आचार्य प्रशांत से समझें गीता, लाइव सत्रों का हिस्सा बनें: acharyaprashant.org/hi/enquiry-gita-course?cmId=m00022 ✨ हर महीने 30 लाइव सत्र ✨ 35,000+ गीता छात्रों की कम्युनिटी ✨ पिछले 200+ घंटों के सत्रों की रिकॉर्डिंग - निशुल्क ✨ आचार्य प्रशांत से पूछें अपने सवाल
कितना सरल तरीके से समझाते हैं आचार्य जी अगर कोई समझना चाहे तो। सब मुझे नास्तिक कहतें हैं, आज पता चला की असली आस्तिक तो मैं ही हूं। धन्यवाद आचार्य जी। कोटि कोटि नमन🙏🙏
ये दुनिया अस्तित्व मेक्यू है,ध्यान से पढिए, मेने पूछा दुनिया अस्तित्व में क्यू है, न की दुनिया अस्तित्व में कैसे है,कहसे है, नही, बल्कि ये दुनिया अस्तित्व मे क्यू हैअगर आपका जवाब बिग bang hai to uska saval होगा की "ये दुनिया की शुरुआत केसे हुई,"पर मैंने तो ये पूछा की ये दुनिया अस्तित्व में "क्यू" है इस दुनिया का सरजनका क्या उद्देश्य है, क्या एक ग्रेह पे किसी परग्रही ने हमे जन्म दिया , जिसे हम धरती(earth) 🌎 kehte हैं
Fir app yehi galti kar rehe ho, khud ko sadharan samjh ke unko asadharan bana reheho. Unmain aur tum main kuch farak nehin hai. Woo hin tum ho aur tum hin woo hai. Bas unhone nain apne app ko Jann liya aur tum auss ahankar ko jan nehin parehe ho. Lekin hai to ek hi bas dekh nehin paa rehe ho
Naman Acharya 🙏🏻 Learning:- Faith is Objectless, Purposeless, Desireless. Satya pakar m nhi aaega, Jhuth ko pakarna hai. Ahankar ko Aatma ka praman nhi diya ja skta.
26:17 मोक्ष और मुक्ति से भी मोह नहीं। इससे मोक्ष और मुक्ति तो मिलेंगे ही। पर मिले ना मिले, कोई फर्क नहीं पड़ता।🙏 सत्य को शून्य और शून्यता से भी कोई समस्या नहीं है। क्यूंकि सत्य उन्हें भी अपने अंदर समा लेता है। 🙏
संसार की रचना उसने की जो जीवन और मृत्यु से परे है अर्थात न वो पैदा हुआ है और न ही उसको मौत आएगी ..न वो खाता है न वो पीता है न उसको भूख है और न ही प्यास है। जो पैदा हुआ है उसकी मृत्यु निश्चित है दुनिया में जितने प्राणी है सबको एक दिन मरना है। यही सत्य है।🙏
आचार्य जी हम कुछ भी नहीं कर पा रहे हैं आर्थिक व्यवस्था के कारण बैकग्राउंड कमजोर होने के कारण इसलिए हमारी पूरी उम्र आपको लगा जाए आप दुनिया के सबसे बड़े सुधारक बस जाए आपको कोटि कोटि नमन और प्रणाम करता हूं जय जय श्री राम 🙏💪🏹👍❤
Eswar prakirti hai eska ant koe Jaan nahi sakta kyonki yai prakirti hi hamai sab kuchh daiti hai esliyai yai hi esvar hai eswar prakirti hai prakirti eswar hai.
मेरा एक प्रश्न है यदि प्रशांत जी कॉमेंट सेक्शन से प्रश्न ग्रहण करते हो तो प्रश्न है "मृत्यु क्या है यह कब और कैसे होती है ?" कृपया करके इसका उत्तर पर एक वीडियो लाएं।
10:54 pretty similiar to jiddu Krishnamurthy's view. I dont know....hearing 2nd time , the similiar profound view of human psyche to need a god figure of creation of this world to justify its own self-existence lead to the cause of the permanent belief of ever present or surely present god reinforced by branded set rules lok dharam / religions.
Acharya ji Pranam, Jeevan ko jan kaise sakte hai , Janne ka marg kya hai, Itna sab sahj nhi hai samajhna bahut kathin hai jananaa satya ko jeevan ko prem prakrati ko thoda vistar se bataye.
आचार्य प्रशांत से समझें गीता,
लाइव सत्रों का हिस्सा बनें: acharyaprashant.org/hi/enquiry-gita-course?cmId=m00022
✨ हर महीने 30 लाइव सत्र
✨ 35,000+ गीता छात्रों की कम्युनिटी
✨ पिछले 200+ घंटों के सत्रों की रिकॉर्डिंग - निशुल्क
✨ आचार्य प्रशांत से पूछें अपने सवाल
Very very nice......jgd
The great 👍 🙏 Teacher/Aachary for Humen Being/Modern Generation in this time.
प्यारे देश वासियों आचार्य प्रशांत दुनियां का सबसे महत्वपूर्ण काम कर रहे है। आप जल्द ही गीता सत्रों से जुड़िए.. और सर्वोत्तम दर्शन से स्वयं को समझे..❤️
❤
आचार्य जी क्या शुभ कर्म ही ईश्वर है जी !
💥
ईश्वर (भगवान)=भ से भूमि (पृथ्वी),ग से गगन (अकाश),वा से वायु(हवा),न से नीर(जल,पानी)=प्रकृति
बहुत सटीक और उपयोगी ज्ञान ❤
आस्तिक वही है जो कहता है की मै सब छोड़ने को तैयार हु बस सत्य चाहिए ..❤
Aur nastik wo hai jo satya saamne hote hue bhi proof mangta hai...😅
माया का ही अंत होता होता है जिसे मुक्ति कहते हैं❤ सत्य का अंत नहीं होता है
Acharyaji apko sunte sunte mastak apke charno m jhuk gaya apko koti koti naman
आत्म ज्ञान से ही मुक्ति मिलती है, ~आचार्य प्रशांत
धन्यवाद आचार्य जी इतनी सरलता से समझाने के लिए 🙏❤
सत्य स्वीकारना बहुत कठिन है मनुष्य के लिए
अहम ही बनाता है मिटाता है और चलाता भी है 🪔
Jay shri KRISHA
कर्ता को स्वय से परिचित होना चाहिए प्रणाम आचार्य जी❤❤❤
Wonderful. Archarya Prashant is blessing for us. Thank you❤🙏🙇♀️
जीवन मुक्त हो जाओ ❤जीवंत मरो re प्राणी जा जीवन की vidh jani❤❤
कितना सरल तरीके से समझाते हैं आचार्य जी अगर कोई समझना चाहे तो। सब मुझे नास्तिक कहतें हैं, आज पता चला की असली आस्तिक तो मैं ही हूं। धन्यवाद आचार्य जी। कोटि कोटि नमन🙏🙏
ये दुनिया अस्तित्व मेक्यू है,ध्यान से पढिए, मेने पूछा दुनिया अस्तित्व में क्यू है, न की दुनिया अस्तित्व में कैसे है,कहसे है, नही, बल्कि ये दुनिया अस्तित्व मे क्यू हैअगर आपका जवाब बिग bang hai to uska saval होगा की "ये दुनिया की शुरुआत केसे हुई,"पर मैंने तो ये पूछा की ये दुनिया अस्तित्व में "क्यू" है इस दुनिया का सरजनका क्या उद्देश्य है, क्या एक ग्रेह पे किसी परग्रही ने हमे जन्म दिया , जिसे हम धरती(earth) 🌎 kehte हैं
@@Nerkar_07sahi kaha aapne❤🙏🙏🙏🙏🙏
Hmm bebe.. ❤❤😊
Tum jhunnu ho😂
आप गीता सत्रों से जुड़ जाएं..!
😮 ye koi sadharan vyakti nhi ho sakte.....kitni saralta se itni badi baat samjha di.... you are great aacharya ji......🙏🙏🙏🙏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏
Fir app yehi galti kar rehe ho, khud ko sadharan samjh ke unko asadharan bana reheho.
Unmain aur tum main kuch farak nehin hai. Woo hin tum ho aur tum hin woo hai. Bas unhone nain apne app ko Jann liya aur tum auss ahankar ko jan nehin parehe ho. Lekin hai to ek hi bas dekh nehin paa rehe ho
Aap jese logon ki jarurat hai duniya ko❤
Awesome Brilliant Commendable 🎉❤
Love you Aacharyaji ❤
Sahi Gyan ki baaten batai aapne Aachary ji🙏
Naman Acharya 🙏🏻
Learning:- Faith is Objectless, Purposeless, Desireless.
Satya pakar m nhi aaega, Jhuth ko pakarna hai.
Ahankar ko Aatma ka praman nhi diya ja skta.
Dhyanwaad acharya ji bahut simplify kr samjhaya 🙏🙏
Koti koti naman.. Aacharya ji
Pranam achariyaji 🙏🏼 ❤🎉
Very nice, sir ji ❤🎉
Bohut vadiya ji bohut vadiya
Waheguruji bhala karan tuhada v ❤
Nice pic 🤩☺️ video
👀देखना नहीं है ( प्रखना है) मतलब कर्म को नहीं कर्ता को देखो
आपके चरणों में सादर दंडवत प्रणाम हो ❤❤
जो सत्य के प्रति कोई जिज्ञासा न हो तो वह होता है गहरा नास्तिक ।
वाह्ह्हह्ह्ह्ह क्या बात है 🙏🏻
अहंकार स्वयं बनाता है, पालता और मिटाता हे. 🙏
Prnam acharya ji❤❤❤❤🎉
Sir sirf 22 minutes me he mera ser ghum gaya pur samj ne me to salo lag hange but i am happy learning form u even it takes years ❤
संसार की कोई रचना नही होती बल्कि ईश्वर ही संसार है। वही ईश्वर एक से अनेकांत में हुआ। जैसे वृक्ष से अनेक शाखाये निकलती
जीवन को ध्यान से समझना ही ईश्वर की उपासना है ।
कोई भी सही काम बोध से ही होता ह😊 आचार्य prashant
Parnam Aacharya ji❤... Aapne bahut acche se samjaya. Aapke jaise koi nhi samjha sakta . Sahaj aur saral satik aapke samjane ke trike ko baar baar parnam❤....
बहुत-बहुत धन्यवाद, इतना स्पष्ट ब्याख्या
Pranam acharya ji ❤ samjhne ke liye baar baar dekhna hoga video
You are correct
Ati uttam gyan
Abhi me ye gyan ki baat sun rhi hu aur ma pitaji bahas kar rhe h❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
❤❤YES SIR NEEDS TO BE PRACTICLE🎉🎉
Om shanti
itni saralta aur khubsurti se samjhaya sab acharya ji ne 🎉
Mere liye satya hi sab khuch hai v thanks sir ji 👍 🙏 aap great ho sir ji 🙏
ShriPrashant Aap ki baat humari sab buri galtiyan pesh karti hai 🗣️💯
Om 🕉️🙏... okay.👍
Charno sparsh sir ,mujhe maaf karen
True 😀
Interesting 🎉
Toooooo deep 😮
Good. Morning 🎉❤😊
Aacharya ji bahut acchi tarike Se samjhate Hain
26:17 मोक्ष और मुक्ति से भी मोह नहीं। इससे मोक्ष और मुक्ति तो मिलेंगे ही। पर मिले ना मिले, कोई फर्क नहीं पड़ता।🙏
सत्य को शून्य और शून्यता से भी कोई समस्या नहीं है। क्यूंकि सत्य उन्हें भी अपने अंदर समा लेता है। 🙏
Dhanyawaad guruji
प्रणाम आचार्य जी
❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
आचार्य जी 🙏🏼
संसार की रचना उसने की जो जीवन और मृत्यु से परे है अर्थात न वो पैदा हुआ है और न ही उसको मौत आएगी ..न वो खाता है न वो पीता है न उसको भूख है और न ही प्यास है।
जो पैदा हुआ है उसकी मृत्यु निश्चित है दुनिया में जितने प्राणी है सबको एक दिन मरना है।
यही सत्य है।🙏
प्रणाम
Very good video
If we can provide a formal education on Hinduism, what should be the content of this course?
मन तू जोति स्वरूप है, अपना मूल पहचान 🙏💥
GURPREET SINGG फेसबुक 🆔
Masterclass
Shradhey Aacharya Ji ko Naman
Acharya jee, thank you for teaching us the real truth of Maya and Satya ( mukti)
🙏🙏🙏
Great sir
Naman
Aap ke carno me Mera namaskar
❤❤❤❤❤🎉🎉🎉🎉🎉
आचार्य जी हम कुछ भी नहीं कर पा रहे हैं आर्थिक व्यवस्था के कारण बैकग्राउंड कमजोर होने के कारण इसलिए हमारी पूरी उम्र आपको लगा जाए आप दुनिया के सबसे बड़े सुधारक बस जाए आपको कोटि कोटि नमन और प्रणाम करता हूं जय जय श्री राम 🙏💪🏹👍❤
Man ko majboot kijeye ♥️♥️♥️♥️♥️🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
❤ ❤ ❤
Ek baar me samajna bahut kathin hai. Notes banaiye baar baar video dekhiye tb poora concept clear hoga
Yes
Please samjhao
Actual kya kehna chahte hai aacharya?
Mai bhutbadi Zunnu hu. Maya mitati hai, Sattya mitata nahi.
Eswar prakirti hai eska ant koe Jaan nahi sakta kyonki yai prakirti hi hamai sab kuchh daiti hai esliyai yai hi esvar hai eswar prakirti hai prakirti eswar hai.
बुद्ध कहते है ज्ञान ही मुक्ती है
🔥🔥
मेरा एक प्रश्न है यदि प्रशांत जी कॉमेंट सेक्शन से प्रश्न ग्रहण करते हो तो प्रश्न है "मृत्यु क्या है यह कब और कैसे होती है ?"
कृपया करके इसका उत्तर पर एक वीडियो लाएं।
Self inquiry
Universal mirror
Bilkul sahi
Log tabtak sahi nahi ho sakte jabtak god naam ka lalach khatam na Hoga
🙏🏿🙏🏿🙏🏿
❤👌🏻👌🏻👌🏻👌🏻
10:54 pretty similiar to jiddu Krishnamurthy's view. I dont know....hearing 2nd time , the similiar profound view of human psyche to need a god figure of creation of this world to justify its own self-existence lead to the cause of the permanent belief of ever present or surely present god reinforced by branded set rules lok dharam / religions.
Pretty similar to the advait reality of oneness. Agam brahmasi, aham aatmam
❤❤!.--
Sir aap aekdam satik perfect bat batste ho👍💎💎
App best ho sir kas koi bachpan se aise sikhata to 20 25 se hote hote gagan chum leta
❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
❤❤❤❤❤❤❤❤❤
❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
वाह
Jivan mukta abastha ka Dhara to Jara bataiye
Acharya ji Pranam, Jeevan ko jan kaise sakte hai , Janne ka marg kya hai, Itna sab sahj nhi hai samajhna bahut kathin hai jananaa satya ko jeevan ko prem prakrati ko thoda vistar se bataye.
🌺🙏🌺👌🌺👏🌺🙏🌺🙏
Koti koti ram ram aacharyaji
🙏🏽🙏🏽🙏🏽🙏🏽🙏🏽
आप ज्ञानी औरसच्चे हैं
Iss dhuniya mea bahooth sare jeew jenthoo hai oon mea se manush ko sab se jatha deemak dheeya hai.
Yah dhuniya eak examination centre bhi hai.
why we need to save earth if sab hum he h or chla bhi hum he rhe h ? hamre he roop h ? mujhe smjh he ni aara kya koi bta skta h ?
Aap hame sahi jina sikha rahe h sir ji