आज की आपके चर्चा काफी रोचक रहा मैं अपने आदिवासी भाईयों से अनुरोध करता हूं की सभी अच्छी पढ़ाई करें साक्षर नहीं हम एक दूसरे से लड़ते रहेंगे तो बन्दर और बिल्ली एक रोटी की कहानी की तरह और कोई लाभ ले जावेगा जब डिलीसटी़ग ईसाई लोगो का होगा तो विधानसभा राज्य सभा लोकसभा में आदिवासी आरक्षित छेत्र कम हो जावेगा जिसे आदिवासियों का आवाज उठाने वाले कम हो जायेंगे जैसे वर्तमान में राज्य सभा लोकसभा विधानसभा और सारी शासकीय नौकरी के उच्च पद में हम आदिवासी काफी कम है जिससे एक दूसरे का सहयोग प्राप्त नहीं हो पाता है हम सभी भी शासकीय नौकरी में उच्च पद को प्राप्त करने का प्रयास करें एक दूसरे को समझे सहयोगी बने ना लड़े तभी हम आदिवासियों का भला हो सकता है अन्य बातों में लेकर लड़ते रहेंगे तो किसी आदिवासी भाईयों का भला नहीं होने वाला जय आदिवासी
Esu parmeshver nhi hai..esu kuvari mariyam se jnma Lena science mante nhi hai..esu papi criminal esu ko fasi ki saja ho gai thi..esliye esai Puri duniya me nhi hona chahiye..esu ne 40 gay katkar bhog kiya tha .gay adivasi ki bhavanjesi hai gay. Adivasi ki jivadori hai...
Esai jerusalem yahudi dharma hai.es. liyeisting.hona chahiye .bhart hindu and advsi ka desh hai.. advsi snatan aadivasi Satya hai.hindu and adivasi bhart desh ka mu nivasi hai...esi jerusalem yahudi dharm hai.es liye dilisting karn chahiye . esai ko kbhi bhi bhart ki bhi nhi le skte hai...es liye esu ko manne vale ko jru salem ki bhumi milni.chahiye..esai.jeru slem ka mul nivasi hai..esai ko bhart ki bhumi me ko hak ya adhikar nhi hai..
Esai hidudhrm ko nash karta hai.esa Loko ka mind wose karke esai banate hai..grib aadivasi jmin lutkar charch bnakar angrej esai lend jehad karte hai.es liye dilisting hona chahiye..advasi ki jmin 73 a.a.ki dhara lgta hai..esai adivasi ki jmin nhi le sakta hai..esai adivasi ki jmin lutkar esai rastra bnate hai..ess liye dilisting hona chahiye.and adivasi esai ko jerusalem bhej Dena chahiye..bhar ki bhumi par esai ka hak or adhikar nhi hai...jay adivasi sanatan mulnivasi..jay bhart.. vandematram.....jay bhart mata ki......jay birsamunda bhagwan........
आदिवासी पहचान बचाने वालों से निवेदन है एक बार बस्तर के दर्द को तो देख लो इतनी बड़ी आदिवासियों के संख्या होने के बावजूद बस्तर में प्रतिदिन आदिवासी मारे जा रहे😢😢 ये आप लोगों को क्यों दिखाई नहीं दे रहा है । सभी से निवेदन है बस्तर के आदिवासियों को बचाओ जो अपने जल जंगल जमीन के लिए लड़ रहे है। बस्तर आदिवासी बचाओ बस्तर आदिवासी बचाओ 🙏🙏🙏
Nahi bolega yeh ,tab muh band ho jaayega iska saar pe urine karne par tribals me koi virodh nahi hua . Aadivasi se ladne ke liye aadivasi humesha ready rehta hai
DeListing jyada important hai. Hasdeo, hathi, bastar jo badtar halat main sab bhad main Jane do... Christians ko sabak sikhana hai Kyo kyoki inke jatiy akao ne bola hai. Bhagwan ne budhi de istemal karo nahi toh kam se kam jo tumko gyan de rahe hai unse unki chaturai he sikh lo.
@@emersonlakra9771 lado adivasi adivasi humesha ghulami karo upper caste ki unhi ka agenda chalao. Delisted hoga to tribals reservation bhi kam hoga aur general seat badhengi. Thoda dimaag laga lo.
@@Babalgum jai johar. Bhai vayangya tha. And réservation is already dead. Ab toh apna identity or astitva bachane k ladai hai, réservation sur mandale commission k ass pass k salo main thek se mila baki backlog toh apko pata hoga. Interesting fact k EWS or LATERAL ENTRY main kabhi bhi bhi BACKLOG nahi raha or EWS ka garibi rekha toh 8lackh hai. Yeh ninama yaha indore k pass manawar main jo factories k liye paryawaran Barbad ho raha hai y'a alirajpur main adivasiyo k jamin or papers nahi hai uske liye kuch nahi bolega. Thank you for your understanding. May God bless you, jai johar, jai adivasi
जब आदिवासी राष्ट्रपति का अपमान किया जा रहा है हिंदू लोगों के द्वार तब ये लोग आवाज नहीं उठाएंगे, मणिपुर में आदिवासियों को मारा और निर्वस्त्र किया जा रहा है तब ये लॉग चुप रहेंगे, बस आदिवासियों को धर्म और जाति के नाम पर लड़ाने का काम करेंगे.🙏🙏🙏
आदिवासियों को आरक्षण जातियों के आधार पर दिया गया है न की धर्म के आधार पर,और जहां तक धर्म का सवाल वह उस व्यक्ति की अपनी आस्था है।हर व्यक्ति को अपनी आस्था के अनुसार उसकी उपासना करने का अधिकार है।
धन्यवाद श्याम सुन्दर जी , मैं भी भारत ( The Adivasi Question ) प्रोग्राम के तहत कैलाश निनामा जी से एक बहुत बड़ी विषय पर तर्क वितर्क हुआ। लाभ भी हुआ, ज्ञान भी हुआ, पर मैं उरांव आदिवासी होते हुए कैलाश निनामा जी की बातों से सहमत नहीं हूं क्योंकि आदिवासियों को जो आरक्षण दिया गया है वो धर्म के नाम पर नहीं , जाति के आधार पर दिया गया है। किसी भी व्यक्ति को - " जो आदिवासियों जैसा दिखता हो, आदिवासियों जैसा रहता हो या बोलता हो , खाता-पीता हो " को आदिवासी नहीं कह सकते हैं। आदिवासी होने के लिए उस व्यक्ति के डीएनए प्रकृतिक होने चाहिए । परंपरागत पैतृक होने चाहिए, बाप दादाओं से होने चाहिए। ( " सांस्कृतिक रीति रिवाज, बोली-वचन, भाषा सभी पौराणिक हैं, पर ये सब आदिवासी के सभ्य होने के बाद, या विकसित होने के बाद बनाई गई है " जो समय समय पर बदलते गई है, एरिया अनुसार बदलते गई है। फिर भी वह आदिवासी है क्योंकि उस व्यक्ति में परंपरागत तरीके से प्राकृतिक रूप से बाप - दादाओं का DNA मौजुद है। धर्म का अविष्कार तो बहुत बाद में हुआ, अगर धर्म पहले आता तो पुरी दुनियां सरना धर्म या गोंडी धर्म या आदि धर्म को जानते और मानते । जो भी आदि धर्म इस समय संसार में मौजुद है, आदिम जाति के बाद में बनी है। इसलिए " जाति " को आरक्षण आधार माना गया है। भील, गोंड, उरांव, संथाल आदि के लोग अपने पुराने धर्म से से हट गए हैं, अपने धर्म को छोड़ हिंदू, ईसाई, मुस्लिम या धर्मों को धड़ले से मान रहे हैं, केवल ईसाई में ही परिवर्तित नहीं हुए बल्कि हिन्दू / सनातनी धर्म में सबसे ज्यादा परिवर्तित हैं। भारत के किसी भी राज्य में जा कर देखें तो सनातनी धर्म को मानने वाले आदिवासी बहुत मिल जायेंगे जो अपने आप को आदिवासी तो मानते हैं पर आदिवासी की ABC भी नहीं जानते हैं और न मानते हैं। ऐसी स्थिति में यदि Dlisting पास करवाया गया तो आदिवासी कहीं के नहीं रहेगें, अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मारने वाली किस्सा चरितार्थ हो जायेगी। ये जो भील, गोंड आदिवासी जरूर हैं पर ये देवों को मानने वाले होते हैं , एक देव, दो देव, .... बारह देव तक इनका देवता हैं। इनके जातियों में भी कई ऐसे लोग हैं जो अपने आप को शिक्षित कर आरक्षित सीटों में सुशोभित हैं पर अपने धर्म छोड़ कर। सनातनी धर्म में गए हुए लोग या ईसाई धर्म में गए लोग अपने आप को शिक्षित किया, रहन सहन को बदला तो ये दो दो आरक्षण वाले दिखते हैं पर दुसरा आरक्षण नहीं पाते हैं। ये सब राजनैतिक प्रोपोगैंडा है। अपने लाभ के लिए धर्म की राजनीति कर रहे हैं। यदि ईसाई दो दो आरक्षण का लाभ ले रहे हैं तो आदिवासी आरक्षित सीट क्यों खाली जा रही है , क्यों आदिवासी आरक्षित सीट पर ब्राह्मण लोग बैठे हैं ? क्या हमारे आदिवासी युवा अपने आप को उस आरक्षित सीट के योग्य बना लिए हैं ? नहीं तो तैयारी कीजिए अन्यथा कैलाश जी चंगुल में फंस कर रह जायेंगे k हर आदिवासी युवा अपने आप को
आदिवासियों एक हो हमारे ही आदिवासी दुसरे आदिवासी का विरोध करता दिख जाएगा, धर्म के नाम बांटते देखा जाता है। कुछ आदिवासी नेता लोभ लालच के चंगुल में फंसे हुए हैं उन्हीं के स्वर के द्वारा बाटने की सुपारी दिया जाता है और tv मीडिया में प्रोपोगंडा फैलाया जाता है, इसीलिए सावधान रहें ऐसे नेताओं से। और सभी आदिवासी जागृत हों और दूसरों को जागृत करें। बाबा साहब ने सटीक कहा है शिक्षित बनो संगठित रहो और संघर्ष करो। धर्म संवैधानिक अधिकार है, किसका जागीर नही। आरक्षण sc/ST का हक है यह भी संवैधानिक अधिकार के तहत। धर्म के आधार पर किसी को आरक्षण नहीं मिलता है। जय आदिवासी जय जोहार जय संविधान।
अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजाति ये कोई जाति नहीं है । यह अलग अलग वर्ग है । जाति के आधार पर आरक्षण नही दिया गया है । वर्ग के आधार पर आरक्षण दिया गया है ।
आप धर्म बदल सकते हैं पर जाति नहीं। आदिवासियों को आरक्षण जाति के नाम पर मिला है ना कि धर्म के नाम पर। अगर धर्म के नाम पर आरक्षण होता तो आदिवासियों को अभी तक सरना धर्म कोड मिल जाता। जरा सोचिए .........
आदिवासी लोग जो भी हिन्दू धर्म में आ गए है, जो मुस्लिम धर्म में आ गए है, जो जैन धर्म में आ गए है जो ईसाई धर्म में आ गए है सबका डीलिस्टिंग करना जरूरी है।
😂😂 तु ईसाई रे कभी आर एस एस को गाली देगा कभी आदिवासी संस्कृति को गाली देगा हमेशा हिन्दू धर्म को गाली देगा 😂 हद है रे। जाति हिन्दू धर्म से उत्पन्न हुआ है 😂
Are bhai dharam manane ki azadi har kisi ko hai....lekin delisting la ke ap samajhte ho ki sarkar apki sun legi????ye galat fahmi me mat raho...sarkar hame todna chahti hai.
जिसकी बुद्धि संकीर्ण हो उनकी समझ इतना ही रहता है। वास्तविक यह है यह संसार प्रतिस्पर्धा से आगे बढ़ता है। जो शिक्षित हो रहा है अरक्षण का लाभ ले रहा है। अरक्षण का सही सही लाभ लेना क्या गलत है। रही बात कन्वर्जन का तो यह विचार धारा है। आदिवासी को अपनी रीति रिवाजों को, परंपरा को नहीं त्यागना चाहिए।
Jai jesu. Enko samajh nahi ayega éducation par dhyan nahi diya, agar yeah qualified he nahi honge toh job kaise mileage. Or man Liya jaye jo ki hoga nahi. K Christian adivasi ko delist kar diya jaye toh yeah ded akal k netagiri khatam ho jayege schedule 5 finish ho jayega or reservation bhi kyouki ab waha utne adivasi nahi honge Jitna qualify number hai.
Sanskriti kaun bhul Raha hi kyun kisi ko target karte hi kisi ko aap log Adivasion ke liye app kitna Kam ker rahe hi ye to bataye unko siksha me age badhaye jati kya badal sakte hi kya aap sirf dharam ko target ker rahe hi aap kab se mandir Jane Lage hi adivasi per atyachar hote dekh ker aap ko koi dukh nahi hota hi.kyin nahi ata hi bhai.bekar ke bat mat boliye.
श्याम सुन्दर जी आपने उससे अच्छा सवाल किया है कि ईसाई लोग कोन सा दोहरा लाभ ले रहे हैं। उसका जबाव नहीं दे पाया, इसका मतलब कहीं से भी धर्म के नाम पर आरक्षण या दोहरा लाभ नहीं मिलता है। दूसरा बात है कि ईसाई लोग का रहन सहन अच्छा है, यही तो देखिए शिक्षित होने का पहचान
और दूसरी बात यही बोलूंगा की कही आदिवाशी दूसरे धर्म को अपना रहे है तो । उनका कहना होता है कि हमे हमारे बुरे समय मे जो साथ देगा वही भगवान का स्वरूप होगा हमारे लिए जैसे ,, शिक्षा में हॉस्पिटल में आर्थिक स्थति से सयोग करता है । हम तो वही चाहते है मेने भी बहुत सुना है ।
Tum sab converted ho tumhara religion new hai new search Karo oldest religion oldest language and oldest holy book in the world kaun sa hai Pata chal jayega 😂😂tumhare Purvaj hindu hi hai beta😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂
जो आदिवासी दूसरे धर्म में चल गए है अनलोगो को हटा दो वो आदिवासियों का लाभ उठा रहे हैं और वे खुद दूसरे धर्म के हो चुके है फिर भी आदिवासियों का लाभ उठा रहे ऐसा नई होना चाहिए जय जोहार जय आदिवासियों
ईसाई आदिवासी को तुम्हारे बाप के घर का सम्पत्ति दिया जाता है क्या, ईसाई धर्म नहीं होता तो शायद आज आदिवासी ही खत्म हो गया होता, क्यों कि ईसाई लोगों ने ही भारत में आदिवासीयों को शिक्षित बनाना आरंभ किया है,हम शिक्षित नहीं होते तो पता नहीं हमलों का क्या होता, ईसाई धर्म से जलो मत अपने लोगों को शिक्षित बनाओ,
भाकलोल! अपना विचार रखिए तो आपका स्वागत है.... किसी हिन्दू राष्ट्र का एजेंडा की छाया में बोलिएगा तो हम यही कहना चाहते हैं हम आदिवासी... हिन्दू नहीं है. वैसे भी हिन्दू भी आर्य थे जो मांगोलिया की तरफ से भारत में प्रवेश किए थे.लगता है आप भी वही आर्य हैं.
Kailas Ninama जी आप आधुरा इतीहास बातताया। आप मुगुलों से सुरु कार दीया। मुगुलों से पेहले का आप नेहीं बताया। बेहेस त आर्य लग से ह रहा हे आप इसक नाजार आन्दाज कर देते हो। चर्चा बहुत आछा लागा लेकीन मालुम ह राहा हे आप इतीहास क छुपा रहे हो एसा हमको लाग राहा।
Religious and category are two different thing...we can change our religion anytime...there is no certificate for that...But for caste/category, it is already mentioned in our constitution.
@@francishemrom584 हाँ साहब तो आज जो आरक्षण मिला हुआ है ओ धर्म के अधार पर मिला हुआ है, और संविधान सबको धर्म चुनने मनने का आधिकार देता है यदि धर्म बदलने से जाति बदलता तो हिन्दू धर्म मनने से ब्राह्मण बन जाते और सरना धर्म मनने से आदिवासी बन जाते तो कुरमी कुड़मी महतो कब ही आदिवासी बन गए होते, और इस नेता जी का बात को बर बर सुनिए हिंदू और आदिवासी एक है, आदिवासी और हिन्दू में फर्क नहीं समझ रहा है तो समझ लिजीए की ये नेता आपको बहुत ऊंचाइयों तक ले जाएगा, और याद रखिये आपका भी आरक्षण बहुत ज्यादा दिन रहने नहीं जा रहा है, बीजेपी आपके हित में तेजी से काम कर रहा है🙏
आदिवासियों का सटिफिकेट बांट रहा है खुद का ठिकाना नहीं है और ये खुद आदिवासी नहीं है आदिवासी रूढ़िवादी प्रथा को नहीं मनता है, हाथ में क्या क्या पहना हुआ है❓ ये ब्याक्ती खुद कनवट हुआ है
Adwasi k bare m sanajh nahi hai to bola mat Karo jharlhand m jitna v isai dharm Mana raha hai sab dharm pariwartan kiya hai isai dharm netwarking dharm hai logo bahla fusla k dharm pariwartan karwata hai Mai dekha hai apni ankhon se
In the constitution, the term Janjati is used and not adivasi. Adivasi is a term constructed by missionaries. Nowhere in the constitution the term adivasi is mentioned. Study properly.
@@boulevard7863 बिल्कुल आपकी बात सही है कि आदिवासी शब्द संविधानिक नहीं है। इस शब्द को जोड़ने की कोशिश की गई थी लेकिन संघी सोच वालों इसका विरोध किया। इस शब्द का जोड़ने पर आदिवासी समाज अपना अधिकार मांगने लगेंगे मूल निवासी होने का यही सोच कर ऐसा किया गया। वैसे आपको आदिवासी शब्द मूल निवासी से नफ़रत है क्या???। हमें गर्व है
हां एकदम सही बात है। पर कोई नहीं कहता कि कोई भी धर्म मानो आदिवासी आदिवासी ही रहता है। अगर ईसाई धर्म अपनाने से आदिवासी का tag हट जाता है तो बताओ। फिर ये लड़ाई किस बात की। अधिकार वर्ग के आधार पर मिलता है ना कि धर्म के आधार पर समझो भाईयो बात को, नहीं तो हम आपस ही लड़ते रहेंगे और फैदा कोई और उठा लेगा। और उठा ही रहा है।
@@francishemrom584tum chahte ho ki muslim se nikah karne ke liye Muslim bn gyi hai to usko st Aarakchhan ka labh milna chahiye ki nhi milna chahiye.batao
Living with together is identity of tribals irrespective of caste, custom, traditions and religion. So it is sure that delisting of tribals severely causes harmful to them.
इनसे यह पूछे कि , मीणा समूदाय को स्वतंत्रता के बरसों बाद आदिवासी का अधिकार मिला जबकि , उरांव आदिवासी समूदाय 65000 हजार बरसों पहले से आदिवासी समुदाय से जुड़े हैं , बल्कि मीणा समूदाय आज भी हिंदू धर्म को मानते हैं और हिंदू देवी-देवताओं का पूजा करते तथा आदिवासी धर्म का उलंघन कर रहें हैं,
बुद्धिजीवियों से पुछना चहता हूँ जाति धर्म से मिलता है या जन्म से? देश संविधान से चलता है या धर्म से? और आदिवासियों में हंडिया पीना परम्परा है इसे नहीं छोड़ना चाहिए, आदिवासी पहले पैंट सटॅ नहीं पहनता था तो आज भी नहीं पहनना चाहिए,? अंग्रेजी नहीं पढ़ना चाहिए क्योंकि अंग्रेजों की भाषा है
आज तक जितने भी आदिवासी हिंदू संस्कृति को मानती है कभी आदिवासी संस्कृति से कटी नही है बल्कि समृद्ध ही हुई है परन्तु जो ईसाई को मानने वाले हमारे आदिवासी लोग है उनको सिखाया जाता है की आप पुरखो की पूजा नही कर सकते,आप कोई त्योहार नही माना सकते,कोई प्रसाद नही खा सकते,अपनी संस्कृति के हिसाब से शादी विवाह नही कर सकते इत्यादि।और ये मेरे गांव में मैने अपनी आखों से देखा है।
@@mukeshdudwe7783 😂😂 acha hindu ye sb nhi krte jab indal ko indradev bta kr mandir bnate hain tb ap jese log hi support krte ho un rss propagandist ka
आदिवासी समुदाय को वनवासी ख्ने गलत है उसी तरह आदिवासियों को सनातनी वैदिक हिन्दू द्धर्म में धर्मांतरण , घर वापसी के नाम पर किये जाने का प्रयास भी निंदनीय है
mera ek question hai agar koi alag religion ka admi agar sarna dharm manega toh kya usse st adivasi ka darja milega na.....???....ek sath rahenge adivasi ....tabhi hume koi hara nai payega......unity is very important.....delisting is not good......yeh ekta todega.....aur hume koi v ullu bana jayega
हम आदिवासी सच्चे सनातनी हिन्दू हैं ।मैं बस्दर से हूं ।इसाई मिशनरियां आदिवासियो के सबसे बड़े दुशमन हैं जौ धर्मांतरण कराती है ।।हम प्रकृति के उपासक हैं बूढा़देव. महादेव हमारे इष्ट ,आराध्य हैं ।जय सेवा ।
अंधविश्वास से बाहर निकालने का कोशिश कीजिए, ईसाई ही सर्वप्रथम आदिवासी जाति को शिक्षित बनाना आरंभ किया, ईसाई धर्म नहीं होता तो आज भी आदिवासी जाति के लोग करेगा अंगरक्खा में ही रहते, महिलाऐं भी साड़ी ब्लाउज नहीं पहनती, ईसाई धर्म से इतना धृणा है तो पहले अपना पोशाक बदलें
RSS adivasi ko varn byastha me la kar fir se gulam banane ki koshish hai. Christianity ki vajah se adivasi ko Shiksha mila aur gulami se bahar aaye. Yahi RSS ko mirchi lagi hai. Adivasi dhikshi ho, united ho anyatha fir gulam ho jaoge.
श्रीमान जी को कार्तिक उरांव जी के बारे में पूरी जानकारी नहीं है। उनका डिलिस्टिंग करने का था नहीं। जो ईसाई आदिवासी को गरीबी से उपर आ चुके हैं उसकी समीक्षा करके आरक्षण का दिया जाए। श्रीमान जी को पढ़कर आने की जरूरत है।
इस आदमी के हिसाब से तो कोई आदिवासी नही बचेगा क्योंकि बहुत सारे आदिवासी हिंदू धर्म को मानते हैं और बहुत से ईसाई धर्म या कोई और धर्म को इन सबको डिलिस्टिंग करने को बोल रहा है तो सायेद ही कोई आदिवासी बचेगा इसलिए सबसे अच्छा आदिवासी कोड लाना ही सही रहेगा शायद।......आप लोगों का क्या राय है...?
Sir dekhiye jo ST schedule bana gya hai uska adhr Hai sanskruti right na ... Par Christian missionaries log hamre sanskruti ko hi badal rahe hai na isliye delisted krne ka baad kya ja Raha hai.... Agr me right huu toh mujhe reply kijiye ❤❤
Church kabhi bhi nahi kehta hai ki tum adivasi parampara ko hata do. Hum church mein karam aur sarhul manate hain. Tere mein dum hai toh mandir mein karam aur sarhul mana kar dikha.
@@AMz-be7fjchurch bolta hai Jesus ke alawa aur koi Puja karne layak nahi hai Europe mai adivasi khatam ho Gaye sab apna identity100 saal ke andar chor diye
कैलाश निनामा जनजाति है लेकिन आदिवासी नहीं है ये ब्रहमन, क्षत्रिया, वैश्य और शुद्र के वंशज है हिन्दू धर्म में धर्मान्तरण हुआ है इसका सबसे पहले डिलिस्टिंग होना चाहिए, आदिवासी किसी भी वर्ण व्यवस्था में नहीं है, आदिवासी प्राकृतिक पूजाक है आदिवासी मूर्ति पूजा नहीं करता
पूरे भारत मे आदिवासी कोड लागू होना चाहिए ,और उसके हिसाब से उन्हें आरक्षण मिलना चाहिए । जो कोई और धर्म का चयन करता है उसका आरक्षण खत्म करना चाहिए यही एक उपाय है इस समस्या का
भारत के मूल आदिवासी समूह अपने अपने क्षेत्र से दल बल बनाकर स्वयं सक्षम नेता बनेंगे अर्थात रूढी परंपरा व्यवस्था के अनुसार सक्षम होंगे तभी आदिवासियों का वर्चस्व अस्तित्व स्वयं बचा पाएंगे
जीस तरह संविधान के अनुच्छेद 341 के तहत बने अनुसूचित जाति (संविधान) आदेश 1950 मे साल 1956 के Act. No.63 के तहत जो ईसाई और मुस्लिम धर्म मानने वाले को अनुसूचित जाति नही माना जाता है उसी प्रकार संविधान के अनुच्छेद 342 के तहत बने अनुसूचित जनजाति ( संविधान ) आदेश 1950 मे परिवर्तन या संशोधन करके ईसाई और मुस्लिम धर्म मानने वाले लोगों को अनुसूचित जनजाति की मान्यता नही देनी चाहिए ।
अगर कोई ब्राह्मण, वैश्य, क्षत्रिय, शुद्र, बौद्ध,जैन,पारसी, मुसलमान यदि गोंडी,भीली या अन्य आदिवासी धर्म को मानने लगे तो क्या वो आदिवासी बन जायेगा😂😂😂😂😂 बेवकूफ आदमी😂😂😂😂
आदिवासी बीच में जाति धर्म के आधार पर फंस गए हैं। ईसाई धर्म मानने वाले लोगों को आरक्षण में लाभ नहीं मिलना चाहिए क्योंकि इन्हें मिशनरियो से अलग सुविधाएं उपलब्ध हैं , अपने रीति रिवाज से दूर हैं , अच्छी सुविधाएं मिलने पर पढ़ाई कर सरकार से भी आरक्षण ले रहे हैं। आदिवासियों का भी अपना अलग धर्म कोड होना चाहिए।जो हिन्दू धर्म अपना लिये है उन्हें भी आरक्षण नहीं दिया जाना चाहिए। जब तक ये अपने मूल स्वरूप में न आ जाए।
🩸भारत एक धर्म निरपेक्ष देश है हर किसी को संविधान के तहत् किसी भी धर्म को मानने पूजा पाठ करने और प्रचार प्रसार करने के लिए सभी भारतीयों को बगैर रोक टोक के धर्म निरपेक्ष अधिकार प्राप्त है।🩸
आज की आपके चर्चा काफी रोचक रहा मैं अपने आदिवासी भाईयों से अनुरोध करता हूं की सभी अच्छी पढ़ाई करें साक्षर नहीं हम एक दूसरे से लड़ते रहेंगे तो बन्दर और बिल्ली एक रोटी की कहानी की तरह और कोई लाभ ले जावेगा जब डिलीसटी़ग ईसाई लोगो का होगा तो विधानसभा राज्य सभा लोकसभा में आदिवासी आरक्षित छेत्र कम हो जावेगा जिसे आदिवासियों का आवाज उठाने वाले कम हो जायेंगे जैसे वर्तमान में राज्य सभा लोकसभा विधानसभा और सारी शासकीय नौकरी के उच्च पद में हम आदिवासी काफी कम है जिससे एक दूसरे का सहयोग प्राप्त नहीं हो पाता है हम सभी भी शासकीय नौकरी में उच्च पद को प्राप्त करने का प्रयास करें एक दूसरे को समझे सहयोगी बने ना लड़े तभी हम आदिवासियों का भला हो सकता है अन्य बातों में लेकर लड़ते रहेंगे तो किसी आदिवासी भाईयों का भला नहीं होने वाला जय आदिवासी
Esu parmeshver nhi hai..esu kuvari mariyam se jnma Lena science mante nhi hai..esu papi criminal esu ko fasi ki saja ho gai thi..esliye esai Puri duniya me nhi hona chahiye..esu ne 40 gay katkar bhog kiya tha
.gay adivasi ki bhavanjesi hai gay. Adivasi ki jivadori hai...
Esai adivasi gay ko katkar matan khate.es liye dilisting hona chahiye...
Esai jerusalem yahudi dharma hai.es. liyeisting.hona chahiye .bhart hindu and advsi ka desh hai.. advsi snatan aadivasi Satya hai.hindu and adivasi bhart desh ka mu nivasi hai...esi jerusalem yahudi dharm hai.es liye dilisting karn chahiye . esai ko kbhi bhi bhart ki bhi nhi le skte hai...es liye esu ko manne vale ko jru salem ki bhumi milni.chahiye..esai.jeru slem ka mul nivasi hai..esai ko bhart ki bhumi me ko hak ya adhikar nhi hai..
Esai hidudhrm ko nash karta hai.esa Loko ka mind wose karke esai banate hai..grib aadivasi jmin lutkar charch bnakar angrej esai lend jehad karte hai.es liye dilisting hona chahiye..advasi ki jmin 73 a.a.ki dhara lgta hai..esai adivasi ki jmin nhi le sakta hai..esai adivasi ki jmin lutkar esai rastra bnate hai..ess liye dilisting hona chahiye.and adivasi esai ko jerusalem bhej Dena chahiye..bhar ki bhumi par esai ka hak or adhikar nhi hai...jay adivasi sanatan mulnivasi..jay bhart.. vandematram.....jay bhart mata ki......jay birsamunda bhagwan........
सर्वप्रथम जनजाति, वनवासी नहीं, आदिवासी है हम और इस देश के मूल मालिक हैं हम।
आदिवासी पहचान बचाने वालों से निवेदन है एक बार बस्तर के दर्द को तो देख लो इतनी बड़ी आदिवासियों के संख्या होने के बावजूद बस्तर में प्रतिदिन आदिवासी मारे जा रहे😢😢 ये आप लोगों को क्यों दिखाई नहीं दे रहा है । सभी से निवेदन है बस्तर के आदिवासियों को बचाओ जो अपने जल जंगल जमीन के लिए लड़ रहे है। बस्तर आदिवासी बचाओ बस्तर आदिवासी बचाओ 🙏🙏🙏
Nahi bolega yeh ,tab muh band ho jaayega iska saar pe urine karne par tribals me koi virodh nahi hua . Aadivasi se ladne ke liye aadivasi humesha ready rehta hai
DeListing jyada important hai. Hasdeo, hathi, bastar jo badtar halat main sab bhad main Jane do...
Christians ko sabak sikhana hai Kyo kyoki inke jatiy akao ne bola hai. Bhagwan ne budhi de istemal karo nahi toh kam se kam jo tumko gyan de rahe hai unse unki chaturai he sikh lo.
@@emersonlakra9771 lado adivasi adivasi humesha ghulami karo upper caste ki unhi ka agenda chalao. Delisted hoga to tribals reservation bhi kam hoga aur general seat badhengi. Thoda dimaag laga lo.
@@Babalgum jai johar. Bhai vayangya tha. And réservation is already dead. Ab toh apna identity or astitva bachane k ladai hai, réservation sur mandale commission k ass pass k salo main thek se mila baki backlog toh apko pata hoga. Interesting fact k EWS or LATERAL ENTRY main kabhi bhi bhi BACKLOG nahi raha or EWS ka garibi rekha toh 8lackh hai.
Yeh ninama yaha indore k pass manawar main jo factories k liye paryawaran Barbad ho raha hai y'a alirajpur main adivasiyo k jamin or papers nahi hai uske liye kuch nahi bolega.
Thank you for your understanding. May God bless you, jai johar, jai adivasi
apne sahi kaha, ye log Hindu RSS ke gulam h kuch nhi bolege Adivasisyo ke liye.
आदिवासी धर्म कोड तो पहले लागू करो 🏹
फिर डीलिस्टिंग की बात करो
जब आदिवासी राष्ट्रपति का अपमान किया जा रहा है हिंदू लोगों के द्वार तब ये लोग आवाज नहीं उठाएंगे, मणिपुर में आदिवासियों को मारा और निर्वस्त्र किया जा रहा है तब ये लॉग चुप रहेंगे, बस आदिवासियों को धर्म और जाति के नाम पर लड़ाने का काम करेंगे.🙏🙏🙏
ईसाई लोग जो दुमका में विदेशी महिला से रेप किया ये नहीं दिखा रे 😂😂
आदिवासी जाति नहीं एक वर्ग है
एकदम सही बात बोले हो भाई।
@@S.Raj_Toppo पता है वर्ग है फिर धर्म के आधार पर ये लड़ाई क्यों?
@@S.Raj_Toppo ये काम बहुत ही शर्मनाक था। आपको आवाज उठाना चाहिए था, आपलोग आपस में लड़वाओगे और कुछ नहीं करोगे।
इनसे पूछिए कि आदिवासियों को अब तक कितना आरक्षण मिला है 😎 लिस्ट दिखाओ
इसाई अगर किनारे हुआ तो सारे सरना के नाम से राजनीति रोटी सेकने वालों का खाटिया खाड़ा हो जाएगा
100% brother
Aise logo ka khatiy khara karna chahiye
Ulata bol rahe ho isayi hai tabhi unka nukasan
Chritian ho bhai ..... sasta/sukha nasa lena band karo bhai.
आदिवासियों को आरक्षण जातियों के आधार पर दिया गया है न की धर्म के आधार पर,और जहां तक धर्म का सवाल वह उस व्यक्ति की अपनी आस्था है।हर व्यक्ति को अपनी आस्था के अनुसार उसकी उपासना करने का अधिकार है।
भारत के संविधान कोई। भी धर्म स्वीकार करने के लिए आजादी देता है ।
Iska ye matlab aplog adivasi ka culture khatam kar dega
To cirtificate me v likh le dogole admi
पत्रकार महोदय जी, आपको सादर नमन..... You have a fertile mind... you have a great knowledge.... really salute to you 🎉🎉🎉
ये आदमी का भाषण में कोई तरक ही नही है बिना सोचे समझे बोले जा रहे हैं
तरक से बोल रहा है आदिवासी अपनी पहचान छुपा रहा है ऐसे ऐसे आदिवासी ही खत्म हो जाएगा
I'm support delisting.
I'm from santali ST COMMUNITY....BUT ALL CONVERSATION I DON'T SUPPORT., WE ARE NATURE WORKSHOP
जो आदिवासी हिंदू देवी देवता को मानता है उसे भी डीलिस्टिंग किया जाना चाहिए
हम हिंदू धर्म के देवी देवता नही मानते हैं अपनी देवताओं की गोंडवाना विधि अनुसार पूजा करते हैं।
Devi devtaye aadivasio ki hi h vo khud Aadivasi hain jaise Shiva= badha dev ,budha dev ,
ये एक ही है
ये नाही हो सकता इनके लोग ही आरएसएस के लोग है
Samvidhan sabko apna religion follow karne ka adhikar deta hai. Yeh maang murkhta se bhara hua hai
धन्यवाद श्याम सुन्दर जी , मैं भी भारत ( The Adivasi Question ) प्रोग्राम के तहत कैलाश निनामा जी से एक बहुत बड़ी विषय पर तर्क वितर्क हुआ। लाभ भी हुआ, ज्ञान भी हुआ, पर मैं उरांव आदिवासी होते हुए कैलाश निनामा जी की बातों से सहमत नहीं हूं क्योंकि आदिवासियों को जो आरक्षण दिया गया है वो धर्म के नाम पर नहीं , जाति के आधार पर दिया गया है।
किसी भी व्यक्ति को - " जो आदिवासियों जैसा दिखता हो, आदिवासियों जैसा रहता हो या बोलता हो , खाता-पीता हो " को आदिवासी नहीं कह सकते हैं।
आदिवासी होने के लिए उस व्यक्ति के डीएनए प्रकृतिक होने चाहिए ।
परंपरागत पैतृक होने चाहिए, बाप दादाओं से होने चाहिए।
( " सांस्कृतिक रीति रिवाज, बोली-वचन, भाषा सभी पौराणिक हैं, पर ये सब आदिवासी के सभ्य होने के बाद, या विकसित होने के बाद बनाई गई है " जो समय समय पर बदलते गई है, एरिया अनुसार बदलते गई है। फिर भी वह आदिवासी है क्योंकि उस व्यक्ति में परंपरागत तरीके से प्राकृतिक रूप से बाप - दादाओं का DNA मौजुद है।
धर्म का अविष्कार तो बहुत बाद में हुआ, अगर धर्म पहले आता तो पुरी दुनियां सरना धर्म या गोंडी धर्म या आदि धर्म को जानते और मानते । जो भी आदि धर्म इस समय संसार में मौजुद है, आदिम जाति के बाद में बनी है। इसलिए " जाति " को आरक्षण आधार माना गया है।
भील, गोंड, उरांव, संथाल आदि के लोग अपने पुराने धर्म से से हट गए हैं, अपने धर्म को छोड़ हिंदू, ईसाई, मुस्लिम या धर्मों को धड़ले से मान रहे हैं, केवल ईसाई में ही परिवर्तित नहीं हुए बल्कि हिन्दू / सनातनी धर्म में सबसे ज्यादा परिवर्तित हैं। भारत के किसी भी राज्य में जा कर देखें तो सनातनी धर्म को मानने वाले आदिवासी बहुत मिल जायेंगे जो अपने आप को आदिवासी तो मानते हैं पर आदिवासी की ABC भी नहीं जानते हैं और न मानते हैं। ऐसी स्थिति में यदि Dlisting पास करवाया गया तो आदिवासी कहीं के नहीं रहेगें, अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मारने वाली किस्सा चरितार्थ हो जायेगी।
ये जो भील, गोंड आदिवासी जरूर हैं पर ये देवों को मानने वाले होते हैं , एक देव, दो देव, .... बारह देव तक इनका देवता हैं।
इनके जातियों में भी कई ऐसे लोग हैं जो अपने आप को शिक्षित कर आरक्षित सीटों में सुशोभित हैं पर अपने धर्म छोड़ कर। सनातनी धर्म में गए हुए लोग या ईसाई धर्म में गए लोग अपने आप को शिक्षित किया, रहन सहन को बदला तो ये दो दो आरक्षण वाले दिखते हैं पर दुसरा आरक्षण नहीं पाते हैं। ये सब राजनैतिक प्रोपोगैंडा है। अपने लाभ के लिए धर्म की राजनीति कर रहे हैं।
यदि ईसाई दो दो आरक्षण का लाभ ले रहे हैं तो आदिवासी आरक्षित सीट क्यों खाली जा रही है , क्यों आदिवासी आरक्षित सीट पर ब्राह्मण लोग बैठे हैं ? क्या हमारे आदिवासी युवा अपने आप को उस आरक्षित सीट के योग्य बना लिए हैं ? नहीं तो तैयारी कीजिए अन्यथा कैलाश जी चंगुल में फंस कर रह जायेंगे k
हर आदिवासी युवा अपने आप को
बहुत सही।
आदिवासियों एक हो हमारे ही आदिवासी दुसरे आदिवासी का विरोध करता दिख जाएगा, धर्म के नाम बांटते देखा जाता है। कुछ आदिवासी नेता लोभ लालच के चंगुल में फंसे हुए हैं उन्हीं के स्वर के द्वारा बाटने की सुपारी दिया जाता है और tv मीडिया में प्रोपोगंडा फैलाया जाता है, इसीलिए सावधान रहें ऐसे नेताओं से। और सभी आदिवासी जागृत हों और दूसरों को जागृत करें। बाबा साहब ने सटीक कहा है शिक्षित बनो संगठित रहो और संघर्ष करो। धर्म संवैधानिक अधिकार है, किसका जागीर नही। आरक्षण sc/ST का हक है यह भी संवैधानिक अधिकार के तहत। धर्म के आधार पर किसी को आरक्षण नहीं मिलता है। जय आदिवासी जय जोहार जय संविधान।
सही प्रश्न- धर्म के आधार पर नहीं जाति के आधार पर आरक्षण की व्यवस्था की गई है ।
आदिवासी की प्रकृति पुजा संस्कृति, रुढ़िवादी परम्परा मानते हैं ईसाई लोग???????
@@pushpasoleydadka2377संविधान के किस अनुच्छेद में लिखा है बताओ, तेरा ब्रेन वॉश किया गया है, आरएसएस के लिखे वॉट्सएप यूनिवर्सिटी के द्वारा, समझे भाई।
Ye Aadmi Hindu hi ye to aadiwasi bilkul nahi hai
अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजाति ये कोई जाति नहीं है । यह अलग अलग वर्ग है । जाति के आधार पर आरक्षण नही दिया गया है । वर्ग के आधार पर आरक्षण दिया गया है ।
Adivasi to adivasi hota hai, koi bhi dharam ho. Uske n.d.a.pr aadharit.uska svabhav,vichar,mind aadharit St ko aarakshan diya hoga.
भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है'
सर जी
धार्मिक पहचान मिल जाने और पारम्परिक(रूड़ीवादि) व्यवस्था का अधिकार मिल जाने से हम आदिवासियों का भला हो सकता है। जय धर्मे, जोहार!
Jai dharamesh Jai Johar 💐💐 sir ❤❤❤
सरना धर्म कोड लागू करो
@@ravitiggasarna3409मैं भी आदिवासी हु सरना धर्म कोड मिल जाएगा उसके बाद क्या होगा
आप धर्म बदल सकते हैं पर जाति नहीं। आदिवासियों को आरक्षण जाति के नाम पर मिला है ना कि धर्म के नाम पर। अगर धर्म के नाम पर आरक्षण होता तो आदिवासियों को अभी तक सरना धर्म कोड मिल जाता। जरा सोचिए .........
जाति एक बीमारी है 😎 आरक्षण उसका उसका प्राथमिक उपचार है।
असली उपचार तो धर्म शास्त्रों का खात्मा है, जो जाति में बांटते हैं जैसे वेद, स्मृति, पुराण
Adivasi koi jaati nahi hai. Adivasi log hain, jan hain. Aboriginal hain.
@@AMz-be7fj अरे भाई आदिवासी जातियां का समूह है जो हजारों सालों से झारखंड में रह रहे हैं।
Culture hi adiwasi logo ke identity dete hai.
Lgta Christianity se fund mila h tumhe . Jo adivashi hi nhi rha use reservations nhi milna chahiye 😊
अल्पसंख्यक कैसे दो लाभ लेते हैं 😎 " ये उनसे पूछो , हमें नहीं पता" 😂😂
Or khud srna bhi alpsankhyak me aate h😂
आदिवासी लोग जो भी हिन्दू धर्म में आ गए है, जो मुस्लिम धर्म में आ गए है, जो जैन धर्म में आ गए है जो ईसाई धर्म में आ गए है सबका डीलिस्टिंग करना जरूरी है।
😂😂 तु ईसाई रे कभी आर एस एस को गाली देगा कभी आदिवासी संस्कृति को गाली देगा हमेशा हिन्दू धर्म को गाली देगा 😂
हद है रे।
जाति हिन्दू धर्म से उत्पन्न हुआ है 😂
Are bhai dharam manane ki azadi har kisi ko hai....lekin delisting la ke ap samajhte ho ki sarkar apki sun legi????ye galat fahmi me mat raho...sarkar hame todna chahti hai.
Delisting toh modi bhi nahi kar payega.
T@@AMz-be7fj
Modi hai to mumkin hai
Shyam Sundar ji. आपने
बहुत सही प्रश्न किए।
जिसकी बुद्धि संकीर्ण हो उनकी समझ इतना ही रहता है। वास्तविक यह है यह संसार प्रतिस्पर्धा से आगे बढ़ता है। जो शिक्षित हो रहा है अरक्षण का लाभ ले रहा है। अरक्षण का सही सही लाभ लेना क्या गलत है। रही बात कन्वर्जन का तो यह विचार धारा है। आदिवासी को अपनी रीति रिवाजों को, परंपरा को नहीं त्यागना चाहिए।
Jai jesu. Enko samajh nahi ayega éducation par dhyan nahi diya, agar yeah qualified he nahi honge toh job kaise mileage. Or man Liya jaye jo ki hoga nahi. K Christian adivasi ko delist kar diya jaye toh yeah ded akal k netagiri khatam ho jayege schedule 5 finish ho jayega or reservation bhi kyouki ab waha utne adivasi nahi honge Jitna qualify number hai.
Sanskriti kaun bhul Raha hi kyun kisi ko target karte hi kisi ko aap log Adivasion ke liye app kitna Kam ker rahe hi ye to bataye unko siksha me age badhaye jati kya badal sakte hi kya aap sirf dharam ko target ker rahe hi aap kab se mandir Jane Lage hi adivasi per atyachar hote dekh ker aap ko koi dukh nahi hota hi.kyin nahi ata hi bhai.bekar ke bat mat boliye.
@@sushmatirkey6148 johar. Ninghay katha maal bujhrakan.
एक तीर एक कमान सारे आदिवासी एक समान आदिवासी आपने सरकीर्ति से जाना जाता है ना की धर्म से अगर आदिवासी धर्म से जाना जाने लगेगा तो कोई भी आदिवासी बन जाएगा
आपका प्रश्न सही है
ईसाई 😂 लोग क्या जाने तीर का मतलब।
उनको गिटार पकड़ बकचोदी करना आता है सिर्फ 😂
@@S.Raj_Toppo😂😂😂dil ki baat bol di bhai😂😂toppo v Christian hote hai..odisha mein😂😂😂👍👍👍👍👍👍👍🤣🤣
Jo tumhare sanskriti ko nhi manta hai wo kya hai
@@srikantmahanand5260क्रिस्चियन नहीं toppo ढोंगरा होता है 😆😆
श्याम सुन्दर जी आपने उससे अच्छा सवाल किया है कि ईसाई लोग कोन सा दोहरा लाभ ले रहे हैं। उसका जबाव नहीं दे पाया, इसका मतलब कहीं से भी धर्म के नाम पर आरक्षण या दोहरा लाभ नहीं मिलता है। दूसरा बात है कि ईसाई लोग का रहन सहन अच्छा है, यही तो देखिए शिक्षित होने का पहचान
और दूसरी बात यही बोलूंगा की कही आदिवाशी दूसरे धर्म को अपना रहे है तो । उनका कहना होता है कि हमे हमारे बुरे समय मे जो साथ देगा वही भगवान का स्वरूप होगा हमारे लिए जैसे ,, शिक्षा में हॉस्पिटल में आर्थिक स्थति से सयोग करता है । हम तो वही चाहते है मेने भी बहुत सुना है ।
सही बात।
Jinke baap dadao ki aukaat nahi thi ki chapal pahan kr gaon ke bich se guzar jaye,aaj unki aulade badi badi dinge haq rhi hai
@@dewantikhalkho5832 father log se mja lo
@@dewantikhalkho5832 भिखारी
Shyam sir,सवाल जबरदस्त है ,पर सवाल आपने गलत लोगों से किया. ❤❤❤
श्याम सुन्दर जी हिन्दू धर्म का हिस्सा नहीं रहा है आदिवासी आप 1951के पूर्व के जनगणना निकाल कर देख लीजिए
Hum aboriginals hain. 1931 census aur 1871 ka census.
इसका दिमाग में सिर्फ ईसाई बिरोध ही भरा है ।
ईसाई लोग आदिवासी है ही नहीं
ईसाई हमेशा धर्म परिवर्तन करना ही चाहते दूसरे धर्म के खिलाफ बोलते है
Tum sab converted ho tumhara religion new hai new search Karo oldest religion oldest language and oldest holy book in the world kaun sa hai Pata chal jayega 😂😂tumhare Purvaj hindu hi hai beta😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂
😂🎉😂🎉😂🎉🎉🎉
@@AlokSingh-s1q khusfahmi me mat raho , sabse purana religion baudhism hai. Ussi ki lipi aur bhasa sabse purani hai. 300 years BC.
आदिवासी परंपरा, संसकृति, बचाओ आदिवासी बचाओ।
जय जोहार।
Koiyo dharam mano adivasiye rhega bolta hai to fir kaise bachega tumhra dharam ritirivaj parampara ridhiwadi vewstha
Shuv, brahma, ram, krishan, vishnu kya ye adivasi hain?
@@AMz-be7fj ye sab kalpanik katha kahahni hai,Inka koi arcologycal sabut nhi hai.kisi pagal kavi ki kalpna hai
@@AMz-be7fj Jesus, Allah ye adivasi hai kya?
जो आदिवासी दूसरे धर्म में चल गए है अनलोगो को हटा दो वो आदिवासियों का लाभ उठा रहे हैं और वे खुद दूसरे धर्म के हो चुके है फिर भी आदिवासियों का लाभ उठा रहे ऐसा नई होना चाहिए जय जोहार जय आदिवासियों
ईसाई आदिवासी को तुम्हारे बाप के घर का सम्पत्ति दिया जाता है क्या, ईसाई धर्म नहीं होता तो शायद आज आदिवासी ही खत्म हो गया होता, क्यों कि ईसाई लोगों ने ही भारत में आदिवासीयों को शिक्षित बनाना आरंभ किया है,हम शिक्षित नहीं होते तो पता नहीं हमलों का क्या होता, ईसाई धर्म से जलो मत अपने लोगों को शिक्षित बनाओ,
अरे भाई मुझे बताओ आदिवासी कोई धर्म है
आदिवासी समूह से अलग हो गया तो कहे मिलेगा भाई
@@sandeeporaonsandeeporaon5564 jo adivasi hindu dhram me gai unka bhi reservation khatam karo
एक बात तो तय है ये बीजेपी से है
Jmm Tera baap
Sahi pakde hai.
इसका मतलब तुम कांग्रेस से हो 🤔
Nahi, aur aap.
भाकलोल! अपना विचार रखिए तो आपका स्वागत है.... किसी हिन्दू राष्ट्र का एजेंडा की छाया में बोलिएगा तो हम यही कहना चाहते हैं हम आदिवासी... हिन्दू नहीं है. वैसे भी हिन्दू भी आर्य थे जो मांगोलिया की तरफ से भारत में प्रवेश किए थे.लगता है आप भी वही आर्य हैं.
Kailas Ninama जी आप आधुरा इतीहास बातताया। आप मुगुलों से सुरु कार दीया। मुगुलों से पेहले का आप नेहीं बताया। बेहेस त आर्य लग से ह रहा हे आप इसक नाजार आन्दाज कर देते हो। चर्चा बहुत आछा लागा लेकीन मालुम ह राहा हे आप इतीहास क छुपा रहे हो एसा हमको लाग राहा।
Right💯
Religious and category are two different thing...we can change our religion anytime...there is no certificate for that...But for caste/category, it is already mentioned in our constitution.
भारतीय संविधान ये व्यक्ति नहीं पढा है।
नेता जी एक कटू सच्चाई लिख लो ईसाई मिशनरी आया कि आज हमारे भारत देश का आदिवासी इतना शिक्षित हुआ आगे बढ़ा नहीं तो अभी भी कहाँ होता?
😂😂😂😂
सही बात है, ये संविधान की बात कर रहे हैं, खुद को कुछ पता नहीं है अधिकार किस आधार से मिलता है! अल्पसंख्य का लाभ कितना किसको मिला है। बताएं।
@@francishemrom584 हाँ साहब तो आज जो आरक्षण मिला हुआ है ओ धर्म के अधार पर मिला हुआ है, और संविधान सबको धर्म चुनने मनने का आधिकार देता है यदि धर्म बदलने से जाति बदलता तो हिन्दू धर्म मनने से ब्राह्मण बन जाते और सरना धर्म मनने से आदिवासी बन जाते तो कुरमी कुड़मी महतो कब ही आदिवासी बन गए होते, और इस नेता जी का बात को बर बर सुनिए हिंदू और आदिवासी एक है, आदिवासी और हिन्दू में फर्क नहीं समझ रहा है तो समझ लिजीए की ये नेता आपको बहुत ऊंचाइयों तक ले जाएगा, और याद रखिये आपका भी आरक्षण बहुत ज्यादा दिन रहने नहीं जा रहा है, बीजेपी आपके हित में तेजी से काम कर रहा है🙏
@@anshgaming582kaun si kitab me likha hai Hindu aur aadivasi ek hai. What's app gyaan na do yahan.
यही misnari आ के भारत को गुलाम बना दिया,,,, तुम्हे पता नहीं है क्या😊😊😊😊
आदिवासी का ड़्रेस पहनने से तुम भी आदिवासी नहीं हो सकता है, और तुम तो हिन्दू और आदिवासी दोनों का लाभ उठा रहा है सबसे पहले तेरा डिलिस्टिंग होना चाहिए
हिन्दू को क्या लाभ मिलता है भाई ? थोड़ा विस्तार से बतावो ।
@@PatelDhirubhai ईसाई का लाभ कैसे मिलता है बताओ।
@@francishemrom584 ईसाई को अल्पसंख्यक (माईनोरीटी) होने का लाभ मिलता है ।
@@francishemrom584 luv nahi Hai toh issai mein kiyu ho bsdk kheschan???
Delisting unka hoka Jo khud Adibasi muh mein bolte Hai lekin unka dharam Palan diku logon ka karte hai
आदिवासियों का सटिफिकेट बांट रहा है खुद का ठिकाना नहीं है और ये खुद आदिवासी नहीं है आदिवासी रूढ़िवादी प्रथा को नहीं मनता है, हाथ में क्या क्या पहना हुआ है❓ ये ब्याक्ती खुद कनवट हुआ है
Ye bhil aadiwasi hai,,,,iska apna bhidhi bidhan hai,,,,😢😢😢😢
No. 1 ka Gadha hai. Dusron ko sikhata hai
You know nathing. Don't teach Others 🐒🐒🐒
हाथ में धागा बांधने की परंपरा आदिवासी समाज में है कृप्टो ईसाई।
@@sarozkumar3939 सही कहा आप ने ब्राह्मण पंडित द्वारा धागा बाँधने की परम्परा जब मनुष्य की उत्पत्ति हुई तभी से चला आ रहा है
Adwasi k bare m sanajh nahi hai to bola mat Karo jharlhand m jitna v isai dharm Mana raha hai sab dharm pariwartan kiya hai isai dharm netwarking dharm hai logo bahla fusla k dharm pariwartan karwata hai Mai dekha hai apni ankhon se
यह पालतू जानवर है,जो सिखाया गया,वही बोल रहा है । जन जातीय सुरक्षा किसने,क्यों और कब से बनाया ? जवाब नहीं है, महाशय के पास ..
Adivaasi Ek jati hai hindu mein jodne ke kushi matt karo nhi to mitti mein mila dege
😂
koi 5 faida bato alas sankiya hone ka@vinodsavle21
Rss ka gunda
@vinodsavle21कौन सा लभ
पत्रकार जी बहुत दमदार सवाल ।।
ये कभी अपने आप को आदिवासी नहीं बोलेगा। जनजाति बोलेगा, वनवासी बोलेगा। लेकिन आदिवासी नहीं बोलेगा। क्यों???
Kiske jubaan bol Raha hai yeh sabko pata hai
आदिवासी बोल देगा तो हेडक्वार्टर से गांधी छाप बंद हो जाएगा
In the constitution, the term Janjati is used and not adivasi. Adivasi is a term constructed by missionaries. Nowhere in the constitution the term adivasi is mentioned. Study properly.
@@boulevard7863 yeh Kahan likha hai aadivasi term missionaries ne Diya hai?
@@boulevard7863 बिल्कुल आपकी बात सही है कि आदिवासी शब्द संविधानिक नहीं है। इस शब्द को जोड़ने की कोशिश की गई थी लेकिन संघी सोच वालों इसका विरोध किया। इस शब्द का जोड़ने पर आदिवासी समाज अपना अधिकार मांगने लगेंगे मूल निवासी होने का यही सोच कर ऐसा किया गया। वैसे आपको आदिवासी शब्द मूल निवासी से नफ़रत है क्या???। हमें गर्व है
बहुत सुंदर कैलाश निमामाजी l
Adivasi ko koi Hindu banana chahta hai . Koi musalman banana chahta hai . Koi Sikh banana chahta hai .
हां एकदम सही बात है। पर कोई नहीं कहता कि कोई भी धर्म मानो आदिवासी आदिवासी ही रहता है। अगर ईसाई धर्म अपनाने से आदिवासी का tag हट जाता है तो बताओ। फिर ये लड़ाई किस बात की। अधिकार वर्ग के आधार पर मिलता है ना कि धर्म के आधार पर समझो भाईयो बात को, नहीं तो हम आपस ही लड़ते रहेंगे और फैदा कोई और उठा लेगा। और उठा ही रहा है।
@@francishemrom584tum chahte ho ki muslim se nikah karne ke liye Muslim bn gyi hai to usko st Aarakchhan ka labh milna chahiye ki nhi milna chahiye.batao
@@dewantikhalkho5832 bhai, ab to adiwasi christian ke sathe sathe adiwasi muslim bhi ban gaya hai..
@@dilipmurmu9253 to unko st Aarakchhan ka labh milte rehna chahiye ya band hona chahiye
Living with together is identity of tribals irrespective of caste, custom, traditions and religion. So it is sure that delisting of tribals severely causes harmful to them.
इनसे यह पूछे कि , मीणा समूदाय को स्वतंत्रता के बरसों बाद आदिवासी का अधिकार मिला जबकि , उरांव आदिवासी समूदाय 65000 हजार बरसों पहले से आदिवासी समुदाय से जुड़े हैं , बल्कि मीणा समूदाय आज भी हिंदू धर्म को मानते हैं और हिंदू देवी-देवताओं का पूजा करते तथा आदिवासी धर्म का उलंघन कर रहें हैं,
Right pucho inse
ये आदमी भी शिव का बड़ा भक्त है। मां तारा की भी पूजा करता है। इसने खुद कहा है। ये कैसा आदिवासी है??
बुद्धिजीवियों से पुछना चहता हूँ जाति धर्म से मिलता है या जन्म से? देश संविधान से चलता है या धर्म से? और आदिवासियों में हंडिया पीना परम्परा है इसे नहीं छोड़ना चाहिए, आदिवासी पहले पैंट सटॅ नहीं पहनता था तो आज भी नहीं पहनना चाहिए,? अंग्रेजी नहीं पढ़ना चाहिए क्योंकि अंग्रेजों की भाषा है
Tu chritopher hai😂😂😂😂😂
Tum 2024 me ji rahe ho ya pashan kaal me.baat khane pine ki , pahnne odhne ki krte ho.
@@dewantikhalkho5832 yeh haleluyaa wala hai🤣🤣
Bhai...main Christopher Murmu hu😅😅😅😅
Our main hi PM banuga 2044 me.....our kuch 😅😅😅😅😅
@@christophermurmu4july😂😂😂. Sahi jawab.
Adivasi mein adivasi ladai ho raha hai . Adivasi koi Hindu nahi hai . Sabhi ko aage vikas karne ka hak hai . Adivasi ka code hona chahiye .
i support to Delisting Christian Dalit. 🇮🇳🙏🏽🔥❤️
डिलिस्टिग होनी चाहिए
❤❤❤❤❤❤❤❤
हिन्दू धर्म के बरे मे बात करने वाला आदिवासी कभी नहीं हो सकता
th-cam.com/video/YyyPccS3G2w/w-d-xo.html
मैं भी gound आदिवासी हूं जय बड़ा देव के बारे में जानते हो
आरएसएस वालो का प्रोपेगंडा है आदिवासी कोई भी धर्म अपना सकता है वैसे ब्राम्हण धर्म मानने वाले आदिवासी पर लागू होना चाहिए l
आज तक जितने भी आदिवासी हिंदू संस्कृति को मानती है कभी आदिवासी संस्कृति से कटी नही है बल्कि समृद्ध ही हुई है परन्तु जो ईसाई को मानने वाले हमारे आदिवासी लोग है उनको सिखाया जाता है की आप पुरखो की पूजा नही कर सकते,आप कोई त्योहार नही माना सकते,कोई प्रसाद नही खा सकते,अपनी संस्कृति के हिसाब से शादी विवाह नही कर सकते इत्यादि।और ये मेरे गांव में मैने अपनी आखों से देखा है।
आर्मी में भेदभाव भाव चलता है जाति के आधार से मिला है आरक्षण कि धर्म के आधार से मिला है जरा सोचो
@@mukeshdudwe7783humare yaha toh sab kuch hota hai, or prasad jaise chize humare main nahi thi, baki sare adivasi tyohar Hum manatee hai...
@@mukeshdudwe7783 😂😂 acha hindu ye sb nhi krte jab indal ko indradev bta kr mandir bnate hain tb ap jese log hi support krte ho un rss propagandist ka
@@emersonlakra9771sarhul me murga Bali krte ho.
Bahut acha interview kiya anchor ne. Sawal ekdam sahi sahi pucha apne.
आदिवासी आकृति पूजक नहीं है।प्राकृतिक पूजक है। आदिवासी हिंदू धर्म के किसी भी वर्ण में नहीं आता है।हिंदू कैसे हुआ।
🌳!जय बाबा धर्मेश!!जय जय धरती माँ!🌳
जय जय कार्तिक उराँव
कार्तिक उराँव ने आदिवासी को एक कर दिया।
a Neta fash gaya....a Neta galat hay... question acha pucha😅😂
राजा- राजवाड़े के समय जो लोग आदिवासियों का शोषण किये वही लोग जनजाति सुरक्षा मंच चलवा रहे हैं!!
आदिवासी समुदाय को वनवासी ख्ने गलत है उसी तरह आदिवासियों को सनातनी वैदिक हिन्दू द्धर्म में धर्मांतरण , घर वापसी के नाम पर किये जाने का प्रयास भी निंदनीय है
एक दम सही बात।
100% Correct
जिन्होंने inter caste Inter-religion marriage कर रहे हैं उनका आरक्षण खत्म होनी चाहिए.
Smriti Irani jo bjp se hatao parsi se shadi ki hai inter religion
बहुत ही सुन्दर बात जोभीआदिवासी अपना धर्म छोड़ दिया है उसका डिलिस्टिंग होना चाहिए
Sapna dekhte raho sapna dekhna acchi baat hai
Sir aapne bahut he acche aur jaruri sawal punche aise aur sawal punche Jane chahiye Jo delisting ka mudda utha rhe hai.
Thank you
mera ek question hai agar koi alag religion ka admi agar sarna dharm manega toh kya usse st adivasi ka darja milega na.....???....ek sath rahenge adivasi ....tabhi hume koi hara nai payega......unity is very important.....delisting is not good......yeh ekta todega.....aur hume koi v ullu bana jayega
•पूरे भारत में गोंड ज्यादा हैं 23:00
•मध्यप्रदेश में भील सबसे ज्यादा हैं
कैलाश निनामा खूब खूब अभिनंदन के साथ जय जोहार
Jan jati me har koi dharam ke adhar nahin hai dharam badla hai. Gotra
Jan jati me har koi dharam ke adhar nahin hai dharam badla hai. Gotra
Jan jati me har koi dharam ke adhar nahin hai dharam badla hai. Gotra
❤❤❤❤❤❤
जय जोहार आपने बहूत अच्ची बात बताई आदिवासी कि एक अलग पूजा पंदती रिती रिवाज सब अलग है
जय आदिवासी जय जोहार जिंदाबाद
Jay johar Jay aadivasi
हम आदिवासी सच्चे सनातनी हिन्दू हैं ।मैं बस्दर से हूं ।इसाई मिशनरियां आदिवासियो के सबसे बड़े दुशमन हैं जौ धर्मांतरण कराती है ।।हम प्रकृति के उपासक हैं बूढा़देव. महादेव हमारे इष्ट ,आराध्य हैं ।जय सेवा ।
अंधविश्वास से बाहर निकालने का कोशिश कीजिए, ईसाई ही सर्वप्रथम आदिवासी जाति को शिक्षित बनाना आरंभ किया, ईसाई धर्म नहीं होता तो आज भी आदिवासी जाति के लोग करेगा अंगरक्खा में ही रहते, महिलाऐं भी साड़ी ब्लाउज नहीं पहनती, ईसाई धर्म से इतना धृणा है तो पहले अपना पोशाक बदलें
RSS adivasi ko varn byastha me la kar fir se gulam banane ki koshish hai. Christianity ki vajah se adivasi ko Shiksha mila aur gulami se bahar aaye. Yahi RSS ko mirchi lagi hai. Adivasi dhikshi ho, united ho anyatha fir gulam ho jaoge.
जन जाति सुरक्षा मंच के आदि वासी लोग सब के सब हिन्दू आदि वा सी हैं...
श्रीमान जी को कार्तिक उरांव जी के बारे में पूरी जानकारी नहीं है। उनका डिलिस्टिंग करने का था नहीं। जो ईसाई आदिवासी को गरीबी से उपर आ चुके हैं उसकी समीक्षा करके आरक्षण का दिया जाए। श्रीमान जी को पढ़कर आने की जरूरत है।
Tumne padha hai kya,fir to Muslimo ko bhi st Aarakchhan ka labh milna chahiye.isaiyo ko hi kyo mile
Jo insane apne parampara apne dharm k nahi ho saka aise logo gali dene ki Man karta hai
@@dewantikhalkho5832 लौण्डे भक्त बकरवाल आदिवासी मुस्लिम ही है कश्मीर में ज्ञान रखा करो
Delisting hi Adibasi ka samsya ka samadhan hai
Chahe hindu ho christian ho muslim ho boudh ho sikh ho jain ho
Dimag se paidal admi hi😂😂😂😂
😂😂😂👍
Chir kis chij ka tumlog ko
Kailash nilama bahut sahi bat rkhe bahut anubhavi hai johar🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
ब्राह्मण समाज शिव भगवान, की मंदिरों में जाने नहीं देते, तो फिर आदिवासीओ का भगवान किस आधार पर है।????
भाई सामाजिक रूप से ये सब दलितों के साथ भेदभाव हुआ है हम आदिवासियों के साथ नही।इसी लिए हमारा एक ही नारा रहता है जल जंगल जमीन का।
@@mukeshdudwe7783jaha adiwasi samaj kam hai vaha bedbhav or chuvachut adiwasiyo Kai sath bhi hota hai bhai
@muke shdudwe7783 ❤❤❤❤❤❤❤
आदिवासी हिन्दू नहीं है आदिवासी पाकतिक पुजक है 🎉🎉
इस आदमी के हिसाब से तो कोई आदिवासी नही बचेगा क्योंकि बहुत सारे आदिवासी हिंदू धर्म को मानते हैं और बहुत से ईसाई धर्म या कोई और धर्म को इन सबको डिलिस्टिंग करने को बोल रहा है तो सायेद ही कोई आदिवासी बचेगा इसलिए सबसे अच्छा आदिवासी कोड लाना ही सही रहेगा शायद।......आप लोगों का क्या राय है...?
आप की जय हो जय आदिवासी जिंदाबाद
जो आदिवासी क्रिश्चियन और हिंदू धर्म को मानते हैं उनका डिलिस्टिंग किया जाना चाहिए
बहुत अच्छा वक्तव्य है
जो धर्म परिवर्तन करें उनका आरक्षण समाप्त कर देना चाहिए l अल्पसंख्यक को अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति मिलती है जिसकी राशि अधिक होती है ।
Bhai. Pakka alpsankhayak k scholarship jyada hai? Kon se school y'a college se padhe ho?
Aadivasi aapas mein ladenge toh aadivasiyat ka hi hani honge
Nhi ladenge to bahrupiya dhongi log aage ho jayenge aur mool tribal log ko pichhe kr denge
The person Can,t reply your question.Your question is actually right to the point and as per constitution.
💯
छत्तीसगढ़ के आदिवासी मुख्यमंत्री रहने के बावजूद भी आदिवासियों की आवाज को दबाया जा रहा है बहुत दुख की बात है
Netaji delisting k liye bolenge par hasdeo par nahi ???
Sir dekhiye jo ST schedule bana gya hai uska adhr Hai sanskruti right na ... Par Christian missionaries log hamre sanskruti ko hi badal rahe hai na isliye delisted krne ka baad kya ja Raha hai....
Agr me right huu toh mujhe reply kijiye ❤❤
❤❤❤❤❤❤
Church kabhi bhi nahi kehta hai ki tum adivasi parampara ko hata do. Hum church mein karam aur sarhul manate hain.
Tere mein dum hai toh mandir mein karam aur sarhul mana kar dikha.
@@AMz-be7fjchurch bolta hai Jesus ke alawa aur koi Puja karne layak nahi hai Europe mai adivasi khatam ho Gaye sab apna identity100 saal ke andar chor diye
आदिवासी कभी अनुसूचित जाति नहीं हो सकता,ना ही जाता पता नहीं है, धर्म का कोई कॉन्सेप्ट नहीं है।
आदिवासी धर्मपुरवी व्यवस्था से चलता है।
Kailash ninama Ji ko adhura Gyan hai. Yah Naam Ka aadivasi neta hai kam ka nahin.
Kailash ji ki msg adivasi samjaz ki pehechan ki bath hai, mujhe adivasi nate sahi laga ❤❤❤ jaye juhar, adivasi ❤❤❤
कैलाश निनामा जनजाति है लेकिन आदिवासी नहीं है ये ब्रहमन, क्षत्रिया, वैश्य और शुद्र के वंशज है हिन्दू धर्म में धर्मान्तरण हुआ है इसका सबसे पहले डिलिस्टिंग होना चाहिए, आदिवासी किसी भी वर्ण व्यवस्था में नहीं है, आदिवासी प्राकृतिक पूजाक है आदिवासी मूर्ति पूजा नहीं करता
Azad bhart me ji rahe ho to badi badi baat nikal rhi hai, manuwadi vewstha me paida hote tb pta chalta ki kon se varn vyavastha me aate ho.
Dilisting hona chahiye ❤
Jay Sarna
❤❤❤❤
यह तो अनपढ़ जैसा बात कर रहा है। संविधान का थोड़ा सा भी ज्ञान नहीं है
पक्का अनपढ़ नहीं तो अंधभक्त होगा
100% सही बात कही भाई
Bhai RSS Hai De Rahe hai Gayn
पूरे भारत मे आदिवासी कोड लागू होना चाहिए ,और उसके हिसाब से उन्हें आरक्षण मिलना चाहिए ।
जो कोई और धर्म का चयन करता है उसका आरक्षण खत्म करना चाहिए यही एक उपाय है इस समस्या का
आदिवासीओ को गुमराह करने बंद करो।
भारत के मूल आदिवासी समूह अपने अपने क्षेत्र से दल बल बनाकर स्वयं सक्षम नेता बनेंगे अर्थात रूढी परंपरा व्यवस्था के अनुसार सक्षम होंगे तभी आदिवासियों का वर्चस्व अस्तित्व स्वयं बचा पाएंगे
जीस तरह संविधान के अनुच्छेद 341 के तहत बने अनुसूचित जाति (संविधान) आदेश 1950 मे साल 1956 के Act. No.63 के तहत जो ईसाई और मुस्लिम धर्म मानने वाले को अनुसूचित जाति नही माना जाता है उसी प्रकार संविधान के अनुच्छेद 342 के तहत बने अनुसूचित जनजाति ( संविधान ) आदेश 1950 मे परिवर्तन या संशोधन करके ईसाई और मुस्लिम धर्म मानने वाले लोगों को अनुसूचित जनजाति की मान्यता नही देनी चाहिए ।
अगर वो हिन्दू धर्म में रहता तो उसे मान्यता क्यों मिलनी चाहिए।
अरे भाई वो अपना धर्म परिवर्तन कर रहा है ईसाई धर्म अपना रहा है वो आदिवासी कैसे होगा । आदिवासी भी अपनी जाति और धर्म के आधार पर आदिवासी कहलाते हैं।
अगर कोई ब्राह्मण, वैश्य, क्षत्रिय, शुद्र, बौद्ध,जैन,पारसी, मुसलमान यदि गोंडी,भीली या अन्य आदिवासी धर्म को मानने लगे तो क्या वो आदिवासी बन जायेगा😂😂😂😂😂 बेवकूफ आदमी😂😂😂😂
सविधान के अनुसार कोई भी धर्म मान सकता है धर्म बदलने से जाति अलग नहीं होता हैं।
@@jayprakashmundacobracamman568Satya vachan
Very nice Questions I am against Delisting
आदिवासी बीच में जाति धर्म के आधार पर फंस गए हैं। ईसाई धर्म मानने वाले लोगों को आरक्षण में लाभ नहीं मिलना चाहिए क्योंकि इन्हें मिशनरियो से अलग सुविधाएं उपलब्ध हैं , अपने रीति रिवाज से दूर हैं , अच्छी सुविधाएं मिलने पर पढ़ाई कर सरकार से भी आरक्षण ले रहे हैं। आदिवासियों का भी अपना अलग धर्म कोड होना चाहिए।जो हिन्दू धर्म अपना लिये है उन्हें भी आरक्षण नहीं दिया जाना चाहिए। जब तक ये अपने मूल स्वरूप में न आ जाए।
🩸भारत एक धर्म निरपेक्ष देश है हर किसी को संविधान के तहत् किसी भी धर्म को मानने पूजा पाठ करने और प्रचार प्रसार करने के लिए सभी भारतीयों को बगैर रोक टोक के धर्म निरपेक्ष अधिकार प्राप्त है।🩸
Ye anpd h sambidhan ka gyan v nahi h
Army retired h esliye pared krte krte khopdi se dimag ghutna me utar gya....betuka bat
हिंदू ओर ईसाई दोनो धर्म प्रसार की बात आते ही हवा निकल गई 😂