#जोधपुर

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  • เผยแพร่เมื่อ 8 ก.ย. 2024
  • जोधपुर /राजस्थान. जोधपुर। पर्यावरण के प्रति मानव की घोर उपेक्षा के परिणाम मानव पिछले कुछ वर्षों से भुगत रहे हैं और 2030 तक ग्लोबल वार्मिंग नहीं , ग्लोबल बोईलिंग का समय आ रहा है ! जब प्रकृति हमें गर्मी से पिघलाने को ओर बढ़ चुकी होगी !
    महात्मा गांधी के वर्षों पूर्व दिए संदेश का पालन करते हुए पर्यावरण संरक्षण में अपने आप को समर्पित कर दें ,तो कुछ हद तक इस खतरे से बचा जा सकता है ! प्रकृति मानव केंद्रित जन आंदोलन की कार्य योजना एवं दायित्व विकेंद्रीकरण कार्यशाला में बोलते हुए कर्नल बलदेव सिंह मानव ने प्रकृति के प्रति गंभीर चिंता प्रकट करते हुए गांधी के विचारों की प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला ! यह कार्यशाला गांधी शांति प्रतिष्ठान जोधपुर में आयोजित हुई !
    इस अवसर पर रॉबिन हुड आर्मी , नारायणपुरी युथ सोसाइटी, नैनजी फाउंडेशन, पर्यावरण प्रेरणा संस्थान, पवन पुत्र फाउंडेशन , आरएसएम इंटरनेशल स्कूल , मारवाड़ एंटरप्राइजेज , श्रीराम कॉलेज सहित कई संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने भाग लिया ! पर्यावरणविद् प्रदीप शर्मा, सीआर देपन, सुषमा चौहान गांधीवादी चिंतक डॉ भवेंद्र शरद जैन, मोटिवेशनल स्पीकर डॉ बी एल जाखड़, कृष्णपाल सिंह , इकफाई वि वि से भूपेंद्र व अन्य पर्यावरण प्रेमी सुधि नागरिकों ने संगोष्ठी में भाग लिया। यह भी तय किया गया कि पर्यावरण संरक्षण के लिए एक जागरूकता यात्रा जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय के पर्यावरण विभाग से समाज के गाना माननीय नागरिकों द्वारा हरी झंडी दिखा कर जागरूकता यात्रा 2 अगस्त को प्रस्थान करेगी , जो रिफाइनरी क्षेत्र के आसपास के गांवो में लोगों को जागरूक करेगी और स्वयंसेवी संस्थाओं के माध्यम से पौधारोपण भी करेगी ! इस दौरान 11000 पौधे लगाने और उनके संरक्षण का स्थानीय स्तर पर दायित्व सौंपते हुए यह जागरूकता यात्रा 15 अगस्त को देवगढ़,आगोलाई में प्रथम चरण में विराम लेगी और आगे की कार्य योजना पर विचार करेगी !

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