गम्भीर, शोधपरक एवं प्रवाहपूर्ण व्याख्यान। बहुपठनीयता का परिचय। भारतीय भाषा केन्द्र, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय की पुरातन छात्रा को बरसों बाद सुनकर बहुत अच्छा लगा।
मात्र पौन घंटे में वृहत हिन्दी इतिहास के विविध पहलुओं की इतनी सुगठित, स्पष्ट व सुरुचिपूर्ण प्रस्तुति आपके गूढ़ ज्ञान की परिचायक है और हम जैसे हिन्दी प्रेमियों के लिए वरदान। बहुत-बहुत धन्यवाद।
विश्व विख्यात साहित्यकार चिंतक आलोचक संपादक नई कहानी के जनक राजेन्द्र यादव ने हंस पत्रिका में आपके बारे में बहुत लिखा था जिसे मैंने पढ़ा था। राजेन्द्र यादव के दिवंगत होने के बाद हंस पत्रिका लेना बंद कर दिया है। आपको हार्दिक शुभकामनाएं 💓👌🌹👍
गम्भीर, शोधपरक एवं प्रवाहपूर्ण व्याख्यान। बहुपठनीयता का परिचय। भारतीय भाषा केन्द्र, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय की पुरातन छात्रा को बरसों बाद सुनकर बहुत अच्छा लगा।
मात्र पौन घंटे में वृहत हिन्दी इतिहास के विविध पहलुओं की इतनी सुगठित, स्पष्ट व सुरुचिपूर्ण प्रस्तुति आपके गूढ़ ज्ञान की परिचायक है और हम जैसे हिन्दी प्रेमियों के लिए वरदान। बहुत-बहुत धन्यवाद।
सारगर्भित व्याख्यान
❤Heartly best wishes
बहुत बढ़िया वक्तव्य। मार्मिक और ज्ञानवर्धक।
❤
विश्व विख्यात साहित्यकार चिंतक आलोचक संपादक नई कहानी के जनक राजेन्द्र यादव ने हंस पत्रिका में आपके बारे में बहुत लिखा था जिसे मैंने पढ़ा था। राजेन्द्र यादव के दिवंगत होने के बाद हंस पत्रिका लेना बंद कर दिया है। आपको हार्दिक शुभकामनाएं 💓👌🌹👍
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