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गुरु जी मेरा एक प्रश्न हैं की हमारा धर्म ग्रंथ हमें अधात्यम के तरफ ले जाते हैं।पर हम दुष्ट लोगो को धर्म की रह में कैसे चलने पर मार्ग दर्शन दे। हम लोग धर्म ग्रंथ का अध्यन कर के उसे सुरक्षा प्रदान नहीं कर सकते तो इस विद्या का क्या लाभ। दुष्ट प्रबिती के लोग तो हमेशा इन ग्रंथो का नाश करते आ रहे है। कृपया मा्गदर्शन दे।🙏
मैं भी जन्म-जाति से शूद्र हुआ हूँ, मैं भी यही सारी बातें अपने समाज के भाइयों को बताता रहा हूँ पर वो मेरी इन बातों को सदैव दरकिनार कर देते रहे हैं, आज आपके इस सत्र के बाद मैं समझ गया कि पात्रता महत्वपूर्ण है अभी उन्मे वो पात्रता। नहीं आयी की मेरी आपकी ये बातों को समझ सके, पर मैं हमेशा प्रयासरत रहूँगा।
आचार्य जी मुझे हमेशा एक छटपटाहट रहती थी कि हमारे धर्म ग्रंथों को वैज्ञानिक तरीके से प्रस्तुत न कर पाने से हमारे युवा अपने धर्म से दूर होते जा रहे हैं। आप जो कर रहे हैं इससे हमारे युवा अपने धर्म से जुड़ेंगे।
वेदांत के सामने मनुस्मृति दो कौड़ी का किताब मात्र है। मनुस्मृति का कुछ हिस्सा पढ़ा मैंने और अब लगता है कि वेदांत के सामने तो मनुस्मृति 1 कौड़ी का भी नहीं है।
सर दिल जीत लिए,आजकल ऐसा ही पढ़े लिखे लोगों को आगे आने की जरूरत है,और हिन्दू धर्म में उपलब्ध सभी कुरुतियों को दूर करने की जरूरत है।आपका हर एक वचन सत्य है।जाती के आधार पर भेदभाव बन्द करनी चाहिए।
Saare ved Upanishads internet pe available hain, in less than a mobile recharge amount, how many are reading it, don't spread nonsense about shudras not allowed to read it,
नींद, आलस्य और वासना यह तामसिक सुख है ( पवित्र गीता अध्याय 18 उपसंहार) गीता उपदेश किसी जाति विशेष के लिए नहीं अपितु समस्त इंसानियत के लिए हैं। अपनी अंतरात्मा से " सुख " और शांति के अन्तर को जो समझ लेता है वही पारमार्थिक ज्ञानी होता है, और वही " सनातन धर्म " या Deen को bhali भांति जानता है। हर युग में, भिन्न भिन्न भाषाओं में हर ईश्वर के अवतार ने सिर्फ और सिर्फ एक ही धर्म उतारा है हमेशा हमेशा के लिये। There is no second " धर्म " at all----- काश समझ पाते!!!😭😭😭😭
जब इतनी बड़ी मात्रा में ज्ञान उपलब्ध है वेदों के अंदर तो सब को सीखने में क्या दिक्कत होती थी पंडितों को, कोई मुर्ख हो या समझदार क्या फर्क़ पड़ता है जिसको कुछ सीखना होता सीख लेता, चाहे sudhr हो या स्त्री , लेकिन शिक्षा से दूर रखना ही मुख्य उदेश्य था दलितों को, लेकिन अब दूर नहीं होगे,
दुनिया में लोग कई तरह के होते हैं जो कुछ न कुछ पाना चाहते या कुछ होना चाहते हैं लेकिन आपने तो सबकुछ पाके भी कुछ लिया ही नही सिर्फ देने के शिवाय। धन्य हैं आप, धन्य है आपका ग्यान, धन्य है सनातन संस्कृति। आप जैसे महापुरूषों के मुखारविन्द से सनातन संस्कृति का प्राकट्य जब- जब मैं सुनता हूँ तब -तब मुझे गर्व होता है अपने सनातन धर्म पर।
महराज आपके चरणों मेरा शत शत नमन। श्रीमान, आज हिन्दू धर्म के पाखंडी बाबाओ ने भी इस धर्म को नीचे ले जाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। इसलिए लोग धर्म परिवर्तन की ओर अग्रसर हो रहे हैं। कृपया अपने प्रवचनो के माध्यम से सबका उद्दार करे।
मैं हमेशा मनुस्मृति को हवाला देकर अपने हिंदू भाइयों से बहस में जीत जाता था। मगर वो मेरी हार थी,ये बात मुझे आज और आपसे जानकर मालूम हुआ।आपको कोटि कोटि नमन।🙏🙏
आचार्य जी, आपने सत्य और प्रामाणिक बातें कही। सनातन वो धूरी है ,जिसके चारों तरफ हर पंथ और मजहब चक्कर लगाती है। सनातन सर्वभोम धर्म है।एक साधे सब सधे। आपको कोटि कोटि नमन 🙏🙏
यदि ऐसा है तो मनुस्मृति की सार्वजनिक निन्दा की जानी चाहिए ओर सार्वजनिक तौर से इसे त्याग देना चाहिए ओर ये धार्मिक आदेश दिया जाना चाहिए कि जो वर्ण व्यवस्था को मानेगा उसे हिन्दू धर्म से निष्कासित किया जाएगा।
सर, सही पथ दिखा रहे हैं कुछ सामाजिक पथभ्रथ लोगों को जिसके जुबान पर हमेशा जाति ही रहता है कि तुम की जाति के हो और वो किस जाति के। पर जमीनी स्तर पर स्तिथि बदली नहीं है।
My religion is Islam and i know all my Aiyat, surah..... And i m following Acharya ji for last 1 year and i can easily say that all the holy book(Quran, puran, etc..)are indicate only one thing that ' God is One ☝'people try to love with people without any caste Or discrimination... Thank you guruji to share the thoughts of puran,🙏🌹🌷😊...
Bro don't say about Kuran it's not say about God is one it says that only Allah exit so don't try to be smart all knows reality....... And Acharya ji is taking about Vedas not puran
People who haven't accomplished anything on their own try to find pride in things like their caste, religion and nationality etc. "Bhai berojgar hu toh kya hua pakistanion se toh acha hi hu"
सादर प्रणाम गुरुजी। आज आपके द्वारा कहीं गई सारी बातें सुनकर मैं बहुत प्रसन्न हुआ।आपने शुद्र कौन ईस बारेमे जो गहरी बात की ये मेरे मनकी बात की है। आप गुरुजी ये सत्संग चर्चा को सारे भारत में खुब बड़े स्तर पर प्रसारित करके शुद्रोके प्रतिका जो अत्याचार बढ़ रहे हैं उसे कम करनेमे आपका योगदान दे ये मेरी भावपूर्ण प्रार्थना है।
गुरूदेव आपने जो बताया कि चेतना का सतर ही तय करता है हम कौन है, जेसे अजकल की पढाई तय करती है कि आप कौनसी नौकरी के लायक हैं, आप चपरासी बनेंगे या अफसर, ये भी तो आज की शिक्षा नीती ही तय करती है। यहाँ भी सब अपनी चेतना के हिसाब से ही मेसेज डालेंगे।
main aapke vicharo se bhut sahmat hu pahle aadhi cheeje samjh se aati thi jab se apki video dekhne laga hu bhut kuch samh main aa rha hai ....ab mere pass or jyada answer hote hai dushto k liye
नमन आचार्य जी आपके द्वरा ज्ञान का विश्लेषण असाधारण है , मेने श्री रमण महर्षि जैसे आत्म ज्ञान लाभ किये महान पुरुषो को थोड़ा बोहत पड़ा है , लेकिन आपके ज्ञान के दृष्टि , बृत्ति से में ऊंचे आवाज़ में कह सकता हु आप भी उन आत्म ज्ञानी महापुरुषों में से एक हो । और इस वेदान्त का स्पष्टीकरण भी जो किया इस क्लास में असाधारण था , कहा भी जाता है " खुद को जाने बिना खुदा को नही जान सकते आत्मा को जाने बिना परमात्मा को भी नही जान सकते " " ॐ शांति "
आचार्य जी, ये सामाजिक नहीं धार्मिक विकृति है। क्योंकि धर्म की आड़ में ही धर्म के ठेकेदारों ने इसका समाजीकरण किया है। इसलिए डाक्टर अंबेडकर जैसे विद्वान को मजबूरी में धर्म छोड़ना पड़ा।
Reality yahi ha bhai, Sb log suru me shudra hi paida hote ha. Brahmano me bhi har bache ko shudra hi mana jata ha, Fir alag alag time par uske alag alag sanskar kiye jaate ha jaise namkaran sanskar, mundan sanskar, yagyopaveet sanskar ,vivah sanskar etc. Or jb tak yagyopaveet sanskar karke janeu nahi pahanta ha bacha tb tak use brahman nahi mana jata ha. Or janeu pahanne ke baad bhi bohot se rule follow karne hote ha. Jaise maa-baap, guru or pitro ka samman, kisi bhi tarah ki nashebaji se doori, saaf safai rakhna , roj snaan-dhyan karna etc. Inhi sb kathin rules ki wajah se maine apni shadi ke time ke alawa kabhi bhi janeu nahi pahni ha aaj tak jbki mera yagopaveet sanskar ki saal pahle hi ho chuka ha.
I am 100 percentage agree with the fact of Acharya ji that you will understand other religious scriptures better after having knowledge of vedanta. Thanks soooooo much sir.
मानवता को सही दिशा में ले जाना ही , धर्म की असली शिक्षा है,,, आज लोग गलत दिशा में हैं , उन्हें वेद की समझ नहीं है, इसलिए जो भी वे बोलते हैं ,सब एक दूसरे के ठोकर के कारण होते है ।👍👍
सत्य वचन आचार्य जी कहें हैं की वेदांत को पढ़ने के बाद ही सत्य को जान सकते हो इसलिए वेदांत पुस्तक सभी धर्मों के लोगों को पढ़ने चाहिए तभी इस मानव जाति का उत्थान संभव होगा आचार्य जी के चरणों में कोटि कोटि प्रणाम है मेरा 🙏🙏🙏🙏🙏
Phle mujhe ek hindu hone pr proud feel hota tha.. Fir kuch dino se mujhe jai shri Ram aur Jai bheem jaise naare sunayi dene lge.. Kyuki mai nichle Cast se hu to maine iske bare me Jaanne ki koshish ki fir mujhe pta chla ki ye dono hi log ek dusre ko galiya dete h... Fir mujhe bhi lga ki aisa Hindu hone se kya fayda jb hmare dhrm me hi kuch log gyani bne baithe h aur mansik roop se aaj bhi shudro ko achhoot mante h ek hate si ho gyi thi apne hi dhrm se.. Pr Achary ji ki baate sunke kuch shanti mili.. Lekin saamna to hme smaaj se hi krna pdta h..
Pehle to me ye bata deta hu ki me ek dalit family se hu ok bhai samaj me har prakar ke log rahte hai sabki apni apni manyata te manyataye hoti hai aur hamara desh par 250 sal muslim.akranta aur 250 sal angrejo ka bhi sashan raha usme bhi hamari vyavsyha ko kshti pahuchayi hai aur kuch grantho me bhi milawat ki hai ok aise kai karan hai bhai aur kuch brahman bhi galat the man lete hai lekin is sab chiz azadi ke bad jo sudhar karna chahiye tha wo ham nahi kar paye hai ok isliye bhai koi kisi ko chhota samaj raha hai jati ke base pe wo khud chhoti soch wala manushya hai ye darshata hai usko dharm ke bare me kuch pata nahi ok ye jatiwad samajik samsya hai jisko dHarmik jama pehnane ki kosish ki ja rahi hai ok bhai waise aap samajdar ho fir bhi kuch puchhna chaho to puchh sakte ho ok bhai jayhind
Aapne kaha aap nichli cast se ho...Yahi aapki samsya hai...Jab tK aap khud ye maante ho to doosre aapko kya maanenge...Khud ko uncha samjho tabhi uncha uthoge bhai...Aur aapko saamna samaaj se nahin khud se karna hai pehle....
Apko hindu banne ki jarurat ni h bhai ap sanatani hi mai vi hu mujhe garv ap ved pado hindu hindu bolne se koi hindu ni hota jab tak uske andr hinutwa na jage pakhnd karte h sab
विदेशी हमसे आगे निकल जाते हैं क्योंकि वे एकता में विश्वास करते थे और विज्ञान या अन्य क्षेत्रों में रुचि रखने वाले हर व्यक्ति को अवसर देते थे। जबकि भारत हर चीज का शुद्धतम ज्ञान होने के बावजूद सिर्फ इस असमानता के कारण पिछड़ गया, जिससे प्रतिभा बर्बाद हो गई क्योंकि लोगों को वेदांत सीखने का अवसर नहीं मिला। इसीलिए हम बाहरी शासकों के गुलाम बन जाते हैं।
आचार्य जी आपने सत्य को बहुत ही बढ़िया ढंग से परिभाषित किया। मुझे समझ में आ रहा है। वेदांता नहीं पढ़ने के कारण आज समाज अलग अलग हिस्सों में बंट गया। मनु स्मृति जैसे book ने समाज को कई हिस्सों में खंडित करने का काम किया। आज जितने भी धर्म बने हैं उसका मूल कारण है वेदांत को ना पढ कर मनुस्मृति को पढा़ और उसको सनातन धर्म से जोड़ कर देखने लगे और हिंदु धर्म के प्रति घृणा के भाव ने ही अलग अलग धर्म का निर्माण किया।
कभी नहीं सुना ऐसे ज्ञान वर्षा को I मन एकदम रुका जैसा हो गया I आँखों में आसूं भरपूर हो गया. आचार्य जी आप को पाने के लिए हमने कौनसा तप किया ? आपको शत शत प्रणाम I🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Bhai sabhi grantho me yahi likha hai. Bhagwan krishna, bhagwan ram, bhagwan buddha, sant kabir, sant ramananda, shri adi shankar, shril bhaktivinod thakur, guru nanak dev, Shri ram krishna paramhansa, shri raman maharishi, shri dayanand saraswati sabhi ne yhi kaha hai. Agar ham apne mool granth padhe to bhartiya darshan ko ache se samajh sakenge
sRI gURU GRANTH SAHIB: ਗਰਭ ਵਾਸ ਮਹਿ ਕੁਲੁ ਨਹੀ ਜਾਤੀ ॥ ਬ੍ਰਹਮ ਬਿੰਦੁ ਤੇ ਸਭ ਉਤਪਾਤੀ ॥੧॥ ਕਹੁ ਰੇ ਪੰਡਿਤ ਬਾਮਨ ਕਬ ਕੇ ਹੋਏ ॥ ਬਾਮਨ ਕਹਿ ਕਹਿ ਜਨਮੁ ਮਤ ਖੋਏ ॥੧॥ ਰਹਾਉ ॥ ਜੌ ਤੂੰ ਬ੍ਰਾਹਮਣੁ ਬ੍ਰਹਮਣੀ ਜਾਇਆ ॥ ਤਉ ਆਨ ਬਾਟ ਕਾਹੇ ਨਹੀ ਆਇਆ ॥੨॥ ਤੁਮ ਕਤ ਬ੍ਰਾਹਮਣ ਹਮ ਕਤ ਸੂਦ ॥ ਹਮ ਕਤ ਲੋਹੂ ਤੁਮ ਕਤ ਦੂਧ ॥੩॥ ਕਹੁ ਕਬੀਰ ਜੋ ਬ੍ਰਹਮੁ ਬੀਚਾਰੈ ॥ ਸੋ ਬ੍ਰਾਹਮਣੁ ਕਹੀਅਤੁ ਹੈ ਹਮਾਰੈ ॥੪॥੭॥: In the womb, no lineage and caste is known. (One) Brahm is the Source of all ||1|| (Kabeer Sahib questions) since when have you been a Brahmin? Don’t waste your life by continually claiming to be a Brahmin. ||1||Pause|| If you are indeed a Brahmin, born of a Brahmin mother, then why didn’t you come by some other way? ||2|| How is it that you are a Brahmin, and I am of a low caste? Is it that I have blood (in my veins), and you have milk (in your veins)? ||3|| Says Kabeer, one who contemplates the Brahm, is said to be a Brahmin among us. ||4||7|| (sggs 324).
@bundelkhand comedy Bhai kuchh logo ne apne political fayda ke liye agar exploitation kiya to vo galat tha. Lekin kuchh log ka galti sabhi ke muh pe tho do vo got ahi
@मhesh pj Bhai apki bat sahi hai. Political game bana rakha hai ise. Samaj me aj bhi hai asamanta. Par ham ise khatam karne ki or badh rahe hain. Ap isckon, ya arya samaj join kr skte ho. Vaha bhedbhav nahi hai.
गजब का स्पष्टीकरण आपने दिया। आज तक मैं सनातन धर्म का बिरोध ही करता रहा।आज मेरा जन्मदिन दिन है । और मैं बोध धर्म अपनाने वाला हूँ। एक प्रश्न का उत्तर और दे राम ने सूद्र सम्बूक का वध क्यो कर दिया था। जबकि वह तपस्या कर रहा था।
Gurudev ko mera pranam🙏🙏. Andar tak jhakhjhor dene wala vyakhyan diya aaj aapne guru ji. Ye hamare desh ka durbhagya raha hai ki kuchh logo ne apne swarth purti ke liye samaj ko jati ke janjiro me jakar ke rakha aur durbhagya yah hai ki aaj bhi hamare samaj me yah jati vyavastha bani huyi hai. Is mudde par aapne itne aspast rup se apni vyakhyan dekar dil jit liya guruji aapne. Sirf aapko sunne wale sabhi logo in baato ko aml me lake samaj se in vikritiyo ko khatm karne ki ek pahal kare to ek jabardast kranti aa sakti hai. Aapke aaj ke vyakhyan se yah aspast ho gaya guru ji ki aap aur osho gurudev ko chhodkar koi dusra brahman nahi hai sabhi sudra hai bhale hi wo kisi bhi jati ya majhab se belong kare. Bhagwan hamare desh ke logo ko sadbuddhi de taki aapki baatey unke samajh me aaye aur jat pat aur majhab ke bhed bhav se upar uth kar insan insan ko pahchan aur samajh paye. 😢😥😥😨🙏🙏🙏
Guru Ji aapne meri aankhe kholdi, mai andar hi andar sochta tha ki ye Grantha Puran Vedas hum logon ko niche dabane ke liye hain, Guru Ji mai bahut achche se samjh gaya aapki baaton ko, mai jarur Vedanta ko Avsya padhunga, Parantu kuch logon ne iska kuch alag hi matlab nikalkar logon ko aapas mai bant diya, Namaskaram GuruJi🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
एक ही वीडियो में सारे मिथक तोड़ दिए, दुकानदारों के प्रोपेगंडा महल की नींव पर चोट की है। मैं इसी विषय का इंतज़ार कर रहा था। धन्य हो प्रभु। मानवता को आपकी सख्त ज़रूरत है।🙏🙏🙏🙏🙏
प्रणाम आचार्य जी 🙏 पिछले कुछ दिनों से मैं वेदान्त दर्शन ब्रम्हसूत्र का अध्ययन कर रहा हूँ उसमें शूद्र का वर्णन हुआ है मेरे मन में ये सवाल आया शूद्र कौन? तभी याद आया आपका एक वीडियो है । ये वीडियो देखने के बाद समझ आ गया।। 🙏🙏
शत शत नमन आचार्य जी 🙏🙏💞🥀🌷आप ने आज मुझे बहुमूल्य हिरों जवाहरातों से परिचय कराया और बड़े साफ साफ शब्दों में बताया की वेद क्या है और वेदांत क्या है,,,,,और मै आज समाज द्वारा निर्मित शूद्र समुदाय से ही आता हूं और इसी वजह से मेरे मन में इतने पवित्र ग्रंथों के प्रति रोष भाव उत्पन्न हो गया था,,,,,जबिकी अष्टावक्र गीता को पड़ता हूं लेकिन कुछ बाते पकड़ में आती है और कुछ बिल्कुल भी नहीं समझ नहीं आती या ये भी हो सकता है कि मुझे कुछ भी समझ में नहीं आ रहा केवल लग रहा है कि समझ आ रहा है,,,,,,आपको मेरे हृदय और मन ने गुरु मान के हृदय में तिष्ठित कर लिया है ,,,,, मैं आपके सानिध्य आके वेद शिक्षा ग्रहड़ करना चाहता हूं😔🌷🌄💐,,,,,एक बार पुनः कोटि कोटि धन्यवाद नजर और नजरिया साफ करने के लिए,,,, प्रणाम आचार्य जी🙏🙏💞🌄💐
आदरणीय, आचार्य जी , मेरा सवाल है।सनातन धर्म का प्रचार करने या वेदों को सही ठग से प्रचार प्रसार करने की जिमेदारी किसकी थी या किसकी है ? 2 , शूद्र को हिन्दू धर्म से या वेदों से नफ़रत नहीं है।उदाहरण आज भी शूद्र वर्ग बहुसंख्यक हिन्दू धर्म में हैं। व्रण जो भारत के हिन्दू लोगों में आज भी विद्यमान हैं।ईस बात से नकारा नहीं जा सकता है। ईस भेद भाव को मिटाने की जिमेदारी किस की है। ऐ भेद भाव को किसने फैलाया ओर वर्ण व्यवस्था को कोन लोग बनाये हुये हैं? पहले हमें सुनिश्चित करना होगा? अगर मेरे किसी भी शब्दों से आहत करने का मेरा कोई उद्देश्य नही है। आचार्य जी प्रणाम। शुभ प्रभात। 🙏
आत्मीय भाई ! जो कोई भी वेदांत से अलग हटकर , चेतना के स्तर के आधार पर नहीं ; केवल जन्मजात शरीर के आधार पर व्यक्ति का वर्गीकरण करता हो , अथवा जातीय आधार पर ही व्यक्ति के व्यक्तित्व का मूल्यांकन करने का पक्षधर हो ,...मेरे भाई ! उसका बिल्कुल बहिष्कार किया जाना चाहिए और आप पुरजोर तरीके से कीजिए । सत्य सनातन धर्म आपके साथ खड़ा है। जातीय आधार पर व्यक्ति का वर्गीकरण करने वाले लोगों का ज़माना बीत चुका है। अभी भी समाज में बड़े बड़े झंडूलाल पड़े हुए हैं लेकिन प्रबुद्ध वर्ग के सभ्य समाज के मंच पर इन झंडूलाल की कोई भी औकात नहीं रह गई है।
यही वेद वेदांत और उपनिषदों की शिक्षा है।।।सत्य कहा आचार्य ने।।।चेतना की ऊंचाई ही वर्गीकरण का आधार हो।।।किंतु आज इस वर्गीकरण का कोई आधार और तंत्र न होने के कारण सभी एक ही जाती के हैं।।।और सनातनी हैं।।।।जाती वर्गीकरण का बहिष्कार हो।।।मनुष्य के चरित्र और सामाजिक योगदानों पर उसका सम्मान और पदवी का निर्धारण हो।।।।सभी एक ईश्वर के अंश है।।।भले ही चमक और प्रकाश सबमें अलग अलग क्यों न हों।।।। जय श्री गुरुदेव जी 🌺🙏
गुरु जी ,जिस विषय पर मैं पहले सोचा करता था कि वास्तविक ब्राह्मण कौन है, आज आपने सब कुछ स्पष्ट कर दिया।आप सत्य को बड़ी ही सहजता से बताते हैं और इसका असर मेरे पर इस कदर पड़ रहा है कि मैं हर रोज सीख रहा हूँ औऱ आगे बढ़ रहा हूँ।
घर वालो को क्यो समझाना है।जिसको समझना होगा वो खुद समझ लेगा ,हर किसी को तो ज्ञानी नही बना सकते है।हर कोई एक समय मे आत्मज्ञान प्राप्त नही कर सकता है तो जो करना चाहता है उसए भी क्या दिक्कत है।
@bundelkhand comedy bhai jin log ne galat kiya , mera vishwas h ki unko fal milna chahiye . Magar is ideology ko samjhne ke liye mai aur tum Barbar hi hain .Maine bhi abhi gyan nahi liya magar jigyasa hai .... Ek sachcha Hindu Sanatani kabhi bhed nahi kar sakta aisa mera manna hai.Ham sabko is gyan se hi Bharat ko ekaththa aur mazbut karna Hoga . Dhanywad bhai 🙏
politics is the culprit who have strenghtened caste system first create a problem then give them solution this is the formula of politics to gain votes.
🙏🙏गुरु जी प्रणाम 🙏🙏 बहुत जरूरी है सही पथ समझाने की। परंतु मनुष्य शायद शांति नहीं चाहता। दुनिया को छडयंतर से बचाने की जरूरत है। आप जो काम कर रहे हैं आपने तो अपना जीवन सफल कर लिया।
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जीवन के महत्वपूर्ण प्रश्नों के समाधान हेतु: solutions.acharyaprashant.org
गुरु जी मेरा एक प्रश्न हैं की हमारा धर्म ग्रंथ हमें अधात्यम के तरफ ले जाते हैं।पर हम दुष्ट लोगो को धर्म की रह में कैसे चलने पर मार्ग दर्शन दे।
हम लोग धर्म ग्रंथ का अध्यन कर के उसे सुरक्षा प्रदान नहीं कर सकते तो इस विद्या का क्या लाभ। दुष्ट प्रबिती के लोग तो हमेशा इन ग्रंथो का नाश करते आ रहे है।
कृपया मा्गदर्शन दे।🙏
Aap tilak kyo ni lagate guru ji
""Hr Samashya ka samadhan hun mai bs time mile to pd lena Bharat ka samvidhan hun mai.""..
Kisi sayar n kaha h😀😀
100%sahi bat
@@abhi4Abhishek pp
मैं भी जन्म-जाति से शूद्र हुआ हूँ, मैं भी यही सारी बातें अपने समाज के भाइयों को बताता रहा हूँ पर वो मेरी इन बातों को सदैव दरकिनार कर देते रहे हैं, आज आपके इस सत्र के बाद मैं समझ गया कि पात्रता महत्वपूर्ण है अभी उन्मे वो पात्रता। नहीं आयी की मेरी आपकी ये बातों को समझ सके, पर मैं हमेशा प्रयासरत रहूँगा।
Only bhai chara ..no shudr🙏🙏🙏
आचार्य जी मुझे हमेशा एक छटपटाहट रहती थी कि हमारे धर्म ग्रंथों को वैज्ञानिक तरीके से प्रस्तुत न कर पाने से हमारे युवा अपने धर्म से दूर होते जा रहे हैं। आप जो कर रहे हैं इससे हमारे युवा अपने धर्म से जुड़ेंगे।
धन्यवाद आचार्य जी.. वेदांत को समझाने के लिए🙏🙏🙏💞💞💞
सच्चे ब्राह्मण की जो बातें आपने बताई हैं। ऐसे लोग धरती पर नहीं हैं।
Right🙏
Right
उनको बचाने के लिये तो आचार्य प्रयास कर रहे है
प्रणाम आचार्य जी.
आप साक्षात ब्रम्हग्यांनी हो .
वेदांत के सामने मनुस्मृति दो कौड़ी का किताब मात्र है।
मनुस्मृति का कुछ हिस्सा पढ़ा मैंने और अब लगता है कि वेदांत के सामने तो मनुस्मृति 1 कौड़ी का भी नहीं है।
true
Original padhi? Ya angrejo ne jo badlaav kre foot dalo raaj kro niti k liy wo??
@@deeppasharma6535 original kaha hai kisne anuwad ki hai aur kis prakashn ki hai chlo batao reply dena jarur
भारत की विश्व को अमूल्य देन है आत्मा। जो वेदांत को ठुकरायेगा वह आत्मा से वंचित रह जायेगा।
I'm muslim but I like to listen Acharya G...
Kyoki ye bate kisi religion ke liye nhi hai balki ek behtar insan banane ke liye hai
Keep it up
सर दिल जीत लिए,आजकल ऐसा ही पढ़े लिखे लोगों को आगे आने की जरूरत है,और हिन्दू धर्म में उपलब्ध सभी कुरुतियों को दूर करने की जरूरत है।आपका हर एक वचन सत्य है।जाती के आधार पर भेदभाव बन्द करनी चाहिए।
@@atulnagvanshi477 ek baar dhyan se ye pura video dekh lo agar uske baad bhi kuch nhi seekhe then all the best
Saare ved Upanishads internet pe available hain, in less than a mobile recharge amount, how many are reading it, don't spread nonsense about shudras not allowed to read it,
🎉🎉🎉🎉🎉 sahi bola aspne
@@NatureGod369 आत्म ज्ञान के प्रकाश में अंधे कर्म सब त्याग दो,
निराश हो निर्मम बनो, तपरहित बस युद्ध हो।
नींद, आलस्य और वासना यह तामसिक सुख है ( पवित्र गीता अध्याय 18 उपसंहार) गीता उपदेश किसी जाति विशेष के लिए नहीं अपितु समस्त इंसानियत के लिए हैं। अपनी अंतरात्मा से " सुख " और शांति के अन्तर को जो समझ लेता है वही पारमार्थिक ज्ञानी होता है, और वही " सनातन धर्म " या Deen को bhali भांति जानता है।
हर युग में, भिन्न भिन्न भाषाओं में हर ईश्वर के अवतार ने सिर्फ और सिर्फ एक ही धर्म उतारा है हमेशा हमेशा के लिये। There is no second " धर्म " at all-----
काश समझ पाते!!!😭😭😭😭
🙏🙏🙏
मैं बचपन से ही सोचता रहता था कि मैं धर्मग्रंथों का सही तरीके से न्यायपूर्ण अध्ययन कहाँ से पा सकूँगा
अब मुमकिन लगता है
धन्यवाद सर्!💐🙏
जब इतनी बड़ी मात्रा में ज्ञान उपलब्ध है वेदों के अंदर तो सब को सीखने में क्या दिक्कत होती थी पंडितों को, कोई मुर्ख हो या समझदार क्या फर्क़ पड़ता है जिसको कुछ सीखना होता सीख लेता, चाहे sudhr हो या स्त्री , लेकिन शिक्षा से दूर रखना ही मुख्य उदेश्य था दलितों को, लेकिन अब दूर नहीं होगे,
दुनिया में लोग कई तरह के होते हैं जो कुछ न कुछ पाना चाहते या कुछ होना चाहते हैं लेकिन आपने तो सबकुछ पाके भी कुछ लिया ही नही सिर्फ देने के शिवाय। धन्य हैं आप, धन्य है आपका ग्यान, धन्य है सनातन संस्कृति।
आप जैसे महापुरूषों के मुखारविन्द से सनातन संस्कृति का प्राकट्य जब- जब मैं सुनता हूँ तब -तब मुझे गर्व होता है अपने सनातन धर्म पर।
महराज आपके चरणों मेरा शत शत नमन।
श्रीमान, आज हिन्दू धर्म के पाखंडी बाबाओ
ने भी इस धर्म को नीचे ले जाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। इसलिए लोग धर्म परिवर्तन की ओर अग्रसर हो रहे हैं। कृपया अपने प्रवचनो के माध्यम से सबका उद्दार करे।
मैं हमेशा मनुस्मृति को हवाला देकर अपने हिंदू भाइयों से बहस में जीत जाता था। मगर वो मेरी हार थी,ये बात मुझे आज और आपसे जानकर मालूम हुआ।आपको कोटि कोटि नमन।🙏🙏
आपकी बातें अगर हर भारतीय को समझ आ जाये तो सब मानव एक मित्र की तरह व्यवहार करेंगे
आचार्य जी, आपने सत्य और प्रामाणिक बातें कही। सनातन वो धूरी है ,जिसके चारों तरफ हर पंथ और मजहब चक्कर लगाती है। सनातन सर्वभोम धर्म है।एक साधे सब सधे। आपको कोटि कोटि नमन 🙏🙏
यदि ऐसा है तो मनुस्मृति की सार्वजनिक निन्दा की जानी चाहिए ओर सार्वजनिक तौर से इसे त्याग देना चाहिए ओर ये धार्मिक आदेश दिया जाना चाहिए कि जो वर्ण व्यवस्था को मानेगा उसे हिन्दू धर्म से निष्कासित किया जाएगा।
@@kararamr1 manusmriti main jitne bhi ved virodhi shlok the yani ke bad ke milwat or contradiction unhe hatay gay or vishudh manurmrti thi
आपको सुनकर बहुत आनंद और संतोष हुआ,आपकी बातों की गहराई को समझना आसान नहीं है। आपको हृदय से नमन 🙏🙏
सर, सही पथ दिखा रहे हैं कुछ सामाजिक पथभ्रथ लोगों को जिसके जुबान पर हमेशा जाति ही रहता है कि तुम की जाति के हो और वो किस जाति के। पर जमीनी स्तर पर स्तिथि बदली नहीं है।
Bhai ham yuva log ko age ake apni sanskriti aur logo ko jagana hoga.
सत्य सनातन धर्म की जय 🙏🚩
सच्चे ब्राह्मण हमेशा २-४ प्रतिशत ही होते हैं, न ही सबमें ब्राह्मण होने की छ मता होती है। आज व्यक्ति केवल रोजगार के लिए पढ़ता है।।
सही कहा,
सत्य है
Vo bhi hai☹️
बुद्धम शरणं गच्छामि।
बुद्धा इस ग्रेट
बुद्ध तो कहता है आत्मा नहीं है 😅
My religion is Islam and i know all my Aiyat, surah..... And i m following Acharya ji for last 1 year and i can easily say that all the holy book(Quran, puran, etc..)are indicate only one thing that ' God is One ☝'people try to love with people without any caste Or discrimination... Thank you guruji to share the thoughts of puran,🙏🌹🌷😊...
Bro don't say about Kuran it's not say about God is one it says that only Allah exit so don't try to be smart all knows reality.......
And Acharya ji is taking about Vedas not puran
I am very happy for you, dear, kyunki aap Muslim hoke bhi dusare dharm ko respect dete ho🙏🙏🙏
Please don't cut cow
People who haven't accomplished anything on their own try to find pride in things like their caste, religion and nationality etc. "Bhai berojgar hu toh kya hua pakistanion se toh acha hi hu"
असहमत हूँ आपसे।
शूद्र वहीं जिसकी सोच छोटी है, जिसके मन में दूसरों के लिए दूरभावना है,
लेकिन ये बात ब्राह्मण नही मानेंगे
मै आपकी बात से 100% सहमत हूं, ये बात सभी को में बताता आ रहा हूं।
सादर प्रणाम गुरुजी। आज आपके द्वारा कहीं गई सारी बातें सुनकर मैं बहुत प्रसन्न हुआ।आपने शुद्र कौन ईस बारेमे जो गहरी बात की ये मेरे मनकी बात की है। आप गुरुजी ये सत्संग चर्चा को सारे भारत में खुब बड़े स्तर पर प्रसारित करके शुद्रोके प्रतिका जो अत्याचार बढ़ रहे हैं उसे कम करनेमे आपका योगदान दे ये मेरी भावपूर्ण प्रार्थना है।
सनातन धर्म वैदिक धर्म है! उसके केंद्र में वेद हैं।
आचार्य प्रशांत
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Humne ved nhi pdhe jakir Naik bhi khte ha ved hi Hindu dhram ki phchan ha
Dhanyawad aapne sabhi ko satya ka rashta dikha diya ❤❤❤
जाति मापने का सबसे अच्छा तरीका है व्यक्ति के चेतना का स्तर देखा जाए।।🙏
Chetna to baba sahab ki sabse jyada chetna thi fir baba sahab ke bare me logo ko kyu nahi bataya haya.
@@rameshchandrapipliya8260 unka dusprchar ambedkarbadi hi sbse jyada krte h .
@@ujjwalyadav3783 shi kha
गुरूदेव आपने जो बताया कि चेतना का सतर ही तय करता है हम कौन है, जेसे अजकल की पढाई तय करती है कि आप कौनसी नौकरी के लायक हैं, आप चपरासी बनेंगे या अफसर, ये भी तो आज की शिक्षा नीती ही तय करती है।
यहाँ भी सब अपनी चेतना के हिसाब से ही मेसेज डालेंगे।
main aapke vicharo se bhut sahmat hu pahle aadhi cheeje samjh se aati thi jab se apki video dekhne laga hu bhut kuch samh main aa rha hai ....ab mere pass or jyada answer hote hai dushto k liye
नमन आचार्य जी
आपके द्वरा ज्ञान का विश्लेषण असाधारण है ,
मेने श्री रमण महर्षि जैसे आत्म ज्ञान लाभ किये महान पुरुषो को थोड़ा बोहत पड़ा है ,
लेकिन आपके ज्ञान के दृष्टि , बृत्ति से
में ऊंचे आवाज़ में कह सकता हु
आप भी उन आत्म ज्ञानी महापुरुषों में से एक हो ।
और इस वेदान्त का स्पष्टीकरण भी जो किया इस क्लास में असाधारण था ,
कहा भी जाता है
" खुद को जाने बिना खुदा को नही जान सकते
आत्मा को जाने बिना परमात्मा को भी नही जान सकते "
" ॐ शांति "
पहली बार आचार्य प्रशान्तजी की शुद्र और ब्राह्मण की व्याख्या सुनकर अन्तर्मन आत्मविभोर हुआ। सादर वन्दन।
आज मुझे अपने कई सवालो के जबाब मिल गए 🙏आप जैसे गुरू को पाकर हम सब धन्य हो गए। आप अत्यंत ज्ञानी हो आचार्य जी 🙏
आचार्य जी, ये सामाजिक नहीं धार्मिक विकृति है। क्योंकि धर्म की आड़ में ही धर्म के ठेकेदारों ने इसका समाजीकरण किया है। इसलिए डाक्टर अंबेडकर जैसे विद्वान को मजबूरी में धर्म छोड़ना पड़ा।
Hindu ved & geeta padho...... Insan ko mtt suno...... Tb smjh ayga hindu
Shi kha apne
गुरुजी आपके हिसाब से फिर ना तो कोई ब्राह्मण है ना कोई शूद्र या फिर हर जातियों में ब्राह्मण हैं और शूद्र हैं।
बिल्कुल सत्य
To ye संविधान से पूछो उसने जातियां kyu banai
श्री मान महोदय जी जाति संविधान ने नही बनाया है ।
इंसान को जाति में बाटने का काम मनुस्मृति की है।
@@siddharthatechnicalgyan7458manusmruti me milawat hai
Reality yahi ha bhai,
Sb log suru me shudra hi paida hote ha.
Brahmano me bhi har bache ko shudra hi mana jata ha,
Fir alag alag time par uske alag alag sanskar kiye jaate ha jaise namkaran sanskar, mundan sanskar, yagyopaveet sanskar ,vivah sanskar etc.
Or jb tak yagyopaveet sanskar karke janeu nahi pahanta ha bacha tb tak use brahman nahi mana jata ha.
Or janeu pahanne ke baad bhi bohot se rule follow karne hote ha. Jaise maa-baap, guru or pitro ka samman, kisi bhi tarah ki nashebaji se doori, saaf safai rakhna , roj snaan-dhyan karna etc.
Inhi sb kathin rules ki wajah se maine apni shadi ke time ke alawa kabhi bhi janeu nahi pahni ha aaj tak jbki mera yagopaveet sanskar ki saal pahle hi ho chuka ha.
I am 100 percentage agree with the fact of Acharya ji that you will understand other religious scriptures better after having knowledge of vedanta. Thanks soooooo much sir.
मानवता को सही दिशा में ले जाना ही , धर्म की असली शिक्षा है,,, आज लोग गलत दिशा में हैं , उन्हें वेद की समझ नहीं है, इसलिए जो भी वे बोलते हैं ,सब एक दूसरे के ठोकर के कारण होते है ।👍👍
आचार्य जी BR Ambedkar ji के विचारो पर क्या कहेंगे
सत्य वचन आचार्य जी कहें हैं की वेदांत को पढ़ने के बाद ही सत्य को जान सकते हो इसलिए वेदांत पुस्तक सभी धर्मों के लोगों को पढ़ने चाहिए तभी इस मानव जाति का उत्थान संभव होगा आचार्य जी के चरणों में कोटि कोटि प्रणाम है मेरा 🙏🙏🙏🙏🙏
मुक्ति की कामना ही न होना क्षुद्रता है....वाह आचार्य जी शत-प्रतिशत सत्य कहा आपने.....🙏🙏🙏
आचार्य जी के लिए केवल दो शब्द : श्रेष्ठ ज्ञानी
Phle mujhe ek hindu hone pr proud feel hota tha.. Fir kuch dino se mujhe jai shri Ram aur Jai bheem jaise naare sunayi dene lge.. Kyuki mai nichle Cast se hu to maine iske bare me Jaanne ki koshish ki fir mujhe pta chla ki ye dono hi log ek dusre ko galiya dete h... Fir mujhe bhi lga ki aisa Hindu hone se kya fayda jb hmare dhrm me hi kuch log gyani bne baithe h aur mansik roop se aaj bhi shudro ko achhoot mante h ek hate si ho gyi thi apne hi dhrm se.. Pr Achary ji ki baate sunke kuch shanti mili.. Lekin saamna to hme smaaj se hi krna pdta h..
Pehle to me ye bata deta hu ki me ek dalit family se hu ok bhai samaj me har prakar ke log rahte hai sabki apni apni manyata te manyataye hoti hai aur hamara desh par 250 sal muslim.akranta aur 250 sal angrejo ka bhi sashan raha usme bhi hamari vyavsyha ko kshti pahuchayi hai aur kuch grantho me bhi milawat ki hai ok aise kai karan hai bhai aur kuch brahman bhi galat the man lete hai lekin is sab chiz azadi ke bad jo sudhar karna chahiye tha wo ham nahi kar paye hai ok isliye bhai koi kisi ko chhota samaj raha hai jati ke base pe wo khud chhoti soch wala manushya hai ye darshata hai usko dharm ke bare me kuch pata nahi ok ye jatiwad samajik samsya hai jisko dHarmik jama pehnane ki kosish ki ja rahi hai ok bhai waise aap samajdar ho fir bhi kuch puchhna chaho to puchh sakte ho ok bhai jayhind
Aapne kaha aap nichli cast se ho...Yahi aapki samsya hai...Jab tK aap khud ye maante ho to doosre aapko kya maanenge...Khud ko uncha samjho tabhi uncha uthoge bhai...Aur aapko saamna samaaj se nahin khud se karna hai pehle....
40:03 वेदांतों को आप अपनी वेबसाइट पर भी रखें 🔥 तो ज्यादा सहायता होगी ।🙏
Bhai unke site pe jaiye wo free me delivery kar denge
आपके विडीयो का बहुत सकारात्मक असर समाज और देश में हो रहा है देश को आप जैसे लोगों कि बहुत जरूरत है।
यही बात अगर ब्राम्हणो को समझ में आ जाती। हमारे साथ भेदभाव छुआ छूत न करता। और हम सभी हिन्दू होते।
5% logo par kyu dependent hona
Khud aap Brahman ho else samjho
Apko hindu banne ki jarurat ni h bhai ap sanatani hi mai vi hu mujhe garv ap ved pado hindu hindu bolne se koi hindu ni hota jab tak uske andr hinutwa na jage pakhnd karte h sab
विदेशी हमसे आगे निकल जाते हैं क्योंकि वे एकता में विश्वास करते थे और विज्ञान या अन्य क्षेत्रों में रुचि रखने वाले हर व्यक्ति को अवसर देते थे।
जबकि भारत हर चीज का शुद्धतम ज्ञान होने के बावजूद सिर्फ इस असमानता के कारण पिछड़ गया, जिससे प्रतिभा बर्बाद हो गई क्योंकि लोगों को वेदांत सीखने का अवसर नहीं मिला। इसीलिए हम बाहरी शासकों के गुलाम बन जाते हैं।
Sahi baat hai
आचार्य जी आपने सत्य को बहुत ही बढ़िया ढंग से परिभाषित किया। मुझे समझ में आ रहा है। वेदांता नहीं पढ़ने के कारण आज समाज अलग अलग हिस्सों में बंट गया। मनु स्मृति जैसे book ने समाज को कई हिस्सों में खंडित करने का काम किया। आज जितने भी धर्म बने हैं उसका मूल कारण है वेदांत को ना पढ कर मनुस्मृति को पढा़ और उसको सनातन धर्म से जोड़ कर देखने लगे और हिंदु धर्म के प्रति घृणा के भाव ने ही अलग अलग धर्म का निर्माण किया।
कभी नहीं सुना ऐसे ज्ञान वर्षा को I मन एकदम रुका जैसा हो गया I आँखों में आसूं भरपूर हो गया. आचार्य जी आप को पाने के लिए हमने कौनसा तप किया ? आपको शत शत प्रणाम I🙏🙏🙏🙏🙏🙏
वेदांत ही सब समस्याओं का समाधान है।
समानता और मानवता ही सबसे बड़ा धर्म है
Waah kya baat hai ❤❤
As said by SANT GURU RAVIDAS JI
Brahman jat se nahi, Gyaan se hota hai
Tbhi kisi bhi hindu mandir me ravidaas ki murti nhi hoti
@Nursing Officer bhot mandir ha unka
Bhai sabhi grantho me yahi likha hai.
Bhagwan krishna, bhagwan ram, bhagwan buddha, sant kabir, sant ramananda, shri adi shankar, shril bhaktivinod thakur, guru nanak dev, Shri ram krishna paramhansa, shri raman maharishi, shri dayanand saraswati sabhi ne yhi kaha hai. Agar ham apne mool granth padhe to bhartiya darshan ko ache se samajh sakenge
Shastro me bhi Yahi likha gyani ko Pandit ya brahman kaha gaya h Brahman jati nhi Balki jinhe bramhatva ka Gyan hota h Unko bola jata h
@@17ashwanikumar67 guru k liye Koi Mandir nhi bnata jitne b mahan ya satguru huye unhone murti puja ka virodh kiya h
आचार्य जी आप से अनुरोध है।
वेदांत की कूछ कुछ हिस्से अनुवाद के साथ डालते रहे ताकि अन्धे अज्ञानी समझ सके।प्रणाम आचार्य जी।
आचार्य जी आपने जीवंत मुद्दे पर बात की मैं शुद्ध समाज मैं जन्मा अंबेडकर विचार से जुड़ा हुआ इंसान अब लगे हाथ आप इस पूरी संकला विचार रखे लोग घूम रहा है
नमन है आपको, आजसे मे आपका भक्त हूँ,
आपने बिलजुल कल्याण कारी ज्ञान दिया
हिन्दू धर्म सुधारक🙏🙏🙏
आपके जैसे आचार्य की बहुत आवश्यकता है भारत को
sRI gURU GRANTH SAHIB:
ਗਰਭ ਵਾਸ ਮਹਿ ਕੁਲੁ ਨਹੀ ਜਾਤੀ ॥ ਬ੍ਰਹਮ ਬਿੰਦੁ ਤੇ ਸਭ ਉਤਪਾਤੀ ॥੧॥ ਕਹੁ ਰੇ ਪੰਡਿਤ ਬਾਮਨ ਕਬ ਕੇ ਹੋਏ ॥ ਬਾਮਨ ਕਹਿ ਕਹਿ ਜਨਮੁ ਮਤ ਖੋਏ ॥੧॥ ਰਹਾਉ ॥ ਜੌ ਤੂੰ ਬ੍ਰਾਹਮਣੁ ਬ੍ਰਹਮਣੀ ਜਾਇਆ ॥ ਤਉ ਆਨ ਬਾਟ ਕਾਹੇ ਨਹੀ ਆਇਆ ॥੨॥ ਤੁਮ ਕਤ ਬ੍ਰਾਹਮਣ ਹਮ ਕਤ ਸੂਦ ॥ ਹਮ ਕਤ ਲੋਹੂ ਤੁਮ ਕਤ ਦੂਧ ॥੩॥ ਕਹੁ ਕਬੀਰ ਜੋ ਬ੍ਰਹਮੁ ਬੀਚਾਰੈ ॥ ਸੋ ਬ੍ਰਾਹਮਣੁ ਕਹੀਅਤੁ ਹੈ ਹਮਾਰੈ ॥੪॥੭॥: In the womb, no lineage and caste is known. (One) Brahm is the Source of all ||1|| (Kabeer Sahib questions) since when have you been a Brahmin? Don’t waste your life by continually claiming to be a Brahmin. ||1||Pause|| If you are indeed a Brahmin, born of a Brahmin mother, then why didn’t you come by some other way? ||2|| How is it that you are a Brahmin, and I am of a low caste? Is it that I have blood (in my veins), and you have milk (in your veins)? ||3|| Says Kabeer, one who contemplates the Brahm, is said to be a Brahmin among us. ||4||7|| (sggs 324).
गुरु जी वेदांतो. के अनुसर जो भी शूद्र है, वे शूद्र मुक्ति पा सक्ते है
Mera dost sharabi hai, phir bhi brahman hai😂😂😂😂waah ri jaatpratha
😂😂
Jaat paat constitution me zada dikhayi deti hai....jahan adhe log to General/SC/ST/OBC me bate hn...sab agyanta hai....
Video pahle dekh to lete poora
Mera bhi dost paise vala hai 4 naukar hai ghar me par aarakshan leta hai
Mera bhi dost h mand buddhi fir bhi Brahman hone ki bajah se mandir main Panda 🐼 banane kaa aarakshan le rkha h.. Biksham lehi 😂
आप जैसा गुरु मैंने अभी तक नहीं देखा एक आप ही है जो सच बताते है वरना तो सब गुरु धर्म के नाम पर आपस में लड़वाते है।🙏🙏😇🌹
आज इस अद्भूत विवेचन से ,,,
आप ईश्वर देवदूत हो,,
इसका प्रमाण सिद्ध हुआ
हम सहमत हैं.. वेद कहते हैं
जन्मना जायते शूद्रः
संस्कारात् भवेत् द्विजः |
वेद-पाठात् भवेत् विप्रः
ब्रह्म जानातीति ब्राह्मणः |
dont rumer brahmn is superoir than everything
@bundelkhand comedy
Bhai kuchh logo ne apne political fayda ke liye agar exploitation kiya to vo galat tha. Lekin kuchh log ka galti sabhi ke muh pe tho do vo got ahi
@@shantanus2019 aabe Maha Gadhe.. Abhi V villages untouchablity hota he, Pata nhi yeh kabtak rahega .
@मhesh pj
Bhai apki bat sahi hai. Political game bana rakha hai ise. Samaj me aj bhi hai asamanta. Par ham ise khatam karne ki or badh rahe hain. Ap isckon, ya arya samaj join kr skte ho. Vaha bhedbhav nahi hai.
महोदय ये श्लोक मनुस्मृति का है
गजब का स्पष्टीकरण आपने दिया। आज तक मैं सनातन धर्म का बिरोध ही करता रहा।आज मेरा जन्मदिन दिन है । और मैं बोध धर्म अपनाने वाला हूँ। एक प्रश्न का उत्तर और दे राम ने सूद्र सम्बूक का वध क्यो कर दिया था। जबकि वह तपस्या कर रहा था।
Gurudev ko mera pranam🙏🙏. Andar tak jhakhjhor dene wala vyakhyan diya aaj aapne guru ji. Ye hamare desh ka durbhagya raha hai ki kuchh logo ne apne swarth purti ke liye samaj ko jati ke janjiro me jakar ke rakha aur durbhagya yah hai ki aaj bhi hamare samaj me yah jati vyavastha bani huyi hai. Is mudde par aapne itne aspast rup se apni vyakhyan dekar dil jit liya guruji aapne. Sirf aapko sunne wale sabhi logo in baato ko aml me lake samaj se in vikritiyo ko khatm karne ki ek pahal kare to ek jabardast kranti aa sakti hai. Aapke aaj ke vyakhyan se yah aspast ho gaya guru ji ki aap aur osho gurudev ko chhodkar koi dusra brahman nahi hai sabhi sudra hai bhale hi wo kisi bhi jati ya majhab se belong kare. Bhagwan hamare desh ke logo ko sadbuddhi de taki aapki baatey unke samajh me aaye aur jat pat aur majhab ke bhed bhav se upar uth kar insan insan ko pahchan aur samajh paye. 😢😥😥😨🙏🙏🙏
आपको स्वयं ईश्वर ने ही भेजा है अपना दूत बना कर ताकि लोगों को जागृति दे सकें। कोटि कोटि नमन आचार्य जी🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
गजब का concept दिया है आचार्य जी ने...
Guru Ji aapne meri aankhe kholdi, mai andar hi andar sochta tha ki ye Grantha Puran Vedas hum logon ko niche dabane ke liye hain, Guru Ji mai bahut achche se samjh gaya aapki baaton ko, mai jarur Vedanta ko Avsya padhunga, Parantu kuch logon ne iska kuch alag hi matlab nikalkar logon ko aapas mai bant diya, Namaskaram GuruJi🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
बिल्कुल सही कहा सर जी।
समाज को भटकाया जा रहा है इसी लिए दुःख खतम नहीं हो रहे।
सर आपने बहुत अच्छे तरीके से बातों को समझाया है। आपके बताने का तरीका बहुत ही अच्छा है।
जो अपना जीवन समर्पित कर दे , ज्ञान को, मुक्ति को, बोध को सिर्फ वही ब्राह्मण है, पैदा वो किसी भी घर में हुआ हो ।
~ आचार्य जी
@@lalsingh5959 Budha ne Dharm ko sanatan kaha hai. Es dhammo sanantno.
जय श्री कृष्ण,नमो बुद्धाय 🌹🙏
एक ही वीडियो में सारे मिथक तोड़ दिए, दुकानदारों के प्रोपेगंडा महल की नींव पर चोट की है। मैं इसी विषय का इंतज़ार कर रहा था।
धन्य हो प्रभु। मानवता को आपकी सख्त ज़रूरत है।🙏🙏🙏🙏🙏
Dukandaar toh sab hain isnd so called dalit hudra ne bhi apni jaati ka fayada uthaya hai
Very good Aachary jee
मनुष्य को ईश्वर ने बनाया है,सबको निर्वाण का अधिकार है, वेदों को पढ़ने के अधिकार केवल पूर्ण पुरुष को क्यो ?जबकि भगवान को स्मरण करने का सबको अधिकार है।
Bilkul sahi
एसी ज्ञान किसी के पास है तो वो आचार्य जी है
I'm a Sanskrit student and 20 years old. I have read two Upanishads. And I like to read those core concept of Hinduism .
प्रणाम आचार्य जी 🙏
पिछले कुछ दिनों से मैं वेदान्त दर्शन ब्रम्हसूत्र का अध्ययन कर रहा हूँ उसमें शूद्र का वर्णन हुआ है मेरे मन में ये सवाल आया शूद्र कौन? तभी याद आया आपका एक वीडियो है । ये वीडियो देखने के बाद समझ आ गया।। 🙏🙏
अभी तक मैं भी सनातन धर्म को नहीं समझता था, आपके समझाने के बाद आचार्य जी मैने समझने की कोशिश की मन को बहुत सुकून मिला ।।
Full support Acharya parsant
100 agree
शत शत नमन आचार्य जी 🙏🙏💞🥀🌷आप ने आज मुझे बहुमूल्य हिरों जवाहरातों से परिचय कराया और बड़े साफ साफ शब्दों में बताया की वेद क्या है और वेदांत क्या है,,,,,और मै आज समाज द्वारा निर्मित शूद्र समुदाय से ही आता हूं और इसी वजह से मेरे मन में इतने पवित्र ग्रंथों के प्रति रोष भाव उत्पन्न हो गया था,,,,,जबिकी अष्टावक्र गीता को पड़ता हूं लेकिन कुछ बाते पकड़ में आती है और कुछ बिल्कुल भी नहीं समझ नहीं आती या ये भी हो सकता है कि मुझे कुछ भी समझ में नहीं आ रहा केवल लग रहा है कि समझ आ रहा है,,,,,,आपको मेरे हृदय और मन ने गुरु मान के हृदय में तिष्ठित कर लिया है ,,,,, मैं आपके सानिध्य आके वेद शिक्षा ग्रहड़ करना चाहता हूं😔🌷🌄💐,,,,,एक बार पुनः कोटि कोटि धन्यवाद नजर और नजरिया साफ करने के लिए,,,, प्रणाम आचार्य जी🙏🙏💞🌄💐
प्रणाम है आचार्य जी, आपने वेदान्त के बारे में बिलकुल सही और सरल भाषा में समझाकर मेरे मनुष्य जीवन को धन्य किया 🙏🙏
आदरणीय, आचार्य जी , मेरा सवाल है।सनातन धर्म का प्रचार करने या वेदों को सही ठग से प्रचार प्रसार करने की जिमेदारी किसकी थी या किसकी है ? 2 , शूद्र को हिन्दू धर्म से या वेदों से नफ़रत नहीं है।उदाहरण आज भी शूद्र वर्ग बहुसंख्यक हिन्दू धर्म में हैं। व्रण जो भारत के हिन्दू लोगों में आज भी विद्यमान हैं।ईस बात से नकारा नहीं जा सकता है। ईस भेद भाव को मिटाने की जिमेदारी किस की है। ऐ भेद भाव को किसने फैलाया ओर वर्ण व्यवस्था को कोन लोग बनाये हुये हैं? पहले हमें सुनिश्चित करना होगा? अगर मेरे किसी भी शब्दों से आहत करने का मेरा कोई उद्देश्य नही है। आचार्य जी प्रणाम। शुभ प्रभात। 🙏
आत्मीय भाई ! जो कोई भी वेदांत से अलग हटकर , चेतना के स्तर के आधार पर नहीं ; केवल जन्मजात शरीर के आधार पर व्यक्ति का वर्गीकरण करता हो , अथवा जातीय आधार पर ही व्यक्ति के व्यक्तित्व का मूल्यांकन करने का पक्षधर हो ,...मेरे भाई ! उसका बिल्कुल बहिष्कार किया जाना चाहिए और आप पुरजोर तरीके से कीजिए । सत्य सनातन धर्म आपके साथ खड़ा है। जातीय आधार पर व्यक्ति का वर्गीकरण करने वाले लोगों का ज़माना बीत चुका है। अभी भी समाज में बड़े बड़े झंडूलाल पड़े हुए हैं लेकिन प्रबुद्ध वर्ग के सभ्य समाज के मंच पर इन झंडूलाल की कोई भी औकात नहीं रह गई है।
यही वेद वेदांत और उपनिषदों की शिक्षा है।।।सत्य कहा आचार्य ने।।।चेतना की ऊंचाई ही वर्गीकरण का आधार हो।।।किंतु आज इस वर्गीकरण का कोई आधार और तंत्र न होने के कारण सभी एक ही जाती के हैं।।।और सनातनी हैं।।।।जाती वर्गीकरण का बहिष्कार हो।।।मनुष्य के चरित्र और सामाजिक योगदानों पर उसका सम्मान और पदवी का निर्धारण हो।।।।सभी एक ईश्वर के अंश है।।।भले ही चमक और प्रकाश सबमें अलग अलग क्यों न हों।।।। जय श्री गुरुदेव जी 🌺🙏
आचार्य जी ,सही कह रहे है जिन लोगो ने गीता, उपनिषदों को पढ़ा ही नही है वे ही विरोध कर रहे है । मैने वेदान्त पढ़े है ,वेदान्त सर्वश्रेष्ठ है ।
वेदांत हमे उपलब्ध कहा से होंगे
पढ़ने क्यों नहीं दिया
@Arbind Singh kisne kaha ved vyas dalit hai😂
Kas Bharat me aapki baton ka anusaran hota to Hindu dharm majboot ho jata🙏🙏
काफी संदेह दूर हुआ। बहुत बहुत धन्यवाद
एक ही पिता के पुत्र है। शूद्र हो ,वैश्य हो , पंडित हो , ब्राह्मण हो और अलग- अलग जाति कैसे ?
मैने तो भागवत गीता पढ़ ली है , मनु स्मृति भी पढ़ लिया है अब लग रहा उपनिषदों की बारी है ।
गर्व है हम हिंदू है ।।
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आप सही कह रहे हैंऔर मैं आपके इस बिष्लेषण से पूर्ण रूप से सहमत हूं।
गुरु जी ,जिस विषय पर मैं पहले सोचा करता था कि वास्तविक ब्राह्मण कौन है, आज आपने सब कुछ स्पष्ट कर दिया।आप सत्य को बड़ी ही सहजता से बताते हैं और इसका असर मेरे पर इस कदर पड़ रहा है कि मैं हर रोज सीख रहा हूँ औऱ आगे बढ़ रहा हूँ।
ब्राह्मण का अर्थ होता है जो ब्रह्म को जानता है और ऐसे लोग बहुत कम होते हैं
Thanks
मुझे गर्व हो रहा है पिछले कुछ महीनों से अपने सनातन धर्म और प्रसन्न होता हूं अष्टावक्र को पढ़कर अब वेदांत पढ़ना है♥️♥️🙏🙏♥️♥️🙏🙏
Ashtavakr geeta vedanta hi he
घर वालो को क्यो समझाना है।जिसको समझना होगा वो खुद समझ लेगा ,हर किसी को तो ज्ञानी नही बना सकते है।हर कोई एक समय मे आत्मज्ञान प्राप्त नही कर सकता है तो जो करना चाहता है उसए भी क्या दिक्कत है।
@bundelkhand comedy bhai jin log ne galat kiya , mera vishwas h ki unko fal milna chahiye . Magar is ideology ko samjhne ke liye mai aur tum Barbar hi hain .Maine bhi abhi gyan nahi liya magar jigyasa hai ....
Ek sachcha Hindu Sanatani kabhi bhed nahi kar sakta aisa mera manna hai.Ham sabko is gyan se hi Bharat ko ekaththa aur mazbut karna Hoga .
Dhanywad bhai 🙏
brahmn is superoir
गुरु जी आपने बहोत ही सुंदर बताया शुद्ध के विषय मेआपको कोटि कोटि प्रणाम 🙏🙏
Caste system is hard and painful fact which is being strengthened with passage of time..
politics is the culprit who have strenghtened caste system first create a problem then give them solution this is the formula of politics to gain votes.
🙏🙏गुरु जी प्रणाम 🙏🙏 बहुत जरूरी है सही पथ समझाने की। परंतु मनुष्य शायद शांति नहीं चाहता। दुनिया को छडयंतर से बचाने की जरूरत है। आप जो काम कर रहे हैं आपने तो अपना जीवन सफल कर लिया।
नमस्ते 🙏 आचार्य जी। आज मेरे मन से बहुत सारे द्वैत दूर हुए।। अब वेदान्त को जानने की जिज्ञासा हो रही है।
Bhai ....द्वैत Ka mtlb kya hota h?
Sir aap real Insan ho aaj ke jamane ka.... ( Jhuth se sach ki or ) koti koti pranam aapko 🙏🙏🙏
Insan ko ese dharm ko manna chahiye jisme bhai chara or swatantra sikhata ho
आचार्य जी के वीडियो ही हम फैला दें तो हिन्दू धर्म को बचा सकते हैं । और उसके प्रति आदर वापस ला कर सब का भला कर सकते हैं।