏🌹🌹⛪💀
समय समय पर ज्यादा से ज्यादा वीडियो यूट्यूब पर डालने का प्रयास करे साहिब जी आप योग्य हो कबीर चौरा मठ के लिये बहुत कुछ कर सकते हो नई नई जानकारियाँ जनमानस तक पहुचाने का प्रयास करे
Kabir parkat have hai
कबीर जी भ नर नारी से ही पैदा हूवै है! क्या?