जिस समाज में मां सरस्वती को पूजने की परंपरा रही हो, ऐसे समाज में,इन जैसे कद्दावर लेखक गरीबी में ही जन्में और गरीबी में ही गुजर गए, यह सोचकर ही मन सिहर उठता है। 🙏🙏
आप जिस सादगीसे कहानी सुनाते हो, शब्दों पर आपकी पकड ,आपका हर एक शब्द का उच्चार मानो सुबह की कोमल धुप फूल के पंकडीयो पर पडे दव परसे परावर्तित होके आ रही हो.आपका जन्म ही हिंदी साहित्य को रोशन करने के लिए हुआ. Big fan of teri mithhi.
सर कफ़न सुनने के बाद हम खुद को रोक नहीं पाये आंख से आंसू छलक पड़ा हमारे समाज में आज भी कितनी बुधिया है जो जीवन से संघर्ष कर रही है ।।आपके आवाज में वाकई जादू है सीधे दिल पर लगता है Love you sir ❤️❤️🙏
ये कहानी हमारे पाठ्यक्रम में शामिल होने के कारण कई बार पढ़ी है हमने परन्तु आपने जिस तरह इसे हमारे समक्ष प्रस्तुत किया मानो इस कहानी ने मूर्त रूप से जीवंत रूप ले लिया हो । अद्भुत है 🙏
सृष्टि में बिना पीड़ा के कुछ भी सृजित नही होता कितनी बीमारियां और शारारिक पीड़ा झेली प्रेमचंद जी ने तब ये अमर लेखन हम तक पंहुचा,सर आपके इस साहसिक प्रयास को मेरा नमन जो रैप और डिस्को के इस दौर में भी आपने जड़े नही छोड़ी है 💐💐💐💐👍👍👍👌👌
प्रणाम सर 🙏🏻 उपन्यास सम्राट मुंशी जी की कहानियों को अपने मिठास शब्दों से कहानी में जान लाने वाले उत्कृष्ट वक्ता muntashir sir आप की कहानियां पढ़ने से हिंदी के प्रति रुचि बढ़ गई है। सच में great sir ❤️❤️🙏🏻
मैंने जब आपको पहली बार सुना था तब से ऐसा एक भी दिन नहीं कि आपका कोई गीत न सुनी या आपका कोई लेखनी न पढ़ा हो मैं आपको ट्वीटर पर भी फौलो करता हूँ हर भारतीय की तरह मुझे भी आपकी तेरी मिट्टी में मिल जावा ..गीत मेरे दिल के सबसे करीब है Love you Manoj muntashir sir
मुंशी प्रेमचन्द की यह अमर कालजई कहानी है जिसमे गरीब किसान की समस्या को उजागर किया गया है बड़ी मर्म स्पर्शी है में श्रृद्धा भाव से प्रेमचंद को नमन करता हू
One of the most loveable stories from my syllabus 🥰🥰🥰🥰🥰 I still love it to read but the way he tells it ,just enjoying the moment 😍😍😍😍😍 thanks alot sir 🙏🙏🙏🙏
कम शब्दों में कहना चाहती हूँ , मैं आपसे मिलना चाहती हूँ सर ।🙏 हिंदी साहित्य आपकी वजह से आज जूनून बढ़ा रहा है , और इसिलए आज भी लोग मेरे जैसे हिंदी ऑनर्स लेकर पढ़ रहे है
Jab mai pehli bar iss novel ko padha tha mujhe halku ki garibi itni feel hui mai I'm totally changed. Ab mai khud se jyada, gareebo ke bare me sochta hu, kaise mai sabki madat kru. 🇮🇳
"तक़दीर की खूबी.. मजूरी हम करें मज़ा दूसरे लूटें" "रात को ठंड में यहां सोना तो न पड़ेगा" - 'पूस की रात' हल्कू की बेरंग.. कभी ख़त्म न होने वाले संघर्ष से भरी ज़िंदगी में नीलगायों का खेत चर जाना हल्कू के लिए किसी 'मोक्ष' से कम नहीं.. Such a wonderful tribute in the best of language to one of the greatest.. hard-hitting stories in Indian literature! Thank you Manoj Sir, for this gripping series on the finest stories by Premchand. And your recounting style..awesome! This makes me hugely emotional to re-visit these stories which made my student life meaningful..which are so searingly real n relevant even today.. brought tears to my eyes.. Fabulous job!!
I have never known such a talented lyricist.I got to know u after kapil sharma.And I have googled about you and found u r just an amazing lyricist.In sb mast gaano k piche ap jase lyricist hote h..keep going ❤
LOVE U Sir ❤ मैंने कफन भी सुनी थी अब ये कहानी हमने class मे पढ़ी थी लेकिन अब जो एहसास हो रहा था वैसा कभी नही हुआ आप इस कहानी के क्रम को बंद मत कीजिए ये सो चुकी हिंदी कहानियों को फिर से जगा रही है तथा हिंदी को एक नई सकरात्मक दिशा मे ले जा रही है इस प्रयास के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद
पेट भरने के बाद ही लोग दर्शन की बात करते हैं - कार्ल मार्क्स भारत में ज्यादातर बुद्धजीवी इसी वर्ग में आते हैं । यह कहानी मैंने पढ़ी थी लेकिन सुनने में बहुत अच्छा लगा । आपकी सोच अच्छी हैं सर जी 🙏🙏
आपने इतने अच्छे से मुंशी प्रेम चंद्र की कहानी को बताया कि सच मै मन खुश हो गया मुझे "" Poos ki raat और कफ़न "" ये दोनों काहानी मेरे दिल को छू जाती है हम लोगो को ऐसे महान क्रांतिकारी विचार वाले लोगों पर नाज करना चाहिए,,! हमे गर्भ हैं कि हम भारत से है
प्रेमचन्द जी का एक-एक शब्द मानो कलेजे को चिरता हुआ गुजर रहा हो इस साहित्य प्रेमी ने अपने दौर में समाज में और अपने आस-पास जो देखा और महसूस किया उसे कागज के पन्नों में सदा के लिए अमर कर दिया ऐसी महान आत्मा को मेरा शत्-शत् नमन श्रवण कुमार कृषि विज्ञान का छात्र
मुन्शी प्रेमचन्द के उपन्यासों का ऐसा मार्मिक और स्वर्ण जैसे शब्दों का प्रयोग कर उनके उपन्यासों को हम तमाम दर्शकों तक पहुचाने के लिये आपका सधन्यवाद | वास्तव मे, मुन्शी प्रेमचन्द के उपन्यास पढकर एक जिंदगी की ठोकरें खाया हुआ इन्सान अपने बीते हुए कल को इनके उपन्यासों देखता है और इनके उपन्यासों को पढते हुए अपनी आंखें नम कर लेता है और अपने आप की स्थिति को भी इनके लिखी हुई, पूस की रात, ईदगाह, बूढी काकी जैसे उपन्यास का एक उदाहरण का एक अंश अपने जीवन काल के किसी न किसी कोने मे पाता है... जो उसके जीवन काल मे ऐसा ही या तो चल रहा होता है या ऐसी स्थिति से गुजर चुका होता है | वास्तव मे, मुन्शी प्रेमचन्द जी, की लिखी गयी सभी उपन्यासे, और कविताये अतुलनिय है | धन्यवाद |
Sir!!! You are my role model........ You are best storyteller I have listening this story which is master piece of munishi premchand.......... And wirting part is also best........ I love your voice sir.... Such a great person you are!
ये उस दौर की कहानियाँ हैं जिसने तत्समय की सामाजिक स्थिति और मनुष्य के जीवनव्यथा का क्या उत्तम रेखाचित्र खींचा है पूस की रात, कफ़न, नमक का दरोगा, गोदन, निर्मला और अन्य मुंशी जी की क्या उत्तम रचनाएँ हैं। बचपन से पढ़ते आएं किन्तु आज एक बार आपके आवाज़ सुनकर मन हर्षित हो गया। हृदय से आपका आभार धन्यवाद मनोज सर...🙏🙏👌👌🤗🤗🤗
बहुत ही सुंदर, मुंशी प्रेमचंद को कोटि कोटि नमन जिनका पूरा साहित्यिक परिचर्चा गरीबी और अमीरों पर आधारित है क्योंकि समाज हमेशा इन परिस्थितियों पर आधारित रहा है ।यथार्थ चित्रण किया है ।
Muntashir Sir empathizes effectively with this story of Munshi Prem Chand describing the lack of basic necessities of many human beings in India! Life is a consecutive rung. From the base to get to the first step of the ladder requires push of many facilities & factors. Many are denied. Imagining that condition brings a lump. Thanks, Sir, for stirring the emotions!
हमने इस कहानी को कही ना कही अपने जीवन में हम सब ने एक बार इससे पहले पढ़ा होगा या सुना होगा । लेकिन इतना सरल और रोचक तरीके से इसके मूल भाव को आपने समझाया।" इंडिया को भूलो पहले और हिंदुस्तान को याद करो " धन्यवाद सर। आज मुंसी प्रेमचंद भी स्वर्ग से मुस्करा दिए होंगे की जो मैंने समझना चाहा था उसको किसी ने तोह अच्छे से समझा और दुसरो को बताया। काश हमारे हिंदी टीचर भी ऐसे होते। कम से कम बच्चे हिंदी में तो फेल नहीं होते जितना इसबार सीबीएसई और दूसरे बोर्ड एग्जाम में हुए हैं।
देखते ही देखते उसकी आंखों के सामने कोई और परवरदिगार हो गया वह बहुत मायूस हुआ बहुत पछताया क्योंकि मां को बनाकर वो बेरोजगार हो गया वाह जी वाह बहुत खूब🌺🌺🌹🌹💐💐💚💚💚💚💚💚💚💚💚💚💚
खुशी तो है पर खुशी के हकदार बहुत है, दर्द तो है पर दर्द के कर्जदार बहुत है। मैं मांगू किस किस को ,किस तरह की मन्नत, खुदा तो है पर खुदा के दावेदार बहुत है।। जिसे बचाने को उतारू है सल्तनत के चपरासी, जुर्म तो है पर जुर्म के पहरेदार बहुत है।। प्रफुल्ल गिरी from Chhattisgarh
Thank u sir for this channel. Aspiring writers like, writes well, but only need was of a mentor to complete us. Thank for another real life legend writers straight from the king of words in bollywood. God bless you sir. Hope to learn alot first before entering in this field.
Ye kahani kitni baar sun lo har baar new meaning ke sath hi nazar aati he.The way you recite it is so nice and unique.😊 I want my son to listen your recitation to make better understanding of not only for stories but for life lessons too.👍
मुंशी प्रेमचन्द की कहानी का एक-एक शब्द दिल छू लेता है उस आपका सुनाना सारे भाव स्पष्ट कराता है सर आपसे निवेदन है यह क्रम जारी रखियेगा । विश्वास सर कविताएँ प्रसारित प्रचारित करते आप कहानियो से रूबरू कराइये बहुत आभार होगा
Thanks a lot sir for these stories :) I am eagerly waiting for the next :) Please don't stop narrating these great stories by some extraordinary personalities :)
बचपन मे पढ़ी दो कहानियों..... पहली रविन्द्र नाथ टैगोर जी की काबुलीवाला और दूसरी प्रेमचन्द जी की पूस की रात। ने बचपन मे ही घर से जुदाई और गरीबी के दर्द को बखूबी बता दिया था मुझे। अब उस गरीब हल्कू द्वारा झेल रहे ठंड को फिर से महसूस करूंगा आपके साथ.....
Sir, jab aap koi story ko sunaate ho toh wo story kewal sunai nahi deti uska jeewant roop aankho ke saamne aata hai, poora ka poora . Ek sukhad anubhav mehsoos hota hai aapke video ko samay dene ke baad. Aisi hi kaaljayi rachnaae lekar aate rahiye..Aapka intezaar rehta hai. Love you 💕
@@ManojMuntashirShukla aapke video do din nahi aaye toh laga ek lamba arsha ho gya kuch nya sune hue aapke awaaz me.. Ab toh roz aadat ka hai aapko sunne ka
I had these stories in my textbooks in class 5th ! Loved these then also but aapki aavaj me yeh kahaniya sun na dil ko jhankjhor deta hai ! Ek pal ko esa lgta hai Maano swayam munshi ji padh rhe ho !
खुशबू है किताब में मगर पन्नों में गुलाब नही, तो इश्क़ करिए। चाहत है जज़्बात में मगर बेहिसाब नही, तो इश्क़ करिए। ठिकाना बदलते रहे मगर जाना कहां ये जवाब नही, तो इश्क़ करिए। बहुत तारीफ होती है, किसी के नज़र में ख़राब नही, तो इश्क़ करिए। लगता है सारा जहां देख लिया और नजरें बेताब नही, तो इश्क़ करिए। अंधेरा है रास्तों पर और कोई चिराग नही, तो इश्क़ करिए। तबाह हुए है पूरी तरह मगर निकाल सैलाब नही, तो इश्क़ करिए। नशे की आदत है पर कभी आंसु लगा शराब नही, तो इश्क़ करिए। करवटें बदलते रहे रात भर मगर मिला कोई ख़्वाब नही, तो इश्क़ करिए।
Ye kahani to itni maqbool hai ki sahitya me ruchi ki wajah se Kai Baar padh chuka hoon......firr bhi ap k recitation Ka besabri se intazar hai.....prose ko bhi Apne channel pe introduce krke Apne bahut pyara initiative liya hai.... helpful for lot of us.....lots of love sir.....we need you.... India need uhh❤️❤️
भावनायें तो हिंदी रचनाओं में ही हैं, चाहे जितनी मर्जी अँग्रेजी नॉवेल पढ लीजिए I
मनोज जी आपका कोई जवाब नहीं l
जिस समाज में मां सरस्वती को पूजने की परंपरा रही हो, ऐसे समाज में,इन जैसे कद्दावर लेखक गरीबी में ही जन्में और गरीबी में ही गुजर गए, यह सोचकर ही मन सिहर उठता है। 🙏🙏
सच्चाई ये भी है कि इन लेखकों से अमीर लेखक न कभी हुए और न कभी होंगे..
th-cam.com/video/Td1pZtucRUI/w-d-xo.html
@@jitendrasinghrawat4403 Sahi baat hai.
ZZZ
अगर मुंशी जी गरीब नही होते तो इतना बेहतर नही लिख पाते
आप जिस सादगीसे कहानी सुनाते हो, शब्दों पर आपकी पकड ,आपका हर एक शब्द का उच्चार मानो सुबह की कोमल धुप फूल के पंकडीयो पर पडे दव परसे परावर्तित होके आ रही हो.आपका जन्म ही हिंदी साहित्य को रोशन करने के लिए हुआ. Big fan of teri mithhi.
मैंने पढ़ ली थी,
पर आपसे सुनके और भी अच्छा अनुभव हुआ
धन्यवाद 🙏
बहुत कम लोग साहित्य प्रेमियों की कहानियां सुनाते है
Mai sunta hu, Bahut
Sahi kaha.shayad aaj bhi nahi padha sun
pati agar ye utube par nahi hoti
सही बात मैं भी साहित्य प्रेमी हूँ।🌼🌼🙏🙏
इस कहानी को दुबारा सुनने का मेरे पास हिम्मत नहीं
Ekdam sahi
सर कफ़न सुनने के बाद हम खुद को रोक नहीं पाये आंख से आंसू छलक पड़ा हमारे समाज में आज भी कितनी बुधिया है जो जीवन से संघर्ष कर रही है ।।आपके आवाज में वाकई जादू है सीधे दिल पर लगता है Love you sir ❤️❤️🙏
बेशक
मनोज सर आपके द्वारा जो भी रचनाएं सुनते हैं आज 20 साल बाद भी वो किताबो के पन्ने याद आ जाते हैं 🙏🏻❤️
60/65 वर्ष पहले प्रेम चंद को पढा था। कहानी सुन के मज़ा आया। आप इन कहानियों को revive करके बहुत अच्छा कर रहे हैं। करते रहिए।
शानदार,जबरदस्त,जिंदाबाद।
Lot's of love from Jharkhand ❤❤
I read this story in class 7th(10 years ago...)
Still now this is much interesting and shows the vision of old India😊😊❣️❣️
th-cam.com/video/scCcGJjhfog/w-d-xo.html
G
I am big fan of munsi premchand ..🙏
Meri likhi Pehli poetry.. Jaroor dekhe.. Ummid h pasand aayegi..
th-cam.com/video/SMeWHNgSE1U/w-d-xo.html
same... it was New Oxford Modern English I guess
@@amankashyap1660 i also....😊☺️
ये कहानी हमारे पाठ्यक्रम में शामिल होने के कारण कई बार पढ़ी है हमने परन्तु आपने जिस तरह इसे हमारे समक्ष प्रस्तुत किया मानो इस कहानी ने मूर्त रूप से जीवंत रूप ले लिया हो । अद्भुत है 🙏
Sahi
Same
आज इस आधुनिकता के दौर में आप जैसे लोग जो अपनी सभ्यता और संस्कृति को जीवंत रखे है, आपको इसके लिए बार बार प्रणाम है शुक्ला जी।🙏🙏
सृष्टि में बिना पीड़ा के कुछ भी सृजित नही होता कितनी बीमारियां और शारारिक पीड़ा झेली प्रेमचंद जी ने तब ये अमर लेखन हम तक पंहुचा,सर आपके इस साहसिक प्रयास को मेरा नमन जो रैप और डिस्को के इस दौर में भी आपने जड़े नही छोड़ी है 💐💐💐💐👍👍👍👌👌
प्रणाम सर 🙏🏻 उपन्यास सम्राट मुंशी जी की कहानियों को अपने मिठास शब्दों से कहानी में जान लाने वाले उत्कृष्ट वक्ता muntashir sir आप की कहानियां पढ़ने से हिंदी के प्रति रुचि बढ़ गई है। सच में great sir ❤️❤️🙏🏻
साहित्य कला प्रेमी प्रेम चंद के लिए शायद लाइक और कमेंट कम पड़ जाएंगे
th-cam.com/video/pCLswT0paLQ/w-d-xo.html
Jarur sune ek bar
🙏🙏🙏
मैंने जब आपको पहली बार सुना था
तब से ऐसा एक भी दिन नहीं कि आपका कोई गीत न सुनी या आपका कोई लेखनी न पढ़ा हो मैं आपको ट्वीटर पर भी फौलो करता हूँ
हर भारतीय की तरह मुझे भी आपकी तेरी मिट्टी में मिल जावा ..गीत मेरे दिल के सबसे करीब है
Love you Manoj muntashir sir
मुंशी प्रेमचन्द की यह अमर कालजई कहानी है जिसमे गरीब किसान की समस्या को उजागर किया गया है बड़ी मर्म स्पर्शी है में श्रृद्धा भाव से प्रेमचंद को नमन करता हू
मेने न जाने कितनी बार इसको पढ़ लिया ,यह कहानी अमर है और यह आज भी किसानों के जीवन का दुःखद सत्य है । प्रेमचंद जी बहुत कमाल का लिखते थे..💐
One of the most loveable stories from my syllabus 🥰🥰🥰🥰🥰 I still love it to read but the way he tells it ,just enjoying the moment 😍😍😍😍😍 thanks alot sir 🙏🙏🙏🙏
Love you ❤️
Jb ap story sunate h .tb aisa lgta h ki koi vdo play h or story dekh rh hm..Love u Manoj sir. I want to meet u🙏🙏
वाह वाह और वाह प्रेमचंद जी को फिर से जीवित कर दिया आपने👏👏
कम शब्दों में कहना चाहती हूँ , मैं आपसे मिलना चाहती हूँ सर ।🙏 हिंदी साहित्य आपकी वजह से आज जूनून बढ़ा रहा है , और इसिलए आज भी लोग मेरे जैसे हिंदी ऑनर्स लेकर पढ़ रहे है
Jab mai pehli bar iss novel ko padha tha mujhe halku ki garibi itni feel hui mai I'm totally changed. Ab mai khud se jyada, gareebo ke bare me sochta hu, kaise mai sabki madat kru. 🇮🇳
"तक़दीर की खूबी.. मजूरी हम करें मज़ा दूसरे लूटें"
"रात को ठंड में यहां सोना तो न पड़ेगा"
- 'पूस की रात'
हल्कू की बेरंग.. कभी ख़त्म न होने वाले संघर्ष से भरी ज़िंदगी में नीलगायों का खेत चर जाना हल्कू के लिए किसी 'मोक्ष' से कम नहीं..
Such a wonderful tribute in the best of language to one of the greatest.. hard-hitting stories in Indian literature! Thank you Manoj Sir, for this gripping series on the finest stories by Premchand. And your recounting style..awesome! This makes me hugely emotional to re-visit these stories which made my student life meaningful..which are so searingly real n relevant even today.. brought tears to my eyes..
Fabulous job!!
I have never known such a talented lyricist.I got to know u after kapil sharma.And I have googled about you and found u r just an amazing lyricist.In sb mast gaano k piche ap jase lyricist hote h..keep going ❤
Bachpan me papa ne sunaya tha pehli Baar..
Phir school me padha..
Aur phir aapki aawaj me ekbar aur sunliya.
Thankyou sir..
10 m pdi th.. After 10 years I heard it..
Thanks for reminding me those days
Es sundar vaadi aur sundar kahani se dil garden gaden ho gaya sir ❤❤❤❤❤ thank you sir ❤❤ I love hindi sahityav❤
पढ़ चूका हूँ पर जब आप सुनाएंगे तो बहुत कुछ और भी होगा इसीलिए प्रतीक्षारत् 😊
LOVE U Sir ❤ मैंने कफन भी सुनी थी अब ये कहानी हमने class मे पढ़ी थी लेकिन अब जो एहसास हो रहा था वैसा कभी नही हुआ आप इस कहानी के क्रम को बंद मत कीजिए ये सो चुकी हिंदी कहानियों को फिर से जगा रही है तथा हिंदी को एक नई सकरात्मक दिशा मे ले जा रही है इस प्रयास के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद
पेट भरने के बाद ही लोग दर्शन की बात करते हैं - कार्ल मार्क्स
भारत में ज्यादातर बुद्धजीवी इसी वर्ग में आते हैं । यह कहानी मैंने पढ़ी थी लेकिन सुनने में बहुत अच्छा लगा ।
आपकी सोच अच्छी हैं सर जी 🙏🙏
सर हृदय भर आया जैसा अक्सर प्रेमचंद की कहानियां पढ़ कर आ जाता है। लेकिन आपके स्वर में सुनने का अलग आनंद है।
इतना ज्यादा सुन्दर कितना अच्छा पढ़ा आपने शुक्रिया।
th-cam.com/video/scCcGJjhfog/w-d-xo.html
T
कक्षा सातवीं में पढ़ी ये कहानी आज फिर से ताजा हो गई।
मुंशी प्रेमचंद की कहानी चीरकाल तक जीवंत रहेगी।
आपका स्वर इसे चार चाँद लगा रहा है।
वाह सर क्या दिल की झकझोर देने वाली कहानी है
th-cam.com/video/scCcGJjhfog/w-d-xo.html
T
Itni aachi kahaniya, poems ,kavya , baate sikhana vala Manoj sir ko dil se salam (AAP mujay bade ho) still i pray from God may he plz Bless you
This story was in my syllabus class 10th 2008
Very inspiring story
This story was in my 12th
आपके भाव से भरा एक एक शब्द आँखों के सामने चित्र को जीवंत कर देने वाला है.... बहुत सुन्दर.... अगली कहानी की प्रतिक्षा में 🙏
I m big fan of munsi premchand..🙏🙏
🙏
आपने इतने अच्छे से मुंशी प्रेम चंद्र की कहानी को बताया कि सच मै मन खुश हो गया मुझे "" Poos ki raat और कफ़न "" ये दोनों काहानी मेरे दिल को छू जाती है हम लोगो को ऐसे महान क्रांतिकारी विचार वाले लोगों पर नाज करना चाहिए,,!
हमे गर्भ हैं कि हम भारत से है
"मेरी फितरत है मस्ताना"
आज मैंने आपकी ये किताब पढ़ी है।
बस कुछ मत पूछिए जैसे मैं कहीं खोया खोया से हूँ।
सच में मनोज सर्! आपकी फितरत है मस्ताना।
Meri likhi Pehli poetry.. Jaroor dekhe.. Ummid h pasand aayegi..
th-cam.com/video/SMeWHNgSE1U/w-d-xo.html
प्रेमचन्द जी का एक-एक शब्द मानो कलेजे को चिरता हुआ गुजर रहा हो इस साहित्य प्रेमी ने अपने दौर में समाज में और अपने आस-पास जो देखा और महसूस किया उसे कागज के पन्नों में सदा के लिए अमर कर दिया ऐसी महान आत्मा को मेरा शत्-शत् नमन श्रवण कुमार कृषि विज्ञान का छात्र
The best thing I have followed is your page! Everyday I look forward to learn something new related to my culture, my literature !
जब भी मैं ठंड को महसूस करता हूं
मुझे हल्कू और जबरा की याद आ जाती है मुन्शी प्रेम चन्द जी आप अमर हो
अगर दर्द न हो जहन में , तो मर्ज़ होगा क्या
वक़्त साथ न है तो क्या,
तेरा फ़ितूर कम है क्या ❤️❤️❤️
Premchandra ji is my favourite writer. I listen to this story of his every night before sleeping, it gives me great relief.❤
(Kalam ke sipahi❤) thnq sir ....I still remember...this was 1st chapter in my 11th cls hindi book........love u sir....u r doing great job ...😇
Love you too ♥️
th-cam.com/video/scCcGJjhfog/w-d-xo.html
T
❤️❤️
@@TheStroller_ tum yha...😍
मुन्शी प्रेमचन्द के उपन्यासों का ऐसा मार्मिक और स्वर्ण जैसे शब्दों का प्रयोग कर उनके उपन्यासों को हम तमाम दर्शकों तक पहुचाने के लिये आपका सधन्यवाद |
वास्तव मे, मुन्शी प्रेमचन्द के उपन्यास पढकर एक जिंदगी की ठोकरें खाया हुआ इन्सान अपने बीते हुए कल को इनके उपन्यासों देखता है और इनके उपन्यासों को पढते हुए अपनी आंखें नम कर लेता है और अपने आप की स्थिति को भी इनके लिखी हुई, पूस की रात, ईदगाह, बूढी काकी जैसे उपन्यास का एक उदाहरण का एक अंश अपने जीवन काल के किसी न किसी कोने मे पाता है... जो उसके जीवन काल मे ऐसा ही या तो चल रहा होता है या ऐसी स्थिति से गुजर चुका होता है |
वास्तव मे, मुन्शी प्रेमचन्द जी, की लिखी गयी सभी उपन्यासे, और कविताये अतुलनिय है |
धन्यवाद |
Thanks to you for bringing such noble and heart touching stories of such great writer, the Premchand (my favourite writer). God bless you 🙏
बहुत बहुत धन्यवाद सर
पूर्व साहित्य प्रेमियों की कहानियां सुनाने के लिए
I read this story in class X... beautifully explained.. You restore the entire memories of my childhood... Thank you so much 😊
Sir!!! You are my role model........ You are best storyteller I have listening this story which is master piece of munishi premchand.......... And wirting part is also best........ I love your voice sir.... Such a great person you are!
I read this story when I was reading in class vii (14 years ago).. love from Assam ❤️❤️❤️
Love you too ♥️
I read it too, in class VII
14 years ago I was in 7th ✌️
ये उस दौर की कहानियाँ हैं जिसने तत्समय की सामाजिक स्थिति और मनुष्य के जीवनव्यथा का क्या उत्तम रेखाचित्र खींचा है पूस की रात, कफ़न, नमक का दरोगा, गोदन, निर्मला और अन्य मुंशी जी की क्या उत्तम रचनाएँ हैं।
बचपन से पढ़ते आएं किन्तु आज एक बार आपके आवाज़ सुनकर मन हर्षित हो गया।
हृदय से आपका आभार धन्यवाद मनोज सर...🙏🙏👌👌🤗🤗🤗
This story remind me of my school days
Which made this time more relatable full of memories❤️
Me college ki Student hu.☺️
Mere syllabus mein yah kahani h.😊
Is liye sunne aai hu😅
Par sir ke muh se ye kahani janmo janmo tak yaad rahegi 🤗🤗
यूं तो हैं दुनिया में बहुत से सुखनवर..
पर आपका है, अंदाज ए बयां और!
बेहतरीन, बेमिसाल, लाजवाब मनोज जी❤️❤️❤️
शुक्रिया।
बहुत ही सुंदर, मुंशी प्रेमचंद को कोटि कोटि नमन जिनका पूरा साहित्यिक परिचर्चा गरीबी और अमीरों पर आधारित है क्योंकि समाज हमेशा इन परिस्थितियों पर आधारित रहा है ।यथार्थ चित्रण किया है ।
Muntashir Sir empathizes effectively with this story of Munshi Prem Chand describing the lack of basic necessities of many human beings in India! Life is a consecutive rung. From the base to get to the first step of the ladder requires push of many facilities & factors. Many are denied. Imagining that condition brings a lump. Thanks, Sir, for stirring the emotions!
Lot's of love ♥️♥️♥️
Waah bhaiya waah kya andaz hai story sunane ka.our generation is so bless that we have person like you.
जिस दिन इंडिया हिंदुस्तान को महसूस कर लेगा उस दिन देश फिर से स्वर्णिम बन जाएगा
Yes sir🙏
हमने इस कहानी को कही ना कही अपने जीवन में हम सब ने एक बार इससे पहले पढ़ा होगा या सुना होगा । लेकिन इतना सरल और रोचक तरीके से इसके मूल भाव को आपने समझाया।" इंडिया को भूलो पहले और हिंदुस्तान को याद करो " धन्यवाद सर।
आज मुंसी प्रेमचंद भी स्वर्ग से मुस्करा दिए होंगे की जो मैंने समझना चाहा था उसको किसी ने तोह अच्छे से समझा और दुसरो को बताया। काश हमारे हिंदी टीचर भी ऐसे होते। कम से कम बच्चे हिंदी में तो फेल नहीं होते जितना इसबार सीबीएसई और दूसरे बोर्ड एग्जाम में हुए हैं।
Such a treasure, waiting to be explored by everyone of us. Thanks a lot for this rendition 💜
Your voice is my medicine for sweet dreams ❤ daily apki koi na koi novel ko sunte sunte so jata hu
देखते ही देखते उसकी आंखों के सामने कोई और परवरदिगार हो गया
वह बहुत मायूस हुआ बहुत पछताया क्योंकि मां को बनाकर वो बेरोजगार हो गया
वाह जी वाह बहुत खूब🌺🌺🌹🌹💐💐💚💚💚💚💚💚💚💚💚💚💚
मनोज भईया.. क्या भूमिका बनाई आपने, और बांध दिया समां आपने नमन 🙏🙏
Sometimes I used to cry when I listen it by, I have listen it many times
Super
Isi tarah aap hame premchand ji ki sabhi kahaniya, upnyas sunate rhe
Dil ko chhoo gya wa
खुशी तो है पर खुशी के हकदार बहुत है,
दर्द तो है पर दर्द के कर्जदार बहुत है।
मैं मांगू किस किस को ,किस तरह की मन्नत,
खुदा तो है पर खुदा के दावेदार बहुत है।।
जिसे बचाने को उतारू है सल्तनत के चपरासी,
जुर्म तो है पर जुर्म के पहरेदार बहुत है।।
प्रफुल्ल गिरी from Chhattisgarh
@Shuruaat Sapno Ki thanks.bde Bhaiya🙏♥️
आज बहुत कुछ पुराना याद आ गया ..मनोज सर्
सूखे आंसू आज पलको तक आ ही गए...शुक्रिया मनोज जी
Thank u sir for this channel. Aspiring writers like, writes well, but only need was of a mentor to complete us. Thank for another real life legend writers straight from the king of words in bollywood. God bless you sir. Hope to learn alot first before entering in this field.
Lot's of Love. Keep writing
College me study ke time ye story padhi hai bahot achchi hai apse se sunkar or achcha lagega
Waiting to listen your. Clear mesmerizing voice love you🌷💕
Love you too
@Bina mam.. Ye wali poetry dekhiye.. Ummid h pasand aayegi
th-cam.com/video/SMeWHNgSE1U/w-d-xo.html
@@ManojMuntashirShukla love u 3000
Please mam ek Barr mere bhi channel pr aaye please ek bar mujhe bhi sun ligiye
th-cam.com/video/scCcGJjhfog/w-d-xo.html
U
मार्मिक कथा, एक एक शब्द ह्रृदय स्पर्शी, प्रभावी वाचन ।
Ye kahani kitni baar sun lo har baar new meaning ke sath hi nazar aati he.The way you recite it is so nice and unique.😊
I want my son to listen your recitation to make better understanding of not only for stories but for life lessons too.👍
मुंशी प्रेमचन्द की कहानी का एक-एक शब्द दिल छू लेता है उस आपका सुनाना सारे भाव स्पष्ट कराता है
सर आपसे निवेदन है यह क्रम जारी रखियेगा । विश्वास सर कविताएँ प्रसारित प्रचारित करते आप कहानियो से रूबरू कराइये बहुत आभार होगा
Thank you sir, one of my favourite पूस की रात😍🥰
मनोज सर मैंने आपके द्वारा सुनाई गई 'कफ़न' भी सुना और अब 'पूस की रात' सुन रहा हूँ| जो मैंने 6-7 वीं में पढ़ी थी मुझे साहित्य से बहुत लगाव है
मुंशी प्रेमचंद जी ने ऐसी महान कृतियां लिख दी हैं कि जिनके सामने नोबेल पुरस्कार भी फीका पड़....
ये हमने कई बार पढ़ी है परन्तु जिस तरहसे आपने सुनाया तो लगा स्वंय मुंशी प्रेमचंद जी सुना रहे हो।बहुत खूब सर।आंशू रुके ही नही।🙏🙏🙏
Sar aapse nivedan hai ki aap munsi premchand ji ki sab kahaniyo ke upar apna aisa hi video banaye..🙏🙏🙏🙏🙏
Sir, आप बहुत ही मनमोहक तरीके से कहानी सुनाते हैं। बहुत बहुत धन्यवाद !!
Thanks a lot sir for these stories :)
I am eagerly waiting for the next :)
Please don't stop narrating these great stories by some extraordinary personalities :)
11th me padha tha sir ye kahani....aaj aapke jariye yaad taja ho gai... Thanks ☺️
हल्कू का किरदार निभाते हुये रघुवीर यादव को देखा है , उनसे बेहतर शायद ही कोई कर पाता ।
link share krna bro
Aapne bachpan ki yaad dila di...maine ye kahani bahut baar padhi hai..hamare course me tha...thanq sir hindi ko punarjivit krne k liye 🙏
बचपन मे पढ़ी दो कहानियों.....
पहली रविन्द्र नाथ टैगोर जी की काबुलीवाला
और दूसरी प्रेमचन्द जी की पूस की रात।
ने बचपन मे ही घर से जुदाई और गरीबी के दर्द को बखूबी बता दिया था मुझे।
अब उस गरीब हल्कू द्वारा झेल रहे ठंड को फिर से महसूस करूंगा आपके साथ.....
Sir, jab aap koi story ko sunaate ho toh wo story kewal sunai nahi deti uska jeewant roop aankho ke saamne aata hai, poora ka poora .
Ek sukhad anubhav mehsoos hota hai aapke video ko samay dene ke baad. Aisi hi kaaljayi rachnaae lekar aate rahiye..Aapka intezaar rehta hai. Love you 💕
Love you too ♥️
@@ManojMuntashirShukla aapke video do din nahi aaye toh laga ek lamba arsha ho gya kuch nya sune hue aapke awaaz me..
Ab toh roz aadat ka hai aapko sunne ka
The way u tell the stories or the way u recite the poetry mesmerises me.
Sir u re really just fantastic.
I had these stories in my textbooks in class 5th ! Loved these then also but aapki aavaj me yeh kahaniya sun na dil ko jhankjhor deta hai ! Ek pal ko esa lgta hai Maano swayam munshi ji padh rhe ho !
खुशबू है किताब में मगर पन्नों में गुलाब नही,
तो इश्क़ करिए।
चाहत है जज़्बात में मगर बेहिसाब नही,
तो इश्क़ करिए।
ठिकाना बदलते रहे मगर जाना कहां ये जवाब नही,
तो इश्क़ करिए।
बहुत तारीफ होती है, किसी के नज़र में ख़राब नही,
तो इश्क़ करिए।
लगता है सारा जहां देख लिया और नजरें बेताब नही,
तो इश्क़ करिए।
अंधेरा है रास्तों पर और कोई चिराग नही,
तो इश्क़ करिए।
तबाह हुए है पूरी तरह मगर निकाल सैलाब नही,
तो इश्क़ करिए।
नशे की आदत है पर कभी आंसु लगा शराब नही,
तो इश्क़ करिए।
करवटें बदलते रहे रात भर मगर मिला कोई ख़्वाब नही,
तो इश्क़ करिए।
Meri likhi Pehli poetry.. Jaroor dekhe.. Ummid h pasand aayegi..
th-cam.com/video/SMeWHNgSE1U/w-d-xo.html
Wahgg bhai
Bohot aalaaaaa bhai... 👌👌👌
Bohot tareef Hoti hai.. Kisi K nazar me kharab nahi to Ishq kariye
Best line.. ❤️❤️❤️
Sir please ek baar mujhe bhi sun ligiye
Please app sb ek baar mere bhi channel pr aaye please support kre
बहुत खूब!
मुंशी प्रेमचंद की मर्मस्पर्शी रचना और उस पर आपका अंदाजे बयां । क्या कहने!!
आपके लफ्जों को पीरो दूं
किताबों की लकीरों में,
सुना दूं आपके हर लफ्जों को
जो लिखे हैं आपने अपने हाथों की हथेलीयों से।🙏🙏
Our Hindi teacher told us this story in school in short and it made my heart heavy and eyes wet .
*I didn't read in my academic 📚 but I can realise "पूष की रात"⛺....*
Meri ye class 12th ke hindi ka syllabus tha maine tb bhi padha tha aur aj phir aapse suni ,such a great story 😶🙏✍️
Outstanding mind-blowing sir🔥🔥🔥
Aapki stories n rashmirathi sunne k bad ab mujhe books reading ka shoukh jag rha h.. Aur wo v sahitya ki... Aur kavya ki.. ❤ great job sir!! 👏👏
I read this story in class 9th(1 year ago) ilove this story
Ye kahani to itni maqbool hai ki sahitya me ruchi ki wajah se Kai Baar padh chuka hoon......firr bhi ap k recitation Ka besabri se intazar hai.....prose ko bhi Apne channel pe introduce krke Apne bahut pyara initiative liya hai.... helpful for lot of us.....lots of love sir.....we need you.... India need uhh❤️❤️
Love you too ♥️