ईश्वर कौन? अवतार कौन? ब्रह्मा-विष्णु-महेश कौन? || आचार्य प्रशांत, वेदांत महोत्सव (2022)
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- เผยแพร่เมื่อ 19 พ.ย. 2023
- वीडियो जानकारी: 17.07.2022, वेदांत महोत्सव, गोवा
प्रसंग:
~ क्या ब्रह्माण्ड के अस्तित्व कुछ भी अलौकिक नहीं है?
~ क्या यह सब कुछ जो प्रतीत होता है वो सिर्फ प्रकृति है?
~ आखिर अलौकिक है क्या?
~ यदि न देवता न ईश्वर न भगवान है तो सच क्या है?
~ क्या सच वास्तव में होता है?
~ ब्रह्म को कैसे जानें?
~ अवतार का वास्तविक अर्थ क्या है?
~ एक अवतार का जीवन कैसा होता है ?
~ अवतार में ऐसा क्या होता है?
~ भगवान अवतार कब लेते हैं?
~ भगवान का दर्शन कैसे हो?
~ ईश्वर का दर्शन किन आँखों से होता है?
संगीत: मिलिंद दाते
~~~~~
साधारण शब्दों में हमारे अपने जीवन के उदाहरण से ही सीखो
जैसे किसी कम्पनी, संस्था को चलाने या और भी किसी बड़े कार्य को करने के लिए अलग अलग पदो पर और अलग अलग कार्य को करने के लिए अलग अलग लोगों की आवश्यकता होती है
वैसे भी ईश्वर भी अलग अलग रूपो में इस संसार का संचालन और पालन करते हैं
ज्ञान से ईश्वर को समझना असभंव है ईश्वर को समझने के लिए ईश्वर की कृपा आवश्यक है भगवत प्राप्ति के बीना ईश्वर को समझा नही जा सकता ईश्वर को समझना इतना सरल नहीं है क्योंकि इसमें अनुभव नहीं है
जो प्रेम गली में आया नहीं वह प्रेम बताना क्या जाने 😢😊😊❤❤❤
प्रत्येक व्यक्ति का ब्रह्मांड अलग अलग है। जिसके केंद्र में वो स्वयं है।
ये सुनने के बाद मै हिल गया।
गुरु जी प्रभु को न दांन से न ज्ञान से न तप से केवल निशकाम भक्ति से उस निराकार प्रभु को अभाश करसकते है केवल अभाश राधे राधे गुरु जी
🕉️एको ब्रह्म 🌟द्वितीयो नशाः
Aap sab se nivedan hai ek bar prem rawat ko se hamare fevarete guru acharya prashant aur prem rawat hai jarur sune manaw jivan safa ho jayega
जो प्रेम गली में आया नहीं वह प्रेम बताना क्या जाने। ❤❤😊😊 राधे राधे 😊😊❤❤
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Qqqqq
राम राम जपते रहो वेदांत को समझना साधारण मनुष्य के बस की बात नहीं है।
तुम जब राया कई
सत्य ही परमात्मा है।भौतिक जगत में आज कल भ्रम और असत्य का जाल फैला हुआ है ।जितना हम परम सत्य के करीब होंगे उतना ही दुख से दूर रहेंगे।सत्य को स्वीकारना ही ईश्वर को मानना है ।आजकल के धर्म में ईश्वर प्रदत्त बातें बहुत कम हैं,अधिकांश चीजें मानव जनित व्यवस्थाएं हैं।सत्यमेव जयते।
ईश्वर जब तक देखा नहीं तब तक निराकार है (जब देख लिया तो साकार है (देखने से पहले निराकार देखने के बाद साकार है)
राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे
Sarji isko suno mat nahi to pagal karega
@@deepakmunda7687sahi kaha bhai yeh Bhagwad Geeta ke naam par logo murkh bana raha h , Bhagwan se alag kar raha h
Correct, he is from the Gyana Yog sect. He can't understand the emotions of bhakts in bhakti yoga, towards the manifested form of GOD.
Nakli acharya saabko. Bhramit kar raha hai radhe radhe
Aapko maloom nahin yah nashedi hai aur isko praman kar diya hai amogh Leela Prabhuk. Yah nakali Aacharya sabko thakta hai
प्रेम यदि ज्ञान के साथ नहीं है तो वो मोह, माया, ममता बन जाता है और वो आपको दुर्गति में डाल देता है।
प्रेम और ज्ञान एक होने चाहिए।
-आचार्य प्रशांत
ज्ञानी जन का मत है कि प्रेम करने के लिए और कोई होना चाहिए परंतु आत्मज्ञानी खुद को सब में देखते है सभी मैं खुद को ।
Only God is lovable
Dimag Apni Jagah se khisak gaya hai logon ka
Naman Acharya shree ji
th-cam.com/video/B6PlFC_kryU/w-d-xo.htmlsi=OlQHjZON
1zX_nfJC
आधा कचरा ज्ञान लेकर घूम रहे हैं,ऐसे लोग,खुद का पता नहीं,ज्ञान बांट रहे हैं,
1/में 3/3/में/1/
ब्रह्मा विष्णु महेश 30/नंबर हैं
और तीनों एक ही हैं,नाम अलग
है,5/एलिमेंट्स से बना ये ब्रह्मांड,महाकाल आते गए,अपना नाम बदल बदल कर रखते गए, अग्नि तत्व जल तत्व वायु तत्व धरती और आकाश तत्व में कौन बैठा है,यही बता दो,
कल्कि अवतार 10/
जो सही रास्ता दिखाते हैं उनको दुनिया पागल ही बोलता है.... धन्यवाद करती हूँ इस प्रकृति माँ कि जिसने हमें ये पागल आचार्य जी को भेंट दिया🙏🙏🙏
कोटि कोटि नमन आचार्य जी हमारी आँखे खोलने के लिए 🙇♀️🙇♀️🙇♀️
🙏❤
Aap kaha se ho
आप सही लिखी हैं, पर आप
*पागल *,शब्द नहीं लिखकर साधु या सरफिरा या बेवकूफ शब्द भी लिख सकती थी = क्योंकि मुझे भी लोग यही नाम से पुकारते हैं , क्योंकि मैं आचार्य जी की वीडियोस सभी को भेजती हूँ, उनके जैसी बातें करती हूं।
मुझसे चिढ़ते हैं लोग , मुझसे बात करने कतराते हैं , कि कहीं मैं कोई कड़वी सच न कह दूं।
@@amitakumar1708सटीक विश्लेषण आचार्य जी 🙏
@@amitakumar1708 ये मेरे शब्द नहीं है आचार्य जी के लिए क्यूँ की मैं भी उनका student हूँ.. Video ke comment में किसी ने उनको पागल बताया था इसीलिए मेरा जवाब उनके लिए था 🙏🙏🙏
पूजन का वास्तविक अर्थ होता है -ज्ञान, समझना।
-आचार्य प्रशांत
Bᴇʟιvᴇ ιɴ ईश्वर = आदिशक्ति 🕉️
(Uɴιvᴇʀsᴇ ᴀɴᴅ Gʀᴀvιтʏ)
Eʟᴇcтʀoɴ Pʀoтʀoɴ Nᴇuтʀoɴ
रज /सत /तम -,+,0
Cʀᴇᴀтoʀ Pʀᴇsᴇʀvᴇʀ Dᴇsтʀoʏᴇʀ
(ब्रह्मा विष्णु महेश)
Eɴᴇʀԍʏ (Nucʟᴇus):-
Eᴅucᴀтιoɴ, Wᴇᴀʟтн, Couʀᴀԍᴇ
शक्ति :- सरस्वती, लक्ष्मी, पार्वती
#भगवान= भूमि गगन वायु अग्नि नीर
#अतो देवा अवन्तुना यतो विष्णुर्विचक्रमे।
पृथिव्याः सप्त द्यामभिः ।।
:- Loʀᴅ Vιsнɴu, тнᴇ Loʀᴅ oғ тнᴇ uɴιvᴇʀsᴇ, нoʟᴅs ᴀɴᴅ cʀᴇᴀтᴇs тнᴇ sᴇvᴇɴ ᴇʟᴇмᴇɴтs ιɴcʟuᴅιɴԍ тнᴇ ᴇᴀʀтн, ᴇᴀʀтн, wᴀтᴇʀ, ғιʀᴇ, ᴀιʀ, sκʏ, тнᴇ cosмιc ᴀтoм ᴀɴᴅ ɴᴀтuʀᴇ, wᴇ ᴘᴇoᴘʟᴇ ԍᴇт тнᴇм, so wᴇ sнouʟᴅ uɴᴅᴇʀsтᴀɴᴅ тнᴇм, тнᴇʏ ᴘʀoтᴇcт us.
संपूर्ण #ब्रह्मांड ही #परमेश्वर का विराट रूप हैं। उसे ही #सदाशिव, #नारायण, #ब्रह्म यानी
#परमपिता (परमात्मा) कहते हैं।
🔥💦🌪️🌌💫🪐🌍
#vᴇᴅ #vᴇᴅᴀɴт #sᴀɴᴀтᴀɴᴅнᴀʀмᴀ #ԍιтᴀ #ιɴᴅιᴀ ।।।
Thanks to those females who are interested in real sanatan dharma and are dedicated to Acharya Prashant's real teachings on Advdwit Vedanta.
Bhaiya aap se nivedan hai aap se ek bar prem rawat ko jarur sune
Fake advaiti hai ye prashant
Oóij@@deepajaiswal8963ok ❌❌❌❌❌✖️ hai u
ब्रह्मा विष्णु महेश आकर है सरकार हैं निराकार हैं। परमात्मा है प्रभु है
प्रणाम आचार्य जी.🙏❤️❤️❤️
चीज़ जितनी मूल्यवान होती है वो उतनी ही सूक्ष्म हो जाती है।
-आचार्य प्रशांत
मेरे विचार से दुर्लभ हो जाती है आसानी से नहीं मिल पाती है
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आधा कचरा ज्ञान लेकर घूम रहे हैं,ऐसे लोग,खुद का पता नहीं,ज्ञान बांट रहे हैं,
1/में 3/3/में/1/
ब्रह्मा विष्णु महेश 30/नंबर हैं
और तीनों एक ही हैं,नाम अलग
है,5/एलिमेंट्स से बना ये ब्रह्मांड,महाकाल आते गए,अपना नाम बदल बदल कर रखते गए, अग्नि तत्व जल तत्व वायु तत्व धरती और आकाश तत्व में कौन बैठा है,यही बता दो,
कल्कि अवतार 10/
Prasant sir ko pata chal gya hai ki bhagwan jaisee cheez yanha nahi yanha sirf soonyta hi satya ahi.......
देवी अहिल्या की कथा का वर्णन वाल्मीकि रामायण के बालकांड में मिलता है। अहिल्या अत्यंत ही सुंदर, सुशील और पतिव्रता नारी थीं। उनका विवाह ऋषि गौतम से हुआ था। दोनों ही वन में रहकर तपस्या और ध्यान करते थे। ऋषि गौतम ही न्यायसूत्र के रचयिता हैं। शास्त्रों के अनुसार शचिपति इन्द्र ने गौतम की पत्नी अहिल्या के साथ छल से सहवास किया था।
अहिल्या की सुंदरता के कारण सभी ऋषि-मुनि, देव और असुर उन पर मोहित थे। देवताओं के राजा इन्द्र तो कुछ ज्यादा ही मोहित हो चले थे। इन्द्र के मन में अहिल्या को पाने का लोभ हो आया। बस फिर क्या था। एक दिन ऋषि के आश्रम के बाहर देवराज इन्द्र रात्रि के समय मुर्गा बनकर बांग देने लगे। गौतम मुनि को लगा कि सुबह हो गई है। मुनि उसी समय उठकर प्रात: स्नान के लिए आश्रम से निकल गए। इन्द्र ने मौका देखकर गौतम मुनि का वेश धारण कर लिया और देवी अहिल्या के पास आ गया।
इधर, जब गौतम मुनि को अनुभव हुआ कि अभी रात्रि शेष है और सुबह होने में समय है, तब वे वापस आश्रम की तरफ लौट चले। मुनि जब आश्रम के पास पहुंचे तब इन्द्र उनके आश्रम से बाहर निकल रहा थे। इन्होंने इन्द्र को पहचान लिया। इन्द्र द्वारा किए गए इस कुकृत्य को जानकर मुनि क्रोधित हो उठे और इन्द्र तथा देवी अहिल्या को शाप दे दिया। देवी अहिल्या द्वारा बार-बार क्षमा-याचना करने और यह कहने पर कि 'इसमें मेरा कोई दोष नहीं है', पर गौतम मुनि ने कहा कि तुम शिला बनकर यहां निवास करोगी। अब आप ही बताओ कोई देव भगवान जो लोगो को अच्छे कार्य करने का हुक्म दे और वोही पापी, बलात्कारी, और किसी की इज्जत लूट ने वाला हो वो देव केसे हो सकता है, आपकी ही बहन बेटी मां के साथ इस तरह का काम इंद्र करे तो? भाई ये देव देवता की जूठी कहानी से बाहर आ जाव
Isliye ajkal Prithvi bohut chota dikhai padta he 😀
The wisest personality of this age.. Acharya Prashant
भगवान को ढूंढना ही अज्ञान है, भगवान से एकाकार होना ही ज्ञान है।
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आधा कचरा ज्ञान लेकर घूम रहे हैं,ऐसे लोग,खुद का पता नहीं,ज्ञान बांट रहे हैं,
1/में 3/3/में/1/
ब्रह्मा विष्णु महेश 30/नंबर हैं
और तीनों एक ही हैं,नाम अलग
है,5/एलिमेंट्स से बना ये ब्रह्मांड,महाकाल आते गए,अपना नाम बदल बदल कर रखते गए, अग्नि तत्व जल तत्व वायु तत्व धरती और आकाश तत्व में कौन बैठा है,यही बता दो,
कल्कि अवतार 10/
jagat mithiya Hari Satya,aik hi guru khirodeswar Hari (khir rupak Sagar main Sri Hari ses nag ke upar sajya abastha aur maa Lakshmi Charan seba kartey huye)
Acharya ji vedant ghar ya viddyalaya me padhai nahi jaata...course me aana chahiye
Are waa gyanio
Bahut bahut dhanyavaad guru jee bandhan se mukti ka gyan kara diye🙏🙏
Bhagwat Gita 7.26 वेदाहं समतितानि वर्तमानानि चार्जुना
भविष्यानि च भूतानि मां तु वेद न कश्चना।
अर्जुन, मैं भूत, वर्तमान और भविष्य को जानता हूं, और मैं सभी जीवित प्राणियों को भी जानता हूं; लेकिन मुझे कोई नहीं जानता.
माया से बनी बुद्धि से ब्रह्म भगवान परमात्मा को जाना नही जा सकता ....
Ji devi ji ye bahut acha Sloka quote Kiya aapne 🚩
आदरणीय मेरे अनुसार राष्ट्र धर्म ईश्वर के द्वारा मनुष्य को दिया एक कर्तव्य है कि ये जीवन जो इस पृथ्वी पर फल फूल रहा है उस की रक्षा करने के लिए मैंने तुम्हे दिया है। इस लिये इस पृथ्वी के जीवन को बचाना प्रत्येक राष्ट्र का धर्म है। No nukliyar war. सलिल कुमार बालन ग़ज़िआबाद।
नमन आचार्य जी 🙏
Bhaiya aap se nivedan hai ke aap prem rawat ko jarur sune
आचार्य जी चरण स्पर्श, सूक्ष्म ज्ञान को देने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद
प्रणाम आचार्य जी
बहुत अच्छा कार्य कर रहे है आप महराज
विशेष जानकारी के लिए सद्गुरु के शरण मे जाएं।
परमात्मा ने इंसान को आध्यात्मिक ज्ञान योग दिया है फिर भी इंसान भटक रहा है हैं ईश्वर निराकार है कण कण मैं है उसी ने ब्रह्मा विष्णु शिव को बनाया है जिसे हम स्वयं शक्ति ओमकार सदा शिव कहते हैं उसी का ये ब्रह्मजाल है ईश्वर कण कण मैं है श्रद्धा प्रेम भक्ति बो शक्ति है जो ईश्वर को खोज लेती हैं ❤❤ ॐ नमः शिवाय
Tha satt hii
जिस ज्ञान मे आत्मा और परमात्मा का ज्ञान नही है,उसको आध्यात्मिक ज्ञान मानना रंग है।om Shanti
What a great explanation. Thanks a lot now for me everything seems clear about Great Sanatan Dharma. Thanks to the lady who asked that question like Arjuna and thanks thanks thanks to Acharaya ji for this great explanation 🙏🙏🥰
Ishwar hi Satya ha guru g radhe radhe 🚩
❤ye.vidio.❤chaps.ho.gayi.hai.jay.shri.ram
पौराणिक कथाओं का आप सही अर्थ कर लेंगे, तो उनमें सौंदर्य पाएँगे और सत्य पाएँगे।
पर सही अर्थ नहीं करेंगे तो और ज़्यादा भ्रमित हो जाएंगे और अंधविश्वास ख़ूब फैलेगा।
भारत के साथ ये बड़ी त्रासदी रही है कि पौराणिक कथाओं का सही अर्थ किया नहीं गया।
-आचार्य प्रशांत
Kathao ya grantho ko samajne ki patrata sukhdev ji jase rishi ko hai jo unka sahi explain kr sake
❤❤आचार्य जी आपकी व्याख्या बिलकुल सटीक है,❤❤
Bhaiya aap se nivedan hai ke aap prem rawat ko jarur sune
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आधा कचरा ज्ञान लेकर घूम रहे हैं,ऐसे लोग,खुद का पता नहीं,ज्ञान बांट रहे हैं,
1/में 3/3/में/1/
ब्रह्मा विष्णु महेश 30/नंबर हैं
और तीनों एक ही हैं,नाम अलग
है,5/एलिमेंट्स से बना ये ब्रह्मांड,महाकाल आते गए,अपना नाम बदल बदल कर रखते गए, अग्नि तत्व जल तत्व वायु तत्व धरती और आकाश तत्व में कौन बैठा है,यही बता दो,
कल्कि अवतार 10/
बहूत अच्छा ज्ञान दिया संत जी आप ज्ञानेश्वर है, कोटि कोटि नमन ।
Vishnu hi parambramha
जय हो भगवान शंकर के अवतार और सत्य सनातन अद्वैत धर्म के सबसे बड़े विद्वान आदिगुरू शंकराचार्य जी की जिन्होंने भारत के चारों ओर चार मठ स्थापित किए है जिनमें एक जोशीमठ है जिन्होंने दुनिया को अद्वैतवाद की शिक्षा दी है।
सब बुद्ध हैं
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आधा कचरा ज्ञान लेकर घूम रहे हैं,ऐसे लोग,खुद का पता नहीं,ज्ञान बांट रहे हैं,
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ब्रह्मा विष्णु महेश 30/नंबर हैं
और तीनों एक ही हैं,नाम अलग
है,5/एलिमेंट्स से बना ये ब्रह्मांड,महाकाल आते गए,अपना नाम बदल बदल कर रखते गए, अग्नि तत्व जल तत्व वायु तत्व धरती और आकाश तत्व में कौन बैठा है,यही बता दो,
कल्कि अवतार 10/
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@@VINAYKUMAR-mb4qftum budh mai lge rho thoda Gyan arjit kr lo
देवी अहिल्या की कथा का वर्णन वाल्मीकि रामायण के बालकांड में मिलता है। अहिल्या अत्यंत ही सुंदर, सुशील और पतिव्रता नारी थीं। उनका विवाह ऋषि गौतम से हुआ था। दोनों ही वन में रहकर तपस्या और ध्यान करते थे। ऋषि गौतम ही न्यायसूत्र के रचयिता हैं। शास्त्रों के अनुसार शचिपति इन्द्र ने गौतम की पत्नी अहिल्या के साथ छल से सहवास किया था।
अहिल्या की सुंदरता के कारण सभी ऋषि-मुनि, देव और असुर उन पर मोहित थे। देवताओं के राजा इन्द्र तो कुछ ज्यादा ही मोहित हो चले थे। इन्द्र के मन में अहिल्या को पाने का लोभ हो आया। बस फिर क्या था। एक दिन ऋषि के आश्रम के बाहर देवराज इन्द्र रात्रि के समय मुर्गा बनकर बांग देने लगे। गौतम मुनि को लगा कि सुबह हो गई है। मुनि उसी समय उठकर प्रात: स्नान के लिए आश्रम से निकल गए। इन्द्र ने मौका देखकर गौतम मुनि का वेश धारण कर लिया और देवी अहिल्या के पास आ गया।
इधर, जब गौतम मुनि को अनुभव हुआ कि अभी रात्रि शेष है और सुबह होने में समय है, तब वे वापस आश्रम की तरफ लौट चले। मुनि जब आश्रम के पास पहुंचे तब इन्द्र उनके आश्रम से बाहर निकल रहा थे। इन्होंने इन्द्र को पहचान लिया। इन्द्र द्वारा किए गए इस कुकृत्य को जानकर मुनि क्रोधित हो उठे और इन्द्र तथा देवी अहिल्या को शाप दे दिया। देवी अहिल्या द्वारा बार-बार क्षमा-याचना करने और यह कहने पर कि 'इसमें मेरा कोई दोष नहीं है', पर गौतम मुनि ने कहा कि तुम शिला बनकर यहां निवास करोगी। अब आप ही बताओ कोई देव भगवान जो लोगो को अच्छे कार्य करने का हुक्म दे और वोही पापी, बलात्कारी, और किसी की इज्जत लूट ने वाला हो वो देव केसे हो सकता है, आपकी ही बहन बेटी मां के साथ इस तरह का काम इंद्र करे तो? भाई ये देव देवता की जूठी कहानी से बाहर आ जाव
शिव अनन्त है कल्याणकारी है, जो जन्म मरण से सदा मुक्त, सदा एकरस, सदा जगती ज्योति रूप है, सत चित आनन्द सदा शिव है,ब्रह्म के निवासी जो ज्ञान के सागर, शान्ति के सागर, आनन्द और प्रेम के सागर, पतितो को पावन करने वाले, सुखधाम की राह दिखाने वाले, काल के बंधन से छुड़ाने वाले, सब पर रहम करने वाले, सद्गति देने वाले, दिव्य बुद्धि, दिव्य दृष्टि, दिव्य गुणों के वरदाता है, मनुष्यो को ज्ञान अमृत पिलाने वाले, नर से नारायण बनाने वाले, निराकार है, ब्रह्मा विष्णु और शंकर के रचयिता त्रिमूर्ति है, परमपिता, परमशिक्षक, व सद्गुरु है, अकालमूर्त, दुखहर्ता सुखकर्ता, मनुष्य सृष्टि रूपी व्रिक्ष के बीज रूप है, कर्मो के गति जानने वाले, गुणों के भंडार, सृष्टि के आदि मध्य अंत के ज्ञाता, ब्रह्मा द्वारा सतयुगी सृस्टि की स्थापना और शंकर द्वारा आसुरी सृस्टि (कलयुगी दुनिया)का विनाश भी करते है आज प्रकृति के सारे तत्व क्लाइमेट चेंज के द्वारा अपना प्रभाव दिखा रही, तृतीय विश्व युद्ध भी समीप है, वही महाभारत की याद दिलाती है कि मनुष्य अपना आत्मिक स्वधर्म ही भूल बैठे है , बाहरी आडम्बर में फसे है आसुरी प्रव्रीति का ही बोल बाला है इससे बड़ा धर्मग्लानी का समय और कहा । युगपरिवर्तन कहे विनास कहे या कयामत का समय ज्यादा दूर नही। यो कहे मनुष्य सृष्ठि का आत्मिक सृजन भारत दैवी भूमि में भगवान शिव द्वारा प आध्यात्मिक क्रांति के साथ कर भी रहे है मनुष्यों से आसुरी गुणों को समाप्ती दैविक गुणों से श्रृंगार भी कर रहे है जो युग परिवर्तन में सहायक होंगे, यह भारत भूमि फिर से अपने स्वर्णीम युग में जायेगी जहाँ कोई भी आसुरी प्रवर्ति के मनुष्य नही होंगे। भगवान शिव तो भोलेनाथ है सभी के विष हरने वाले है, हमे भी उनके स्मरण से अपने विष रूपी आसुरी प्रवर्ति काम, क्रोध लोभ ,मोह,और अहंकार का त्याग करना चाहिये, ताकि उस स्वर्णिम भारत का हिस्सा बन सकें।
गुरु केसे दौणाचार या एकलव्य जेसे जो अपना अगुठा देने का सामथ्र्य हो
प्रणाम आचार्य जी 🙏🙏
Bhagwan vishnu hi param bramha
विशुद्ध वैज्ञानिक व्याख्या चित्ताकर्षक वचन आनन्दप्रद है। आपके श्रोता भी विद्वान हैं।
Bhaiya aap se nivedan hai ke aap prem rawat ko jarur sune
Thanks 🙏 Aacharya jee
Aap sab se nivedan hai ek bar prem rawat ko se hamare fevarete guru acharya prashant aur prem rawat hai jarur sune manaw jivan safa ho jayega
This is absolute knowledge which is needed to understand Sanatan 🙏🏻🚩
कुछ लोग समझना नहीं चाहते सिर्फ भोकना चाहते हे
जबतक मै मै कहतिहुँ तबतक मै अज्ञानी हिहुँ ।सत्काय दृष्टि मे हुँ
साकार और निराकार काल निरंजन है काल निरंजन की पत्नी है प्रकृति इन काल निरंजन और प्रकृति तीन पुत्र ब्रम्हा, विष्णु, शिव पुत्र है मन भी काल निरंजन है
रामपाल तो बबिता के रेप केस में जेल में है 😂😂
Galt hai
रामपाल का ज्ञान मत बता भाई
ब्रह्म शब्द विस्तार से आया है!
जरूरी नही कोई इंसान सबकुछ समझ गया हो❤
Right 👍 acharya ji 🙏💯
गुरुजी...आपके माध्यम से आज मुझे मेरे सवाल का जवाब मिल गया...मेरे सारे प्रश्नों का उत्तर मिल गया...बार बार धन्यवाद गुरुजी 😇
Tera bau
Om Shanti
🙏pranam
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माननीय आचार्य प्रशांत जी संत की जात कोई नहीं पूछता और गुरु की भी कोई जात नहीं पूछता है यहां तक के स्कूल में किस जाति का अध्यापक पढ़ा रहा है किसी भी जाति विशेष का बच्चा वहां पढ़ने से नाराजगी नहीं करता, अर्थात सही ज्ञान कहीं से भी मिल जाए उसको लेने में सरलता होनी चाहिए। पूर्ण परमात्मा के अलावा संपूर्ण जगत में कोई भी ज्ञानी नहीं, आप हो चाहे मैं । इसलिए आपसे मेरी विनम्र प्रार्थना है कि आप *हिंदू साहिबान नहीं समझे गीता वेद पुराण*, पुस्तक को अवश्य पढ़ें पुस्तक भी निशुल्क है जब कि अनमोल है । समस्त सटीक ज्ञान आपको इस एक पुस्तक से प्राप्त हो जाएगा जिंदगी के सारे प्रश्नों के उत्तर और उलझनें समाप्त हो जाएगी।
Such a beautiful explanation 🙏🙏🙏
Dhanyawad. Itna sundar spashtikaran prapt ho gaya. Bahot aabhar
आचार्य प्रशांत जी , साकार को समझे बिना निराकार को नहीं समझा जा सकता, बिना चेतना के साकार को नहीं समझा जा सकता
हम सोचते हैं कि हम कानूनी तरीकों से या संवैधानिक तरीकों से एकता वगैरह ला देंगे।
हम एकता नहीं ला सकते क्योंकि हम जानते ही नहीं हैं कि अनेकता कहाँ से आती है?
अनेकता आती है 'अहंकार' से।
सब अपनी-अपनी दुनिया में खोए हुए हैं, यही अनेकता है।
एकता लाने का एक ही तरीका होता है- अध्यात्म।
एकता आएगी जब सबका व्यक्तिगत अहंकार मिट जाएगा-तब एकता आएगी।
-आचार्य प्रशांत
Ahankaar is ++word, no ---ve,
Nirmal buddhi accept karegi ekta ko otherwise wo agochar hai
Bᴇʟιvᴇ ιɴ ईश्वर = आदिशक्ति 🕉️
(Uɴιvᴇʀsᴇ ᴀɴᴅ Gʀᴀvιтʏ)
Eʟᴇcтʀoɴ Pʀoтʀoɴ Nᴇuтʀoɴ
रज /सत /तम -,+,0
Cʀᴇᴀтoʀ Pʀᴇsᴇʀvᴇʀ Dᴇsтʀoʏᴇʀ
(ब्रह्मा विष्णु महेश)
Eɴᴇʀԍʏ (Nucʟᴇus):-
Eᴅucᴀтιoɴ, Wᴇᴀʟтн, Couʀᴀԍᴇ
शक्ति :- सरस्वती, लक्ष्मी, पार्वती
#भगवान= भूमि गगन वायु अग्नि नीर
#अतो देवा अवन्तुना यतो विष्णुर्विचक्रमे।
पृथिव्याः सप्त द्यामभिः ।।
:- Loʀᴅ Vιsнɴu, тнᴇ Loʀᴅ oғ тнᴇ uɴιvᴇʀsᴇ, нoʟᴅs ᴀɴᴅ cʀᴇᴀтᴇs тнᴇ sᴇvᴇɴ ᴇʟᴇмᴇɴтs ιɴcʟuᴅιɴԍ тнᴇ ᴇᴀʀтн, ᴇᴀʀтн, wᴀтᴇʀ, ғιʀᴇ, ᴀιʀ, sκʏ, тнᴇ cosмιc ᴀтoм ᴀɴᴅ ɴᴀтuʀᴇ, wᴇ ᴘᴇoᴘʟᴇ ԍᴇт тнᴇм, so wᴇ sнouʟᴅ uɴᴅᴇʀsтᴀɴᴅ тнᴇм, тнᴇʏ ᴘʀoтᴇcт us.
संपूर्ण #ब्रह्मांड ही #परमेश्वर का विराट रूप हैं। उसे ही #सदाशिव, #नारायण, #ब्रह्म यानी
#परमपिता (परमात्मा) कहते हैं।
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#vᴇᴅ #vᴇᴅᴀɴт #sᴀɴᴀтᴀɴᴅнᴀʀмᴀ #ԍιтᴀ #ιɴᴅιᴀ ।।
Iswar ajj tak ekta lane ka hi kam kar raha he 👉par jabtak prodigal son (urau putra) ka ghar wapasi nahi hoga 👉tab tak ekta nahi hoga 😄
आपकी विधाता को मैं प्रणाम करता हूं
Naman acharya ji 🎉
Satya hi srestha hai ❤
ईश्वर कहो या भगवान कहो देखो या ना देखो अपने भित्र के ईश्वर को साचि रखकर देखो शिव श्कर भोले नाथ ।या त्रि देव हि हि ईश्वर परमात्मा है । महादेव हि सर्व परि है ।
True words
बहोत सही ,बहुत अच्छे ,वाह ,क्या बात है |
ज्ञान बौद्ध धर्म को सुक्ष्म रूप से समझना ही आत्म ज्ञान है आचार्य जी
Mahadev hi srite malik har har mahad divine God is light light is god
Hadd hai yrr itne pyaar se bataya guru ji aapne dimaag me fir nahi aai baat ke parmatma nirakaar haii
Permatma sakar h bandi chod satguru rampal ji mharaj ji ke satsang suno clear ho jaega ki permatna nirakar nhi sakar h perman sahit btate h@@aksingh6334
लिंग स्वरुप जो प्रतीक है उस निराकार निर्गुण परंब्रम्ह है। उस ब्रह्म को ही शिव कहा जाता है, शिव that which is not so शिव तत्व को समझना ज्ञानमार्ग की उस चरम सीमा तक पहुंचना है जिसकी प्राप्ति किसी उच्च स्तर के अध्यात्मिक गुरु के जाना नहीं जा सकता।
Aap bahot acche se samjhate hai ........thank you aapko❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
प्रकृति से बड़ा कोई नहीं है इस धरती पर सब पांखंड है जब धरती माता नहीं होती तो कोई नहीं होता
अति सुन्दर शास्त्रों और पुराणों की लोक कथाओं और मान्यताओं की आध्यात्मिक समझ।
इस कलयुग में सबसे ज्यादा लोग जिन्हें धूम धाम से सामुहिक पूजते हैं वे श्री गणेश और श्री हनुमान का कौन सी पौराणिक कहानी से सम्बंध है और उसकी आध्यात्मिक समझ क्या है?
ओम शांति। 🌹
ॐ नमः शिवाय ❤
श्री गुरु हरि शरणम्🌷
अति सुन्दर चित्रमुद्रण ,बोध हुआ ,
जब आप राम की मूर्ति की ओर झुकते हो तो आप निःस्वार्थ त्याग की भावना की ओर झुक रहे हो।
सर झुकाकर आपने आपके अहंकार को बताया कि निःस्वार्थ त्याग बड़ी बात होती है।
-आचार्य प्रशांत
Aacharya se jyada aapki baate samjh a rhi hai unki to ek baat nhi samjh aayi
Fir to BJP party se bura koi party nahi kyuki o to iske opposite hai
These 54:37 are theclear clarification of Mr Prashant guru's and I devote him ialso further revive in my mind for his mind who dictate s the reality of religious doubt.
Thanks for all and on behalf of all hindustan.
मुझे अपनी बात कहानी है,
मेरे अहंकार को शून्य करने के लिए सीधा घाट या प्रतिघात ना करके सुगम मार्ग बनाने से ही, मेरी तार ताम्यता बनी रहेगी और वीना के तार को एकदम ढीला या ज्यादा कस देने से भद्दा स्वर निकलेगा या टूट जाएगा।
जहतक अष्टावक्र की बात है उनका प्रवचन ज्ञानियों के बीच हो सकता है।
सामान्य लोगों के लिए तो सारी कक्षाएं कर्मवत पूरी करनी होगी नही तो ये भी भ्रांति में पर का शीर्ष से दूर बहुत हो जाएंगे
❤🙏
Jai shree Ram
विष्णु जी को भी ब्रह्म मानते हैं, पार ब्रह्म परमेश्वर
th-cam.com/video/B6PlFC_kryU/w-d-xo.htmlsi=OlQHjZON
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आधा कचरा ज्ञान लेकर घूम रहे हैं,ऐसे लोग,खुद का पता नहीं,ज्ञान बांट रहे हैं,
1/में 3/3/में/1/
ब्रह्मा विष्णु महेश 30/नंबर हैं
और तीनों एक ही हैं,नाम अलग
है,5/एलिमेंट्स से बना ये ब्रह्मांड,महाकाल आते गए,अपना नाम बदल बदल कर रखते गए, अग्नि तत्व जल तत्व वायु तत्व धरती और आकाश तत्व में कौन बैठा है,यही बता दो,
कल्कि अवतार 10/
Yaha pr Acharya ji ka jhukao shiv ki or hai jb ki kahi jagah pr vishnu ko shresth btaya gya hai
धन्यवाद आचार्य जी।चरण स्पर्श।
Wonderful explanation....❤❤
प्राकृतिक स्वरुप के ईश्वरको आजतक कोई नहि जान पाया है क्योंकि वाँहा तक कोई पौंहचा ही नहि है ये जो धर्म गुरु है ये साशकिये स्वरुप के भगवान का वर्णन कर के अपना रोटी सेंक ते है
Pranam acharya ji. 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
jab bhi mai aapko sunta hun to man shant ho jata hai, duniya pahle se aur behatar lagne lagti hai. tathyon ko aur gahrai se samajh pata hun, aap mahan hai aacharya.🙏❤
Acharya prasant is only one in the world
शांति दायक उत्तर नहीं है|
आचार्य प्रशांत 'शर्मा' जैसे विचार उनके बिल्कुल नहीं है| मैंने उनको सुना और उनकी तर्क पूर्ण बातों को समझा| सभी समस्याओं का हल मिला
TIME FORGETS EVERYTHING TIME IS TRUTH REST IS LIE...SAMAY SHIVA SANATAN SAMSHAN-SRISTI SANGHAR /SPACE-SUNYA
प्रेमानंद जी महाराज को सुनिए तो सब समझ में आ जाएगा प्रशांत
Bro sab ek hi hai lekin prashant ji alag alag samajh gay.😊
@@indianquantumaiinke hisab se shri krishn bhi insaan the inki khud ki baatein controdict kar rhi hai
कृपया आप एक बार आपका नजदीकी "प्रजापिता ब्रह्मा कुमारीज ईश्वरीय विश्वविद्यालय "मे आइये ।धन्यवाद
देखिये वो दिखा रहा है इन आंसू भरे अधजल भरी आंखों से तो कुछ भी नहीं दिखेगा जो हे वास्तव में वो भी नही देखपाओगे लेकिन देखने के लिए दिव्य चक्षु प्रदान करे परमात्मा तो जरूर ही अनेका नेक ब्रह्मांड दिखाई देगें ये प्रमाण भी देने की नहीं है ये तो प्रत्यक्ष हे बधुंओ कहते हैं आपने मेरी आंखे खोलदी सच तो यही है ऊपर वाले को सब दिखता है ओर दिखा भी सकता है बोल सच्चिदानंद भगवान की जय
Radhe radhe
आचार्य जी बहुट ही सारगर्भित सटीक जानकारी दी
Chacha aap se niyedan hai aap prem rawat ko jarur sune
"गिलहरी दिखी नहीं कि राम याद आजायेंगे"। बड़ी सुन्दर व्याख्या मिल गई।
Great question
परमात्मा साकार है सशरीर हैं
Acharaya ji naman..Arjun ko bhi to bhagwan ne vishvaroop darshan karaya....Ye kya hai...Kya ye bhi kahani hi hai matra❤
Aap sab se nivedan hai ek bar prem rawat ko se hamare fevarete guru acharya prashant aur prem rawat hai jarur sune manaw jivan safa ho jayega
🙏🙏🙏💐
Sab tasya kar ke gyan liya hai ❤
(Hoyi Hoyi Hoyi) (Matic)(🙏🙏🙏 ) Mahadevi hai Swarg se lekar samadhi Tak ( 7) roop hai)
Pranam Acharya ji apne or puri sangstha ne desh or puri duniya ko Gyan or prem bate hai thanks 🙏🙏
Bhaiya aap se nivedan ha aap prem rawat ko jarur sune
Bᴇʟιvᴇ ιɴ ईश्वर = आदिशक्ति 🕉️
(Uɴιvᴇʀsᴇ ᴀɴᴅ Gʀᴀvιтʏ)
Eʟᴇcтʀoɴ Pʀoтʀoɴ Nᴇuтʀoɴ
रज /सत /तम -,+,0
Cʀᴇᴀтoʀ Pʀᴇsᴇʀvᴇʀ Dᴇsтʀoʏᴇʀ
(ब्रह्मा विष्णु महेश)
Eɴᴇʀԍʏ (Nucʟᴇus):-
Eᴅucᴀтιoɴ, Wᴇᴀʟтн, Couʀᴀԍᴇ
शक्ति :- सरस्वती, लक्ष्मी, पार्वती
#भगवान= भूमि गगन वायु अग्नि नीर
#अतो देवा अवन्तुना यतो विष्णुर्विचक्रमे।
पृथिव्याः सप्त द्यामभिः ।।
:- Loʀᴅ Vιsнɴu, тнᴇ Loʀᴅ oғ тнᴇ uɴιvᴇʀsᴇ, нoʟᴅs ᴀɴᴅ cʀᴇᴀтᴇs тнᴇ sᴇvᴇɴ ᴇʟᴇмᴇɴтs ιɴcʟuᴅιɴԍ тнᴇ ᴇᴀʀтн, ᴇᴀʀтн, wᴀтᴇʀ, ғιʀᴇ, ᴀιʀ, sκʏ, тнᴇ cosмιc ᴀтoм ᴀɴᴅ ɴᴀтuʀᴇ, wᴇ ᴘᴇoᴘʟᴇ ԍᴇт тнᴇм, so wᴇ sнouʟᴅ uɴᴅᴇʀsтᴀɴᴅ тнᴇм, тнᴇʏ ᴘʀoтᴇcт us.
संपूर्ण #ब्रह्मांड ही #परमेश्वर का विराट रूप हैं। उसे ही #सदाशिव, #नारायण, #ब्रह्म यानी
#परमपिता (परमात्मा) कहते हैं।
🔥💦🌪️🌌💫🪐🌍
#vᴇᴅ #vᴇᴅᴀɴт #sᴀɴᴀтᴀɴᴅнᴀʀмᴀ #ԍιтᴀ #ιɴᴅιᴀ ।।
Radhe Radhe 🙏🙏💯🙏🙏
Shiv sabse pehle aaye the toh shiv ki jatao se ganga nikali thi
पैदा होणा, चलना जिवन जिवन जिना, और अंत होणा इसे तीन गुन है ब्रम्हा विष्णु शिव है
Aap sab se nivedan hai ek bar prem rawat ko se hamare fevarete guru acharya prashant aur prem rawat hai jarur sune manaw jivan safa ho jayega
Aacharya ji Pranam ❤❤🎉
जय श्री सीताराम कोटि धन्यवाद गुरूदेव