वेद अपौरुष है=स्त्री ने लिखी ब्रह्मा सरस्वती का कहां कहां अभिलेख मिला है। धम्म लिपि को ब्रह्मी लिपि। वेद से पहले का तो मनुस्मृति है। इसपर भी कुछ ज्ञान बांटिए। ब्रह्म पुराण में ब्रह्माजी चार वर्ण बनाया,शिव पुराण में शिव जी ने, देवी पुराण में देवी ने और भागवत पुराण में कृष्ण ने चार वर्ण बनाया। अठारह पुराणों में ग्यारहवां पुराण भविष्य पुराण में रानी विक्टोरिया का भी चर्चा धड़ल्ले से है तो अठारहवां की गति आप ही बता सकते हो।
यहां गलत जानकारी दी जा रही है। भारत में ही ब्रह्मी लिपि से सदियों पहले सिंधु घाटी सभ्यता में भी लिखने की परम्परा थी। जैसे ब्रह्मी लिपि देवनागरी लिपि की मां है, ठीक वैसे ही पाली प्राकृत भाषा भी संस्कृत भाषा की मां है। कृपया गलत जानकारी न फैलाएं।
यहँ ब्राह्मी लिपी नही.. बुद्धकालीन धंम्म लीपी हैं.. अगर यहँ ब्रह्मा ने लिखी होती तो ब्रह्मा ने ब्राह्मी में वेद क्यूँ नही लिखे ? महाराष्ट्र राज्य पाठ्यपुस्तक निर्मिती व अभ्यासक्रम संशोधन समिती ने अबसे कक्षा बारहवी की पाली भाषा पाठया पुस्तक में 'धंम्म लिपी ' का अभ्यास रख्खा हैं... प्राचीन भाषा और इसपर लिपी अध्ययन अध्यापन और संशोधन करणे वाली नासिक कि ट्रिबिल्स इस संस्थाने 2014 में सबसे पेहेले सम्राट अशोक के शिलालेखो में लिखी गयी लिपी हि ' धंम लिपी ' हैं यहँ सप्रमान सिद्ध कीया है.. सम्राट अशोक के हर शिला लेख में इस लिपी का नाम लिखा गया हैं.. 𑀇𑀬𑁦 𑀥𑁦𑀫𑀮𑀺 𑀳𑀻 इयं धंम्म लिपी... मतलब यह धंम्म लिपि है.
बहुत अच्छा प्रश्न है।ब्राह्मी लिपि है और संस्कृत भाषा है , यह तो पक्का है की श्री ऋषभदेव जी की पुत्री ब्राह्मी जी को यह लिपि सिखाई जिन्हे विद्या की देवी सरस्वती ,वागेश्वरी ,हंसवाहिनी शारदा आदि 18 नामों से जाना गया । जब वेद लिखना प्रारंभ हुआ उस समय के लोग आम तौर pr संस्कृत भाषा बोलते थे ,समझते थे । सम्राट अशोक के समय प्राकृत जनभाषा थी तो जो भी लेखन कार्य होता है वो जनभाषा में किया जाता है , ब्राह्मी लिपि में शिलालेख इस बात का प्रमाण है , इनकी भी लिपि ब्राह्मी है लेकिन भाषा प्राकृत ,पाली ,संस्कृत आदि है।
धम्मलिपी या बांभी (ब्राम्ही लिपी का असली नाम) लिपी और खरोष्टी लिपी या ध्रमलिपी थी , अशोक सम्राट के दो शिलालेख खरोष्टी लिपी मे भी है पाकिस्तान मे . और हमारे देश मेरी बांभी मे लिपी मे लिखे शिलालेख है. लिपी के बारे मे बोलते वक्त खरोष्टी का नाम आये बैगर हमारा लिपीग्यान पूर्ण नही हो सकता. सम्राट अशोक का कार्यकाल ३०० BC -२००BC इसके बीच का अगर है तो बांभी के लिखीत proof , दाखीले, documentation यही है . इसके पहलेवाला कुछ नही. तो इसके पहले बांभी मे नही लिखा गया है. बांभी को धम्मलिपी भी कहते है , बांभी सभी भारतीय लिपी जैसे की देवनागरी तथा तीबेबती, नेपाली, बर्मी इत्यादी लिपीयोकी जननी है. किसी कथा कहानी से जोडके, इसका fiction नही बनाये तो बेहतर होगा . वैसे यह ब्रम्हा सरस्वती की मुर्ती कौन से काल मे बनी है? कार्बन डेटींग? सिधू सभ्यता मे कुछ लिखा है . हम अभीतक पढ नही पा रहे.
Paali script that is (Dhamma leepi/Brahi/Prakrut) is the mother/father script of the all languages because any one can create his own word language with the help of Paali script alfabets try it yourself. Sanskrut language is the revised edition of Paali by the fake Monks of Uresia who was entered in the Buddhist'Sangh' and the an ancient Universities through show off education. The ancient or early scripts or languages are obedient,but Sanskrit is a well-organized and sophisticated language how ? Cause the Sanskrit language has been made by arranging the disorganized script or characters of Dhamma Lipi ie.also called Prakrut/Brahi/Paali script found in so many inscriptions of Ashoka the Great at the Buddhist ancient places ! The Sanskrit language and Sanskrit texts have not been written before Dhamma Lipi ! Or not older than the Buddhist an ancient incriptions !
यह धम्म लिपि है न कि ब्रह्मी अशोक अपने शिलालेखों में इस को धम्म लिपि लिखा है यह ही पुरातात्विक प्रमाण है ब्रह्मी का कोई पुरातात्विक प्रमाण है कृपया बताए
म हान बौद्ध सम्राट अशोक ने जो शीला लेख खुद वाये हैं इसमे अशोकने इयन धम्म लिपी ऐसा लिखा हैं तो धम्म लिपी ओर ब्राह्मी लिपी मे क्या फरक हैं ल लीत विस्तार इस बौद्ध ग्रंथ मे बोधिस त व पुंड रिक पांडुरंग बौद्ध का जिक्र अाया हैं ओर इस विहार मे पाली लिपी मे जो लीखा हैवह है त तेज सा भवतू ते जय मंगला नी आदरणीय मॅडम जी आपको हमारी शुभ कामना आजका आपका व्याख्यान कभी नहीं भूल पाऊंगा क्योंकी मेरे समज मे न ही आता की क्या पाली लिपी मे ओर ब्राह्मी लिपी मे क्या अंतर है वैसे ही जब म हा न सम्राट अशोक ने अपने स्तंभ लेख मे ई य न धम्म लिपी एैसा जिक्र किया इस का अर्थ हैं यह धम्म लिपी है तो फिर ब्राह्मी लिपी क्या है अभी मेरे समज मे आया की लिपी तो अति प्राचीन ही होगी अब हमारे धर्म ग्रंथ जो की संत ज्ञानेश्वर माऊलीने लिखा की माझी मराठीये कौतुक किती करा वे तिची गोडी अमृताला ही येणारं नाही तो मेरे समज मे यह ब्राह्मी लिपी जो की ब्रहमजी से निर्माण हुयी है आपको मेरा चरण स्पर्श ध न ये वाद अग ले.vd o. का इंत जार रहेगा
Lipiyon tatha bhashaon ka Uttam koti varnan aapki vidhata ko sadhuvaad
मैं निःशब्द हूँ।बहुत ही उत्कृष्ट कोटि का शिक्षण🙏🙏🙏
Maine to like kar diya
Gajb ka awaz hai👌👌👌👌👌
Beautiful teaching . ATI vishisht Gyan .aapki pratibha vandaneeya hai
वेद अपौरुष है=स्त्री ने लिखी ब्रह्मा सरस्वती का कहां कहां अभिलेख मिला है। धम्म लिपि को ब्रह्मी लिपि। वेद से पहले का तो मनुस्मृति है। इसपर भी कुछ ज्ञान बांटिए। ब्रह्म पुराण में ब्रह्माजी चार वर्ण बनाया,शिव पुराण में शिव जी ने, देवी पुराण में देवी ने और भागवत पुराण में कृष्ण ने चार वर्ण बनाया। अठारह पुराणों में ग्यारहवां पुराण भविष्य पुराण में रानी विक्टोरिया का भी चर्चा धड़ल्ले से है तो अठारहवां की गति आप ही बता सकते हो।
Adbhut vyakhan h
খুব ভালো লাগলো ম্যাম ।🙏
hame gurve hai ki hum hindu hai. very good informtion
Dhamm lipi hai
महाशया! वहुसम्यक्
अन्यान् विषयान् आधारीकृत्य पाठनं कारिष्यन्ति चेत् वयं उपकृताः भबिष्यामः भो!
बहुत ही उत्तम प्रयास।मेरा ज्ञान वर्धन हुआ।धन्यवाद।
यार बहुत सुंदर 🙏
👍👍👍👍👍
Aapki Vani mein Saraswati ka bas hedhanyavad
इस लिपि को धम्म लिपि कहा जाता है
The Devanagiri Script is a native Indian script.used by many local languages and is a derivative of the Brahmi Script 😅
अति उत्तमम्
आप पर्याप्त विदुषी हैं। प्रणाम।
बहुत ही सुन्दर कक्षा
बहुत शोधपूर्ण वक्तव्य । साधुवाद
❤ bahut acha
Thankyou ma'am...paper ki ek raat pehle hi nipta rhe....very much clear ma'am😍🙏💖💐
❤
सेटिंग चीटिंग
Video bhut shandar h
ఓకే 👍
ललित विस्तर में 64 लिपि में ' बम्मी ' शब्द को मनुवादी मानसिकता से ग्रस्ति हो कर ब्रह्मी बोला व लिखा जाता है
प्रतिभा जी बहुत प्रभावशाली लेक्चर है । आपकी आवाज़ भी बहुत प्रभावशाली है ।
Bahut sundar sister ji
Very good👍
Dhnyvad mam 🙏
Bahut accha padhate ho
Bahut achcha 👏👏
पढ़ाने का तरीका बहुत शानदार है जी 🙏
Bahat bariya ha mam
बहुत खूब बताया गया हैं
आपका व्याख्यान बहुत ही अच्छा लगा ।मैम जी को धन्यवाद ।
Very nice and informating video.
very nice session mam
SAVINAY NAMSKAR, NAMAN AUR SHARAN.
बहुत अच्छा लगा 🙏 🙏 🙏
👌👌
धन्यवाद 🙏🙏🙏🙏🙏
ब्राह्मी लिपि जैनों के प्रथम तिर्थकर आदिनाथ ने शुरुआत की।
भगवान आदिनाथ की पुत्री ब्राह्मी के नाम से ब्राह्मी लिपि रखा गया।
Bramha lipi
प्राचीन काल की लिपि धम्मलीपी है
आप झूठ न फैलाये ब्राम्ही लिपि न बोलें
प्राकृतकी लिपी धम्म तथा ब्राम्ही है.
Very good mam sab
Best
यहां गलत जानकारी दी जा रही है। भारत में ही ब्रह्मी लिपि से सदियों पहले सिंधु घाटी सभ्यता में भी लिखने की परम्परा थी। जैसे ब्रह्मी लिपि देवनागरी लिपि की मां है, ठीक वैसे ही पाली प्राकृत भाषा भी संस्कृत भाषा की मां है। कृपया गलत जानकारी न फैलाएं।
मैं कामकाजी 47 साल का हूं मैंने आज आपका वीडियो सुना मैं आपकी प्रतिभा और भारत की प्रतिभा को सुनकर बहुत ज्यादा खुश हुआ धन्यवाद जय श्री राम
आप के परिवार की सभी लड़कियों को श्री राम जी की तरह पति मिले।
Very nice
Bhut sundr
मैडम आप बहुत अच्छा पढ़ाती हो
Mem brahmi lipi ki visheshtao par bhi video bna lijiye
Bhut achcha
यहँ ब्राह्मी लिपी नही.. बुद्धकालीन धंम्म लीपी हैं.. अगर यहँ ब्रह्मा ने लिखी होती तो ब्रह्मा ने ब्राह्मी में वेद क्यूँ नही लिखे ?
महाराष्ट्र राज्य पाठ्यपुस्तक निर्मिती व अभ्यासक्रम संशोधन समिती ने अबसे कक्षा बारहवी की पाली भाषा पाठया पुस्तक में 'धंम्म लिपी ' का अभ्यास रख्खा हैं... प्राचीन भाषा और इसपर लिपी अध्ययन अध्यापन और संशोधन करणे वाली नासिक कि ट्रिबिल्स इस संस्थाने 2014 में सबसे पेहेले सम्राट अशोक के शिलालेखो में लिखी गयी लिपी हि
' धंम लिपी ' हैं यहँ सप्रमान सिद्ध कीया है.. सम्राट अशोक के हर शिला लेख में इस लिपी का नाम लिखा गया हैं.. 𑀇𑀬𑁦 𑀥𑁦𑀫𑀮𑀺 𑀳𑀻 इयं धंम्म लिपी... मतलब यह धंम्म लिपि है.
ब्रह्मा और सरस्वती का नाम लिखा हुआ था, जिसे आप पढ़ लिए थे?
Good
Very helpful video mam 🙏🙏
बहोत बहोत धन्यवाद 🎉
मैडम वेदों का संकलन जो है संस्कृत में क्यों हुआ ब्राह्मी में क्यों नहीं हुआ उत्तर जरुर दीजिएगा??
अबे तेरी तो..... संस्कृत भाषा है.. ब्राम्ही लिपी है... फरक समझ
बहुत अच्छा प्रश्न है।ब्राह्मी लिपि है और संस्कृत भाषा है , यह तो पक्का है की श्री ऋषभदेव जी की पुत्री ब्राह्मी जी को यह लिपि सिखाई जिन्हे विद्या की देवी सरस्वती ,वागेश्वरी ,हंसवाहिनी शारदा आदि 18 नामों से जाना गया । जब वेद लिखना प्रारंभ हुआ उस समय के लोग आम तौर pr संस्कृत भाषा बोलते थे ,समझते थे । सम्राट अशोक के समय प्राकृत जनभाषा थी तो जो भी लेखन कार्य होता है वो जनभाषा में किया जाता है ,
ब्राह्मी लिपि में शिलालेख इस बात का प्रमाण है , इनकी भी लिपि ब्राह्मी है लेकिन भाषा प्राकृत ,पाली ,संस्कृत आदि है।
शोभनीय व्यवहार,,,,
Good morning very important your study
Tq mem kal exm h mera bht ache s a gya smj tq so much
यदि प्रथम पुस्तक वेद है, तो यह वेद ब्राह्मी लिपि में क्यों नहीं है? संस्कृत क्यों है?
Mem video is perfect thanks
Very nice.
Thunks mam your voice a wonderful .....Aap itna dhir dhir or samjha samjha ke padte hu ye padkar dusri baar ladne ki avashkta hi naa padegi thunks mam
धम्मलिपी या बांभी (ब्राम्ही लिपी का असली नाम) लिपी और खरोष्टी लिपी या ध्रमलिपी थी , अशोक सम्राट के दो शिलालेख खरोष्टी लिपी मे भी है पाकिस्तान मे . और हमारे देश मेरी बांभी मे लिपी मे लिखे शिलालेख है. लिपी के बारे मे बोलते वक्त खरोष्टी का नाम आये बैगर हमारा लिपीग्यान पूर्ण नही हो सकता. सम्राट अशोक का कार्यकाल ३०० BC -२००BC इसके बीच का अगर है तो बांभी के लिखीत proof , दाखीले, documentation यही है . इसके पहलेवाला कुछ नही. तो इसके पहले बांभी मे नही लिखा गया है. बांभी को धम्मलिपी भी कहते है , बांभी सभी भारतीय लिपी जैसे की देवनागरी तथा तीबेबती, नेपाली, बर्मी इत्यादी लिपीयोकी जननी है. किसी कथा कहानी से जोडके, इसका fiction नही बनाये तो बेहतर होगा . वैसे यह ब्रम्हा सरस्वती की मुर्ती कौन से काल मे बनी है? कार्बन डेटींग?
सिधू सभ्यता मे कुछ लिखा है . हम अभीतक पढ नही पा रहे.
बिल्कुल सही कहा आपने
मोहतरमा प्रस्तुतिकरण बहुत अच्छा है। लेकिन झूठ बोलने की आदत छोड़ दीजिए। पहले पत्थरों लिखे इतिहास को जाने अब भारतीय नागरिक पुनः शिक्षित हो चुका है।
To sab bhashao ke mata konsi bhasha he....? Plz reply kijega.....
Smarat asoka ne banavai dhamma lipi hai
Your voice is amazing
didi main west bengal se hu,apka notes aur samjhana aadh rakhne meine bahut sahayak milta hai.thnx di.jai sree krishan.
Brahmi Lipi nahi Tathagat Gautam Buddha ki Dhamma Lipi hai woh
Har ek Tathagat Buddha ke chiz pe kabja kar rakha hai
बम्भी शब्द को बदला ब्राह्मी किया फिर ब्रह्मा से जोडा
इसी को बामनीकरण कहते है
यह औरत पढी लिखी है पर असत्य बोल रही है
Paali script that is
(Dhamma leepi/Brahi/Prakrut) is the mother/father script of the all languages because any one can create his own word language with the help of Paali script alfabets try it yourself.
Sanskrut language is the revised edition of Paali by the fake Monks of Uresia who was entered in the Buddhist'Sangh' and the an ancient Universities through show off education.
The ancient or early scripts or languages are obedient,but Sanskrit is a well-organized and sophisticated language how ?
Cause the Sanskrit language has been made by arranging the disorganized script or characters of Dhamma Lipi ie.also called Prakrut/Brahi/Paali script found in so many inscriptions of Ashoka the Great at the Buddhist ancient places !
The Sanskrit language and Sanskrit texts have not been written before Dhamma Lipi !
Or not older than the Buddhist an ancient incriptions !
To mam Hindu dharm ke grantho me sanskriti bhasha ka upayog kiya vo bhammi lipi ka upyog hona chahiye na......
Brahmi lipi ko kisne bnaya h ji
Jain Dharm ke Pratham Tirthankar Rishabh Dev ne is Bhasha ko samjhaya Brahmi lipi
V. Nice mam 👌 aap bhut mehnat krte h
bohat bohat dhanyabad
प्रमुख अभिलेखों की प्रमुख लिपियां और भाषा यूजीसी नेट के अनुसार भी एक वीडियो बनाने की कृपा करें।
🙏🙏🙏🙏🙏
धन्यवाद्।
Thanks for your research
Thanks mam ❤️
यह एक अवैज्ञानिक वीडियो है जिसमें धर्म और विज्ञान के भीतर घालमेल करने की कोशिश की गई है
🙏🙏🙏 pranam mam apka padhane ka tarika bahut hi achha h
Very nice👏👏👏 mam bahut achchhi h video.. Apki mahnat sabhi student ke liye bahut useful h 🙏🙏
Voice hiii nhi aa rhi h sir video pe
Mam net syllabus ke antargata lipi pura karva dejiye
Bharat me hinduo , jainiyo , sikho bauddho ke vyaktiyo ke naam ek jaise hote hain. ,,, Isi tarah isai , muslim , chinies naam ke bhi apne prakar hain.
स्टेडिया तो चीनी भाषा का शब्द है । वेद सब बाद में ८००इस में लिखे गए है उस समय पाली और बंबी लिपि थी नही की देवनागरी
ब्राह्मी लिपी या kharoshti लिपी मे लिखे हुये, जिस पर वेद लिखे है ऐसी कोई चीज (Tadpatra, पत्थर इत्यादी) नही मिले है, देव नागरि मे मिलते है लेकिन बाद मे
After 17:00 miniut start brahmi lipi...
I Love You maim
namskar mam 🙏🙏🙏🙏
bahut achha aap padati h
Video to tik hai per mujhe prachin itihas se juda chahiye tha
यह धम्म लिपि है न कि ब्रह्मी
अशोक अपने शिलालेखों में इस को धम्म लिपि लिखा है
यह ही पुरातात्विक प्रमाण है
ब्रह्मी का कोई पुरातात्विक प्रमाण है कृपया बताए
म हान बौद्ध सम्राट अशोक ने जो शीला लेख खुद वाये हैं इसमे अशोकने इयन धम्म लिपी
ऐसा लिखा हैं तो धम्म लिपी ओर ब्राह्मी लिपी मे क्या फरक हैं
ल लीत विस्तार इस बौद्ध ग्रंथ मे बोधिस त व पुंड रिक पांडुरंग बौद्ध का जिक्र अाया हैं ओर इस विहार मे पाली लिपी मे जो लीखा हैवह है
त तेज सा भवतू ते जय मंगला नी
आदरणीय मॅडम जी आपको हमारी शुभ कामना आजका आपका व्याख्यान कभी नहीं भूल पाऊंगा क्योंकी मेरे समज मे न ही आता की क्या पाली लिपी मे ओर ब्राह्मी लिपी मे क्या अंतर है वैसे ही जब म हा न सम्राट अशोक ने अपने स्तंभ लेख मे ई य न धम्म लिपी एैसा जिक्र किया इस का अर्थ हैं यह धम्म लिपी है तो फिर ब्राह्मी लिपी क्या है
अभी मेरे समज मे आया की लिपी तो अति प्राचीन ही होगी अब हमारे धर्म ग्रंथ जो की
संत ज्ञानेश्वर माऊलीने लिखा की माझी मराठीये कौतुक किती करा वे तिची गोडी अमृताला ही येणारं नाही तो मेरे समज मे यह ब्राह्मी लिपी जो की ब्रहमजी से निर्माण हुयी है
आपको मेरा चरण स्पर्श ध न ये वाद
अग ले.vd o. का इंत जार रहेगा
Ved kb likhe gye
हम कह सकते है की आप एक अच्छी शिक्षिका के साथ - साथ एक अच्छी गायिका भी होंगी ।
Bramhi lipi Nahi dhamma lipi Hai vo
thank you mem
संस्कृत का आविष्कार किसने किया मैडम??