नमो भूदेवा. आपला परीसस्पर्ष लाभला धन्य् झालो. आपली समाज सजगतेविषयीची ओढ भावते मनाला.गूरू खर सांगू, जगात प्रसिद्धी कोणाला नकोय,सगळेच लालची. पण आपण जे ज्ञानकार्य सढळ हाताने करताय ते खरच खूप गौरवास्पद आहे. अवेळी आलेल्या जबाबदारीने ईच्छा असूनही पाठशाळा करणं जमल नाही.ही उणीव कायम मनाला लागायची. प्रतिष्ठितांबरोबर कमीपणा वाटायचा. बर आता शिकावं तर ,विद्वतेला अहंकाराचा शाप. शिकवण दुरापास्त. पण भगवंताने हाक ऐकली आणि तूम्ही आईच्या दातृत्वाने ती पूर्ण केली. तूमच ऐकूण,पाहून काहीका होईना पण बोबडे बोल बोलन्याचा प्रयत्न करतोय. सूप समाधान वाटत. तूमच गूरूपदाच स्थान माझ्या आयुष्यात कायम राहील. विद्या विनयेन शोभते. हे तूम्ही खर करून दाखवले. जगात अतिहुशार खूप आहेत,पण ज्ञानी तूम्हीच.. तूमचा एक शिष्य..🙏🙏
जो भी गलत बोल रहें है उनको संध्या के बारे में जानकारी नहीं है संध्या अनेक प्रकार की है जो अनेक संप्रदाय में अनेक अनेक प्रकार से विभक्त है व्यक्ति अपने गुरु शिष्य परंपरा के द्वारा संध्या सीखता है और करता है वैदिक संध्या अलग है शैव संध्या अलग है वैष्णव संध्या अलग है शक्त संध्या अलग है चारो वैष्णव सम्प्रदाय मे संध्या अलग अलग है संध्या का मुख्य अर्थ है त्रिकाल भगवान की आराधना 🙏
शिरसाष्टांग प्रणाम गुरुजी. हा व्हिडीओ बनवल्याबद्दल मनःपुर्वक धन्यवाद ! ब्रह्मसुत्र शांकरभाष्य वाचायला / अभ्यासायला घेतले, अन् मनात पहिलीच शंका उद्भवली की " हे समजुन घेण्यासाठी आपली बौध्दिक क्षमता असेलही कदाचित , तरी हे प्रत्यक्ष अनुभवण्यासाठी प्रचीतीस येण्यासाठी आपली अध्यात्मिक तयारी आहे ?" तिथे पहिल्यांदा मनात किमान एकवेळेस तरी "नित्यसंध्या करावी" ह्या संकल्पाचा उदय झाला. लहानपणी शिकलेले थोडेफार आठवत होते. आपल्या ह्या व्हिडीओ मुळे खुप फायदा झाला. अजुन काही व्हिडीओ देखील खुप उपयुक्त ठरले आणि सुरुवात करतानाच आधी "असावादित्यो ब्रह्म" ह्या वेदवाक्याचा किंव्वा गायत्री मंत्राचा खरा अर्थ काय ह्याचा शोधाशोध करताना गायत्रीमंत्रावरील शांकरभाष्य सापडले. संध्यावंदनाचे महत्व निमिषार्धात पटले ! ह्या निमित्ताने "तेषां सततयुक्तानां भजतां प्रीतिपूर्वकम् । ददामि बुद्धियोगं तं येन मामुपयान्ति ते ॥" ह्या भगवद्वाक्याची प्रचीती आली ! पुनश्च एकवार मनःपुर्वक धन्यवाद !
Never do sandyavandana while reading u will lose concentration and never able to remember sandyavandana so .......we have to first read the theory part and when u read it and make it completely remember ......then u have to go through practical ......this video is great 👍 doing nityakarma is good for our selfs ......but never do sandyavandana while reading .. please note the changes if u need concentration
Pranayam sahi or pooran abasyak h aaj kal prayam jaldi karke pooran kar liya ....doosara manteo ko aap brahmin devta yese pad rahe ki aap nitya sandhya mantra nahi karte
Iss sandhya vandana me mujhe sudhta ki kami lagi jis patra me app jal dal rahe ushi me achaman kar rahe usi me hath dho rahe .... Aour ham pranaym me 3 mantra pratek mantra se kumbhak rechak purak hota hai ... Mere is comment ko anyatha na lijiyega bramhaman devta mere man me prashna ayya to puch liya...
प्रशांत गुरु नमस्कार 🙏🙏 गुरु आपल्या ह्या यू ट्यूब वर खुप सुंदर व्हिडिओ टाकले आहे त्या बद्दल आपले मनापासून धन्यवाद . अजुन ऐक म्हणजे संपूर्ण रुद्र पाठ व्हिडिओ टाकला तर फार छान वाटेल . 🙏🙏
उत्तम अति उत्तम कई पुस्तकों में मार्जन भी दिया रहता है वो शायद इसमे नही है। कृपया पुस्तक का नाम बताएं और मुद्रा भी नही की सायद समय के अभाव के कारण कृपया एक वीडियो सभी मुद्राओं को लेकर बनायें जय माँ पीताम्बरा
Accha brahman debata mera jis acharya se yajnopavita hua tha.. Wo sastra gyani nhi the.. Mera punah se yajnopavita hona chahiye kya.. Agar ho sakta h to kaisa.. Aur punah yajnopavita ke liye kya. Pure.. Sir ko phirse mundwana parega kya
नित्य कर्म पुस्तक में दिया हुआ संध्या विधि शुक्ला यजुर्वेद पर आधारित है,और दूसरी विधि कृष्ण यजुर्वेद पर आधारित होती है,इसीलिए दोनों में कई क्रियाएं अलग होती है
महाराज जी हम भी सन्ध्या करना चाहते है, नित्य कर्म पुस्तक भी लाये है, विधि समझ मे नही आ रही है, आप सन्ध्या के साथ साथ समझाने का भी कष्ट करते तो बहुत कृपा होती।
Guru ji aap kis pustak se Sandhya ke mantra pad rahe hai kripa kar ke bataye espar thoda or vistar se video bana sakte hai kripa kare prabhu mai bhi sikhna chahta hu or Gayatri japna chahta hu apne sisya par kripa kare prabhu
Jo dvij h wo vaidic or tantrokt sandhya kr skte h ar ar jo dwij nhi h wo tantrokt sandhya kr skte h to sbko adhikar h . Tantrokt sandhya ka adhikar sbko h bs isme east devta ki gayatri hogi vaidic gayatri nhi
@@prashantguruji जी सादर धन्यवाद , १. यजमान एवं अन्य किसी व्यक्ति के तिलक लगाने के लिए भी अनामिका उंगली का ही उपयोग किया जाएगा ? २. कुछ व्यक्ति स्वयं के भी तिलक अनामिका से ही लगाते हैं क्या यह भी सही है ?
@@mkd3178 जजमान या किसी अन्य को तिलक लगाने के लिए अंगूठे का प्रयोग करे पितरों के लिए तर्जनी का अपने लिए मध्यमा का देवताओं के लिए अनामिका तथा संत महात्माओं के लिए कनिष्ठिका का प्रयोग करे
दंडवत प्रणाम वेदाचारुजी कृपा ऐक प्रश्न है कृपया समाधान जरुर करें कुछ आचार्यजी और पुस्तक में कहा गया है कि ऐक समय मे तीन काल की सन्ध्योपासना कर शकते है और यदि समय का अभाव हो तो 10 गायत्री मंत्र सेभी सन्ध्योपासना कर शकते है कृपिया समाधान करे
Jai shri Krishna sa mera gotra bharadwaj ved yajurved ke anusar sandhyavandan margdarshan kare vallabhacharya sampradaya se dixit hoo veshnav sampradaya me bhasmi nahi lagate to uski jagah kya prayog kare tripundra ki jagah urdhwapundra prayog hota kya karoon margdarshan kare
“आग लगी आकाश में, झर झर पड़त अंगार संत न होते जगत में तो जल मरता संसार !”
🌹जय सीताराम🌹
दण्डवत प्रणाम गुरुदेव के चरण कमलों में 🙏
बहुत ही सुंदर
नमो भूदेवा.
आपला परीसस्पर्ष लाभला धन्य् झालो.
आपली समाज सजगतेविषयीची ओढ भावते मनाला.गूरू खर सांगू, जगात प्रसिद्धी कोणाला नकोय,सगळेच लालची. पण आपण जे ज्ञानकार्य सढळ हाताने करताय ते खरच खूप गौरवास्पद आहे.
अवेळी आलेल्या जबाबदारीने ईच्छा असूनही पाठशाळा करणं जमल नाही.ही उणीव कायम मनाला लागायची. प्रतिष्ठितांबरोबर कमीपणा वाटायचा. बर आता शिकावं तर ,विद्वतेला अहंकाराचा शाप. शिकवण दुरापास्त.
पण भगवंताने हाक ऐकली आणि तूम्ही आईच्या दातृत्वाने ती पूर्ण केली. तूमच ऐकूण,पाहून काहीका होईना पण बोबडे बोल बोलन्याचा प्रयत्न करतोय. सूप समाधान वाटत.
तूमच गूरूपदाच स्थान माझ्या आयुष्यात कायम राहील.
विद्या विनयेन शोभते.
हे तूम्ही खर करून दाखवले.
जगात अतिहुशार खूप आहेत,पण ज्ञानी तूम्हीच..
तूमचा एक शिष्य..🙏🙏
हर हर शंकर जय जय शंकर
जो भी गलत बोल रहें है उनको संध्या के बारे में जानकारी नहीं है संध्या अनेक प्रकार की है जो अनेक संप्रदाय में अनेक अनेक प्रकार से विभक्त है व्यक्ति अपने गुरु शिष्य परंपरा के द्वारा संध्या सीखता है और करता है वैदिक संध्या अलग है शैव संध्या अलग है वैष्णव संध्या अलग है शक्त संध्या अलग है चारो वैष्णव सम्प्रदाय मे संध्या अलग अलग है संध्या का मुख्य अर्थ है त्रिकाल भगवान की आराधना 🙏
Ye konsi wali Sandhya hai ji......
सही कहा
राइट
Good it's usefully in daily life thanks a lots,
गुरुजी आदेश 🙏 ऊं नमः शिवाय
कोटि कोटि प्रणाम गुरुदेव
8: 51 🙏🙏 I learned this from your video thanks 😊
Muktavidru mahe-maneel- davala-chaher-mukhai_stri- knashairr....1
yukataa-mindu- nibhadda ratna mukutaam tavaatama vaRnatmikaam....2
Gayatreem vardaabaayam kusha kasha shubram kapaalam gunam....3
shankam chakram mataravinda-yugalam astairr-vahamteem baje...4
Bhahurupeeni gayatri divvye'-sandye-saraswati...5
ajare amare devi bhrama yoni namosthute....6
Pratana purvakam namskaromi..
जय श्री राम आदेश गुरुंना वंदन
jay ho bhudev ki
ॐ नमः शिवाय गुरूजी.
हर हर महादेव
🙏 pranam is parampara ko aage badane ke liye ❤🙏
वेदवृक्ष जी को प्रणाम
वेद वृक्ष भवेन्नित्यम्
नमोनम:
ॐ नमः शिवाय गुरूजी
om nam:shivay
जय गुरुदेव
स आदर प्रणाम , अती सुन्दर मा गायत्री की उपासना
बस यूही अच्छे अच्छे video बनओ और सनातन धर्मी इस का लाभ ले
नमोस्तुभ्यों विप्रवर।
Shuklayajurvediya...sandhuopasna...
Jai ho aap ki
Har har Mahadev bhai Ji 🙏🙏🙏🙏🙏🙏❤️❤️❤️❤️👍👍👍👍
Har Har mahadev
🙏🙏 प्रणाम महाराज मेरा प्रणाम आपको मैं प्रयागराज धरती से हूं
Jay parashuram
Jay Ho
बहुत सुंदर गुरु जी
बहुत बहुत शुभकामना श्रीमान्
शिरसाष्टांग प्रणाम गुरुजी.
हा व्हिडीओ बनवल्याबद्दल मनःपुर्वक धन्यवाद !
ब्रह्मसुत्र शांकरभाष्य वाचायला / अभ्यासायला घेतले, अन् मनात पहिलीच शंका उद्भवली की " हे समजुन घेण्यासाठी आपली बौध्दिक क्षमता असेलही कदाचित , तरी हे प्रत्यक्ष अनुभवण्यासाठी प्रचीतीस येण्यासाठी आपली अध्यात्मिक तयारी आहे ?"
तिथे पहिल्यांदा मनात किमान एकवेळेस तरी "नित्यसंध्या करावी" ह्या संकल्पाचा उदय झाला. लहानपणी शिकलेले थोडेफार आठवत होते. आपल्या ह्या व्हिडीओ मुळे खुप फायदा झाला. अजुन काही व्हिडीओ देखील खुप उपयुक्त ठरले आणि सुरुवात करतानाच आधी "असावादित्यो ब्रह्म" ह्या वेदवाक्याचा किंव्वा गायत्री मंत्राचा खरा अर्थ काय ह्याचा शोधाशोध करताना गायत्रीमंत्रावरील शांकरभाष्य सापडले. संध्यावंदनाचे महत्व निमिषार्धात पटले !
ह्या निमित्ताने "तेषां सततयुक्तानां भजतां प्रीतिपूर्वकम् । ददामि बुद्धियोगं तं येन मामुपयान्ति ते ॥" ह्या भगवद्वाक्याची प्रचीती आली !
पुनश्च एकवार मनःपुर्वक धन्यवाद !
धन्यवाद guruji
❤❤❤❤❤🙏🙏
Naan gurudev
Never do sandyavandana while reading u will lose concentration and never able to remember sandyavandana so .......we have to first read the theory part and when u read it and make it completely remember ......then u have to go through practical ......this video is great 👍 doing nityakarma is good for our selfs ......but never do sandyavandana while reading .. please note the changes if u need concentration
Om swa :
Pranayam sahi or pooran abasyak h aaj kal prayam jaldi karke pooran kar liya ....doosara manteo ko aap brahmin devta yese pad rahe ki aap nitya sandhya mantra nahi karte
नमो नमः।
Iss sandhya vandana me mujhe sudhta ki kami lagi jis patra me app jal dal rahe ushi me achaman kar rahe usi me hath dho rahe ....
Aour ham pranaym me 3 mantra pratek mantra se kumbhak rechak purak hota hai ...
Mere is comment ko anyatha na lijiyega bramhaman devta mere man me prashna ayya to puch liya...
प्रशांत गुरु नमस्कार 🙏🙏
गुरु आपल्या ह्या यू ट्यूब वर खुप सुंदर व्हिडिओ टाकले आहे त्या बद्दल आपले मनापासून धन्यवाद . अजुन ऐक म्हणजे संपूर्ण रुद्र पाठ व्हिडिओ टाकला तर फार छान वाटेल . 🙏🙏
aahe
उत्तम अति उत्तम कई पुस्तकों में मार्जन भी दिया रहता है वो शायद इसमे नही है।
कृपया पुस्तक का नाम बताएं और मुद्रा भी नही की सायद समय के अभाव के कारण कृपया एक वीडियो सभी मुद्राओं को लेकर बनायें
जय माँ पीताम्बरा
Wa chan
loved your channel. jasa tumhi bhasmane sandhya vandhan karta, tasa gopichandanane kashi karavi yachyavarti pan video banva pls.
महाराज प्राणायाम की शुरुआत बायीं नासा से करें
ब्रम्हायज्ञ. तर्पण व वैश्र्व देव विधी पण utube var घालावे हि विनंती आहे.
Can a Brāhman, who has not been *initiated*, do Gayatri mantra jap?
Can a Brāhman, whose "Upanayana" has not been done, do Sandhyavandanam?
No sir without upanayna you cant do sandhya and also you should be initiated for doing jap
No initiation by yoagyopavita is important
महाराज स्थापना से लगाकर विदाई तक मंत्र सहित कहे की महान कृपा होगी किसी देवी देवता को आवाहन भी मंत्र
namaskar guruji
Guru ji 🙏🙏 AAP se nivedan hai ki
. Sandhayoupadhan mantra ki video banaiye. AAP ki kripa rahegi.😇😇
Guru dev hath upar karke to madhya sandhya hoti hai
जय परशुराम 🙏 गुरुजी आप सायं संध्यावंदन का वीडियो बनाइए
विनंती 🙏
kya bina vishnu bhagwaan ke mantra ke; pavitrikaran, aachman aur sankalp liya jaa sakta hai ?
Dandvat pranam..... 999999999999999 Like
गुरुजी मला सायं पाठवा हवी आहे कृपया पाठवा 🙏🙏 मी आपल्या सर्व व्हिडिओ मधून संथा घेतो
भगवती का कलश स्थापन से लेकर उद्यापन तक का विस्तार से श्लोक सहित
जय श्री राम
वैश्वबलि कर्म का भी बनाने की कृपा करें
Which bhashma you are using Acharya? Can you please send the name of the product.
काशीसे ले आये थे
श्रीराम समर्थ नमस्कार आचार्य ...
सुंदर उपक्रम आहे... संध्या, ब्रह्म यज्ञ सारे आहे ... वैश्र्वदेव मात्र दिसला नाही... केला आहे का ? असेल तर मिळेल का ?
नाही केला अजून
यह संध्यापाठ यजु:शाखीय है या ऋक्शाखिय?
विधि में पवित्रता का बहुत अभाव है पूरी विधि प्रातः की है और उपस्थान मध्यांन काल का है
Accha brahman debata mera jis acharya se yajnopavita hua tha.. Wo sastra gyani nhi the.. Mera punah se yajnopavita hona chahiye kya.. Agar ho sakta h to kaisa.. Aur punah yajnopavita ke liye kya. Pure.. Sir ko phirse mundwana parega kya
प्रणाम गुरुजी गुरुजी वेद अध्ययन करने के लिए किस प्रकाशन का शुक्ल यजुर्वेद खरीदें
chaukhamba prakashan
drive.google.com/file/d/1BE5mgN-JOEzFRUgnpd2XX45OyLkkg9za/view?usp=drivesdk
Pls ghaar pe pitru shanti puja kesi kaare
Ghar me mataen kaise bandana kare us ki koi alag bidhi hai ???kripaya maagdarshan kijiye
Mujhe bhi sikhaye
कृपया दत्त माला मंत्र का विधान अपलोड करे
🙂🙏🔔🚩
Vastu mandal mantra taka
आचार्य श्री कृपया उपरोक्त संध्या विधि की pdf उपलब्ध करवाने की कृपा करें....
नित्यकर्म पूजा प्रकाश गीताप्रेस से अभी हम करते है उसमें अलग हैं....
9822350382
नित्य कर्म पुस्तक में दिया हुआ संध्या विधि शुक्ला यजुर्वेद पर आधारित है,और दूसरी विधि कृष्ण यजुर्वेद पर आधारित होती है,इसीलिए दोनों में कई क्रियाएं अलग होती है
Guruji 🙏 kya rajput sandhya vandan kr sakta h
महाराज जी हम भी सन्ध्या करना चाहते है, नित्य कर्म पुस्तक भी लाये है, विधि समझ मे नही आ रही है, आप सन्ध्या के साथ साथ समझाने का भी कष्ट करते तो बहुत कृपा होती।
आप वैदिक संध्या में अधिकारी है तो ही आप पुस्तक वाली संध्या करे नही तो आप पौराणिक संध्या कर सकते है
वैदिक संद्या और पौराणिक संध्या में क्या अंतर है बिस्तर से बताए
Namaste Guruji 🙏 yeh प्रातः Sandhya kis book se padh rahe hain aap
नित्य कर्म पूजा प्रकाश
गुरु जी विवाह के समय १६ स्तंभ पूजन बताईए मंत्र सहित
9822350382
@@prashantguruji गुरु जी विवाह के समय हमारे यहाँ पर मंडप में १६ स्तंभ पूजन होता है उस की आप विधी मंत्र सहित बताईए
Guru ji aap kis pustak se Sandhya ke mantra pad rahe hai kripa kar ke bataye espar thoda or vistar se video bana sakte hai kripa kare prabhu mai bhi sikhna chahta hu or Gayatri japna chahta hu apne sisya par kripa kare prabhu
जप के पहिले न्यास विधी बताई है
कृपा करके संपूर्ण संदया का प्रयोग सही तरिके से बनाकर अपलोड किजीऐ
th-cam.com/video/4bzXqcBtSNA/w-d-xo.html
yeh hai thodi badi sandhya
जय श्री कृष्ण !आपने प्रात काल में सूर्य के तीनों अर्घ्य के नाम नहीं बताए अत आप नाम लेकर किस प्रकार से अर्घ्य देने हे!
prat:sandhya brahn swaroopine shri soryanarayanay edmarghandattan nn mama
Guruvar aapke janm bhoomi konse hai
औंढानागनाथ परलीवैजनाथ महाराष्ट्र
गुरु जी आप से विन्रम निवेदन है आप श्री मद्भागवत जी का मूलपाठ श्रवण कराए
Sandhya ki jaa rhi hai...aur aapko bhagwad katha ki padi hai....yeh waise hi hai jaise ki kisi ko sona diya jaaye aur woh mitti ki chahat rakhe
गुरुजी संध्या ही हिंदू धर्मातल्या विशिष्ट वर्गानेच करावी का प्रत्येक हिंदू धर्मीय करू शकतो....? काही चुकत असेल तर माफ करा 🙏
उपनयन संस्कार जिसका हुवा है.
Jo dvij h wo vaidic or tantrokt sandhya kr skte h ar ar jo dwij nhi h wo tantrokt sandhya kr skte h to sbko adhikar h . Tantrokt sandhya ka adhikar sbko h bs isme east devta ki gayatri hogi vaidic gayatri nhi
@@sakshampathak3929 आप को भी गायत्री जाप करना चाहिए प्रतिदिन न्यूनतम 1 घंटे।
Please guide that book I will practice book name
9822350382
एक जिज्ञासु
Book cha nav Kay ahe teya ji tumhi vachta ahe
नमस्कार
आपने मध्यमा से जो तिलक धारण किया है। उसकी जानकारी दीजिए।
कौन सी अंगुली से किस निमित्त तिलक लगाना चाहिए
तर्जनी पितरोंके लिये,मध्यमा अपनेलिये,अनामिका देवोंकेलिये.
@@prashantguruji जी सादर धन्यवाद ,
१. यजमान एवं अन्य किसी व्यक्ति के तिलक लगाने के लिए भी अनामिका उंगली का ही उपयोग किया जाएगा ?
२. कुछ व्यक्ति स्वयं के भी तिलक अनामिका से ही लगाते हैं क्या यह भी सही है ?
@@mkd3178 जजमान या किसी अन्य को तिलक लगाने के लिए अंगूठे का प्रयोग करे
पितरों के लिए तर्जनी का
अपने लिए मध्यमा का
देवताओं के लिए अनामिका
तथा संत महात्माओं के लिए कनिष्ठिका का प्रयोग करे
यह विधान किस ग्रंथ में प्राप्त होगा।। कृपया ग्रंथ नाम बताएँ, ताकि और पढ़कर ज्ञान अर्जित कर सकूँ
यह विधान गुरु परंपरा के माध्यम से मिला है
गुरुजी संपुर्ण संध्याविधी आपण जी करता त्याची संपुर्ण माहिती कुठल्या पुस्तकात मिळेल हि विनंती
हाफ संध्या वंदन की विधि और मंत्र की एक वीडियो बनाकर के डालें कृपया
गुरूजी....तुंम्ही संध्या करीत असतानाचे मंञ कोणत्या पुस्तकातील आहेत त्या पुस्तकाचे नाव काय आहे.....🙏
दोन तीन पुस्तकांची मदत घेतली.आता एक नवीन pdf aali आहे.ती छान क्रमाने आहे.पाहिजे का.9822350382
दंडवत प्रणाम वेदाचारुजी कृपा ऐक प्रश्न है कृपया समाधान जरुर करें कुछ आचार्यजी और पुस्तक में कहा गया है कि ऐक समय मे तीन काल की सन्ध्योपासना कर शकते है और यदि समय का अभाव हो तो 10 गायत्री मंत्र सेभी सन्ध्योपासना कर शकते है कृपिया समाधान करे
ji ha
कमसे कम तीनबार , 10 ,28, 108 चढते क्रमसे जाप करते है लोग.
10,28,108 kuch bhi
Guruji konsi pustak se padh rahe ho
alag alag do chaar kitabomense
तामण तले पाणी प्रत्येक वेळी बदलत राहिले पाहिजे
Guru ji kya hame koi bhi mantra guru mukh karna chahiye
हां जी
@@prashantguruji agar Hum aapke videos se sikhte hai to guru mukh kehlata hai
Jai shri Krishna sa mera gotra bharadwaj ved yajurved ke anusar sandhyavandan margdarshan kare vallabhacharya sampradaya se dixit hoo veshnav sampradaya me bhasmi nahi lagate to uski jagah kya prayog kare tripundra ki jagah urdhwapundra prayog hota kya karoon margdarshan kare
9822350382/9588487059
You can chant Narayana Gayatri while wearing them. If you know you can chant the rik 'vishnornukam viryani' while mixing the kumkum.
नमो नमः। कृपया
अङ्गुष्ठाग्रे तु गोविंदः....👈 वाले श्लोक का यथोचित् समये replay दीजिएगा 🙏
॥ ॐ अंगुष्ठाग्रे तु गोविंदम्
ॐ तर्जन्यां तु महिधरम्
ॐ मध्यमायां हृषीकेशम्
ॐ अनामिक्यां त्रिविक्रमम्
ॐ कनिष्ठिक्याम् न्यसेद् विष्णुम्
ॐ कर मध्ये तु माधवम्
ॐ कर पृष्ठे हरिं विद्यान् मणिमन्धे जनार्दनम् ॥ कहिंपर ऐसाभी है.
करपृष्ठे हरिं देव: सर्व पाप प्रणाशन:
@@prashantguruji
धन्यवाद गुरुजी🙇
मैं आपसे प्रार्थना करता हूं कि मुझको
Yajurved ki sandhya kese kre ?
मुझे भी गायत्री त्रिकालं संधया करनी है पर यज्ञोपवित नही डाला है पता नही कैसे करू
आप पौराणिक संध्या कर सकते है
Ye Kon se patra hai guru ji
आचमनी पवाला ताम्हण
कृपया ऋग्वेदी षोडशोपचारे नित्यपूजेचा व्हिडीओ लोड करावा. सर्वाना खूप उपयोगी पडेल. तसेच पूर्ण ऋग्वेदी देवे व्हिडीओ लोड करावा.
गुरूजी संध्या वंदन करते समय भस्म लगाते हैं ये भस्म कहां मिलती है ।
@@pt.shivshankarsharma9054 अग्निहोत्री से
Jisko bahar paani na mile woh kaise kre???
मानसिक संध्या
Mudra?
Guruji is it smartha rigvedic sandhyavandanam?
श्रीशुक्ल यजुर्वेद माध्यंदिन शाखा
त९य.
Bhasma ka nam kya hai