आदिवासी समाज धर्मपुर्वी संस्कृति का वाहक है... आदिवासी आस्तिक नहीं,नास्तिक नहीं पर वास्तविक है.. प्रकृति जो वास्तविक है जो जीवन के लिए आवश्यक है उसे मानता है उसकी पूजा करता है..जोहार 🌾🏹🙏
हम संताल आदिवासी समाज से हैं लगभग 49 साल के हो चूका हु तब से मैने देखा है उससे पहले भी दादा परदादा से परम्परा चली आ रही है जैसे हम लोगो का पर्व त्योहार पर सोहराय पर्व.मे खुला जमीन पर मुर्गा वलि देते हैं,बाहा पर्व ,ऐरो पर्व जानथाड पर जाहेर थान (सखुवा पेड़ के नीचे ) किसी की मृत्यु होने पर दफनाते समय छोटा मुर्गा का वलि साथ मे बर्तन आभूषण, और श्राद्ध कर्म मे बकरी सूअर मुर्गी कबूतर वलि ,शादी-विवाह मे सदा पट्टा ,हर जगह वलि और प्राकृतिक पूजा-पाठ प्रचलित है।भाले आज कुछ लोग ईसाई धर्म को अपना लिए कुछ किसी के सम्पर्क मे आने से हिन्दु धर्म का देवी देवता और झंडा लगा रहा है यह अलग बात है।लेकिन हमारे समाज आज से लगभग चार हजार साल पहले छोड़ चुके चायचमपागाढ और बदोलीगाढ का वंशज हैं इतिहास मे सिंधु घाटी सभ्यता कहते हैं।इसलिए आदिवासी समाज पढ लिख कर आगे बढ़े लेकिन अपना संस्कृतिक रीति-रिवाज धर्म को मत मिटाए जोहार।
अति सुन्दर भैया जी आपने आदिवासी समाज के सही और कम सब्दों मे सम्पूर्ण रीति-रिवाज परंमपरा को बता कर सुन्दर सुन्दर सब्दों बखान किया, इसके लिए सम्पूर्ण आदिवासी की ओर से आपको धन्यवाद, सेवाजोहर
गोंड राजाओं ने अपना जमीन विलय कर अन्य आदिम जाति को आदिवासी समाज में शामिल किया है। गोंड रिज़र्व आदिवासी है गोंड का विधि विधान परम्परा पालन करने वाले 12 समुदाय गोंड आदिवासी में शामिल हैं और इसी प्रकार गोंडवाना गणतंत्र विधि विधान परम्परा पालन करने वाले 57 समुदाय को समाजिक व्यवस्था में आदिवासी समाज में 1951 शामिल किया गया है।
जोहार आति सुंदर जानकारी देने के लिए आदिवासी समाज आप को बहुत बहुत धन्यवाद देते हैं जो जन जन तक पहुंचे के लिए। नितेश उरांव आदिवासी समाजिक कार्यकर्ता लापुंग रांची झारखंड से जोहार
कपूर सर जी नमस्कार आप यदि शादी,तलाक,व बच्चों के संरक्षण के संबंध में कोर्ट द्वारा पारित निर्णय के साथ एक वीडियो बना कर लोगों को जागरूक करें तो बेहतर होगा।
आदिवासी हिन्दू नहीँ है, और हिन्दू शब्द की परिभाषा समझा दो, गोंडवाना समूह के गोंड हिन्दू में नहीँ आते, बाकी आदिवासी जिन्होंने हिन्दू परम्परा अनुसार कार्यक्रम करते वे ही हिन्दू हो रहे है, "और आदिवासियों को हिन्दू क्यों बनाए जा रहें यह कोई नहीँ समझा रहें है, जय गोंडवाना सेवा जोहार !
अगर आदिवासी हिन्दू नहीं है तो इशाई आदिवासी होता है तो किस देश के मूल निवासी है भारत का तो नहीं है तो फ़िर बिहार झारखंड छत्तीसगढ़ में इशाई उरांव आदिवासी जनजाति में शामिल क्यों है कोई बात सकता है मैं भी आदिवासी हूं धर्म हिन्दू
Mai Santal Adiwasi hoon or Santal Adiwasi religion nam SARIDHARAM hai,Sarna Orang Munda Bhumij ka dharm ka nam hai wo log usiko adiwasi Dharm code Lena chahte hai, Adiwasi grahan jyaga ho ese koy dharm nehi man rahe.isilie hum log bhi Sarna support nehi kar rahe hain.
thank you so much Puneet Sir.. jankari hum Tak pahunchane ke liye cover up karne ke liye.... main to sir Insaniyat ke Dharm ko follow karta hun Manav Dharm hi sarvoch hai aur logon ne khud Dharm mein vibhakt rahakar ek dusre mein bhedbhav paida Kiya hai ... mera ek hi sawal hai sir ki jab aadivasi samaj ki ladki ya ladka kisi Anya dusre samaj mein Vivah kar leta hai to use Jaat se band kar dete Hain to yah parampara kyon hai.. unhen Apne Devi devtaon ki Puja mein sammilit nahin Karte janm mrutyu karykram mein nahin bulate hain aur yadi unhen Jaat Milana hota hai to samaj mein upsthit hokar unke dand Diya jata hai aur unse bhojan karvaya jata hai pure gaon ko abhi ke samay mein to log paise dekar bhi is prakar ki karya kar rahe hain to yah kya uchit hai.. kyunki yah to lalach ko bhi paribhashit karta hai ki log Apne swarth ke liye paise lekar bhi is prakar ka karya kar rahe hain... kyunki Insan hi hai ham apne aap ko alag alag kahenge to kaise chalega yah sab ki apna tark hai kisi per Jor jabardasti nahin hai.. बस इंसानों के लिए मैं यही कहना चाहूंगा मत कर भेदभाव रे इंसान रे माटी का तू बना हुआ है क्यों घमंड करता है एक दिन उसी माटी में मिल जाएगा कुछ नहीं बच पाएगा मत कर भेद भाव इंसान रे 🙏🙏
हिंदू शब्द ही अपने आप में एक गाली हैं आदिवासी स्वयं धर्म है आदिवासी धर्म पूर्वी है आदिवासी का धर्म कॉलम क्यों हटाया जय जोहार जय आदिवासी जय भिलप्रदेश 💙💙💙🏑🏑🏑🏹🏹🏹🙏🙏
@@budhram.ranchiHindu dharm thahi nahi yeh bhrammanone pichale 500 salo mai banaya hai.agar itana purana hota to vedo mai bataya hota.ab yeh kahenge ki sanatan hamara dharm hai woh bhi ek budhdh dharm ka path hai.😅😅khir putr😂😅
कपूर जी मेरा एक सवाल हैं, आप आदिवासी समाज के ओझल या दबदे जा रहे संस्कृति को पुनः जाग्रत कर रहे आपका बहु बहुत धन्यवाद। मेरा सवाल ये है कि आदिवासी संस्कृति की आधार क्या रहा है, पीढ़ी दर पीढ़ी किस भाषा या लिपि के माध्यम से ये जानकारी अभी तक पहुंच पाया है। 1.गोंडी कल्चर को जानने की बुक रिकमेंड कर दीजिए ।
आदिवासियों के संपत्ति के अधिकार के बारे में आप हिन्दू उतराधिकार अधिनियम 1956 की धारा 2 की उपधारा (2) को विस्तार से पढ़े भाई और कमला नेती vs स्पेशल लैंड acquisition सुप्रीम कोर्ट का जजमेंट पढ़ें
Main Madhya Pradesh ke Betul (district ) jile ka gond adivasi hu. Gond janjati se hain . Gondi bhasha bol te Hain. Hum purwajo ki Puja karte . Hum Bada dev ( pada pan ) ki Puja karte Hain. Prakriti Puja karte hain. Mahua ped (tree 🌲) ki Puja karte hai.
I am Martha as noted in my land records (nizam time records and after 1964 Maharashtra land revenue records). Even school records show Maratha in religion and caste column, but generally our other few family members call themselves as Hindu Maratha without any documentation about it.
Adim adim jati jo prakriti ko manta hai usey adivasi kahateh hai ...vaidek dharam se Inka koi lena dena nahi hai. Itihas gawah hai prakriti sehe anyah dharam janam leya hai... vaidekkal toh bramhano dowara Lekha gayah hai ... Jay adivasi
बड़ादेव मात्र 10 15 वर्ष से सिर्फ गोण्ड समाज के प्रमुख देव प्रचारित किया जा रहा है गोण्ड क्षत्रिय साम्राज्य के एतिहासिक राजाओं ने छत्तीसगढ़ राज्य भोरमदेव मे शिव मंदिर कवर्धा शहर में भगवान श्री राधाकृष्ण का 19 वी शताब्दी मे निर्मित भगवान श्री राधा कृष्ण जी मंदिर बनवाया गया है अगर बड़ादेव गोण्डवाना राजाओं के आराध्य देव होता तो उसका अनेकों मंदिर बनाये होते गोण्ड राजाओं के इतिहास को अध्ययन में ब्राम्हण महर्षि विश्वेश्वरा के पुत्र रावण कुंभकर्ण मेघनाथ गोण्ड जनजाति के अलावा अन्य जनजाति समुदाय के पूर्वज हो सकती हैं गोण्ड जनजाति अनेकों स्थानों में साम्राज्य होने से क्षत्रिय माना गया है गोण्ड समुदाय सहित अन्य जनजातियों को हिन्दू समाज से विभाजन करने मुस्लिम एवं ईसाईयों की कुटिल बुद्धि से भ्रामक प्रचार प्रसार किया जा रहा है आपसे निवेदन है कि गोण्डवाना साम्राज्य का अध्ययन कर विश्लेषण कीजिएगा जय जय श्रीराम हर हर महादेव
आदिवासी प्रकृति पूजक है।।
आदिवासी मूर्ति पूजक नहीं।।
आदिवासी में कोई वर्ण नहीं।।
आदिवासी हिंदू नहीं।।
आपके द्वार सही जानकारी के
लिए धन्यवाद।
Jo tum hindu karne ki kosis kar rahe ho vahi kosis Cristian kar rahe hai dude,jise conversation kehte hai👍@@dineshkumarsingh7182
Sanatan Parampara se Adiwasi Daram Ka Nirmaam huwa hai...Jai Kartic Oraon
Kewal Daram Badal lene se koi missionary nahi ho jata ....Unke naam avi bhi Sanatan naam hai 🙏
आपने बहुत अच्छी जानकारी हमें प्रदान की है आपका दिल में से धन्यवाद। मेरी मातृभाषा गोंडी है , गोंड़ हमारी जनजाति है, गोण्डी हमारा धर्म है।
हम आदिवासी समाज से है और हम हिन्दू नहीं और नहीं मानते हैं और नहीं मानेंगे हम आदिवासी हैं और आदिवासी ही रहेंगे जय जोहार जय आदिवासी 🌱🌍🏹✊🙏🙏
भारत के हर राज्य में रहने बसने वाले सभी आदिवासियों से निवेदन है कि आप सभी लोग बिरसा बिग्रेड के कार्यक्रम को देखे सुने जय जोहार जय आदिवासि।
आदिवासी हिंदू नहीं है, आदिवासी प्रकृति पूजक है🙏🏻 जय जोहार ❤
आदिवासी समाज धर्मपुर्वी संस्कृति का वाहक है... आदिवासी आस्तिक नहीं,नास्तिक नहीं पर वास्तविक है.. प्रकृति जो वास्तविक है जो जीवन के लिए आवश्यक है उसे मानता है उसकी पूजा करता है..जोहार 🌾🏹🙏
आदिवासी हिन्दू नहीं है। ये लोग प्राकृत धर्म को मानते हैं। प्रकृति के नियमों का पालन करते हैं।
British adiwasi ko Missionary to ban liye pr nunke naam ko convert nahi kar saken...Bharat Mata ki Jai!
हम संताल आदिवासी समाज से हैं लगभग 49 साल के हो चूका हु तब से मैने देखा है उससे पहले भी दादा परदादा से परम्परा चली आ रही है जैसे हम लोगो का पर्व त्योहार पर सोहराय पर्व.मे खुला जमीन पर मुर्गा वलि देते हैं,बाहा पर्व ,ऐरो पर्व जानथाड पर जाहेर थान (सखुवा पेड़ के नीचे ) किसी की मृत्यु होने पर दफनाते समय छोटा मुर्गा का वलि साथ मे बर्तन आभूषण, और श्राद्ध कर्म मे बकरी सूअर मुर्गी कबूतर वलि ,शादी-विवाह मे सदा पट्टा ,हर जगह वलि और प्राकृतिक पूजा-पाठ प्रचलित है।भाले आज कुछ लोग ईसाई धर्म को अपना लिए कुछ किसी के सम्पर्क मे आने से हिन्दु धर्म का देवी देवता और झंडा लगा रहा है यह अलग बात है।लेकिन हमारे समाज आज से लगभग चार हजार साल पहले छोड़ चुके चायचमपागाढ और बदोलीगाढ का वंशज हैं इतिहास मे सिंधु घाटी सभ्यता कहते हैं।इसलिए आदिवासी समाज पढ लिख कर आगे बढ़े लेकिन अपना संस्कृतिक रीति-रिवाज धर्म को मत मिटाए जोहार।
आदिवासी धर्म कोड अलग होना चाहिए जो कि 1881 से अलग था,जय 🙏🙏 जोहार जय प्रकृति
Adiwasi ko mul adiwasi bola jata hai....Converted missionary adiwasi ko nahi
. मैंने आदिवासी और आदिवासियों पर कई वीडियो देखा जिसमें भ्रामक जानकारी दी गई थी पर आपने सही और सटीक जानकारी दी है जिसके लिए बहुत बहुत धन्यवाद
शुक्रिया संतोष जी
अति सुन्दर भैया जी आपने आदिवासी समाज के सही और कम सब्दों मे सम्पूर्ण रीति-रिवाज परंमपरा को बता कर सुन्दर सुन्दर सब्दों बखान किया, इसके लिए सम्पूर्ण आदिवासी की ओर से आपको धन्यवाद, सेवाजोहर
कपूरजी आपने बहुत ही बढ़िया जानकारी कलेक्ट की है और वीडियो के माध्यम से लोगो तक जानकारी पहुंचने का जो बीड़ा आपने उठाया है, उसके लिए आपको सादर सेवा जोहर
शुक्रिया भाई साहब
गोंड राजाओं ने अपना जमीन विलय कर अन्य आदिम जाति को आदिवासी समाज में शामिल किया है। गोंड रिज़र्व आदिवासी है गोंड का विधि विधान परम्परा पालन करने वाले 12 समुदाय गोंड आदिवासी में शामिल हैं और इसी प्रकार गोंडवाना गणतंत्र विधि विधान परम्परा पालन करने वाले 57 समुदाय को समाजिक व्यवस्था में आदिवासी समाज में 1951 शामिल किया गया है।
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जोहार आति सुंदर जानकारी देने के लिए आदिवासी समाज आप को बहुत बहुत धन्यवाद देते हैं जो जन जन तक पहुंचे के लिए। नितेश उरांव आदिवासी समाजिक कार्यकर्ता लापुंग रांची झारखंड से जोहार
@@nsproduction931 जोहार उरांव साहब
Good
आदिवासी समाज बंधवा धर्मपुर्वी समाज है जय जोहार जय आदिवासी
बीजेपी और सहयोगियों की भरपूर कोशिश है कि आदिवासी को हिन्दू बताए जबकि ऐसा बिल्कुल भी नहीं है।
Bahut achhi jaankari hai ❤
Sar aapne itni achi jankari batayi he na❤
यहाँ सच है कि आदिवासी हिन्दू नहीं ?
Yes adivasi are not hindus
Adiwasi Hindu nahi pr Santana Daram se alag bhi nahi hai...Jai Kartik Oraon!
सबसे बेहतरीन जानकारी
आदिवासी हिन्दू नहीं है। आदिवासी प्रकृति पूजक न कि मनगढ़ंत आकृति (महादेव पार्वती) पूजक।जय आदिवासी जय संविधान।
Right 👍👍👍
so nice
Yah jankari bhaut achha laga
गोंड गोंडवाना गोंडी लॉ बुढ़ा देव प्रकृति व्यवस्था वाले हिंदु नहीं 1971...
Bahut Bahut Dhanywad Sar
Johar Jay Adiwasi
@@Uikey_centring_works जोहार उइके साहब
बहुत सुंदर जानकारी सर जय बुढा देव
कपूर सर जी नमस्कार आप यदि शादी,तलाक,व बच्चों के संरक्षण के संबंध में कोर्ट द्वारा पारित निर्णय के साथ एक वीडियो बना कर लोगों को जागरूक करें तो बेहतर होगा।
जी ज़रूर इस पर वीडियो बनाएंगे, सुझाव के लिए आपका शुक्रिया
Aap ne bahut achcha bataya ..... good
आदिवासी हिन्दू नहीँ है, और हिन्दू शब्द की परिभाषा समझा दो, गोंडवाना समूह के गोंड हिन्दू में नहीँ आते, बाकी आदिवासी जिन्होंने हिन्दू परम्परा अनुसार कार्यक्रम करते वे ही हिन्दू हो रहे है, "और आदिवासियों को हिन्दू क्यों बनाए जा रहें यह कोई नहीँ समझा रहें है, जय गोंडवाना सेवा जोहार !
Nice🎉
अच्छा है और भी जानकारी दें।
मुझे लगता है कि आप गोंड समाज की आत्मा को जान चुके है बिल्कुल सही सत्य जानकारी दी आप ने
Sewa johar dada bah,ut sunder 🙏🙏🙏
जोहार भाई साहब
हम आदिवासी, मूलनिवासी, भगवानों और धर्मों के जन्म से पहले के है...जय सिंधु राष्ट्र,जय जोहार, जय आदिवासी
Good information
जय आदिवासी जय जोहार 🎉🎉
खूब खूब धन्यवाद जोहार शर जी ❤
Only Adiwasi jindabad 💛👍👀🤔🏹🏹🏞️⛰️🌄🤔
Sundar .Right. best.
गोंड गोंडी गोंडवाना सेवा सेवा जोहार जय बड़ादेव जय सेवा सेवा जोहार
आदिवासी किसी भी धर्म मे नही आता।
प्रकृति पूजक भी और मूर्ति पूजक भी।।
गोंडवाना के अनेक गढ़ किला महलों में अनेक मंदिर मूर्ति है। अवलोकन करे।।
आदिवासी दलित हिन्दू नहीं है पर हिन्दू आदिवासी दलित से जन्मा है। 🇮🇳🙏🇮🇳
अगर आदिवासी हिन्दू नहीं है तो इशाई आदिवासी होता है तो किस देश के मूल निवासी है भारत का तो नहीं है तो फ़िर बिहार झारखंड छत्तीसगढ़ में इशाई उरांव आदिवासी जनजाति में शामिल क्यों है कोई बात सकता है मैं भी आदिवासी हूं धर्म हिन्दू
Rss ka aser
Anuchuchit janajati aur adivasi dono alag content hai.sanvidhan ki bhasha samajo tab pata chalega.
जोआदिवासी ईसाई बन रहे है यै किस देश की ईसाई सांसकृति मान रहै है
Aadivasi Hindu nahi he . Sir ji
झारखंड कुड़मी आदिवासी प्रकृति प्राचीन काल से आदिवासी लोग हैं
Kudmi samaaj toh Brahmani hindu dharm aur sanskaron maanyataon ko follow karta hai. ! Toh wo kaise aur kis adhar par adiwasi hoga
कुड़मी लोग पंडित से पूजा करते हैं आदिवासी नहीं हैं
सरना नहीं, आदिवासी धर्म होना चाहिए वहीं सही है
Mai Santal Adiwasi hoon or Santal Adiwasi religion nam SARIDHARAM hai,Sarna Orang Munda Bhumij ka dharm ka nam hai wo log usiko adiwasi Dharm code Lena chahte hai, Adiwasi grahan jyaga ho ese koy dharm nehi man rahe.isilie hum log bhi Sarna support nehi kar rahe hain.
आपने सही कहा और सही जानकरी दी खानपान भी अलग है
जानकारी के लिए बहुत बहुत धन्यवाद सर जी 🙏
आदिवासी घड़ी , फेरे , पूज्य स्थल की परिक्रमा , खेत में हल , सब दांयें से बांऐं चलते हैं । प्रकृति पूजक हैं ।
सेवा जोहार बहुत अच्छी जनकारी
@@AnilPorte710 जोहार अनिल साहब
Correct sahab acha vedio banaya apne 👍
सराहनीय अति उत्तम 🙏🙏🙏🙏
शुक्रिया, जोहार भाई साहब
जय जोहार जय आदिवासी
जोहार दादा
Sahi bat he adivashi Hindu Nahi he❤🎉❤
हमारा आन्य करके कालम था उसे हटाकर हम पर हीन्दू धर्म थोपा है ईतीहास गवाह है
Good video namaskar sir
Very good knowledge about indegeneous
Koi bhi Adivasi hindu nahin hai.
Adivasiyo ko hindu bolna mahamurkhon ka karya hai.
Jay hind.
आपके हिसाब से आदिवासी हिंदू है तो मेरा एक सवाल है, आदिवासी हिंदूधर्म के कोन से वर्ण व्यवस्था में किस स्थान पर आते है
पवन जी आपने पूरा वीडियो देखा है?
👍🥰😍jay.johar.jay.adiwasi💞💛💛💛
आदिवासियों की पूजा पद्धति और विवाह हिंदुओं से बहुत अलग हैं आदिवासी हिंदू नहीं है
Johar
Aadivasi na Hindu hai ya Muslim hai Na sake Na aisa hi hai sirf Insan hai vahi aadivasi
thank you so much Puneet Sir.. jankari hum Tak pahunchane ke liye cover up karne ke liye.... main to sir Insaniyat ke Dharm ko follow karta hun Manav Dharm hi sarvoch hai aur logon ne khud Dharm mein vibhakt rahakar ek dusre mein bhedbhav paida Kiya hai ... mera ek hi sawal hai sir ki jab aadivasi samaj ki ladki ya ladka kisi Anya dusre samaj mein Vivah kar leta hai to use Jaat se band kar dete Hain to yah parampara kyon hai.. unhen Apne Devi devtaon ki Puja mein sammilit nahin Karte janm mrutyu karykram mein nahin bulate hain aur yadi unhen Jaat Milana hota hai to samaj mein upsthit hokar unke dand Diya jata hai aur unse bhojan karvaya jata hai pure gaon ko abhi ke samay mein to log paise dekar bhi is prakar ki karya kar rahe hain to yah kya uchit hai.. kyunki yah to lalach ko bhi paribhashit karta hai ki log Apne swarth ke liye paise lekar bhi is prakar ka karya kar rahe hain... kyunki Insan hi hai ham apne aap ko alag alag kahenge to kaise chalega yah sab ki apna tark hai kisi per Jor jabardasti nahin hai.. बस इंसानों के लिए मैं यही कहना चाहूंगा मत कर भेदभाव रे इंसान रे माटी का तू बना हुआ है क्यों घमंड करता है एक दिन उसी माटी में मिल जाएगा कुछ नहीं बच पाएगा मत कर भेद भाव इंसान रे 🙏🙏
Dada aap sahi bol rahe hai.adivashi hindu nahi hai.
Johar namaskar 🙏🙏🙏
जोहार भाई साहब
बिल्कुल सही कहा सर आप ने जय जोहार जय संविधान
bahut badhiya..
ab ye v bata dijiye k christian se adiwasi kaise alag hai...
🙏🙏🙏
Jis jati ka gitr hai wah hindu hai adiwasi ka bhi gotr hota hai❤❤❤
Aadivasi Hindu nahin hai aadivasi Ek Desh ka Mul
हिंदू शब्द ही अपने आप में एक गाली हैं आदिवासी स्वयं धर्म है आदिवासी धर्म पूर्वी है आदिवासी का धर्म कॉलम क्यों हटाया जय जोहार जय आदिवासी जय भिलप्रदेश 💙💙💙🏑🏑🏑🏹🏹🏹🙏🙏
भाई साहब हिन्दू शब्द गाली नहीं है हिन्द इक कौम है जिसमे हर तरह का जाति के लोग है
@@budhram.ranchiHindu dharm thahi nahi yeh bhrammanone pichale 500 salo mai banaya hai.agar itana purana hota to vedo mai bataya hota.ab yeh kahenge ki sanatan hamara dharm hai woh bhi ek budhdh dharm ka path hai.😅😅khir putr😂😅
जय बुढा देव❤
❤इन के भगवान अलग है क्या❤
💯💯💯💯💯💯
Hum adivasi hai singbonga ko mante hai
Bahut gyan hogaya .jo adivasi Christian hogaye bo kaise ST ka labh utha rahehein uske bare mein baat kariye .
Hind ka niwashi Hindu, Hindu means oldest citizens ,nationality of Hindia
कपूर जी मेरा एक सवाल हैं,
आप आदिवासी समाज के ओझल या दबदे जा रहे संस्कृति को पुनः जाग्रत कर रहे आपका बहु बहुत धन्यवाद।
मेरा सवाल ये है कि आदिवासी संस्कृति की आधार क्या रहा है,
पीढ़ी दर पीढ़ी किस भाषा या लिपि के माध्यम से ये जानकारी अभी तक पहुंच पाया है।
1.गोंडी कल्चर को जानने की बुक रिकमेंड कर दीजिए ।
@@naveenmaravi6821 शुक्रिया नवीन जी, गोंडी दर्शन को जानने के लिए एक बहुत अच्छी किताब है, "पारी कुपार लिंगो, गोंडी पुनेम दर्शन"
आदिवासियों के संपत्ति के अधिकार के बारे में विस्तार से् बताइए
आदिवासियों के संपत्ति के अधिकार के बारे में आप हिन्दू उतराधिकार अधिनियम 1956 की धारा 2 की उपधारा (2) को विस्तार से पढ़े भाई और कमला नेती vs स्पेशल लैंड acquisition सुप्रीम कोर्ट का जजमेंट पढ़ें
आदिवासी हिन्दू नहीं है
और रही बात धर्म कॉलम 1951तक ट्राइबल लिखा गया उसके बाद जनगणना बंद कर दिया गवर्नमेंट ने
Main Madhya Pradesh ke Betul (district ) jile ka gond adivasi hu. Gond janjati se hain .
Gondi bhasha bol te Hain.
Hum purwajo ki Puja karte .
Hum Bada dev ( pada pan ) ki Puja karte Hain.
Prakriti Puja karte hain.
Mahua ped (tree 🌲) ki Puja karte hai.
झारखंड में जमशेदपुर साकची टेल्को गोविंदपुर आदित्यपुर बिस्तुपुर मिरूडीह लक्ष्मीपुर लाखों कुड़मी आदिवासी की जमीन पर टाटा ग्रुप ने छीन लिया है
Manubadiyon ke ghulam ko hindu कहते हैं...magar adivasi Manubadiyon ke ghulam nhi hai isliye adivasi हिन्दू nhi hai....
बहुत बहुत धन्यवाद सेवा जोहार दादा जी
@@raghveerparte3382 शुक्रिया परते साहेब
I am Martha as noted in my land records (nizam time records and after 1964 Maharashtra land revenue records). Even school records show Maratha in religion and caste column, but generally our other few family members call themselves as Hindu Maratha without any documentation about it.
अनुसूचित जन जाति आदिवासी नहीं हैं,देखें प्रेम मार्डी बनाम अन्य का दिल्ली उच्च न्यायालय का जजमेंट।
भील जनजाति पर एक वीडियो बनाओ सर।
जल्दी ही बनाएंगे मानसिंह जी
Bhut sare adwasi dharm badl rahe hai aur prkrtikpujak chor kar mashih pujak ho rahe hai ye chintajanak hai sir adwasi Kom k liye
प्रत्येक आदिवासी अनूसूचित जनजाति (ST) नही है।
आदिवासी कोई धर्म में नहीं आता । आदिवासी धर्म पुर्वी समाज है ।
Adiwasi hindu nhi h hindu adiwasi h q ki adiawasi duniya ki pahli jati h
Jab riti riwaj alag hai to hindu kaise hoga suprime cort ne bhi mana hai
Adim adim jati jo prakriti ko manta hai usey adivasi kahateh hai ...vaidek dharam se Inka koi lena dena nahi hai. Itihas gawah hai prakriti sehe anyah dharam janam leya hai... vaidekkal toh bramhano dowara Lekha gayah hai ... Jay adivasi
बड़ादेव मात्र 10 15 वर्ष से सिर्फ गोण्ड समाज के प्रमुख देव प्रचारित किया जा रहा है गोण्ड क्षत्रिय साम्राज्य के एतिहासिक राजाओं ने छत्तीसगढ़ राज्य भोरमदेव मे शिव मंदिर कवर्धा शहर में भगवान श्री राधाकृष्ण का 19 वी शताब्दी मे निर्मित भगवान श्री राधा कृष्ण जी मंदिर बनवाया गया है अगर बड़ादेव गोण्डवाना राजाओं के आराध्य देव होता तो उसका अनेकों मंदिर बनाये होते गोण्ड राजाओं के इतिहास को अध्ययन में ब्राम्हण महर्षि विश्वेश्वरा के पुत्र रावण कुंभकर्ण मेघनाथ गोण्ड जनजाति के अलावा अन्य जनजाति समुदाय के पूर्वज हो सकती हैं गोण्ड जनजाति अनेकों स्थानों में साम्राज्य होने से क्षत्रिय माना गया है गोण्ड समुदाय सहित अन्य जनजातियों को हिन्दू समाज से विभाजन करने मुस्लिम एवं ईसाईयों की कुटिल बुद्धि से भ्रामक प्रचार प्रसार किया जा रहा है आपसे निवेदन है कि गोण्डवाना साम्राज्य का अध्ययन कर विश्लेषण कीजिएगा जय जय श्रीराम हर हर महादेव
@@chandulalchedavi4944 भाई साहब बड़ादेव को मंदिर की जरूरत नहीं पड़ती प्रकृति ही मंदिर है पेन ठाना हजारों सालों से है
आपका नंबर भेजे।।
Aadivasi Eklavya tha jiske sath.chhal.kiyagya tha aaj bhi drooti murmu.ko mandir jane nahin diya jata hai
St SC OBC vote ke liye Hindu hai