श्याम मानव जी मै भी आपके साथ जुड़कर राष्ट्र मै अन्धविश्वास दुर् कराना चाहते है और आपके वयाखान का दोहरा करवाना चाहते हैं लोगों का अन्ध विश्वास दुर् करना ही सच्चा धर्म है
Please take that T.V Channel to Paakistaan.pl. see Shree Bhaagavatji* Bhoomandalam Sarshapaayati yasya Moordhni.* . Foolish Man How U can understand that God and universe?
अंधविश्वास के खिलाफ जब कोई मुहिम चलती है तो सबसे ज्यादा बुरा उन्हीं को लगता है जो अंधविश्वास की रोटी खाते हैं और आने वाले अपनी नस्लों के लिए भी वह व्यवस्था छोड़ना चाहते हैं इस मुहिम के विरोध में एक वर्ग विशेष ही क्यों खड़ा होता है मैं श्री त्रिपाठी जी को बताना चाहता हूं केरल के नंगेली की घटना को पढ़ ले 165 साल पहले आप के ब्राह्मण राजा त्रावण कोर शासन काल में महिलाओं को सीना ढकने का भी अधिकार नहीं था स्तन ढकने का कर देना पड़ता था जब से स्तन कर देने का धन उस महिला के पास नहीं था तो उसे कर वसूली करने आए व्यक्ति के सामने अपने स्तन काट कर रख दिया अधिक खून का बहाव होने के कारण उस महिला की बाद में मृत्यु हो गई यह इतिहास है आपका,पूरी दुनिया के किसी भी धर्म में किसी भी देश में इस तरह तरह का महिलाओं के साथ अत्याचार नहीं था।
ह बौद्ध को तो शंकाराचार्य ने वाद प्रतिवाद मे हराया था ओर कहा था ईश्वर है। ओर बौद्ध का अंतिम हेतु था सुख जोकी उसे मोक्ष कहा जाता है। लेकिन वो मोक्ष उन्होने मरने के बाद कहा ओर शंकराचार्यने ने मरने के पहले ही मोक्ष मिल सकता है यह बताया। ये भी पढो।
Sir aapne kewal hindu dharam me hi andh viswas dekha he ya muslim r ishayi dharam me b dekha yadi dekha to kya kabhi ishayi ya muslim andhvishvaas par koi program kiya
श्रीमान् जी.. जिसे आपने प्रेम कहा... भावना कहा.. जिसे आपने आत्मीयता कहा... जिसे आपने मिलने की प्रसन्नता कहा... उसी की सनातनता ही भगवान् है... इस सनातनता की सनातन अनुभूति जिस किसी वस्तु व्यक्ति क्रीया से अनुभूत हो जाय, यानि होने लगे, यानि प्रकट होने लगती है... प्रांणी यानि मनुष्य स्वाभाविक रूप से ही उसे प्रेम से प्रेम के कारण प्रेम से पकड़ लेता है....क्योंकि वह उसके प्रेम का श्रोत होता है.. हाँ ये एक अलग बात है कि.., श्रोत यदि स्वयं परम चेतन यानि प्रेमी है.. वह अपने प्रेमास्पद को स्वयं की वजाय यानि श्रोत की वजाय.. तत्व यानि प्रेम पकड़ाने का प्रयास करता है.. पकड़ा देता है.. इसलिए, जिसे आप अंधविश्वास कहते हैं... वह अंधविश्वास नहीं, मनुष्य की अपनी वस्तु व्यक्ति क्रीया के प्रति प्रेम है... प्रेम दुःख को भी सहर्ष स्वीकार लेता है.. यही तो प्रेम की विशेषता है.. यदि कोई सच्चा प्रेमी ऐसे प्रेमी को मिल जाय तो वह उसका भाव बदले बिना ही वह क्रिया बदल देता है..जिससे उसे कष्ट हो रहा होता है... अथवा क्रिया बदले बिना ही भाव बदल देता है.. अतः किसी भी व्यक्ति की.. क्रिया अथवा भाव को छुड़ाये बिना ही... उसके कष्टकारी क्रिया अथवा भाव को छुड़ाना ही.. गुरुत्व है... गुरुता है.... अतः आप पंडितों पुरोहितों की बात ना करें... अभी आपका पाला किसी पंडित पुरोहित से नहीं पड़ा है.. सिर्फ पाखंडीयों से पड़ा होगा.. जिन्हें आपने ही पंडित पुरोहित समझने की भूल की... अतः अपनी भूल को पंडितों पर थोपना आपकी कहां की बुद्धिमानी है...? लगता है आपका अपना ही कोई तर्क शास्त्र है.. धन्यवाद पंडित पुष्पेंन्द्र शर्मा सोनीपत 🌹 🙏 🌹 🙏 🌹 🙏 🌹 🙏 🌹
अंधश्रद्धा वालो को नम्र विनंती हैं कि फादर रा रा रा करते हैं कोणसा मंत्र हैं. वहा जाके ग्यान और जागृती करेंगे तो अच्छा हैं. मगर वहा क्यू नही जाते हैं जाते हैं तो दुनिया के सामने बात रखो. पीर बाबा के यहा बी अंधश्रद्धा होती हैं. आप लोग वहा गये हैं क्या.
kisi samiti ka admi agar savarn Hai to vo dharma pakhand ke khilaf bolega par mitana nahi chahega, kyoki unki samridhdhi mehnat se nahi manuvadi pakhand se ayi hai
अगर आपमे दम है , तो सायन मे दशरथ पवार , गगनगिरी महाराज बिल्डिंग , ट्रान्झिट कॅम्प ,सायन पूर्व , मुंबई , इसका धंदा बंद करा दो , खुले आम काली माँ का दरबार बनाता है , दरबार मे जाणे का सौ रुपया खुले आम लेता है , काम करणें का लाख देढ लाख अलग , एक बार जेल जाके आया है , लोकल पुलीस के साथ उसका प्रेम संबंध है ( समज जाओ ) ये दशरथ पवार का दुकान बंद करो , ये भाषण देना बंद करो
सबसे बड़े पाखंडी तो हमें आप ही लग रहे हैं जमीन पर ऐसा कुछ नहीं होता जैसा कि आप बताते हैं लोग अपना काम करते हैं यदि हर काम में बाधा पैदा करता है तो लोग धर्म को किनारे कर देते हैं और अपना काम पहले कर लेते हैं आज यही होता है बस आपकी मंशा क्या है वह बताइए अपनी मंशा असली मंशा बताइए आप क्या करना चाह रहे हैं
श्याम मानव जी मै भी आपके साथ जुड़कर राष्ट्र मै अन्धविश्वास दुर् कराना चाहते है और आपके वयाखान का दोहरा करवाना चाहते हैं लोगों का अन्ध विश्वास दुर् करना ही सच्चा धर्म है
JAY BHARAT.JAY BABA SAHAB DR.B.R AMBEDAKAR. JAY SAMBIDHAN
This is blind faith only.....
अंधविश्वास छोड़ो विज्ञान से नाता जोड़ो...jai bheem 🙏🙏
विज्ञान पाहिले से भारतभूमी हैं बस पहचान करणे को आणि चाहिए. हम अपने जात पात में फस गये. यया फसाया गया.
तुम्हें ख़ुद पर-माँ-बाप और गुरुओं पर विश्वास है अंधविश्वास ?
मेरी अंधश्रद्धा निर्मलुन समिति से ये विनंती है के वे अपना एक tv च्यानल चालू करें , तांके उसके जरिये लोगोकी अंधश्रद्धा दूर कर सके,
Us ko y le Jaayegee. Moorkh Maanava Paakistaan chalo
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सही विकल्प
TH-cam channel he -shyam manav usme sare topic par video aploded he
Yes
जी आपका अपने काम (कर्म) पर एक दृढ़ विश्वास है आपका कार्य प्रशंसनीय जय हो आप
क्योंकि वैज्ञानिक दृष्टिकोण बढेगा तब खुद परिवर्तन होगा
Your work is great & great
अंधविश्वास के खिलाफ जब कोई मुहिम चलती है तो सबसे ज्यादा बुरा उन्हीं को लगता है जो अंधविश्वास की रोटी खाते हैं और आने वाले अपनी नस्लों के लिए भी वह व्यवस्था छोड़ना चाहते हैं इस मुहिम के विरोध में एक वर्ग विशेष ही क्यों खड़ा होता है मैं श्री त्रिपाठी जी को बताना चाहता हूं केरल के नंगेली की घटना को पढ़ ले 165 साल पहले आप के ब्राह्मण राजा त्रावण कोर शासन काल में महिलाओं को सीना ढकने का भी अधिकार नहीं था स्तन ढकने का कर देना पड़ता था जब से स्तन कर देने का धन उस महिला के पास नहीं था तो उसे कर वसूली करने आए व्यक्ति के सामने अपने स्तन काट कर रख दिया अधिक खून का बहाव होने के कारण उस महिला की बाद में मृत्यु हो गई यह इतिहास है आपका,पूरी दुनिया के किसी भी धर्म में किसी भी देश में इस तरह तरह का महिलाओं के साथ अत्याचार नहीं था।
श्याम मानव जी
युग पुरूष है
बड़े मुश्किल से ऐसे महापुरुष पैदा होते हैं।
इनको सुनना चाहिए
फालो करना चाहिए।
Good history sir
जय भीम श्याम मानव सर जी आप का अंधविश्वास के खिलाफ आवाज पूरे भारतवर्ष के कोने कोने तक पहुंचने चाहिये
Good speech and think
बहुत ही बेहतर काम
Nice work sir
Very nice speech sir,,,, informative and inspiring ,,,Jai bhim 💙Namo Buddhay 🙏 Jai samvidhan 💙
Very Diplomatic Speech...
Shyam manav sir ko salam karate jai asse log.aap TV channel jarur chalu Kate.jay parmeswar Kabir saheb
बौद्ध धर्म हिन्दू परंपरा का नहीं हैं और तथागत बुद्ध कहते हैं मेरे शब्द आख़री नहीं हैं आप तर्क और विवेक का इस्तेमाल करें
धर्म, रिलीजन,पंथ, सम्प्रदाय और मत मे क्या अन्तर है ? इस पर भी विचार दीजिए।
🙌🙏👏sir,thanks,
according to CM KurunaNidhi Ramayana was a Epic Story written by a Drunk Poet Valmiki. No real Rama . NO RAMA never was never is
Jay Bhim
सराहनीय
नाईस वर्किंग
Valueable
Nice jay Bharat
Great sir salute 🙏
👏👏👏
श्याम मानवजी! हमने आपको जो चैलेंज दिया था; उसका उत्तर नहीं दिया आपने
जय भिम.
Hindu Dharma Mughal alyanatar ala . Boudha, Jain Dharma fakt puratan ahe Karan jaminichya atun fakt budha Ani Jain murtya nighatat jya 2500 warsha adhicha astat. Tar vaidik dharmake mandir ya bhagwan 1200 sal ke hote hai. To batawo puratan Dharma konsa hai.
*धर्म से किसी को कोई नुकसान नहीं*
*अगर धर्म पाखंड बन जाए तो नुकसान जरूर है*
*पहले धर्म का मतलब समझ लेना चाहिए*
Dharm Eeshwar Nindak please Paakistaan chale Bhoomandalam Sarshapaayati yasya moordhni.bhaagavatji..Moorkh Maanav Paakistaan Chalo
Aap log samaj ko jagruk karte rahiy hum aapke sath hai jai vigyan 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
बहुत ही प्यारी बातें मिनी मेरे जीवन में पहली बार सुनि
तथागत बुद्ध ने भी कहा ईश्वर जैसे व्यर्थ प्रश्न पर बात नहीं करनी चाहिए
ह बौद्ध को तो शंकाराचार्य ने वाद प्रतिवाद मे हराया था ओर कहा था ईश्वर है।
ओर बौद्ध का अंतिम हेतु था सुख जोकी उसे मोक्ष कहा जाता है। लेकिन वो मोक्ष उन्होने मरने के बाद कहा ओर शंकराचार्यने ने मरने के पहले ही मोक्ष मिल सकता है यह बताया।
ये भी पढो।
I love you sir, Jai bhim 💙💙💙💙💙💙💙💙
बात शब्दश: सत्य है।
Fantastic
Very nice sir 🙏
Mujhe is video se ye sikhne ko mila ko bina attack kiye, bina dharm par ungli uthaye bhi apni baat rakhi ka Sakti hai
मेरी नजर में स्वमोहन भी एक अधविस्वास हैं । इस स्पेस में आत्मा ईस्वर भूत चमत्कार और स्वमोहन कभी भी होता ही नहीं हैं ।
Me BHI Kisi bhagwan ko Nahi manta Nahin hi koi alokik Shakti he koi bhiandhandh vishwas Nahi manta mere vicharo purntya baigyanik he
Very nice 👌👌👍
Very nice.
Nice ,sir
I salute you sir
Very nice
Jis Dharm Mai jatiwad chhuwachhut uch Nich aur bhed bhawan hai vo Dharm kaise ho Sakta hai
sabse pahele rational andha biswas hin pakhandabad birodhi Buddha hote the unki charcha karna bahut jaruri ha
Sir aapne kewal hindu dharam me hi andh viswas dekha he ya muslim r ishayi dharam me b dekha yadi dekha to kya kabhi ishayi ya muslim andhvishvaas par koi program kiya
Mere ko Andra Sharda samiti me kam karna hai kuch jankari mil sakti hai kya
Dr ram prasad
Your work is great sir
I also want to do such type of work
Could you guide and help me sir
Jai sri ram..jai bageswar dham...🙏🙏
Jay bheem
Sir agar ap ne smadhi me ja kar koi prairie ki hai
Agar koi humpar jhoote arop lagye jadutona ke to kya kare
I think the incident of throwing water happened with Guru Nanak as well
बौद्ध धर्म में करुणा का विशेस स्थान है बिना करुणा के मानव मानव नहीं है
जय अंनिस
Sir hum kaise Jude iss samiti se
Sir iss samiti se kaise jude
श्रीमान् जी.. जिसे आपने प्रेम कहा... भावना कहा.. जिसे आपने आत्मीयता कहा... जिसे आपने मिलने की प्रसन्नता कहा... उसी की सनातनता ही भगवान् है...
इस सनातनता की सनातन अनुभूति जिस किसी वस्तु व्यक्ति क्रीया से अनुभूत हो जाय, यानि होने लगे, यानि प्रकट होने लगती है... प्रांणी यानि मनुष्य स्वाभाविक रूप से ही उसे प्रेम से प्रेम के कारण प्रेम से पकड़ लेता है....क्योंकि वह उसके प्रेम का श्रोत होता है..
हाँ ये एक अलग बात है कि.., श्रोत यदि स्वयं परम चेतन यानि प्रेमी है.. वह अपने प्रेमास्पद को स्वयं की वजाय यानि श्रोत की वजाय.. तत्व यानि प्रेम पकड़ाने का प्रयास करता है.. पकड़ा देता है..
इसलिए, जिसे आप अंधविश्वास कहते हैं... वह अंधविश्वास नहीं, मनुष्य की अपनी वस्तु व्यक्ति क्रीया के प्रति प्रेम है... प्रेम दुःख को भी सहर्ष स्वीकार लेता है.. यही तो प्रेम की विशेषता है.. यदि कोई सच्चा प्रेमी ऐसे प्रेमी को मिल जाय तो वह उसका भाव बदले बिना ही वह क्रिया बदल देता है..जिससे उसे कष्ट हो रहा होता है... अथवा क्रिया बदले बिना ही भाव बदल देता है..
अतः किसी भी व्यक्ति की.. क्रिया अथवा भाव को छुड़ाये बिना ही... उसके कष्टकारी क्रिया अथवा भाव को छुड़ाना ही.. गुरुत्व है... गुरुता है....
अतः आप पंडितों पुरोहितों की बात ना करें... अभी आपका पाला किसी पंडित पुरोहित से नहीं पड़ा है.. सिर्फ पाखंडीयों से पड़ा होगा.. जिन्हें आपने ही पंडित पुरोहित समझने की भूल की... अतः अपनी भूल को पंडितों पर थोपना आपकी कहां की बुद्धिमानी है...?
लगता है आपका अपना ही कोई तर्क शास्त्र है..
धन्यवाद
पंडित पुष्पेंन्द्र शर्मा सोनीपत
🌹 🙏 🌹 🙏 🌹 🙏 🌹 🙏 🌹
आप इनको आह्वाहन दीजिये ,और अपने तर्क शक्ति से परास्त कर दिखाये।समाज के सामने इनका मुँह बन्द कर दिखाइए।
इस संस्था से जुड़ने के लिए क्या करें
ARS BHAI HINDOSTAN ME KITNE LOG BHART KO TORNE KI BAT KARTE HAI AP KITNE PAISE DARM ME DETE HAI
Syammanvji Namskar Bed me likhi bate saty hai y Nahi.
MAI AP SE POOSHTA PARMATAMA KO AP PAKHAD MANTE HO
Ap LOGO KO DHARM GUMRAH KAR RAHE HO
Good
अंधश्रद्धा वालो को नम्र विनंती हैं कि फादर रा रा रा करते हैं कोणसा मंत्र हैं. वहा जाके ग्यान और जागृती करेंगे तो अच्छा हैं. मगर वहा क्यू नही जाते हैं जाते हैं तो दुनिया के सामने बात रखो. पीर बाबा के यहा बी अंधश्रद्धा होती हैं.
आप लोग वहा गये हैं क्या.
Sare dharm acha hai bhagaton or samjhane ballon ki kami hai
Sir, I love you
अंधविश्वास के प्रसारक अंबेडकर थी
Our hamara harrasment kare to kya kare
TUMNE KABHICHARCH KO KABHI MOULBION KO TARGET KIA HSI AP HAM KO ESKA JABAB DEN
pr ab padri aur me andh vishvas nhi h aapke najro me. aap ne aaj tk inke khilaf 1 bhi saboot nhi diya h...yani bat funding ki h..
ये सावरकर को मानता है लेकिन अंधविश्वास पर सही कहा
Navneet Anand ye Savarkar ko nahi Mamata he is buddist
@@ujwalamohod4761 मैंने इनकी एक वीडियो देखी थी जिसमें ये सावरकर की तारीफ कर रहे थे
Navneet Anand sarvarkar andvasi nahi thy
@@ujwalamohod4761 पूरा संघ ही अंधविश्वास पर आधारित है।
Dharm Eeshwar Nindak please Paakistaan chale .Bhoomandalam. Sarshapaayati yasya Moordhni . ! Bhaagavatjioorkh Maanav Paakistaan Chalo
Andhavisawas pakhand hatav desh bachav jai vigyan
श्रद्धा और शब्द प्रमाण में क्या फर्क है? कृपया क्लियर करें
श्रद्धा किस पर रखे यह हम अपने अनुभव के नुसार तय कर सकते हैं, लेकीन शब्द प्रामाण्य माने तो वही श्रद्धा किसपर रखे ये दुसरा और तय करता है
kisi samiti ka admi agar savarn Hai to vo dharma pakhand ke khilaf bolega par mitana nahi chahega, kyoki unki samridhdhi mehnat se nahi manuvadi pakhand se ayi hai
Dharm Ko jano tab hi Mano Andh vishwasi mat Bano Dharm ke trko Ko samjho tab nirnye lo Andh srdhda se bacho
Muje koi prakop ni hua aj tk..qk mai aisi baton ko manta hi ni..😄😄
Sansar Ka Vikas hua hai Bo BHI vignan se.sansar ne kisine Nahi banaya hai.lord Buddha.confirm
AP NASTEK HO
Jaha darbar lagata hai....vaha jao aur vaha proof Kar ke dikhao ki ye andh shradhha hai....Yaha bhashan zadne se kuchh nhi
Bharat se andhsraddha khatm hogi tab Bharat Japan Kaisa banega confirm hai
q ki bhaltu tiem hai yha chin walo ko daykhy ise liya progars hai
AAP Shaashvat Shaastra nahi padhe . atah Shaastrake And he ho. Atah Bhaarat se AAP kaa nirmoolan karane par Bhaarat piornatah samraddha hogaa.. Bhoomandalam Sarshapaayati yasya Moordhni! Shree Bhaagavatji. Moorkh Maanava Paakistaan chalo
Only nautanki , nothing else
बकवास है तुम्हारी बाते , किसी की बीमारी अगर श्रद्धा से संबंधित है। तो उसी पर बात करो।।।
अगर आपमे दम है , तो सायन मे दशरथ पवार , गगनगिरी महाराज बिल्डिंग , ट्रान्झिट कॅम्प ,सायन पूर्व , मुंबई , इसका धंदा बंद करा दो , खुले आम काली माँ का दरबार बनाता है , दरबार मे जाणे का सौ रुपया खुले आम लेता है , काम करणें का लाख देढ लाख अलग , एक बार जेल जाके आया है , लोकल पुलीस के साथ उसका प्रेम संबंध है ( समज जाओ ) ये दशरथ पवार का दुकान बंद करो , ये भाषण देना बंद करो
सबसे बड़े पाखंडी तो हमें आप ही लग रहे हैं जमीन पर ऐसा कुछ नहीं होता जैसा कि आप बताते हैं लोग अपना काम करते हैं यदि हर काम में बाधा पैदा करता है तो लोग धर्म को किनारे कर देते हैं और अपना काम पहले कर लेते हैं आज यही होता है बस आपकी मंशा क्या है वह बताइए अपनी मंशा असली मंशा बताइए आप क्या करना चाह रहे हैं
आपके बस की बात नहीं है
पहले इनके ब्याख्यान को ध्यान से सुनिए।
Ye fhaltu ka bat karte hai hindu ka ye sanshakar nahi hai